Friday, September 15, 2017

बस्ती : तालाब में मिली महिला की लाश , हत्या की आशंका


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बस्ती। परशुरामपुर थाना क्षेत्र के तल्हवापुर गाँव में एक विवाहिता की लाश रहय्यमयी परिस्थितियों में शुक्रवार की सुबह  गाँव के उत्तर तालाब में उतराती मिली जिसे देख ग्रामीणों में हलचल मच गयी लाश की पहचान गाँव के ही बिजय बहादुर यादव की पत्नी रामावती के रूप में हुई ,तालाब में डूबने की जानकारी होते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और शव को तालाब से निकालकर घर पर  ले  आये ,जानकारी होने पर पहुँचे मृतका के मायके के लोगो ने हत्या की शंका जाहिर की मृतका के भाई दुखरन निवासी पूरेदिवान थाना छावनी ने पुलिस को तहरीर दे कर आरोप लगाया है कि उसके बहन को मार पीट कर देवर सन्तराम ने हत्या करके तालाब में फेक दिया है जबकि प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों का कहना है कि बीती रात परिवार में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था और सुबह रामावती शौच के लिये निकली थी  मृतका के भाई के तहरीर पर कार्यवाही करते हुये पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा |थानाध्यक्ष परशुरामपुर रवि राय ने बताया कि मृतका के भाई की तहरीर के आधार पर मृतका के देवर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा |

Thursday, September 14, 2017

बीमारी से परेशान मां बेटी ने अपने खून से लिखी राष्ट्रपति कोविंद को चिट्ठी

कानपुर : बीमारी से परेशान मां बेटी ने अपने खून से लिखी राष्ट्रपति कोविंद को चिट्ठी
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
कानपुर : बीमारी से परेशान कानपुर के नौबस्ता के शंकराचार्य नगर में रहने वाली मां बेटी ने राष्ट्रपति कोविंद को अपने खून से चिट्ठी लिखकर इलाज के लिए मदद मांगी है । इस चिट्ठी में पीड़िता ने लिखा है कि राष्ट्रपति इलाज में हमारी मदद करें या हमें इच्छा मृत्यु के लिए इजाज़त दे दें। गौरतलब है कि आज देश के नव नियुक्त राष्ट्रपति कोविंद अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की दो दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं।  राष्ट्रपति कोविंद उत्तर प्रदेश के रहने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद श्री कोविंद की इस राज्य में यह पहली यात्रा होगी। सूत्रों के अनुसार वह अपने पैतृक गांव कानपुर देहात के औरांव भी जा सकते हैं। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बन्दोबस्त के बीच 15 सितम्बर को वह कानपुर में स्वच्छता अभियान की शुरुआत करेंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के अनुसार राष्ट्रपति करीब ढाई बजे यहां अमौसी हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। वहां से वह सीधे राजभवन जायेंगे। इसके बाद वह करीब साढे चार बजे से छह बजे तक इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास में राष्ट्रपति को रात्रिभोज देंगे। श्री कोविंद राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे। दूसरे दिन दीनदयाल उपाध्याय स्मृति वाटिका 10 :15 बजे जायेंगे। इसके बाद वह कुछ चुनिंदा लोगों से राजभवन में मुलाकात करेंगे। दोपहर के भोजन के बाद वह कानपुर में दो कार्यक्रम में भाग लेंगे। छह बजे लखनऊ आकर वह दिल्ली वापस लौट जायेंगे। इस बीच, राष्ट्रपति के कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गयी है। स्थानीय पुलिस और पीएसी के साथ ही केन्द्रीय सुरक्षा बलों की बीस कंपनी तैनात की जा रही है।


Wednesday, September 13, 2017

रेप की अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर डालने की धमकी,GRP दारोगा के खिलाफ FIR

