Saturday, February 4, 2017

अपराधियों को माननीय बनाने में जुटी सियासी पार्टियाँ


अपराधियों को माननीय बनाने में लगी हैं सियासी पार्टियाँ

डिजटल टीम ब्रेक न्यूज़ 

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की कसरत में कोई भी राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों के मामले में ऐसा नहीं है जिसका दामन पूरी तरह से पाक-साफ़ हो. सभी राजनीतिक दल अपराधियों को चुनाव लड़वा रहे हैं. किसी का प्रतिशत कम और किसी का ज्यादा हो सकता है लेकिन अपराधियों से मुक्त कोई भी नहीं है. अपराधियों से गलबहियां करने वाले दलों में भारतीय जनता पार्टी पहले नम्बर पर है. उसके प्रत्याशियों में 40 फीसदी अपराधी हैं.

माननीय बनने के लिये जनता की अदालत में हाथ जोड़कर खड़े हुए इन प्रत्याशियों ने बगैर शरमाये हुए अपने अपराधों का खुलासा किया है. हत्या से लेकर बलात्कार तक के मुक़दमो का सामना कर रहे यह प्रत्याशी माननीय बनने को बेकरार हैं. सियासत की मंडी में गज़ब का द्रश्य नज़र आ रहा है. एक पार्टी अगर किसी अपराधी को चुनाव लड़ाने को तैयार नहीं होती तो दूसरी पार्टी उसे गले लगाने के लिये आगे बढ़ जाती है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने माफिया सरगना मुख्तार अंसारी को समाजवादी पार्टी में शामिल करने से इनकार कर दिया तो बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने न सिर्फ मुख्तार अंसारी को बसपा में शामिल किया बल्कि मुख्तार के साथ-साथ उनके भाई और बेटे को टिकट भी दे दिया. मायावती ने तो मुख्तार को अपराधी मानने तक से इनकार कर दिया. मुख्तार की बसपा में इंट्री होते ही भाजपा ने नारा दिया कि गुंडे चढ़ गये हाथी पर, गोली मारेंगे छाती पर. भाजपा के इस नारे को सुनकर लगता है कि भाजपा अपराधियों से दूरी बनाकर रखेगी और उन्हें टिकट नहीं देगी लेकिन भाजपा की सूची में 40 फीसदी अपराधियों को टिकट दिया गया है. यूपी चुनाव में यह प्रतिशत सभी राजनीतिक दलों से ज्यादा है.

विभिन्न राजनीतिक दलों से यूपी चुनाव में मैदान में उतरे 836 उम्मीदवारों में 168 ने खुद पर अपराधिक मामले घोषित किये हैं. यानी यूपी में 20 फीसदी अपराधी चुनाव लड़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रहे 15 उम्मीदवारों पर हत्या और 42 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास के मुक़दमे चल रहे हैं. 5 उम्मीदवारों पर बलात्कार या बलात्कार के प्रयास के मुक़दमे चल रहे हैं और दो उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर फिरौती वसूलने के लिए अपहरण करने के इलज़ाम हैं. 

एसोसियेशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स और उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच की रिपोर्ट से यह पता चलता है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 73 उम्मीदवारों में से 29 अपराधी हैं. बहुजन समाज पार्टी के 73 उम्मीदवारों में से 28 अपराधी हैं. राष्ट्रीय लोकदल के 57 उम्मीदवारों में 19 अपराधी हैं. समाजवादी पार्टी के 51 उम्मीदवारों में से 15 अपराधी हैं. कांग्रेस के 24 उम्मीदवारों में से 6 अपराधी हैं. इनके अलावा 293 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 38 उम्मीदवारों ने खुद पर आपराधिक मुक़दमों की बात स्वीकार की है. यूपी के तीन निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ पर कम से कम तीन ऐसे उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के 12 जिले ऐसे हैं जहाँ पर कम से कम 3 ऐसे प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर अपराधिक मुक़दमे चल रहे हैं. आगरा में आपराधिक प्रष्ठभूमि के 22 प्रत्याशी मैदान में हैं. एटा और बागपत में 9 – 9 प्रत्याशियों पर विभिन्न अपराधों के मुक़दमे लंबित हैं.  
फिरोजाबाद में 13 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ विभिन्न अपराधों में मुक़दमे चल रहे हैं. गाज़ियाबाद और मुज़फ्फरनगर में चुनाव लड़ रहे 12 – 12 प्रत्याशियों के खिलाफ विभिन्न अपराधों के मुक़दमे चल रहे हैं. बुलंदशहर में विभिन्न राजनीतिक दलों के पांच प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं.  मेरठ में आपराधिक प्रष्ठभूमि के 11, अलीगढ़ से 7, हापुड़ और कासगंज से 4 – 4 और गौतमबुद्धनगर से आपराधिक प्रष्ठभूमि के 3 प्रत्याशी मैदान में हैं.

एटा की अलीगंज सीट से बसपा के टिकट पर माननीय बनने की राह पर अग्रसर अवध पाल ने अपने नामांकन के समय अपना जो आपराधिक ब्यौरा उपलब्ध कराया है उसके मुताबिक़ उनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में 36 मुक़दमे चल रहे हैं. इनके खिलाफ आईपीसी की गंभीर किस्म की 56 धाराएं लगी हैं. अवध पाल के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास से लेकर बलात्कार तक की धाराएँ लगाईं गई हैं. यह धाराएं इनके खिलाफ बार-बार लगी हैं. धोखाधड़ी और साक्ष्य मिटाने के मुक़दमे भी इनके खिलाफ दर्ज हैं.

