Thursday, October 27, 2016

आखिर नींद से जागी पुलिस, कर रही है अवैध पटाखों की तलाश में छापेमारी

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वाराणसी. शहर के व्यस्त इलाके चेतगंज थाना क्षेत्र के पितरकुंडा में बीती रात अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में पांच मौतों के बाद वाराणसी पुलिस प्रशासन की नींद खुली है. बुधवार की शाम अवैध पटाखा फैक्टरी और दुकानों के लिए कुख्यात दालमंडी में चौक लक्सा और दशाश्वमेध पुलिस ने दशाश्वमेध सीओ की अगुवाई में छापेमारी का जबरदस्त अभियान चलाया.
हालाँकि छापेमारी की सूचना पहले ही मिल जाने के कारण बड़े कारोबारियों ने अपना माल पहले ही छिपा दिया. कई दुकानदारो ने अपनी दुकानें बंद कर दीं. फिर भी पुलिस को आंशिक कामयाबी मिली और कई बोरा पटाखा बरामद कर लिया गया. मलबे में से एक और लाश मिलने के बाद पटाखा विस्फोट में मरने वालो की संख्या पांच हो गई.मृतको में तीन लोगों के शव रात में ही निकाल लिया गया था. वहीं दो शव बुधवार दोपहर तक निकाले गए. घर के दो बच्चों के लापता होने के कारण आशंका जताई जा रही है कि वे मलबे में दबे हो सकते हैं. एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. मरने वालों की पहचान सरफराज, आमना, शबनम, जेबा और निम्मो के रूप में हुई. शबनम, जेबा और निम्मो सगी बहनें और आमना की बेटी हैं. मृतका आमना के पति की पहले ही मौत हो चुकी है.
एसएसपी नितिन तिवारी के निर्देश पर पूरे मामले की जांच एटीएस के एसपी संतोष सिंह ने शुरू कर दी है. विस्फोट में मिले सामानों को एटीएस ने सील कर दिया है. पंचनामा के बाद सभी शवों को बीएचयू पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टर्माटम के बाद पांचो शव मोहल्ले में आया तो लोगो की आंखे नम हो गईं . शवो को पास के ही कब्रिस्तान में सुर्पुदेखाक कर दिया गया.

लखनऊ : अखिलेश ने क्यों कहा कि महिला फाइनेंस मिनिस्टर बन जाये

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ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को देवी अवार्ड से सम्मानित किया.
महिलाओं के सम्मान समारोह में अखिलेश यादव ने कहा कि महिलाओं को सम्मानित करने का मौका मिला तो बहुत अच्छा लग रहा है. यह मुल्क की आधी आबादी है. इसे आगे बढ़ाए देश आगे नहीं बढ़ सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही हमने यूपी की पूर्व महिला होम मिनिस्टर को यश भारती से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि महिला फाइनेंस मिनिस्टर बन जाए तो ज्यादा अच्छा होगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकारी नौकरियों में विधवा और तलाकशुदा महिलाओं के लिए अधिकतम आयु की सीमा को समाप्त किए जाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि ऐसी विधवा व तलाकशुदा महिलाएं, जो पारिवारिक या अन्य किन्हीं कारणोंवश नौकरी में भर्ती की उम्र सीमा को पार कर चुकी हैं और नौकरी में आना चाहती हैं, उनकी जरूरतों और दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
मुख्यमंत्री आज यहां एक स्थानीय होटल में द न्यू इण्डियन एक्सप्रेस ग्रुप द्वारा आयोजित ‘देवी विमेन पुरस्कार वितरण समारोह’ में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली 10 महिलाओं को सम्मानित करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. श्री यादव ने पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किए जाने की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से महिलाओं को प्रेरणा मिलती है. महिलाओं की तरक्की समाज के साथ-साथ सरकार की भी जिम्मेदारी है. समाजवादी सरकार ने महिलाओं के उत्थान और कल्याण के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जहां कहीं भी किसी क्षेत्र में महिलाओं व बालिकाओं ने सराहनीय कार्य किया है, बड़े पैमाने पर उनको सम्मानित करने का काम राज्य सरकार द्वारा किया गया है. महिलाओं की उत्पीड़न सम्बन्धी समस्याओं के निवारण के लिए ‘1090’ विमेन पावर लाइन सफलतापूर्वक संचालित हो रही है. इसकी कामयाबी की चर्चा सबकी जुबान पर है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं का सम्मान और गरिमा को कायम रखते हुए उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं। ‘यूपी-100’ पुलिस सेवा में बड़े पैमाने पर महिलाओं की भर्ती की जा रही है. कन्या विद्या धन योजना के अन्तर्गत छात्राओं को शिक्षा की सुविधा मिल रही है. समाजवादी पेंशन योजना में परिवार की महिला मुखिया को पेंशन दी जा रही है. बहादुरी एवं अन्य सराहनीय कार्य करने वाली बालिकाओं एवं महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. महिलाओं की सहायता एवं कौशल सुधार आदि के लिए रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केन्द्रों की स्थापना की गई है. इसके अलावा, 181 महिला आशा ज्योति लाइन की शुरुआत भी की गई है.

