Saturday, July 8, 2017

फरेन्दा एसडीएम का स्थानान्तरण करने की मांग...महराजगंज से राम बहादुर की रिपोर्ट

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन ने डीएम को ज्ञापन देकर फरेंदा एसडीएम का तबादला और उप निबंधक कार्यालय को जिला मुख्यालय परिसर में स्थापित करने की मांग की गई। अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में उप निबंधक कार्यालय नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है। अगर उप निबंधक कार्यालय में जरूरी कार्य होता है तो सक्सेना चौक जाना पड़ता है।
अध्यक्ष गोरख नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि रेवन्यू बार एसोसिएशन लगातार एसडीएम फरेंदा के स्थानांतरण की मांग कर रहा है मगर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने अविलंब एसडीएम के तबादले की मांग की। 
इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष भागीरथी पटेल, कनिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, जितेंद्र लाल श्रीवास्तव, ऐनुद्दीन सिद्दीकी, देवेश नरायण तिवारी, कोषाध्यक्ष ब्रजेश कुमार पटेल, संयुक्त मंत्री सतीश पटेल, रामाश्रय पासवान, हरिओम शर्मा, श्याम सुंदर सिंह, शरदा प्रसाद श्रीवास्तव, इंद्रजीत चौरसिया, राकेश कुमार श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र पांडेय, सत्यप्रकाश पासवान, राकेश कुमार, आनन्द पांडेय, अंगद सिंह, रवीश चंद श्रीवास्तव, दीनानाथ यादव, कृष्ण प्रताप शर्मा, प्रेम प्रकाश शुक्ल अशोक प्रसाद श्रीवास्तव, राकेश बिहारी लाल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

महराजगंज : पात्रगृहस्थी में अपात्रों को मिले राशन कार्ड होंगे रद्द....राम बहादुर की रिपोर्ट

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज। जिले में अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड की जांच के लिए लगाई गई टीम की रिपोर्ट आ चुकी है। जांच के दौरान पात्र गृहस्थी में 556 कार्ड अपात्रों को मिले हैं। अब ये कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे। हालांकि कोई अंत्योदय कार्ड गलत नहीं नहीं मिला है। जांच के लिए लेखपाल, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी लगाए गए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद अब अपात्रों का राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।
जनपद में 3 लाख 78 हजार 826 कार्ड पात्रगृहस्थी के बने हैं। इनकी जांच में 556 कार्डशारक अपात्र पाए गए हैं। गठित टीम जांच कर रही है। अंत्योदय के 66 हजार 619 कार्डों में एक भी अपात्र को नहीं मिला है। 241 कोटेदारों के यहां पात्रगृहस्थी कार्ड का सत्यापन हो चुका है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में टीम जांच कर रही है। 
30 जून तक खाद्य एवं रसद विभाग को मिली रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ पात्र गृहस्थी राशन कार्ड में अपात्र मिले हैं। नगरीय क्षेत्र की बात करे तो घुघली में 31, निचलौल में 43, नौतनवां में 12, फरेन्दा में 12, महराजगंज में 9 और नगर पंचायत सिसवा में 9 पात्र गृहस्थी में अपात्र मिले हैं। वही ग्रामीण क्षेत्रो में घुघली विकास खंड क्षेत्र में 14, धानी, 24, निचलौल में 41, नौतनवां में 51, पनियरा में 38, परतावल में 45, फरेन्दा 39, बृजमनगंज में 35, सदर में 41, मिठौरा में 43, लक्ष्मीपुर में 34 और सिसवा ब्लॉक में 33 कार्डधारक अपात्र मिले हैं। इन सभी का कार्ड रद्द हो जाएगा। 
डीएसओ अमित कुमार तिवारी ने बताया कि जांच अभी चल रही है। 556 पात्र गृहस्थी में अपात्र मिले हैं। इनका राशन कार्ड रद्द हो जाएगा। योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को मिले। इसके लिए प्रयास जारी है। जांच टीम डोर-टू-डोर सत्यापन कर रही है।

पुलिस पर भरोसा जगाएगा छोटे पर्दे का ये बड़ा कलाकार, 'खाकी, एक वचन' की बात

actor aman verma in Amar Ujala Office.
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
छोटे परदे के बड़े कलाकार अमन वर्मा एक बार फिर मेजबानी करते दिखेंगे। खास बात यह है कि 10 जुलाई से शुरू हो रहे ‘खाकी, एक वचन’ में वे पुलिस तंत्र पर भरोसा जगाते नजर आएंगे। टेलीविजन पर अभिनय और मेजबानी का लंबा सफर तय करने वाले अमन वर्मा बृहस्पतिवार को ‘ब्रेकिंग न्यूज़(ब्रेक न्यूज़ इंडिया  ) ’ के लखनऊ कार्यालय में थे। अपने नए धारावाहिक के साथ ही उन्होंने अपनी अभिनय यात्रा पर विस्तार से बातचीत की, पेश है कुछ अंश...

सवाल - अमन जी, धारावाहिक में पुलिस की कैसी भूमिका होगी?

जवाब
 - हां, आजकल क्राइम शो काफी चल रहे हैं। ‘खाकी, एक वचन’ में भी एक-दो कड़ियों की कहानियां होंगी लेकिन यह दूसरे धारावाहिकों से अलग है। ज्यादातर ऐसे कार्यक्रमों में पुलिस की नकारात्मक छवि होती है। अक्सर दिखाया जाता है कि वे मामलों को हल नहीं कर पा रहे हैं या भ्रष्ट हैं। लेकिन इस धारावाहिक में पुलिस के नजरिए से कहानी कही गई है। इसमें दिखाया जाएगा कि पुलिस ने किस प्रकार मामले को हल किया, उन्हें किन परेशानियों से गुजरना पड़ा। कितने पुलिसकर्मियों की जांच या घटना के दौरान मौत हो गई। ऐसे बहुत सारे मामले हैं, जिनमें पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है। जब पूरा देश त्यौहार मनाता है वे अपनी ड्यूटी निभा रहे होते हैं।
सवाल -  लेकिन समाज में पुलिस की छवि बहुत अच्छी तो नहीं है?
जवाब -बिल्कुल नहीं है। इसी कारण हमने इस छवि को थोड़ा बदलने की कोशिश की है। कोई भी पेशा हो, उसमें अच्छे लोग भी होते हैं और बुरे भी। ज्यादातर मामलों में लोग पुलिस के पास देर से जाते हैं। हम लोगों को जागरूक भी करेंगे।

