Saturday, July 14, 2018

आम ने ले ली जान-जाने क्या है मामला


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी:- थाना कोतवाली क्षेत्र फतेहपुर अन्तर्गत शुक्रवार रात ग्राम कबिरापुर निवासी बजरंग वर्मा की आम के बाग मे गोपाल पुत्र भरोसे निवासी सिहाली चोरी से आम तोड़ रहा था। कि बागवान को भनक पड़ने से सोर मचाने पर पहुँचे ग्रामिणों ने चोर को पकड़ लिया। व मारने पीटने लगे। सूचना पर  पहुँची 100 न0 पुलिस मामले को शान्त कराकर युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फतेहपुर लायी। जिसको  जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई ।
 प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र फतेहपुर अंतर्गत ग्राम कबिरापुर निवासी बजरंग वर्मा की आम की बाग में शुक्रवार की रात गोपाल 48 पुत्र रामभरोसे चोरी से आम तोड़ रहा था कि बागवान बजरंग को जानकारी होने पर शोर मचा दिया। शोर सुनकर पहँचे ग्रामिणों ने चोर को धर दबोचा सूचना पर पहुँची पुलिस गोपाल व बागवानों को कोतवाली ले आई। गोपाल के शरीर पर चोटें होने के कारण सी एच सी फतेहपुर मे प्राथमिक इलाज कराया गया। प्राथमिक इलाज के उपरान्त गोपाल की हालत गम्भीर होने के कारण मौजूद डाक्टरों  ने जिला अस्पताल बाराबंकी रेफर कर दिया। जिसकी इलाज के दौरान जिला अस्पताल बाराबंकी मे मौत हो गई ।
मृतक के परिजनों ने दी कोतवाली मे तहरीर
मृतक के पुत्र हरीश्चन्द्र ने बताया कि हमारे पिता धान की रोपाई करने के लिए मजदूरी पर घर से गये थे। लेकिन शाम तक घर वापस नहीं आये। काफी खोजने के बाद भी कुछ पता नहीं चला।दिनाँक 14/07/2018 को ग्राम प्रधान को कोतवाली फतेहपुर  द्वारा सूचना दी गई कि ग्राम कबिरापुर कोतवाली फतेहपुर में आम चोरी से तोड़ने को लेकर उसके पिता की पिटाई की गई है । जिससे उसकी हालत ठीक नहीं है। प्रधान द्वारा सूचना के बाद हरीश्चन्द्र को पता चला कि बजरंग पुत्र फकीरे लाल,आनन्द प्रकाश,अतुल प्रकाश,मनोज पुत्रगण बजरंग प्रसाद मयाराम पुत्र फकीरे झब्बूलाल पुत्र लालताप्रसाद व अन्य कबिरापुर निवासियों द्वारा गोपाल की लाठी डण्डों से पिटाई की गई है । हरीश्चन्द्र के पिता को जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहाँ उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है । जिसपर हरीश्चन्द्र ने कोतवाली फतेहपुर में तहरीर देकर पिता की मृत्यु के सम्बन्ध मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करते हुए बजरंग आदि पर कार्यवाही की माँग  की।

पूर्वांचल के लिए लाइफ लाइन साबित होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे:मोदी


