Wednesday, July 25, 2018

जौनपुर दिन दहाड़े हुई लूट से क्षेत्र में मची दहशत


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
जौनपुर प्रदेश की योगी सरकार गुंडो बदमाशो का चाहे जितना एनकाउंटर करा करके कानून का राज स्थापित करने का दम्भ भर ले लेकिन जौनपुर के बदमाशो में पुलिस प्रशासन का जरा सा भी खौफ़ नही है। जिसका जीता जागता उदाहरण कल बरसठी थाना क्षेत्र के दताव गांव के पास एक फाइनेंशियल कम्पनी के फील्ड स्टाफ़ से सरे राह दिन दहाड़े  हुई लाखो की लूट में देखने को मिली जिससे दहशत मच गई।
हांलाकि नवागत पुलिस अधीक्षक दिनेश पाल सिंह बदमाशो पर नकेल कसने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। लेकिन जिले के बदमाश पुलिस अधीक्षक व उनके पूरे पुलिसिया तंत्र को खुली चुनौती देने से बाज नही आ रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल दोपहर बाद लगभग तीन बजकर बिस मिनट पर ओम प्रकाश पुत्र भाई लाल निवासी याक़ूबपुर थाना उतराव जनपद इलाहाबाद जो कि भारत फाइनेंशियल इनक्लोजर कम्पनी मछलीशहर ब्रांच में फील्ड स्टाफ़ पद पर तैनात है। क्षेत्र के भिन्न - भिन्न गांव से अपनी कम्पनी के ग्राहकों से लगभग सत्तासी हजार रुपये नगद वसूली कर अपनी मोटर सायकिल up70cp3305 से वापस पैसा जमा करने मछलीशहर ब्रांच जा रहा था । कि रास्ते मे दताव गांव के पास नहर की पुलिया पर बैठे तीन अज्ञात दबंग बदमाशों ने ओम प्रकाश पर अचानक लाठी डंडे से हमला कर दिया इस अप्रत्याशित घटना से ओम प्रकाश मोटर सायकल से अपना नियंत्रण खो बैठा एव लड़खड़ा कर सड़क पर गिर गया मौके का फायदा उठा कर बदमाशो ने ओम प्रकाश की काले रंग की बैग जिसमे 87 हजार नगद, एक सैमसंग का मोबाईल व एक सैमसंग गैलेक्सी टैबलेट लेकर फ़रार हो गए। पास में दोसरी मोबाईल न रहने के कारण ओम प्रकाश घटना की सूचना तुंरत पुलिस को नही दे सका लगभग पच्चीस मिनट बाद गुजर रहे एक राहगीर के मोबाईल से सौ नम्बर पुलिस को सूचना दिया, सूचना के आधे घण्टे बाद  पुलिस के साथ-साथ बरसठी थाने के अन्य जिम्मेदार भी घटना स्थल पर पहुँच गए बरसठी थाना प्रभारी ने घटना की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को भी दिया जिससे आनन फानन में क्षेत्राधिकारी मडियाहू रामभुवन यादव, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय रॉय घटना स्थल पहुँचे लेकिन पुलिस रात लगभग 9 बजे तक अंधेरे में हाथ - पांव मारती रही लेकिन बदमाशो का कोई सुराग नहीं लग सका।
अब देखना है कि, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, क्षेत्राधिकारी मडियाहू, थाना प्रभारी बरसठी बदमाशो तक पहुँच कर सरे राह हुई घटना का खुलासा कर पाते हैं या विगत में घटी अन्य चोरी, लूट और हाल में हुई कटवार में हत्या में शामिल हत्यारो तक न पहुंच कर अपना नक्कारा पन ही साबित करती है।

दिल्ली से 16 नेपाली लड़कियां बरामद, कुवैत और इराक भेजने की थी तैयारी


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
  दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुनिरका इलाके से 16 नेपाली  लड़कियों को बचाया है। ये लड़कियां नेपाल से तस्करी कर लाई गईं थीं। फिलहाल जांच की जा रही है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मंगलवार देर रात मुनिरका में छापा मारा। यहां से मालीवाल और उनकी टीम ने 16 लड़कियों को बरामद किया है।
बताया जा रहा है कि यह पूरा घटनाक्रम बीती रात 1:30 बजे का है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने जिन लड़कियों का रेस्क्यू कराया। वह नेपाल की रहने वाली हैं। इन्हें बहला-फुसलाकर नेपाल से भारत लाया गया था।
नेपाली लड़कियों को बचाया-
जांच में सामने आया है कि इन लड़कियों को यहां से कुवैत और इराक भेजने की तैयारी थी। उनके पासपोर्ट दलालों ने छीन लिए थे। छोटे से कमरे में ये सभी 16 लड़कियां बंद थीं। 8 महीने से यह खेल चल रहा था। आपको बता दें कि 7 लड़कियां कुवैत और इराक 15 दिन पहले भेजी गई थीं। जहां से लड़कियां बचाई, वो जगह थाने से 500 मीटर दूरी पर थीं।
दिल्ली महिला आयोग के इस ऑपरेशन के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक केंद्र और एलजी पर एक तंज भरा ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, अब बीजेपी, एलजी, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री कहां हैं? दिल्ली पुलिस उनके अधीन है। वो क्या कर रहे हैं? यह उनकी जिम्मेदारी थी कि ये सब रोकें।

