Saturday, July 2, 2016

बाराबंकी : कब्र से निकलवाया बच्चे का शव पी एम के लिए भेजा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी कोठी थाना क्षेत्र के मदारपुर बहादुर सिंह निवासी एक व्यक्ति ने पत्नी सहित ससुराल वालों पर तीन माह के बच्चे की हत्या कर शव दफनाने का आरोप लगाया था। पीड़ित ने शुक्रवार को डीएम व एसपी से शिकायत कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। जिस पर शनिवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम व सीओ हैदरगढ़ ने गांव पहुंचकर शव को खोदवाकर पोस्टमार्टम के लिए 
भेज दिया। 

मदारपुर निवासी प्रदीप वर्मा ने लगभग एक वर्ष पूर्व गांव में रहने वाले राजेन्द्र प्रसाद की पुत्री पुष्पा देवी से कोर्ट में शादी कर ली थी। जिसके बाद ससुराली जन रंजिश मानते थे। एक सप्ताह पूर्व पत्नी से झगड़ा कर तीन माह के बच्चे को लेकर मायके चली गई थी।

शुक्रवार को प्रदीप कुमार ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर पत्नी पुष्पा देवी, सास मीना देवी व ससुर राजेन्द्र प्रसाद पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाकर बच्चे के पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर शनिवार को पीड़ित ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की। 

जिलाधिकारी अजय यादव के निर्देश पर उपजिलाधिकारी हैदरगढ़ डीपी पाल, क्षेत्राधिकारी श्रीपाल यादव थानाध्यक्ष रायसिंंय यादव ने गांव पहुंचकर शव खोदवाकर पीएम के लिए भेज दिया। एसओ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

युवक ने अपनी पत्नी, सास-ससुर पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया था। उसी शिकायत को संज्ञान में लेकर बच्चे शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। -अब्दुल हमीद, पुलिस कप्तान

कांग्रेस को यूपी में मिला प्रियंका गाँधी का सहारा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कार्यकर्ताओं की मांग को मानते हुए प्रियंका गांधी को यूपी चुनाव में उतारने का फैसला किया है. सूत्रों की मानें तो उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है.
सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में अमेठी और रायबरेली के अलावा 120 महत्वपूर्ण विधान सभा क्षेत्रों में भी कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगी.
बता दें कि पिछले एक हफ्ते में यूपी कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने प्रियंका गांधी से तीन बार मुलाकात की और उनके चुनाव प्रचार कार्यक्रमों का पूरा ब्यौरा उन्हें सौंपा.
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार यह मांग करते रहे हैं कि अगर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करना है तो प्रियंका को मैदान में उतरना ही पड़ेगा. यही वजह है कि प्रियंका गांधी ने अब इसकी सहमति दे दी है.
इससे पहले प्रशांत किशोर और उनकी टीम का भी यही मानना था कि बिना प्रियंका के कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में कुछ भी नहीं हो सकता. अब यहां देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका की टक्कर में अब बीजेपी स्मृति ईरानी को मैदान में उतारती है या नहीं.

वाराणसी : ‘मोदी सरकार में न तो घोटाला हुआ है और न ही भ्रष्टाचार’

भाजपा अध्यक्ष

भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल बाबा भाजपा से पूछते हैं कि सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियां क्या हैं। गर्मी की छुट्टियों में विदेश में रह रहे राहुल को बताना है कि कांग्रेस सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में अंतरिक्ष, आकाश जमीन और पाताल तक घोटाला ही घोटाला हुआ।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में न तो कोई घोटाला हुआ और न कोई भ्रष्टाचार। देश को एक प्रामाणिक सरकार मिली है।भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिल्ली में विकास का पॉवरहाउस लगा रखा है, लेकिन उसका लाभ उप्र की जनता को नहीं मिल रहा है। शाह ने कहा कि उप्र की सरकार एक जली हुई ट्रांसफॉर्मर की तरह हो गई है। यहां की जनता को अब अखिलेश यादव को बदलना ही पड़ेगा।
सच तो यह है कि मोदी सरकार के दो साल के कार्य-कलाप की अभी कोई जांच नहीं हुई है। ललित मोदी और विजय माल्या प्रकरण को अगर नजरअंदाज भी कर दिया जाए, तो भाजपा शासित राज्यों- मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर है। हिमाचल प्रदेश की प्रेम कुमार धूमल सरकार भ्रष्टाचार के कारण ही दोबारा सत्ता में नहीं आ पाई, लेकिन इन सब बातों का जिक्र भाजपा अध्यक्ष करें भी कैसे।

अलीगढ : भाजपा के पूर्व विधायक को मारी गोली, हालत गंभीर

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ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अलीगढ़, 2 जुलाई. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में शनिवार को कुछ मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक मुनीश गौड़ को गोली मार दी। उन्हें दो गोलियां लगी हैं, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस के मुताबिक, शनिवार सुबह पूर्व विधायक शहर की पॉश कालोनी अवंतिका में अपने घर का बाहर बैठे हुए थे। तभी दो बाइकों पर सवार चार बदमाश आए और उन पर गोलीबारी कर दी। इसमें पूर्व विधायक को दो गोलियां लगीं। गोलियों की आवाज सुनकर उनका बेटा और पड़ोसी मौके पर आ गए। उन्होंने हमलावरों का पीछा किया लेकिन वे फरार हो गए।
गोलीबारी की आवाज सुनकर कालोनी में हड़कंप मच गया। गोली लगने से घायल मुनीश गौड़ को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका उपचार चल रहा है।
इधर, पूर्व विधायक के गोली लगने की सूचना पर एटा सांसद राजवीर सिंह, डीआईजी, सांसद सतीश गौतम सहित शहर के भाजपा नेता भी अस्पताल पहुंच गए।
डॉक्टरों के मुताबिक, पूर्व विधायक की हालत खतरे से बाहर है।
इस घटना के बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम ²ष्टया इस वारदात के पीछे जमीनी विवाद है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