सवाल -  क्या यह सच्ची कहानियां होंगी?
जवाब -
बिल्कुल सच्ची कहानियां होंगी, सच्ची घटनाएं होंगी।

सवाल -  किन राज्यों की कहानियां होगीं?
जवाब -
 हमने उत्तर प्रदेश, बिहार के अलावा उत्तर भारत की कहानी अधिक ली है। पहली कहानी इलाहाबाद के ऑनर किलिंग पर आधारित है। चौथी कहानी लखनऊ की है।
सवाल - शायद आपकी रुचि भी सेना में रही है?
जवाब
 - मेरे पिता फौज में थे। मम्मी के भाई भी फौज में थे। मम्मी के पिता भी फौज में थे। तो मेरी पृष्ठभूमि सेना की रही है। जैसे फिल्मों में काम करने वाले लोग चाहते हैं कि उनके बेटे भी फिल्मों में काम करें, फौज वाले भी चाहते हैं कि उनके बेटे फौज में ही हों लेकिन मेरे जेहन में कुछ और था। मेरे व्यक्तित्व में एक पुलिस वाले जैसा कड़कपन है। मैंने पहले भी ‘शपथ’ किया है।

सवाल - आप लगातार मेजबानी कर रहे हैं। क्या आपको लगता है कि एक संचालक के तौर पर आपको मिली लोकप्रियता से अभिनेता के तौर पर आपकी प्रगति के लिए ठीक नहीं है?

जवाब
- ऐसा नहीं है। जब मैं मेजबानी करता हूं तो मैं चाहता हूं कि मेरा अपना व्यक्तित्व उसमें नजर आए जबकि जब मैं किसी धारावाहिक या फिल्म में अभिनय करता हूं तो मुझे जो भूमिका दी जाती है, मैं उसे करता हूं। मैं चाहता हूं ये दोनों आपस में मिलें न, हालांकि यह काफी मुश्किल है। मुझे दोनों ही पसंद है। कोई भी चीज जो थोड़ी अलग होती है, मुझे उसे करना अच्छा लगता है।
सवाल - छोटे परदे के आप बड़े कलाकार हैं। टीवी पर हमने आपको महत्वपूर्ण भूमिकाओं में देखा है लेकिन फिल्मों में आप प्राय: छोटी-छोटी भूमिकाओं में ही नजर आते हैं?

जवाब
 -जब मैं टेलीविजन की दुनिया में आया तो उस समय कई बड़े कार्यक्रम शुरू हुई थे। मुझे ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में भूमिका मिली और फिर कुछ महीनों में ‘खुल जा सिमसिम’ मिल गया। दो बड़े कार्यक्रम करते हुए मुझे लोकप्रियता मिली जबकि फिल्मों में उस तरह की भूमिकाएं नहीं मिली। वह टीवी का दौर था और मैं टीवी को फिल्मों के लिए मना नहीं कर सकता था।

सवाल - तीसमारखां के बाद भी आपकी फिल्में आईं, लेकिन चर्चा में नहीं रहीं?

जवाब
 - मैंने कुछ फिल्में कीं लेकिन वे छोटी फिल्में थीं। अब मैंने तय किया है कि फिल्मों में ऐसी भूमिकाएं करूंगा, जिसमें फिल्में भले ही छोटे बजट की हो लेकिन भूमिकाएं महत्वपूर्ण होनी चाहिए।

सवाल -  इधर कोई फिल्म आने वाली है?
जवाब
 -पिछले साल लखनऊ में दो फिल्मों का फिल्मांकन हुआ था। उनका नाम अभी तय नहीं है। उनमें से एक जल्द प्रदर्शित होगी। दो साल पहले एक ‘जेडी’ फिल्म की थी जो संभवत: सितंबर में प्रदर्शित होगी।
सवाल -  क्या खुद कोई फिल्म या धारावाहिक बनाने का विचार नहीं?
जवाब -
अभी तक तो बिल्कुल नहीं। यह बहुत मुश्किल काम है। मैंने ऐसा करने वाले अपने कुछ मित्रों का हाल देखा है।

सवाल-  आगे की कुछ और योजनाएं?
जवाब-
 एक लोकप्रिय चैनल का हिंदी चैनल आने वाला है। उसमें रामदेव पर एक कार्यक्रम आने वाला है, जिसमें मेरी भूमिका है।

सवाल -  आपने कई बार नकारात्मक भूमिकाएं भी की हैं?
जवाब -
 हां, कम से कम पांच धारावाहिकों और बागबान सहित कुछ फिल्मों में मेरी नकारात्मक भूमिका रही। मैं अगर 20 सालों से अभिनय कर रहा हूं तो इसकी वजह यही है कि मैंने नकारात्मक भूमिकाएं भी की हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो मैं एक ही तरह की भूमिका में टाइप्ड हो गया होता।

सवाल -  लखनऊ से आपकी बहुत तरह की यादें जुड़ी हैं?
जवाब -
 मेरे पिता फौज में थे और उनकी नियुक्ति लखनऊ में भी हुई थी। तब मैं शायद आठ-नौ साल का था। बाद में कई बार लखनऊ आना हुआ। मैंने लखनऊ को बदलते हुए देखा है। 15 साल पहले लखनऊ कुछ और दिखता था। फिर हाथी बने, फिर उन्हें ढंका गया।

अमरोहा :बिना सड़क बनवाए ही हड़प ली 3.50 लाख की रकम


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमरोहा : गजरौला। ब्लाक क्षेत्र के गांव भगवानपुर रहीमपुर में सड़क बनवाए बिना ही सड़क निर्माण दर्शाकर करीब साढ़े तीन लाख की धनराशि हड़पने का आरोप लगाया गया है। गांव के ही बीडीसी सदस्य ने पूरे प्रकरण में प्रधान, रोजगार सेवक व एपीओ की मिलीभगत का आरोप लगाया है। पोल खुली तो एपीओ द्वारा जांच के बाद गांव के ही दो लोगों को रिकवरी नोटिस थमाने की बात की जा रही है। 
गांव भगवानपुर रहीमपुर निवासी मोहम्मद इल्यास बीडीसी सदस्य है। करीब एक माह पहले मोहम्मद इल्यास ने ग्रामीणों के साथ सीडीओ व बीडीओ को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि गांव में बीस साल पुरानी करीब 120 मीटर की कच्ची सड़क को प्रधान व रोजगार सेवक की मिलीभगत से कागजों में पक्की दर्शाकर करीब साढ़े तीन लाख रुपये की रकम हड़प ली गई। कहा कि सड़क पर पहले तो मनरेगा द्वारा मिट्टी डालनी दिखाई गई, फिर इसके बाद इंटरलाकिंग की ईंटे बिछवाकर पक्की सड़क दर्शा दी गई। करीब साढ़े तीन लाख रुपये हड़प लिए गए। जबकि जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है। बीडीओ ने मामले की जांच एपीओ ब्रजभान व जेई को सौंपी। एपीओ व जेई ने मामले की जांच की। मामले में प्रधान व रोजगार सेेवक को जांच घेरे से अलग करते हुए गांव के ही दो लोगों को रिकवरी नोटिस जारी किए जाने की बात कही जा रही है। 

