टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
उन्नाव गुजरात के अहमदाबाद से हमीरपुर राठ जा रही लड़की से गैंगरेप का मामला फर्जी पाया गया। लड़की ने दुष्कर्म के आरोपी अपने ब्वायफ्रेन्ड को बचाने के लिए साजिश रची थी। एसपी ने मामले की जांच कराई तो हकीकत सामने आई। प्रेमी पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाले युवकों पर सुलह का दबाव बनाने के लिए नाटक रचा था। जिन युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया गया, पुलिस की जांच में वह घटना के समय अपनी दुकान और घर में पाए गए। सीसीटीवी फुटेज में इसका खुलासा हुआ। युवती ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में झूठा मुकदमा लिखवाने की बात स्वीकार की है।
हमीरपुर जिले की राठ कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली युवती ने बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद से राठ जाते समय झकरकटी बस स्टेशन से स्कर्पियो सवार पांच युवकों पर अगवा करने और चलती कार में गैंगरेप के बाद लखनऊ-कानपुर हाईवे पर फेंकने का आरोप लगाया था। युवती ने हमीरपुर जिले के चौबट्टा निवासी शिवकुमार व उसके साथी वसीम के अलावा तीन अन्य युवकों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी थी। पुलिस ने पांचों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था। एसपी पुष्पांजलि ने घटना की हकीकत जांचने के लिए टीम राठ भेजी तो मामला उल्टा पाया।
आरोपियों के खिलाफ राठ थाने में मुकदमा दर्ज
आरोपियों के खिलाफ राठ थाने में मुकदमा दर्ज
युवती के साथ गैंगरेप के फर्जीवाड़े में प्रेमी किंजल की मौसी व मौसेरी बहन भी घटना में शामिल हैं। पीड़िता के मुताबिक वह ट्रेन से कानपुर नहीं आई थी। बल्कि प्रेमी की मौसी व उसकी मौसेरी बहन के साथ कार से कानपुर आई थी। यहां प्रेमी ने युवती के कपड़े फाड़े थे और शरीर पर नाखूनों के निशान बनाए थे। बाद में उन्नाव-कानपुर हाईवे पर गदनखेड़ा बाईपास के निकट उतार दिया था। यहां पूर्व नियोजित ढंग से एक युवक युवती को मिला था। उसने गैंगरेप की कहानी रची थी।