वाराणसी : योगी हो सकते हैं CM कैंडिकेट, शाह ने दिया इशारा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
वाराणसी
बीजीपी अध्यक्ष अमित शाह ने फायरब्रांड नेता और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को सीएम पद का उम्मीदवार बनाने का इशारा दिया है। हुआ यह था कि गोरखपुर के बस्ती में शुक्रवार (01 जुलाई) को बूथ अध्यक्षों का एक कार्यक्रम था। वहां पर अमित शाह और केशव प्रसाद मौर्य भी थे। जिस वक्त अमित शाह लोगों को संबोधित कर रहे थे उस वक्त लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया, ‘हमारा सीएम कैसा हो, आदित्यनाथ जैसा हो’ इस आवाज को सुनकर अमित शाह ने कहा कि आदित्यनाथ के नाम से यूपी के लोगों में गजब की ताकत आ जाती है। यह सुनने के बाद जब लोग और तेज चिल्लाने लगे तो अमित शाह को थोड़ा गुस्सा भी आया। लोग उन्हें बोलने ही नहीं दे रहे थे। इसपर उन्होंने कहा, ‘मैं बोलना चालू रखूं या चुप हो जाऊं?कार्यक्रम में आदित्यनाथ भी मौजूद थे जो यह सब देख रहे थे। अपने भाषण में अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ के कैराना वाले बयान का समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी कैराना में हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने यूपी सरकार पर भी कई तरह के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जानवर की तस्करी करने वाले सबसे ज्यादा माफिया लोग यूपी के ही हैं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि बीजेपी सरकार लाने के लिए सबको मिलकर सपा को बाहर करना होगा। अमित शाह ने कहा, ‘यूपी राज्य को केंद्र की स्कीमों का फायदा नहीं मिल रहा है क्योंकि राज्य सरकार की तरफ से अड़ंगा लगा दिया जाता है।’ गोरखपुर में AIIMS बनवाने की बात पर शाह ने कहा, ‘अगर राज्य सरकार जगह नहीं भी देगी तो भी मोदी सरकार कोई तरीका निकाल लेगी। मोदी उर्वरक की फैक्ट्री को खुलवा सकते हैं पर चीनी मिल को फिर से खोलने के लिए राज्य में बीजेपी का सीएम होना ही चाहिए।’ इसके अलावा शाह ने मायावती पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘आजकल अखबार उन नेताओं की फोटोज से भरे रहते हैं जो बसपा छोड़कर जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि चुनाव तक बहनजी अकेली ही रह जाएंगी।’

हैदराबाद : आईएस संदिग्धों को देंगे कानूनी मदद : ओवैसी

हैदराबाद। एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी उन युवकों को विधिक मदद मुहैया कराएगी जिन्हें एनआईए ने आईएसआईएस के कथित माड्यूल में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ओवैसी ने साथ ही साफ किया कि उनकी पार्टी आतंकवाद का समर्थन नहीं करती।
ओवैसी ने कहा कि गिरफ्तार युवकों के परिवार के सदस्यों ने उनसे मुलाकात की और दावा किया कि वे बेगुनाह हैं। ओवैसी ने कहा कि उन्होंने एक वरिष्ठ अधिवक्ता से उन्हें विधिक सहायता मुहैया कराने के लिए कहा।ओवैसी ने यहां मक्का मस्जिद में रमजान के आखिरी शुक्रवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कल ये लड़के अगर दोषी नहीं पाये गए तो उन्हें उनका जीवन कौन लौटाएगा? हम आतंकवाद का समर्थन नहीं करते। अगर कोई भारत पर हमला करता है तो हम सामने खड़े होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि क्या एनआईए यह लिखित में दे सकता है कि वह संदिग्धों को गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों को निलंबित करेगा अगर युवक दोषी नहीं पाये गए।ओवैसी ने कहा, आईएस संदिग्धों को देंगे कानूनी मदद

महराजगंज : लापता नाबालिग नेपाली लड़की का शव मिला

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज (राम बहादुर ) 
उत्तर प्रदेश में महाराजगंज जिले में एक नाबालिग नेपाली लडकी का शव बरामद होने से सनसनी फैल गई. बताया जा रहा है कि बलात्कार करने के बाद लड़की की हत्या कर शव यहां फेंका गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
यह घटना महाराजगंज के निचलौल थाना इलाके की है. पुलिस के मुताबिक 13 वर्षीय एक नेपाली लड़की गुरूवार की दोपहर से लापता थी. तभी से उसकी तलाश की जा रही थी. लेकिन उसका कुछ अता पता नहीं था.
शुक्रवार की देर शाम भारत-नेपाल सीमा पर अरूचवा गांव के पास नेपाली लड़की की लाश बरामद हुई. गांव वालों का आरोप है कि उसके साथ दुराचार करने के बाद उसकी हत्या की गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद कर लिया.
जिले के पुलिस अधीक्षक भरत सिंह यादव ने बताया है कि इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ दुराचार और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की छानबीन चल रही है. लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.पुलिस मामले की छानबीन कर रही है

वाराणसी:यूपी के लोगों के लिए मुलायम ने कुछ नहीं किया : अमित शाह

ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरोवाराणसी: बीजेपी राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष्‍ा अमित शाह ने शनिवार को वारणसी में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और सपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा क‍ि पूर्वांचल के लोग रोजी रोटी के लिए भटक रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है।
अमित शाह ने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नौजवान रोजगार के लिए बाहर न जाए व्यवस्था करेंगे। BJP सरकार UP मे रोजगार मुहैय्या कराएगी।
अमित शाह ने कहा कि
 – केंद्र की योजनाओं को यूपी ने रोक रखा है
– फसल बीमा योजना का यूपी को लाभ नहीं मिल रहा
– सवा 4 करोड़ युवाओं को मुद्रा योजना से रोजगार मिला
– मुद्रा योजना से गरीबो को लाभ हो रहा
– पूर्वांचल के लोग रोजी रोटी के लिए भटक रहे
– मुलायम ने यूपी के लोगों के लिए कुछ नही किया
– करोड़ गरीबो को मुफ्त गैस कनेक्शन
– 
राहुल के नाना,दादी,पापा की सरकार ने दिया क्या?
– अखिलेश बाबू उत्तर प्रदेश में इंटरव्यू क्यों नहीं खत्म कर रहे
– 5 साल मे UP को नं 1 राज्य बनाएगे
– मोदी ने चतुर्थ,तृतीय श्रेणी मे इंटरव्यू खत्म किया
अमित शाह ने कहा कि देश को भाजपा ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी है। यूपीए सरकार में गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे बंद थे, हमने 16 करोड़ लोगों के खाते खुलवाए। 5 करोड़ गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन दे रहे हैं।amit shah

चेन्नई :स्वाति का हत्यारा गिरफ्तार ,खुद का गला काटने की कोशिश

चेन्नई। यहां एक रेलवे स्टेशन पर पिछले सप्ताह एक आईटी पेशेवर स्वाति की हत्या के सिलसिले में यहां एक इंजीनियरिंग छात्र को गिरफ्तार किया गया है। छात्र ने पुलिस द्वारा घेरे जाने पर कथित तौर पर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उसने अपना गला काटने की कोशिश की। दक्षिण तमिलनाडु के तिरनेलवेली जिले से कल राम कुमार को गिरफ्तार किया गया। मद्रास उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच में लापरवाही की बात कहकर पुलिस को फटकार भी लगाई थी।
पुलिस ने बताया कि वे जब राम कुमार को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसने कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की। राम का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि राम यहां चूलैमेडु इलाके में स्वाती के घर के पास रहता था। 24 जून को नुनगामबक्कम रेलवे स्टेशन पर उसकी हत्या करने से पूर्व वह काफी माह से उसका पीछा कर रहा था।पुलिस ने कल रात संदिग्ध की गिरफ्तारी की जानकारी दी। वह मूल रूप से तिरनेलवेली जिले के शेंकोत्तई का निवासी है। उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे के मकसद का पता लगाया जा रहा है। सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस की 24 वर्षीय महिला कर्मचारी की 24 जून को सुबह साढे छह बजे रेलवे स्टेशन पर हत्या कर दी गई थी।मद्रास उच्च न्यायालय ने हत्या के बाद शव के करीब दो घंटे तक प्लेटफार्म पर ही पड़े रहने के मामले में पुलिस को फटकार लगाई थी और स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच में हस्तक्षेप करने की चेतावनी भी दी थी।पकड़ा गया स्वाति का हत्यारा, खुद का गला काटने की कोशिश की