पूरा मामला संज्ञान में है। मामले की जांच एपीओ द्वारा कराई गई। जांच कार्य पूरा हो गया। इसमें दोषी दो लोगों से रिकवरी कराई जा रही है।
- राजीव कुमार वर्मा, बीडीओ गजरौला।

इस एक्ट्रेस की हॉटनेस के करोड़ो हैं दीवाने, देखें तस्वीरें

इस एक्ट्रेस की हॉटनेस के करोड़ो हैं दीवाने, देखें तस्वीरें

ब्रेक न्यूज़ डेस्क 
नई दिल्ली. अपनी हॉटनेस और खूबसूरत बदन के लिए मशहूर अमरीकी अभिनेत्री एरियल विंटर ने महज 16 साल की उम्र में ही करोड़ो लोगों को अपना फैन बना लिया है. इस हॉलीवुड अभिनेत्री का बोल्ड अंदाज और ड्रेसिंग सेन्स हमेशा सुर्ख़ियों में बना रहता है. 


एरियल विंटर के उत्तेजक कपड़े पहनने पर उनकी मां क्रिसौला भी आपत्ति जता चुकी हैं. हालाँकि इस पर विंटर काफी नाराज भी हुई थी. दरअसल विंटर अपनी मां से अलग रहती हैं और वो अपनी मां पर गलत व्यवहार का आरोप भी लगा चुकी हैं.

हैदराबाद : खून के आंसू रोती है तीन साल की यह मासूम


हैदराबाद : खून के आंसू रोती है तीन साल की यह बच्ची
टीम ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो


 उम्र तीन साल और नाम अहाना। आंखों से खून की लोर टपकती है। एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त यह बच्‍ची हैदराबाद की रहने वाली है। मासूम को जानलेवा होती जा रही इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए उसके पिता ने तेलंगाना के सीएम व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है। बच्‍ची के दुर्लभ रोग के बावत डॉ. सिरिषा के मुताबिक अहाना एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त है। इसे हिमेटीड्रोसिस (Hematidrosis) कहा जाता है। इसमें रोगी का पसीना और आंसू खून में मिलकर बाहर निकलता है। हालांकि इलाज शुरू होने के बाद अहाना की ब्लीडिंग में कमी आई है, लेकिन खून पूरी तरह रुका नहीं है। इसके लिए उसे और इलाज की जरूरत है। अहाना फिलहाल हैदराबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है। डॉक्टर ने कहा, "अहाना को मल्टीपल ट्रांसफ्यूजन और रेगुलर इलाज की जरूरत है। वह बच्ची है और इस बीमारी से उसकी फीजिकल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हुई है, बीमारी का परमानेंटली ठीक होना जरूरी है।" अफजल बताते हैं, "मेरी बेटी जब एक साल की थी, तब उसकी नाक से खून निकलना शुरू हुआ था। उस वक्त वह निमोनिया से पीड़ित थी। अहाना को हफ्ते में पांच बार इस दिक्कत की सामना करना पड़ता है। उसकी आंखों से खून निकलता है, वह बेहोश होने लगती है और दौरे पड़ने लगते हैं।"

योगी सरकार के इस फैसले के विरोध में उतरे बिजली इन्जीनियर्स

योगी सरकार के इस फैसले के विरोध में उतरे बिजली इन्जीनियर्स

 टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. बिजली इन्जीनियरों ने उप्र सरकार के जबरिया सेवानिवृत्ति की कोशिश का विरोध करते हुए मुख्य मन्त्री योगी आदित्य नाथ से अपील की है कि मुख्य सचिव द्वारा जारी किये गए आदेश को तत्काल वापस लिया जाए | बिजली इन्जीनियरों ने आरोप लगाया है कि कर्मचारियों की ज्वलन्त समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए ही नौकरशाही द्वारा जबरिया सेवा निवृत्ति का शगूफा छोड़ा गया है | बिजली निगमों में हड़ताल पर प्रतिबन्ध और जबरिया सेवानिवृत्ति आदेश कर्मचारियों में दहशत फैलाने की कोशिश है |  आल इण्डिया पावर इन्जीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे, उप्रराविप अभियन्ता संघ के अध्यक्ष जी के मिश्र, महासचिव राजीव सिंह एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम प्रकाश ने आज यहाँ जारी बयान में कहा कि जबरिया सेवा निवृत्त करने का कोई ठोस मापदण्ड नहीं है और यह पूरी तरह अन्यायपूर्ण व मनमानी प्रक्रिया है जिसका हर स्तर पर प्रबल विरोध किया जाएगा | उन्होंने कहा कि विगत में देखा गया है कि वार्षिक गोपनीय आख्या के आधार पर जबरिया सेवा निवृत्ति दी गयीं जिन्हे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया ऐसे में पुनः मुख्य सचिव द्वारा जारी किये गए आदेश से कर्मचारियों में दशत फैलाने की कोशिश की जा रही है जिससे वे अपने जायज हकों के लिए आवाज़ न उठा पाएं | बिजली इन्जीनियरों ने कहा कि वार्षिक गोपनीय आख्या लिखने का कोई आब्जेक्टिव आधार नहीं है ऐसे में अधिकतर वार्षिक गोपनीय आख्या व्यक्तिगत ख़ुशी और नाराजगी पर लिखी जाती हैं जिनके आधार पर जबरिया सेवानिवृत्त करना सरासर अन्यायपूर्ण है जिसका सशक्त प्रतिकार किया जाएगा | उन्होंने कहा कि पहले बिजली निगमों में हड़ताल प्र प्रतिबन्ध लगाना और अब जबरिया सेवा निवृत्ति के आदेश जारी करने से कर्मचारियों व् अभियंताओं में भारी गुस्सा है | यदि किसी को भी जबरिया सेवा निवृत्त करने की कोशिश की गयी तो इससे उत्पन्न होने वाली औद्योगिक अशान्ति के लिए सरकार जिम्मेदार होगी |


यूपी : चोरी करने वाले पेट्रोल पंप डीलरों को बचा रही कंपनियों पर भी गिरेगी गाज


Action to be taken against petrol pump dealers and their campanies.

