Saturday, November 18, 2017

उन्नाव : चलती कार में गैंगरेप' की फर्जी कहानी, CCTV फुटेज में खुलासा

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
उन्नाव गुजरात के अहमदाबाद से हमीरपुर राठ जा रही लड़की से गैंगरेप का मामला फर्जी पाया गया। लड़की ने दुष्कर्म के आरोपी अपने ब्वायफ्रेन्ड को बचाने के लिए साजिश रची थी। एसपी ने मामले की जांच कराई तो हकीकत सामने आई। प्रेमी पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाले युवकों पर सुलह का दबाव बनाने के लिए नाटक रचा था। जिन युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया गया, पुलिस की जांच में वह घटना के समय अपनी दुकान और घर में पाए गए। सीसीटीवी फुटेज में इसका खुलासा हुआ। युवती ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में झूठा मुकदमा लिखवाने की बात स्वीकार की है। 
 

लखनऊ-कानपुर हाईवे पर फेंकने का आरोप लगाया था

गैंगरेप का झूठा आरोप लगाने वाली लड़की

हमीरपुर जिले की राठ कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली युवती ने बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद से राठ जाते समय झकरकटी बस स्टेशन से स्कर्पियो सवार पांच युवकों पर अगवा करने और चलती कार में गैंगरेप के बाद लखनऊ-कानपुर हाईवे पर फेंकने का आरोप लगाया था। युवती ने हमीरपुर जिले के चौबट्टा निवासी शिवकुमार व उसके साथी वसीम के अलावा तीन अन्य युवकों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी थी। पुलिस ने पांचों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था। एसपी पुष्पांजलि ने घटना की हकीकत जांचने के  लिए टीम राठ भेजी तो मामला उल्टा पाया।
 आरोपियों के खिलाफ राठ थाने में मुकदमा दर्ज

पुलिस पूछताछ में हमीरपुर जिले के राठ चौबट्टा निवासी सुंदर लाल सोनी पुत्र भगवान दास ने बताया कि 9 फरवरी को राठ थानाक्षेत्र के पटनऊ कस्बा निवासी उबेद पठान, किंजुल, कमर, इरफान, व इमरान ने तमंचे के दम पर दुष्कर्म किया था। आरोपियों के खिलाफ राठ थाने में मुकदमा दर्ज है। इसमें आरोपी उबेद पठान को पुलिस ने जेल भेज दिया था। अन्य आरोपियों में कमर, इरफान व इमरान ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। आरोपियों में शामिल युवती (गैंगरेप का आरोप लगाने वाली) का प्रेमी किं जल फरार चल रहा था। युवती का किंजल से प्रेम संबंध था। मुकदमा दर्ज कराने वालों पर सुलह करने का दबाव बनाने और प्रेमी को बचाने के लिए उसने गैंगरेप की झूठी कहानी रच डाली। एसपी पुष्पांजलि ने बताया कि मामला फर्जी पाया गया है। युवती के प्रेमी की मौसी व मौसेरी बहन की तलाश की जा रही है।  

प्रेमी की मौसी व मौसेरी बहन भी घटना में शामिल 

गैंगरेप का झूठा आरोप लगाने वाली लड़की

युवती के साथ गैंगरेप के फर्जीवाड़े में प्रेमी किंजल की मौसी व मौसेरी बहन भी घटना में शामिल हैं। पीड़िता के मुताबिक वह ट्रेन से कानपुर नहीं आई थी। बल्कि प्रेमी की मौसी व उसकी मौसेरी बहन के साथ कार से कानपुर आई थी। यहां प्रेमी ने युवती के कपड़े फाड़े थे और शरीर पर नाखूनों के निशान बनाए थे। बाद में उन्नाव-कानपुर हाईवे पर गदनखेड़ा बाईपास के निकट उतार दिया था। यहां पूर्व नियोजित ढंग से एक युवक युवती को मिला था। उसने गैंगरेप की कहानी रची थी।

उन्नाव : घरेलु कलह के चलते दोनों बच्चों के साथ नदी में डूबी मां

woman jumped into the river with her two children.
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी में उन्नाव शनिवार दोपहर मां और दो बच्चों की मौत की खबर सुनकर हर कोई सन्न रह गया। घरेलू कलह के चलते महिला ने खुद को बच्चों के साथ मौत के हवाले करना बेहतर समझा।  रायबरेली के बछरावां थाना के लकड़िहन खेड़ा की रहने वाली रिंकी (30) पत्नी सूर्यपाल पासवान का अपने पति से शुक्रवार को झगड़ा हो गया था। सूर्यपाल पासवान एक भट्ठा श्रमिक है और साथ ही में खेतीबाड़ी भी करता है। सूर्यपाल के अनुसार शुक्रवार को सूर्यपाल खेत पर धान पीटने गया था।
खेत से वापस आने पर जब उसने पत्नी रिंकी से खाना मांगा तो खाना नहीं बना था। इसी बात को लेकर दोनों का आपस में विवाद हो गया। शनिवार सुबह 9 बजे रिंकी क्षुब्ध होकर घर से बेटी अंशिता (9), बेटी पलक (6) और बेटे आयुष (4) के साथ घर से निकल गई और उन्नाव के मौरावां थाना क्षेत्र के ग्राम लोहरामऊ ग्राम आत्महत्या करने पहुंच गई।
जहां बड़ी बेटी अंशिता ने अपनी मां का हाथ छुड़ा लिया। जिससे रिंकी पलक और आयुष को लेकर सई नदी में कूद गई और तीनों की मौत हो गई। तीन लाशें देखकर गांववालों की आंखों में आंसू आ गए। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और जांच पड़ताल कर रही है

निकाय चुनाव: सीएम योगी ने कहा-यह करेंगे और यह भूलकर भी नहीं करेंगे

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टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो
 मुजफ्फरनगर. निकाय चुनाव के भाजपाई अभियान को धार देने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में थे. महज जीतने के लिए चुनाव नहीं लड़ने की बात कहते हुए उन्होंने चुनावी सभा में कहा कि शहरों के विकास की योजना को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा मैदान में है. उन्होंने पार्टी के संकल्प पत्र में शामिल हर वादे को अमल में लाने का वादा भी किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'सबका साथ, सबका विकास' के अपने नारे को पुख्ता करते हुए कहा कि शहर का विकास तो किया जाएगा, लेकिन किसी भी शहर में किसी रेहड़ी वाले को उजाड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि सड़कों से अवैध कब्जे हटाकर ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को छुटकारा दिलाया जाएगा. सीएम ने कहा कि रेहड़ीवालों का हटाने से पहले उनके नुकसान की भरपाई के लिए उनका पुनर्वास किया जाएगा.सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीने के पानी की व्यवस्था बेहतर करने का भी वादा मुजफ्फरनगर के लोगों से किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसका सर्वे करा लिया है. उन्होंने विकास के मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को किसी भी सूरत में पिछड़ने नहीं देने का वादा भी किया. उन्होंने किसानों को ट्यूबवेल का कनेक्शन दिए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसमें कोई परेशानी हो या इसे देने में आनाकानी की जा रही है तो इसकी शिकायत तुरंत करें. उन्होंने इन शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन भी दिया. सांप्रदायिकता की आग में झुलसने की त्रासदी झेलने का हवाला देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके लिए गोरखपुर और मुजफ्फरनगर एक समान हैं. उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश उनके लिए एक परिवार की तरह है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता संभालते ही उन्होंने कानून के राज की स्थापना का कदम उठाया. उन्होंने कहा कि अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई की और उनके शासन में एक भी दंगा नहीं हुआ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराधियों पर भी कार्रवाई की जा रही है और अब प्रदेश में कारोबारियों से रंगदारी वसूली की जुर्रत कोई नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि अपराधी या तो जेल में पहुंच रहे हैं या फिर यमराज के पास. प्रदेश के विकास और रोजगार का माहौल बनाने की भी बात उन्होंने कही. उन्होंने कहा कि किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा, सबका विकास करने का काम उनकी सरकार कर रही है. इस जनसभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडे, पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह, सांसद संजीव बालियान भी उप​स्थित थे.