बाराबंकी : प्रेमी ने की थी मां-बेटी की हत्या, गिरफ्तार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो

  1. बाराबंकी एसपी राजू बाबू सिंह ने बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन सभागार में बताया कि कुर्सी थाना क्षेत्र के भेड़हापुर मजरे उमरा निवासी शीला यादव पत्नी राजेश यादव व उसकी दो साल की पुत्री की हत्या करने के बाद शव नहर में फेंक दिया गया था।


7 अक्टूबर को हुई इस वारदात के बाद 24 अक्टूबर को शीला का शव देवा कोतवाली क्षेत्र में मिला था जबकि उसकी पुत्री का शव शारदा नहर में लखनऊ के जुग्गौर के पास बरामद हुआ था। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी। जिसके बाद पता लगा कि गांव के ही सुरेंद्र यादव पुत्र रामपाल यादव ने महिला व उसकी पुत्री की हत्या करने के बाद शव फेंका था।

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मृतका शीला व उसके बीच दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बीच आरोपी का विवाह होने के बाद उसने शीला से मिलना कम कर दिया था। जिसके बाद भी वह उसे मिलने के लिए दबाव बना रही थी और न मिलने की बात पर शीला जान से मारने या मरने की धमकी देती थी।

अपना वैवाहिक जीवन खतरे में पड़ता देख आरोपी ने 17 अक्टूबर को शीला को मिलने के बहाने बुलाया और उसके बाद उसकी व उसकी बेटी की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव नहर में फेंक कर भाग निकला। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर उसे कोर्ट मेें पेश किया जहां से वह जेल भेजा गया है। 

उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे,ये है तारीखे

उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे
सात चरणों में चुनाव जो 4 फरवरी, 8 फरवरी, 11 फरवरी, 15 फरवरी, 19 फरवरी, 23 फरवरी व 28 फरवरी को मुकर्रर की गई है।
चुनाव आचार संहिता आज से ही लागू हो जाएगी। सरकारें, उम्मीदवार, राजनीतिक दल और केंद्र सरकार आचार संहिता के दायरे में होंगे। वोट हासिल करने के लिए जातीय, संप्रदाय के आधार पर कोई अपील नहीं की जा सकेगी। चुनाव प्रचार के लिए मस्जिदों, गिरिजाघरों, मंदिरों,सरकारी इमारतों या अन्य किसी धर्मस्थल का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। अधिकतर मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र बन गए हैं और मतदान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से होगा। मतदाताओं, मतदान केंद्रों, वोटिंग मशीनों और चुनाव स्टाफ की सुरक्षा के लिए केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों की पर्याप्त तैनाती की जाएगी। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। चुनावी खर्चो पर पैनी नजर रखी जाएगी और उम्मीदवारों को नया बैंक खाता खुलवाना होगा। पेड न्यूज के लिए भी मानिटरिंग कमेटि बनाई जाएगी।अ‌र्द्धसैनिक बलों के सर्वाधिक कर्मी देश के अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में तैनात किए जाने की उम्मीद है जहां 403 विधानसभा सीटें हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा। पहले चरण के तहत 60 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान चार फरवरी को होगा। दूसरे चरण में 55 सीटों के लिए आठ फरवरी, तीसरे में 59 सीटों के लिए 11 फरवरी, चौथे में 56 सीटों के लिए 15 फरवरी, पांचवें में 56 सीटों के लिए 19 फरवरी, छठे में 49 सीटों के लिए 23 फरवरी और सातवें तथा अंतिम चरण में 68 सीटों के लिए 28 फरवरी 2012 को मतदान होगा। विधानसभा सीटों के लिए मतगणना एक साथ चार मार्च 2012 को होगी। उत्तर प्रदेश में 11 करोड़ 19 लाख 16 हजार 689 लोगों के नाम मतदाता सूची में हैं, मतदान के समय मतदाता की पहचान अनिवार्य होगी। अधिकांश वोटरों के पास फोटो पहचान पत्र हैं। उत्तरप्रदेश में सबसे अधिक एक लाख 28 हजार 112 मतदान केंद्र बनाए जाएंगेI सभी महत्वपूर्ण घटनाओं की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इस उद्देश्य से जिला निर्वाचन अधिकारी पर्याप्त संख्या में वीडियो डिजीटल कैमरों सहित कैमरा टीमों का इंतजाम करेंगे। उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार, वोटिंग मशीनों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने, संवेदनशील मतदान केंद्रों और मतगणना के अलावा नामांकन से लेकर नामांकन पत्रों की जांच, चुनाव चिह्नों का आवंटन, इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों की जांच, महत्वपूर्ण जनसभाओं, जुलूसों आदि की वीडियोग्राफी होगी। मतदान केंद्रों के भीतर भी डिजीटल कैमरे लगाए जाएंगे जबकि सभी मतगणना केंद्र कैमरे की नजर में होंगे। शिकायत के लिए चुनाव आयोग का कॉल सेंटर काम करेगा। टोल फ्री नंबर '1950' के अलावा वेबसाइट पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी। उत्तरप्रदेश की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 20 मई 2016 तक है। चुनावों के दौरान मीडिया में पेड न्यूज से निपटने के उपायों पर कुरैशी ने कहा, 'पेड न्यूज के मुद्दे से निपटने के लिए जिला, राज्य और आयोग के स्तर पर निगरानी समितियों का गठन किया गया है। अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाताओं की सुरक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति अनुसूचित जाति या जनजाति के मतदाता को किसी उम्मीदवार विशेष को मत देने या नहीं देने के लिए बाध्य करता है या दबाव बनाता है तो उसे कम से कम छह महीने कारावास की सजा होगी। कारावास की अवधि अधिकतम पांच साल भी हो सकती है। इस संबंध में आयोग ने पांचों राज्यों के अधिकारियों को आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया है।