बस्ती: काला झंडा दिखाने में युवा कांग्रेसी गिरफ्तार, रिहा

Show black flags to the young congressman arrested, released

प्रदर्शन करते लोग

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बस्ती जिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भाई शाह को काला झंडा दिखाने की कोशिश कर रहे युुवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शाम को सभी को निजी मुचलके पर रिहा किया गया। अंकुर वर्मा ने कहा कि लोकतंत्र  में रचनात्मक विरोध सबका अधिकार है। मोदी सरकार ने प्रति वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था लेकिन हालात यह हैं कि रोजगार के अवसर और कम हो गए। कहा कि केंद्र की जन विरोधी नीतियों के विरोध में उनका  आंदोलन चरणबद्ध ढंग से जारी रहेगा। कोतवाल डीके श्रीवास्तव ने बताया कि 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 

बाराबंकी : जमीनी विवाद में BSP कार्यकर्ता की गोली मार कर हत्या

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 


बाराबंकी से घर लौट रहे एक टेंट व्यवसायी को गुरुवार देर रात बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मार दी। गोली लगने के बाद व्यवसायी कुछ दूर स्थित पालेसर के सामने बाइक समेत गिर गया। पालेसर पर काम करने वालों ने युवक के परिवारीजनों को सूचना दी।
घर वालों ने गंभीर रूप से घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता ने गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम पट्टी अजमन निवासी राजकुमार (35) पुत्र पूर्णमाशी टेंट का व्यवसायी था।

राजकुमार के दोस्त महेश के नाम कोठी-अवसानेश्वर मार्ग पर बंजर जमीन का पट्टा है जिस पर गांव का काली अपना आधिपत्य जता रहा था। महेश व काली के बीच जमीन पर कब्जेदारी को लेकर तीन माह से विवाद चल रहा था। 15 दिन पूर्व राजकुमार ने कचहरी में पैरवी कर महेश की जमीन की पैमाइश करवा दी।

यह बात विपक्षी काली को नागवार गुजरी जिससे काली व राजकुमार के बीच कहासुनी हो गई। गुरुवार रात करीब 11 बजे राजकुमार महेश की बाइक से बाराबंकी से अपने घर लौट रहा था। तभी  पीछे से आ रहे बाइक सवार दो बदमाशों ने टेड़वा पट्टी चौराहे के पास पीछे से फायर झोंक दिया। गोली राजकुमार के दाहिने कंधे के नीचे जा घुसी।

वारदात को अंजाम देने के बात आरोपी कैसरगंज की ओर फरार हो गए। गोली लगने के बाद युवक घटना स्थल से करीब 100 मीटर दूर  सड़क किनारे लगे रामचंद्र के पालेसर पर जाकर गिर गया। वहां काम करने वाले लोग दौड़े तो लहूलुहान युवक ने अपने परिवारीजनों को सूचना देने की बात कही। सूचना पर मौके पर पहुंचे परिवारीजन आननफानन उसे निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया।

जहां रात 12:30 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता पूर्णमाशी ने थाने पर आरोपी काली, बद्री व किशोर आदि के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने रात को ही छापेमारी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वारदात की जानकारी होने पर मौके पर एसपी अब्दुल हमीद, एएसपी शफीक अहमद व सीओ श्रीपाल यादव पहुंचकर मौका मुआयना किया। 

कहीं चुनाव रंजिश तो नहीं हत्या की अहम वजह
ग्रामीणों का कहना है कि मृतक राजकुमार की पत्नी राजकुमारी ने बसपा से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव इस बार लड़ा था जिसमें वह दूसरे नंबर पर रहीं। विपक्षी सपा समर्थक उर्मिला देवी ने चुनाव जीता था। चुनाव में गांव के निवासी सुशील कुमार वर्मा उर्मिला के पक्ष में था।

उसके बाद पंचायत चुनाव में सुशील वर्मा की पत्नी विमला देवी व चंद्रावती प्रधान पद के उम्मीदवार थे। जिसमें राजकुमार ने चंद्रावती का समर्थन किया लेकिन वह हार गई। चुनाव के दौरान कई बार दोनों में कहासुनी भी हुई थी। 

मासूमों के सिर से उठा बाप का साया
मृतक राजकुमार की हत्या के बाद उसकी पत्नी राजकुमारी व चंदू (8), छोटू (1) व परिवार के सभी लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। वारदात के बाद गांव में मातम छा गया। ग्रामीणों का कहना है कि राजकुमार काफी मिलनसार युवक था।

वह दूसरे के मुसीबत में हमेशा साथ देता था। महेश के साथ दोस्ती इस कदर निभाई की वही दोस्ती उसके पर बन आई। युवक की मौत के बाद दो मासूमों से उसके पिता का साया उठ चुका है। 

मृतक के पिता पूर्णमासी ने तीन लोगों को खिलाफ तहरीर दी है। आरोपियो को पकड़कर पूछताछ की जा रही है। इस वारदात में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। -राय सिंह यादव, एसओ कोठी

