Saturday, March 19, 2016

महाराजगंज : खेत में नहर निकाली गई तो सामूहिक आत्मदाह करेंगे

पिपराखल्ली गांव के लोगों ने तहसील का घेराव कर नहर निर्माण को रोकने की मांग की। शुक्रवार को कांग्रेस नेता के साथ एसडीएम को ज्ञापन दिया। मांगे न पूरा होने पर गांव के लोगों ने आत्मदाह की भी चेतावनी दी। 

फरेंदा क्षेत्र पिपराखल्ली के रमाशंकर, प्रह्लाद, भोलेनाथ, राजेन्द्र, विश्वम्भर, प्रेम, रामेश्वर, पूर्णवासी आदि गांव वालों ने कांग्रेस के नेता वीरेन्द्र चौधरी के साथ तहसील परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरयू गंडक परियोजना के तहत शासन द्वारा नहर का निर्माण कराया जा रहा है। उससे गरीब किसानों के सामने भोजन का संकट आ जाएगा। गरीब व छोटे किसान, मजदूरों के खेतों से होकर नहर निर्माण का काम नहीं रोका गया तो खुदकुशी को मजबूर हो जाएंगे।

बाराबंकी :महिला के सामने ही पति का गला काट कर हत्या

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो बाराबंकी 
सुबेहा थाना के ग्राम किश्तीनगर मजरे सिंधियावा निवासी नंदलाल (47) पुत्र रामफेर रात में खाना खाने के बाद गांव के बाहर बने दूसरे घर पर सोने के लिए चला गया। साथ में पत्नी फूलकला भी थी।

गांव के बाहर बने घर के बाहर पड़ी दो चारपाइयों पर वह दोनों से गए। रात में ही वहां पहुंचे बदमाशों ने पहले  फूलकला को उसी की साड़ी से चारपाई से बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद बदमाशों ने फूलकला के सामने ही उसके पति की गला रेत कर हत्या कर दी।

बदमाशों के भाग जाने के बाद फूलकला ने चारपाई को हिलाने व चिल्लाने की कोशिश की। जिसकी आहट सुनकर थोड़ी दूरी पर सो रही नकछेद गौतम की पत्नी को कुछ भनक लगी तो वह मौके पर पहुंची तो वहां का नजारा देख उसके होश उड़ गए। उसने शोर मचाया और चारपाई में बंधी फूलकला के मुंह से आनन-फानन कपड़ा निकाल उसे खोला।

इसी बीच वहां पर ग्रामीण जमा हो गए। प्रधान ने हत्या की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा है। मृतक (नंदलाल) के पुत्र राकेश ने पुलिस को तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। थानाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने कहा तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच चल रही है।

महिला को भी दी जान से मारने की धमकी
फूलकला ने बताया कि चारपाई से बांधने के बाद बदमाश वहीं पर खड़े थे। शोर मचाने पर वह उसे भी जान से मारने की धमकी दे रहे थे। मुंह में कपड़ा होने और बदमाशों के वहीं खड़े रहने से वह बचाव के लिए शोर भी नहीं मचा सकी।

एसपी ने लिया घटना स्थल का जायजा
घर के सामने अधेड़ की हत्या के मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होेंने मौके पर लोगों से पूछताछ की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

मोबाइल व शराब की खाली शीशियों के सहारे हत्यारों की तलाश
जिस स्थान पर नंदलाल की हत्या हुई थी। वहीं से कुछ दूरी पर शराब की खाली शीशियां पड़ी मिली हैं। पुलिस शराब की खाली शीशियों व मृतक (नंदलाल) के मोबाइल फोन के सहारे हत्यारों तक पहुंचे के सुराग तलाश रही है। लोगों में मृतक (नंदलाल) की पुत्री के विवाह व ससुराल भेजने को लेकर पत्नी से विवाद होने की भी चर्चा है। जिसके कारण आए दिन दोनों में विवाद होते रहें हैं। थानाध्यक्ष ने सभी बिंदुओं पर जांच किए जाने की बात कही है।

बाराबंकी : बिना अनुमति फुंके भट्ठों पर एसडीएम ने की कार्रवाई

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी जिले में बिना अनुमति के संचालित हो रहे भट्ठों की जानकारी होने पर एसडीएम सिरौलीगौसपुर दमकल की गाड़ियों के साथ शनिवार शाम दरिगापुर व खुर्दमऊ गांव पहुंचीं। उन्होंने इन गांवों में चल रहे दोनों भट्ठे की चिमनियों में फायर ब्रिगेड की मदद से पानी डलवा दिया। एसडीएम गरिमा स्वरूप के इस कड़े कदम से दूसरे भट्ठा मालिकों में भी हड़कंप है।

जिले में अभी किसी भी भट्ठे को फूंकने की अनुमति नहीं मिली है। लेकिन कुछ भट्ठा संचालकों ने प्रशासन को चुनौती दे भट्ठे को फूंक दिया था। एसडीएम सिरौलीगौसपुर गरिमा स्वरूप ने इसे गंभीरता से लिया।

त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार शाम वह फायर ब्रिगे
ड के साथ हाजी ब्रिक फील्ड दरिगापुर व रजा ब्रिक फील्ड खुर्दमऊ पहुंची। फायर ब्रिगेड के साथ एसडीएम को आया देख भट्ठा मैनेजरों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। एसडीएम ने फायर ब्रिगेड कर्मियों को भट्ठों में लगी आग बुझाने का आदेश दिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा। तहसील प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई को देखने के लिए ग्रामीणों की भी भीड़ रही।

दूसरे भट्ठों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
जनपद में किसी भी भट्ठा मालिक के पास पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण विभाग की एनओसी नहीं मिलने के बाद भट्ठा संचालन की अनुमति जिला पंचायत या प्रशासन द्वारा नहीं मिली। इसके बावजूद जनपद के कई भट्ठा मालिकों ने हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए बिना प्रशासन की अनुमति के ही भट्ठों में आग लगवा दी गई है। इस मामले में डीएम अजय यादव ने कहा कि अभी किसी को भट्ठा चलाने की अनुमति नहीं है। बिना अनुमति फुंके दूसरे भट्ठों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।

अब तक अपनी आख कान बंद किये है एसडीएम हैदरगढ़
सिद्धौर (बाराबंकी)। तहसील हैदरगढ क्षेत्र के सिद्धौर व हरख ब्लॉकों में असदामऊ स्थित सीबीएफ  ब्रिक फील्ड व एसएमएल ब्रिक फ ील्ड पर एक सप्ताह पहले आग लगाकर ईंटों को पकाने का काम शुरू कर दिया गया है। करीमाबाद मलौली व इब्राहिमाबाद स्थित ईंट भट्ठा पर भी दस दिन पहले ही आग लगाई गई है।

कैसरगंज के पास भट्ठे में उठता धुंवा इस बात की गवाही दे रहा है आदमपुर कोटवा के पास दो ईंट भट्ठों पर आग लगाकर पकाने का काम चल रहा है। हैदरगढ़ के सुबेहा दतौली के स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत एसडीएम से की थी। मीडिया द्वारा भी मामला एसडीएम के संज्ञान मेें लाया गया पर उन्होंने डीएम से बात करने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया। एसडीएम हैदरगढ़ सुल्तान अशरफ ने भट्ठों की आग बुझवाना तो दूर जांच करने की भी जरूरत नहीं समझी।