उत्तरप्रदेश में विस चुनाव के चरणवार कार्यक्रम

पहला चरण- 4 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 60)
नजीबाबाद, नगीना, बढ़ापुर, धामपुर, नहटौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद देहात, मुरादाबाद शहर, कुंदरकी, बिलारी, चंदौसी, असमौली, सम्भल, स्वार, चमरौआ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, धनौरा, नवगवान सदात, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौर, बिसौली, सहसवान, बिल्सी, बदायूं, शेखूपुर, दातागंज, बहेड़ी, मीरगंज, भोजीपुरा, नवाबगंज, फरीदपुर, बिठारी चैनपुर, बरेली, बरेली कैंट, आंवला, पीलीभीत, बरखेड़ा, पुरनपुर, बीसलपुर, कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पुआयां, शाहजहांपुर, ददरौल, पलिया, निघासन, गोला, श्रीनगर, धौरहरा, लखीमपुर, कास्ता व मोहम्मदी।
दूसरा चरण-8 फरवरी
 (विधानसभा क्षेत्र 55)
महोली, सीतापुर, हरगांव, लहरपुर, बिसवां, सेवता, महमूदाबाद, सिधौली, मिश्रिख, कुर्सी, रामनगर, बाराबंकी, जैदपुर, दरियाबाद, रूदौली, हैदरगढ़, मिल्कीपुर, बीकापुर, अयोध्या, गोसाईगंज, कटेहरी, टांडा, अलापुर, जलालपुर, अकबरपुर, बलहा, नानपारा, मतेरा, महसी, बहराइच, पयागपुर, कैसरगंज, भिंगा, श्रावस्ती, तुलसीपुर, गैंसड़ी, उतरौला, बलरामपुर, मेहनौन, गोंडा, कटराबाजार, कर्नेलगंज, तरबगंज, मनकापुर, गौरा, शोहरतगढ़, कपिलवस्तु, बांसी, इटवा, ड़ुमरियागंज, हरैया, कप्तानगंज,रुधौली, बस्ती सदर व महादेवा।
तीसरा चरण-11 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 59)
मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघटा, फरेंदा, नौतनवां, सिसवां, महाराजगंज, पनियारा, कैम्पियरंगज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, गोरखपुर देहात, सहजनवां, खजनी, चौरी-चौरा, बांसगांव, चिल्लूपार, खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, खुशीनगर, हाता, रामकोला, रुद्रपुर, देवरिया, पत्थरदेवा, रामपुर करखाना, भाटपुर रानी, सलेमपुर, बरहज, अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, निजामाबाद, फूलपुर पवाई, दीदारगंज, लालगंज, मेहनगर, मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना, मऊ, बेल्थरा रोड, रसड़ा, सिकन्दरपुर, फफेना, बलिया नगर, बांसडीह, बैरिया, जखनिया, सैदपुर, गाजीपुर, जंगीपुर, जहूराबाद, मोहम्मदाबाद तथा जमनिया।
चौथा चरण-15 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 56)
जगदीशपुर [सुरक्षित], गौरीगंज, अमेठी, इसौली, सुल्तानपुर, सदर, लम्भुआ, कादीपुर [सुरक्षित], सिराथू, मंझनपुर [सुरक्षित], चायल, फाफामऊ, सोरांव [सुरक्षित], फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा [सुरक्षित], कोरांव [सुरक्षित], बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मल्हनी, मुंगरा बादशाहपुर, मछलीशहर [सुरक्षित], मड़ियाहूं, जफराबाद, केराकत [सुरक्षित], मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदराजा, चकिया [सुरक्षित], पिंडरा, अजगरा [सुरक्षित], शिवपुर, रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, सेवापुरी, भदोही, ज्ञानपुर, औराई [सुरक्षित], छानबे [सुरक्षित], मिर्जापुर, मझवा, चुनार, मड़िहान, घोरावल, राबर्ट्सगंज, ओबरा तथा दुद्धी [सुरक्षित]
पांचवां चरण-19 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 56)
सवायजपुर, शाहाबाद, हरदोई, गोपामऊ [सुरक्षित], सांडी [सुरक्षित], बिलग्राम मल्लावां, बालामऊ [सुरक्षित], संडीला, बांगरमऊ, सफीपुर [सुरक्षित], मोहान [सुरक्षित], उन्नाव, भगवंतनगर, पुरवा, मलिहाबाद [सुरक्षित], बख्शी का तालाब, सरोजनी नगर, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पूर्व, लखनऊ मध्य, लखनऊ कैंट, मोहनलालगंज [सुरक्षित], बछरावां [सुरक्षित], तिलोई, हरचंदपुर, रायबरेली, सलोन [सुरक्षित], सरैनी, उंचाहार, कायमगंज [सुरक्षित], अमृतपुर, फर्रुखाबाद, भोजपुर, छिबरामऊ, तिरवा, कन्नौज [सुरक्षित], तिंदवारी, बबेरू, नरैनी [सुरक्षित], बांदा, चित्रकूट, मानिकपुर, जहानाबाद, बिंदकी, फतेहपुर, अयाह शाह, हुसैनगंज, खागा [सुरक्षित], रामपुर खास, बाबागंज [सुरक्षित], कुंडा, विश्वनाथ गंज, प्रतापगढ़, पट्टी तथा रानीगंज
*छठा चरण-23 फरवरी*
(विधानसभा क्षेत्र 49)
टुंडला [सुरक्षित], जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, सिरसागंज, कासगंज, अमांपुर, पटियाली, अलीगंज, एटा, मारहरा, जलेसर [सुरक्षित], मैनपुरी, भोगांव, किशनी [सुरक्षित], करहल, जसवंतनगर, इटावा, भरथना [सुरक्षित], बिधूना, दिबियापुर, औरैया [सुरक्षित], रसूलाबाद [सुरक्षित], अकबरपुर-रनिया, सिकंदरा, भोगनीपुर, बिल्हौर [सुरक्षित], बिठूर, कल्याणपुर, गोविंदनगर, सीसामऊ, आर्यनगर, किदवई नगर, कानपुर कैंट, महाराजपुर, घाटमपुर [सुरक्षित], माधौगढ़, कालपी, उरई [सुरक्षित], बबीना, झांसी नगर, मौरानीपुर, [सुरक्षित], गरौठा, ललितपुर, मेहरौनी [सुरक्षित], हमीरपुर, राठ [सुरक्षित], महोबा, चरखारी
सातवां चरण-28 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 68)
बेहट, नकुड़, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारन [सुरक्षित], गंगोह, कैराना, थाना भवन, शामली, बुधाना, चरथावल, पुरकाजी [सुरक्षित], मुजफ्फरनगर, खटौली, मीरापुर, सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर [सुरक्षित], किठौर, मेरठ कैंट, मेरठ, मेरठ दक्षिण, छपरौली, बड़ौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना, हापुड़ [सुरक्षित], गढ़मुक्तेश्वर, नोयडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद, बुलंदशहर, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर, खुर्जा [सुरक्षित], खैर [सुरक्षित], बरौली, अतरौली, छर्रा, कोइल, अलीगढ़, इगलास [सुरक्षित], हाथरस [सुरक्षित], सादाबाद, सिकंदरा राव, छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव [सुरक्षित], एत्मादपुर, आगरा कैंट [सुरक्षित], आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा ग्रामीण [सुरक्षित], फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद तथा बाह।