एटा की अलीगंज सीट से ही महान दल ने राम किशोर को मैदान में उतारा है. राम किशोर भी योग्यता में किसी भी मायने में अवध पाल से कम नहीं हैं. इनके खिलाफ भी विभिन्न अदालतों में 21 मुक़दमे चल रहे हैं. इनके खिलाफ 35 गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. राम किशोर के खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी देना, दंगा भड़काने, असलहों का खुलेआम प्रदर्शन करने और धोखाधड़ी के मुक़दमे चल रहे हैं.

हापुड़ की ढोलना सीट से बहुजन समाज पार्टी के बैनर पर अपनी किस्मत आजमाने उतरे असलम अली के खिलाफ 10 मुक़दमे लंबित हैं. इनके खिलाफ 20 गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.

समाजवादी पार्टी ने फिरोजाबाद सीट से अज़ीम भाई को मैदान में उतारा है. इनके खिलाफ 14 मुक़दमे हैं. इन मुक़दमों में 19 गंभीर अपराधों की धाराएं लगाई गई हैं. मेरठ की सरधना सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाने उतरे अतुल की बात करें तो इनके खिलाफ 20 मुक़दमे दर्ज हैं. हत्या का प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी, सरकारी कर्मचारी को उसकी ड्यूटी के दौरान चोट पहुंचाने जैसे तमाम मुक़दमे दर्ज हैं. इनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है.

आगरा से आईएनडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रवीन्द्र सिंह के खिलाफ 11 मुक़दमे दर्ज हैं. मुज़फ्फरनगर की खतौली सीट से राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर किस्मत आज़मा रहे शाहनवाज़ राना के खिलाफ 13 मुक़दमे चल रहे हैं. फिरोजाबाद की टूंडला सीट से बीजेपी से मैदान में उतरे सत्यपाल सिंह बघेल के खिलाफ 7 मुक़दमे दर्ज हैं. फिरोजाबाद सीट से बीजे पी से ही किस्मत आजमा रहे मनीष असीजा के खिलाफ छह मुक़दमे दर्ज हैं.

मुज़फ्फरनगर की खतौली सीट से बीजेपी उम्मीदवार विक्रम सिंह के खिलाफ 6, मेरठ से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार हाजी मोहम्मद याकूब के खिलाफ 4, कासगंज से राष्ट्रवादी प्रताप सेना के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के खिलाफ 7 मुक़दमे, अलीगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार संजीव राजा के खिलाफ 5 मुक़दमे, मथुरा की मांट सीट से बीजेपी उम्मीदवार सतीश कुमार शर्मा के खिलाफ 4 मुक़दमे, फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से जन अधिकार मंच के उम्मीदवार पंकज के खिलाफ 3 मुक़दमे, आगरा साउथ से बीजेपी उम्मीदवार योगेन्द्र उपाध्याय के खिलाफ 7 मुक़दमे, एटा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जुगेन्द्र सिंह यादव के खिलाफ 7 मुक़दमे और आगरा की फतेहपुर सीकरी सीट से राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार बृजेश कुमार के खिलाफ 7 मुक़दमे दर्ज हैं.

गाज़ियाबाद की लोनी सीट से बीजेपी उम्मीदवार नन्द किशोर के खिलाफ 5 मुक़दमे, मुज़फ्फरनगर की चरथावल सीट से अखिल भारतीय विकास कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अरशद मंसूरी के खिलाफ 4 मुक़दमे, एटा की अलीगंज सीट से आईएनडी के टिकट पर मैदान में उतरे राम बृजेश के खिलाफ 4 मुक़दमे, गाज़ियाबाद की मुरादनगर सीट से राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी अजय पाल सिंह के खिलाफ 3 मुक़दमे, मुज़फ्फरनगर की बुढाना सीट से बीजेपी उम्मीदवार उमेश मालिक के खिलाफ 6 मुक़दमे, शामली की थाना भवन सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुरेश कुमार के खिलाफ 4 मुक़दमे, मेरठ कैंट से आईएनडी प्रत्याशी डॉ. नरेश चन्द्र के खिलाफ 4 मुक़दमे, गाज़ियाबाद की मोदीनगर सीट से राष्ट्रीय लोक दल उम्मीदवार सुदेश शर्मा के खिलाफ 3 मुक़दमे और बुलंदशहर से आईएनडी उम्मीदवार मोहम्मद मुस्तकीम के खिलाफ 2 मुक़दमे चल रहे हैं.

मेरठ की सिवालखास सीट से बी एसपी उम्मीदवार नदीम अहमद के खिलाफ मुक़दमा तो एक ही है लेकिन यह मुक़दमा हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी का है. मुज़फ्फरनगर की चरथावल से निर्दलीय प्रत्याशी विशाल कुमार के खिलाफ 6 मुक़दमे, एटा की अलीगंज सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रामेश्वर सिंह के खिलाफ 4 मुक़दमे, आगरा नार्थ से आईएनडी उम्मीदवार कुंदनिका शर्मा के खिलाफ 4 मुक़दमे, फिरोजाबाद की जसराना सीट से बीजेपी उम्मीदवार रामगोपाल के खिलाफ 4 मुक़दमे, अलीगढ़ की अतरौली सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार वीरेश यादव के खिलाफ 3 मुक़दमे, अलीगढ की बरौली सीट से बीजेपी उम्मीदवार दलवीर सिंह के खिलाफ 3 मुक़दमे और फिरोजाबाद सीट से असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम उम्मीदवार एहतेशाम अली बाबर के खिलाफ 2 मुक़दमे दर्ज हैं.