यूपी में अगली सरकार बसपा की : मायावती

 बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को पार्टी की राष्ट्ीय कार्यसमिति की बैठक में इस बात का ऐलान किया है कि यूपी में अगली सरकार बसपा की बनेगी। ओपिनियन सर्वे अब खुलकर यह बात कहने लगे हैं। उन्होंने कहा कि बसपा को आम चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलेगा और सरकार बसपा बनाएगी।
बसपा कार्यकारिणी की बैठक में मायवती ने कहा है कि बीएसपी के सभी कार्यकर्ता देश में पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने व सर्वसमाज में, जनाधार को बढ़ाने तथा चुनाव में पार्टी का अच्छा नतीजा दिखाने के लिए जुट जाएं। उत्तर प्रदेश विधानसभा आमचुनाव के सम्बन्ध में अभी हाल ही में आये ताजा ‘‘ओपिनियन सर्वे’’ के बारे में कहा कि पंचायत चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने बी.एस.पी. को नम्बर-एक की पार्टी बनाकर उभारा है, उसके मध्यनजर रखते हुये बी.एस.पी. को इस बार यहाँ विधानसभा आमचुनाव में जरूर स्पष्ट बहुमत मिलेगा।
बसपा की राष्ट्ीय अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार, अपने पैतृक संगठन आर.एस.एस. की संक्रीण व जातिवादी विचारधारा पर चलते हुये, भारत को ‘‘हिन्दू-राष्ट्र’’ बनाने के क्रम में जनहित व देशहित को पूरी तरह से त्याग कर, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व अमन-चैन आदि जैसे जरूरी मुद्दों को पूरी तरह से भुला बैठी है। वास्तव में केन्द्र की भाजपा सरकार लोगों से जीने का व दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में से खासकर मुस्लिम समाज का संवैधानिक हक छीनने वाली गैर-कल्याणकारी सरकार बनती जा रही है।
केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार यहाँ बड़े-बड़े भ्रष्टाचारियों व कालाधन रखने वालों को हर प्रकार का सरकारी संरक्षण देने के मामले में, किसी भी प्रकार से कांगे्रस पार्टी से कम नहीं लगती है। बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने, नई दिल्ली में स्थित, बी.एस.पी. के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी व विभिन्न राज्यों से आये वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं उन राज्यों में तैनात केन्द्रीय संयोजकांे से, उनके राज्यों के पार्टी संगठन की तैयारी व सर्वसमाज में जनाधार को बढ़ाने के सम्बन्ध में विस्तार से प्रगति रिपोर्ट ली। साथ ही पार्टी के दिशा-निर्देंशानुसार पूरे तौर से सही काम करने वालों को सराहा व उसमें कमी पाये जाने वाले राज्यों को आवश्यक सुधार लाने का निर्देंश देते हुये उन्हें आगे ज़रूरी क़दम उठाये जाने की संभावना की चेतावनी भी दी।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों में विधानसभा के आमचुनाव हो रहे हैं। इन राज्यों में पार्टी ज़मीनी स्तर पर लगातार काम कर रही है, परन्तु वहाँ कुछ रिज़ल्ट पाने में थोड़ा समय लग सकता है। फिर भी जो लोग पार्टी की मानवतावादी विचारधारा से जुड़े हैं उनके व पार्टी हित को ध्यान में रखकर बी.एस.पी. ने उन राज्यों में अकेले ही अपने बल पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इन राज्यों के पदाधिकारियों के अनुरोध पर सुश्री मायावती जी ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करने हेतु कार्यक्र्रम को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय मुद्दों को लेकर अनवरत चल रहा बी.एस.पी. का ज़िला-स्तरीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम जारी रहेगा।
इसके साथ ही, इस मौके पर पार्टी प्रमुख सुश्री मायावती ने आज यह भी कहा कि कुछ मुठ्ठीभर धन्नासेठों व बड़े-बड़े पूँजीपतियों को छोड़कर, देश के लगभग सवा सौ करोड़ लोगों में से ख़ासकर करोड़ों गरीबों, मज़दूरों, किसानों व छोटे व्यापारियों आदि के ‘‘अच्छे दिन‘‘ लाने की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेरने के साथ-साथ उन पर महँगाई व टैक्स आदि का बोझ बढ़ाने व अनेकों प्रकार की नई-नई अन्य मुसीबतें थोपने से उत्पन्न व्यापक जनाक्रोश पर से लोगों का ध्यान हटाकर उन्हें गुमराह करने के लिये केन्द्र की भाजपा सरकार व उनकी समस्त सहयोगी संगठनें तरह-तरह से धार्मिक कट्टरवाद, आपसी घृणा व छद्म राष्ट्रवाद के संकीर्ण गैर-जनहित के मुद्दों को भड़काने का काम कर रही है

चाहे जहर खा लो, सीएम से भेंट नहीं होगी

लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे पुलिस आरक्षी भर्ती के तहत चयनित अभ्यर्थियों ने शनिवार को जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। फिलहाल,सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 के तहत चयनित हुए अभ्यर्थी पिछले काफी समय से अपनी नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी के तहत शनिवार को भी वो अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे और मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात कह रहे थे, लेकिन उनकी मांगें नहीं मानी जा रही थी, लिहाजा आज कुछ अभ्यर्थियों ने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश कर डाली।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि धरने के दौरान एसीएम प्रथम संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और उनसे बेहूदगी करने लगे। यही नहीं उन्होंने कहा कि चाहे जहर खा लो, मुख्यमंत्री से मुलाक़ात नहीं कराएंगे। इससे आहात होकर तीन अभ्यर्थियों अलोक यादव, संतोष कुमार और सुमित राजपूत ने जहर खा लिया।
गौरतलब है की पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 में 38192 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इसमें ट्रेनिंग पर भेजने के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड ने दो बैच बना दिए थे। पहले बैच में 20 हजार 166 अभ्यर्थी थे। इस बीच क्षैतिज आरक्षण में अनियमितता को लेकर अदालत में याचिका दायर हुई, जिसमें इस भर्ती पर रोक लगा दी गई थी। गत 16 नवंबर को हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर हटा तो पुलिस भर्ती बोर्ड ने पहले बैच के 12,678 अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेज दिया, बाकी लगभग साढ़े सात हजार अभ्यर्थियों को यह कहकर रोक दिया गया था कि आपका केस चल रहा है।

बलिया : फूड प्वाइजनिंग से 100 बच्चे बीमार, जांच के आदेश

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बलिया जिले के बेलहरी में फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आने से 100 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए है.बताया जा रहा है कि मीड-डे-मील का खाना खाने से सैकड़ों बच्चों की हालत बिगड़ गयी हैं.मौकें पर डाक्टरों की टीम बिमार बच्चों का इलाज कर रही है.वहीं बच्चे उल्टी और दस्त से परेशान हैं.
मामला बेलहरी के बहादुरपुर प्राथमिक विद्यालय का हैं जहां पर फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आने से 100 से अधिक बच्चे बीमार हो गए हैं.घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया.अनन-फनन में बिमार बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.मामले की गम्भीरता को देखते हुए डीएम ने जांच के आदेश दे दिए है.
जहां डाक्टरों की टीम बच्चों का इलाज कर रही है. बेसिक शिक्षाधिकारी जांच करने मौके पर पहुंचे हैं कि अखिर बच्चों को कौन सा भोजन दिया गया था.जिससे इतनी बड़ी संख्या में बच्चे बिमार पड़े है. बच्चों को स्थिति गम्भीर बनी हुई है