Wednesday, October 26, 2016

लखनऊ : शिवपाल ने खाली किया सरकारी आवास, पवन पांडे पार्टी से निकाले गए

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में तूफान अभी थमा नहीं है। शिवपाल और सीएम अखिलेश दोनों में कोई झुकने को तैयार नहीं है। ताजे घटनाक्रम में बुधवार को सपा के प्रदेश अध्‍यक्ष शिवपाल यादव ने मंत्री पवन पांडे को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया है। शिवपाल ने सीएम अखिलेश को पत्र लिखकर पवन पांडे को बर्खास्‍त करने को कहा है।

समाजवादी पार्टी में तूफान

रोज उठता है समाजवादी पार्टी में तूफान

समाजवादी पार्टी में तूफान नया शिगूफा छोड़ जाता है। बुधवार को जहां पवन पांडे को सपा से निकाला गया वहीं शिवपाल यादव ने अपना सरकारी आवास खाली कर दिया। सरकारी आवास से उनकी नेम प्‍लेट भी हटा दी गई है।
सीएम अखिलेश ने बुलाई थी बैठक
बुधवार को सीएम अखिलेश यादव ने अपने सभी विधायकों और युवा विंग के सभी सदस्‍यों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सीएम ने तीन नवंबर से शुरु हो रही रथयात्रा के बारे में मंत्रणा की।
मंगलवार को मुलायम ने की थी प्रेस कॉफ्रेंस
मंगलवार को मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लगा कि यादव परिवार और समाजवादी पार्टी में तूफान अब शांत हो गया है। हालांकि पार्टी सुप्रीमो सुलह का कोई फॉर्मूला नहीं निकाल पाए हैं। माना जा रहा है कि यादव परिवार के बीच की ये लड़ाई अब चुनावों में टिकट वितरण तक टल गई है। मंगलवार को हुई मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सूत्रों का मानना है कि अब अखिलेश कोई भी कठोर फैसला लेने नहीं जा रहे हैं।
प्रोफेसर रामगोपाल
‘पिता को बेटे की लोकप्रियता से जलन’
इस बीच रामगोपाल यादव ने एक बार फिर अपने भाई मुलायम सिंह यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव को अखिलेश की लोकप्रियता से जलन हो रही है. हर बाप चाहता है कि उसका बेटा आगे बढ़े लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। इससे पहले सोमवार देर शाम अखिलेश यादव ने अकेले जाकर मुलायम सिंह से उनके घर पर मुलाकात की। जबकि शिवपाल यादव सीएम अखिलेश के आवास पर करीब 1 घंटे तक इंतजार करते और फिर वापस लौट गए। मुलायम सिंह ने कहा कि 2012 में बहुमत मेरे नाम पर मिला।

अखिलेश के करीबी पवन पांडेय सपा से बर्खास्त, छिन सकता है मंत्री पद

pawan_pandeyब्रेक न्यूज ब्यूरो
लखनऊ. समाजवादी पार्टी (सपा) में उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर अखिलेश कैबिनेट के मंत्री पवन पांडेय को पार्टी से 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया गया। बर्खास्तगी के थोड़ी देर बाद ही प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की पूरी जानकारी मीडिया को दी।
मीडिया को जानकारी देते हुए शिवपाल ने कहा कि पवन पांडेय के खिलाफ गंभीर आरोप है। बता दें कि करीब दो दिन पहले एमएलसी आशु मलिक ने आरोप लगाया था कि पवन पांडेय ने उनके साथ मारपीट की है। ऐसे में यह भी तय माना जा रहा है कि आशु मलिक की शिकायत के बाद पवन पांडेय के खिलाफ ये कड़ी कार्रवाई की गई है। वहीं, शिवपाल ने बताया कि पवन पांडेय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के लिए सीएम अखिलेश को एक चिट्ठी भेजी जा चुकी है।
मंगलवार को मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लगा कि पार्टी और यादव परिवार में उठा तूफान अब शांत हो गया है। हालांकि, पार्टी सुप्रीमो सुलह का कोई फॉर्मूला नहीं निकाल पाए हैं। माना जा रहा है कि यादव परिवार के बीच की ये लड़ाई अब चुनावों में टिकट वितरण तक टल गई है। मंगलवार को हुई मुलायम सिंह यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सूत्रों का मानना है कि अब अखिलेश कोई भी कठोर फैसला लेने नहीं जा रहे हैं।

