Friday, May 13, 2016

नई दिल्ली : राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव 11 जून को

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
राज्यसभा की 57 सीटों के लिए द्विवाषिर्क चुनाव 11 जून को कराए जाएंगे। इसमें शराब व्यवसायी विजय माल्या द्वारा खाली की गई एक सीट भी शामिल है। चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी।
पंद्रह राज्यों से 55 सदस्यों का कार्यकाल जून और अगस्त के बीच पूरा हो रहा है। राजस्थान और कर्नाटक से एक-एक सीट क्रमश: आनंद शर्मा (कांग्रेस) और विजय माल्या (निर्दलीय) द्वारा खाली की गई है और इनके लिए भी चुनाव कराए जाएंगे।इन कुल 57 सीटों में से 14-14 सीटें बीजेपी और कांग्रेस से जुड़ी हैं, जबकि छह सदस्य बसपा, पांच जदयू और तीन-तीन सपा, बीजद व अन्नाद्रमुक से हैं। दो-दो सदस्य द्रमुक, एनसीपी औ टीडीपी से हैं, जबकि एक सदस्य शिवसेना का है। माल्या एक निर्दलीय सदस्य थे जिन्होंने 5 मई को इस्तीफा दे दिया।
जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें केन्द्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू, बिरेन्दर सिंह, सुरेश प्रभु, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और मुख्तार अब्बास नकवी, पूर्व मंत्री जयराम रमेश, जदयू नेता शरद यादव और वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी शामिल हैं।
जहां सेवानिवृत्त हो रहे सबसे अधिक 11 सदस्य उत्तर प्रदेश से हैं, वहीं छह-छह सदस्य तमिलनाडु व महाराष्ट्र से हैं। बिहार से पांच सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे, जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से चार-चार सीटों पर चुनाव होंगे। वहीं मध्य प्रदेश और ओड़िशा से तीन-तीन सीटों, हरियाणा, झारखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से दो-दो सीटों और उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव होने हैं। इन चुनावों के लिए अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी।राज्यसभा की 57 सीटों के लिए 11 जून को होंगे चुनाव

झारखंड : पत्रकार की गोली मारकर हत्या, मीडिया संघों ने की घटना की निंदा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
 झारखंड के चतरा जिले में गुरुवार रात को अज्ञात हमलावरों ने एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, मोटरसाइकिल पर सवार हमलावरों ने गुरुवार रात को छतरा के पत्रकार इंद्रदेव यादव पर चार बार गोलियां दागी। उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
यह हमला उस समय हुआ, जब वह काम के बाद घर लौट रहे थे। यादव एक स्थानीय समाचार चैनल में संवाददाता थे। झारखंड पत्रकार संघ (जेएए) और पत्रकार बिहार मंच एवं अन्य मीडिया संघों ने इस घटना की निंदा की है। जेएए ने आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए यादव के परिवार के लिए 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद की मांग की है।झारखंड में पत्रकार की गोली मारकर हत्या

यूपी : विश्व के 20 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में इलाहाबद तीसरे-लखनऊ 18वें स्थान पर

लखनऊ: विश्व के 20 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में यूपी के चार शहर शामिल हैं। इनमें संगम नगरी इलाहबाद तीसरे नंबर पर है। गुरुवार को वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक यूपी के तीन अन्य शहर राजधानी लखनऊ, कानपुर और फिरोजाबाद भी इस सूची में शामिल हैं।  डब्ल्यूएचओ की सूची में ईरान का जाबोल शहर शीर्ष पर है।
डब्लूएचओ के मुताबिक कानपुर इस लिस्ट में 15वें स्थान पर है जबकि फिरोजाबाद और लखनऊ 17वें और 18वें पोजीशन पर। डब्लूएचओ के मुताबिक शहरी एयर क्वालिटी डेटाबेस बताता है कि इलाहाबाद में वार्षिक मीन कंसंट्रेशन PM2.5 है, जबकि कानपूर और लखनऊ का नेशनल एम्बिएंट एयर क्वालिटी स्टैण्डर्ड मानक से कहीं जयादा है।
बता दें कि PM2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्रामस प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए, लेकिन डब्लूएचओ के मुताबिक इलाहबाद में यह मात्र 170, कानपुर में 115 और लखनऊ में 113 है।
स्पेशल सचिव पर्यावरण भवानी सिंह ने कहा कि ‘अभी हमने डाटा को नहीं देखा है लेकिन अगर ऐसा है तो अहम इसे नियंत्रित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करेंगे।”
बताते चले कि लखनऊ और इलाहाबाद में हर साल दस फ़ीसदी ने वाहनों का इजाफा होता है जबकि कानपूर में यह संख्या 12 फ़ीसदी है। 