Friday, July 1, 2016

यूपी : चुनाव में होगी सपा और BJP में टक्कर, बसपा अखाड़े में कमजोर पहलवान

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी के विधानसभा चुनाव से पहले बसपा के दो बड़े नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से पार्टी सुप्रीमो मायावती साल 2017 के अखाड़े में कमजोर पहलवान बन गई हैं. हालाँकि शुरूआती दौर में उन्हें इस अखाड़े का सबसे दिग्गज पहलवान माना जा रहा था. लेकिन उनकी टीम के दो सबसे मजबूत पहलवानों के पाला बदल जाने से उनकी टीम अब कमजोर होती दिख रही हैं. जिसके चलते अब इस अखाड़े की लड़ाई में सीधी टक्कर बसपा की बजाय सपा और बीजेपी में होती हुई नजर आ रही है.
पिछड़ा और दलित वोट बैंक ले भागे दो बड़े नेता 
सूत्रों के मुताबिक जिन दलितों और पिछड़ों की राजनीति बसपा सुप्रीमो मायावती यूपी में कर रही थीं. वह भी इस बार के चुनाव में उनसे दूर भाग रहा है. दरअसल इसकी प्रमुख वजह मायावती का हिटलरी स्वाभाव माना जा रहा है. यही नहीं उनके इसी स्वाभाव के चलते पार्टी के दो बड़े नेता वह भी उनके अपने उनको दगा देकर पार्टी से इस्तीफा देकर भाग खड़े हो गए है. जिसके चलते बसपा सुप्रीमो मायावती अपने ही बिछाए जाल में फंसकर मछली की तरह छटपटाती नजर आ रही हैं. उनकी इस दुःख की घडी में उन्हें मरहम लगने वाले उनके मुंहबोले भाई स्वामी प्रसाद मौर्या पहले ही पार्टी छोड़कर भाग गए हैं और दूसरे गुरुवार को आरके चौधरी भी उनपर टिकट बेचने
का आरोप लगाकर साथ छोड़कर चले गए हैं.
बसपा में अपना कद बढ़ा रहे हैं नसीमुद्दीन 
अब ऐसे में उनके गहरे जख्मों पर मरहम लगाने वाले सिर्फ विधानपरिषद दल के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी बचे हैं. जिनकी नजर अब पार्टी पर हैं. नतीजतन बहनजी की इस दुःख की घडी में उनके जख्मों पर मरहम लगाने की फ़ीस वैसे तो भले उन्होंने कुछ नहीं ली हो, लेकिन अपने नजदीकि चहेते को विधानमंडल दल का नेता गयाचरण दिनकर को बनवाकर अपनी फ़ीस वसूल कर ली हैं. यही नहीं वह भी अब पार्टी में अपनी पैठ बनाने में जुटे हुए हैं. बताया जाता हैं कि जिन मुस्लिम वोट बैंक को लेकर वह मायावती के करीबी बनने की कोशिश कर रहे हैं. वह भी सपा के खाते में जा चुका हैं. यही नहीं पिछड़े वर्ग का वोट बैंक स्वामी प्रसाद मौर्या और पासी समुदाय का वोट बैंक आरके चौधरी अपने साथ लेकर चले गए हैं.
ब्राह्मण समाज बना बसपा का विरोधी
सूत्रों के मुताबिक पिछले दस सालों से बसपा ने यूपी में कोई चमत्कार नहीं दिखाया हैं. कहने का मतलब यूपी में साल 2007 के बाद से बसपा कोई चुनाव नहीं जीत सकी हैं. इतना ही नहीं ब्राह्मण वोट बैंक भी इस बार के चुनाव में बसपा से खिसकता हुआ दिखाई दे रहा हैं. मालूम हो की चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी और उन्नाव से पार्टी के एमएलसी रहे अरविन्द त्रिपाठी उर्फ़ ‘गुड्डू’ त्रिपाठी को कुछ दिन पहले ही पार्टी से बहनजी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं. राजनीति के गलियारे में भी इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि बहनजी ने इन नेताओं को पार्टी से बाहर करके ब्राह्मण समाज को जो मैसेज दिया हैं . उसका चुनाव पर बहुत बड़ा असर दिखाई पड़ेगा.
सपा और बीजेपी में होगी सीधी टक्कर 
सूत्रों के मुताबिक बसपा शुरूआती दौर में साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सबसे आगे दिखाई पड़ रही थी. लेकिन जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा हैं उसकी स्थिति मजबूत होने की बजाय कमजोर होती दिखाई पड़ रही हैं. बताया जाता हैं कि इसका सबसे अधिक लाभ सपा और बीजेपी को होता दिख रहा हैं. यही नहीं विकास के मुद्दे को लेकर अखिलेश ने भी अपनी छवि यूपी की जनता के बीच काफी अच्छी बना ली हैं, और तो और अगर विधानसभा चुनाव से पहले लखनऊ में वह मेट्रो चलवाने में सफल रहे तो इसका भी लाभ उन्हें चुनाव में मिलेगा. उधर बसपा से निकले नेता मायावती को परास्त करने के लिए अपनी अलग रणनीति बनाने में लगे हैं, जिसका लाभ बीजेपी को होता दिख रहा हैं. फिलहाल यूपी की इस बदली तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा हैं कि अगले साल होने वाले चुनाव में सपा और बीजेपी में सीधी टक्कर होगी.

यूपी में 16 हजार शिक्षकों की बंपर भर्ती, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू


अगर आप बीएड और बीटीसी डिग्री धारक हैं और टीचर बनना चाहते हैं तो आपके लिए सुनहरा अवसर है. सरकार उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में रिक्त 16448 असिस्टेंट टीचर के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मंगवाए हैं. इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 30 जून यानी गुरुवार से से शुरू हो गई है.
इच्छुक अभ्यर्थी दोपहर बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और आवेदन कर सकते हैं. बता दें इन पदों की भर्ती में बीटीसी-2013 वाले आवेदन नहीं कर सकेंगे.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तारीख 11 जुलाई शाम पांच बजे है जबकि ई-चालान फॉर्म से आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 13 जुलाई है. चालान समेत आवेदन पूर्ण करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई शाम पांच बजे है.
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बताया कि बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी, बीटीसी उर्दू, डीएड विशेष शिक्षा, चार वर्षीय बीएलएड योग्यता वाले अभ्यर्थियों को इसके जरिए नियुक्ति दी जाएगी.

Thursday, June 30, 2016

लखनऊ : मायावती को फिर बड़ा झटका, BSP महासचिव आरके चौधरी ने छोड़ी बसपा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती को विधानसभा चुनाव से पहले लगातार झटके लग रहे हैं। सरकार के पूर्व मंत्री और मोहनलालगंज से विधायक रहे आर.के. चौधरी ने बसपा छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि बसपा रियल एस्टेट कंपनी बन गई है। चौधरी ने गुरुवार को लखनऊ में पत्रकारों से कहा कि बसपा में मिशनरी कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिए जा रहे हैं। ठेकेदारों और धनपशुओं को टिकट बांटे जा रहे हैं। इस वजह से पार्टी में बिखराव बढ़ा है।
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चौधरी ने कहा, “मायावती चाटुकारों की सलाह से सारा फैसला करती हैं। पार्टी में आम कार्यकर्ताओं की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। इस बार तो जिला पंचायत चुनावों के दौरान भी पैसा लिया गया।” आगे की रणनीति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वह 11 जुलाई को आगे का फैसला लेंगे। आर.के. चौधरी का पासी समुदाय में बड़ा जनाधार है। वह मोहनलालगंज से विधायक रह चुके हैं।
 बीएसपी चीफ मायवती को एक और झटका गुरुवार को लगा जब पार्टी के महासचिव आरके चौधरी ने बीएसपी से इस्तीफा दे दिया। आरके चौधरी की गिनती बीएसपी में दिग्गज और राष्ट्रीय नेताओं में की जाती है।इतना है जरुर यूपी में 2017 में होनें वाले चुनाव से पहले बीएसपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा सकता है। वहीं आरके चौधरी 2007-12 तक बीएसपी सरकार में मंत्री भी रहें। चौधरी की पहचान पार्टी में दलित नेता के रुप में रही है।
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चौधरी ने सीधे तौर पर मायावती पर धन उगाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वो पार्टी में टिकट बटवारें को लेकर जमकर रुपए की लूट खसौट करती है। वहीं बीएसपी अब रीयल स्टेट कंपनी बनकर रह गयी है। बागी नेता आरके चौधरी ने कहा कि बीएसपी अब वो पार्टी नही रही जो पहले काशी राम के जमानें पर चलती थी।
बता दें, कि 22 जून को प्रेस कांफ्रेंस में इस्तीफे की घोषणा करते हुए बीएसपी विधान मंडल दल के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर संगीन आरोप लगते हुए कहा कि उन्होंने अम्बेडकर के सपनों को बेचा है। मौर्या ने मायावती पर पार्टी में टिकट बेचने का भी आरोप लगाया था।

