Saturday, September 9, 2017

आगरा : लड़कियों के साथ अय्याशी करते मिला SP का पेशकार, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें

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आगरा. सोशल मीडिया पर एक पुलिसकर्मी की अय्याशी की तस्वीरें खूब वायरल हो रहा है। इन तस्वीरों में यह पुलिसकर्मी दो लड़कियों के साथ अय्याशी करते नजर आ रहा है। यह पुलिसकर्मी आगरा के एसपी सिटी का पेशकार बताया जा रहा है। 
सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है तस्वीरें 
-वायरल तस्‍वीरों में कथित तौर पर सिटी एसपी का पेशकार प्रमोद कुमार दो युवतियों के साथ अय्याशी करते हुए दिख रहा है। 
-वह इन युवतियों को बारी-बारी से अपनी बाहों में लेकर शराब के पैग लगा रहा है।
-साथ ही आपत्‍तिजनक तरीके से युवतियों के अंगों को छू रहा है। 
लड़कियों को बता रहा है साली 
-हालांकि फोटो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मी ने दोनों युवतियों को अपनी साली बताया है। 
-लेकिन फोटो में दिख रही भावभंगिमाएं कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। 
-इस पूरे मामले में एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। 
-वहीं एसपी सिटी कार्यालय के पेशकार का कथित तौर पर बंद कमरे में दो अलग-अलग युवतियों के साथ अय्याशी करते हुए तस्‍वीरें वायरल होने के बाद डिपार्टमेंट में चर्चाओं का बाजार गर्म है। 

बलिया : मुस्लिम महिला को मोदी-योगी की तस्वीर बनाना पड़ा महंगा,ससुराल वालों ने घर से निकाला


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 बलिया. बलिया की एक मुस्लिम महिला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पेटिंग बनाई तो उसके ससुराल वालों को इतना नागवार गुजरा कि उसे घर से ही निकाल दिया. सुन कर चौंक गए न, ये मामला सिकंदरपुर थाना क्षेत्र का है जहाँ ससुराल वालों ने महिला को मात्र इस लिए घर से निकाल दिया क्योंकि उसने मोदी और योगी की पेटिंग बनाई थी. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की पेंटिंग बनाना ससुराल वालों को ऐसा अक्षम्य अपराध लगा कि पहले उसे बुरी तरह से मारापीटा गया, उसके बाद उसे घर से निकाल दिया. घर से बेदखल हुई महिला अब इन्साफ के लिए इधर से उधर भटक रही है. बताया जाता है कि उसका पति दूसरी शादी करने की फिराक में है. इस मामले में पीड़ित महिला ने पुलिस के पास मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़ित महिला नगमा परवीन (24) की शादी बसारिकपुर गांव निवासी हाजी सिराजुल खान के पुत्र परवेज खान के साथ 26 नवंबर 2016 को हुई थी. नगमा अपनी ससुराल में थी. नगमा पेंटिंग बनाने का हुनर रखती है. उसने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी की पेंटिंग बनाई तो ससुराल वाले नाराज़ हो गए. पेंटिंग पूरी होने पर उसने अपनी पेटिंग पति परवेज को दिखा दी थी. मोदी और योगी की पेटिंग बनाए जाने पर गुस्साए पति ने ससुराल वालों के साथ मिल कर उसे मारा-पीटा और पागल बता कर नगमा को उसके पिता शमशेर के घर वापस भेज दिया. पिता ने जब ससुराल वालों से पूछताछ की कि ससुरालियों ने नगमा को पागल बताया और उसके सबूत के तौर पर मोदी और योगी का पेटिंग दिखाई. शमशेर ने अपने दामाद को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माना तो वह अपनी बेटी नगमा को लेकर चले गए. बाद में जब नगमा को परवेज के जल्द ही दूसरी शादी करने की बात की भनक लगी तो वह दो दिन पहले ससुराल पहुंच गई, लेकिन ससुराल वालों ने उसे नहीं अपनाया और मारपीट कर घर से निकाल दिया. जिसके बाद शमशेर अपनी बेटी को लेकर पुलिस के पास गए और पूरी बात बताई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.