लखनऊ : बेनी प्रसाद कांग्रेस छोड सपा में शामिल नेता बोले घर वापसी

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ: 
कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने शुक्रवार को अपने पुुराने सहयोगी का दामन थामते हुए समाजवादी पार्टी ज्‍वाइन कर ली। साथ ही पूर्व समाजवादी और बेसिक शिक्षा मंत्री रहे किरण पाल सिंह ने भी सपा ज्वाइन किया।
बता दें कि किरणपाल पश्चिम यूपी के बड़े जाट नेता माने जातेे हैं। वे सपा छोड़ कर लोकदल में शामिल हुए थे, लेकिन आज उन्होंने वापस सपा ज्‍वाइन कर लिया।
सपा में शामिल होनेे पर बेनी ने कहा-
मैं दो साल से सपोकेशन में था
इस समय मेरे पास कोई काम नहीं था
राहुल-सोनिया का आभार उन्‍होंने मुझे सम्‍मान दिया, लेकिन कांग्रेसी कल्‍चर में मैं अपने को एडजेस्‍ट नहीं कर पा रहा था
चुनाव में खुद को अखिलेश के विरोध के लिये किसी भी स्थिति में तैयार नहीं हूं
घर में लड़ाई भी होेती है और सुलह भी होती है
सपा सुप्रीमो मुलायम ने कहा-समाजवादी पार्टी जब बनाने का एलान किया था तब बेनी सोसलिष्ट पार्टी चला रहे थे तब किरणमय नंद को ज्योति बासु ने कहा की यहाँ जाओ
सपा पार्टी बनाने में आजम और बेनी की बड़ी भूमिका
बेनी ने नाम दिया था समाजवादी पार्टी
पार्टी का संविधान आजम ने लिखा था
बेनी का स्‍वागत करना बहुत जरूरी है देश मेंं संदेश जाएगा
अखिलेश ने देश में यूपी को बनाय नंबर 1
मुसलमानों की उपेक्षा हो रही है
सपा सरकार उन्‍हें सम्‍मान दिलाया
बेनी हमारे बहुत पुराने साथी है, जेल में मुझे ढूंढने आए थे बेनी प्रसाद
मेरे सारे राजनैतिक निर्णयों में वर्मा जी साथ थे
पार्टी छोड़ने से पहलेे मेरे से मिलकर गए थे बेनी
इस मौकेे पर आजम खां ने कहा ये शुभ घड़ी है जब सपा बनी थी और इनमे जो जिंदा बचे है उनमें हम और नेता जी जिंदा हैं। आजम ने कहा कि बेनी के खिलाफ नेताजी ने कभी कुछ नहीं कहा। मैं नेता जी का हाथ मलके अपनी जायज मांगे मनवा लेता हूं। बेनी के शामिल होने से नेता जी खुश और हम भी खुश और जनता भी खुश। बेनी के सपा में शामिल होने से एक बड़ा संदेश जायेगा पूरा प्रदेश में आप आये बहार आई। साथ ही आजम ने कहा कि प्रोफेसर किरणपाल बहुत पुराने साथी हैं, शरीफ हैं कभी-कभी शराफत में खता हो जाती है। और उसकी सजा भी कड़ी होती है। आपकी वापसी हमे खुशी देगी।
इस मौके पर किरणपाल ने कहा कि मेेरी राजनीतिक विरासत नेता जी की है। नेता जी ने बुला लिया, हम अपने परिवार मेंं आ गये।
शिवपाल ने कहा 
ये लोग दूसरी पार्टी में रहते हुए भी परिवार के साथ ही थे।
बेनी के आने से बहुत खुशी, बेनी से फोन पर कई बार बातचीत हुई
हम दिल से इन्‍हें अपना मानते हैं। बेनी मुलायम समेत सबका हाल-चाल लेते रहते थे।
बेनी से मेरी मुलाकात होती रहती थी,बेनी, किरण कभी भी हमसे अलग नहीं थे।
इस मौके पर यूपी सीएम अखिलेश यादव ने कहा‍ कि पुरानी किताबें पुरानी भले हो जाये लेकिन भुलाई नहीं जा सकती हैं। हम सबके सहयोग से यूपी में फिर वापसी करेंगे।
कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की ओर से उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई और राज्यसभा का टिकट ऑफर किया गया।
जानकारों की मानें तो समाजवादी पार्टी 2017 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। वह यादवों का भला वाली इमेज को छोड़ना चाहती है, इसीलिए अलग-अलग जाति के लोगों को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है।
जानकारों की माने तो बेनी प्रसाद वर्मा को सपा मे लाने का मुख्‍य कारण कुर्मी वोट है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है। इसका एक बड़ा कारण कुर्मी वोट बैंक भी है। जिस तरह से बिहार में नीतीश कुमार ने कुर्मी वोट बैंक को अपने पक्ष में कर लिया, ऐसा ही कुछ मुलायम सिंह यादव की पार्टी उत्तर प्रदेश में करना चाहती है। इसके अलावा पार्टी किसी एक ब्राहम्ण चेहरे को भी राज्यसभा का टिकट दे सकती है।
बेनी प्रसाद 
पुराने समाजवादी नेता हैं 
-बेनी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर पहली बार 1974 में बारांबकी के दरियाबाद से विधानसभा चुनाव लड़े और जीते।
-मुलायम सिंह यादव के साथ चौधरी चरण सिंह के संरक्षण में अपनी पहचान मजबूत और जुझारू नेता के रूप में बनाई।
-संयुक्त मोर्चा सरकार में मुलायम सिंह रक्षा मंत्री बने और बेनी प्रसाद वर्मा संचार मंत्री थे।
-बाद में मुलायम सिंह यादव के साथ दूरी बन गई। 2007 में सपा से अलग होकर समाजवादी क्रांति दल नामक पार्टी बनाई।
2009 से कांग्रेस के साथ
-अगले विधानसभा चुनाव में वह और उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवार हार गए।
-राजनीतिक रूप से खुद को अप्रासंगिकता होने से बचाने के लिए 2009 में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से जुड़े।
-बताया जाता है कि खुद राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी से जोड़ा था। वह बेनी के सहारे यूपी कांग्रेस में जान फूंकना चाहते थे।
-2009 के लोकसभा चुनाव में गोंडा सीट से एमपी बने। पहले राज्यमंत्री और बाद में केंद्रीय मंत्री बने।