लखनऊ : प्रापर्टी डीलर को मारी गोली घायल, केजीएमयू में भर्ती

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ। शनिवार को बाइक सवार बदमाशों की फायरिंग से एक प्रापर्टी डीलर घायल हो गया। बदमाशों ने उस वक्त फायर किया जब वह घर लौट रहा था। उसे दो गोलियां लगी हैं। प्रापर्टी डीलर घायल हो गया और लोगों ने उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। इस मामले में कैंट पुलिस ने अभी तक कोई एफआईआर नहीं दर्ज की है। पुलिस प्रापर्टी डीलर के होश में आने का इंतजार कर रही है।

 प्रापर्टी डीलर घायल

प्रापर्टी डीलर घायल, केजीएमयू में भर्ती

प्रापर्टी डीलर घायल है और केजीएमयू में उसका ऑपरेशन किया गया। बताया जाता है कि कैंट स्थित दुर्गापुरी कॉलोनी निवासी 36 वर्षीय प्रापर्टी डीलर दिनेश पांडेय शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे किसी काम के सिलसिले में घर से निकले थे। लौटते वक्त घर से करीब 50 मीटर पहले उन्हें दो बाइक सवारों ने रोका। दिनेश की दोनों से कहासुनी होने लगी।  इसी बीच बाइक सवारों ने उन पर तीन फायर किए और वहां से भाग निकले। इस घटना में दिनेश को दो गोलियां लगीं, जिसके बाद उन्हें ट्रॉमा टू ले जाया गया। पीजीआई के पास बने ट्रामा सेंटर टू से उन्हें केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भेज दिया गया। उनका ऑपरेशन किया गया है।

यूपी मंत्रिमंडल में होगा बड़ा फेरबदल

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फिर एक बार अपनी कैबिनेट में छंटनी करने का मन बना लिया है। अखिलेश अपनी टीम में परफार्मेंस के आधार पर एक बार फिर फेरबदल कर जनता में सख्त सरकार का सन्देश देना चाह रहे हैं। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश सरकार में जल्द ही एक और कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो इस विस्तार मे जहां कुछ मन्त्रियों की छुट्टी तय है, वहीं अम्बिका चौधरी जैसे नेताओं की वापसी की सम्भावना है।
गौर करने की बात यह है कि इस विस्तार में कुछ मन्त्रियों को महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है, तो कुछ राज्यमन्त्रियों को दूसरे विभाग में भेजा जा सकता है। राजा भैया के बारे में कयास यह लग रहे हैं कि उनको उनके पुराने विभाग में वापसी कराई जा सकती है। जबकि खाद एवं रसद विभाग के राज्यमन्त्री हेमराज वर्मा को अन्य विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है।
इस फेरबदल में एमएलसी चुनाव के परिणाम के अनुसार मंत्रियों के कद बढ़ाये व घटाए जा सकते हैं। नए एमएलसी में से कुछ की ताजपोशी होने की सम्भावना है। कुछ के बारे में कयास लगाये जा रहे हैं कि वे मन्त्री बनकर मन्त्रीमन्डल की शोभा बढ़ाएंगे। उनमें से ज्यादातर मुख्यमन्त्री के कोर कमेटी के लोग हैं। इन पर मुख्यमन्त्री का भरोसा और विश्वास दोनों कायम है।
मुख्यमन्त्री के खासमखास लोगों में सुनील साजन, आन्नद भदौरिया, उदयवीर सिंह मुख्य हैं जिनको मन्त्रिमन्डल में जगह मिलने की सम्भावना ज्यादा है। साथ ही कुछ पुराने भरोसेमन्द राज्यमंत्रियों को कैबिनेट मन्त्री का तमगा लगाया जा सकता है उनमे नितिन अग्रवाल, अभिषेक मिश्रा और पवन पान्डेय प्रमुख हैं। इस फेरबदल में कुछ पुराने मन्त्रियों जिनकी शिकायतें ज्यादा हैं उनके पर कतरने की भी तैयारी कर ली गयी है। कुछ मन्त्रियों को मन्त्री पद से हटाकर संगठन का काम दिया जा सकता है।
हाल के एमएलसी चुनाव में सपा प्रत्याशियो के लिए भीतरधात कर हरवाने वाले मन्त्रियों और पदाधिकारियो के ऊपर गाज गिरनी तय है। वहीं कुछ अच्छे कार्य करने और अपने एमएलसी को जिताने वाले पदाधिकारियो को मुख्यमंत्री ने अच्छा काम देने की योजना बनाई हैं।
बीते तीन उपचुनावों में जिन दो जगहों पर पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है, वहां के मन्त्रियों और पदाधिकारियों को नुकसान हो सकता है। उपचुनावों में हुए नुकसान और आ रहे सर्वे पोल से घबराई सपा उन पुराने मन्त्रियों के बारे में भी सोचने लगी है, जिनको बर्खास्त किया गया था या फिर जिनको महत्वपूर्ण विभाग से महत्वहीन विभाग का कार्यभार दिया गया था। इनमे मुख्य रूप से राजा भैया भी हैं। राजा भैया की पुराने विभाग में वापसी कराई जा सकती है।
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता अम्बिका चौधरी की वापसी की भी सम्भावना है। साथ ही स्वतन्त्र प्रभार वाले विभाग में तैनात कई राज्यमन्त्रियों को हटाकर कहीं और समायोजित किया जा सकता है। वहीं खाद्य एवं रसद विभाग के राज्यमन्त्री हेमराज वर्मा को वर्तमान विभाग से हटाकर किसी और विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

कानपुर : छेड़खानी की शिकायत पर दबंग नेता ने पीड़िता के पिता को धमकाया

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
कानपुर में एक सपा नेता के बेटे ने एक छेड़खानी का विरोध करने पर 11वीं की छात्रा की जमकर पिटाई कर दी और छात्रा के कपड़े भी फाड़ दिए जिसके बाद पीड़ित छात्रा के परिजनों ने दबंग युवक की गिरफ़्तारी के लिए गोविन्द नगर थाने की दादा नगर फैक्ट्री चौकी का घेराव किया.
गोविंद नगर के विवेकानंद मलिन बस्ती के रहने वाले फैक्ट्रीकर्मी की पुत्री बीते शुक्रवार को स्कूल में एग्जाम देने के लिए गई थी.एग्जाम के दौरान जब छात्रा को प्यास लगी, तो वह पानी पीने के लिए क्लास से बाहर आई. जहां उसी स्कूल में पढ़ रहे सपा नेता राजनाथ यादव के बेटे ब्रजकिशोर ने छात्रा के साथ छेड़खानी कर दी.छात्रा ने जब इसका विरोध किया तो सपा नेता के दबंग बेटे ने छात्रा की पहले पिटाई की. इसके बाद उसके कपड़े फाड़ डाले.
स्कूल में मौजूद टीचर जब तक पहुंचते तब तक ब्रजकिशोर भाग निकला और उसके कपडे भी फाड़ दिए. सबसे बड़ी बात तो ये रही की दबंग युवक ने छात्रा को स्कूल परिसर के भीतर जा कर पीटा मगर स्कूल का कोई भी टीचर पिटाई करने वाले दबंग को पकड़ने की जहमत नहीं जुटा सका और दबंग युवक गली गलौज करते फरार हो गया.
बेटी रोते हुए घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी. परिजन दादा नगर पुलिस चौकी पहुंचे, जहां पहले से ही आरोपी छात्र का पिता राजनाथ यादव मौजूद था. सत्ता की धमक के चलते दादा नगर एसआई मामले को सुलह समझौते के लिए दबाव बनाया. जब छात्रा के पिता नहीं माने तो चौकी में ही सपा नेता ने गाली गलौज कर धमकाया.
गोविंदनगर इंस्पेक्टर एमपी श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रा की तहरीर पर ब्रजकिशोर के खिलाफ देर रात छेड़खानी और मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है. 