गरीबों ने गंवाई एक दिन की मजदूरी तो आने जाने में लगे 200 रुपये,लगी 25 करोड़ की चपत..गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा। जिला प्रशासन की एक नासमझी भरे कदम से जिले भर के करीब पांच लाख गरीबों को एक दिन में 25 करोड़ रुपये की चपत लगी है। मुख्य विकास अधिकारी की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास के लिए पैसा दिलाने के लिए सीधे मेला आयोजित कर उनसे आवेदन जमा कराने का नया प्रयोग करना उल्टा पड़ गया। जिले के दूर दराज से आये ग्रामीणों को आवास के लिए आवेदन जमा कर पाने की हशरत तो धरी ही रह गई उन्हें खाली हाथ लौट कर करीब 500 रुपये से अधिक गवांने पड़े हैं। गरीब तबके के लोगों ने एक दिन की जहां मजदूरी गंवाई है वहीं करीब 200 रुपये किराया आदि में खर्च किया है। ऐसे में करीब पांच लाख लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई का 25 करोड़ गवां दिया है। 
जिला प्रशासन खास कर मुख्य विकास अधिकारी की ओर से कई दिन पहले विकास भवन में प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत लोगों को आवास के लिए पैसा दिलाने के लिए विकास भवन में शुक्रवार को आवेदन जमा करने का ऐलान किया गया था। प्रधानमंत्री आवास खासकर गरीब लोगों को ही दिया जाना है। ऐसे लोग जिनका आज पक्का मकान नही है या फिर दो पहिया बाइक आदि नही। जाहिर से बात है कि आज के दौर में पक्का मकान न बनवा पाने वाला तबका मेहनतकश खेतिहर मजदूर है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजाना 250 रुपये से 300 रुपये तक मजदूरी पर काम मिलता है। इस तरह की मजदूरी में पुरूषों के अलावा महिलाएं भी शामिल हैं। सिर छिपाने के लिए छत मिलने की आस में विकास भवन भाग कर आये ग्रामीणों को आज की कमाई से भी हाथ धोना पड़ा। इतना ही नही इस योजना के लिए शहर से सटे पांच किलोमीटर से से लेकर करीब 70 किलोमीटर दूर दराज से लोग किसी न किसी साधन सवारी से किराया खर्च करके आये थे। सुबह ही घर से निकले भूखे प्यासे लोगों ने बाजार में जो उनके पास था खरीद कर खाकर अपनी भूख मिटाने की कोशिश। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 500 से 600 रुपये तक उनके खर्च हो गये। उन्हें कोई फायदा मिला नही बल्कि घर से गाढ़ी कमाई गंवा दी। छपिया ब्लाक से राम कुमार, बभनजोत सूे करम अली, मनकापुर से नीबर व खरगूपुर इलाके से आयीं दशरथा देई आदि का कहना था कि कि मिला कुछ नही घर में रखा पैसा भी खर्च हो गया। 
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अब बेगारी करने की बढ़ी चिंता 
गोंडा। कई गांव के लोगों को गांव के कुछ प्रभावशाली या मजबूत लोगों ने अपने पिकअप व टै्रक्टर ट्राली से लेकर आये थे। ऐसे लोगों के चेहरे पर अब उनकी बेगारी करने की चिंता झलक रही थी। कटरा बाजार व करनैलगंज क्षेत्र से वाहनों पर आये ग्रामीणों में रामानुज, अशर्फी, जुमई, रघुनाथ, रामरती देवी, झिनका ने बताया कि भईया लईकै आये हैं। लेकिन कुछ न कु छ हम्मय सबका उनहूं कय काम काज करैक ा परी। मोटरम तेल खर्च भा है तौ उनकय अहसान तौ हईये है।

खेत में लड़की के साथ हैवानियत , लोगों ने आंखे बंद कर ली

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
राजस्थान जयपुर अलवर आज सुबह जैसे ही खेत में लोग पहुंचे तो वहां लड़की का ऐसा हाल देखकर लोगों ने आंखें बंद कर ली। आसपास के लोगों को जब घटना का पता चला तो वहां मौके पर भीड़ जमा हो गई।
अलवर जिले के एमआईए थाना क्षेत्र इलाके में एक युवती की गर्दन रेतकर हत्या करने का मामला सामने आया है। युवती के साथ रेप के बाद हत्या की आशंका जाहिर की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, खूंटेटा कलां गांव के तोताराम गुर्जर के खेत में आज सुबह महिला का लहूलुहान अवस्था मे शव पड़ा मिला। इस पर स्थानीय लोगों में सनसनी मच गई। सूचना पर पुलिस अधीक्षक पारस जैन सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौका स्थल से सबूत जुटाए। मृतका की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। थानाधिकारी पवन चौबे ने बताया कि लड़की की हत्या गला रेतकर की गई है। युवती की कहीं दूसरी जगह हत्या कर शव को यहां पटका गया है। पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।