Thursday, May 12, 2016

यूपी : हाथरस जाति के आधार पर बनी छात्रों की क्लास

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी के हाथरस के एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहा एक स्कूल में जाति के आधार पर छात्रो को  शिक्षा दी जा रही है। स्कूल के प्रिंसिपल ने स्कूल में जनरल,ओबीसी और एससी के आधार पर बच्चों की कक्षाएं बना दी हैं जिसके कारण विद्यालय में जातिगत माहौल बनता जा रहा है। जातिगत माहौल के फैलने की वजह से बच्चों की शिक्षा पर भी असर हो रहा है। प्रदेश में शिक्षा के स्तर पर एक अपनी अलग पहचान रखने वाला बागला इंटर कॉलेज में इन दिनों जातिगत आधार पर शिक्षा दी जा रही है। यहां के क्लास टीचरों की मानें तो कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा बच्चों को उनकी जाति के आधार पर बांट दिया है।Image result for image hathras
कॉलेज में प्रिंसिपल ने सभी कक्षाओं के सेक्शन जनरल, ओबीसी और एससी के आधार पर बनाए हैं , सेक्शन ए में जनरल , सेक्शन बी में ओबीसी और सेक्शन सी में एससी के छात्र छात्राएं बांट दिये गए हैं। यहां तक इन बच्चों की जाति के आधार पर ही इन सेक्शन में उसी जाति के क्लास टीचर नियुक्त किये गए हैं।
जब बागला इंटर कॉलेज हाथरस के प्रिंसिपल राधेश्याम वार्ष्णेय से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बात से साफ तौर से इंकार कर दिया और जातिगत आंकड़ों पर दी जा रही शिक्षा पर उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे बच्चे प्रवेश के लिए आ रहे है उसी तरीके से प्रवेश किए जा रहे हैं। वहीं क्लास टीचर प्रमोद गौड़ ने बताया कि उनकी क्लास में सभी बच्चे जनरल के हैं। ये लिस्ट प्रिंसिपल की तरफ से आई है और हम उसी आधार पर ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं।Image result for image hathras
जब जिला विद्यालय निरीक्षक जितेन्द्र कुमार मलिक इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जाति गत आधार पर स्कूल में पढ़ाने का कोई दिशा निर्देश नहीं है और ऐसा कोई आदेश भी नहीं है। शिक्षा मे भी कोई ऐसा नियम नही है ये मामला अभी सामने आया है इस मामले की जांच करा कठोर से कठोर कार्यवाही कराई जाएगी। 

Wednesday, May 11, 2016

यूपी : चुनाव की सुगबुगाहट शुरू, आयोग जनवरी-मार्च, यूपी सरकार चाहे अप्रैल-मई में चुनाव