Friday, March 18, 2016

हरीश रावत ने निकाली भाजपा की हवा, बचाई सरकार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
उत्तराखंड में 24 घंटे पहले हरीश रावत सरकार को उड़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जो तूफान खड़ा किया था. शुक्रवार शाम होते-होते वह शांत होता दिखाई दिया.
हरीश रावत ने न सिर्फ भाजपा आलाकमान की रणनीति की हवा निकाल दी बल्कि एक बार फिर अपनी सरकार भी बचा ली.
इस पूरे मामले में जहां भाजपा की किरकिरी हुई. वहीं, हरीश रावत प्रदेश की राजनीति के ‘खली’ साबित हुए.
हाल ही में हरीश रावत ने स्वयं को उत्तराखंड का खली बताया था. बताया गया है कि हरीश रावत ने अपने सभी असंतुष्टों को शाम होते होते ‘मैनेज’ कर लिया है.
हालांकि सदन में अभी बजट को पास करने को लेकर चर्चा हो रही है. लेकिन, सूत्रों के हवाले से जो बात सामने आ रही है उसके मुताबिक़ भाजपा की रणनीति हवा निकल चुकी है. हरीश रावत सरकार को फिलहाल सुरक्षित माना जा रहा है.
क्या है विधानसभा की स्थिति
विधानसभा में कांग्रेस के 36, भाजपा के 28, निर्दलीय 03, बसपा के 02 और यूकेडी का एक विधायक है. कांग्रेस को अपने 36 विधायकों के साथ-साथ पीडीएफ (निर्दलीय, बसपा और यूकेड) के छह विधायकों का भी समर्थन हासिल है.
कांग्रेस की मानें तो उसे कुल 42 विधायकों का समर्थन हासिल है, लेकिन बहुगुणा गुट के छह विधायक खुलकर हरीश रावत के विरोध में हैं तो भाजपा सूत्रों का दावा है कि कम से कम कांग्रेस के दस असंतुष्ट विधायक भाजपा के संपर्क में हैं. उधर, पीडीएफ में भी, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए सतपाल महाराज के समर्थक कुछ विधायक, भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं

बीजेपी के 40 विधायकों के कट सकते टिकट

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी भाजपा में टिकट मिलने का नया नियम लागू होने से विधायकों में खलबली मच गर्इ है। इससे फिर से विधानसभा जाने का सपना देख रहे कर्इ विधायकों की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है क्योंकि भाजपा अध्यक्ष के नियम पर खरा नहीं उतरने पर उनका टिकट कट जाएगा।
विधानसभा चुनाव से पहले अक्सर नेताओं में टिकट को लेकर मारामारी शुरू हो जाती है। इससे बचने के लिए भाजपा ने इस बार टिकट बंटवारे के लिए नया पैतरा अपनाया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश में टिकट बांटने का खाका कुछ इस तरह तैयार किया है, जिससे 40 से ज्यादा विधायकों के टिकट कटने के आसार बन गए हैं।
सोशल मीडिया बना पैमाना
दरअसल, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सोशल मीडिया को उम्मीदवारी का पैमाना बना दिया है। मतलब, जो नेता सोशल मीडिया पर जितना सक्रिय होगा, उसका टिकट उतना पक्का होगा।
टिकट चाहिए तो दिखे प्रभाव
अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सभी छोटे-बड़े नेताओं को सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रहने की बात कही है। उन्होंने सबसे सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ने की बात भी की है।
25 हजार पर एमएलए व 50 हजार लाइक्स पर एमपी का टिकट
अमित शाह ने विधायकों को फेसबुक पर 25 हजार लाइक्स हासिल करने का फरमान सुनाया है, जबकि सासंदों के लिए ये आकड़ा 50 हजार निर्धारित किया गया है। बैठक में अमित शाह ने साफ कहा कि पार्टी की तरफ से टिकट बांटते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि अपने क्षेत्र में कौन सा नेता कितना लोकप्रिय है। इसका पता उसके फेसबुक पेज से लगाया जाएगा।
कर्इ विधायकों को छूट रहा पसीना
अमित शाह ने फेसबुक लाइक्स का जो पैमाना तय किया है, उससे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के 40 से ज्यादा विधायकों के टिकटों पर तलवार लटकती दिख रही है।
वरुण गांधी ने योगी व महेश शर्मा को पछाड़ा
गौतमबुद्ध नगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा का फेसबुक पेज डॉ. महेश शर्मा भाजपा के नाम से बना हुआ है। उनके पेज पर अब तक 1 लाख 69 हजार 777 लोगों ने लाइक किया है। वहीं, योगी आदित्यनाथ के फेसबुक पेज पर अब तक 3 लाख 39 हजार 92 लाइक्स हैं। ये महेश शर्मा के पेज से दोगुने हैं। जबकि वरुण गांधी इन दोनों से बहुत आगे हैं। उनके फेसबुक पेज पर अब तक 22 लाख 52 हजार 462 लाइक्स हैं। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले यूपी चुनावों में इन तीनों में से एक भाजपा का सीएम कैंडिडेट हो सकता है।
अब शुरू होगी नर्इ दौड़
कुछ विधायकों का फेसबुक अकाउंट सर्च करने पर उनके तीन से चार पेज देखने को मिले हैं, लेकिन उन पेजों के आंकड़े भी दम तोड़ते नजर आए। वहीं, पार्टी अध्यक्ष के फरमान के बाद अब नेताओं में सोशल मीडिया में ज्यादा एक्टिव होने की होड़ जल्द ही देखने को मिल सकती है।
सोशल मीडिया पर इन नेताआें का हाल
शहर- विधायकों के नाम- आंकड़े
मेरठ- संगीत सोम- 3,09,213 लाइक्स
मेरठ- लक्ष्मीकांत बाजपेयी- 2,962 लाइक्स
नोएडा- विमला बाथम- 4756 फेसबुक फ्रेंड
शामली- सुरेश राणा- 4992 फेसबुक फ्रेंड
मुजफ्फरनगर- कपिल देव अग्रवाल- 3351 लाइक्स
बरेली- राजेश अग्रवाल- 4448 फेसबुक फ्रेंड
कानपुर- सलिल बिश्नोई- 5000 फेसबुक फ्रेंड
बनारस- रविंद्र जायसवाल- 4334 लाइक्स
आगरा- योगेंद्र उपाध्याय- 1109 लाइक्स
मेरठ कैंट- सत्यप्रकाश अग्रवाल- 5000 फेसबुक फ्रेंड 