लोगों को झूठे आरोपों में फंसा कर लूटते थे ये पत्रकार


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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. तेलीबाग़ में तीन पत्रकारों को वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है. यह तीनों पत्रकार कुम्हार मंडी में गरीबों की झोपड़ियों पर बुल्डोजर चलवाने की धमकी देकर उनसे वसूली करने गए थे. शिकायत पर पुलिस ने शुक्रवार शाम को इन तीनों पत्रकारों के साथ दो महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया है. इनपर आरोप है की यह पहले भी वृन्दावन कॉलोनी में रहने वाली औरतों पर सेक्स वर्कर होने का आरोप लगाकर उनसे 12 हजार रुपये लूट कर भाग गये थे.
क्या है मामला ?
घटना का शिकार हुई कुम्हार मंडी में रहने वाली रूपा ने बताया कि शुक्रवार शाम को 2 युवतियां और 3 युवक इनोवा कार में बैठकर झोपड़पट्टी में पहुंचे और अपना प्रेस का कार्ड दिखाते हुए खुद को पत्रकार बताने लगे. वो झोपड़पट्टी में रहने वाली महिलाओं के पास जाकर उनसे कहने लगे कि ये झोपड़ियाँ अवैध रूप से बनाई गयी है और इसको तोड़ना पड़ेगा. जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो वो महिलाओं पर गांजा बेचने का आरोप लगाने लगे और उनसे पैसों की मांग करने लगे. वहां रहने वाली रूपा ने तो उन्हें 3000 रुपये दे दिए थे जिसके बाद वो उससे और पैसों की मांग करने लगे थे. आखिरकार महिला ने पुलिस में इस घटना की सूचना दे दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुँच कर उनको पकड़ लिया, लेकिन उनका एक साथी वहां से बचकर भाग निकला था.
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घटना की जानकारी होते ही वृन्दावन कॉलोनी में रहने वाली महिलाएं भी पुलिस स्टेशन में पहुँच गई और उन्होंने भी बताया कि आरोपियों ने उनपर सेक्स वर्कर होने का इल्जाम लगा कर उनसे भी पैसे वसूलने चाहे थे लेकिन जब महिलाओं ने विरोध किया तो वो घर में घुस कर 12 हजार रुपये लूटकर भाग गये पुलिस इंस्पेक्टर बृजेश राय का कहना है कि इन सभी गवाहों के आधार पर आरोपियों पर डकैती और लूट का केस दर्ज कर लिया है और उनपर कार्यवाही की जा रही है.


Sunday, September 3, 2017

SHOCKNG: नए रेलमंत्री पियूष गोयल का स्वागत हुआ ट्रेन एक्सीडेंट से


SHOCKNG: नए रेलमंत्री पियूष गोयल का स्वागत हुआ ट्रेन एक्सीडेंट से

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो


कटक. बेपटरी हो चुकी इंडियन रेलवेज में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा. रविवार को हुए मोदी मंत्रिमंडल के फेरबदल में सुरेश प्रभु से रेल की जिम्मेदारी लेकर पीएम मोदी ने अपने विश्वस्त पियूष गोयल को दे दी. लेकिन उनका भी स्वागत एक ट्रेन डिरेलमेंट से हुआ.

मामला ओडिशा का है, जहां कटक शहर में एक मालगाड़ी लेवल क्रासिंग के डिरेल हो गई, इससे जिससे कुछ समय के लिई ट्रनों का ट्रैफिक इस रूट पर ठप रहा.

ईस्ट कोस्ट रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार इस डिरेलमेंट में किसी के हताहत होने की सूचना नही है क्योंकि जिस वक्त मालगाड़ी का एक डिब्बा सिकरपुर फाटक के पास डिरेल हुआ उस समय यह गुड्स ट्रेन कटक रेलवे स्टेशन से गुड्स शेड की तरफ जा रही थी.

रेलवे अधिकारी के मुताबिक़ यह डिरेलमेंट मामूली था और दो घंटों के भीतर ही इस रूट पर ट्रैफिक शुरू कर दिया गया. डिरेलमेंट के बाद एक ट्रैक से ट्रेनों को पास किया गया, जिससे तीन ट्रेनें लेट हुईं जो कुछ समय के लिए रास्ते के स्टेशनों पर रोक दी गई थीं.