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
आजमगढ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के  पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के शिलान्यास से पूरा पूर्वांचल एक लाइफलाइन से जुड़ जाएगा। निकट भव्षेय में पीएम मोदी की यह यात्रा पूर्वांचल की जनता के लिए विकास की बड़ी लकीर की तरह साबित होगी। तमसा के पावन तट पर स्थित आजमगढ़ अनेक ऋषि-मुनियों की पावन भूमि को  करोड़ों की सौगात से यह धरा खुद को धन्य मानती महसूस हुई । गंगा तथा घाघरा नदी के बीच में बसे इस जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली तो भाजपा के लिए उत्साहित करने वाली रही है।पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पूर्वांचल की लाइफ लाइन 
  • एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा (आठ लेन तक विस्तारीकरण का प्लान) बनेगा 
  • एक्सप्रेस-वे के राइट आफ वे (आरओ डब्लू) की चौड़ाई 120 मीटर 
  • एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई का सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में 
  • एक्सप्रेसवे को क्रास करने वाले मार्गों पर 10 किमी दूरी तक स्थित ग्रामों को एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी देने के लिए मुख्य मार्ग से जोड़ा जाएगा। 
  • यह परियोजना लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चांदसराय, जनपद लखनऊ से प्रारंभ होगी।
  • यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी दूरी पर स्थित ग्राम हैदरिया, जनपद गाजीपुर के पास एनएच 31 से जुड़ेगी। यह अंतिम स्थल होगा। 
  • एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 340.824 किमी, अनुमानित लागत 23349 करोड़ का आंकलन 
  • सिविल निर्माण कार्य की लागत 11836 करोड़ (जीएसटी रहित) रुपये अनुमानित 
  • एक्सप्रेस वे (मेन कैरिजवे) पर कुल सात रेलवे ओवर ब्रिज, सात दीर्घ सेतु, 112 लघु सेतु, 11 इंटरचेंज, सात टोल प्लाजा, चार रैंप प्लाजा, 220 अंडरपास व 496 पुलियों का निर्माण किया जाएगा। 
  • एक्सप्रेसवे पर आपातकालीन स्थिति में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लैंडिंग व टेक आफ के लिए सुल्तानपुर जनपद में 3.2 किमी लंबी हवाईपट्टी का निर्माण भी प्रस्तावित है। 
  •  लखनऊ से प्रारंभ होने वाली 340.824 किमी लंबी एक्सप्रेस-वे नौ जनपदों से गुजरेगी। लखनऊ से होते हुए बाराबंकी, अमेठी, फैजाबाद सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर तक जाएगी। 

पूर्व मंत्री का बयान उप-चुनाव में हार से बौखला गई है भाजपा,2019 में सपा के सहयोग से बनेगी सरकार


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी त्रिवेदीगंज में सपा नेताओ ने किया अपनी सरकार का प्रचार प्रर्दशन।
 2019 के चुनाव की तैयारी में लगे सपा नेताओ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के किए गए कार्यो का उल्लेख किया।जिलाअध्यक्ष,पूर्व कैबिनेट मंत्री,हैदरगढ़ पूर्व विधायक ,सदर विधायक ,सदस्य विधान परिषद, आदि नेताओ ने भी सपा सरकार की बढ़ायी की।

हैदरगढ़ पूर्व विधायक विधायक राममगन रावत ने कहा कि सपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पूर्वाचंल एक्सप्रेस वे के लिए किए गए शिलान्यास तथा आगरा से लखनऊ एक्सप्रेस के कार्य को मात्र 18 महीनो में पूर्ण किया,सपा सरकार ने एक्सप्रेस का कार्य बहुत ही कम समय में पूर्ण किया और साथ ही इस एक्प्रेस मे 70 हजार किसानो की उनकी जमीन का मुवाबजा दिया।
 