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ : चिप व डिवाइस लगाकर पेट्रोल-डीजल चोरी करने वाले पंप डीलरों को बचाने में जुटी तेल कंपनियों को सहआरोपी बनाकर उनके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। चोर पंप डीलरों की डीलरशिप निरस्त कर एफआईआर दर्ज कराने से बच रही तेल कंपनियों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
डीएम के निर्देश पर एडीएम आपूर्ति आशुतोष अग्निहोत्री ने आईओसी, एचपीसी व बीपीसी के राज्य समन्वयक को पत्र भेजकर दोषी पंप डीलरों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर सख्त नाराजगी जताई है। साथ ही जल्द से जल्द केस दर्ज कराने को कहा है।
पत्र में लिखा गया है कि सिर्फ डीलरशिप अनुबंध निरस्त करने को कस्टमरों के साथ धोखाधड़ी कर रहे पंप डीलरों के लिए उचित दंडात्मक कार्रवाई नहीं माना जा सकता।
तेल कंपनियों को चेताते हुए लिखा गया है कि यदि पंप संचालकों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराने की कार्रवाई न हुई तो प्रशासन अपने स्तर से ऐसे पंप डीलरों के साथ ही संबंधित तेल कंपनी को भी पूरे मामले में सह आरोपी बना प्राथमिकी दर्ज कराएगा।बीते दिनों जब एसटीएफ ने जिला प्रसासन व आपूर्ति-बाटमाप विभाग के साथ मिलकर पेट्रोल पंपों की जांच शुरू की तो तेल कंपनियां भी हरकत में आईं। उन्होंने भी अपने स्तर से सात पंपों पर टैंपरिंग पकड़ी थी।इसमें आईओसी के चार, बीपीसीएल का एक व एचपीसीएल के दो पंप शामिल थे। जिला प्रशासन की जांच में गड़बड़ी में फंसे सभी 29 पंपों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि तेल कंपनियों ने सिर्फ पंप डीलरों का अनुबंध ही समाप्त किया।
एफआईआर से बचे हुए हैं सात पंप
तेल कंपनियों की मेहरबानी से साथ पंप डीलरों पर अभी तक केस दर्ज नहीं हुआ है। हालांकि कंपनी स्तर से इनके साथ डीलर अनुबंध खत्म किया जा चुका है।
इनमें आईओसी कंपनी का चिनहट सर्विस स्टेशन, सत्यम फिलिंग सेंटर, अलीगंज फिलिंग स्टेशन, मिश्रा फिलिंग सेंटर व स्टैंडर्ड फिलिंग स्टेशन, एचपीसीएल कंपनी के मोहनलालगंज स्थित मान फिलिंग स्टेशन व इटौंजा के शहीद हरी सिंह बिष्ट पंप और बीपीसीएल के आशियाना स्थित चंद्रा फिलिंग स्टेशन के डीलर शामिल हैं।

Thursday, July 6, 2017

बस्ती :खम्हरिया में डबल मर्डर से सनसनी...के.एन.पाठक की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 बस्ती : कलवारी थानाक्षेत्र के खम्हरिया गांव में बुधवार रात प्रेमिका को जिंदा जलाने उसके घर में पहुंचे युवक ने सास-बहू को चाकुओं से गोद डाला। यूपी-100 टीम की मदद से दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने दोनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रात को ही मौके पर एसपी, एएसपी, सीओ सहित अन्य अधिकारी अतिरिक्त फोर्स लेकर पहुंचे और लोगों से पूछताछ की। दोहरे हत्याकांड से क्षेत्र में सनसनी है। एहतियातन गांव में नगर व कलवारी थाने की फोर्स तैनात कर दी गई है। एसओ अवधेश राज सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मेराज के अलावा उसके दो भाई मुमताज व इम्तियाज, मां और चचेरे भाई अशफाक अहमद उर्फ पिंकू व घर के अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
खम्हरिया के हबीबुल्लाह का कहना है कि बुधवार रात रोज की तरह सब लोग खाना खाने के बाद उसकी मुमताज बेगम व मां हमीदुननिशा और बेटी सोने चली गई। रात में गांव का मेराज पीछे से दिवाल फांदकर घर में घुस आया और बेटी को जिंदा जलाने के लिए उसके ऊपर मिट्टी तेल उड़ेल दिया। आग लगाने जा ही रहा था कि वह चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर मुमताज व हमीदुनिशा दौड़कर उसे बचाने पहुंचीं तो मेराज ने दोनों पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला करना शुरू कर दिया। हबीबुल्लाह का कहना है कि जब वह पहुंचे तो दोनों लहूलुहान पड़ी थीं और आरोपी फरार हो चुका था। सूचना पाकर यूपी-100 टीम पहुंची। उसी गाड़ी से दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 
दो माह से मनमुटाव था 
- पुलिस का कहना है कि दो माह पहले मेराज उस लड़की को घर से भगा ले गया था। पिता ने तहरीर दी तो पुलिस दोनों को पकड़ कर थाने पर ले गई। बाद में पुलिस के सामने सुलह-समझौता हुआ कि मेराज गांव छोड़ देगा। तभी से दोनों पक्षों में मनमुटाव चल रहा था। 
रद्द होगा मेराज का पासपोर्ट 
डबल मर्डर का मुख्य आरोपी मेराज कहीं विदेश न भाग जाए, इसे रोकने के लिए पुलिस सक्रिय हो गई है। बृहस्पतिवार को इंटेलीजेंस विभाग में इसे लेकर खासी अफरातफरी रही। उससे संबंधित रिकार्ड खंगाले गए तो पता लगा कि कुछ दिन पहले ही उसने पासपोर्ट बनवाया था। उसे निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