Thursday, March 17, 2016

यूपी : जल्द शिक्षक बनेंगे 26 हजार शिक्षामित्र CM ने दिया तोहफा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत 26 हजार से ज्यादा शिक्षामित्रों को भी जल्द ही सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया जाएगा।
इस बारे में राज्य सरकार कानून के विशेषज्ञों से भी राय ले रही है, ताकि सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस को देखते हुए कोई व्यवधान न पैदा हो।
राज्य सरकार अब तक 1 लाख 35 हजार 903 शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित कर चुकी है, जबकि 26107 शिक्षामित्र अभी समायोजन का लाभ पाने के लिए कतार में हैं। इन्होंने बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है।
हालांकि पिछले साल 12 सितंबर को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के समायोजन के फैसले को रद्द कर दिया था, मगर 7 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे दे दिया।
इस पर शासन ने समायोजित शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक का वेतन देने के आदेश जारी कर दिए। इसके बाद बाकी बचे शिक्षामित्र भी समायोजन की मांग करने लगे।
उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिल जाने के बाद जब पूरा वेतन दिया जा सकता है, तो बाकी बचे शिक्षामित्रों को भी समायोजित करने में कोई दिक्कत नहीं है।
शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार बाकी बचे शिक्षामित्रों को समायोजित करने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।
कानूनी विशेषज्ञों ने सरकार को राय दी है कि हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे ऑर्डर मिल जाने से इन शिक्षामित्रों को समायोजित करने में कोई दिक्कत नहीं है

दरोगा भर्ती में प्रदेश सरकार को झटका

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दरोगा व प्लाटून कमांडर भर्ती-2011 में क्षैतिज आरक्षण का लाभ नियमों के विपरीत देते हुए सामान्य श्रेणी में देने को गलत करार दिया है। कोर्ट ने कहा है कि क्षैतिज आरक्षण का लाभ वर्टिकल आरक्षण नहीं होता ऐसे में इस विशेष आरक्षित कोटे के अभ्यर्थियों को केवल सामान्य वर्ग में चयनित कर रखना अवैध है। कोर्ट ने पुलिस भर्ती बोर्ड व राज्य सरकार को विशेष कोटे की महिला, पूर्व सैनिक व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों को सामान्य व आरक्षित वर्ग में श्रेणीवार समायोजित करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने इसी के साथ क्षैतिज आरक्षण का लाभ सामान्य श्रेणी में देने तक दरोगाओं के चयन को निरस्त कर दिया है।
गलत चयन प्रक्रिया के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड पर 2.80 हजार हर्जाना
कोर्ट ने आरक्षण नियमों का पालन न करने पर राज्य सरकार व पुलिस भर्ती बोर्ड पर दस हजार प्रति याचिकाकर्ता कुल लगभग 2 लाख 80 हजार रूपये का हर्जाना लगाया है तथा प्रमुख सचिव गृह को हर्जाना राशि चार हफ्ते में महानिबंधक के समक्ष जमा करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने नये सिरे से श्रेणीवार समायोजन मेरिट सूची के आधार पर नीचे से करने का निर्देश देते हुए कहा है कि समायोजन से जो पद खाली रह जायेंगे वे अगली भर्ती में भरे जायेंगे। कोर्ट ने यह भी कहा है कि हर्जाना राशि को जवाबदेह भर्ती बोर्ड के अधिकारियों के वेतन से वसूली करने का भी आदेश दिया है।
यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीत कुमार ने आशीष कुमार पाण्डेय व कई अन्य याचिकाओं के 28 याचियों की याचिकाओं को स्वीकार करते हुए दिया है। 19 मई 2011 को 3698 दरोगा व 312 प्लाटून कमांडर की भर्ती का विज्ञापन निकाला गया था। जब परिणाम घोषित हुआ तो विशेष कोटे के अभ्यर्थियों को सामान्य वर्ग के कोटे में लाभ दे दिया गया। इस प्रकार 77 फीसदी सीटों का आरक्षण दे दिया गया। कोर्ट ने इसे शासनादेश व सुप्रीम कोर्ट के इन्द्रा साहनी केस के खिलाफ माना। कोर्ट का कहना था कि 50 प्रतिशत से अधिक पदों को आरक्षित नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि महिलाओं की विशेष श्रेणी को सामान्य व आरक्षित वर्ग में कोटे के तहत चयनित किया जाना चाहिए था। ऐसा न करना अनुच्छेद 162 का उल्लंघन है। महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गयी है। इसके तहत 740 महिलाओं की भर्ती होनी थी। 261 ही उपलब्ध थी जिसमें से 19 पिछड़े वर्ग व एससी में है। 242 महिलाओं को श्रेणीवार चयनित करना था।
कोर्ट ने कहा कि 261 महिलाओं में से 78 सामान्य, 173 पिछड़ा वर्ग, 10 एससी में चयनित करना था। ऐसा न कर सभी को सामान्य वर्ग में समायोजित करना गलत था। कोर्ट ने महिला अभ्यर्थियों को श्रेणीवार समायोजन का निर्देश दिया है। जो पद खाली होंगे उन्हें अगली भर्ती में शामिल किया जाए। कोर्ट ने 25 जून 15 की चयन सूची में विशेष कोटे को सामान्य कोटे में शामिल करने के आदेश को रद्द कर दिया है। जिन पुरूष अभ्यर्थियों के स्थान पर महिला या अन्य विशेष कोटे का चयन होगा ऐसा पुरूष अभ्यर्थियों का चयन निरस्त हो जायेगा

Wednesday, March 16, 2016

यूपी में 8 आईपीएस अफसरों के तबादले

आईपीएसब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने आठ आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। मंगलवार को सपा सरकार के चार साल पूरे होने पर सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि वह कानून व्यवस्था अब खुद देखेंगे। इस ऐलान को अभी 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि लखनऊ के डीआईजी समेत कई अफसरों का तबादला हो गया। पीएसी मुख्यालय में डीआईजी आरकेएस राठौर को लखनऊ का नया डीआईजी बनाया गया है।
तबादलों के क्रम में डीजीपी कार्यालय से सम्बद्ध देवेन्द्र कुमार चौधरी को डीआईजी पीएसी मुख्यालय, अनीस अहमद को एसपी हरदोई के पद से हटाकर सेनानायक 34 वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी, डीजीपी मुख्यालय से सम्बद्ध उमेश कुमार सिंह को एसपी हरदोई बनाया गया हैश्रीमती अलंकृता को 47 वीं वाहनी पीएसी गाजियाबाद से पुलिस अधीक्षक हापुड़ जबकि हापुड के पुलिस अधीक्षक योगेश सिंह को 47 वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद, हरीश कुमार को पीटीएस उन्नाव से डीजीपी मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है और पंकज कुमार को सीबीसीआईडी लखनऊ से पुलिस अधीक्षक पीटीएस उन्नाव बनाया गया है।

ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को मिलेगी राहत, सीएम ने दिए निर्देश