जिलाअध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार ने लोगों की इमरजेंसी सुविधा के लिए 108 और महिलाओ की सुविधा के लिए 102 नम्बर गाड़ी चलवाई।किसानो की सुविधा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ने अनेको काम किए किसानो का कर्जमाफी कराया और यादि कार्य किसानो की भलाई को ध्यान में रखकर किया।
    सदस्य विधान परिषद राजेश कुमार उर्फ़ राजू ने कहा कि सपा सरकार ने जो कार्य 22 दिसम्बर 2016 को पूर्ण कर दिया था वही कार्य केंद्र और उत्तरप्रदेश की सरकार जनता को गुमराह करने के लिए वही कार्य आजमगढ़ में दोबारा कर रही है।
 इसी कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री बेनी पुत्र राकेश वर्मा ने कहा कि सपा सरकार का कार्य जल्दी और अच्छा कार्य था,सपा सरकार ने उत्तरप्रदेश को समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस के कार्य से और भी आगे बढ़ाया है।
इसी क्रम में उत्तरप्रदेश कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप ने कहा कि हम यहां नहीं हर जगह संघर्ष तरने को तैयार है। हम केवल यहां ये किसानो को याद दिलाने आए है कि जो काम अखिलेश यादव ने किया वो कोई भी मुख्यमंत्री नहीं कर सकेगा।बिना अखिलेश यादव के प्रधानमंत्री कोई नहीं बनेगा भविष्य मुख्यमंत्री अखिलेश ही होंगे।हैदरगढ़ बाराबंकी : समाजवादी पार्टी द्वारा धन्यवाद सभा का आयोजन किया गया।जिसमें पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह गोप ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उपचुनाव के नतीजों से बीजेपी बैखला गयीं है।भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों और व्यापारियों, गरीबों को ठगा है।यह बैखला गये है,और जब आदमी बैखलाता हैं, तो उल्टे सीधे फैसले लेता है।यह भी कहा कि 2019 का चुनाव बिना अखिलेश यादव के सम्भव नहीं है, भारतीय जनता पार्टी के लिए।यह भी कहा कि 2019 मे समाजवादी सरकार जिसको चाहेगी वहीं इस देश का प्रधानमंत्री बनेगा।उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग सडक़ पर सघर्ष करेंगे, और इस देश से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को हटायेंगे। इस सरकार ने अखिलेश यादव द्वारा कराये गए कार्यो का क्रेडिट खुद ले रही है और समाजवादी सरकार द्वारा कराये गए विकास कार्यो को रो दिया गया है इस मौके पर पूर्व कारागार मंत्री राकेश वर्मा, एम एल सी राजेश यादव, पूर्व सांसद राम सागर रावत, पूर्व विधायक राममगन रावत, जिलाध्यक्ष सपा कुलदीप सिंह, ब्लॉक प्रमुख गोमती यादव, ब्लॉक प्रमुख हैदरगढ़ बब्लू सिंह, कार्यक्रम संयोजक सुनील सिंह ,अदनान चौधरी, जावेद खान, जिला पंचायत सदस्य धीरज यादव ,सिपाही लाल यादव, अरुण शुक्ला , धर्मेन्द्र वर्मा गिरजा रावत ,पिन्कू सिंह सतीश सिंह राजनु सिंह ग्राम प्रधान सचिन सिंह , गप्पू वर्मा  आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे

शौचालय निर्माण में लापरवाही 3 BDO को नोटिस-महराजगंज से राम-बहादुर की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज शौचालय का फोटो अपलोड करने में धीमी गति पर तीन बीडीओ व गांव के भ्रमण में लापरवाही बरतने वाले पांच सहायक विकास अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी रामसिंहासन प्रेम ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के फोटो अपलोड की समीक्षा की, समीक्षा के दौरान मिठौरा ब्लाक में 60.27 प्रतिशत, लक्ष्मीपुर ब्लाक में 45.03 प्रतिशत शौचालय तथा परतावल ब्लाक में मात्र 43.20 प्रतिशत शौचालय का फोटो अपलोड कराया पाया गया, जो अपेक्षा से कम है। सीडीओ ने तीनों खंड विकास अधिकारियों को नोटिस जारी करने के साथ साथ काम में तेजी लाने को कहा। इसी क्रम में सीडीओ ने सदर ब्लाक में तैनात सहायक विकास अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की तथा इनके लोकेशन व ग्रामों के निरीक्षण की जानकारी ली तो यहां पर पांच सहायक विकास अधिकारियों का प्रदर्शन खराब पाया गया। इन पांचों सहायक विकास अधिकारियों में एडीओ पंचायत, एडीओ सहकारिता, एडीओ कृषि, एडीओ आईएसबी तथा एडीओ समाज कल्याण के नाम हैं।