Monday, October 24, 2016

लखनऊ : मंच पर अखिलेश और शिवपाल भिड़े, दोनों में हाथापाई की नौबत आई


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में चल रही उथल-पुथल के बीच आज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आज बैठक बुलाई थी। खबर आ रही हे कि बैठक में मुलायम ने अखलेश और शिवपाल को गले लगवाया। लेकिन इसके बाद किसी बात को लेकर अखिलेश और शिवपाल आपस में भिड़ गए और दोनों में हाथापाई की नौबत तक आ गई। चश्मदीद के अनुसार, शिवपाल ने अखिलेश से माइक छीन लिया। शिवपाल ने अखिलेश से कहा कि क्यों झूठ बोलते हो? दोनों के बीच तीखी बहस हुई। सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को अलग किया।
इससे पहले बैठक में मुलायम ने अखिलेश को फटकार लगाते हुूए कहा कि तुम्हारी हैसियत ही क्या है, क्या अकेले जीत लोगे चुनाव? वहीं, उन्होंने शिवपाल और अमर सिंह का साथ दिया और उनकी तारीफ की। मुलायम ने अखिलेश को निशाना बनाते हुए कहा कि पद मिलते ही कुछ लोगों के दिमाग खराब हो जाते हैं। उन्होंने अखिलेश से कहा कि अमर सिंह को गाली देते हो। अमर सिंह का बचाव करते हुए कहा कि अमर ने उन्हें जेल जाने से बचाया था। अमर सिंह के उनपर बहुत एहसान हैं। उन्होंने कहा कि अमर मेरा भाई है। अमर और शिवपाल के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता।
मुलायम सिंह

मुलायम सिंह ने और क्या-क्या कहा

मुलायम ने अखिलेश से कहा कि शिवपाल चाचा है, गले लगो। उन्होंने दोनों को गले मिलवाया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े नेता मेरे सामने कुछ नहीं बोल सकते। जो आलोचना नहीं सुन सकता है वह नेता नहीं हो सकता है। मैं अभी कमजोर नहीं हुआ हूं। पार्टी में तनातनी से आहत हूं। अखिलेश के लिए नारेबाजी करने वालों से कहा कि कुछ लोगों ने चापलूसी को धंधा बना रखा है। ऐसा नहीं है कि नौजवान हमारे साथ नहीं हैं, एक आवाज पर कई खड़े हो जाएंगे। नारे लगाने वालों को क्‍या पता हम कैसे लड़े। नारेबाजी करने वालों को निकाल देंगे। शिवपाल को लेकर कहा कि वो जनता के नेता हैं उनके योगदान को नहीं भूल सकता। मैं और शिवपाल कभी अलग नहीं हो सकते। समाजवादी पार्टी टूट नहीं सकती। अंसारी की पार्टी को लेकर कहा कि वो अच्‍छी पार्टी है।
अखिलेश ने क्या कहा था
इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि मैं अपनी पार्टी क्यों बनाऊं। खबरों की मानें तो बैठक के दौरान अखिलेश भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि सपा मेरी पार्टी है, मैं कोई और पार्टी क्यों बनाऊं। अखिलेश आगे अपने पिता मुलायल से बोले कि नेता जी आपने ही कहा था कि अन्याय के खिलाफ लड़ना। अखिलेश ने इस्तीफे की पेशकश की। वहीं, अखिलेश ने कहा कि अगर नेता जी मुझसे इस्तीफा मांगते तो मैं दे देता। अखिलेश ने मुलायम से कहा कि हमारी छवी खराब हुई है। उन्होंने कहा कि आपने हमेशा जो कहा वो मैनें बर्दाश्त किया। इसके बाद अखिलेश ने मुलायम से कहा कि आपके दिल में क्या है मुझे बता दीजिए।
शिवपाल ने बैठक में क्या कहा 
अखिलेश के बाद अब शिवपाल यादव ने बैठक में बोलना शुरू किया। शिवपाल ने कहा कि नेता जी के साथ पार्टी के लिए मैंने भी बहुत संघर्ष किया है। क्या मैंने अच्छा काम नहीं किया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मैंने हमेशा नेता का हर आदेेश माना। मैं गांव-गांव साइकिल से गया, क्या मेरा कोई योगदान नहीं है। जीवन पर्यन्त पार्टी की भलाई सोची, उसके लिए कार्य करता रहा। शिवपाल ने पूछा- क्या मैंने अच्छे काम नहीं किए? उन्होंने आगे कहा कि इस दौरान मैंने हमेशा नेता जी का साथ दिया। पार्टी को यहाँ तक पहुँचाने में ख़ून पसीना एक कर दिया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोलते शिवपाल ने कहा कि मैं कसम खाकर कहता हूं, अखिलेश ने नई पार्टी बनाने की बात की थी। नेता जी के खून पसीने से ये पार्टी बनी है, जो दलाल है उन्हें पार्टी से बाहर करना पड़ेगा। एक फिर नेताजी को पार्टी का नेतृत्व संभाल लेना चाहिए। बैठक के दौरान इशारों-इशारों में उन्होंने मुलायम सिंह को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी। इस दौरान शिवपाल यादव अमर सिंह का बचाव करते नजर आये। उन्होंने कहा कि अमर सिंह से संबंधों को लेकर उन्हें कतई मलाल नहीं है।
मुलायम सिंह ने आज बुलाई थी मीटिंग
सपा दफ्तर के बाहर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई। समर्थक काफी आक्रोश में नजर आ रहें थे। वहीं सपा दफ्तर जाने से पहले शिवपाल यादव मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे चुके थे। दफ्तर के बाहर शिवपाल समर्थकों की नारेबाजी हुई। पार्टी दफ्तर के बाहर जुटे सपा कार्यकर्ता। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के समर्थक दफ्तर के बाहर जुटे हुए है। दोनों के समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहें हैं। दोनों के बीच मारपीट भी हुई। सपा कार्यालय के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, बवाल और विवाद की भी आशंका।