ब्रेक न्यूज ब्यूरो
लखनऊ. यूपी में विधानसभा की चुनावी डुगडुगी जनवरी के दूसरे हफ्ते में बज सकती है लेकिन सपा सरकार अपना कार्यकाल पूरा करना चाहती है जो 28 मई तक है। उत्तर प्रदेश में 16वीं विधानसभा के लिए चुनाव आयोग ने वर्ष 2012 में आठ फरवरी से तीन मार्च के बीच सात चरणों में चुनाव कराए थे। मौजूदा विधानसभा के गठन की अधिसूचना आठ मार्च को हुई थी और 15 मार्च को अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। विधानसभा सदन की पहली बैठक 28 मई 2012 को आहूत की गयी थी।
वहीं, आयोग ने मतदान केंद्रों में बदलाव का पहला चरण पूरा कर लिया है। 30 जून तक आयोग सभी मतदान केंद्र तय करके उनकी तस्वीरों के साथ ब्योरा ऑनलाइन कर देगा। मतदाता सूची ठीक करने की कवायद भी चल रही है। ऐसे में मृत और एक से दूसरे स्थान पर गए मतदाताओं के नाम काटने व जोड़ने का काम हो रहा है। सूची का पहला ड्राफ्ट एक सितंबर को जारी कर दिया जाएगा और अंतिम मतदाता सूची पांच जनवरी 2017 को जारी कर दी जाएगी। इसके बाद आयोग कभी भी चुनाव की घोषणा कर सकता Image result for image up chunav
सूत्रों का कहना है उत्तराखंड व दूसरे राज्यों के साथ यूपी में जनवरी-फरवरी में चुनाव कराया जा सकता है। यूपी सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल विधानसभा सदन के पहले उपवेशन (बैठक) से माना जाता है इसलिए मौजूदा समाजवादी पार्टी सरकार का कार्यकाल 28 मई 2017 तक का है। ऐसे में सरकार चाहती है कि चुनाव मौजूदा वित्तीय वर्ष गुजरने के बाद अप्रैल-मई में ही कराए जाएं ताकि बजट का पूरी तरह से इस्तेमाल हो सके। हालांकि, संविधान आयोग को यह अधिकार भी देता है कि सरकार का कार्यकाल पूरा होने के छह माह में वह कभी भी चुनाव करा सकता है।
आयोग की तैयारी
– पोलिंग बूथों की संख्या- 1,40,259
– पोलिंग स्टेशनों की संख्या- 89,377
– जर्जर व 1500 से अधिक मतदाता वाले पोलिंग स्टेशन चिन्हित।
– 10 हजार पोलिंग स्टेशन बढऩे की संभावना।
– एक सितंबर को मतदाता सूची का पहला डाफ्ट जारी होगा और पांच जनवरी को फाइनल सूची।
निर्वाचन आयोग ने शुरू की तैयारी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश, अरुण सिंघल ने बताया कि हमने तैयारी शुरू कर दी है। मतदान केंद्रों के साथ मतदाता सूची को ठीक करना ही मुख्य कार्य होता है। इसका पहला चरण पूरा हो गया है। चुनाव तिथियों को लेकर निर्णय केंद्रीय चुनाव आयोग को करना होता है।
28 मई तक है सपा सरकार का कार्यकाल
प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप दुबे ने कहा कि 16वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना आठ मार्च 2012 को जारी की थी लेकिन सदन की प्रथम बैठक 28 मई 2012 को आहूत की गयी थी इसलिए सरकार का कार्यकाल 28 मई 2017 तक होगा।

इटावा : पुलिस की पिटाई से युवक की मौत, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
इटावा में जुआ खेलने के आरोप में पुलिस एक युवक को अपने साथ चौकी ले गई. वहां उसकी जमकर पिटाई कर दी. हालत बिगड़ने के बाद पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना से गुस्साए लोगों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.

जानकारी के मुताबिक, जिले के थाना कोतवाली इलाके के मढ़ैया शिवनारायण के रहने वाले 18 वर्षीय रवींद्र को तकिया चौकी इंचार्ज योगेश शर्मा अपने पांच सिपाहियों के साथ आकर जुए के आरोप में ले गए. परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने थाने में ले जाकर रवींद्र की जमकर पिटाई कर दी. इससे वह मरणासन्न हो गया. उसकी हालत देखकर उसे आनन-फानन में जिला अस्प्ताल में भर्ती करा दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई. जुआ खेलने के आरोप में युवक को थाने ले गई थी पुलिस

इस घटना की सूचना मिलते ही इलाके के सैकड़ों लोग इकठ्ठा होकर शहर के राजागंज के तहसील चौराहे पर शव को रख कर सड़क जाम कर दिया. पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी मंजिल सैनी मौके पर पहुंची. परिजनों की तहरीर पर प्रथम दृष्टया आरोपी पाते हुए चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया. इस मामले में हत्या का केस दर्ज करके जांच के आदेश दिए. 

दिल्ली : डिग्री विवाद...क्या डीयू के पास 1978 में कंप्यूटर थे?

दिल्ली। भले ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने मीडिया के सामने आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री विवाद पर सफाई दी हो, लेकिन आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को छोड़ने के मूड में नहीं है। आप नेताओं ने आज भी इसे लेकर सवाल उठाए और दिल्ली यूनिवर्सिटी पहुंचे।
आज भी आप नेता संजय सिंह, आशुतोष, दिलीप पाण्डेय और आशीष खेतान डीयू पहुंचे। आज डीयू की तरफ से कोई रोकटोक नहीं हुई। हालांकि किसी और को जाने की इजाजत नहीं दी गई। आप ने डीयू से पूछा है कि क्या वर्ष 1978 में विश्वविद्यालय के पास कंप्यूटर थे? आप के नेता आशुतोष ने कहा कि भाजपा ने जो अंक-पत्र जारी किए हैं, उसमें नाम और परीक्षार्थी के अंक छपे हुए हैं, जबकि वर्ष 1978 में जो अन्य छात्र उतीर्ण हुए उनके नाम और अंक हाथ से लिखे हुए हैं। आप नेता ने कहा कि इसी तरह मोदीजी की डिग्री में विश्वविद्यालय का लोगो आधुनिक फॉन्ट में छपा है, जबकि असली डिग्री का फॉन्ट साधारण है। यह दर्शाता है कि डिग्री फर्जी है डिग्री विवाद पर आप का एक और सवाल, क्या डीयू के पास 1978 में कंप्यूटर थे?
आशुतोष ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि डीयू के वीसी और रजिस्ट्रार इस फर्जीवाड़े का हिस्सा न बनें, वरना 2019 के बाद उनका क्या होगा उन्हें पता नहीं। वहीं संजय सिंह ने कहा कि इस मामले में मीडिया मोदी जी की फर्जी डिग्री को असली बताने में लगा हुआ है। आप इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है। हम कच्चे खिलाड़ी नही हैं हमारे कुछ शुभचिंतक डीयू में हैं, उनसे हमें जानकारी 20 दिन पहले ही मिल चुकी है कि मोदी जी की डिग्री फर्जी है।