Mischief Case Against inspector posted in GRP
जीआरपी लखनऊ में तैनात एक दरोगा के खिलाफ सफदरगंज थाने में दुराचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित महिला का कहना है कि दरोगा बीते पांच साल से उसके साथ रेप कर रहा था। इस बात के बारे में किसी से बताने पर वह अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर डालने की धमकी भी दे रहा था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
 
थाना सफदरगंज क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक महिला का आरोप है कि जीआरपी में तैनात सब इंस्पेक्टर आशीष चंद त्रिपाठी द्वारा पांच साल से अवैध संबंध बनाए जा रहे हैं। महिला का कहना है कि दरोगा से उसके पति ने 15 हजार रुपये लिए थे जिसे न देने के एवज में दरोगा ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

कुध दिन बाद महिला को उसके पति ने छोड़ दिया तो वह दरोगा के साथ रहने लगी। इस बीच जब महिला ने दरोगा से अपना पत्नी का हक मांगना शुरू किया तो उसने जान से मारने की धमकी देने के साथ प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आरोप है कि दरोगा ने पीड़िता के अश्लील वीडियो भी बनाए हैं और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की बात कह रहा है।

इसके बाद पीड़िता ने एसपी अनिल कुमार सिंह को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। एसपी के आदेश पर सफदरगंज थाने में बुधवार को दरोगा के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज किया गया है। दरोगा इस समय जीआरपी सीतापुर में तैनात बताया जा रहा है। एसओ पंकज सिंह का कहना है कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

अव्यवस्था से दंग मंत्री ने दिए जांच के आदेश....गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गोंडा। करनैलगंज जिले के प्रभारी मंत्री के औचक निरीक्षण में सरकारी व्यवस्था की परत दर परत पोल खुल गई। व्यवस्था से नाराज मंत्री ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई तथा कस्तूरबा विद्यालय में फैली अव्यवस्था की रिपोर्ट शासन को भेजने व कार्रवाई कराने के निर्देश दिए। मंत्री ने तीन कर्मचारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। मंत्री के ताबड़तोड़ निरीक्षण से सरकारी महकमें में हड़कंप मच गया है। 
जिले के प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी ने करनैलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, केंद्रीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय करनैलगंज, अग्रेंजी माध्यम परिषदीय मॉडल स्कूल, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, विकास खंड कार्यालय एवं कोतवाली कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान मिली खामियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने तीन लोगों को निलंवित करने का आदेश अधिकारियों को दिया। बुधवार को करीब 11 बजे जिले के प्रभारी मंत्री अपने काफिले के साथ सीएचसी करनैलगंज पहुंचे। जहां दवा वितरण कक्ष, ओपीडी, पर्चा रूम, पैथोलॉजी, लेबर रूम, वार्ड एवं परिसर का निरीक्षण किया। परिसर में गंदगी देखकर वह भड़क उठे और तीन दिवस के अंदर साफ सफाई दुरुस्त करके पूरे कागजात प्रस्तुत करने का निर्देश अधीक्षक सुरेश चंद्रा को दिया। उन्होंने अस्पताल में डिलीवरी कराने वाली महिलाओं को 1400 रुपये का लाभ दिलाने के लिए खुलवाये गये खाते की जानकारी मांगी। जिस पर संतोष जनक उत्तर न पाने पर फटकार लगाते हुए व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उसके बाद वह कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंचे। जहां खामियों का जखीरा मिला। उन्होंने बाथरूम, शौचालय, शयनकक्ष एवं मेस सहित स्टाक रूम का विधिवत निरीक्षण किया। जहां गंदगी की भरमार देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। क्लास रूम में पहुंचकर बालिकाओं से भोजन के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि मीनू के अनुसार भोजन नहीं बन रहा है। शिक्षक पंजिका का अवलोकन करने पर वार्डेन एवं शिक्षिकाओं सहित कई अन्य स्टाफ के हस्ताक्षर नहीं थे। मजे की बात यह रही कि वार्डेन ने मंत्री के सामने ही अपनी उपस्थिति दर्ज की। अकाउंटेंट राजेश पांडेय तीन दिन से गायब मिले। अभिलेख मांगने पर वार्डेन ने बताया कि चाभी लेखाकार के पास है। जिस पर वार्डेन को फटकार लगाते हुए व्यवस्था में सुधार करने, अकाउंटेट को निलंवित करने एवं दो अनुपस्थित स्टाफ सहित अन्य मामले की जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश बीएसए को दिया। वहीं माडल स्कूल में दो शिक्षक 312 बच्चों को पढ़ाते हुए पाये गये। जिस पर उन्होंने स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश बीएसए को दिया। वहां से सीधे ब्लाक संसाधन केंद्र पर पहुंचे जहां खंड शिक्षा अधिकारी सहित एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं थे। दूसरे विद्यालय के एक चौकीदार ने खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय खोला था। कोई मौजूद नहीं था, जिस पर जांच करके करके कार्रवाई करने का निर्देश बीएसए को दिया। उसके बाद मंत्री का काफिला सीधे ब्लाक परिसर में पहुंचा। जहां आवास का फार्म जमा करर्ने आई महिलाओं से उनका हाल चाल पूछा। कार्यालय के अंदर गंदगी देखव्कर नाराजगी जाहिर की और प्रधान लिपिक प्रदीप सोनी से प्रधानमंत्री आवास का लाभ पाने वाले लाभार्थियों की पत्रावली तलब की। जिसमें कई मोबाइल नंबर 11 डिजिट के मिले व एक लाभार्थी के फार्म पर ग्राम प्रधान का नंबंर अंकित मिला। आवास मामले में गड़बड़ी देखकर सभी ग्राम पंचायतों के लाभार्थियों का जांच करने के लिए त्रिस्तरीय समिति गठित करने के साथ ही प्रधान लिपिक प्रदीप कुमार सोनी को निलंबित करने का निर्देश बीडीओ दिनकर विद्यार्थी को दिया। उन्होंने कहा कि गडबड़ी मिलने पर किसी के ऊपर भी गाज गिर सकती है। इसके बाद वह सीधे कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने जीडी सहित अन्य कई अभिलेख देखे। जिसमें सफेदा लगा पाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार के निर्देश दिये। उसके बाद मालखाना, बंदीगृह, मेस एवं प्रभारी निरीक्षक कक्ष का भी निरीक्षण किया। विधायक प्रेमनरायन पांडेय, भाजपा के जिलाध्यक्ष पीयूष मिश्रा, एडीएम, अपर पुलि