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी में ओलावृष्टि से किसानों की बरबाद फसल से गांवों में मचे कोहराम की गूंज मंगलवार को मुख्यमंत्री के चार साल पूरा होने के समारोह में सामने आई। दरअसल, किसी विधायक के साथ आए कुछ किसानों ने समारोह के दौरान आगे बढ़कर एक पर्चा मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों को पकड़ा दिया। यह आपाधापी होते देख मुख्यमंत्री का ध्यान भी उस पर्चे की तरफ गया तो उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों से वह पर्चा ले लिया। पर्चा पढ़ा तो अख‍िलेश ने उन किसानों को हाथ उठाकर आश्वस्त कर दिया।
समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव ने ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम बनाकर ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुई क्षति का विस्तृत आंकलन कराकर अपनी रिपोर्ट शीघ्र भेजें, ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है।
यादव ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी जिलाधिकारी ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को राहत प्रदान करने की कार्रवाई प्रारम्भ कर दें और इस कार्य में पूरी पारदर्शिता व सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को राहत पहुंचाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता पाई जाएगी, तो सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित किसानों के प्रति उत्पीड़नात्मक कार्रवाई न किए जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
33 फीसदी से अध‍िक नुकसान का आंकलन :
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सचिव एवं राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा आज कृषि फसलों की क्षति के सम्बन्ध में प्रदेश के सभी अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से वार्ता की गई। प्राप्त सूचनाओं के अनुसार जनपद बांदा, हमीरपुर, महोबाद, जालौन, फतेहपुर, गाजीपुर, जौनपुर, लखनऊ, सीतापुर, फिरोजाबाद, आगरा, अलीगढ़ एवं भदोही में 33 प्रतिशत या उससे अधिक फसलों की क्षति ओलावृष्टि के कारण हुई है। जनपद फतेहपुर द्वारा 25 करोड़ रुपए की क्षति का आंकलन भेजा गया है। बाकी ज‍िलों के लिए कृषि फसलों की क्षति का सर्वे कराकर विवरण शीघ्र भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं।

Tuesday, March 15, 2016

असफलता और निराशा का कार्यकाल बीता चार साल : कांग्रेस

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार मंगलवार को सत्ता में चार साल पूरे होने पर इसे समाजवादी विकास दिवस के रूप में मना रही है. जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर अधिकारीयों, जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अखिलेश सरकार द्वारा अब तक किये गए विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएं. लोगों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किये गए विकास कार्यों और पूरे हुए वादों को जनता के बीच रखा जाए ताकि इसका फायदा आगामी विधान सभा चुनाव में पार्टी को मिले.
जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी अपने उपलब्धियों को गिनाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है वहीं विपक्षी पार्टीयों ने समाजवादी पार्टी सरकार के पिछले चार साल के कार्यों को नाउम्मीदी और निराशा का साल बताया है. विपक्षी दलों के मुताबिक इन सालों में प्रदेश की कानून व्यवस्था धरासायी हो गयी जबकि लोगों में दहशत का माहौल है. अपराधी बेख़ौफ़ हैं और पुलिस का मनोबल भी गिरा है.
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सत्यदेव त्रिपाठी के मुताबिक ये चार साल असफलता, वादाखिलाफी और जनता की बदहाली के नाम रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश की कानून व्यवस्था गिरी है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है उससे साफ़ है कि सपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. त्रिपाठी ने कहा कि सपा सरकार के चार साल असफलता और निराशा का कार्यकाल रहा है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी इस मौके पर सरकार को कोसने में पीछे नहीं रहे. उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश के नेतृत्व में प्रदेश ने ख़राब क़ानून व्यवस्था का कीर्तिमान स्थापित किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आये दिन हत्या, रेप, लूट की वारदात हो रही है उससे प्रदेश क्राइम स्टेट बन गया है.
वाजपेयी ने कहा, ‘ये ऐसी सरकार है जो विकास का महज दावा करती है, केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों को लागू नहीं किया गया. बजट में प्रस्तावित फण्ड का महज 24 फ़ीसदी ही प्रयोग हुआ. यह वो सरकार है जो मौसम की मार झेल रहे किसानों की भी सुध नहीं ली. केंद्र की तरफ से मिली 2801 करोड़ की सहायता राशि भी नहीं बांटी गयी. ओलावृष्टि के लिए मिले 1300 करोड़ का भी प्रयोग नहीं हुआ.”
उन्होंने कहा इस सरकार में अनिल यादव और यादव सिंह जैसे भ्रष्ट अफसरों को संरक्षण देकर युवाओं के साथ खिलवाड़ किया गया. इस सरकार के चार साल नाउम्मीदी और भ्रष्टाचार का कार्यकाल रहा है.
बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी अखिलेश सरकार को नाकामी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला बताया

प्रतापगढ़ : वकील की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
प्रतापगढ़। जिले में नगर कोतवाली थाना क्षेत्र में वकील की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी हई। बताया जा रहा है कि वकील को जिस समय गोली मारी गई तब वह अपनी बाइक से कचहरी की तरफ जा रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
 हत्या
जानकारी के मुताबिक जवाहर लाल मिश्रा (50) वकील थे वह कचहरी जा रहे थे। इसी दौरान पल्सर सवार दो बदमाशों ने उनका पीछा किया और मौका पाते ही बाइक को ओवरटेक कर रोक लिया। इसके बाद वकील पर फायरिंग कर दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले वकील जवाहर मिश्र का बेटा संजीव मिश्र और भतीजे के ऊपर भी जानलेवा हमला हुआ था। हमले में संजीव घायल हुआ था, जबकि भतीजे की मौत हो गई थी। इस ममाले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है।

मूर्तियो वाली सरकार भी देख रही समाजवादी विकास : अखिलेश

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में मंगलवार को चार साल पूरे करने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान विकास के कई काम किए और कई चल रहे हैं। ये विकास कार्यक्रम पूरे होने के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि जनता और समाज में इस बात का मैसेज है कि हम अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा अब जमाना रिटर्न गिफ्ट का है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जनता उन्हें रिटर्न गिफ्ट जरूर देगी। इस मौके पर उन्होंने बिजली की दो परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के बाद कानून व्यवस्था में कमी को स्वीकार किया और कहा कि इसमें और सुधार लाया जाएगा।
मायावती को भी दिख रहा यूपी में विकास
इस मौके पर अखिलेश ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का नाम लिए बगैर कहा कि मूर्तियां लगाने वाली सरकार को भी अब समाजवादी विकास की भाषा समझ में आ गई है। इसलिए अब वो भी विकास की बात कर रही है। अब वो लोग कहते हैं कि यदि यूपी में सरकार बनेगी तो कोई मूर्ति नहीं लगाई जाएगी। सपा सरकार ने विकास किया इसे बसपा और भाजपा जानती है लेकिन इस मामले में बात नहीं करना चाहती।
अखिलेश ने कहा आॅफ लाइन हुआ विपक्ष
उन्होंने कहा कि विपक्षी हमारे द्वारा किए गए विकास को तो मानते हैं लेकिन वे उसकी बात करने की जगह कहते हैं कि कानून व्यवस्था खराब है। कानून व्यवस्था को अब अधिकारियों के साथ हम लोग भी माॅनिटर करेंगे। हमारे द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से अर्थव्यवस्था में बदलाव आएगा। इस बदलाव का फायदा सभी को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे विकास को देखकर कई विपक्षी आॅफलाइन हो गए हैं तो कुछ आॅउट आॅफ नेटवर्क हो गए हैं।
जनता ने आशीर्वाददिया तो 24 घंटे देंगे बिजली
अखिलेशने कहा कि हर गांव तक बिजली पहुंचाने में काफी मेहनत लगी। ये कोई आसान काम नहीं था। पुरानी सरकारों ने अगर ये काम पहले किया होता तो यूपी की तस्वीर ही कुछ और होती। आज हम बिजली के घंटे बढ़ाने की जगह 24 घंटे बिजली देत। यदि जनता ने फिर आर्शीवाद दिया तो हम 24 घंटे बिजली जरूर देंगे।इस मौके पर उन्होंने पाॅवर काॅरपोरेशन विभाग से संबधित किसी भी समस्या के लिए 1912 नम्बर की हेल्प लाइन सेवा की भी शुरूआत की।
आठ धार्मिक स्थलों को दी 24 घंटे बिजली
अखिलेश ने बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता के मुताबिक बने नए रोस्टर का बटन दबाकर चालू किया। इस मौके पर अलग-अलग आठ धार्मिक स्थलों पर 24 घंटे बिजली देने की घोषणा की। इसमें बाराबंकी का देवा, नजीबाबाद,वृंदावन, मथुरा, सारनाथ, कुछासा और श्रावस्ती के धार्मिक स्थल शामिल हैं। संभल का सतमौली गांव वो आखिरी गांव बना, जहां पहली बार बिजली पहुंची। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने समाजवादी सुंगध का भी लोकार्पण किया। इसमें ताजमहल, बनारस के घाट, रूमी गेट और कन्नौज की खुशबू शामिल है। मुख्यमंत्री ने अनपरा-डी की सातवीं यूनिट और सब स्टेशनों का भी लोकार्पण किया।
हम डेमोके्रटिक हैं
इस मौके पर जब उनसे पूछा गया कि आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है। उन्होंने कहा कि हम डेमोक्रेटिक और लिबरल हैं। जब सबकी सुनते हैं। 