लखनऊ : कैबिनेट की बैठक कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ बुधवार को सीएम ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई. इसमें साइकिल चलाने वालों को विशेष सुविधाएं देने के साथ-साथ कई अहम फैसले लिए गए.
बैठक में 2016-17 ट्रांसफर नीति को मंजूरी मिल गई है और विभाग प्रमुख के तबादले का दायरा बढ़ाया गया है. इससे पहले विभाग प्रमुख अब तक 10 फीसदी का ट्रांसफर कर सकते थे.
यूपी में बनेंगी चार नई तहसील
महत्वपूर्ण कैबिनेट फैसलों के तहत यूपी में अब चार नई तहसील बनेगी. ये तहसील कन्नौज में हसेरन, चंदौली में नौगढ़, पीलीभीत में कालीनगर और अमरिया नई तहसील बनेगी. इसके अलावा गोमतीनगर में 200 बेड का बाल महिला अस्पताल बनाने का प्रस्ताव मंजूर किया. आगरा से इटावा लॉयन सफारी तक 197 किमी का बाईसाइकिल हाईवे बनाने का प्रस्ताव मंजूर हुआ. इस हाइवे पर सोलर एनर्जी से जलने वाली लाइट की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके अलावा गर्मी में हाइवे पर चलने वालों को लू न लगे, इसका भी इंतजाम किया जाएगा.
सचिवालयकर्मियों को मिलेंगे सीयूजी फोन
सचिवालय में काम करने वाले कर्मचारियों को सीयूजी फोन मिलेगा. कन्नौज में बाल संग्रहालय बनेगा. जानवरों के डॉक्टरों पर प्राइवेट प्रैक्टिस करने रोक हटा दी है. मैनपुरी कलेक्ट्रेट में आधुनिक मीटिंग हॉल बनेगा. कानपुर देहात की झींझक नगरपालिका अपग्रेड होगी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू करने को भी मंजूरी दे दी गई. दलहन-तिलहन के प्रमाणित बीजों पर अनुदान प्रस्ताव पारित किया है.

लखनऊ : BSP यूपी में अकेले लड़ेगी चुनाव : मायावती

ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को एलान किया कि 2017 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी बिना किसी गठबंधन के अकेले लड़ेगी। उन्‍होंने कहा कि बसपा उत्तराखंड में भी आगामी चुनाव में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। मायावती ने कहा कि कि न ही प्री-पोल और न पोस्ट पोल में किसी भी तरह का समझौता किसी भी पार्टी से होगा। कहा कि यूपी और उत्तराखंड में बसपा मजबूत स्थिति में है।
बता दें, मंगलवार को उत्तराखंड में कांग्रेस को फ्लोर टेस्ट में सपोर्ट करने बाद मायावती को किंगमेकर के रूप में देख जा रहा है।
उत्तराखंड में कांग्रेस को बसपा के समर्थन पर मायावती ने कहा, वहां सांप्रदायिक ताकतें हावी हो रही थींं। इसीलिए उन्‍होंने कांग्रेस को सपोर्ट किया। हालांकि, उन्होंने ये भी साफ किया कि आगामी चुनाव में उनकी कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की कोई योजना नहीं है। कल कांग्रेस को समर्थन का उन्होंने कहा हम यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में आने वाले चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेंगे। इस सवाल पर कि क्या यूपी में कोई पोस्ट पोल समझौता करेंगे, मायावती ने कहा कि यूपी में तो हमें जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उत्तराखंड में हमारी स्थिति बेहतर होगी।
कल उत्तराखंड विधानसभा में बहुमत परीक्षण के दौरान हरीश रावत को समर्थन का ऐलान कर मायावती ने सियासी सरगर्मियों को बढ़ा दिया था। इसे यूपी-उत्तराखंड में दोनों पार्टियों के बीच सियासी गठबंधन के संकेत के तौर पर देखाजा रहा था, लेकिन मायावती ने आज ऐसे कयासों को पूरी तरह खारिज कर दिया।