सीतापुर हादसा: अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे पांच लोगों की मौत

many died in accident in sitapur

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
सीतापुर की लहरपुर कोतवाली इलाके के नेवादा गांव के पास एक भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों ने अपनी जान गंवा दी। दुर्घटना में ड्राइवर में घायल ड्राइवर ने दोपहर में दम तोड़ दिया वहीं एक की हालत नाजुक है।
 जानकारी के मुताब‌िक, इलाके के प्रति‌ष्ठित व्यवसाई अपने भांजे के अंतिम संस्कार में शामिल होने को लखीमपुर खीरी को जा रहे थे, उनके साथ पड़ोसी भी शाम‌िल थे। हादसे के शिकार लोग बोलेरो में सवार थे। बोलेरो के खड़े ट्रक में घुस जाने से ये हादसा हुआा।
बिसवां कोतवाली के मिरदही टोला निवासी इसरत अली सिददीकी (55) टिंबर व्यवसाई थे। सिददीकी पिछले पांच बरस से गुलजार शाह मेला कमेटी के अध्यक्ष भी है। बताते हैं कि इसरत के भांजा मोहम्मद शराफत का इंतकाल हो गया था।  
गुरुवार सुबह को ‌इसरत अली सिददीकी अपनी पत्नी वसीम फात्मा(53) व बेटी मसीरा उर्फ मोनी(22) व सल्तनत (27) व अपने दो पड़ोसी मोहम्मद निसार(40) व बाबू खां(57) बोलोरो से उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने को लखीमपुर खीरी जा रहे थे। 
रास्ते में लहरपुर मार्ग पर नेवादा गांव के समीप उनकी बोलेरो सड़क पर खड़े ट्रक में पीछे से घुस गई। इस हादसे में तीन लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया। जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया। नाजुक हालत को देख चिकित्सकों ने बेटी सल्तनत व ड्राइवर को लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ में ड्राइवर की भी मौत हो गई। मरने वालों में टिंबर व्यवसाई इसरत व उनकी पत्नी वसीम फात्मा, बेटी मसीरा उर्फ मोनी, पड़ोसी मोहम्मद निसार व बाबू खां की मौत हो गई।  घटना के बाद ट्रक भी वहां से भाग निकला। घटना की सूचना पाकर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। 

Tuesday, July 4, 2017

योगी कैबिनेट ने औद्योगिक विकास और निवेश नीति को दी मंजूरी

योगी कैबिनेट ने औद्योगिक विकास और निवेश नीति को दी मंजूरी
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभावन में कैबिनेट बैठक हुई. इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. बैठक के बाद यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि कैबिनेट बैठक में औद्योगिक विकास और निवेश नीति को मंजूरी मिली है.
वहीँ औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि यूपी औद्योगिक विकास निवेश और रोजगार प्रोत्साहन नीति 2017 को मंज़ूर किया गया है. हम रोजगार से इड्रस्टी को जोड़ेंगे. उन्होंने पूर्व की सपा और बसपा सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि विगत 15 वर्षो मे इंड्रस्टी पर ध्यान नहीं दिया गया है

इस HOT एक्ट्रेस का तथाकथित गौ रक्षकों पर फूटा गुस्सा, बताया हिंदू धर्म को 'पाखंडी'

इस HOT एक्ट्रेस का तथाकथित गौ रक्षकों पर फूटा गुस्सा, बताया हिंदू धर्म को
टीम ब्रेक न्यूज वेब डेस्क 

बॉलीवुड फिल्मों ये एक्ट्रेस काफी बोल्ड रोल्स करती हैं. आजकल ये हिंदू धर्म पर अपने विवादित ट्वीट्स के लेकर चर्चा में हैं. इनका एक परिचय और यह है कि यह रिटायर्ड नौसेना अधिकारी और रक्षा विशेषज्ञ चित्रापु उदय भास्कर की बेटी हैं.

हाल-फिलहाल में तथा-कथित गौरक्षकों द्वारा की गई हत्याओं पर स्वरा का गुस्सा ऐसा फूटा कि उन्होंने पूरे हिन्दू धर्म को ही पाखंडी बता दिया है. स्वरा ने यह ट्वीट अपने एक फालोअर की ट्वीट के जवाब में दिया है. 

इसके बाद तो जैसे लोगों का गुस्सा फूट पडा हो और ट्विटर यूजर्स ने भी अपनी हदें पार करते हुए स्वरा के ट्वीट पर बेहद ही आपत्तिजनक टिपण्णी कर डाली. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "जी हां! आपका वाला हिन्दु धर्म सिखाता है कि इनसानों का गला काटो, झूठ बोलो & गौ माता का चमड़ा export करो। #पाखंडी."




हालांकि, जिस ट्विटर यूजर ने उन्हें ट्वीट किया था, उसने स्वरा के एक ट्वीट के जावाब में लिखा था, "हमारा धर्म हमें जिहादी नहीं बनाता,ना यह सिखाता कि जिस का दूध पियों उसी का गला काट दो, गौ माता का गला काटने का मतलब है हिंदूत्व का गला काटना."


यह ट्वीट उसने स्वरा के उस ट्वीट के जवाब में किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, "हे अंध भक्तों! अपने धर्म के बारे में कुछ सीख भी लो!! गौ माता के नाम पर अगले बेगुनाह की जान लेने से पहले."





हिन्दू धर्म पर अपनी इस विवादित टिप्पणी के लिए स्वरा को ट्विटर फालोअर्स से ट्रोल होना पड़ा.

किसानों के खाते में पैसा न भेजने पर आठ लेखपाल सस्पेंड...गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा कृषि निवेश से संबंधित 7.62 करोड़ रुपये किसानों के अकाउंट में न भेजने पर लेखपालों को महंगा पड़ गया। डीएम राकेश कुमार मिश्र के निर्देश पर एसडीएम उतरौला ने सोमवार की देर शाम आठ लेखपालों को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। सभी लेखपालों से तीन दिन के अंदर जवाब तलब किया गया है। जवाब संतोषजनक न मिलने पर कठोर कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी गई है। 
उतरौला एसडीएम राम विलास राम ने बताया कि कृषि निवेश से संबंधित सात करोड़ 62 लाख रुपये की धनराशि किसानों के अकाउंट में विभिन्न समस्याओं के चलते निर्गत नहीं कर सके थे। किसानों के बैंक अकाउंट को आधार नंबर से न जोड़े जाने पर धनराशि नहीं भेजी जा सकी।