यूपी चुनाव: आज मेरठ में नमो-नमो, एक हफ्ते बाद डाले जाएंगे वोट

यूपी चुनाव: आज मेरठ में नमो-नमो, एक हफ्ते बाद डाले जाएंगे वोट

मेरठ. यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को मेरठ में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी दोपहर दो बजे माधव इंटर कॉलेज मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी की इस जनसभा में मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और गाजियाबाद समेत कई जिले के पार्टी कार्यकर्ता और नेता हिस्‍सा लेंगे। बता दें, बीते दिन शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मेरठ में पदयात्रा निकाली थी।

बीजेपी पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मेरठ में चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी 7 फरवरी को अलीगढ़ में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद 10 फरवरी को बिजनौर और 12 फरवरी को पीलीभीत में रैली करेंगे। 

पश्चिमी यूपी में लगातार चुनावी रैलियों का मकसद यूपी चुनाव के पहले चरण का मतदान है। चुनाव के पहले चरण के लिए पश्चिमी यूपी में सबसे वोट डाले जाएंगे। पहले चरण के लिए मतदान 11 फरवरी को होना है। 

गोरखपुर जेल पर अमन मणि ने किया जमकर हंगामा


rampage at jail
गोरखपुर(ब्यूरो)। फर्जी तरीके से स्थानीय वोटर लिस्ट में नामजदगी के आरोप की सुनवाई में शुक्रवार को गाजियाबाद जेल से नौतनवां एसडीएम कोर्ट लाए गए अमन मणि त्रिपाठी ने बीच में रुककर गोरखपुर कारागार पर जमकर हंगामा किया। जेल में बंद पिता अमर मणि त्रिपाठी से मुलाकात की ख्वाहिश मुलाकात का सही समय न होने के कारण पूरी नहीं हुई तो हंगामा शुरू कर दिया। पत्नी सारा की हत्या के आरोप में गाजियाबाद जेल में बंद अमन मणि को गाजियाबाद पुलिस की निगरानी में लाया गया था। बताते हैं कि नौतनवां के सफर के बीच शुक्रवार सुबह छह बजे गोरखपुर से गुजरते वक्त अमन मणि ने नहाने की इच्छा व्यक्त की। पुलिस उन्हें गोरखपुर जेल ले गई। 

कहा जा रहा है कि नहाने के बहाने जेल में दाखिल होते ही अमन मधुमिता हत्याकांड की सजा काट रहे पिता पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी की बैरक की ओर बढ़ने लगे। इससे रोकने पर हंगामा शुरू कर दिया। जेल अधीक्षक ने मिलाई के वक्त और तरीके के नियमों का हवाला देकर रोकने के लिए कहा तो बिफर पड़े। कारागार के सूत्र बताते हैं कि गुमराह करने के लिए अमन मणि ने एक दिन गोरखपुर जेल में रुकने की अनुमति पास होने की बात कही। चेकिंग में ऐसा कोई कागज उनके पास नहीं मिला। जिद और हंगामा देख अमर मणि की बैरक पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। 

यही नहीं करीब घंटाभर बाद अमन के जेल से बाहर हो जाने के बाद ही कैदी-बंदियों के बैरक के दरवाजे खोले गए।  हालांकि जेल प्रशासन का दावा है कि अमन को जेल में दाखिल नहीं होने दिया। बाहर ही रोकने पर कुछ देर हंगामा करके वह गाजियाबाद की फोर्स के साथ नौतनवां चले गए।  

लखनऊ : सोचा नहीं था जेल से हत्या करवा देगा अकील


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ एसएसपी मंजिल सैनी ने श्रवण की हत्या में पुलिस की गंभीर चूक माना है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा,जिसके लिए अपने विभाग को ही छलनी कर दिया, उसी की सुरक्षा नहीं कर पाए। कभी सोचा भी नहीं था कि अकील अंसारी जेल से उन्हें मरवा देगा।एसएसपी ने कहा, श्रवण कई दिन से सुरक्षा की मांग कर रहे थे। उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश भी दिया था। लेकिन नीचे के स्तर पर गंभीरता से काम नहीं हुआ। जिस दिन अकील ने सरेंडर किया था, उसी दिन मुझे लगा था कि वह जेल से कोई गड़बड़ी करा सकता है।

श्रवण से बात करने की भी सोची लेकिन किन्हीं वजहों से मामला टल गया। आरआई, थाना और एलआईयू किसी ने भी मुझे नहीं बताया कि श्रवण को गनर नहीं मिला है। मुझे इस बात का अफसोस है कि खुद श्रवण से बात नहीं कर सकी।

जब श्रवण को गोली मारे जाने की सूचना मिली तो मैंने सोचा कि गनर भी घायल हुआ होगा। बाद में पता चला कि श्रवण के पास तो गनर था ही नहीं। शायद एक बार मैं श्रवण से बात कर लेती तो हत्यारों के लिए वारदात इतनी आसान न होती।ऐसे ही काम करता है सिस्टम
सिस्टम कैसे काम करता है इस खबर में हम आपको यही बताएंगे। सिस्टम यानी बहरी व्यवस्था। सिस्टम  यानी ऐसी व्यवस्था जो सुनती है सिर्फ सिफारिशों से। हनक से।