Monday, May 9, 2016

बुलंदशहर :चेकिंग के नाम पर पुलिस का कहर

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बुलंदशहर में चौंकाने वाली तस्वीर सामने आयी है. जहां मानवाधिकारों की खिल्ली उड़ाते हुए पुलिस का डंडा बेगुनाहों पर बरस रहा है. खुर्जा सिटी में चेकिंग के नाम पर उगाही के दौरान सोमवार को एक दरोगा ने युवक पर डंडे से प्रहार कर घायल कर दिया.दरअसल, चैकिंग के दौरान बाइक सवार इस युवक को पुलिस ने रोका. वह अपनी बाइक रोक पाता उससे पहले ही चौकी इंचार्ज जवाहर शर्मा और उसके साथी सिपाहियों ने दौड़कर युवक पर डंडों की बरसात कर दी. पुलिस की पिटाई से घायल युवक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा.
पुलिस की हरकतों का विरोध करते हुए इलाके के हजारों लोग मौके पर जुट गये और आरोपी पुलिसवालों के सस्पेंशन की मांग करने लगे. पुलिसवालों ने इससे पहले भी चैकिंग के दौरान बाइक सवार एक महिला के सिर पर डंडा मारकर उसे घायल कर दिया.
वहीं पति द्वारा विरोध करने पर उसके पति की भी पिटाई की गयी और उसे खुर्जा सिटी थाने की हवालात में डाल दिया गया. अब देखना ये होगा इस मामले में अखिलेश सरकार के पुलिस अधिकारी इस दबंग दरोगा पर क्या कार्रवाई करते है.ये है पुलिस मित्र का क्रूर चेहरा

UP:13 PPS ऑफिसर बने IPS

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी सरकार ने सोमवार को 13 पीपीएस अफसरों को आईपीएस के पद पर प्रमोट किया. इस दौरान 3 अफसर विभागिये जांच के चलते पदोन्नित का लाभ नहीं ले पाए. जिन 13 लोगों का प्रमोशन किया गया है, उनमें आईपीएस बनने वालों में रामपाल,अशोक कुमार,प्रमोद कुमार, संतोष कुमार सिंह आईपीएस बनाए गए हैवहीं अमरेंद्र प्रसाद सिंह,डॉ.अखिलेश ,लल्लन सिंह, लल्लन यादव,महेंद्र यादव,अजय राय, राहुल यादवेंद्र, कमलेश्वरी चंद्रा, लाला राम शामिल हैं.जिन 3 अफसरों की जांच के चलते पदोन्नित नहीं हुई, उनमें जय प्रकाश सिंह,अमित मिश्रा और शैलेश यादव शामिल हैं.
यूपी सरकार जल्द ही इन अफसरों को नई जिम्मेदारी देने जा रही है. जिससे ये अधिकारी कानून व्यवस्था बेहतर करने में अपना योगदान दे सकें.

UP :अबकी बार योगी सरकार BJP ने लगाया पोस्टर, योगी को शेर तो अखिलेश को गधे पर बैठे दिखाया

कांग्रेस और बीजेपी के बीच पोस्टरवार थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने राहुल गांधी के सिंघम अवतार वाले पोस्टर के जवाब में बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लगाया है. पोस्टर में शेर पर बैठे बीजेपी सांसद को नायक के रूप में पेश किया गया है, जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को गधे पर सवार दिखाया गया है.
पोस्टर पर लिखा-अबकी बार योगी सरकार
रविवार को बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बैंक रोड से शास्त्री चौक तक जुलूस निकाला और जगह-जगह इन पोस्टरों को चस्पा कर दिया. इस पोस्टर लिखे स्लोगन में अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को यह चेताने का प्रयास किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ होंगे. पोस्टर के ऊपर 'संकल्प 2017' और 'अबकी बार योगी सरकार ' लिखा हुआ है.
अखिलेश-माया पर निशाना
पोस्टर के बायीं ओर ऊपर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य की फोटो है. उसके नीचे उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती को गधे पर सवार दिखाया गया है. ताज घोटाले का स्लोगन देकर उन्हें भ्रष्ट बताने की कोशिश की गई है. पोस्टर में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी नहीं छोड़ा गया है. गधे पर सवार अखिलेश यादव को 'मुल्ला भ्रष्टाचारी' बताया गया है. वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को देश को बांटने वाला और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को मुसलमानों को गुमराह करने वाला बताया गया है.
योगी को सीएम कैंडिडेट घोषित करने की मांग
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य इरफान अहमद ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का बोलबाला है. सांसद महंत योगी आदित्यनाथ बीजेपी का ऐसा चेहरा हैं, जो उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने में सक्षम हैं. यही वजह है कि महंत योगी आदित्यनाथ को 2017 के चुनाव प्रदेश का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने के लिए जूलूस निकाला गया है. इरफान ने कहा कि वह इस पोस्टर के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि सांसद महंत आदित्यनाथ अगर मुख्यमंत्री बनेंगे, तो देशद्रोहियों और भ्रष्टाचारियों को यूपी से बाहर भागने को मजबूर होना पड़ेगा.
इलाहाबाद और वाराणसी में लगे थे विवादित पोस्टर 
17 अप्रैल 2016 को इलाहाबाद में एक पोस्टर में यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद को महाभारत के अर्जुन के तौर पर पेश किया गया था. इसमें वह रथ पर सवार थे और अर्जुन की तरह योद्धा की भूमिका में दिख रहे थे. इसके एक दिन पहले 16 अप्रैल को केशव प्रसाद मौर्या पहली बार वाराणसी पहुंचे थे. तब भी भगवान कृष्ण के रूप में उनका एक पोस्टर शेयर हुआ था.

