ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमरोहा जिले में सर्दी का सितम जारी है, पिछले 24 घंटे में जिले में सर्दी कहर बनकर टूटी। इसमें शहर के मोहल्ला बगला के रिक्शा चालक की शनिवार को तबियत बिगड़ने के बाद सिर्फ 15 मिनट में मौत हो गई, जबकि देहात थाना क्षेत्र के गांव मझोला खुर्द के किसान की शुक्रवार रात तबियत बिगड़ गई। उसे दवा दिलाई गई मगर कोई फायदा नहीं हुआ। रात में किसान ने दम तोड़ दिया।
शहर के मोहल्ला बगला निवासी अकरम (45) पुत्र नोमान रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। शनिवार को भी वह कंपकंपाती ठंड में घर से निकला था। दोपहर करीब 12 बजे वह रिक्शा लेकर बड़ा बाजार से गुजर रहा था कि, बाबा गंगानाथ मंदिर के नजदीक पहुंचकर वह रिक्शे से सड़क पर गिर गया।
उसके गिरने पर भीड़ जुट गई। लोगों ने समझा कि शायद मिर्गी का दौरा पड़ा है, लेकिन करीब पंद्रह मिनट तड़पने के बाद रिक्शा चालक ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पुलिस भी आ गई और वहां से गुजर रहे मोहम्मद उमर पुत्र नन्हें नाम के व्यक्ति ने मृतक की पहचान अपने फुफेरे भाई के रूप में की।
परिजन बिना कानूनी कार्रवाई के शव को घर ले गए। परिजनों का रो रोकर बुराहाल था। वहीं देहात थाना क्षेत्र के गांव मझोला खुर्द में भूप सिंह (55) का परिवार रहता है। वह खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण पोषण करता था।
शुक्रवार शाम वह घर पर पशुओं को चारा डाल रहा था, अचानक ठंड लगने से उसकी तबियत बिगड़ गई और गांव के डाक्टर से दवाई ली, लेकिन स्वास्थ्य लाभ नहीं हो सका। रात किसी समय किसान ने दम तोड़ दिया। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। बिना कानूनी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कोहरे के आगोश में शहर, पारा ठिठुरा
अमरोहा। सर्दी का तेवर नर्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक दिन की मामूली राहत के बाद शनिवार को मौसम का मिजाज फिर गड़बड़ हो गया। शुक्रवार रात से दोपहर तक पूरा शहर कोहरे के आगोश में रहा।
इससे पारा लुढ़क गया। ठिठुरन और गलन से हाथ-पांव सुन्न रहे। सर्द हवाओं से बचने के लोगों के जतन नाकाफी साबित हुए। शाम ढलते ही फिर सर्दी के तेवर तल्ख हो गए। बाजार और मार्गों पर सन्नाटा पसर गया।
पिछले एक पखवाड़े से क्षेत्र में हाड़कंपा देनी वाली सर्दी पड़ रही है। ठंड से आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को ठंड से कुछ राहत मिली लेकिन शनिवार को फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया।
लोग रजाई से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। भीषण सर्दी में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। कोहरे के चलते सूर्य देव के दर्शन भी देर में हुए। इस दौरान भी सर्दी से बहुत राहत नहीं मिली। लोग जरूरी काम से ही बाहर निकले।
ट्रेन और बस यातायात प्रभावित हुआ
अमरोहा। कोहरे के चलते शनिवार को भी ट्रेनों की चाल बिगड़ी रही। जिससे यात्रियों को ठंड में स्टेशन पर बैठकर गाड़ी आने का इंतजार करना पड़ा। बसें भी लेट रहीं। लंबे रूट की बसें रात के बजाय सुबह डिपो पहुंचीं। कोहरे के कारण बसों की बिगड़ी चाल से रोजवेज की कमाई घट रही है।
एक दिन की सख्ती, दूसरे दिन फिर दिखाई मनमानी
कैलसा। डीएम वेद प्रकाश ने शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी स्कूल 23 जनवरी तक बंद रखने के आदेश जारी किए थे। पहले दिन ही आदेश पर अधिकांश निजी स्कूलों ने अमल नहीं किया।