और...? नहीं तो गिड़गिड़ाते रहिए। अपनी जान की गुहार लगाते रहिए। फाइलें घूमती रहेंगी। मुंह चिढ़ाती रहेंगी।...और दिल के गहराइयों तक एहसास करा दिया जाएगा कि यही सिस्टम है। श्रवण को एहसास होने में देरी हुई और वे जान गंवा बैठे ।

श्रवण साहू ने हत्या के 14 दिन पहले अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। एलआईयू से फाइलें दो बार चलकर डीएम के यहां पहुंचीं और अटक गईं। मजबूरन व्यापारी नेताओं ने एसएसपी को फोन कर सिफारिश की।

एसएसपी ने आरआई शिशुपाल सिंह तोमर को फोन कर मौखिक आदेश दिए। आरआई ने आदेश नहीं माना। हालांकि अब कहा जा रहा है कि आरआई ने गनर रामआसरे को जाने को कहा था। पर वह गया नहीं। आखिर श्रवण साहू की आशंका सच साबित हुई। उन्हें अपनी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।श्रवण के परिवारीजनों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को दी अर्जी में ठाकुरगंज थाना में दर्ज बेटे आयुष साहू की हत्या के मुकदमे और सआदतगंज में पकड़े गए मुन्ना बजरंगी के आठ शूटरों का जिक्र करते हुए सुरक्षा की मांग की थी।

पुलिस ने एलआईयू से रिपोर्ट मांगी। एलआईयू ने 21 जनवरी को रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को भेज दी। इससे पहले कि गनर देने के लिए तय जिला प्रशासन की कमेटी फाइल में हस्ताक्षर करती, चुनाव आयोग ने डीएम सत्येंद्र सिंह को हटा दिया।

नए डीएम आए तो एलआईयू ने दोबारा रिपोर्ट बनाकर भेजी। पर उन्होंने श्रवण साहू के गनर की फाइल में जरा भी रुचि नहीं दिखाई। इस बीच व्यापारी नेता अमरनाथ मिश्रा ने श्रवण को गनर देने के लिए एसएसपी को फोन किया।

एसएसपी ने उनसे श्रवण को लेकर आने को कहा। 20 जनवरी को अमरनाथ मिश्रा उन्हें लेकर एसएसपी से मिले। एसएसपी ने श्रवण से अर्जी लेकर सीओ एलआईयू को भेजा। हालांकि, सीओ ने उनके प्रार्थनापत्र को पहले ही जिला प्रशासन के ध्यानार्थ भेज दिया था।इस बीच श्रवण साहू को लगातार धमकियां मिलती रहीं। अकील के गुर्गे मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाते रहे। श्रवण ने आरआई को फोन कर धमकियों की जानकारी देते हुए गनर की मांग की तो उन्हें टरकाया जाता रहा। परिवारीजनों का कहना है कि आरआई कभी गणतंत्र दिवस की परेड में व्यस्त होने का बहाना करते तो कभी कोई और बहाना सुनाकर टाल देते।

आरआई ने गनर भेजने की जानकारी दी, गनर पहुंचा ही नहीं
एसएसपी को यह बात पता चली तो उन्होंने 27 जनवरी को आरआई को फोन कर गनर देने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि गनर भेज दो। जिला प्रशासन की कमेटी से स्वीकृति बाद में होती रहेगी।

आरआई ने गनर रामआसरे को श्रवण के घर भेजने की जानकारी दी लेकिन वह नहीं पहुंचा। श्रवण अपनी जान पर मंडरा रहे खतरे को लेकर दौड़-भाग करते रहे और पुलिस उन्हें टरकाती रही।

एक ही परिवार के कब्जे में है 26 साल से ये MLA सीट

26 साल से एक ही परिवार के कब्जे में है ये MLA सीट
ब्रेक न्यूज ब्यूरो 

लखनऊ. यूपी की सियासत में फिलहाल मुलायम सिंह यादव का गढ़ जसवंत नगर इस बात के लिए पहचाना जाता है कि वहां से लम्बे समय से उनके परिवार का वर्चस्व है , मगर यूपी की एक विधानसभा सीट ऐसी भी है जिस पर एक ही परिवार का कब्ज़ा बीते 26 सालो से हैं हांलाकि राजनीति के अखाड़े में इस परिवार को ले कर कभी भी बहुत चर्चा नहीं होती. 

ये सीट है पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कैंट विधान सभा जहाँ बीते 26  सालो से भाजपा का कमल खिल रहा है मगर ख़ास बात ये हैं कि हर विधान सभा चुनाव में पार्टी ने एक ही परिवार को टिकट दिया है. यह परिवार भाजपा के दिवंगत नेता और पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र श्रीवास्तव का है और इस बार उनके बेटे सौरभ श्रीवास्तव इस सीट से पार्टी के उम्मीदवार है. 

राम मंदिर आन्दोलन के बाद जब भाजपा का उभार हुआ तबसे यह सीट श्रीवास्तव परिवार के पास ही रही है. हरिश्चंद्र श्रीवास्तव जनसंघ के ज़माने से ही सक्रिय राजनीति में रहे थे. मूलतः गोरखपुर के निवासी हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने जनसंघ के जनता पार्टी में विलय के वक्त 1977 का चुनाव बांसी सीट से लड़ा था और जीते थे. जनता पार्टी की सरकार यूपी में बनी और हरिश्चंद्र मंत्री भी बने.  फिर वे गोरखपुर के धुरियापार सीट से लडे मगर हार गए. बाद में उन्होंने वाराणसी को अपनी कर्मभूमि बनाया.
1989 में जब भाजपा ने राम मंदिर आन्दोलन की शुरुआत की तब हरिश्चंद्र श्रीवास्तव की पत्नी ज्योत्सना  वाराणसी की कैंट सीट से मैदान में उतारी मगर तीसरे नंबर पर रही. 1991 के चुनावो में फिर लड़ी और 5 हजार वोटो के मार्जिन से जीती. इसके बाद से यह सीट श्रीवास्तव परिवार के पास ही रही.19९३ का चुनाव भी ज्योत्सना ने जीत लिया , 1996 और 2002 के चुनावो में हरिश्चंद्र श्रीवास्तव यहाँ से खुद उम्मीदवार बने और जीते और यूपी की भाजपा सरकार में फिर से मंत्री बने.