महराजगंज : कोठीभार में जमीनी विवाद में चली लाठियां, 8 घायल

महराजगंज: कोठीभार के सबया में जमीनी विवाद में चली लाठियां, 8 घायल
 टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज। कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम सबया उत्तर टोला में आज बुधवार की शाम जमीनी रंजिश में दो पक्षों में जमकर लाठियां चली जिसमे 7 महिलाओं सहित आठ लोग घायल हो गए, तीन को गंभीर चोट आई है जिसका इलाज सिसवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ।
    घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि कोठीभार थाना क्षेत्र के सबया उत्तर टोला में दरवाजा खोलने को लेकर दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट के दौरान एक पक्ष के 11 वर्षीय रंजीत पुत्र आलोक, 18 वर्षीय नीलम पुत्री रामकिशुन, 14 वर्षीय सुलोचना पुत्री रामकिशुन, 38 वर्षीय कुसुमावती पत्नी रामकिशुन, 40 वर्षीय अनारी देवी पत्नी स्वर्गीय रघुपति, 45 वर्षीय शकुंतला पत्नी छोटेलाल, 16 वर्षीय ज्योति पुत्री स्वर्गीय हरिलाल व 19 वर्षीय पूनम पत्नी राकेश को चोटें आयी हैं, जिसमें 19 वर्षीय पूनम पत्नी राकेश गर्भती है इनके साथ 3 अन्य महिलाओं को भी गम्भीर चोटें आयी है। 
     इन सभी घायलों का इलाज सिसवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ जहां से यह कोठीभार थाना चले गए।