महोबा : केंद्र के पैसे लूटने में लगी है यूपी सरकार: मोदी

Modi
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महोबा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह 10 वर्ष में उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना देंगे। मोदी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड से लोग गुजरात काम के लिए जाते हैं। हमने उप्र में राजनीति बहुत देखी है। अब यहां पर विकास कराना है। इसके लिए सपा व बसपा को बाहर निकालिए।”
मोदी ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) व उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला।
मोदी ने कहा, “मध्य प्रदेश की सरकार अपने हिस्से के बुंदेलखंड में काम किया है। उन्होंने 45 हजार कुओं की योजना बनाई है और वहां की सरकार ने कुआं बनाने की योजना पूरी कर ली है। किसानों के लिए छह लाख टन अनाज संग्रह के लिए गोदाम का निर्माण कर दिया गया, लेकिन उप्र की सरकार केंद्र के सारे पैसे लूटने में लगी हुई है।”
उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को पशुपालन के क्षेत्र से जोड़ने का काम किया। लेकिन उप्र में हालत यह है कि पहले से मौजूद मंडियों में ताले लग गए हैं। यह हाल सपा और बसपा की सरकारों में हुआ है।”
उन्होंने कहा, “उप्र में भूमि सुधार के लिए कोई कार्यक्रम नहीं चलाया गया, बल्कि यहां जमीन हड़पने का कारोबार चल रहा है, जमीन हड़पने वालों को टिकट दिया जाता है।”
मोदी ने कहा, “उप्र में सपा और बसपा के बीच राज्य को लूटने का समझौता हुआ है। दोनों दलों की सरकारें बारी-बारी से पांच-पांच वर्ष राज करती हैं, लेकिन एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधे रहती हैं।”
उन्होंने कहा, “केंद्र में सरकार बनाए ढाई वर्ष हो गए, लेकिन आज तक भ्रष्टाचार का एक भी वाकया सामने नहीं आया। आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर उप्र को विकास के रास्ते पर ले जाना है तो सपा और बसपा की सरकारों को उखाड़ फेंकने का काम करना होगा।”
मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया, “इस दीपावली देश की रक्षा करने वाले हमारे वीर जवानों को शुभकामना संदेश भेजें।”
उन्होंने कहा, “आल्हा-ऊदल के साथ महाराजा छत्रसाल की धरती बुंदेलखंड के लोगों ने खून बहाया था। यह तो अनगिनत महानुभावों की धरती है। परिवर्तन की शुरुआत भी यहीं से होगी। सैनिकों ने अपनी जवानी हमारे लिए खपाई। बुंदेलखंड की धरती बड़ी खास है। यहां तलवार के करतब के साथ ही कलम की चेतना भी दिखाई देती है।” उन्होंने महोबा के महत्व पर प्रकाश डाला और 1857 के गदर में यहां के योगदान को अहम बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस पवित्र धरती पर लंबे समय से सूखा पड़ा है, अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है। अब हम यहां की तस्वीर बदलने में लगे हैं। मंत्री उमा भारती ने इस कार्य को संभाला है।” मोदी ने कहा, “नदियों को जोड़ने से फायदा होगा। अटल जी का सपना था। उमा जी ने इसे आगे बढ़ाया। इससे तालाबों व कुओं को भी फायदा होगा।”
इसके पहले मोदी खजुराहो से हेलीकाप्टर के जरिए कार्यक्रम स्थल पुलिस लाइन पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। मंच पर प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह और क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह भी थे।

बाराबंकी : ब्लॉक प्रमुख की कार से नकदी उड़ाई

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी शहर कोतवाली क्षेत्र में रजिस्ट्री कार्यालय के सामने खड़ी ब्लॉक प्रमुख की कार में रखी सवा दो लाख की नकदी टप्पेबाज उड़ा ले गए। कार में बैठे चालक से शीशा पर मोबिल होने की बात कहकर बदमाश अंदर रखी अटैची ले उड़े। अटैची में नकदी के साथ जरूरी कागजात भी थे। मामले की जानकारी पर पुलिस ने पड़ताल शुरू की है। एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है लेकिन अभी कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। समाजवादी पार्टी से हरख ब्लॉक की प्रमुख जकीरीरूलनिशा के पति मुख्तार अहमद शाह सोमवार की दोपहर किसी काम से सिविल लाइंस इलाके में स्थित रजिस्ट्री कार्यालय गए हुए थे। यहां पर प्रमुख की कार में उनका चालक परमेश गुप्ता उर्फ पांडेय बैठा था। इस बीच पहुंचे दो युवकों ने कार में सामने की तरफ मोबिल फेेंक दिया और चालक से कहा कार का शीशा गंदा हो गया है।