राजस्‍थान के निकले अयोध्या में पकड़े गए 8 संदिग्‍ध मुस्लिम युवक

eight people arrested in ayodhya
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
अयोध्या में गोकुल भवन बैरियर पर पकड़े गए आठ संदिग्‍धों की पहचान राजस्‍थान निवासी के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद पुलिस ने यह जानकारी मीडिया को दी।
गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात अयोध्या में गोकुल भवन के बैरियर पर रात दो बजे एक जीप में आठ मुस्लिम युवकों को संदिग्‍ध मान हिरासत में ले लिया गया था। ये लोग कटरा पुलिस चौकी के पास से होते हुए रामजन्म भूमि की ओर बढ़ रहे थे। इनके पास से कई मोबाइल फोन और आईडी कार्ड बरामद हुए थे। 
इन लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर शनिवार को यूपी पुलिस ने राजस्‍थान पुलिस की मदद से वेरिफिकेशन कराया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवकों द्वारा दी गई जानकारी सही मिली है। देर शाम तक कागजी कार्रवाई पूरी कर युवकों को छोड़ दिया जाएगा। 
गौरतलब है ‌कि 2005 में अयोध्या में हुए आतंकी हमले में आतंकियों द्वारा इसी रास्ते का इस्तेमाल किया गया था। इसे देखते हुए इस रूट को य्लो जोन में रखा गया है।

इस खिलजी ने मान लिया था रानी पद्मावती को बहन

इस खिलजी ने मान लिया था रानी पद्मावती को बहन
टीम ब्रेक  न्यूज़ ब्यूरो

मुंबई . फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की आने वली फिल्म 'पद्मावती' पर उठा विवाद कि फिल्म में पद्मावती और अल्लाउद्दीन खिलजी के बीच आपत्तिजनक सीन दिखाया गया है इस सीन को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस फिल्म के विरोध में राजनैतिक पार्टियों से लेकर संगठन दल वाले आए दिन विरोध करते नजर आ रहे है. कही लोग फिल्म का पोस्टर जलाकर प्रदर्शन करते दिख रहे है. तो कही दीपिका की नाक काटने की धमकी दी जा रही है.

चित्तौड़ की रानी पद्मावती की कहानी हम सदियों से हम सुनते चले आ रहे है इतना ही नही रानी पद्मावती को लेकर साठ के दशक में फ़िल्म तक बनाई जा चुकी है इस फिल्म का नाम 'महारानी पद्मिनी' था. इस फिल्म में दिखया गया कि सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी रानी पद्मिनी के इश्क़ में गिरफ़्तार है. इस फ़िल्म के आखिर में खिलजी पद्मिनी को अपनी बहन मान लेते हैं और राजपूत राजा राणा रतन सिंह खिलजी की बांहों में आखिरी सांस लेता हैं. फ़िल्म रानी पद्मिनी के जौहर सीन पर खत्म होती है.
इतना ही नही इस फिल्म में रानी पद्मावती अल्लाउद्दीन खिलजी की जान बचाती है. और फिल्म के आखिर में खिलजी पद्मावती से कहता है कि "हमारी ये फ़तह इतिहास की सबसे बड़ी शिकस्त है." आपको बता दें इस फिल्म का कोई भी विरोध नही किया गया था. ये फिल्म भी इतिहास पर आधारित है, मगर लोगों ने इस पर कोई आपत्ति नही जातई. लेकिन वही भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' जो कि अभी तक रिलीज नही हुई है उस पर पूरे देश में विरोध हो रहा है

गौहर खान ने किया इनकार,नहीं करेंगी ये काम...

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई . फिल्म इंडस्ट्री में बहुत ही कम समय में अपने अभिनय के चलते बतौर एक्ट्रेस पहचान बनाने वाली गौहर खान का आज लाखों दिलों की धड़कन बन चुकी है. फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले गौहर ने बहुत संघर्ष किया है. अपने करियर की शुरुवात गौहर ने मॉडलिंग से की थी. आपको मॉडलिंग से अपने करियर का सफ़र शुरू करने के बाद गौहर म्यूजिक वीडियो, रियलिटी शो में भी नजर आ चुकी है छोटे पर्दे से पॉपुलर होने के बाद गौहर ने फिल्मों में में हाथ अजमाया. गौहर खान का कहना है कि उन्हें सीरियलों में काम की जरूरत महसूस नहीं होती, क्योंकि बॉलीवुड ने उन्हें स्वीकार कर लिया है.गौहर ने कहा कि लोग उनका असल पक्ष देखना चाहते हैं और इसलिए वह 'झलक दिखला जा 3' और 'बिग बॉस 7' जैसे रियलिटी शो में काम करना पसंद करती हैं.गौहर ने कहा, "मुझे बॉलीवुड में स्वीकार कर लिया गया है.मेरी यात्रा की सबसे अच्छी बात यह है कि मुझे लगातार प्यार मिल रहा है, आप जानते हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि लोग मुझमें रियलिटी देखना चाहते हैं.गौहर (34) ने 'रॉकेट सिंह : सेल्समेन ऑफ द ईयर' में काम किया है.उनका मानना है कि लोग उनके साथ जुड़ सकते हैं और यह उनके लिए 'सबसे बड़ी जीत' है. उन्होंने कहा, "जब लोग मुझे उससे जोड़ते हैं, जो मैं हूं और सभी उम्र की महिलाएं और लड़कियां मेरे पास आती हैं, कहती हैं मैं उनके लिए प्रेरणा हूं. यही मेरे जीवन का लक्ष्य है.मैं यही चाहती हूं.मैं सकारात्मक तरीके से लोगों को प्रभावित करना चाहती हं, इसलिए मुझे लगता है कि अगर रियलिटी टेलीविजन है, तो इसमें काम करना चाहिए. 


अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर से धरे गए 8 संदिग्ध, बड़ी साजिश की आशंका

अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर से धरे गए आठ संदिग्ध, बड़ी साजिश की आशंका
टीम ब्रेक न्यूज़  ब्यूरो 
अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में पुलिस ने एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया है। पुलिस ने देर रात राम जन्मभूमि परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे आठ संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। हालांकि संदिग्धों के पास किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। युवकों ने कहा कि वे रास्ता भटक गए थे। सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही है। संदिग्ध युवकों ने पुलिस को बताया कि वे सभी धार्मिक यात्रा पर निकले थे और रास्ता भटक गए। पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले हैं। इनके नाम मोहम्मद शकील, मोहम्मद शाकिर, मोहम्मद सईद, मोहम्मद रजा, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद मदनी, मोहम्मद हुसैन और अब्दुल वाहिद बताया हैं। युवकों ने बताया कि वे बहराइच के बाद अंबेडकर नगर स्थित किछौछा शरीफ जाने वाले थे। इन युवकों के पास आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस के अलावा कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला है।युवकों के पास से राजस्थान के पते की एक जीप बरामद हुई है। खुफिया एजेंसी इन लोगों द्वारा बताए गए पते की की जांच कर रही है। जांच एजेंसियां इनके आधार कार्ड का वेरिफिकेशन भी करवा रही है। संदिग्ध युवकों से पूछताछ करने के लिए यूपी एटीएस की टीम भी लखनऊ से रवाना हो चुकी हैं।


खाखी में दिखा जल्लाद, ऐसे उगलवाता है जुर्म-महराजगंज से राम-बहादुर की रिपोर्ट

एक बार फिर वर्दी में दिखा जल्लाद, ऐसे उगलवाता है जुर्म
टीम ब्रेक न्यूज़  ब्यूरो 
महाराजगंज. जहां एक तरफ योगी सरकार यूपी पुलिस की छवी सुधारने की कोशिश कर रही है. वही दूसरी तरफ पुलिस के आलाधिकारी है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही एक मामला महाराजगंज से सामने आया है. जहां एक दरोगा नाबालिग चोर से कुछ इस अंदाज़ में गुनाह कबूलवा रहे है जिसे देख हर किसी के रौंगटे खड़े हो जाएंगे. मामला महाराजगंज जिले के पनियरा थानाक्षेत्र का है. जहां बीते 16 सितंबर को उस्का ग्रामसभा में एक महिला के घर चोरी हो गई थी. जिसके बाद महिला की तहरीर पर पनियरा पुलिस ने गांव के ही दो नाबालिग युवकों को जांच-पड़ताल के लिए हिरासत में ले लिया था. जिसके बाद पुलिस वालों ने चोरी का पता लगाने के लिए दोनों युवकों को एक-दो नहीं बल्कि 14 दिनों तक लगातार थाने में बंद रखा और इस इस दौरान दोनों युवकों को पीटा जाता रहा. बता दें, वीडियो में दिख रहे दरोगा, महराजगंज में पनियरा थाने के मुजरी चौकी के इंचार्ज हैं जो चोरी के आरोपी की टांगों पर बल्ली रखकर एक और पुलिस वाले की मदद से दोनों तरफ से दबाए हुए हैं.  वीडियो में दरोगा भद्दी-भद्दी गालियां भी देते हुए नज़र आ रहे हैं. इस दौरान दरोगा के मन में जरा सी भी दया नही आ रही है और वो लगातार मार-मार कर सच्चाई जाने बिना जुर्म कबूल करवाने में लगे हुए हैं. वैसे तो अभी ये भी नहीं कहा जा सकता है कि युवक आरोपी है या नहीं. लेकिन इस वीडियो में दरोगा की हैवानियत ये बयां कर रही है कि अब इंसानियत धीरे-धीरे खोती चली जा रही है. 


Thursday, November 16, 2017

यूपी प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 16 दागदार अधिकारियों पर गिरी योगी की गाज


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. इन दिनों यूपी सरकार दागदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने में जुटी है. यूपी प्रशासन द्वारा ऐसे अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है जो भ्रष्टाचार और अक्षमता के आरोप किसी ना किसी मामले में उनपर जांच चल रही है. राज्य सरकार ने गुरुवार को 50 साल से ज्यादा उम्र के दागदार अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 16 अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया. जांच अधिकारी ने बताया कि जबरन रिटायर किए गए लोगों में तीन डीएसपी, टैक्स विभाग के पांच अधिकारी और शिक्षा विभाग के बीएसए स्तर के आठ अधिकारी शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ किसी ना किसी मामले में जांच चल रही थी, जिसमें भ्रष्टाचार और अक्षमता के आरोप थे.प्रदेश सरकार के पांच अफसरों को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने का आदेश जारी कर दिया है. इनमें एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 केशव लाल,ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. अनिल कुमार अग्रवाल, ज्वाइंट कमिश्नर हरीराम चौरसिया, डिप्टी कमिश्नर कौशलेश और असिस्टेंट कमिश्नर इंद्रजीत यादव शामिल हैं प्रदेश सरकार ने वाणिज्य कर विभाग की ओर से चिह्नित किए गए पांच अफसरों को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने का आदेश जारी कर दिया. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक आरोपी केशव लाल के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति जमा करने के आरोप भी रहे हैं. आईएएस और आईपीएस के लिए स्क्रीनिंग कमेटी बनी गई. जांच में मुख्य सचिव राजीव कुमार की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव मत्य, पशुधन और दुग्ध विकास सुधीर एम. बोवड़े और डीजीपी सुलखान सिंह हैं. यह कमेटी आईपीएस संवर्ग के 50 वर्ष से ज्यादा की उम्र के ऐसे अफसरों को चिह्नित करेगी, जिनका कॅरियर दागदार रहा है. अब इस कमेटी के माध्यम से चिह्नित होने वाले आईपीएस अफसरों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने के संबंध में प्रदेश सरकार निर्णय लेगी. जांच अधिकारी ने बताया कि आईएएस की कमेटी में मुख्य सचिव राजीव कुमार अध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति और कार्मिक दीपक त्रिवेदी सदस्य, अन्य राज्य के सदस्य के रूप में उत्तराखंड के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनूप बधावन को शामिल किया गया है. आईपीएस की कमेटी में बाहरी सदस्य के रूप में कमेटी में उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी को नामित किया गया है.