Wednesday, June 29, 2016

महराजगंज : पुलिस को चकमा देकर गिरफ्तार अभियुक्त थाने से फरार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज सिसवा बाजार। मंगलवार को चोरी के एक मुख्य अभियुक्त ने कोठीभार पुलिस की चौकसी व कार्यप्रणाली की हवा निकाल दिया। दिन के उजाले में दर्जनों की भीड़ में अभियुक्त पुलिस को चकमा देकर थाने से फरार हो गया।
जब इस बात की जानकारी थाने के लोगों को हुई तो हड़कंप मच गया। इसके बाद पूरी टीम फरार अभियुक्त की तलाश में जुट गई। उसे पकड़ने के लिए पुलिस छानबीन कर रही है।

 विगत दिनों सिसवा ब्लॉक में कार्यरत सहायक विकास अधिकारी  सहकारिता प्रभुनाथ तिवारी के घर चोरी हुई थी। वे अपनी बेटी की असामयिक मृत्यु के बाद ब्रम्हभोज के लिए कुशीनगर चले गए थे। बीते शुक्रवार को जब वे बीजापर स्थित अपने सरकारी आवास पर पहुंचे और घर का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए।

 अज्ञात चोरों ने पीछे के रास्ते घुस घर में रखे आलमारी, बक्से व बेड के अंदर रखा आठ हजार रुपया नकद, लगभग डेढ़ लाख रुपये के जेवरात, मोबाइल फोन व अन्य घरेलू सामान लेकर चंपत हो गए थे। जिसके बाद प्रभुनाथ तिवारी ने कोठीभार थाने में तहरीर देकर घटना के खुलासे की मांग की थी।

पुलिस ने शनिवार को तीन युवकों को पूछताछ के लिए उठा लिया। इसमें से बीजापार निवासी धर्मवीर के पास से चोरी हुआ मोबाइल फोन भी बरामद हो गया। जिसके बाद पुलिस अन्य सामानों की तफ्तीश में जुट गई। पुलिस धर्मवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बुधवार को जेल भेजने की तैयारी में थी।

तभी अभियुक्त धर्मवीर मंगलवार की दोपहर दिन में ही थाने से प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर  पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। मामले में चौकी इंचार्ज सतीश कुमार सिंह ने बताया कि अभियुक्त को खोजने के लिए टीम लगी हुई है। जल्द ही अभियुक्त को  गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।

Tuesday, June 28, 2016

लखनऊ : यूपी में स्मृति ईरानी नहीं, मोदी की ये दूसरी महिला मंत्री होंगी सीएम चेहरा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ। नरेंद्र मोदी-अमित शाह दोनों ही यह बखूबी जानते हैं कि अगले साल होने वाले यूपी चुनाव पार्टी के लिए कितने अहम हैं। इसीलिए वह इसमें जीत हासिल करने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यहीं वजह है कि यूपी में सीएम चेहरे के लिए कई नाम सामने आए लेकिन किसी पर भी फाइनल नहीं हुआ। पार्टी में योगी आदित्यनाथ और वरुण गांधी जैसे लोगों की दावेदारी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह की इस पद के लिए अनिच्छा के बीच अब तक भाजपा वह चेहरा नहीं तलाश पाई। अब खबर है कि बीजेपी ने सुषमा स्वराज को यूपी का चेहरा बनाने का मन बना लिया है।
सुषमा स्वराज

सुषमा स्वराज पर मोदी को है भरोसा

लेकिन भाजपा के एक शीर्ष नेता के अनुसार पार्टी ने वह चेहरा तलाश लिया है, जिसके नाम को आगे रखकर वह चुनाव में उतरेगी। पार्टी ने यूपी मिशन के लिए अपनी कद्दावर और अनुभवी नेता सुषमा स्वराज पर भरोसा किया है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के विदिशा से सांसद सुषमा स्वराज के नाम पर आरएसएस की सहमति बन गई है। उनके नाम पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह को भी कोई आपत्ति नहीं है। पार्टी के अन्य पहली पंक्ति के बड़े नामों में से कोई भी नेता ऐसा नहीं है, जो उनके नाम पर किसी तरह से आपत्ति जाहिर करे।

लखनऊ : सपा को पूर्वांचल में ‘औकात’ दिखाएंगे : अफजाल

afjal_ansariब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. सीएम अखिलेश यादव के कड़े तेवर के बाद कौमी एकता दल का सपा में विलय नहीं हो सका। सीएम ने खुल शब्दों में कहा ‘मुख्तार अंसारी के लिए सपा में कोई जगह नहीं है।’ वहीं, अब सपा पर हमला करते हुए मुख्तार के बड़े भाई और पार्टी के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने कहा ‘सपा ने धोखा दिया है। चुनाव से पहले सपा यूपी में दंगे करवाना चाहती है।’ कल तक अफजाल सपा की तारीफों के पुल बांधने में लगे थे। अब एक ही झटके में सबकुछ बेकार। अफजाल ने ये भी कहा कि पूर्वांचल में सपा को औकात दिखा देंगे। सवाल ये है कि अगर कोई विवाद नहीं होता और कौमी एकता दल सपा में शामिल हो गई होती, तो भी क्या अफजाल सपा पर दंगे करवाने का आरोप लगाते या फिर दंगे करवाने में शामिल होते?
मंगलवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अफजाल अंसारी ने कहा कि सीएम अखिलेश के सारे विकास के दावे बेकार हैं। गरीबों को ऐसे विकास से कोई लाभ नहीं होगा। ये बात अलग है कि बीते दिनों यही अफजाल सपा और सीएम अखिलेश के विकास को सर्वे-सर्वा बता रहे थे।
सपा-बीजेपी मिलकर दंगा कराना चाहती है
अफजाल ने आरोप लगाया है कि यूपी चुनाव को देखते हुए सपा-बीजेपी मिलकर दंगा कराना चाहती है। दोनों एक ही थाली के चट्टे-बटृटे हैं। चुनाव से पहले दंगे करवाने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
बाप-बेटे को एक-दूसरे की परवाह नहीं
अफजाल ने मुलायम और अखि‍लेश पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा, ‘मुलायम को न तो अखि‍लेश के सिद्धां‍तों की परवाह है और न ही अखि‍लेश को अपने पिता के निर्णयों का सम्मान करने की ही फिक्र है। उन्होंने ये भी कहा कि पूर्वांचल में उनकी पार्टी सपा को औकात दिखा देगी।