यह देख कार चालक कार से नीचे उतरकर शीशे का मोबिल ऑयल साफ करने लगा। इतने में ही मौका पाकर बदमाश कार में रखी अटैची लेकर भाग निकले। वापस लौटने पर जब ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि को इस बात का पता लगा तो उनके होश उड़ गए। जिसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।

ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने पुलिस को बताया कि कार में रखी अटैची में सवा दो लाख रुपये की नकदी व जरूरी कागजात रखे थे जो गायब हो गए है। पुलिस ने इस मामले में शक के आधार पर एक युवक को पकड़कर उससे पूछताछ शुरू की है। कोतवाल बीपी यादव का कहना है कि टप्पेबाजों ने जालसाजी कर यह काम किया है। कोतवाल ने कहा कि पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपी पकड़े जाएंगे।

Sunday, October 23, 2016

संभल : मुलायम के खास कहे जाने वाले पूर्व मंत्री अजित यादव BJP में शामिल

ब्रेक न्यूज ब्यूरो
संभल. यूपी चुनाव से पहले सत्ताधारी सपा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी मुलायम परिवार में मचा घमासान समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा था कि इसी बीच पार्टी के लिए एक बुरी खबर आई है। सपा के पूर्व मंत्री अजीत यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। ऐसे में सपा को संभल जनपद की गुन्नौर विधानसभा से तगड़ा झटका लगा है।
मुलायम सिंह के खास और समाजवादी सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके अजीत यादव उर्फ राजू यादव अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। हालांकि, उनके जाने की अटकलें पिछले काफी दिनों से लगाई जा रही थीं, लेकिन शुक्रवार को इसकी औपचारिक घोषणा हो गई।
बता दें कि संभल की गुन्नौर विधानसभा सीट अभी सपा के कब्जे में है और यहां से एसपी के रामखिलाड़ी यादव विधायक हैं। रामखिलाड़ी यादव बदायूं सांसद धर्मेन्द्र यादव के बेहद खास माने जाते हैं, इसलिए लाख कोशिशों के बावजूद जब उनका टिकट न कटवा सके तो अजीत सिंह उर्फ राजू यादव ने बीजेपी की और रुख किया है।
अमित शाह का दांव
गुन्नौर से अजीत यादव समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं और जब बीते चुनाव 2012 में इन्हें एसपी से टिकट नहीं मिला तो ये कांग्रेस चुनाव से लड़े थे और दूसरे नंबर पर रहे थे। चूंकि सूबे में अपनी जमींन मजबूत करने में जुटी बीजेपी भी लगातार दूसरे दलों से आए नेताओं का धड़ाधड़़ स्वागत कर रही है। वैसे भी टीम अमित शाह जिताऊ उम्मीदवार पर ही निशाना लगा रहे हैं।

सपा के कुछ बड़े नेता CBI केे डर से BJP में मिले: शिवपाल यादव


ब्रेक
न्‍यूज ब्‍यूरो
लखनऊ: अखिलेश मंत्रिमंडल से बर्खास्‍त होने के बाद सपा प्रदेश अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को प्रेस कॉफ्रेंस की। शिवपाल ने कहा कि बर्खास्‍तगी का असर नहीं पड़ता है। दुख है कि सीधा आरोप लगा दिया गया। चुनाव का वक्‍त है जनता के बीच जायेंगे। जनता के साथ चलेंगे। नेता जी ने मेहनत करके पार्टी को खड़ा किया है। नेता जी के नेतृत्‍व में चुनाव में जायेंगे।
शिवपाल ने कहा कि जनता समाजवादी पार्टी के साथ है। शिवपाल यादव ने सपा महासचिव रामगोपाल का नाम लिए बिना कहा कि सीबीआई के डर बीजेपी से पार्टी के बड़े़े नेता मिल गए हैं।