Thursday, July 12, 2018

मानवता हुई शर्मसार....बस्ती में सात साल की बच्ची को अगवाकर रेप



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बस्ती यूपी । बस्ती जिले एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है । एक सात साल की बच्ची को अगवाकर रेप की घटना को अंजाम दिया।  हैरानी वाली बात यह है कि रात में बच्ची को उस समय अगवा किया गया जब वह अपने परिवार के साथ घर के बाहर सो रही थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना की जानकारी लोंगो को तब हुई जब सुबह तड़के गांववाले शौच के लिए खेतों में गए थे। वहां उन्हें एक बच्ची बेहोश मिली। गांव बाहर मिली बेहोश बच्ची की खबर गांव में फैली। इधर बच्ची के माता-पिता भी उसे खोजते हुए मौके पर पहुंचे। बच्ची को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि बच्ची कक्षा दो में पढ़ती है। सीओ अरविंद कुमार ने बताया कि बच्ची रात में अपने परिजनों के साथ घर के बाहर सोई थी। वह रात में कितने समय वहां से गायब हुई यह साफ नहीं हो पाया है। 
बच्ची ने होश आने पार पुलिस को बताया कि उसे सोते समय कोई उठाकर ले गया। हालांकि बच्ची की हालत नाजुक है इसलिए वह पूछताछ में ज्यादा कुछ नहीं बता सकी है। सीओ ने बताया कि पुलिस शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा ।


बच्ची को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि बच्ची कक्षा दो में पढ़ती है। सीओ अरविंद कुमार ने बताया कि बच्ची रात में अपने परिजनों के साथ घर के बाहर सोई थी। वह रात में कितने समय वहां से गायब हुई यह बच्ची ने होश आने पार पुलिस को बताया कि उसे सोते समय कोई उठाकर ले गया। हालांकि बच्ची की हालत नाजुक है इसलिए वह पूछताछ में ज्यादा कुछ नहीं बता सकी है। सीओ ने बताया कि पुलिस शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा ।

Tuesday, July 10, 2018

नाबालिग लड़की को किडनैप कर 5 लोगों ने किया दुष्कर्म, मौत


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी जिले में एक लड़की के अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. नाबालिग लड़की को पहले तो थाने के बगल से अगवा किया गया, उसके बाद उसे शराब पिलाकर पांच दरिंदों ने उसके साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया. थाने के बगल से लड़की अगवा होने के बाद उसके साथ इतनी दरिंदगी हुई, लेकिन पुलिस को इसकी कानो-कान खबर नहीं हुई. उधर मामले में एसपी का कहना है कि परिजनों द्वारा दुष्कर्म के आरोप की जांच की जा रही है. पकड़े गए शख्स से पूछताछ जारी है मामला बाराबंकी जिले के कुर्सी थाने से चंद कदम दूर का है. जहां से पांच हैवानों ने 14 साल की एक नाबालिग लड़की का पहले तो अपहरण किया और उसे एक सुनसान बाग में ले जाकर उसे शराब पिलाया.इन पांचों आरोपियों ने वहां नाबालिग के साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया. जिसके बाद लड़की को खून से लथपथ हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए. उधर राहगीरों ने जब लड़की को बदहवास हालत में देखा तो भीड़ इकट्ठा हुई. मामला कुर्सी पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद नाबालिग लड़की को इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर भेजा गया, जहां उसकी दर्दनाक मौत हो गई.लड़की के घरवालों ने बताया कि जुनैद, सलमान, रस्सन समेत 5 लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. घरवालों ने बताया कि वहां से निकल रहे राहगीरों ने जब लड़की को इस हालत में देखा तो उसकी फोटो खींची और लोगों को दिखाया, तब जाकर लड़की की पहचान हो सकी. उन्होंने बताया कि मामला पुलिस के पास पहुंचा तो वे उसे एंबुलेंस से इलाज के लिए बाराबंकी लेकर गए, वहीं से उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया. जानकारी के मुताबिक परिवार वाले उसकी बात सुनकर सकते में आ गए. वे फौरन उसे लेकर थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.उधर पुलिस की गिरफ्त में आया जुनैद नाम का आरोपी अपने पर लगे सारे आरोपों से इनकार कर रहा है. पकड़े गए एक आरोपी ने बताया कि उसने लड़की को अगवा किया, लेकिन उसको न तो शराब पिलाई और न ही उसके साथ कोई गलत काम नहीं किया.