महराजगंज : चन्द्रशेखर हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिसिया तंत्र हुआ फेल

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज सिसवा बाजार। कस्बे के जैनी छपरा निवासी किराना व्यवसायी स्व. चंद्रशेखर के परिजनों से मिलने उनके आवास पर पहुंचे सपा के पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर की हत्या के दस दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं कर सकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द हत्यारों व षड्यंत्रकारियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है तो इस मामले की जांच सीबीआई से कराएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में अपराधी बेलगाम होकर बेखौफ घूम कर पुलिस प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन की शिथिलता से कोठीभार थानाक्षेत्र में विगत तीन महीने के भीतर गैस एजेंसी संचालक अमित कुमार व चंद्रशेखर मद्धेशिया सहित दो-दो हत्याएं हो चुकी हैं। लेकिन अब तक इन हत्याकांडों का खुलासा करने में पुलिस तंत्र पूरी तरह से फेल है। चंद्रशेखर हत्या कांड में पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन की तर्ज पर नगर के व्यापारियों व नौजवानों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ूंगा। इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष राजेश यादव, पशुपति नाथ गुप्ता, भोरिक यादव, राजेश सिंह, रोशन मद्धेशिया, प्रमोद शर्मा, मुर्तुजा हुसैन, छवि यादव, अरविंद जायसवाल गोरख, सत्यम सिंह, कन्हैया मद्धेशिया, दीपक मद्धेशिया, अमित मद्धेशिया आदि मौजूद 

बाराबंकी : नाले में गिरी तेज रफ्तार कार, पांच युवको की दर्दनाक मौत


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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 

बाराबंकी के बड्डूपुर थाना क्षेत्र में भगौली तीर्थ कस्बे के पास रविवार दोपहर नाले में बेकाबू कार गिरने से सीतापुर जिले के पांच युवकों की मौत हो गई। सभी लोग फतेहपुर कस्बे से घर जा रहे थे। सभी युवकों को सीएचसी में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।बड्डूपुर थाना क्षेत्र में भगौली तीर्थ कस्बे के पास रविवार दोपहर करीब 12 बजे एक ऑल्टो बेकाबू होकर पुलिया की रेलिंग तोड़ नाले में जा गिरी। हादसे के बाद आसपास के ग्रामीणों व पुलिस कर्मियों ने पानी में कूदकर कार सवार पांच लोगों को किसी तरह बाहर निकाला व एंबुलेंस से सीएचसी फतेहपुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।हादसे में मरने वालों में अनवर अली (30), श्रवण कुमार (35), विनोद (35) निवासी ग्राम बाकरपुर थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर, अतुल कुमार (25) निवासी ग्राम आलमपुर थाना महमूदाबाद सीतापुर व अनूप कुमार (24) निवासी ग्राम याकूबपुर थाना महमूदाबाद सीतापुर शामिल हैं।

टीम मोदी को मजबूत बनायेगी यह नारी शक्ति

टीम ब्रेक  न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मोदी के मंत्रिमंडल में भले ही पुरुषों की संख्या ज्यादा हो लेकिन फिर भी महिलाओं का दबदबा कायम है.
मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार में महिलाओं को खास जगह दिया गया है. खास करके निर्मला सीतारमन को खास जगह मिली है.
जिन महिलाओं को मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिली है उनके नाम और पद नीचे है -
1. निर्मला सीतारमन




निर्मला सीतारमन अभी तक वाणिज्य मंत्रालय संभाल रही थी लेकिन आज शपथ लेने के बाद उनको रक्षा मंत्रालय दिया गया है.


निर्मला सीतारमन पूर्णकालिक रूप से देश की पहली महिला रक्षा मंत्री है. इससे पहले इंदिरा गाँधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए कुछ समय के लिए यह पद संभाला था.
संसद भवन से लेकर राजनीति तक सुषमा स्वराज जैसा वक्ता और प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला कोई दूसरा नहीं है. उनकी इसी खूबी को ध्यान में रखते हुए उन्हें विदेश मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है

मंत्रिमंडल में तीसरा नाम आता है स्मृति ईरानी का जिन्हें कपड़ा मंत्रालय के साथ-साथ सूचना प्रसारण मंत्रालय भी दिया गया है. अब वह यह दोनों ही अहम विभाग संभालेंगी