लखनऊ : अखिलेश समर्थकों ने जलाया अमर सिंह का पुतला

amar_singhब्रेक न्यूज ब्यूरो
लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव 2017 से ठीक पहले यूपी के सबसे बड़े सियासी घराने में जारी उठा-पटक जनता के सामने आ गई है। रविवार को यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने बड़ी कारर्वाई करते हुए अपने समर्थक-विधायकों की बैठक बुलाई। इस बैठक में शिवपाल समर्थकों को छोड़ करीब 415 नेताओं को बुलाया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल से शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को बर्खास्त करने का चुनावों से पहले सबसे बड़ा फैसला लिया। विधायकों के साथ हुई बैठक में अखिलेश यादव ने साफ शब्दों में यह कहा कि वो ही नेताजी के उत्तराधिकारी हैं।
डॉन मुख्तार अंसारी से पनपा विवाद
समाजवादी परिवार में बंटवारे की नींव जून महीने में ही पड़ गई थी। जब अखिलेश की मर्जी के खिलाफ जाकर शिवपाल ने बाहुबली मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का विलय कराया था। लेकिन सीएम अखिलेश को ये बात नागवार गुज़री और उन्होंने इस विलय का विरोध किया। इसके बाद विलय रद्द करा दिया गया। यहीं से चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के बीच मनमुटाव का सिलसिला जारी हो गया।
अमर सिंह को लेकर अखिलेश समर्थकों में गुस्सा
जुलाई महीने में नेताजी मुलायम सिंह यादव ने सीएम अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले जावेद आब्दी को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारणी से हटाकर अमर सिंह को पार्टी की कार्यकारिणी में शामिल करवाया था। जिसके बाद से अमर सिंह को लेकर अखिलेश समर्थकों में गुस्सा था। सपा में कौमी एकता दल के विलय से खफा आजम खान ने भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए अमर सिंह पर निशाना साधा था और उन्हें चोर तक कह डाला था। आज़म खान ने कहा था कि ‘जब मुख्यमंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया तो चोर खुद से क्यूं बोल पड़ा। चोर की दाढ़ी में तिनका क्यूं है। वो सफाई क्यूं दे रहे हैं।
कौन हैं मुख्तार अंसारी
बाहुबली मुख्तार अंसारी साल 1996 में बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2002 और 2007 में निर्दल प्रत्याशी के तौर पर जीत हासि‍ल की। मुख्तार अंसारी ने 2012 के चुनाव से पहले कौमी एकता दल का गठन किया। कौमी एकता दल के अध्यक्ष मुख्तार के बड़े भाई पूर्व सांसद अफजाल अंसारी हैं। इनकी पार्टी के समाजवादी पार्टी में विलय को लेकर ही समाजवादी पार्टी और यूपी के इस बड़े राजनीतिक घराने में पूरा विवाद पनपा।

लखनऊ : अखिलेश का विरोध करने वाले यूपी चुनाव हारेंगे: प्रो. रामगोपाल

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ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
लखनऊ: यूपी में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच सपा महासचिव प्रो रामगोपल यादव ने एक और लेटरबम फोड़ा है। प्रो रामगोपाल यादव ने सीएम अखिलेश यादव के समर्थन में खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में प्रो राम गोपाल यादव ने लिखा है कि सीएम अखिलेश यादव आप अागे बढ़ो, हम सब आपके साथ हैं।
प्रो रामगोपाल ने अपने पत्र में कहा है कि सुलह की बात करने वाले बेइमान है। सुलह करने वाले जनता को गुमराह कर रहे हैं। रामगोपाल ने अपने पत्र में लिखा है कि सीएम अखिलेश यादव के साथ वो लोग है जिन्‍होंने पार्टी के लिए खून बहाया, अपमान सहा। दूसरी ओर वे लोग हैं जिन्‍होंने हजारों करोड़ रुपए कमाया, व्‍यभिचार किया और सत्‍ता का दुरुपयोग किया।
उन्‍होंने आगे लिखा है कि जो अखिलेश का विरोध करेगा, चुनाव हारेगा। अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे। रामगोपाल ने सभी से अनुरोध किया रथ यात्रा को मिलकर सफल बनाएं। रथ यात्रा विरोधियों के गले की फांस है। इस फांस को और शार्प करना है।
बता दें कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व कद्दावर मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बीच चल रहा विवाद अब चरम की ओर बढ़ता दिख रहा है।
पार्टी की बैठक में शनिवार को अखिलेश यादव दूसरे दिन भी नहीं पहुंचे, जबकि शिवपाल ने स्वयं उन्हें आमंत्रित किया था। कार्यकारिणी की इस महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी नहीं आए। इस बीच शिवपाल ने अखिलेश समर्थक एमएलसी उदयवीर सिंह को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया।
दिनभर सपा में विभाजन की खबरें उड़ती रहीं, लेकिन शिवपाल के बेटे आदित्य यादव ने इन खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है, तथा अखिलेश कोई नई पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं।
दरअसल, उदयवीर ने मुलायम को पत्र लिखकर अखिलेश को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का आग्रह किया था। उदयवीर को अखिलेश का समर्थक माना जाता है।

गोंडा : युवती की हत्या,रेप की आशंका

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडाधानेपुर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव के मजरा मझरेती में शुक्रवार की शाम शौच को गई एक छात्रा की हत्या कर उसका शव गांव के बाहर झाड़ी में फेंक दिया। पुलिस ने छात्रा के पिता की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। धानेपुर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव के मजरा मझरेती के रहने वाले सिपाहीलाल ने बताया कि उसकी 15 वर्षीया बेटी गुड़िया राजापुर के एक निजी स्कूल में कक्षा छह की छात्रा थी। शनिवार की शाम करीब छह बजे वह अपने खेत की तरफ शौच के लिए गई थी, लेकिन काफी देर तक वह घर नहीं लौटी।

बेटी के न लौटने पर जब परिवारीजनों को शंका हुई तो लोगों ने उसकी तलाश शुरू की। सिपाहीलाल ने बताया कि पूरी रात वह परिवारीजनाें के साथ अपनी बेटी की तलाश करते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। सिपाहीलाल के मुताबिक शनिवार की सुबह उनके भाई की पत्नी सावित्री जब शौच के लिए गई तो गांव के बाहर लगी बांस की झाड़ियों के बाहर चप्पल व चुन्नी पड़ी दिखाई दी।

सावित्री ने जब आगे बढ़कर देखा तो बांस की झाड़ियों के बीच गुड़िया का शव पड़ा मिला। गुड़िया के कपडे़ अस्त-व्यस्त थे। सावित्री ने घर जाकर अपने परिवारीजनों को इसकी सूचना दी। छात्रा की हत्या की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के ग्रामीण जुट गए।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची धानेपुर थाने की पुलिस ने छात्रा के शव को बाहर निकला और पंचनामा कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मामले में छात्रा के पिता ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ धानेपुर थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...