बारह वर्षीय मासूम को खाना माँगना पड़ा भारी-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो गोंडा
 गोण्डा चौथी कक्षा की बालिका का खाना मांगना रसोइये को इतना नागवार गुजरा कि उसने मासूम को लात घूसों से मार मार कर अधमरा कर दिया, हालाकिं घटना पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कडी कार्यवाही करने की बात कहीं है।
मामला गोंडा जनपद के शिक्षा क्षेत्र बेलसर के ग्राम चांदपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय की है जहां थाना तरबगंज के जमल्दीपुर गांव के निवासी बाबादीन की 12 वर्षीय बच्ची मोहिनी को जल्दी खाना मांगने पर रसोइया धर्मपता व उसके बेटे से उसकी तू तू मै में हो गयी, बालिका ने बात बढती देख थाली वहीं रख दी और वापस जाने लगी इतनी बात पर रसोइया धर्मपता आग बबूला हो गयी और उसने बारह वर्ष की मासूम बालिका को लात धूसों से मारते हुए जमीन पर पटक दिया जिससे छात्रा की हालत बिगड गयी, पढाई के समय छात्रा के साथ हुयी इस अमानवीय घटना से विद्यालय में कोहराम मच गया, स्कूल के सभी छात्र पीडित छात्रा को घेर कर खडे हो गये और चीखने चिल्लाने लगे, शोर सुनकर मौके पर पहुचें शिक्षकों ने रसोइयें को डाट डपट कर वहां से भगा दिया और पीडित छात्रा को लेकर सीएसी बेलसर इलाज के लिए पहुचें इसी बीच कुछ छात्रो ंने छात्रा के धर इस घटना कीस सूचना पहुचा दी, आनन फानन में बालिका के पिता भी अपने परिजनों के साथ सीएचसी पहुचं गये थोडी देर बात भारी संख्या में छात्र भी वहां पहुचं गये।
छात्रा की हालत गम्भीर देखते हुए चिक्सिकों ने उसे जिला चिकित्सायल रिफर कर दिया जहां उसका इलाज जारी है। घटना की सूचना मिलने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमाकांत वर्मा ने जिला चिक्तिसालय पहुच कर छा़त्रा का हाल चाल लिया और बालिका के पिता बाबादीन को आर्थिक मदद देते हुए दोषियो ंपर सख्त कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
घटना के सम्बधं में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमाकांत वर्मा से वार्ता की गयी तो उन्होनें प्रकरण का सज्ञान होते हुए बताया कि मामला गम्भीर है कल ही बी ओ से जांच करा कडी कार्यवाही की जायेगी।

Monday, July 9, 2018

योगी सरकार का फैसला, UP में 4 लाख सरकारी कर्मचारी हो जाएंगे बाहर


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ : यूपी सरकार ने ढंग से काम न करने वाले50 साल और उससे अधिक उम्र के सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति‘ देने के लिये स्क्रीनिंग करने के आदेश दिये हैं. कर्मचारी संगठनों ने पिछली छह जुलाई को जारी इस शासनादेश का विरोध किया है. अपर मुख्य सचिव मुकुल सिंघल द्वारा राज्य के सभी विभागों के अपर मुख्य सचिवों एवं सचिवों को जारी शासनादेश में कहा गया कि वित्तीय हस्तपुस्तिका खण्ड 2, भाग 2 से 4 में प्रकाशित मूल नियम-56 में व्यवस्था है कि नियुक्ति प्राधिकारीकिसी भी समयकिसी सरकारी सेवक को (चाहे वह स्थायी हो या अस्थायी)नोटिस देकर बिना कोई कारण बताएउसके 50 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद सेवानिवृत्त हो जाने की अपेक्षा कर सकता है. ऐसे नोटिस की अवधि तीन माह होगी.

31 जुलाई तक पूरी करनी होगी स्‍क्रीनिंग
शासनादेश में सभी विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वे अपने विभाग के अधिष्ठान नियंत्रणाधीन सभी कर्मियों के सम्बन्ध में अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिये स्क्रीनिंग की कार्यवाही 31 जुलाई तक जरूर पूरी कर लें. 50 वर्ष की आयु के निर्धारण के लिये कट-ऑफ डेट 31 मार्च 2018 होगी। यानी ऐसे सरकारी सेवक जिनकी आयु 31 मार्च 2018 को50 वर्ष या उससे अधिक होगीवे स्क्रीनिंग के लिये विचार के दायरे में आएंगे.