मोदी की महिला टीम की चौथी सदस्य उमा भारती है, जिन्हें नमामि गंगे जैसी अहम ज़िम्मेदारी दी गयी है. उन्हें मोदी के दिल के करीब माना जाने वाला सफाई मंत्रालय दिया गया है. मोदी की इन महिला टीम को देख के तो यही लगता है उन्होंने अपने मंत्रालय में महिलाओं के कद को बढ़ाया है


बदले की सनक ने बेटे को बनाया पिता का कातिल

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टीम ब्रेक  न्‍यूज ब्‍यूरो 

फर्रुखाबाद: जानी दुश्‍मन को कानून के जाल में फंसाने की सनक ने एक पुत्र को अपने ही पिता का कातिल बना दिया। खून के रिश्‍तों पर बदनुमा दाग लगाने वाली यह दास्‍तान फर्रुखाबाद जिले की है। पिता के कातिल को बेपर्दा करते हुए पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। एसपी दयानंद मिश्रा के मुताबिक फर्रुखाबाद के थाना अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम चपरा में 27 अगस्त को वृद्ध विश्राम सिंह की गोली मारकर दी गई। हत्‍याकांड की जांच में जुटी पुलिस को शुरु से ही मृतक के पुत्र पर संदेह था। इसलिए ही मृतक विश्राम सिंह के पुत्र रमेश और उसके एक साथी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कुछ दिनों तक जुबान सिले रहने वाला पिताहंता आखिरकार टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया। एसपी ने बताया कि रमेश ने 2004 में अपने साथियों के साथ मिलकर गांव के ही बटेश्वर के भाई देशराज की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद से ही रमेश के मन में भय समा गया था। वह हर वक्‍त दुश्मनों से बदला लेना का तानाबाना बुनता रहता था। उद्देश्‍य तक पहुंचने की कोशिश में ही उसने अपने पिता के हत्‍या की साजिश और बटेश्वर और उसके साथियों को फंसाने की व्‍यूह रचना की।27 अगस्त को अपने साथी राजकुमार पुत्र मुलायम सिंह निवासी रम्पुरा अमृतपुर, सत्यवीर यादव पुत्र वेदराम निवासी नगला खुशहाली अमृतपुर, श्याम वीर पुत्र वृंदावन सिंह निवासी नगला खुशहाली अमृतपुर, सरपंच यादव पुत्र योगराज निवासी नगला खुशहाली के साथ मिलकर रमेश ने अपने पिता विश्राम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।