Monday, September 11, 2017

बाबा राम रहीम को जेल में नहीं मिल रहा शरीर सुख इस लिए है बेचैन

जेल में रेपिस्ट बाबा राम रहीम को नहीं मिल रहा
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
चंडीगढ़ . जेल में सजा काट रहा बाबा राम रहीम बीमार हो चुका है. रोहतक जेल में बंद बलात्कारी बाबा राम रहीम की जांच करने आए तो उन्होंने जो बताया वो सुनकर आप को ज्यादा आश्चर्य तो नहीं होगा लेकिन इस बाबा पर एक बार फिर गुस्सा आएगा .लोगों के विशवास की धज्जियां उड़ाकर उनके साथ हैवानियत का घिनौना खेल खेलने वाला ये बाबा आज जेल में बेचैन है और उसकी बेचैनी की वजह डॉक्टर्स ने उसे शारीरिक सुख न मिलना बताया है . डॉक्टर्स का कहना है कि इस रेपिस्ट बाबा को सेक्स की लत लग चुकी है डेरा आश्रम से जेल आने के बाद उसे जेल में राम रहीम को नहीं मिल रहा 'शारीरिक सुख' इसीलिए है बेचैन है. इसी वजह से वह बेचैन रहता है. उसकी समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. यदि उसके इलाज में देर किया गया, तो उसकी समस्या बड़ी हो सकती है. उसे तुंरत इलाज की सख्त जरूरत है. शक्तिवर्धक पेय पीता था ये बाबा इसके पहले भी डेरा के एक पूर्व सेवादार ने बाबा की इस लत को लेकर ये दावा किया था कि ये बाबा राम रहीम सेक्स टॉनिक लेता था.सेवादार के अनुसार रामरहीम के लिए ऑस्ट्रेलिया और कई दूसरे देशों से शक्तिवर्धक पेय मंगाया जाता था. यही नहीं लोगों का कहना है कि राम रहीम ड्रग्स भी लेता था.राम रहीम को साल 1988 तक शराब पीते हुए भी देखा गया है. राम रहीम की शराब पीते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. ! बता दें कि खरों के मुताबिक़ बाबा और उनकी कथित मुंह बोली बेटी ह्नीप्रीत के बीच अविअध सम्बन्ध होने की बात भी सामने आती रही है . ये बाबा हनीप्रीत को हमेशा अपने साथ ही रखता था . यहाँ तक कि ह्नीप्रीत बाबा के हर काले कारनामे में उनका साथ भी देती थी. पुलिस अभी भी ह्नीप्रीत को तलाश रही है . नर्सों ने देखभाल से किया इनकार गौरतलब है कि रोहतक जेल में बंद गुरमीत उर्फ़ राम रहीम के बीमार होने के बाद उन्हें रोहतक के पीजीआई में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. राम रहीम के पीजीआई में आने की खबर मिलते ही वहां की नर्सों ने उनकी देखरेख करने से साफ़ इनकार कर दिया है. पीजीआई प्रशासन ने मेल नर्स स्टाफ के साथ-साथ डाक्टरों को अलर्ट रहने को कहा है. राम रहीम ने जज से भी कहा था कि वह बीमार हैं इसलिए उसके साथ नर्मी बरती जाए लेकिन जज ने गुनाहों की फेहरिस्त देखकर बीस साल की सज़ा सुना दी. सजा सुनकर राम रहीम की आँखों में आंसू भर गए और उनसे खड़ा नहीं रहा गया. जेल के भीतर शनिवार की रात को उनकी तबियत खराब हो गई. राम रहीम के बीमार होने पर जेल प्रशासन ने पीजीआई से डाक्टरों को बुलाकर चेकअप कराया. अगर तबियत में सुधार नहीं होता है तो उन्हें पीजीआई में शिफ्ट किया जा सकता है. आश्रम में करता था ये काम बलात्कारी बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम के जेल जाते ही उसकी अय्याशी के किस्से बाहर आने शुरू हो गए हैं. उसकी 'माफी' वाली गुफा के राज खुलने के साथ ही एक और घिनौना सच सामने आया है. बाबा एक समय में 2-3 या उससे अधिक साध्वियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था. डेरे में चल रही कारगुजारियों के बारे में अब एक-एक कर सच्चाई सामने आ रही है. बाबा को पोर्न फिल्में देखने का बड़ा शौक था. इस दौरान उसके कमरे में दो या उससे ज्यादा साध्वियां मौजूद रहती थीं. बाबा उनके साथ वैसे ही हरकत करने की कोशिश करता था, जैसा कि स्क्रीन पर चल रहा होता था. तलाशी में हुआ था खुलासा पिछले दिनों हुई तलाशी में डेरे की गुफा में एक सुरंग मिली , जिसका दूसरा सिरा साध्वियों के लिए बने हॉस्टल में खुलता पाया गया. बाबा इसी सुरंग के जरिए साध्वियों को अपने कमरे में बुलाता था ताकि उसके सेक्स के इस नंगे खेल के बारे में किसी को पता न लगे. यही नहीं इस काम उसकी तथाकथित मुंहबोली बेटी मदद करती थी. हनीप्रीत ही साध्वियों के हॉस्टल पहुंचकर साध्वियों को बाबा की गुफा में पहुंचने का इशारा करती थी. डेरे में तलाशी के दौरान इस सुरंग का पता चला. हरियाण पुलिस जब दूसरे दिन अपना सर्च ऑपेरशन जारी रखे थी तभी एक दरवाजा खुला. इस दरवाजे के खुलते ही अय्याशी वाली सुरंग का राज फाश हो गया. सुरंग का छोर तलाशने की शुरुवात हुई तो वह आश्चर्यजनक रूप से साध्वियों के हॉस्टल में जाकर खुला. इसका कारण पता लगाने पर बाबा की रंगीनमिजाजी के किस्से सामने आए. 