प्रदेश में 16 लाख हैं सरकारी कर्मी
हालांकि कर्मचारियों ने इस शासनादेश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उत्तर प्रदेश सचिवालय कर्मी एसोसिएशन के अध्यक्ष यादवेन्द्र मिश्र ने कहा कि सरकार के इस तरह के कदम दरअसलकर्मचारियों को परेशान करने के लिए हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. माना जा रहा है कि प्रदेश के 16 लाख में से 4 लाख सरकारी कर्मी इस स्क्रीनिंग के दायरे में आएंगे. उनके कामकाज और प्रदर्शन के बारे विस्तृत रिपोर्ट 31 जुलाई तक सम्बन्धित आला अधिकारियों को सौंपी जाएगी.

Sunday, July 8, 2018

लोगो को बुलेट से मौत की नींद सुलाने वाला माफिया मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या


 टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ :पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी का आतंक व अंत
लखनऊ। मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है. उसका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था. उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे. मगर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने उनके अरमानों को कुचल दिया. उसने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी. किशोर अवस्था तक आते आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे.।

मुन्ना को हथियार रखने का बड़ा शौक था. वह फिल्मों की तरह एक बड़ा गैंगेस्टर बनना चाहता था. यही वजह थी कि 17 साल की नाबालिग उम्र में ही उसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. जौनपुर के सुरेही थाना में उसके खिलाफ मारपीट और अवैध असलहा रखने का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद मुन्ना ने कभी पलटकर नहीं देखा. वह जरायम के दलदल में धंसता चला गया.।

अस्सी के दशक में की थी पहली हत्या।

मुन्ना अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगा था. इसी दौरान उसे जौनपुर के स्थानीय दबंग माफिया गजराज सिंह का संरक्षण हासिल हो गया. मुन्ना अब उसके लिए काम करने लगा था. इसी दौरान 1984 में मुन्ना ने लूट के लिए एक व्यापारी की हत्या कर दी. उसके मुंह खून लग चुका था. इसके बाद उसने गजराज के इशारे पर ही जौनपुर के भाजपा नेता रामचंद्र सिंह की हत्या करके पूर्वांचल में अपना दम दिखाया. उसके बाद उसने कई लोगों की जान ली.।

पूर्वांचल में अपनी साख बढ़ाने के लिए मुन्ना बजरंगी 90 के दशक में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया और राजनेता मुख्तार अंसारी के गैंग में शामिल हो गया. यह गैंग मऊ से संचालित हो रहा था, लेकिन इसका असर पूरे पूर्वांचल पर था. मुख्तार अंसारी ने अपराध की दुनिया से राजनीति में कदम रखा और 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मऊ से विधायक निर्वाचित हुए. इसके बाद इस गैंग की ताकत बहुत बढ़ गई. मुन्ना सीधे पर सरकारी ठेकों को प्रभावित करने लगा था. वह लगातार मुख्तार अंसारी के निर्देशन में काम कर रहा था.

ठेकेदारी और दबंगई ने बढ़ाए दुश्मन

पूर्वांचल में सरकारी ठेकों और वसूली के कारोबार पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था. लेकिन इसी दौरान तेजी से उभरते बीजेपी के विधायक कृष्णानंद राय उनके लिए चुनौती बनने लगे. उन पर मुख्तार के दुश्मन ब्रिजेश सिंह का हाथ था. उसी के संरक्षण में कृष्णानंद राय का गैंग फल फूल रहा था. इसी वजह से दोनों गैंग अपनी ताकत बढ़ा रहे थे. इनके संबंध अंडरवर्ल्ड के साथ भी जुड़े गए थे. कृष्णानंद राय का बढ़ता प्रभाव मुख्तार को रास नहीं आ रहा था. उन्होंने कृष्णानंद राय को खत्म करने की जिम्मेदारी मुन्ना बजरंगी को सौंप दी.