लखनऊ : सपा को पूर्वांचल में ‘औकात’ दिखाएंगे : अफजाल

afjal_ansariब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. सीएम अखिलेश यादव के कड़े तेवर के बाद कौमी एकता दल का सपा में विलय नहीं हो सका। सीएम ने खुल शब्दों में कहा ‘मुख्तार अंसारी के लिए सपा में कोई जगह नहीं है।’ वहीं, अब सपा पर हमला करते हुए मुख्तार के बड़े भाई और पार्टी के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने कहा ‘सपा ने धोखा दिया है। चुनाव से पहले सपा यूपी में दंगे करवाना चाहती है।’ कल तक अफजाल सपा की तारीफों के पुल बांधने में लगे थे। अब एक ही झटके में सबकुछ बेकार। अफजाल ने ये भी कहा कि पूर्वांचल में सपा को औकात दिखा देंगे। सवाल ये है कि अगर कोई विवाद नहीं होता और कौमी एकता दल सपा में शामिल हो गई होती, तो भी क्या अफजाल सपा पर दंगे करवाने का आरोप लगाते या फिर दंगे करवाने में शामिल होते?
मंगलवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अफजाल अंसारी ने कहा कि सीएम अखिलेश के सारे विकास के दावे बेकार हैं। गरीबों को ऐसे विकास से कोई लाभ नहीं होगा। ये बात अलग है कि बीते दिनों यही अफजाल सपा और सीएम अखिलेश के विकास को सर्वे-सर्वा बता रहे थे।
सपा-बीजेपी मिलकर दंगा कराना चाहती है
अफजाल ने आरोप लगाया है कि यूपी चुनाव को देखते हुए सपा-बीजेपी मिलकर दंगा कराना चाहती है। दोनों एक ही थाली के चट्टे-बटृटे हैं। चुनाव से पहले दंगे करवाने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
बाप-बेटे को एक-दूसरे की परवाह नहीं
अफजाल ने मुलायम और अखि‍लेश पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा, ‘मुलायम को न तो अखि‍लेश के सिद्धां‍तों की परवाह है और न ही अखि‍लेश को अपने पिता के निर्णयों का सम्मान करने की ही फिक्र है। उन्होंने ये भी कहा कि पूर्वांचल में उनकी पार्टी सपा को औकात दिखा देगी।

Monday, June 27, 2016

लखनऊ : अखिलेश मंत्रिमंडल में जुड़े ये नए चेहरे, मनोज पाण्डेय बर्खास्त

Uttar Pradesh Chief Minister Akhilesh Yadav addressing a press conference at Shastri Bhawan In Lucknow on Tuesday. Express photo by Vishal Srivastav 21.10.2014ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल का सातवां विस्तार किया। राज्यपाल राम नाईक ने चार नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई, जिनमें दो कैबिनेट और दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने नए मंत्री बनाए जाने के लिए पांच लोगों के नाम राजभवन भेजे थे, लेकिन बलिया से विधायक जियाउद्दीन रिजवी देश से बाहर होने की वजह से शपथ नहीं ले सके। उन्हें बाद में शपथ दिलाई जाएगी।
सबसे चौंकाने बाली बात यह रही कि शपथ ग्रहण समारोह में राज्य के कद्दावर मंत्री और मुख्यमंत्री मंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव उपस्थित नहीं थे, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों के बाजार गर्म हो गए हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार से ठीक पहले मुख्यमंत्री यादव ने राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मनोज पांडेय को अपने मंत्रिमंडल से हटा दिया। बताया जाता है कि नियम के मुताबिक सिर्फ चार नए मंत्री बनाए जा सकते थे, लेकिन मुख्यमंत्री पांच नए लोगों को मंत्रिपरिषद में जगह देना चाहते थे इसलिए पांडेय को हटा दिया गया। समाजवादी पार्टी (सपा) के सूत्रों की मानें तो मुलायमसिंह यादव और स्वयं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पांडेय के कामकाज से खुश नहीं थे।
राजभवन में सोमवार को नारद राय और बलराम यादव ने नए कैबिनेट मंत्री के रूप में और रविदास मल्होत्रा व शारदा प्रताप शुक्ल ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली।
सूत्रों का कहना है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्वाचल में पार्टी की गोटी लाल करने के लिए बलिया को प्रमुखता दी गई है। नारद राय व जियाउद्दीन रिजवी दोनों बलिया से ही हैं। हालांकि नारद राय पहले भी मंत्रिमंडल में थे। गुटबाजी के आरोप में मुख्यमंत्री ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। विधायक जियाउद्दीन रिजवी पहली बार मंत्री बनाए जाएंगे।
इस बीच, बलराम यादव मंत्रिमंडल में फिर से जगह बनाने में कामयाब रहे। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के सपा में विलय में उनकी मुख्य भूमिका थी, इसलिए मुख्यमंत्री ने उन्हें पिछले सप्ताह मंत्रिमंडल से हटा दिया था। विलय रद्द होने के बाद मुलायम के कहने पर उन्हें दोबारा मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
बताया जाता है कि राजधानी लखनऊ के जातिगत समीकरणों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने विधायक रविदास मल्होत्रा और शारदा प्रताप शुक्ल को बतौर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जगह दी है। शारदा प्रताप मुलायम सिंह यादव के पुराने करीबी भी रहे हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रो. रामगोपाल यादव, राज्यसभा सदस्य अमर सिंह भी शामिल थे, लेकिन सरकार के दो कद्दावर मंत्री शिवपाल सिंह यादव व आजम खान की अनुपस्थिति सभी को खटक रही थी।