मामले को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। डीएम के निर्देश पर राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, रामदेव, राम निवास वर्मा, कृष्ण देव गुप्ता, राम नेवास शर्मा, रुपेश चंद्र, ओम प्रकाश श्रीवास्तव व मदन गोपाल श्रीवास्तव को एसडीएम ने सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड हुए सभी लेखपालों से तीन दिन के अंदर जवाब तलब किया गया है। जवाब संतोषजनक न देने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है

वादाखिलाफ़ी पर केंद्र को SC ने लगाई फटकार, दो हफ्ते में मांगा जवाब


वादाखिलाफ़ी पर केंद्र को SC ने लगाई फटकार, दो हफ्ते में मांगा जवाब
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र सरकार और आरबीआई को फटकार लगाते हुए निर्देश दिया है कि वो यह बताएं कि पुराने नोटों को जमा कराने वाले असली जमाकर्ताओं को नोट जमा कराने की इजाजत देंगे कि नहीं. कोर्ट ने दोनों को दो हफ्ते में फैसला कर बताने का निर्देश दिया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट एक महिला की याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें उसने कहा था कि वो नोटबंदी के वक़्त अस्पताल में थी और उसने बच्चे को जन्म दिया था इस वजह से वह तय समय सीमा पर पुराने नोट जमा नही कर सकी. इसके अलावा कुछ अन्य याचिकाएं भी हैं जिनमें कहा गया है कि वो मजबूरी के चलते रुपये नहीं करा पाए.सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि आपने वादा किया था कि जिन जमाकर्ताओं की वाजिब वजह है उन्हें पुराने नोट जमा करने की अनुमति दी जाएगी. आप इस वादे से पीछे नहीं हट सकते हैं. जो व्यक्ति ये सबूत देता है कि उसकी दिक्कत वाजिब है उसे जमा करने का मौका जरूर मिलना चाहिए.  गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के वक्त 30 दिसंबर 2016 तक प्रतिबंधित की गई करेंसी को बैंक में जमा कराने की डेडलाइन तय की थी. जिसके बाद रिजर्व बैंक ने कहा था कि पुरानी करेंसी को 31 मार्च तक रिजर्व बैंक में जमा किया जा सकेगा. हालांकि उसने रिजर्व बैंक में जमा कराने वालों को यह वजह बताने की शर्त रख दी थी कि क्यों उक्त करेंसी को 30 दिसंबर 2016 की डेडलाइन तक नहीं जमा कराया गया.


गोंडा : मनरेगा का लाखों रुपए डकार गए अवर अभियंता व सहायक लेखाकार...सुभाष सिंह की रिपोर्ट


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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा। मनरेगा में सर्वाधिक धन खर्च कर प्रदेश के सभी विकासखंडों में शीर्ष स्थान बनाने वाले कटरा बाजार विकास खंड में 22 लाख रुपये के अधिक की धनराशि के घपले का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी जेबी सिंह से मिले निर्देश पर इस मामले में खंड विकास अधिकारी ने अवर अभियंता व सहायक लेखाकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जिलाधिकारी जेबी सिंह ने बताया कि विकास ख्ंाड कटरा बाजार में क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत जगतापुर, बिरवा, भैंसहा, चयपुरवा, तिलका, गंडाही, लक्ष्मणपुर, पैड़ीबरा एवं उर्दी गोंडा में वित्तीय वर्ष 2015-16 में मनरेगा योजना के तहत कराये गये कार्यों के स्थलीय व अभिलेखीय सत्यापन के लिए उप जिलाधिकारी करनैलगंज अर्चना वर्मा के नेतृत्व में जिला विकास अधिकारी अनिल कुमार व अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग मंजूर आलम की सत्यापन के लिए एक टीम बनाई गई थी। सत्यापन के दौरान टीम ने पाया कि इन ग्राम पंचायतों में स्वीकृत कार्यों को अधोमानक, गुणवत्ताविहीन तथा आगणन के विरुद्ध कार्य कराया गया। सभी कार्यों की माप व एमबी अवर अभियंता धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने की। विकास खंड के सहायक लेखाकार बृजेश कुमार पाठक ने अवर अभियंता का आगणन गलत रहने की जानकारी होने के बावजूद भुगतान कर दिया। मुख्य विकास अधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देशन में कराये गये सत्यापन कार्यवाही की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुए विभागीय कार्यवाही किये जाने का निर्देश दिया। इस मामले में कटरा बाजार के खंड विकास अधिकारी रणविजय कुमार ने स्थानीय थाने में दोषी अवर अभियंता धीरेन्द्र बहादुर सिंह व सहायक लेखाकार बृजेश कुमार पाठक के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा-409 व 120बी तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत भैंसहा, तिलका और पूरे बहोरी में कराये गये कार्यों का सूचना बोर्ड भी मौके पर लगाये बिना ही धनराशि आहरित कर ली गयी, जिस धनराशि की वसूली सम्बन्धित ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी व अवर अभियंता से बराबर-बराबर करते हुए विभागीय कार्यवाही की जा रही है। गबन की गई धनराशि की सम्बंधित खंड विकास अधिकारियों/परियोजना अधिकारियों आदि से वसूली के लिए विभागीय कार्यवाही के आदेश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी के इस निर्णय से भ्रष्टाचार से लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया है। उन्होने कहा कि टीम बनाकर विकास कार्यों का सत्यापन आगे भी जारी रहेगा। साथ ही दोषी पाये जाने पर अधिकारी व कर्मचारी बख्शे नहीं जायेंगे।

महराजगंज : हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग.....रामबहादुर की रिपोर्ट