हरिश्चंद्र श्रीवास्तव की बढाती उम्र और ख़राब सेहत के कारण ज्योत्सना ने एक बार फिर मोर्चा सम्हाला और 2007 और 2012 के चुनावो में वे इस सीट को फिर बचाने में कामयाब रही. ज्योत्सना की बढाती उम्र के कारण पार्टी ने इस बार उम्मीदवार बदलने का फैसला किया मगर यह सीट एक बार फिर उन्ही के परिवार के पास रही. भाजपा ने 2017 में उनके बेटे सौरभ श्रीवास्तव को उम्मीदवार बनाया है. सौरभ और राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज की दोस्ती काफी गहरी है और दोनों बिजनेस पार्टनर भी रहे हैं. अब सौरभ के ऊपर अपने परिवार की पारंपरिक सीट बचने की जिम्मेदारी है. 

Friday, February 3, 2017

बिक रहे हैं लड़कियों के मोबाईल नंबर, खूबसूरती तय करती है कीमत

ब्रेक न्यूज ब्यूरो 

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में इन दिनों एक नए किस्म का व्यापार तेजी पर है. ये व्यापर है लड़कियों  के मोबाईल नंबर बेचने का. जाहिर सी बात ये है कि ये धंधा कानूनी नहीं है बल्कि चोरी छुपे ये कारोबार अपनी जड़े जमा रहा है. 

इस धंधे में बड़ी संख्या में वे लोग शामिल हैं जो मोबाईल रिचार्ज का बिजनेस करते हैं. ये शातिर दिमाग लोग रिचार्ज करने आई लड़कियों के नंबर चुपचाप रख लेते हैं और फिर उसे सेक्स्सुअली विकृत दिमाग वाले लोग मुहमांगी कीमत पर खरीदते हैं.

इस बात की तस्दीक खुद यूपी पुलिस ने की है. इस धंधे का खुलासा हुआ महिला हेल्प लाईन के 1090 काल सेंटर से. महिला हेल्पलाइन पर 15 नवंबर 2012 से 31 दिसंबर 2016 के बीच कुल 661129 शिकायतें दर्ज कराई गईं. इनमें से 582854 शिकायतें टेलीफ़ोन पर परेशान करने को लेकर थीं.

जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब इस मामले की तहकीकात की गयी तो पता चला कि काल करने वालों में एक बड़ी संख्या उन लोगो की है जिन्होंने लड़कियों के नंबर खरीदे हैं. इस धंधे में फोन नंबर की कीमत लड़कियों की शक्ल सूरत के हिसाब से तय की जाति है. ख़ूबसूरत और बिंदास लड़कियों के नंबर ऊँची कीमत पर बिकते हैं. 

मनोविज्ञान की विशेषग्य डा. नीरजा कहती है कि एकल परिवारों का अकेलापन और बड़ी संख्याम में छोटे शहरो से पढाई के लिए आने वाले लडके पहली बार खुद अपनी पसंद की लड़की से सीधे बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते. इसके अलावा कई बार ऐसा भी होता है कि इस तरह की काल आने के बाद कुछ लड़किया घबरा जाति थी और एक छोटी संख्या उन लड़कियों की भी है जो इस अद्वेंचार को टाईम पास का जरिया बना लेती थी. मगर अब खतरों से जागरूकता ने और 1090 की सहूलियत ने उनके एक जगह दे दी है जहाँ वे शिकायत कर सके.   

महिलाओं पर अमर्यादित बयान देने ये नेता बना BJP का स्टार प्रचारक

ब्रेक न्यूज़
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के चुनाव के लिए बीजेपी ने गुरूवार को अपने 40 स्टार प्रचारकों की दूसरी लिस्ट में विनय कटियार को शामिल करके एकबार फिर विवादों को खड़ा कर दिया है. 
उल्लेखनीय है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने 25 जनवरी को प्रियंका गांधी पर विवादित टिप्पड़ी करके राजनीतिक गलियारे में सियासी तूफ़ान खड़ा कर दिया था.

उन्होंने एक जनसभा के दौरान कहा था कि, प्रियंका गांधी इतनी खूबसूरत नहीं है, जितना कि प्रचार किया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि, हमारी पार्टी में भी स्मृति ईरानी हैं, जो प्रियंका से ज्यादा खूबसूरत है और भीड़ जुटा सकती हैं. कटियार के इस बयान पर विपक्षी दलों ने रोष व्यक्त किया था, साथ ही उन्ही की पार्टी की महिला मंत्री ईरानी ने भी सही समय पर जवाब देने की बात कही थी. 

बता दें कि, गुरूवार को बीजेपी द्वारा जारी की गई स्टार प्रचारको की लिस्ट में कटियार सहित वरुण गांधी और मुरली मनोहर जोशी को भी शामिल किया गया है. जबकि इससे पहले 21 जनवरी को बीजेपी द्वारा जारी की गई स्टार प्रचारकों की पहली लिस्ट में इन नेताओं को शामिल नही किया गया था.  