कार्य में लापरवाही,छह ब्लाकों के एडीओ पंचायत को प्रतिकूल प्रविष्टि-महराजगंज से साधू शरण "चिन्तित" की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज। जिले के छह ब्लॉकों के सहायक विकास अधिकारियों (पंचायत) को कार्य में लापरवाही बरतने पर डीपीआरओ ने प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी है। साथ ही भविष्य में दायित्व के प्रति सजग रहने की चेतावनी भी दी है। डीपीआरओ ने यह कार्रवाई स्वच्छ भारत मिशन के तहत जरूरी सूचनाओं की फीडिंग में लापरवाही बरतने पर की है।
पंचायती राज विभाग स्वच्छता मिशन को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। चाहे सूचनाओं के संकलन की बात हो या फिर शौचालयों के निर्माण की प्रगति की रिपोर्ट, सभी तथ्यों पर ध्यान दिया जा रहा है। डीपीआरओ मनोज त्यागी ने बताया कि लक्ष्मीपुर ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) गुलाब प्रसाद पाठक, सदर ब्लॉक के प्रद्युम्न प्रजापति, मिठौरा के नंदलाल यादव, निचलौल के राधेश्याम, फरेंदा के गुलाब प्रसाद पाठक और नौतनवां के सहायक विकास अधिकारी रामकृष्ण को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इन सभी एडीओ पंचायत पर दायित्व के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप है। उन्होंने बताया कि नौतनवां ब्लॉक में स्वच्छता मिशन के तहत सिर्फ 58 लाभार्थियों की फोटो अपलोड हुई है। फरेंदा ब्लॉक में 89 लाभार्थियों की फीडिंग हुई है। इसी तरह अन्य ब्लॉकों में भी जरूरी जानकारी अपलोड नहीं हुई है। लापरवाही बरतने वाले छह ब्लाकों के एडीओ पंचायत को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए भविष्य में दायित्व के प्रति सजग रहने की चेतावनी भी दी गई है।
डीपीआरओ ने कहा कि शौचालयों के निर्माण की प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट पर ध्यान दिया जा रहा है। इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि तय समय सीमा के अंदर लक्ष्य के अनुरूप शौचालयों के निर्माण के कार्य पूरे हो जाएं।

यूपी बोर्ड ने किया बदलाव, तीन हजार परीक्षा केंद्र लिस्ट से बाहर

यूपी बोर्ड ने किया बदलाव, तीन हजार परीक्षा केंद्र लिस्ट से बाहर
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 यूपी बोर्ड ने प्रदेश के तीन हजार विद्यालयों के परीक्षा केंद्रों में बदलाव किया है. बोर्ड मुख्यालय ने बुधवार को वेबसाइट पर परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची जारी कर दी है. इसमें कई नए कालेजों को केंद्र बनाया गया है. यूपी बोर्ड ने 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्रों का निर्धारण पूरा कर लिया है. इस बार बोर्ड मुख्यालय पर कंप्यूटर के जरिए परीक्षा केंद्र बनाए गए है. माध्यमिक शिक्षा के एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाने के लिए राजकीय और अशासकीय विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाने के निर्देश थे. जहां 2017 की परीक्षा में 11,414 विद्यालय परीक्षा केंद्र बने थे, वहीं इस बार यह संख्या घटकर लगभग 8500 रह गई है. बोर्ड मुख्यालय ने बुधवार को वेबसाइट पर परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची जारी दी है. इसमें कई नए कालेजों को केंद्र बनने का मौका भी मिला है. यह सारा उलटफेर विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर हुआ है.केंद्रों का चयन परीक्षा नीति में तय मानक और विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर किया गया है. यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा केंद्रों की आखिरी सूची वेबसाइट पर जिला के मुताबिक वेबसाइड पर अपलोड कर दी गई है. यूपी बोर्ड के सचिव ने बताया कि केंद्र निर्धारण के साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षकों और मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशकों से इस बावत तत्काल रिपोर्ट भी मांगी गई है. इसी के साथ यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि वेबसाइट पर जारी अनंतिम सूची पर आम लोगों से 20 नवंबर तक आपत्तियां मांगी गई हैं. लोग अपने जिले में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर आपत्ति तय समय में दे सकते हैं. इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक उनका निस्तारण जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति के जरिए करेंगे और 27 नवंबर तक जमा करने को कहा गया है. इसके बाद ही 30 नवंबर को परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी.


सीएम योगी के शहर में खुलेआम छेड़ी जा रहीं लड़कियां

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 

गोरखपुर. सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में शोहदों की दबंगई का वीडियो खासा वायरल हो रहा है. छेड़खानी का विरोध करने वाली युवती के साथ उसे और उसके परिवार की महिलाओं को बेरहमी से ​पीटते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं बेखौफ बदमाशों ने सरेआम इस युवती के कपड़े तार-तार कर दिए. बेलगाम शोहदे जब यह दुस्साहसिक हरकत कर रहे थे तो उनकी यह करतूत एक मोबाइल कैमरे में कैद हो रही थी.




गोरखपुर के तिवारीपुर थाने के भ्रपुरवा इलाके का यह मामला है. मकानों के बीच संकरे रास्ते से सटा अंसार स्कूल है. मकानों की छत पर खड़ी म​हिलाओं को देखकर वहां मौजूद इरशाद अश्लील हरकत कर रहा था. उसकी इस हरकतों की शिकायत युवती ने इरशाद के परिजनों से की. इस शिकायत से खफा इरशाद अपने भाईयों के साथ युवती के घर पर पहुंचकर पथराव किया. उन्हें बाहर आने पर देख लेने की धमकी भी दी.शोहदे की इस कारगुजारी का युवती ने विरोध किया. इस पर शोहदे और उसके भाईयों ने मिलकर युवती को पीटना शुरू कर दिया. युवती को बचाने के लिए जब उसकी बड़ी बहन वहां पहुंची तो शोहदों ने उसे भी नहीं बख्शा. शोहदों ने विरोध करने वाली युवती के कपड़े भी तार-तार कर उसे सरेआम बेइज्जत किया. इसी बीच पड़ोसियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया.
रविवार की शाम को शोहदा और उसके भाई जब बेखौफ होकर यह कारनामा अंजाम दे रहे थे तो वे कैमरे में भी कैद किए जा रहे थे. कैमरे में कैद शोहदों की इस दुस्साहसिक हरकत अंजाम देने वाला यह वीडियो वायरल हो रहा है. पुलिस ने आरोपी शोहदे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन इस दुस्साहसिक शोहदे को अरेस्ट करने का वह अभी तक साहस नहीं जुटा पाई है.

पद्मावती रिलीज हुई तो कटेगी दीपिका की नाक : करणी सेना


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई . फिल्म पद्मावती पर उठा विवाद थमने का नाम ही नही ले रहा है इस फिल्म को रिलीज होने में महेज 15 दिन बचे है लेकिन आए दिन इस फिल्म से जुड़े विवाद को लेकर विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद में सामने आई करणी सेना ने भी फिल्म की रिलीज पर आपत्ति जताई है और धमकी दी है कि फिल्म पद्मावती रिलीज हुई तो इस फिल्म की एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जो कि पद्मावती का किरदार निभा रही है उनकी नाक काट दी जाएगी. करणी सेना की इस धमकी से हर तरफ सनसनी सी फैल गयी है. वही दूसरी तरफ इस फिल्म को लेकर उत्तर प्रदेश के होम मिनिस्ट्री ने इंन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री को पत्र लिखा और कहा कि राज्य में नगरीय निकाय चुनाव होने वाले है ऐसे में फिल्म के रिलीज हुई तो कानून-व्यवस्था पर प्रभाव पड़ेगा. इतना ही नही उन्होंने लेटर में लिखा कि फिल्म की कहानी को लेकर तोड़-मरोड़ दिखाए जाने पर लोग पहल से काफी गुस्साए हुए है.आपको बता दें फिल्म पद्मावती को लेकर राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों विरोध जताया है. उनके हिसाब से फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. राजपूत करणी सेना का कहना है कि ​इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच आपत्तिजनक सीन दिखाया गया है जिससे भावनाओं को ठेस पहुंची है. वही अब राजस्थान के राजघराने भी विरोध पर आवाज उठाने लगे है. 