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज नौतनवां। प्राइवेट बस आपरेटर्स यूनियन ने सोमवार को अध्यक्ष सैयद मसूद अख्तर के नेतृत्व में सीओ एसके रवि को एक शिकायती पत्र सौंपते हुए दोषियों के विरूद्घ शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एक बस आपरेटर पर कुछ दिन पूर्व लोगों द्वारा जान लेवा हमला किया गया था। इस पर सीओ ने सदस्यों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। 
शिकायती पत्र में कहा गया है कि रविवार की सुबह लाठी डंडों से लैस दो दर्जन से ज्यादा लोग नगर के ठूठीबारी चौराहे पर स्थित मोटर यूनियन के कार्यालय पर पहुंचकर वहां पर मौजूद बस आपरेटर रामलखन को बिना वजह बुरी तरह से मारपीट कर घायल कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को देख हमलावर फरार हो गए लेकिन एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में पुलिस कामयाब रही परंतु अन्य आरोपियों को अभी तक गिरफ्तारी न होने पर आपरेटर्स यूनियन ने नाराजगी जताते हुए उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। आपरेटर्स यूनियन ने पुलिस क्षेत्राधिकारी को बताया कि उक्त हमलावर अभी भी जान माल की धमकी दे रहे हैं। इस दौरान रणजीत सिंह, ज्ञान प्रताप सिंह, हजारीलाल, जग्गू जायसवाल, मेराज अली, सैयद वसी अहमद, जयप्रकाश, झिनकाई, राकेश यादव, विनोद यादव सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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मारपीट की घटना में छह लोगों पर केस दर्ज
नौतनवां। नगर के ठूठीबारी चौराहे पर रविवार को एक बस आपरेटर के साथ हुई मारपीट की घटना में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने छह नामजद सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, जानमाल की धमकी सहित कई अन्य धाराओं के केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पीड़ित महेंद्रनगर निवासी रामलखन द्वारा पुलिस को दिए तहरीर में कहना था कि वह ठूठीबारी चौराहे पर अपनी बस में सवारी बैठा रहा था। उसी समय ग्राम सुकरौली के टोला गजरजोतिया निवासी मुन्नीलाल गिरी व उनके पुत्र कृष्ण मोहन, जगमोहन, दीपक, रूदल व उनका भांजा बिहारी व उनके साथ आए दो दर्जन अज्ञात लोगों ने मिलकर बस के गेट के सामने मारने लगे, जिसमें उसे गंभीर चोट आई। इसी बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई, जिसके बाद वे लोग भाग गए। एसओ श्रीधर पाठक का कहना है कि छह नामजद सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

BJP नेता ने चलती बस में महिला से बनाए शारीरिक संबंध, वीडियो वायरल

BJP नेता ने चलती बस में महिला से बनाए शारीरिक संबंध, वीडियो वायरल

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई. महाराष्ट्र में एक बीजेपी नेता पर चलती बस में महिला के साथ रेप करने का केस दर्ज किया गया है. महिला ने बीजेपी नेता पर आरोप लगाया है कि उसे नौकरी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया गया. महिला का यह भी कहना है कि बीजेपी नेता ने उससे शादी करने का वादा भी किया था. रेप का केस दर्ज होने के बाद आरोपी बीजेपी नेता रविंद्र बावनथड़े फरार है. वहीँ गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है.
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद ये मामला सामने आया है. इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि बीजेपी नेता चलती बस में एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बना रहा है. हैरानी की बात ये है कि इस बस में यात्री भी मौजूद हैं. ये पूरी घटना बस के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और किसी ने इसका वीडियो वायरल कर दिया. बताया जा रहा है कि ये घटना गडचिरौली जिले के चंद्रपुर इलाके की है


फैजाबाद : जमीन पर कब्जे की श‌िकायत लेकर पहुंचा फ‌रियादी, एसडीएम ने दी जान देने की सलाह

sohawal sdm advised plaintive to commit suicide instead of solving problem

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो ...........
तहसील द‌िवस पर फर‌ियाद‌ियों की भीड़

फैजाबाद के सोहावल इलाके में तहसील दिवस पर जमकर हंगामा हुआ। कई मामलों एसडीएम का बेतुका जवाब सुन फरियादी झल्ला गए वहीं एक फरियादी गुस्से में जान देने निकल पड़ा।
फरियादी की माने तो एसडीएम ने समस्या का समाधान करने के बजाय उसे जहर खाने की सलाह दे दी जिसके बाद वह गुस्से में जान देने निकल पड़ा। 

मंगलवार को तहसील दिवस पर कुल 225 मामले आए इनमें से 30 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कराया गया। हंगामा तब हुआ जब शेखपुर जाफर निवासी दलित श्यामलाल ने आप बीती सुनाई। उसने बताया कि विपक्षी कल्लू उसके खेत पर कब्जा किए है और शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही।  

श्यामलाल के मुताबिक, समस्या का समाधान करने के बजाय एसडीएम ने कहा, अपने खेत की रखवाली तक नहीं कर सकते हो तो मर जाओ। तुम्हें जीने का ‌अधिकार नहीं। इतना सुनते ही कई दिन से चक्कर काट रहा फरियादी आपा खो बैठा और चिल्लाता हुआ निकल पड़ा। वह फांसी लगाकर आत्महत्या की जिद पर अड़ गया तो वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। 

वहां मौजूद सिपाहियों ने उसे समझा-बुझाकर शांत किया और फिर से अधिकारियों के पास ले गए। उपजिलाधिकारी सोहावल अवधेश बहादुर सिंह से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, हमने कहावत सुनाई थी की जरस जोरू जमीन की जो रखवाली न कर सके उसे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।

योगी का नई लग्जरी कार लेने से इन्कार, बोले-अखिलेश की गाड़ी करूंगा इस्तेमाल

up cm adityanath yogi rejects proposal of getting new Mercedes suv
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने सरकारी पैसों से दो मर्सिडीज खरीदी थीं। वहीं मायावती एक करोड़ की लैंड-क्रूजर से चलती थीं लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इस फिजूलखर्ची से मना कर दिया है। 
राज्य संपत्त‌ि विभाग की तरफ से उन्हें मर्सिडीज बेंज की दो नई एसयूवी खरीदने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन सीएम का कहना है क‌ि उन्हें अखिलेश की गाड़ी से चलने में कोई दिक्कत नहीं है। 

योगी के करीबियों के मुताबिक सीएम दिखावे में यकीन नहीं रखते। उनका कहना है क‌ि जनता की मेहनत की कमाई मंत्रियों को इस तरह से उड़ानी नहीं चाहिए।

बता दें क‌ि सीएम बनने के बाद भी योगी सादगी भरा जीवन जीते हैं। उन्होंने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से लाल-नीली बत्ती हटाने का भी फैसला सबसे पहले लागू किया था। वहीं सीएम आवास पहुंचते ही उन्होंने एसी हटवाने के भी निर्देश दिए थे। वह तख्त पर बिना एसी के सोते हैं वहीं मेहमानों के लिए ड्राइंगरूम में एसी लगवा रखा है।

बता दें कि पिछली सरकारें फिजूलखर्ची के लिए सुर्खियों में रही हैं। अखिलेश ने चुनाव प्रचार के दौरान 5 करोड़ का मर्सिडीज रथ बनवाया था। वहीं वह खुद डेढ़ करोड़ की मर्सिडीज से चलते थे और मुलायम सिंह को भी एक मर्सिडीज भेंट की थी।

