Wednesday, February 17, 2016

दीप्ति के किडनेपर की दहशत, गांव में 3 साल से शादियां सूनी

दीप्ति का अपहरण कर गाजियाबाद में हड़कंप और लखनऊ तक गूंज मचाने वाले साइको लवर देवेंद्र को दीप्ति का नाम तक मालूम नहीं था। एक साल तक उससे दीवानगी का दावा करने वाले देवेंद्र ने अपने दोस्तों को भी उसका नाम गलत बताया था। उसने स्नेहा नाम बताया था। उसे दीप्ति का नाम स्नेहा पता था। उससे पूछा गया तो हकलाते हुए बोला, ‘स्नेहा।’ तब पुलिसवालों ने उसे उसी के लहजे में बताया कि नाम ‘द द दीप्ति’ है। देवेंद्र ने दावा किया कि वह शाहरुख का फैन है। उसने डर, दीवाना और अंजाम 100 से ज्यादा बार देखी। उसे शाहरुख का प्यार करने का अंदाज बहुत पसंद है।देवेंद्र के ड्रामे में दीप्ति इस कदर उलझ गई थी कि वह विलेन देवेंद्र को ‘हीरो’ समझने लगी थी। देवेंद्र ने 36 घंटे के भीतर दीप्ति के सामने खुद को ऐसा शो किया कि वह उसके लिए कुछ भी कर सकता है, दीप्ति को असुरक्षित महसूस न होने दिया, इसलिए दीप्ति ने देवेंद्र को न पकड़ने के लिए एसएसपी से कहा था। बकौल एसएसपी, देवेंद्र ने रेलवे स्टेशन पर छोड़ते वक्त दीप्ति से कहा था कि वह अब उसे दोस्त समझेगी या दुश्मन। देवेंद्र का कहना है कि उसने कहा था कि दोस्त। मगर पुलिस और दीप्ति का कहना है कि उसने कोई जवाब नहीं दिया था।साइको किडनेपर दवेंद्र की दहशत केवल दीप्ति के दिल में ही नहीं, ब्लकि उसके गांव की शादियों में भी सूनेपन के तौर पर दिखती हैं। उसका गांव कामी सोनीपत जिले में है।सोनीपत के गांव कामी के कई युवक पहले भी अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि के चलते कुख्यात रहे हैं। हालांकि आपराधिक गलियारों में देवेंद्र उर्फ लीलू की जो चहलपहल थी, वो अन्य किसी की नहीं थी। उसकी दहशत का आलम यह है कि पिछले तीन सालों के दौरान गांव में होने वाले विवाह समारोह में घुड़चढ़ी की रस्म नहीं हुई। वजह यह थी कि एक शादी समारोह में घुड़चढ़ी के दौरान एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसमें पीछे दवेंद्र का काम बताया जाता था।मुखबिरी के शक में वारदात को अंजाम देने की चर्चा रही, लेकिन पुलिस के यहां यह मामला दर्ज तक न हुआ। अपराधियों की दहशत के आगे परिजनों ने पुलिस को शिकायत तक नहीं दी। उस दिन के बाद गांव कामी में या तो घुड़चढ़ी होती नहीं है और अगर होती है तो एक-दो गली में घुमाकर इतिश्री कर ली जाती है। देवेंद्र आपराधिक छवि का होने के साथ-साथ शातिर मिजाज भी था। वर्ष 2005 में वह डीएसपी बनकर डकैती तथा जालसाजी करने का आरोपी रह चुका है।villain devendra become hero in her eyes, she want to save him

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