दूसरे दिन डीएम की सख्ती के चलते स्कूल बंद रहे। तीसरे दिन कुछ स्कूल प्रबंधकों ने फिर मनमानी दिखाई। कैलसा क्षेत्र में कुछ निजी स्कूल खुले रहे। बच्चों को कंपकंपा देनी वाली सर्दी में स्कूल जाना पड़ा। अभिभावकों ने आदेशों का उल्लंघन करने वाले स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शहर के मोहल्ला बगला निवासी अकरम (45) पुत्र नोमान रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। शनिवार को भी वह कंपकंपाती ठंड में घर से निकला था। दोपहर करीब 12 बजे वह रिक्शा लेकर बड़ा बाजार से गुजर रहा था कि, बाबा गंगानाथ मंदिर के नजदीक पहुंचकर वह रिक्शे से सड़क पर गिर गया।
उसके गिरने पर भीड़ जुट गई। लोगों ने समझा कि शायद मिर्गी का दौरा पड़ा है, लेकिन करीब पंद्रह मिनट तड़पने के बाद रिक्शा चालक ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पुलिस भी आ गई और वहां से गुजर रहे मोहम्मद उमर पुत्र नन्हें नाम के व्यक्ति ने मृतक की पहचान अपने फुफेरे भाई के रूप में की।
परिजन बिना कानूनी कार्रवाई के शव को घर ले गए। परिजनों का रो रोकर बुराहाल था। वहीं देहात थाना क्षेत्र के गांव मझोला खुर्द में भूप सिंह (55) का परिवार रहता है। वह खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण पोषण करता था।
शुक्रवार शाम वह घर पर पशुओं को चारा डाल रहा था, अचानक ठंड लगने से उसकी तबियत बिगड़ गई और गांव के डाक्टर से दवाई ली, लेकिन स्वास्थ्य लाभ नहीं हो सका। रात किसी समय किसान ने दम तोड़ दिया। किसान की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। बिना कानूनी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कोहरे के आगोश में शहर, पारा ठिठुरा
अमरोहा। सर्दी का तेवर नर्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक दिन की मामूली राहत के बाद शनिवार को मौसम का मिजाज फिर गड़बड़ हो गया। शुक्रवार रात से दोपहर तक पूरा शहर कोहरे के आगोश में रहा।
इससे पारा लुढ़क गया। ठिठुरन और गलन से हाथ-पांव सुन्न रहे। सर्द हवाओं से बचने के लोगों के जतन नाकाफी साबित हुए। शाम ढलते ही फिर सर्दी के तेवर तल्ख हो गए। बाजार और मार्गों पर सन्नाटा पसर गया।
पिछले एक पखवाड़े से क्षेत्र में हाड़कंपा देनी वाली सर्दी पड़ रही है। ठंड से आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को ठंड से कुछ राहत मिली लेकिन शनिवार को फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया।
लोग रजाई से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। भीषण सर्दी में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। कोहरे के चलते सूर्य देव के दर्शन भी देर में हुए। इस दौरान भी सर्दी से बहुत राहत नहीं मिली। लोग जरूरी काम से ही बाहर निकले।
ट्रेन और बस यातायात प्रभावित हुआ
अमरोहा। कोहरे के चलते शनिवार को भी ट्रेनों की चाल बिगड़ी रही। जिससे यात्रियों को ठंड में स्टेशन पर बैठकर गाड़ी आने का इंतजार करना पड़ा। बसें भी लेट रहीं। लंबे रूट की बसें रात के बजाय सुबह डिपो पहुंचीं। कोहरे के कारण बसों की बिगड़ी चाल से रोजवेज की कमाई घट रही है।
एक दिन की सख्ती, दूसरे दिन फिर दिखाई मनमानी
कैलसा। डीएम वेद प्रकाश ने शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी स्कूल 23 जनवरी तक बंद रखने के आदेश जारी किए थे। पहले दिन ही आदेश पर अधिकांश निजी स्कूलों ने अमल नहीं किया।
दूसरे दिन डीएम की सख्ती के चलते स्कूल बंद रहे। तीसरे दिन कुछ स्कूल प्रबंधकों ने फिर मनमानी दिखाई। कैलसा क्षेत्र में कुछ निजी स्कूल खुले रहे। बच्चों को कंपकंपा देनी वाली सर्दी में स्कूल जाना पड़ा। अभिभावकों ने आदेशों का उल्लंघन करने वाले स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।







सिंह प्रभारी (स्वाट क्राइम ब्रांच) शामिल हैं