बापू का शार्प शूटर गिरफ्तार, जाने- किस किस को उतारा मौत के घाट

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
जोधपुर जेल में बंद यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम के गवाहों की मौत की गुत्थी सुलझाते हुए गुजरात पुलिस ने शार्प शूटर कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया है. गुजरात एटीएस ने गवाही देने वाले तीन लोगों की हत्या का पर्दाफाश करते हुए कार्तिक के कई कारनामे उजागर किए हैं. गुजरात एटीएस के अनुसार कार्तिक ने आसाराम के खिलाफ आवाज उठाने वालों को हमेशा के लिए खामोश करने का बीड़ा उठा रखा था. आसाराम को भगवान मानने वाले कार्तिक पर तीन गवाहों की हत्या के साथ कई और लोगों पर जानलेवा हमले का आरोप है. पश्चिम बंगाल के रहने वाले कार्तिक ने आसाराम जेल में जाने के बाद अपना ठिकाना कई बार बदला. गवाहों की हत्या के लिए उसने गुजरात, बिहार और हरियाणा में रहते हुए हत्या की योजना बनाई और फिर उस घिनौने मकसद को अंजाम दिया. अगली स्लाइड में पढ़ें, शूटर कार्तिक ने 2014 में किसको मारी गोली?
आसाराम के शार्प शूटर कार्तिक ने 9 जून 2014 को राजकोट में आसाराम के वैद्य अमृत प्रजापति को गोली मारी थी. अमृत पहले आसाराम के आश्रम में ही रहते थे और बाद में उनके खिलाफ हो गए थे. अमृत की ओर से आसाराम के खिलाफ गवाई देने पर कार्तिक ने उनको मौत के घाट उतार दिया. अगली स्लाइड में पढ़ें, पिछले साल जनवरी में कौन बना शिकार?
शूटर कार्तिक ने जनवरी 2015 में आसाराम के राजदार उनके रसोइये अखिल की हत्या कर दी. अखिल की मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या की गई. बता दें कि उसने भी आसाराम के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी थी. आगे पढ़ें, कार्तिक का तीसरा शिकार बना कृपाल सिंह…
कार्तिक के सिर आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों की हत्या का भूत सवार था. अमृत प्रजापति और अखिल की हत्या के बाद जुलाई 2015 में उसने आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले 35 साल के कृपाल सिंह को निशाना बनाया. कृपाल सिंह की कार्तिक ने शाहजहांपुर में गोली मारकर हत्या कर दी. कृपाल सिंह ने ट्रांसपोर्ट कंपनी की लड़की द्वारा दायर केस में आसाराम के खिलाफ गवाही दी थी. आगे पढ़ें, कृपाल सिंह से पहले कार्तिक चूक गया था निशाना, बच गई थी महेंद्र की जान…
आसाराम के शूटर के निशाने पर एक और शख्स महेंद्र चावला भी था. पिछले साल मई में शूटर कार्तिक ने महेंद्र पर पानीपत में हमला किया था. हालांकि महेंद्र इस हमले में बच गया था. महेंद्र की हत्या के पीछे भी उसकी असाराम के खिलाफ बयानबाजी थी. महेंद्र न्यूज चैनल्स पर आसाराम के खिलाफ जमकर बोलते थे. यहीं नहीं 2014 और 2009 में कार्तिक ने आसाराम की खिलाफत करने वालों पर जानलेवा हमला किया था

रामपुर : अमिताभ व नूतन ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी निलंबित आइजी अमिताभ ठाकुर और पत्नी नूतन ठाकुर के खिलाफ रामपुर में लोगों को भड़काने का मुकदमा दर्ज किया गया है। इनके खिलाफ रामपुर से विधायक तथा नगर विकास मंत्री आजम खान के खिलाफ लोगों को धर्म व जाति के नाम पर भड़काने का आरोप है। अमिताभ व नूतन ठाकुर दो दिन पहले रामपुर आए थे। यहां पर एक बस्ती में इन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ ही आजम खां के खिलाफ बयान दिया था। अमिताभ ठाकुर ने कहा था कि उनका निलंबन मुख्यमंत्री के इशारे पर किया गया था और आजम खां वहां पर व्यक्तिगत कारणों से लोगों को परेशान करते हैं

Sunday, March 13, 2016

फ़ैजाबाद : मासूम के लिये इंसाफ,देवकली मार्ग जाम

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
फैजाबाद की निर्भया को इंसाफ दो के बैनर तले शुरू हुए इस आंदोलन में पीड़ित परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता दिये जाने, पीड़िता के शिक्षा-दीक्षा की सरकारी खर्च पर व्यवस्था किये जाने, आरोपी को फांसी दिलाने, पीड़िता को साहसिक संघर्ष के लिए वीरता पुरस्कार दिलाने, घटना के हर पहलुओं की सच्चाई समाज में सामने लाये जाने समेत पांच मांगें रखी गईं है।

बावजूद इसके अभी तक शासन-प्रशासन की ओर से न तो पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की घोषणा की गई और न ही अन्य मांगों पर कोई कार्रवाई हुई। इतना ही नहीं सिविल लाइन क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों व पीड़ित परिवार का हाल-चाल लेने में पुलिस-प्रशासन की ओर से कोताही जा रही है। इससे आक्रोशित समाज व स्थानीय लोग रविवार को दोपहर बाद सड़क पर उतर आये।

भीड़ ने देवकाली-बंनीगंज मार्ग जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।  रोड जाम की सूचना पर पहुंचे नगर कोतवाल व पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल लोगों को समझाने-बुझाने व रोड से हटाने की कोशिश की। बात न बनने पर दबाव बनाने की कोशिश की गई, तो प्रदर्शनकारियों से पुलिस की नोक-झोंक हुई।
मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दिए जाने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट वीके पांडेय मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन की ओर से ज्ञापन लेकर मांगों पर जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया।