Sunday, May 8, 2016

शिक्षकों के 15 हजार पदों का मामला अब न्यायविभाग में

करीब डेढ़ साल पहले विज्ञापित शिक्षकों के 15 हजार रिक्त पदों में कुछ और पद जोड़ने का मामला शासन के न्याय विभाग में पहुंच गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस मामले में न्याय विभाग की राय मांगी है।

बताते चलें कि बेरोजगार अभ्यर्थी सप्लीमेंटरी प्लान के 16448 पद भी इन रिक्तियों में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।

बेसिक शिक्षा परिषद ने 12 दिसंबर 2014 को सहायक अध्यापक के 15 हजार पदों के लिए विज्ञापन निकाला था। इसमें टीईटी पास बीटीसी कोर्स किए युवाओं से आवेदन मांगे गए थे।

कुछ समय बाद डिप्लोमा इन एजुकेशन (स्पेशल एजुकेशन) यानी डीएड और बैचलर इन एलीमेंटरी एजुकेशन (बीएलएड) किए युवाओं ने इन भर्तियों में खुद को शामिल करवाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

अदालत ने इन युवाओं को भी आवेदन का मौका देने का आदेश दिया। इस मामले में गत 26 अप्रैल को आए हाईकोर्ट के अंतिम निर्णय में छह सप्ताह के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दिए गए हैं। अब इन भर्तियों के लिए आवेदन कर चुके बीटीसी अभ्यर्थी पदों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं। इस बारे में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने शासन से राय मांगी थी।

सचिव बेसिक शिक्षा अजय कुमार सिंह ने बताया कि पदों की संख्या बढ़ाए जाने के मामले में न्याय विभाग की राय मांगी गई है। उसके आधार पर भी अगला कोई निर्णय लिया जाएगा।

शिक्षामित्रों ने शुरू किया विरोध
15 हजार रिक्त पदों में और पद जोड़ने के मामले की भनक लगते ही शिक्षामित्रों ने विरोध शुरू कर दिया है।

उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि 16448 पद शिक्षामित्रों को समायोजित करने के लिए रखे गए हैं। अगर इन पदों को 2014 में विज्ञापित रिक्तियों में जोड़ा गया तो संगठन आंदोलन करेगा।Image result for teachar

सेल्फी लेने के चक्कर में डैम में गिरकर युवक की मौत

नए-नए अंदाज में सेल्फी लेना युवाओं का शौक माना जाता है. अलग-अलग स्थानों पर सेल्फी के शौकीन सेल्फी लेते हैं. लेकिन कभी-कभी ये शौक युवाओं को मौत की दहलीज पर ले जाता है. रामपुर में कैमरी डैम पर दोस्तों के साथ सेल्फी लेते समय 12वीं क्लास का एक छात्र पानी में डूबकर अपनी जान गवां बैठा.
रामपुर के कैमरी थाना क्षेत्र में पीलाखार नदी पर बने डैम पर 12वीं क्लास का छात्र अय्याज अपने दोस्तों के साथ सेल्फी लेने पहुंचा था, जहां पर वो डैम के किनारे सेल्फी खींचते समय अचानक गहरे पानी में गिर गया और देखते ही देखते डैम की गहराईयों में समां गया. दोस्तों ने उसे बचाने के काफी प्रयास किए लेकिन उसका कहीं अता-पता नहीं लग सका. युवक के डूबने की सूचना पर प्रशासन मौके पर पहुंच गया और स्थानीय गोताखोरों की मदद ली गई. लेकिन कई घंटे तक चले इस बचाओ अभियान में उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हो सकी.
गढ़ मुक्तेश्वर से बुलाया गया गोताखोरों का दल 
स्थानीय गोताखोरों की नाकामी के बाद प्रशासन ने गढ़ मुक्तेश्वर से गोताखोरों का दल बुलवाया. बचाव कार्य में जुटे गोताखोरों ने दमखम दिखाते हुए गहरे पानी में डूबे छात्र का शव निकाल लिया. बचाव कार्य के दौरान डैम के आस-पास पुलिस प्रशासन ने चौकसी बढ़ाए रखी. वहीं लोगों की भीड़ भी इस सारे अभियान पर अपनी निगाहें जमाए रखीं.
तैरना नहीं जानता था अय्याज 
मौके पर मौजूद केमरी के पुलिस क्षेत्राधिकारी के मुताबिक ये अभियान रात्रि 7 बजे शुरू किया गया था. स्थानीय गोताखोरों के अलावा गढ़मुक्तेश्वर के गोताखोरों को भी लगाया गया था. अब युवक का शव पानी से बाहर निकाला जा चुका है. छात्र की मौत के बारे कहा जा रहा है के उसको तैरना नहीं आता था. दोस्तों के साथ सेल्फी लेते समय वो इस हादसे का शिकार हो गया और पानी में डूबकर अपनी जान गवां बैठा.