PM मोदी के 9 रत्न, कोई है धनकुबेर तो किसी की सादगी के हैं चर्चे |


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी कैबिनेट में बड़ा बदलाव किया. मोदी सरकार के इस तीसरे टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो चेहरों को जगह दी गई है, आइए जानते हैं उनकी कुल संपत्ति और उन पर दर्ज आपराधिक मामलों के बारे में:
शुक्ला यूपी से राज्यसभा सांसद हैं. वह संसदीय समिति (ग्रामीण विकास) के सदस्य भी हैं. शुक्ला 1989 से 1996 तक लगातार चार बार विधायक रहे और यूपी सरकार में 8 साल तक कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और फिर 1970 के दशक में बतौर छात्र नेता राजनीति में कदम रखा. राज्यसभा नामांकन के लिए दिए गए हलफनामे के मुताबिक, शुक्ला के पास 7 करोड़ 35 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है. उन पर कोई देनदारी नहीं है. हलफनामे के अनुसार शुक्ला पर दो मामले दर्ज हैं.
अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं. चौबे संसदीय समिति (ऊर्जा) के सदस्य भी हैं. वह 5 बार विधायक चुने जा चुके हैं. चौबे ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ अध्यक्ष के तौर पर की थी. अश्विनी 70 के दशक में जेपी मूवमेंट का हिस्सा भी रह चुके हैं और इस दौरान वह जेल भी गए थे. 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने 2 करोड़ 21 लाख रुपये की अपनी चल-अचल संपत्ति बताई थी. उस दौरान उन पर करीब उन 19 लाख रुपये की देनदारी थी. उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है.
वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं. वीरेंद्र कुमार 6 बार से लोकसभा सांसद हैं. 70 के दशक में वीरेंद्र ने जेपी मूवमेंट में हिस्सा लिया था और मीसा के तहत 16 महीने जेल में भी रहे थे. दलित समुदाय से आने वाले वीरेंद्र कुमार अनाथालय, स्कूल और ओल्ड एज होम (बुजुर्गों के लिए घर) के लिए भी काम करते हैं. 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने 87 लाख 64 हजार रुपये की संपत्ति की घोषणा की थी. उन पर कोई देनदारी नहीं है. साथ ही वीरेंद्र कुमार पर कोई मामला दर्ज नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी कैबिनेट में कुछ नए चेहरों को शामिल करने जा रहे हैं. उनमें एक नाम कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े का भी है. महज 28 साल की उम्र में वह पहली बार सांसद चुने गए थे. अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान हेगड़े कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं, जिनमें वित्त, गृह, मानव संसाधन, कृषि और विदेश विभाग शामिल हैं. 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने 3 करोड़ 23 लाख 67 हजार रुपये की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया था. उन पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये की देनदारी थी. हेगड़े पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
राज कुमार सिंह बिहार के आरा से लोकसभा सांसद हैं. आर.के. सिंह 1975 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और भारत के गृह सचिव का पद संभाल चुके हैं. सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी और नीदरलैंड की आरवीबी ड्वेल्फ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. उन्हें पुलिस और जेल के मॉडर्नाइजेशन की दिशा में किए गए सरहानीय कार्यों के लिए जाना जाता है. 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 4 करोड़ 84 लाख रुपये दर्शायी थी. उन पर कोई देनदारी नहीं है. साथ ही सिंह के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है.
राजस्थान के जोधपुर से लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत प्रगतिशील किसान के रूप में जाने जाते हैं. शेखावत वित्तीय मामलों पर बनी संसदीय समिति के प्रमुख भी हैं. सादा जीवन उच्च विचार वाली सोच रखने वाले शेखावत राजस्थान में अपनी सादगी के लिए काफी लोकप्रिय हैं. खेलों के शौकीन शेखावत ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ स्पोर्ट्स के सदस्य भी हैं. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने कुल 14 करोड़ 35 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया था, जिसमें उन पर करीब 9 करोड़ रुपये की देनदारी थी. गजेंद्र सिंह शेखावत पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
यूपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं. वह मुंबई, पुणे और नागपुर पुलिस के कमिश्नर रह चुके हैं. उन्हें मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के नक्सली इलाकों में 90 के दौर में बेहतरीन कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा 2008 में आंतरिक सुरक्षा सेवा मेडल भी दिया जा चुका है. वह सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं की फेहरिस्त में शुमार हैं. केमिस्ट्री में एमएससी और एमफिल के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट में एमबीए किया. इसके साथ ही वह पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए और नक्सलवाद में पीएचडी भी कर चुके हैं. 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी कुल  6 करोड़ 74 लाख रुपये घोषित की. उन पर करीब साढ़े तीन लाख रुपये की देनदारी थी. सत्यपाल सिंह पर कोई केस दर्ज नहीं है.
पुरी 1974 बैच के आईएफएस (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी हैं. उन्हें विदेश नीति और नेशनल सिक्योरिटी मामलों का जानकार माना जाता है. हरदीप सिंह पुरी कई देशों में राजनयिक सेवाएं दे चुके हैं. वह संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भारत के डेलिगेशन के हेड के तौर पर भी काम कर चुके हैं. पुरी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और आईएफएस बनने से पहले वह सेंट स्टीफेंस कॉलेज में लेक्चरर भी रह चुके हैं. चूंकि पुरी राजनैतिक पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं, उनका ब्योरा ADR के पास मौजूद नहीं है.
अल्फोंस कन्ननाथनम 1979 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं. कन्ननाथनम 'डिमॉलिशन मैन' के नाम से भी जाने जाते हैं, दरअसल दिल्ली डेवलेपमेंट अथॉरिटी (डीडीए) का कमिश्नर रहने के दौरान उन्होंने 15 हजार अवैध इमारतों का अतिक्रमण हटवा दिया था. वह टाइम मैग्जीन के 100 युवा ग्लोबल लीडर्स की लिस्ट में भी जगह बना चुके हैं. उनके कार्यकाल के दौरान 1989 में कोट्टयम शत-प्रतिशत साक्षरता हासिल करने वाला भारत का पहला टाउन बना था. वह शिक्षा के क्षेत्र में अपने काम के लिए जाने जाते हैं. उनकी किताब 'मेकिंग अ डिफरेंस' बेस्ट सेलिंग किताब बन चुकी है. केरल में 2006 से 2011 तक वह निर्दलीय विधायक भी चुने जा चुके हैं. उस दौरान उन्होंने कुल 19 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दिया था. ब्योरे में उन्होंने 21 लाख रुपये की देनदारी का भी जिक्र किया था.

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...