बाराबंकी : शाह ने किया सपा सरकार पर हमला कहा- यूपी में साढ़े तीन CM

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी
अवध प्रांंत के बूथ कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को बाराबंकी पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां साढ़े तीन सीएम हैं हर प्रदेश में एक सीएम होता है लेकिन यहां दो चाचा बराबर एक, मुलायम सिंह, अखिलेश और आधा आजम खान.
उन्होंने कहा कि दो साल में एक भी भष्‍टाचार का आरोप बीजेपी पर नहीं लगा है. शाह ने कहा कि यूपी को सपा और बसपा ने लूटने का काम किया है. एक समय इन्होंने मनमोहन सरकार को समर्थन किया था. केंद्र की योजनाओं को यूपी में लागू नहीं किया जाता. इसलिए यहां का विकास नहीं होता है. यहीं वजह है कि यहां रोजगार की समस्या है. क्योकि बिजली, पानी की समस्या से यूपी के लोग जूझ रहें है.
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने इतनी योजना शुरू की है कि अगर बताऊंं तो आप सब सुनते-सुनते थक जाएंगे.वहीं मोदी जी की योजनाओं को बीच की सरकार हथिया लेती है. वो सरकार जब तक नहीं बदलेगी यूपी का विकास नहीं होगा. सपा सरकार पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि विकास चाहते हैं तो समाजवादी को उखाड़कर बीजेपी लाओ.
बीजेपी की शंखनाद रैली में क्या बोले अमित शाह :
2014 में देश में जो बड़ा परिवर्तन हुआ उसका कारण यूपी है.
नरेंद्र मोदी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आई है.
अवध की भूमि पूरे देश में पूज्यनीय है.
सरकार की नींद उड़ जाए, ऐसा नारा लगाएं.
राम राज्य की कल्पना अवध से पैदा हुई.
दो साल में मोदी सरकार ने परिवर्तन लाया.
मनमोहन सरकार को सपा-बसपा ने समर्थन किया था.
यूपी को सपा और बसपा ने लूटा है.
एक समय कांग्रेस-सपा-बसपा मिले हुए थे.
फसल बीमा योजना नीचे तक नहीं पहुंची.
केंद्र की योजनाओं से जनता को फायदा हो रहा है.
उत्तर प्रदेश में गरीबी दूर क्यों नहीं हुई.
केंद्र की योजनाएं यूपी में लागू करने नहीं देते.
जब तक यूपी का विकास नहीं होता, देश का विकास नहीं हो सकता.
यूपी का विकास करना है तो उखाड़ कर फेंक दीजिए, सपा की सरकार को.
वहीं अवध क्षेत्र के बूथ कार्यकर्ताओं के इस सम्मेलन को सफल और यादगार बनाने के लिए प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद ओम प्रकाश माथुर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने पूरी ताकत झोंक दी थी.

Sunday, June 26, 2016

मऊ : आखिर कहां गया चार महीने का अनाज

मऊ पिछले चार महीने से जिले में पात्र गृहस्थी सूची के  लाभार्थियों का चयन और सत्यापन का कार्य चल रहा है। लेकिन मार्च 2016 से जून अवधि तक आवंटित गेहूं और चावल का उठान नियमित रूप से होता रहा है। लेकिन पात्र गृहस्थी सूची के अनुसार लाभार्थियों को अनाज का वितरण कोटेदारों द्वारा नहीं किया जा रहा। जबकि इस दरम्यान तीन लाख 47 हजार 908 कुंतल अनाज सरकारी गोदामों से उठाया गया। कहीं ज्यादा विरोध होने पर बीपीएल सूची के अनुसार कार्डधारकों को थोड़ा बहुत अनाज वितरित कर दिया गया।  
 जिले में पंजीकृत पात्र गृहस्थियों की संख्या नगरीय क्षेत्रों में कुल दो लाख 79 हजार 19 है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में नौ लाख 80 हजार 276 पात्र गृहस्थी हैं। नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर कुल 12 लाख 59 हजार 295 पात्र गृहस्थी हैं। इनके लिए प्रत्येक माह में नगरीय क्षेत्रों के लिए 34 हजार तीन सौ नौ कुंतल गेहूं और 14 हजार 704 कुंतल चावल का आवंटन हो रहा है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 44 हजार 75 कुंतल गेहूं और 18 हजार 889 कुंतल चावल का आवंटन प्रतिमाह हो रहा है।


इतनी ही मात्रा में हर महीने गेहूं और चावल की निकासी हो रही है। मार्च से जून तक इस दर से नगरीय क्षेत्र में एक लाख 37 हजार 236 कुंतल गेहूं और ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख 76 हजार 300 कुंतल गेहूं यानी कुल दो लाख 13 हजार 536 कुंतल गेहूं की निकासी की गई। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्र में कुल 58 हजार 816 कुंतल चावल तथा ग्रामीण क्षेत्र में 75 हजार 556 कुंतल चावल की निकासी मार्च से जून तक के चार महीनों में कोटेदारों द्वारा की गई। पात्र गृहस्थी सूची शुरुआत से ही विवादित थी।


इसकी जांच सत्यापन का कार्यअब भी चल रहा है।जहां कहीं विरोध होता है ,कोटेदार बीपीएल कार्डधारकों की पुरानी सूची के अनुसार कुछ लोगों को राशन वितरित कर इतिश्री कर लेता है। यही वजह है कि जिला से लेकर तहसील मुख्यालयों और ब्लाकों पर अनाज वितरण में अनियमितता के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। किसान सभा के देवेंद्र मिश्रा, अर्चना, जितेंद्र राजभर , सतीश यादव और  अरविंद मूर्ति सवाल उठाते हैं कि चार महीनों में उठाया गया राशन कहां गया।
रिपोर्ट : अंजनी राय ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो

फ़ैजाबाद : जब तक CM नहीं आएंगे, तब तक नहीं होगा शहीद का दाह संस्कार

फैजाबाद. फैजाबाद मुठभेड़ में शहीद सिपाही सत्यप्रकाश सरोज के शव का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि जब तक सीएम अखिलेश यादव नहीं आएंगे, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। शहीद के परिजन आर्थिक सहायता और नौकरी की डिमांड कर रहे हैं।
प्रतापगढ़ के अंतू इलाके के नरिया निवासी सिपाही सत्यप्रकाश सरोज (28) फैजाबाद के हिमायत नगर थानाक्षेत्र में तैनात थे। वह 22 जून को पुलिस टीम के साथ दबिश में गए थे। जहां मुठभेड़ के दौरान उन्हें कमर के ऊपर गोली लग गई। गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई।
शहीद सत्यप्रकाश सरोज का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो सबकी आंखें नम हो गईं। इलाके के लोग शहादत को सलाम कर रहे हैं लेकिन परिवार में कोहराम मचा है। नरिया निवासी रामजस सरोज के दो बेटों व एक बेटी में सत्यप्रकाश सबसे छोटे थे। सत्यप्रकाश की दो बेटियां हैं। एक बेटी चार चाल की है और दूसरी पिछले महीने 27 मई को पैदा हुई है। बेटी के पैदा होने के समय से ही उसकी पत्नी सीमा मदाफरपुर इलाके में स्थित अपने मायके में रह रही थी।

बाराबंकी : युवक की बलि देने की कोशिश

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो

 कुर्सी 

थाना क्षेत्र के बबुरिया मजरे कुर्सी गांव निवासी एक युवक की लखनऊ के गुड़ंबा थाना क्षेत्र के हाजी चक गांव में स्थिति एक मंदिर में शनिवार की रात बलि देने का प्रयास किया गया। किसी तरह युवक ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। युवक ने कुर्सी पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी के पिता को हिरासत में लिया है। कुर्सी थाना क्षेत्र के बबुरिहा मजरे कुर्सी गांव निवासी मुन्ना (30) पुत्र परमेश्वर राजगीर का काम करता है।
उनसे अपनी बलि चढ़ाए जाने की कोशिश किए जाने की तहरीर रविवार को पुलिस को दी। पुलिस को दी गई तहरीर में उसने बताया कि गांव के ही धर्मेंद्र पुत्र दीना उसे काम दिलाने के लिए एक दिन पहले अपनी ससुराल लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के हाजी चक गांव ले गया था। शनिवार की सुबह उसे नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया।