यूपी पुलिस का कारनामा, शोहदों की बजाय पति को ही बना दिया मुजरिम

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 

कानपुर. यूपी के जिले कानपुर में पुलिस के बर्ताव से नाराज़ एक युवक ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. फिलहाल मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को बचा लिया है. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के कैबनेट मंत्री सतीश महाना के घर के बाहर अपने परिवार के साथ पहुंचे राकेश कुमार सोनी नाम के एक युवक ने अपने ऊपर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की , इस बीच वहां खड़े पुलिस वालों ने सही समय पर आग को बुझा दिया जिससे युवक की जान बच गई. आत्मदाह का ये कारण आत्मदाह का प्रयास करने वाले राकेश का आरोप है कि 17 तारीख को क्षेत्र के कुछ दबंग युवकों ने उसकी पत्नी से अभद्रता की थी. जिसके बाद उसने पुलिस में इस बात की शिकायत करते हुए दबंगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा था, लेकिन पुलिस ने उल्टा पीड़ित पति के उपर ही कार्रवाई कर दी. इस बात से नाराज़ राकेश का कहना है कि वो सतीश महाना के घर पर आत्मदाह करने आए है जिससे उनको यह पता चले कि इस सरकार में प्रशासन की क्या हालत है, जिससे आम जनता को क्या-क्या नहीं सहना पड़ रहा है.


BJP नेता की मुस्लिमों को धमकी, कहा-नहीं दिया वोट तो झेलनी होंगी बहुत मुसीबतें

भाजपा नेता की मुस्लिमों को धमकी, कहा-नहीं दिया वोट तो झेलनी होंगी बहुत मुसीबतें

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 

बाराबंकी. एक ओर यूपी के सीएम सबका साथ और सबका विकास का नारा बुलंद कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी के बड़बोले नेता सूबे में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का काम कर रहे हैं. निकाय चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में भाजपा नेता ने मुस्लिमों को वोट न देने पर मुसीबत झेलने की बात कही.

प्रदेश में निकाय चुनाव का माहौल है. भाजपा भी इसे लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर चुनाव मैदान में जोर-आजमाइश में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इसका उसे अहसास सात महीने पहले ही था. इसीलिए प्रदेश में भारी बहुमत से सरकार बनाने के बावजूद उसने अपने हिंदू एजेंडे को दरकिनार कर सबका साथ-स​बका विकास का नारा दिया था.सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रदेश भर मे इस नारे को बुलंद कर सभी के कल्याण की बात कहते आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने राम मंदिर और हिंदू तीर्थस्थलों का एजेंडा भी साथ में आगे बढ़ा रहे हैं. लेकिन, उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ कोई दुराव वाला बयान नहीं दिया. वे ही नहीं भाजपा के शीर्ष नेता भी इससे बच रहे हैं. इसके बावजूद भाजपा के कुछ नेताओं के सिर से हिंदू एजेंडे का उत्साह सिर चढ़कर बोल रहा है.गुुरूवार को बाराबंकी में निकाय चुनाव को लेकर आयोजित एक सभा में भाजपा नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने मुस्लिमों को भाजपा को वोट देने के लिए धमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सार्वजनिक मंच से उन्होंने कहा-'मैं वोटों की भीख नहीं मांग रहा हूं, आपको बीजेपी को वोट देना होगा.' उनके बिगड़े बोल यहीं नहीं थमे, उन्होंने मुस्लिमों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुस्लिमों ने वोट नहीं दिया तो बीजेपी की सरकार में उन्हें कई परेशानियां उठानी पड़ेगी.भाजपा नेता आज पूरे जोश में थे और वे मुस्लिमों के खिलाफ चेतावनी पर चेतावनी देते जा रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है, सपा की नहीं. उन्होंने कहा कि अब वे यहां डीएम और एसपी से अपना काम नहीं करा सकेंगे और उनकी मदद अब कोई नेता नहीं कर पाएगा. भाजपा नेता जब मुस्लिमों के खिलाफ आग उगल रहे थे तो मंच पर प्रदेश सरकार के मंत्री रमापति राम और दारा सिंह मौजूद थे.भाजपा नेेता ने कहा कि सड़क, खड़ंजा, नाली जैसी सुविधाएं नगर पालिका में आती हैं, अगर वोट नहीं दिया तो कई परेशानियां उन पर आ सकती हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाजपा को वोट देंगे तो सुखी रहेंगे. बता दें कि नगर पालिका चेयरमैन पद के लिए भाजपा प्रत्याशी के तौर पर रंजीत बहादुर की पत्नी ​शशि श्रीवास्तव चुनाव मैदान में हैं. उन्हीं के समर्थन के लिए यह चुनावी सभा आयोजित हुई थी.

यूपी सरकार ने केंद्र को लिखी चिट्ठी, पद्मावती की रिलीज से शांति व्यवस्था को खतरा

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
चर्चित फिल्म पद्मावती की रिलीज पर प्रदेश में फिलहाल संकट खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने केंद्र को चिट्ठी लिखकर कहा है कि एक दिसंबर को फिल्म रिलीज होने से शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। उसी दिन प्रदेश में निकाय चुनाव की मतगणना और बारावफात का त्यौहार है।
प्रमुख सचिव गृह ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से आग्रह किया है कि वह पद्मावती फिल्म की कथावस्तु एवं ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किए जाने से व्याप्त जनाक्रोश एवं जनभावनाओं से सेंसर बोर्ड को अवगत कराएं।

पद्मावती का ट्रेलर 9 नवंबर को रिलीज किए जाने के बाद से प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में इसका विरोध हो रहा है। फिल्म का एक दिसंबर को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज होना प्रस्तावित है।

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बुधवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव एनके सिन्हा को पत्र लिखकर कहा है कि फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों एवं समाज के लोग बैठक, प्रदर्शन, पुतला दहन, नारेबाजी और ज्ञापन के माध्यम से तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।

वे सिनेमाघरों के मालिकों से फिल्म न दिखाने की अपील कर रहे हैं। फिल्म का प्रदर्शन किए जाने पर तोड़फोड़, आगजनी व आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है। यूपी के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र व दिल्ली में भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं।

खिलजी से प्रेम प्रसंग, घूमर नृत्य पर है एतराज


बकौल प्रमुख सचिव गृह, विभिन्न संगठनों का कहना है कि फिल्म में पद्मावती द्वारा घूमर नृत्य एवं अलाउद्दीन खिलजी के साथ प्रेम प्रसंग को दिखाया गया है। इसका उल्लेख किसी ऐतिहासिक पुस्तक में नहीं है। वे रानी पद्मावती के चरित्र को गलत ढंग से प्रदर्शित करने वाले दृश्य को फिल्म से हटाने की मांग कर रहे हैं।