महराजगंज : शान्तिब्यवस्था के मद्देनजर रुट मार्च किया गया


मनोज शर्मा
ब्रेक न्यूज़ सिसवा/महराजगंज

जनपद महराजगंज अंतर्गत थाना कोठीभार परिक्षेत्र में आगामी  विधान सभा चुनाव के मद्देनजर शान्ति ब्यवस्था कायम कर सकुशल चुनाव संपन्न कराने व आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुपालन के लिए क्षेत्राधिकारी निचलौल सुरेन्द्र नाथ तिवारी के दिशा निर्देशन में आज कोठीभार पुलिस व पैरामिल्ट्री फ़ोर्स की संयुक्त टीम द्वारा कोठीभार के ग्रामसभा भेड़ियादेउरवा,पिपराबाजार,चिउटहां,रामपुर कला,पड़री उर्फ मीरगंज,बलुअही धूस व बरवां कला में रूट मार्च किया गया साथ ही अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गयी | मार्च में चौकी प्रभारी चिउटहां आर.एस.चौहान,चौकी प्रभारी सिसवां सतीश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अरूण द्विवेदी,एस.आई.सी.आई.एस.एफ राहुल विश्नोई सहित अर्धसैनिक बल के जवान मौजूद रहे |

Thursday, February 2, 2017

नागालैंड हिंसा: 33% महिला आरक्षण के विरोध में हिंसा, सीएम आवास पर हमला


नागालैंड हिंसा: 33% महिला आरक्षण के विरोध में हिंसा, सीएम आवास पर हमला, सेना तैनात


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो
नई‍ दिल्‍ली: नागालैंड में शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) चुनाव में महिलाओं को 33% आरक्षण दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रर्दशन ने हिंसात्मक रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने दीमापुर स्थित सीएम टीआर जेलिआंग के निजी आवास और कोहिमा नगर परिषद की इमारत को आग के हवाले कर दिया। हालांकि इस हमले के वक्त मुख्यमंत्री राजधानी कोहिमा स्थित अपने सरकारी आवास में थे। वह पूरी तरह सुरक्षित हैं। बीजेपी महासचिव राम माधव ने भी इसकी पुष्टि की है। 

वहीं हालात बेकाबू होता देख नगालैंड पुलिस की मदद के लिए सेना की 5 टुकड़ि‍यां भेजी गई हैं। नगालैंड के डीजीपी ने शुक्रवार को बताया कि दीमापुर में हालात अब काबू में हैं। उन्होंने साथ ही बताया कि कोहिमा में हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं, लेकिन हालात वहां भी काबू कर लिए गए हैं।

राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक दिमापुर में मुख्यमंत्री टीआर जेलिआंग के निजी आवास के पास जमा भीड़ को पुलिस ने रात करीब साढ़े नौ बजे हटाने का प्रयास किया था। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प में दो युवकों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे

सीटों पर फंसे पेंच पर सपा-कांग्रेस में बनी सहमति, मुलायम के खास गायत्री का कटा टिकट


सीटों पर फंसे पेंच पर सपा-कांग्रेस में बनी सहमति, मुलायम के खास गायत्री का कटा टिकट


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन हो चूका है. लेकिन अभी-भी कुछ विधानसभा सीटों पर संशय बना हुआ है, जिसमे रायबरेली और अमेठी की सीटें मुख्य हैं. हालाँकि, सूत्रों की माने तो यहाँ की 10 विधानसभा सीटों पर दोनों दलों के बीच सहमति बन गई है. जिसमे से आठ पर कांग्रेस और दो सीटों पर सपा के प्रत्याशी उतरेंगे. 

बता दें कि सलोन और ऊंचाहार की सीट सपा को मिली है. ख़ास बात यह है कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी विधान सभा से सपा के सीटिंग विधायक और मुलायम सिंह यादव के करीबी गायत्री प्रजापति का टिकट काट दिया है. 

बताते चले कि गायत्री प्रजापति अमेठी से सीटिंग विधायक होने के साथ साथ वर्तमान सरकार में परिवहन मंत्री भी हैं.

महराजगंज : गायब शिक्षकों का स्पष्टीकरण तलब किया

issued notice to absent teachers

स्कूल स्टूडेंट्स

महराजगंज। बेसिक शिक्षाअधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरदेउरा का बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे जांच किया। जिसमें पूर्व मा. विद्यालय में सहायक अध्यापक अर्चना यादव अनुपस्थित मिली। वहीं प्राथमिक विद्यालय में सभी शिक्षक मौजूद मिले। पूर्व मा. विद्यालय की रंगाई पुताई हो रही थी।
विद्युत उपकरण, बल्ब आदि लगे हुए थे। शौचालय ठीक हालत में था। पूर्व मा. विद्यालय बासपार बौजौली का निरीक्षण किया गया। यहां साफ सफाई हो रही थी।  प्राथमिक विद्यालय बांसपार बैजौली के हैण्डपंप का पानी अशुद्ध था। उसे तत्काल ठीक कराने के लिए जलनिगम के अधिशासी अभियंता से अनुरोध किया गया।  यहां सहायक अध्यापक दीपमाला कन्नौजिया अनुपस्थित मिली।