यूपी में कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करना चाहते हैं राहुल

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नए सिरे से खड़े होने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर ही प्रदेश में 'दलित कान्क्लेव' आयोजित किया गया और इसके बाद 55 जिलों में 'भीम ज्योति यात्रा' भी निकाली गई। लेकिन कांग्रेस और दलितों के बीच दूरियां मिटाने की ये कवायदें भी कामयाब होती नहीं दिख रही हैं।
पार्टी सूत्रों की मानें तो दलित वोट बैंक की वापसी की जुगत में लगी कांग्रेस की कोशिशें वरिष्ठ नेताओं की उदासीनता की वजह से परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। राज्य के 55 जिलों में निकाली गई भीम ज्योति यात्रा में प्रदेश के नेताओं ने सहयोग नहीं किया। कांग्रेस के एक विधायक ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर  इसकी हकीकत बताई। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर दलित कान्क्लेव का आयोजन कर दलितों का बसपा से मोहभंग कराने और उस पर भाजपा का रंग चढ़ने से रोकने की कोशिश हुई थी। रोहित वेमुला प्रकरण के बाद बदलाव की उम्मीद भी जगी थी।
विधायक ने बताया कि अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष भगवती प्रसाद के नेतृत्व में भीम ज्योति यात्रा निकाली गई थी। 55 जिलों में दस हजार किलोमीटर का सफर तय किया गया। 226 जनसभाएं की गईं, लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ। कांग्रेस जहां थी, वहीं खड़ी है।Image result for image rahul gandhi
उन्होंने बताया कि राहुल के निर्देशों के बावजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने दलितों को जोड़ने में जरा सी भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। दलितों को जोड़ने के लिए पार्टी अपने वरिष्ठ नेताओं को ही एकजुट नहीं कर पाई। गांवों और दलित बस्तियों में प्रभावी कार्यक्रम आयोजित करने में स्थानीय नेताओं ने कोई रुचि नहीं दिखाई।
हालांकि कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत इस बात से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, कि ऐसा नहीं है। दलित कान्क्लेव व भीम ज्योति यात्रा दोनों कार्यक्रम सफल हुए। इन कार्यक्रमों के दूरगामी परिणाम होंगे और दलितों का बसपा से जरूर मोहभंग होगा।
राजपूत ने कहा कि दलित युवा अब जातिवाद और भ्रामक नारों से तंग आ चुके हैं। इन कार्यक्रमों को लेकर दलित युवाओं में काफी उत्साह दिखाई दिया। यही कारण है कि आने वाले दिनों में इसका असर भी दिखेगा।

कानपुर : गंगा नहाने गए तीन छात्रों की डूबे मौत, हड़कंप

कानपुर के गंगा बैराज में नहाने गए तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया।

मौके पर पहुंची कोहना थाने की पुलिस ने गोताखोरों की मदद से छात्रों के शव निकलवाए और पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया।

छात्रों की पहचान शौर्य शर्मा (हापुड़ ), अंशुल पाल ( कन्नौज ) व शुभम जैन ( मथुरा ) के रूप में की गई है, जो कि कल्याणपुर स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर इंस्टीट्यूट से बीटेक कर रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक छात्र डूबने लगा तो उसे बचाने के लिए अन्य दो साथी भी डूब गए।Three students drown in Ganga, kanpur.

हापुड़ : CCTV में कैद वारदात सरेआम सेल्स मैन को गोली मारकर लूटे 2 लाख

हापुड़: सरेआम सेल्स मैन को गोली मारकर लूटे 2 लाख, CCTV में कैद वारदात ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
दिल्ली से ही सटे हापुड़ के थाना शहर कोतवाली के मोदीनगर रोड पर बाईक सवार बदमाशों ने दिन-दिहाड़े जन लक्ष्मी फाईनेंस कंपनी के सेल्स मैन योगेश को गोली मार दी। वारदात के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। डर के मारे लोग इधर-उधर भागने लगे। बीच सड़क पर सरेआम सेल्स मैन को गोली मारने की घटना को अंजाम देने से बदमाशों के बुलंद हौसले का पता चलता है।
सेल्समैन को गोली मारने के बाद बदमाश दो लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। घायल सेल्समैन योगेश को गंभीर हालत मे अस्पताल मे भर्ती कराया गया। पूरी वारदात दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हैरानी की बात यह है कि वारदात की जगह से कुछ ही दूरी पर पुलिस पिकेट भी है।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...