मुन्ना ने की थी भाजपा विधायक की हत्या

मुख्तार से फरमान मिल जाने के बाद मुन्ना बजरंगी ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को खत्म करने की साजिश रची. और उसी के चलते 29 नवंबर 2005 को माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के कहने पर मुन्ना बजरंगी ने कृष्णानंद राय को दिन दहाड़े मौत की नींद सुला दिया. उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लखनऊ हाइवे पर कृष्णानंद राय की दो गाड़ियों पर AK47 से 400 गोलियां बरसाई थी. इस हमले में गाजीपुर से विधायक कृष्णानंद राय के अलावा उनके साथ चल रहे 6 अन्य लोग भी मारे गए थे. पोस्टमार्टम के दौरान हर मृतक के शरीर से 60 से 100 तक गोलियां बरामद हुईं थी. इस हत्याकांड ने सूबे के सियासी हलकों में हलचल मचा दी. हर कोई मुन्ना बजरंगी के नाम से खौफ खाने लगा. इस हत्या को अंजाम देने के बाद वह मोस्ट वॉन्टेड बन गया था.


सात लाख का इनामी था मुन्ना

भाजपा विधायक की हत्या के अलावा कई मामलों में उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई को मुन्ना बजरंगी की तलाश थी. इसलिए उस पर सात लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. उस पर हत्या, अपहरण और वसूली के कई मामलों में शामिल होने के आरोप है. वो लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा. पुलिस का दबाव भी बढ़ता जा रहा था.

मुंबई में ली थी पनाह

यूपी पुलिस और एसटीएफ लगातार मुन्ना बजरंगी को तलाश कर रही थी. उसका यूपी और बिहार में रह पाना मुश्किल हो गया था. दिल्ली भी उसके लिए सुरक्षित नहीं था. इसलिए मुन्ना भागकर मुंबई चला गया. उसने एक लंबा अरसा वहीं गुजारा. इस दौरान उसका कई बार विदेश जाना भी होता रहा. उसके अंडरवर्ल्ड के लोगों से रिश्ते भी मजबूत होते जा रहे थे. वह मुंबई से ही फोन पर अपने लोगों को दिशा निर्देश दे रहा था.

राजनीति में आजमाई किस्मत

एक बार मुन्ना ने लोकसभा चुनाव में गाजीपुर लोकसभा सीट पर अपना एक डमी उम्मीदवार खड़ा करने की कोशिश की. मुन्ना बजरंगी एक महिला को गाजीपुर से भाजपा का टिकट दिलवाने की कोशिश कर रहा था. जिसके चलते उसके मुख्तार अंसारी के साथ संबंध भी खराब हो रहे थे. यही वजह थी कि मुख्तार उसके लोगों की मदद भी नहीं कर रहे थे. बीजेपी से निराश होने के बाद मुन्ना बजरंगी ने कांग्रेस का दामन थामा. वह कांग्रेस के एक कद्दावर नेता की शरण में चला गया. कांग्रेस के वह नेता भी जौनपुर जिले के रहने वाले थे. मगर मुंबई में रह कर सियासत करते थे. मुन्ना बजरंगी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नेता जी को सपोर्ट भी किया था.

ऐसे गिरफ्तार हुआ था मुन्ना

उत्तर प्रदेश समते कई राज्यों में मुन्ना बजरंगी के खिलाफ मुकदमे दर्ज थे. वह पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन चुका था. उसके खिलाफ सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं. लेकिन 29 अक्टूबर 2009 को दिल्ली पुलिस ने मुन्ना को मुंबई के मलाड इलाके में नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था. माना जाता है कि मुन्ना को अपने एनकाउंटर का डर सता रहा था. इसलिए उसने खुद एक योजना के तहत दिल्ली पुलिस से अपनी गिरफ्तारी कराई थी. मुन्ना की गिरफ्तारी के इस ऑपरेशन में मुंबई पुलिस को भी ऐन वक्त पर शामिल किया गया था. बाद में दिल्ली पुलिस ने कहा था कि दिल्ली के विवादास्पद एनकाउंटर स्पेशलिस्ट राजबीर सिंह की हत्या में मुन्ना बजरंगी का हाथ होने का शक है. इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया. तब से उसे अलग अलग जेल में रखा जा रहा है. इस दौरान उसके जेल से लोगों को धमकाने, वसूली करने जैसे मामले भी सामने आते रहे हैं.।मुन्ना बजरंगी का दावा है कि उसने अपने 20 साल के आपराधिक जीवन में 40 हत्याएं की हैं.।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...