यूपी में बाढ़ से 110 मौतें, 300 करोड़ की फसल चौपट किसानों की कमर टूटी

 टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी में बाढ़ का कहर 24 जिलों से घटकर अब चार तक सीमित रह गया है। बाढ़ से नुकसान की वास्तविक तस्वीर तो बाढ़ के पूरी तरह खत्म होने के बाद धीरे-धीरे ही सामने आएगी, लेकिन बाढ़ प्रभावित जिलों ने नुकसान का जो शुरुआती अनुमान लगाया है, उसमें जन-धन की बड़े पैमाने पर हानि और किसानों की कमर टूटने की कहानी बयां हो रही है।
बाढ़ राहत से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि पूर्वांचल और तराई के 24 जिलों ने वर्षों बाद बाढ़ का ऐसा तांडव झेला है। बाढ़ की विभीषिका झेल रहे नागरिकों को अपने परिवार के110 सदस्यों की मौत से दोहरा दु:ख का सामना करना पड़ा।

पिछले कई वर्षों से दैवी आपदा का सामना कर रहे किसानों को इस बार बेहतर फसल की उम्मीद थी। फसल अच्छी थी भी, लेकिन बाढ़ ने किसानों की कमर ही तोड़ दी। तीन लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई और इसमें सवा दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा बोई फसल बर्बाद हो गई।

जानकार बताते हैं कि एक हेक्टेयर फसल की बर्बादी का मतलब 40 से 50 हजार रुपये की फसल का चौपट होना है। हालांकि जिलाधिकारियों की छह सितंबर की रिपोर्ट में 306 करोड़ रुपये से अधिक की फसल बर्बाद होने की ही जानकारी दी गई है। अधिकारी कहते हैं कि यह शुरुआती अनुमान है। वास्तविक नुकसान की जानकारी बाढ़ पूरी तरह खत्म होने के बाद सर्वे से ही सामने आएगी। इसमें नुकसान के आंकड़े बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा निजी व सरकारी परिसंपत्तियों के अंतर्गत मकान, दुकान, चौपाल, स्कूल, अस्पताल, पंचायत भवन अैर सड़क आदि को कितना नुकसान हुआ, यह भी इसमें शामिल नहीं है। इनकेआंकड़े भी जुड़ेंगे, तभी पूरी तरह से तस्वीर साफ हो पाएगी।
बाढ़ से नुकसान
बाढ़ प्रभावित जिले--24
बाढ़ प्रभावित गांव--3133
प्रभावित जनसंख्या--29.22 लाख
जनहानि--110
पशुहानि--92