Monday, July 3, 2017

बाराबंकी : हत्या कर रेल ट्रैक पर फेंका युवक का शव




ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी। रामनगर थाना क्षेत्र के बुढ़वल स्टेशन के पास सोमवार की सुबह एक युवक का शव मिला। युवक के शरीर में सिर्फ गमछा था। इसके साथ ही उसके शरीर पर चोट के कई निशान देखे गए हैं। मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने युवक की हत्या कर शव को फेंके जाने की आशंका जाहिर की है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की है। 
बुढ़वल रेलवे स्टेशन के समीप सोमवार की सुबह खेत जाने के लिए निकले ग्रामीणों ने देखा कि युवक का शव रेल ट्रैक पर पड़ा है। इस बात को फैलते ही मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। इसकी जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने आस पास के लोगों से मृतक की पहचान करवाने का प्रयास किया लेकिन पता नहीं लग सका। पुलिस के मुताबिक मृतक की उम्र करीब 32 वर्ष होगी। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक का एक हाथ कटा था व उसके सीने में चोट के निशान थे जिससे उसकी हत्या करने के बाद शव फेेंके जाने की आशंका जताई जा रही है। युवक के शरीर में सिर्फ गमछा था और कोई कपड़ा नहीं मिला। एसओ लालता प्रसाद साहू का कहना है कि युवक की मौत किसी ट्रेन की चपेट में आने से हो गई है। एसओ का कहना है कि यह मामला हत्या का नहीं है। सीओ रामनगर अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता लग सकेगा। सीओ ने कहा पुलिस युवक की शिनाख्त कराने का प्रयास करने के साथ अन्य पहलुओं के बारे में जांच कर रही है।

Sunday, July 2, 2017

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी से मुलाक़ात के बाद सीएम योगी ने दिए रायबरेली कांड के जांच के आदेश



टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो लखनऊ. 
रायबरेली के इटौरा बुजुर्ग में पांच लोगों को बर्बरतापूर्वक ज़िंदा जला देने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने इस घटना के जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिवार वालों को पांच-पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायत देने की भी घोषणा की है. इस मामले में शनिवार को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और उनकी बेटी कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें घटनाके बारे में पूरी जानकारी दी. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और अराधना मिश्रा ने मुख्यमंत्री के सामने घटना से जुड़े अहम दस्तावेज पेश किए. उन्होंने मुख्यमंत्री को मृतकों के पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट के साथ घटना से जुड़े अहम् दस्तावेज दिए.इनमें घटना के सम्बन्ध में रायबरेली और राजधानी से प्राकशित समाचारपत्रों की कटिंग भी शामिल हैं. बता दें इस मामले में रायबरेली पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है. रायबरेली के एसपी गौरव सिंह ने घटना के तुरंत बाद गलत बयानी कर मृतकों केबारे में गलत जानकारी दी थी. उनके मुताबिक़ मृतक रोहित शुक्ला, ब्रिजेश शुक्ला, अनूप मिश्र, अंकुश मिश्र और नीरज शुक्ल फायरिंग करके भाग रहे थे. इसी दौरान उनकी सफारी एक बिजली के खम्बे से टकरा गई और बिजली का तार गिरने से उसमें आग लग गई, जिसके चलते उन तीनों की मौत हो गई. लेकिन पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट ने इस झूठ की पोल खोल दी. पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट और घटना के समय मृतकों के साथ सफारी में मौजूद मृतक के छोटे भाई प्रत्यक्षदर्शी देवेश शुक्ला के बयान ने इस जघन्य हत्याकांड की हकीकत सामने ला दी. देवेश दवारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक आपटा गांव के पास राजा यादव, कृष्ण कुमार यादव, प्रदीप यादव और पूर्व ब्लॉक प्रमुख शिवकुमार यादव समेत अन्य 3-4 लोगों ने उनकी सफारी पर फायरिंग शुरू कर दी. देवेश के मुताबिक़ हमलावरों ने बच्चा शुक्ल, अंकुश मिश्रा, अनूप मिश्रा को गाड़ी से बाहर निकालकर लाठियों से पीटकर अधमरा कर दिया. इसके बाद गाड़ी में आग लगा दी. झुलसने के कारण बच्चा, अंकुश, अनूप, रोहित शुक्ला और बृजेश शुक्ल की मौत हो गई. इस घटना में देवेश शुक्ल और वीरू पांडेय ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई. पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने बेरहमी के साथ रोहित शुक्ला और बृजेश कुमार शुक्ला की जान लेने से पहले उनके हाथ-पैर काट डाले थे. शव को जब पोस्ट-मार्टम के लिए भेजे जाते समय ये अंग गायब मिले. इस घटना में मारे गए एनी लोगों के या तो सिर की या चेहरे की हड्डी टूटी मिली. मृतक रोहित शुक्ला के सिर पर दाईं तरफ चोट, सिर पर बाईं तरफ फ्रैक्चर था. उसके दोनों पैर और एक हाथ बेरहमी से कट दिए गए थे. उसका शव सौ फीसदी जल चुका था. इसी तरह बृजेश कुमार शुक्ला के दोनों हाथ और पैर काट दिए गए थे, उसके सिर के पिछले हिस्से पर फ्रैक्चर और उसका भी शरीर सौ फीसदी जल चुका था.. अनूप मिश्रा के सिर सिर की हड्डी में फ्रैक्चर था. उसकी दाई जांघ पर गोली मारी गई थी. उसकी कमर पर लाठी की चोट के निशान थे थी. शरीर का पिछला हिस्सा जला था. इसी तरह पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट में भाष्कर मिश्रा उर्फ अंकुश मिश्रा के सिर पर फ्रैक्चर की बात सामने आई है. चेहरे के के नीचले हिस्से को बुरी तरह कूंचा गया था. इसके अलावा शरीर पर जले का निशान था और दायें पैर को धारदार हथियार से काटा गया था. नारेंद्र शुक्ला के चेहरे और सिर को ईंटों से कुचला गया था. उसके सिर और चेहरे की हड्डी टूटी मिली. उसके दाहिने कंधे पर घसीटने का निशान था. पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट पुलिस की शुरूआती थ्योरी को झुठलाते हुए बता रही है कि बेरहमी के साथ इन पांचों लोगों का कत्ल किया गया था.

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...