उसने बताया कि रात में उसे एक मंदिर ले जाया गया। मंदिर शायद काली जी का है। मुन्ना ने बताया कि उसे नहलाया धुलाया गया था। उसने बताया कि मौके पर धर्मेंद्र, उसके सास व ससुर और एक तांत्रिक भी मौजूद था। उसकी आंखों में सुरमा लगाया गया। तांत्रिक ने पूछा कि क्या सोना-चांदी दिखाई दे रहा है। करीब बीस मिनट बाद आंखों से साफ दिखाई देने लगा।

मौके पर चाकू, बांका, नींबू सहित पूजन की सामग्री रखी हुई थी। बलि की आशंका होेने पर वह वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग निकला। पुलिस ने आरोपी धर्मेद्र के पिता दीना को हिरासत में लिया है। दारोगा अजय त्रिवेदी ने बताया कि तहरीर मिली है। धर्मेेद्र के पिता को थाना में बुला कर बैठाया गया है। पूछताछ चल रही है। जांच होने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

लखनऊ : महिला पावर लाइन 1090’ यूपी में भरोसेमंद

WPL_1090_Efforts_web-largeकृष्ण मोहन सिंह
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 लखनऊ, 26 जून. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘महिला पावर लाइन 1090’ की कमान संभालने वाले अधिकारियों का दावा है कि इसका लाभ राज्य की महिलाओं को खूब मिल रहा है।
पावर लाइन के अब तक के आंकड़ों पर गौर करें तो 15 नवंबर, 2012 से लेकर 31 मई, 2016 तक इस पावर लाइन पर कुल 5,44,985 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें 5,35,899 शिकायतों का समाधान फौरी तौर पर किया गया।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1996 बैच के तेज तर्रार अधिकारी व महिला पावर लाइन 1090 के प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नवनीत सिकेरा ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत के दौरान विस्तार से बातचीत की।
सिकेरा ने हालांकि यह भी कहा कि उनकी कोशिश है कि पिक ऑवर (शाम 5 बजे से 9 बजे तक) में शिकायतों के वेटिंग रिस्पांस को ‘जीरो’ तक लाया जाए।
सिकेरा ने कहा, “आप सोच नहीं सकते कि ‘महिला पावर लाइन 1090’ ने महिलाओं को कितनी ताकत दी है। राज्य के छोटे से छोटे कस्बे से महिलाओं की शिकायतें आ रही हैं। इसका मतलब साफ है कि यह पावर लाइन पूरे उप्र में महिलाओं का विश्वास जीतने में सफल हो रही है।”
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि कॉल वेटिंग का रिस्पांस फिलहाल जीरो ही है, लेकिन हमारी कोशिश है कि पिक ऑवर में भी इसको जीरो किया जाए, जैसे जैसे शिकायतें बढें़गी वैसे वैसे पॉवर लाइन की मैनपावर की ताकत भी बढ़ाई जाएगी।
सिकरे से यह पूछे जाने पर कि क्या उप्र में खुल रहे महिला थानों की तर्ज पर महिला पावर लाइन को भी जिलास्तर पर खोलने की तैयारी है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसकी जरूरत है। जिला स्तर पर इसको खोलने की क्या आवश्यकता है? लखनऊ से ही पूरे राज्य को आसानी से मॉनिटर किया जा रहा है।”
सिकेरा ने कहा कि हालांकि यह भी कहा कि नोएडा-एनसीआर की शिकायतें भी यहीं आती हैं, लेकिन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जावीद अहमद के निर्देश के बाद इसकी एक शाखा नोएडा में खोली जाएगी। वहां जल्द ही इसका शुभारंभ किया जाएगा।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “नोएडा-एनसीआर के लिए महिला पावर लाइन 1090 की ब्रांच वहीं खोली जाएगी। इसमें कुल लगभग 40 कर्मचारी होंगे, जो 24 घंटे काम करेंगे। राज्य सरकार ने भी इसकी अनुमति दे दी है।”
इधर, महिला पावर लाइन 1090 के पिछले के आंकड़ों पर गौर करें तो 5 लाख से अधिक शिकायतें आई हैं। इसका मतलब है कि महिला पॉवर लाइन सेवा का लाभ महिलाओं को मिल रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक, 15 नवंबर 2012 से लेकर 31 मई 2016 के दौरान 4,95,195 शिकायतें फोन पर परेशान करने और छेड़छाड़ की हैं, जबकि इस दौरान 23,259 सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं के उत्पीड़न की घटना सामने आई हैं। पिछले छह महीनों के दौरान सोशल वेबसाइसट्स पर उत्पीड़न की 8,445 शिकायतें आई हैं।
इसके अतिरिक्त घरेलू हिंसा की 7,734 शिकायतें महिला पावर लाइन पर दर्ज की गईं।
नवनीत सिकेरा से यह पूछे जाने पर कि क्या महिला पावर लाइन की कमान पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में देने की पहल हो रही है? इस पर उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं को रोकना है। कमान उनके हाथ में हो यह जरूरी नहीं है। यहां काम तो महिलाएं ही कर रही हैं।”
आंकड़ों पर गौर करें तो उप्र के जिन जिलों से सबसे अधिक शिकायतें आई हैं, उसमें लखनऊ सबसे उपर है। इस दौरान लखनऊ में छेड़छाड़ की 1,11,768 शिकायतें दर्ज की गईं। शिकायत करने वालों में 20,275 कामकाजी महिलाएं व 34,426 गैरकामकाजी महिलाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 57,067 छात्राओं की शिकायतें महिला पावर लाइन 1090 पर दर्ज की गई हैं।
लखनऊ के बाद दूसरा नंबर कानपुर नगर, तीसरे स्थान पर इलाहाबाद, चौथे पर बनारस और पांचवें स्थान पर आगरा है।
सबसे कम शिकायतें जिन जिलों से आई हैं, उनमें श्रावस्ती सबसे ऊपर है। यहां से उत्पीड़न की सिर्फ 766 शिकायतें ही दर्ज की गई हैं। दूसरे स्थान पर कासगंज, तीसरे पर चित्रकूट, चौथे स्थान पर ललितपुर व पांचवें स्थान पर कौशांबी हैं।
नवनीत सिकेरा से यह पूछे जाने पर कि सरकार इस पावर लाइन को शुरू करने के बाद अपने मकसद में कितनी कामयाब हुई है, उन्होंने कहा, “आंकड़े बताते हैं कि महिला पावर लाइन अपने मकसद में पूरी तरह से कामयाब हुई है। जिस मकसद को लेकर हमने इस पावर लाइन को शुरू किया था, उसमें हम कामयाब हो रहे हैं।”

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...