फैजाबाद. फैजाबाद मुठभेड़ में शहीद सिपाही सत्यप्रकाश सरोज के शव का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि जब तक सीएम अखिलेश यादव नहीं आएंगे, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। शहीद के परिजन आर्थिक सहायता और नौकरी की डिमांड कर रहे हैं।
प्रतापगढ़ के अंतू इलाके के नरिया निवासी सिपाही सत्यप्रकाश सरोज (28) फैजाबाद के हिमायत नगर थानाक्षेत्र में तैनात थे। वह 22 जून को पुलिस टीम के साथ दबिश में गए थे। जहां मुठभेड़ के दौरान उन्हें कमर के ऊपर गोली लग गई। गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई।
शहीद सत्यप्रकाश सरोज का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो सबकी आंखें नम हो गईं। इलाके के लोग शहादत को सलाम कर रहे हैं लेकिन परिवार में कोहराम मचा है। नरिया निवासी रामजस सरोज के दो बेटों व एक बेटी में सत्यप्रकाश सबसे छोटे थे। सत्यप्रकाश की दो बेटियां हैं। एक बेटी चार चाल की है और दूसरी पिछले महीने 27 मई को पैदा हुई है। बेटी के पैदा होने के समय से ही उसकी पत्नी सीमा मदाफरपुर इलाके में स्थित अपने मायके में रह रही थी।
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