फिल्म रिलीज शांति व्यवस्था के हित में नहीं


प्रमुख सचिव गृह ने कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना और बारावफात के मद्देनजर शासन, प्रशासन की व्यस्तताओं के चलते एक दिसंबर को फिल्म का रिलीज होना शांति व्यवस्था के हित में नहीं होगा। यदि फिल्म को ट्रेलर के समय के मूल रूप में प्रदर्शित किया जाता है तो प्रदेश में व्यापक पैमाने पर अशांति और कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

सेंसर बोर्ड को बताएं, शांति व्यवस्था प्रभावित होगी

पद्मावती

प्रमुख सचिव गृह ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण सचिव से अनुरोध किया है कि वह सेंसर बोर्ड को अवगत कराएं कि फिल्म की कथावस्तु एवं ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने से जनाक्रोश है। इसके प्रदर्शन से शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। ताकि फिल्म को प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र देने से पहले सेंसर बोर्ड के सदस्य जनभावनाओं से अवगत हो सके और विधिसम्मत निर्णय ले सकें।

Wednesday, November 15, 2017

मौत में पांच दिन बाद भाई ने लगाया हत्या का आरोप

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी कोठी क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व लापता व्यक्ति का शव कुएं में मिलने के मामले में भाई ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। 
बताते चलें कि कोठी थाना क्षेत्र के सराय मोहद्दीनपुर गांव निवासी बालकराम (52) का शव पड़ोसी के दरवाजे पर स्थित कुएं से बरामद हुआ था।मृतक के भाई राजाराम ने बताया कुंए में लाश मिलने से पूर्व बालक राम से  एक केले के व्यापारी ने 12000 रुपये बालकराम को दिया था उसके बाद मेरे भाई बालकराम गांव के ही रिंकू पुत्र गंगाराम के साथ खेत में खाद डलवाने गए फिर वापस आकर रिंकू ने मेरे भाई से बाइक मांगी तो भाई ने गाड़ी देने से मना कर दिया, कहा कि साथ बाइक लेकर चल सकते हैं। आरोप है कि बालकराम रिंकू के साथ उसकी ससुराल ग्राम इसरौली सारी गए जहां पर शाम करीब 7:00 बजे वापस रिंकू व उसके साथ एक व्यक्ति लौट आया व बाइक की चाबी बालकराम की पत्नी को दे दिया। जब बालकराम की पत्नी ने अपने पति के बारे में पूछा तब रिंकू ने कहा कि गांव के बाहर हैं आ रहे हैं। जिसके दूसरे दिन सुबह गांव के एक कुएं में बालकराम का शव बरामद हुआ। भाई का कहना है कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि रिंकू व उसकी मां मालती व रिंकू का भाई पिंटू ने मेरे भाई की हत्या कर शव को कुएं में डाल दिया है। वही थानाध्यक्ष कोठी आरपी रावत ने बताया कि मामला मेरी जानकारी में नहीं है, जो भी आरोप है जांच कर कार्रवाई होगी।

बाराबंकी : तहसीलदार और अमीनों में बवाल ,फेंकी गई कुर्सिया

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टीम  ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी तहसील हैदरगढ़ में राजस्व समीक्षा बैठक के दौरान तहसीलदार का अमीनों से बवाल  हो गया। अपशब्दों के प्रयोग से आक्रोशित अमीनों के विरोध पर तहसीलदार मीटिंग हॉल में तेजी से कुर्सी फेंककर भागे । तहसीलदार ने अरोपों को नाकारा कहा कि राजस्व वसूली व ऑनलाइन फीडिंग के काम से बचने के लिए कुछ लोग बेवजह इस विवाद  को तूल दे रहे है 
 तहसील सभागार में तहसीलदार राजस्व वसूली व आनलाइन फीडिंग की समीक्षा कर रहे थे। राजस्व वसूली कम होने तथा ऑनलाइन फीडिंग नहीं पाए जाने पर तहसीलदार ने अमीनों को फटकार लगाई तथा सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। अमीन संघ अध्यक्ष मो. रजा ने आरोप लगाते हुए बताया कि बैठक में तहसीलदार अपशब्दों का प्रयोग कर लेखपालों की तरह सबक सिखाने की धमकी देने पर उतर आए। अमीनों के विरोध प्रदर्शन करने पर तहसीलदार कुर्सी फेंक कर तेजी से बैठक से निकल गए। जिस पर मो. रजा की अगुवाई में सत्येंद्र मिश्र, अवधेश तिवारी, समर बहादुर, सरयू यादव आदि ने तहसील परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अमीनों ने वसूली की ऑनलाइन फीडिंग के लिए कंप्यूटर उपलब्ध कराने व तहसीलदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। सूचना पर एसडीएम ने फोन पर वार्ता कर बुधवार को दोनों पक्षों के समक्ष वार्ता कर सम्मानजनक समाधान कराने का आश्वासन देकर अमीनों को शांत किया। इस बारे में तहसीलदार धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्व वसूली व ऑनलाइन फीडिंग नहीं होने के बारे में पूछताछ से बचने के लिए कुछ लोग बेवजह विवाद कर कार्य से बचना चाहते हैं। उन्होंने बैठक में अपशब्द का प्रयोग करने के आरोपों से इंकार किया है।

Tuesday, November 14, 2017

महराजगंज : भूसा मशीन की चपेट में आने से युवक की मौत


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज गुलरिहा थाना क्षेत्र के गांगी और टिकरिया रोड पर स्थित गिरमिट चौराहे के बगल में एक खेत में ट्रैक्टर से पुआल का भूसा बनाते समय भूसा मशीन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गयी। घटना के बाद ट्रैक्टर चालक छोड़कर फरार हो गया।घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। पनियरा थाना क्षेत्र ग्राम सभा भवानीपुर के बजरिअहवा टोला निवासी गौतम उर्फ छोटू (25)मंगलवार को दिन में 2 बजे के करीब गांगी रोड पर गिरमिट चौराहे के बगल में खेत में पुआल का भूसा बना रहा था।उसी दौरान गले में लपेटा हुआ गमछा मशीन में फंस गया। जिससे युवक का हाथ और सिर शरीर से अलग हो गया। जिससे युवक की दर्दनाक मौत हो गई। युवक की मौत की सूचना मिलते ही ट्रैक्टर चालक गाड़ी को छोड़ कर फरार हो गया। सूचना पाकर पहुंची गुलरिहा पुलिस व 100 नंबर की पुलिस शव और ट्रैक्टर को अपने कब्जे मे ले लिया है।ट्रैक्टर मृतक के किसी नजदीकी रिश्तेदार का बताया जा रहा है। मृतक का अभी दो वर्ष पूर्व शादी हुई थी मृतक अपने पीछे एक मासूम लडका और पत्नी को छोड गया है। मृतक चार भाइयों में सबसे छोटा था। घटना की खबर से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है ।