Sunday, July 22, 2018

घूस देने पर मिली नौकरी ना देने पर किये गए नौकरी से बाहर जाने क्या है पूरा मामला


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी। बहुउद्देशीय सचल पशु चिकित्सा सेवा योजना के अन्तर्गत चिकित्सा केन्द्रों पर तैनात चालकों को इस बार केवल इसलिए चलता कर दिया गया क्योंकि उन्होंने इसके लिए घूस नहीं दी। इन चालकों से 30 से 50 हजार रूपये तक घूस मांगी गयी जिसे उन्होंने अपने मोबाइल में रिकार्ड भी कर लिया। वैसे तो इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं अन्य वरिष्ठ जिला स्तरीय अधिकारियों से भी की गयी है लेकिन अभी तक इन्हें न्याय नहीं मिला है। जबकि सीधे तौर पर इस प्रकरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।जानकारी के मुताबिक बाराबंकी जनपद में बहुउद्देशीय सचल पशु चिकित्सा योजना के अन्तर्गत चिकित्सा केन्द्रो पर चालको की तैनाती वर्ष 2016 माह दिसम्बर मे की गयी थी।इस योजना में चालकों की भर्ती पूर्व मे एसएस इण्टरप्राइजेज कम्पनी रायबरेली के द्वारा की गयी थी। सनद हो कि इसी कम्पनी को चालको की तैनाती का ठेका मिला था।विश्वस्त् सूत्र बताते है कि यह जो नियुक्ति हुई थी उनमे चालको को यह बताया गया था कि तुम्हे संविदा पर विभागीय तौर पर भर्ती किया जा रहा है।कई चालको ने बताया कि इसके लिए उन्हें 50 से 70 हजार रूपये तक की नियुक्ति के दौरान घूस देनी पड़ी थी।इस पूरे मामले मे चालको के द्वारा पूर्व में हैदरगढ़ में तैनात डाॅ एमआई खान की विशेष भूमिका बताई गई है।चालको ने मुख्यमंत्री को दिये गये शिकायती पत्र मे साफ कहा है कि उन्होंने उस दौरान नौकरी दिलाने के नाम पर उपरोक्त वसूली की थी। खास बात यह है कि चालकों से कहा गया था कि उन्हें 12 हजार रूपये हर माह वेतन दिया जायेगा लेकिन उन्हें मिला मात्र प्रतिमाह 7600 रूपये का वेतन। दिलचस्प यह भी है कि अभी भी इन चालकों को पूर्व में की गयी सेवा का पूरा वेतन नहीं दिया गया है। जबकि दूसरी तरफ चिकित्सा सेवा योजना के अन्तर्गत एसएस इण्टरप्राइेजज कम्पनी रायबरेली का अनुबन्ध भी खत्म हो गया।चिकित्सा केन्द्रों के चालकों का कहना है कि उन्हे मार्च 2018 से 18 जून तक का वेतन भी नही मिला और अनुबन्ध भी खत्म हो गया। इस दौरान एक दूसरी गाज चालकों पर तब और गिरी जब योजना मे चालको की नियुक्ति के लिए दूसरी कम्पनी मेसर्स अपार्टमेंट सिक्योरिटी सर्विसेज को अधिकार दिया गया। इस बार कान्ट्रैक्टर विवेक गुप्ता है।शिकायतकर्ता चालको ने आरोप लगाया है कि उन्हें नौकरी पर बने रहने के लिए गुप्ता के द्वारा कई बार फोन किया गया। चालकों से कहा गया कि आप 30 से 50 हजार रूपये सुविधा शुल्क के दे जाओ अन्यथा नौकरी करना भूल जाओ। साफ है कि यह घूस न दे पाने के कारण चालकों को हटा दिया गया। यही नहीं चालकों ने बताया है कि कम्पनी के कर्ता-धर्ता ने स्पष्ट कहा कि हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है, शिकायत कहीं भी करो मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। चालकों ने यह भी दावा किया है कि घूस मांगने की बातचीत उनके मोबाइल में भी रिकार्ड है। हम लोगों ने 19 माह तक योजना में काम किया ऐसे में पहली एजेन्सी ने भी हमारा शोषण किया और अब दूसरी अनुबन्धित एजेंसी ने भी हमें जीने के अधिकार से भी वंचित कर दिया।चालको ने कहा है कि इस पूरे भ्रष्टाचार की धुरी शहजहांपुर में तैनात मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ एमआई खान है।पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित किया जाये तथा हमें हमारे पद स्थान पर नियुक्त किया जाये। अब देखना ये है क्या कार्यवाही होती है नौकरी मिलेगी या नहीं 

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...