बीएसए ने सभी अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होने जिले के सभी खण्ड शिक्षाधिकारी और सीाी प्रधानाध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि वह आगामी विधान सभा सामान्य निव्राचन 2017 को देखते हुए वह अपने विद्यालयों की रंगाई पुताई तीन दिन के अन्दर करा लें। बूथ वाले विद्यालयों में मरम्मत एवं रखरखाव मद से छोटे छोटे कार्य आंशिक प्लास्टर, हैंण्डपंप मरम्मत खिड़की, दरवाजा चौखट पल्ले आदि ठीक करा लें। अन्यथा की दशा में उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जायेगी।

महराजगंज : UP 100 देख बाइक छोड़ भागे लुटेरे


महराजगंज:मोबाईल व पर्स लूट रहे बदमाश घिरता देख बाईक छोड़ कर भागे,यूपी 100 पुलिस ने बाईक को लिया कब्जे में
  ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज
महराजगंज : कोठीभार थानाक्षेत्र के दुर्गवलिया व सण्डा के बीच अभी अभी रात लगभग 8 बजे दो बाईक सवार बदमाशो ने कटहरी निवासी ओमप्रकाश यादव बढ़या अपने मौसी को खाना देने जा रहे थे उन्हें रोक कर मोबाईल व पर्स लूटने का प्रयास किया लेकिन ओमप्रकाश यादय के हल्ला करने से जब ग्रामीण आने लगे तो बदमाश खुद को घिरता देख पकड़े जाने के डर से अपनी बाईक छोड़ भाग गए।
    लोगो ने इस की सुचना यूपी 100 को दी। मौके पर पहुची पुलिस ने बदमाशो के बाईक UP56 A5374 को कब्जे में ले लिया है।

महराजगंज : सडक हादसे में बाइक सवार घायल घंटो बाद पहुची 108


महराजगंज।सिन्दुरिया के पास दो बाईक में हुई टक्कर,3 घायल,1 घण्टे बाद पहुची 108 एम्बुलेंस
   ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 

   महराजगंज। सिंदुरिया-शिकारपुर मार्ग पर सिंदुरिया से 2 किलोमीटर दूर सुगउ टोला के पास दो बाइक में हुई टक्कर के दौरान तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
    घटना आज दोपहर 2:00 बजे के लगभग की है। सिंदूरिया से शिकारपुर सड़क पर सुगउ टोला के पास रामजीत पुत्र घमंडी अपनी पत्नी तितरा देवी को बैठा कर केलिवर गाड़ी नंबर UP53 M0373 जो विशुनपुरा खुर्द थाना पनियरा निवासी हैं घर जा रहे थे कि पीछे से रामू पुत्र सिकड़ी निवासी शिकारपुर अपने discover UP56 J9852 से पीछे से ठोकर मार दिया। रामू शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था और उसकी टक्कर से खुद तो गिरा ही रामजिउत भी अपनी पत्नी के साथ बाइक से नीचे गिर गया।
    इस घटना में रामू के सर पर गंभीर चोटें आई हैं और रामजिउत के हाथ, पैर व सर पर चोटे आई है,वही उनकी पत्नी तेतरा देवी बेहोश पड़ी हुई थी।  
     लोगों ने इस घटना की सूचना तत्काल 108 नंबर एंबुलेंस और 100 नंबर पुलिस को दी लेकिन 100 नंबर पुलिस आधे घंटे बाद पहुंची वही 108 नंबर एंबुलेंस लगभग 1 घंटे बाद पहुंची। तब तक घायल अवस्था में यह तीनो वही तड़पते रहे।
   1 घंटे बाद पहुंची 108 नंबर एंबुलेंस उन्हें जिला चिकित्सालय महाराजगंज ले गयी।

Wednesday, February 1, 2017

कानपुर हादसा : निर्माणाधीन इमारत गिरने से 7 की मौत, सपा नेता पर FIR

ब्रेक  न्यूज़ ब्यूरो
 कानपुर । यूपी के औद्योगिक शहर कानपुर के जाजमऊ इलाके में निर्माणाधीन इमारत गिरने से 7 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि मलबे में 50 से ज्यादा मजदूर दब गए। वहीं प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मरने वालों की संख्या 20 बता रहे हैं। वहीँ इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम पर FIR दर्ज कर ली गई है।

कानपुर हादसे

कानपुर हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है

स्थानीय लोगों के मुताबिक, यह इमारत समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम की है। कानपुर में हुई इस दर्दनाक घटना में घायल हुए लोगों को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां कईयों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वहीं कानुपर के डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा कि इस इमारत के मलबे में अभी कम से कम तीस मजदूर फंसे हो सकते हैं। घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानपुर हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। डीआईजी राजेश मोदक ने बताया कि केडीए कालोनी में 7 मंजिला भवन का निर्माण हो रहा था, जो बुधवार दोपहर बाद ढह गया। हादसे के वक्त इमारत में काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए।
 बताया कि अभी तक सात मजदूरों के शव बाहर निकाले गए है तथा करीब 17 घायल मजदूरों को मेडिकल कालेज के हैलट अस्पताल और काशीराम ट्रामा सेंटर भेजा जा चुका है। हताहतों में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं घायलों में करीब आधा दर्जन मजदूरों की हालत चिंताजनक है। उल्लेखनीय है कि दुर्घटना के बाद राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर आर्मी पहुंच गई है।
इस दुर्घटना की वजह से आसपास के मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। कानपुर हादसे के बाद चारो तरफ अफरा-तफरी मची हुई है। जानकारी के अनुसार उस समय करीब 50 से ज्यादा मजदूर बिल्डिंग में काम कर रहे थे।