2 लाख रुपए के लिए विवाहिता को मारने का प्रयास

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा  दहेज में दो लाख रुपए, बाइक व सोने की चेन नहंीं मिली तो ससुराल वालों ने विवाहिता का करंट लगाकर जान से मारने का प्रयास किया। मगर वह जान बचाकर ससुराल से भाग निकली। पीड़ित महिला ने थाना परसपुर में पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
थाना परसपुर क्षेत्र के मरचौर गांव के मजरे पूरे भया मधईपुर कुर्मी चौराहा भौरीगंज रोड निवासिनी संगीता पत्नी रमाशंकर ने थाना परसपुर में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि उसकी शादी 31 मई 2017 को ज्ञानचंद के बेटे रामशंकर के साथ हुई थी। 
शादी में दान दहेज दिया था। ससुराल पहुंचने पर वहां के लोगों ने कम दहेज लाने का ताना देते हुए 2 लाख नकद, बाइक व सोने की चेन की मांग करने लगे। इसके लिए ससुराल वाले उसे प्रताड़ित किया करते थे।
प्रताडना के बारे में उसने अपने पिता को बताया। पिता ने बेटी के ससुराल वालों को समझाया। मगर उसके बाद ससुराल वालों ने उसे और प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। संगीता का आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे मार डालने की धमकी दी। संगीता के मुताबिक 04 सितम्बर को ससुराल वालों ने करंट लगा कर उसे मार डालने का प्रयास किया। मगर वह किसी तरह से जान बचाकर वहां से भाग निकली।

संगीता ने थाना परसपुर में पति रमाशंकर, सास बिटाना, श्वसुर ज्ञानचंद, उमाशंकर व जेढ़ लल्लू उर्फ दिलजले के खिलाफ दहेज प्रताडना की रिपोर्ट दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष परसपुर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

'पद्मावती' के रिलीज से पहले भंसाली दिखाएंगे राजपूत संगठनों को फिल्म

पद्मावती के रिलीज से पहले भंसाली दिखाएंगे राजपूत संगठनों को फिल्म
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई . फिल्म पद्मावती को लको लेकर उठा विवाद थमने का नाम नही ले रहा है एक बाद एक सभी वर्गों ने इस फिल्मों को लेकर आपत्ति जताई है इसी कड़ी से जुड़े राजपूत समाज भी सामने आ गया. राजपुताना संगठन ने फिल्म में जिस तरह से पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच आपत्तिजनक दृश्य दिखाए जाने में आवाज उठाई और विरोध जताया है, और उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ दिखाने से राजपूत मर्यादा का उल्लंघन करना होगा.  इसीलिए अब फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली राजपूत संगठनों को फिल्म दिखाने के लिए सहमत हो गये हैं.अखंड राजपुताना सेवासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर पी सिंह ने यहां दावा किया कि फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली फिल्म रिलीज़ से पहले राजपूत समाज के संगठनों के प्रतिनिधियों को फिल्म दिखाने के लिए सहमत हो गए हैं. उन्होंने कहा कि फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा कि फिल्म में राजपूत समाज और रानी पद्मावती की मर्यादा और मान-सम्मान का कितना ख्याल रखा गया है जैसा कि भंसाली दावा कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि फ़िल्म में कुछ भी तथ्य से परे, राजपूत समाज की मर्यादा के विपरीत और आपत्तिजनक हुआ तो उसे फिल्म से हटाना ही होगा, तभी फिल्म रिलीज़ होगी. फिल्म पद्मावती एक दिसंबर को प्रदर्शित होगी. इसमें दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह अहम किरदार निभा रहे हैं.


अब जहरीली हुई लखनऊ की आबोहवा, जानिए कितना पहुंचा प्रदूषण का स्तर

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
अफसरों की लापरवाही से राजधानी की आबोहवा एक बार फिर जहरीली हो चुकी है। वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल तक पहुंच गया है। सोमवार को जहां औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 426 रिकॉर्ड किया गया। वहीं सुबह और शाम के समय अलग-अलग इलाकों में यह अधिकतम 500 के लेवल पर पहुंच गया।24 घंटे पहले ही लखनऊ की एक्यूआई जहां 374 रिकॉर्ड की गई थी, वहीं सोमवार को एक्यूआई बढ़कर 426 पहुंच गया। 400 से अधिक एक्यूआई होने पर शहर की हवा दोबारा खतरनाक हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक खतरनाक (सीवियर) हो चुकी हवा लोगों को बीमार बना सकती है।ऐसे में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मौका रहते जिम्मेदार अधिकारी वायु प्रदूषण को कम करने का प्रयास क्यों नहीं कर पाए? यह उस समय है जब पिछले एक महीने से लगातार लखनऊ का वायु प्रदूषण 300 एक्यूआई के ऊपर बना हुआ है। लापरवाही की वजह से एक बार फिर से पुराने लखनऊ  (लालबाग लोकेशन) में जहरीली हवा ने इमरजेंसी हालात पैदा कर दिए हैं। सीपीसीबी की रिपोर्ट में लालबाग और तालकटोरा को गहरा लाल रंग दिया गया है।
कानपुर से अधिक प्रदूषित लखनऊ
शहर             (एक्यूआई)
गाजियाबाद       497
मुरादाबाद        479
नोएडा             466
लखनऊ          426
कानपुर           421
आगरा            385

अफसर बोले, हम कर रहे प्रयास
हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित कर लिया जाए। निर्माण सामग्री खुले में डालने से लेकर कूड़ा जलाने तक पर सख्ती से प्रतिबंध है। जिला प्रशासन, नगर निगम सहित दूसरे विभागों की मदद ली जा रही है। जब तक मौसम नहीं सुधरेगा, धूप नहीं निकलेगी, तब तक प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कण और गैस नहीं छंट सकतीं हैं। जितना वायु प्रदूषण को कम किया जा सकता है। उसके लिए कार्रवाई चल रही है।
- आशीष तिवारी, सदस्य सचिव, यूपीपीसीबी

यूपी निकाय चुनाव...योगी का शंखनाद, मंच से खोला अयोध्या से शुरुआत का राज

Cm yogi attends a public meeting
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अयोध्या से नगर निकाय चुनाव के प्रचार की शुरुआत की। इस अवसर पर जीआईसी मैदान में अयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आयोध्या की अपनी एक पहचान है। सात पवित्र नगरियों में पहली पुरी है, अयोध्या। यहां पहली बार नगर निगम के चुनाव हो रहे हैं। चुनाव के लिए आप सब तैयार हैं। इसलिए नगर निगम चुनाव की पहली सभा आयोध्या में हो रही है।
 इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, महंत रामदास, महंत सुरेशदास भी मंच पर मौजूद रहे।अयोध्यावासियों से बीजेपी प्रत्याशियों को वोट देने की अपील करने के साथ उन्होंने कहा कि नगर निकाय के चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। लगभग 30 फीसदी आबादी इन निकाय इकाईयों में निवास कर रही है। केंद्र और राज्य द्वारा बनाई जा रही योजनाओं का लाभ इन ‌इकाईयों के निचले स्तर तक पहुंचे इसलिए नगर निकाय इकाइयों में भी बीजेपी बोर्ड का गठन होना चाहिए।चुनाव प्रचार के लिए निकलने से पहले सीएम आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि राम के बगैर भारत में कोई काम नहीं हो सकता है, राम हमारी आस्था के प्रतीक हैं। इसलिए इस चुनाव प्रचार की शुरुआत अयोध्या से की जा रही है। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ ने आज से चुनाव प्रचार की शुरुआत की है। पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने मात्र 29 हजार घरों का निर्माण किया। हमने मात्र सात महीने के कार्यकाल में नगरीय क्षेत्रों एक लाख 61 हजार से ज्यादा घर उपलब्‍ध करा चुके हैं।