प्रभावित कृषि क्षेत्र--3,13,997.03 हेक्टेयर
बोया गया प्रभावित क्षेत्र--2,34,614.26 हेक्टेयर
फसल नुकसान--306.72 करोड़ रुपये
 
परिसंपत्तियों का नुकसान
पूरी तरह क्षतिग्रस्त पक्के मकान--325
पूरी तरह क्षतिग्रस्त कच्चे मकान--857
आंशिक क्षतिग्रस्त पक्के मकान--621
आंशिक क्षतिग्रस्त कच्चे मकान --9,161            
क्षतिग्रस्त झोपड़ियां--13,036
क्षतिग्रस्त सार्वजनिक परिसंपत्तियां--161
 
राहत कार्यों की सीएम ने खुद की अगुवाई
अधिकारी बताते हैं कि बाढ़ प्रदेश का स्थायी संताप है। हर दूसरे-तीसरे साल कुछ कम-ज्यादा बाढ़ आती ही रहती है, लेकिन इस बार जिस तरह बाढ़ विकराल रूप में सामने आई, उसी तरह सरकार भी राहत व बचाव में उतरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद बाढ़ राहत कार्यों का नेतृत्व किया। ज्यादातर बाढ़ प्रभावित जिलों का उन्होंने हवाई सर्वेक्षण किया और एक-एक हफ्ते के लिए राहत सामग्री बांटी। बाढ़ व सिंचाई मंत्री के साथ ही सरकार के अन्य मंत्रियों और सांसद-विधायकों का इस काम में भरपूर सहयोग मिला। शासन के कई अफसरों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डाला और राहत कार्यों को नेतृत्व दिया।राहत आयुक्त ने अब बाढ़ प्रभावित 24 जिलों के डीएम से नुकसान की वास्तविक जानकारी मांगी है। इनसे 25 सितंबर तक जनहानि, पशुहानि, फसल से नुकसान और संपत्ति हानि की विस्तार से जानकारी मांगी गई है। बाढ़ से नुकसान की वास्तविक जानकारी सामने आने पर सरकार केंद्र से बाढ़ राहत का मेमोरेंडम भेजेगी।

बाढ़ राहत के लिए 16.75 करोड़ और जारी
अधिकारी ने बताया कि जिलों को राहत कार्यों के लिए अब तक करीब 100 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। इसके अलावा जैसे-जैसे डिमांड मिल रही है, अतिरिक्त राशि जारी की जा रही है। बहराइच, महराजगंज और सिद्धार्थनगर को 5-5 करोड़, आजमगढ़, जौनपुर व अमेठी को 50-50 लाख और हमीरपुर को 25 लाख रुपये और जारी किए गए हैं।

गंगा से बाढ़ की आशंका बरकरार
बाहरी नदियों के पानी से बाढ़ की चुनौती कमजोर पड़ने से राहत से जुड़े लोगों ने भी राहत महसूस की है, लेकिन गंगा नदी से हर साल आने वाली बाढ़ की आशंका से इनकी बेचैनी महसूस की जा सकती है। राहत से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि गंगा से बाढ़ सितंबर के आसपास आती है। गंगा नदी से जुड़े जिलों के डीएम को संभावित बाढ़ के मद्देनजर सतर्क रहने और गंगा के जल स्तर पर लगातार नजर रखने को कहा गया है। कई स्थानों पर गंगा का जलस्तर बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...