बस व बोलरो टक्कर में 10 की मौत, दो घायल


10 killed in road accident

बाराबंकी में रामनगर-बहराइच मार्ग पर चौका घाट के निकट हुई दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बोलेरो व बस।

बाराबंकी रामनगर थाना क्षेत्र में बहराइच मार्ग पर दुर्गापुर गांव के पास ओवरटेक करने के चक्कर में बस व बोलेरो में आमने-सामने हुई टक्कर में दो महिलाओं समेत 10 लोगों की जान चली गई। घने कोहरे के चलते हुए हादसे में दो घायलों का सीएचसी में इलाज चल रहा है। सभी मृतक फैजाबाद के रुदौली थाना क्षेत्र के जमुनियामऊ गांव निवासी थे और बहराइच स्थित मसऊद गाजी की दरगाह जा रहे थे। 
रामनगर थाना क्षेत्र में बहराइच मार्ग पर दुर्गापुर गांव के समीप बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे लखनऊ की ओर जा रही अवध डिपो की बस व बोलेरो में जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि बोलेरो सवार आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई वहीं एक युवक ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।

मृतकों में बोलेरो चालक फहीम (20) पुत्र शमीम निवासी रुदौली फैजाबाद, अजमतुल (50) पत्नी अताउल्ला, एनएम जबी (11) पुत्री एनुल, जहीर (50) पुत्र शौकत, मनु (18) पुत्री जहीर, रुखसार (17) पुत्री जहीर, मुस्तरी (50) पत्नी इस्लाम, जैनुल (40) पुत्र अताउल्ला व अब्दुल रऊफ (50) पुत्र असदउल्ला सभी निवासी ग्राम जमुनियामऊ थाना रुदौली जनपद फैजाबाद के थे। हादसे में आरिफ (10) पुत्र जैनुल गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

हादसे के दौरान एक कार भी बस में जा घुसी जिसमें सवार लखनऊ के रस्तोगी बालागंज मोहल्ला निवासी पिता- पुत्र आनंद द्विवेदी (60) व शेखर द्विवेदी (30) गंभीर रूप से घायल हो गए। इन दोनों का रामनगर सीएचसी में इलाज हो रहा है। 

 कोहरा व बोलेरो चालक की लापरवाही बनी हादसे का कारण
बुधवार सुबह घना कोहरा व बोलेरो चालक का कान मेें फोन की लीड लगाना हादसे का सबब बन गया। कान में लीड लगी होने के चलते फहीम ने जब इंडिका कार को ओवरटेक किया तो सामने आ रही बस को नहीं देख सका और आमने-सामने टक्कर हो गई। 

Tuesday, January 31, 2017

लखनऊ में सीटों को लेकर फंसा पेंच


लखनऊ. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद से सीटों को लेकर दोनों दलों में सामंजस्य का अभाव साफ़ नज़र आ रहा है. लखनऊ मध्य से कल रविदास मेहरोत्रा ने नामांकन किया था. रविदास यहाँ से मौजूदा विधायक भी हैं और अखिलेश सरकार में मंत्री भी लेकिन आज इसी सीट से कांग्रेस के मारूफ खान ने भी पर्चा दाखिल कर दिया. 
मारूफ खान का कहना है कि उन्हें पार्टी से लखनऊ मध्य से नामांकन करने का निर्देश मिला है जबकि रविदास मेहरोत्रा का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुद टिकट दिया है, मैं पीछे नहीं हटूंगा. चुनाव ज़रूर लडूंगा. मैंने इस क्षेत्र के लिए संघर्ष किया है और इस क्षेत्र से संघर्ष करते हुए 250 बार जेल गया हूँ. 
लखनऊ मध्य से कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा या समाजवादी पार्टी यह तो दोनों पार्टियों के हाई कमान ही मिलकर तय करेंगे लेकिन फिलहाल मतदाताओं के बीच तो ऊहापोह की स्थिति बन ही गई है.

लखनऊ से पहली बार मुलायम परिवार के दो सदस्य मैदान में 
उधर लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र से आज मुलायम सिंह यादव के भतीजे अनुराग यादव ने नामांकन किया है. अनुराग का कहना है कि मैं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विकास एजेंडे पर चुनाव लड़ रहा हूँ.
यह पहली बार है कि लखनऊ से मुलायम सिंह यादव के परिवार से दो सदस्य चुनाव मैदान में हैं. सरोजनीनगर से उनके भतीजे अनुराग और लखनऊ कैंट से उनकी बहू अपर्णा यादव चुनाव मैदान में है.

महराजगंज: सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो


मनोज शर्मा ब्रेक न्यूज़ ब्यूरों
सिसवा बाज़ार/महराजगंज

जनपद महराजगंज अंतर्गत नगर पंचायत सिसवा स्थित प्रेमलाल सिंघानिया कन्या इण्टर कालेज की छात्राओं ने मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत सिसवा नगर में रैली व झांकी निकाल लोगो को जागरूक किया। चौराहों,नुकड़ो पर छात्रओं द्वारा नाटक,एकाँकी जैसे कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण नगर वासियों के लिए प्रेरणाश्रोत रहा ।छात्राओ द्वारा तख्तियों पर लिखे स्लोगन
जैसे सारे काम छोड़ दो
सबसे पहले वोट दो ।। ने लोगोँ को और भी प्रेरित किया और उन्हें मताधिकार का मतलब समझाया । कार्यक्रम में प्रधानाचार्या श्रीमती शशिकला सिंह,शिक्षक मनोज रावत ,प्रभुनाथ गुप्ता ,संतोष कुमार सहित सभी शिक्षक मौजूद रहें

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