Sunday, November 12, 2017

चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस ने दी बीजेपी को दी करारी मात

चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस ने दी बीजेपी को पटकनी
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पा है। कांग्रेस के निलांशु चतुर्वेदी ने 14333 वोटों के साथ बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस उम्मीदवार को कुल 66810 वोट हासिल हुए। बीजेपी उम्मीदवार शंकरदयाल त्रिपाठी को सिर्फ 52477 वोट मिले। चित्रकूट में कांग्रेस की जीत को भविष्य के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नौ नवंबर को हुए चुनाव में करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ था। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा था। चित्रकूट विधानसभा सीट विधायक प्रेम सिंह के निधन से खाली हुई थी। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी थी। चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार थे। गौरतलब है कि अगले वर्ष मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में चित्रकूट के नतीजे बेहद अहम हैं। सूबे की सत्ता में वापसी की कोशिशों में लगी कांग्रेस के लिए चित्रकूट के नतीजे संजीवनी साबित हो सकते हैं।


केरल: RSS कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या, बीजेपी ने लगाया ये आरोप

केरल: RSS कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या, बीजेपी ने लगाया ये आरोप
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
केरल. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या करने का मामला सामने आया है. बता दें कि घटना केरल के तृश्शूर की है जहां बाइक सवार आरएसएस कार्यकर्ता की गाड़ी में कुछ अज्ञात लोगों ने टक्कर मार दी. जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद भी जब हमलावरों को संतुष्टि नहीं हुई तो उन्होने घायल RSS कार्यकर्ता पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ वार शुरु कर दिए. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मारे गए कार्यकर्ता का नाम आनंद बताया जा रहा है. वहीं हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में RSS कार्यकर्ता आनंद को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.पुलिस के मुताबिक पुरानी रंजिश के चलते आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या की गई है. फिलहाल पुलिस ने वो कार भी बरामद कर ली है जिससे हमलावरों ने टक्कर मारी थी. जानकारी के मुताबिक आनंद सीपीएम के कार्यकर्ता की हत्या के आरोपी थे और इन दिनों जमानत पर ही बाहर थे. वहीं पुलिस को शक है कि आनंद की हत्या दोनों पार्टी के बीच चल रहे है विवाद की वजह से की गई है. इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकतार्ओं ने यह हत्या की है।


बदमाशों के हौसले बुलंद, दिन दहाड़े महिला को गोली मार हुए फरार

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुज़फ्फरनगर. उत्तर प्रदेश में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ता चला जा रहा है. अब हालात ऐसे आ गए हैं कि बेख़ौफ़ बदमाश दिन दहाड़े घटना को अंजाम देने लगे हैं. कुछ ऐसा ही नज़ारा मुज़फ्फरनगर में देखने को मिला. जहां घर लौट रही महिला पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियों की बौछार कर दी, जिससे मौके पर महिला की मौत हो गई. घटना थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र की है. यहां के गांव अलमसपुर के पास ए टू जेड रोड है. यहां एक महिला डेयरी से दूध लेकर अपने घर वापस जा रही थी. इस बीच पीछे से आये बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने महिला पर गोलियों से ताबड़-तोड़ हमला कर दिया. जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई.इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया है मृतका की पहचान राधा रानी पत्नी ओम कुमार के रूप में हुई है. घटना पर पहुची पुलिस ने घटना को देखकर मामला पारिवारिक रंजिश से जुड़ा बताया है. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वहीं दूसरी तरफ आरोपियों का पता लगाने में जुटी हुई है.


क्षत्रिय वीरांगना महासभा की महिलाओं ने किया फिल्म पद्मावती के बहिष्कार का ऐलान

क्षत्रिय वीरांगना महासभा की महिलाओं ने किया फिल्म पद्मावती के बहिष्कार का ऐलान
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
वाराणसी. इन दिनों सुर्खियों में बनी फिल्म पद्मावती का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक हर वर्ग ने फिल्म के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. ऐसा ही कुछ वाराणसी के लहुराबीर में देखने को मिला. जहां क्षत्रिय वीरांगना महासभा की महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के विरोध में प्रदर्शन किया निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' का वाराणसी की वीरांगना क्षत्रिय महासभा ने विरोध किया है. महासभा का अरोप है कि फिल्म में रानी पद्मावती के इतिहास को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है.  फिल्म में गलत चित्रण क्षत्रिय महिलाओं का आरोप है कि फिल्म पद्मावती में महारानी पद्मावती का गलत चित्रण किया है. उन्होने कहा कि फिल्म पद्मावती को एक प्रेमिका का रुप देकर दर्शाया गया है,जो सत्य से परे है. उन्होने कहा कि मां स्वरुपा महारानी का नहीं,बल्कि हर महिला का अपमान है. आपको बता दें कि इससे पहले सेंसर बोर्ड ने फिल्म पद्मावती की रिलीज को हरी झंडी दिखा दी है. जिसके बाद किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने का ऐलान किया


पद्मावती की रिलीज पर बूंदी की महारानी ने दी मंजूरी तो पद्मिनी के वंशज ने जताया विरोध

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टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई . फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती बीते कुछ समय से विवादों में घिरती नजर आ रही है हालही में फिल्म पद्मावती पर उठे विवाद को लेकर राजेस्थान से भी आवाजें उठने का मामला सामने आने लगा है. लेकिन बूंदी की महारानी ने इस उठे विवाद को शांत करते हुए कहा कि पहले इस फिल्म को रिलीज होने दें. जिस तरफ से फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली ने विश्वास दिलाया, कि फिल्म में किसी भी तरह आपत्तिजनक नही है. इसलिए हमें पहले फिल्म को रिलीज करने देना चाहिए. अगर फिल्म रिलीज होने के बाद कुछ आपत्तिजनक लगत है तो हम विरोध करेंगे. वही फिल्म को लेकर मेवाड़ के पूर्व राजघराने के लोगों ने पद्मिनी के वंशज विश्वराज सिंह ने भी फिल्म की रिलीज को लेकर अप्पति जताई है. उनके हिसाब से इस फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है. तो कि बर्दास्त नही की जाएगी.


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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...