इसके बाद आवागमन बहाल हो सका। हालांकि जाम से एक घंटे से ज्यादा आवागमन बाधित रहा। प्रदर्शन में गुलशन बिंदु, सुजीत जायसवाल, भारती सिंह, विशेष गुप्ता, सुमित मौर्या, अतिस श्रीवास्तव,सौरभ द्विवेदी समेत स्थानीय लोग शामिल रहे। सिटी मजिस्ट्रेट वीके पांडेय ने बताया कि ज्ञापन पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे।
रिपोर्ट : प्रभाकर यादव फ़ैजाबाद ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो

बाराबंकी : नवविवाहिता की मौत दहेज हत्या की रिपोर्ट

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी कुर्सी थाना क्षेत्र के गंगौली गांव निवासी विजय की पत्नी पूनम (23) की रविवार सुबह संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आस-पड़ोस के लोगों से जानकारी पाकर लखनऊ के सेक्टर एम आशियाना निवासी पूनम के पिता मुलायम शर्मा कुछ रिश्तेदारों के साथ गंगौली गांव पहुंचे।

उन्होंने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए पति समेत ससुराल के तीन लोगों के खिलाफ कुर्सी थाने में तहरीर दी। बताया कि, 15 जून 2015 को उन्होंने अपनी पुत्री पूनम की विजय से शादी की थी। ब्याह में काफी खर्च करने के बाद भी पूनम का पति व ससुराल के अन्य लोग आए दिन दहेज कम लाने का ताना देते हुए उसे प्रताड़ित करते थे।

मुलायम का आरोप है कि ससुरालीजनों ने पूनम को काफी पीटा था। इससे उसकी हालत बिगड़ने पर लखनऊ में इलाज कराया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पति समेत तीन लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है।

बारिश से इमारत ढही, एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत

यूपी के मेरठ में बारिश एक परिवार के लिए जानलेवा साबित हो गई। मेरठ के कुडी गांव में भारी बारि‍श के चलते एक दो मंजिला इमारत ढह गई। इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई।
जानकारी के अनुसार, हादसे में मारे गए पांचों लोग एक ही पर‍िवार के सदस्य हैं। दो लोग घायल भी हुए हैं। वहीं, इमारत के मलबे में कुछ और भी लोग फंसे हो सकते हैं

अखिलेश के सपने पर पानी फेर रहे शराब माफिया

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो मैनपुरी जिले में शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं। माफिया मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट समान पक्षी विहार क्षेत्र में शराब बनाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। पक्षी विहार की सीमा पर खुलेआम कच्ची शराब की भट्ठियां धधक रहीं हैं।
समान पक्षी विहार को मुख्यमंत्री देश के नक्शे पर लाने की जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं, लेकिन शराब बनाने वाले सीएम के सपने और उनकी मेहनत पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। समान पक्षी विहार और इसके आसपास के दो किलोमीटर क्षेत्र को विशेष ईको जोन में शामिल किया गया है। जहां पर शोर करना और आग जलाने पर प्रतिबंध है दोनों ही नियमों की धज्जियां उड़ाईं जा रही हैं।
समान पक्षी विहार की सीमा पर कच्ची शराब बनाने के लिए भट्ठियां जल रही हैं। ऐसे में यहां आने वाले हजारों की संख्या में सैलानी पक्षियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे पक्षियों की संख्या भी कम होती जा रही है।
खबर देने के बाद नहीं हो रही कार्रवाई
समान पक्षी विहार के रेंजर रमेश चंद्र ने बताया कि सामान पक्षी विहार की सीमा पर बड़े पैमाने पर शराब बनाने का काम चल रहा है। पुलिस को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सीएम की कोशिशों को पलीता
समान पक्षी विहार को देखने के लिए अब सैलानी पक्षियों के साथ-साथ पर्यटक भी आने लगे है। हाल ही में समान पक्षी विहार में कई विशेषज्ञ अध्ययन के लिए आए और उन्होंने इसकी तारीफ की। वही मुख्यमंत्री भी 6 जनवरी को इस समान पक्षी विहार का औचक निरीक्षण कर चुके हैं। मुख्यमंत्री इस समान पक्षी विहार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे है 

राजकुमारी डायरी से खुले व्यापारियों और नेताओं की रंगीन रातों के राज

मुजफ्फरनगर। राजकुमारी की डायरी से कई व्यापारी और सफेदपोश नेताओं की रंगीन रातों के राज का खुलासा हुआ है। अब इन सफेदपोशों के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है। बता दें कि कई रईसों के चेहरों से पर्दा तो पहले ही हट चुका है, लेकिन अब सैक्स रैकेट संचालिका राजकुमारी के व्हाट्स एप पर पुलिस को कई व्यापारियों के फोटो मिले हैं। एसपी सिटी विजय भूषण जांच डायरी के आधार पर कई व्यापारियों और नेताओं के नाम की जांच शुरू कर दी है।
एसपी के आदेश के बाद सैक्स रैकेट संचालिका राजकुमारी से संबंध रखने वाले कई रसूखदार लोगों की पोल खुलने जा रही है। एसपी ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं इस मामले में पूर्व सभासद राजीव मलिक का नाम आने पर उन्हें ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्य को पद हटा दिया गया है। साथ पूर्व सभासद से अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोटिस दिया गया है।
इस मामले में राजीव मलिक ने सफाई देते हुए कहा है कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है, न ही मकान से कोई वास्ता है। उसे विरोधियों द्वारा राजनीति कर फंसाया जा रहा है। माना जा रहा है कि संचालिका के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने के आदेश का सही तरह से पालन किया गया तो कई सफेदपोश व धन्नासेठों की पोल खुल सकती है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस पर आरोप लगने के बाद छवि साफ करने के लिए एसपी ने रैकेट संचालिका के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने के आदेश दिए हैं, ताकि स्थिति साफ हो सके।
दयानंद नगर से भी इसलिए ही भगाया गया
सूत्रों के मुताबिक सैक्स स्केंडल चलाने वाली राजकुमारी दयानंद नगर की बताया जा रही है। बताया जाता है कि वह पहले दयानंद नगर में भी चकला घर चलाने के लिए मशहूर हो गई थी, जिसके बाद वहां के लोगों ने विरोध करते हुए उसे वहां से भगा दिया था। इसके बाद दयानंद नगर के ही पूर्व सभासद रहे राजीव मलिक की कथित रूप से राजकुमारी से जान-पहचान हो गई। इसके चलते ही राजकुमारी को काकानगर में मकान मिला और उसने यहां भी वही धंधा शुरू कर दिया था।
ये है मामला
शहर की पॉश कालोनी काकानगर में संचालित हो रहे सेक्स रैकेट का 8 मार्च की रात पुलिस ने भंडाफोड़ किया था। पुलिस टीम ने घर में मौजूद पांच लोगों व रैकेट संचालिका सहित तीन महिलाओं को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था।छापेमारी के दौरान एकत्र सैकड़ों लोगों ने सफेदपोशों व पुलिस के रैकेट संचालिका से संबंध होने के आरोप लगाए थे।
यही नहीं, मौके पर मौजूद लोगों ने नगर के एक पूर्व सभासद राजीव मलिक को मकान मालिक बताते हुए उसका भी आना जाना लगे रहना पुलिस को बताया था। पहले तो पुलिस ने आरोपी राजीव मलिक के ऐच्छिक ब्यूरो सदस्य होने के कारण चुप्पी साध ली 

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