Friday, May 26, 2017

लखनऊ : नुक्कड़ नाटक के ज़रिये बच्चो को दी तम्बाकू से नुकसान की सीख

नुक्कड़ नाटक के ज़रिये बच्चो को दी तम्बाकू से नुकसान की सीख

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. अंश वेलफेयर फाउन्डेशन ने बक्शी का तालाब स्थित एस.आर. ग्लोबल स्कूल में तम्बाकू से होने वाले नुकसान को समझाने वाला नुक्कड़ नाटक मंचित किया. इस नाटक में बताया गया कि तम्बाकू का सेवन अब फैशन में आ गया है इसमें युवा वर्ग से प्रौढ़ वर्ग क्या महिला क्या पुरुष सभी लिप्त हैं. इसका दुष्प्रभाव व्यक्तिगत के साथ समाज पर पड़ रहा है. राज्य तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उ.प्र. से जुड़े अंश वेलफेयर फाउन्डेशन ने बच्चो को नाटक के माध्यम से तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में बताया, साथ ही इसी विषय पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया. तंबाकू निषेध नियंत्रण प्रोग्राम उत्तर प्रदेश के नोडल अफसर सतीश त्रिपाठी और नागेंद्र सिंह चौहान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. उन्होंने तंबाकू की खेती और उसके नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस मौके पर बच्चों ने ड्राइंग व स्लोगन के ज़रिये तंबाकू निषेध का सन्देश दिया. नुक्कड़ नाटक figo dance crew के कलाकारों ने choreographer choreographer वासु कुमार के निर्देशन में अपना नाटक मंचित किया. एस आर ग्लोबल स्कूल के प्रिंसिपल सीके ओझा ने सेमिनार के दौरान सभी स्वंयसेवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. अंश वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष श्रद्धा सक्सेना ने बताया कि अभिषेक सिंह चौहान, ममता सिंह, अजय त्रिपाठी,निहाल अहमद, नागेंद्र सिंह, धर्मेंद्र , सूर्य प्रकाश पाठक, आशीष, शिवानी, आदि के सहयोग से बच्चो तक तम्बाकू के नुक्सान की जानकारी पहुंचाई गई


UP सरकार के खिलाफ गवर्नर को ज्ञापन देंगे समाजवादी

UP सरकार के खिलाफ गवर्नर को ज्ञापन देंगे समाजवादी
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के दौर में अराजकता का दौर प्रारंभ होने, जातीय तथा सांप्रदायिक उन्माद बढ़ने तथा दलितों और कमजोर वर्ग पर हो रहे उत्पीड़न से कानून व्यवस्था को गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 29 मई 2017 को सभी जनपदों में पार्टी पदाधिकारी जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में जंगलराज के खिलाफ हस्तक्षेप की मांग करेंगे। ज्ञापन में 20 मार्च 2017 के पश्चात जनपद की सभी बड़ी घटनाओं को भी शामिल किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में केवल दो माह की अवधि में सहारनपुर जनपद में लगातार तीन गंभीर घटनाएं सड़क दूधली, शब्बीरपुर, तथा रामनगर में हुई। मथुरा का डकैती व हत्याकांड, ग्रेटर नोएडा जेवर क्षेत्र में चार महिलाओं के साथ रात्रि में सामूहिक बलात्कार और हत्या, वाराणसी में 10 करोड़ रूपये की डकैती, गोरखपुर में हत्याएं, इलाहाबाद में सामूहिक बलात्कार व हत्या आदि दिल दहलाने वाले लोमहर्षक कांड हुए हैं। राजधानी लखनऊ भी अपराधों से आतंकित है। प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था के मामले में पूरी तरह से असफल साबित हुई है। भाजपा एवं आरएसएस के अनुषांगिक संगठन बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय जनता युवा मोर्चा, एवं हिन्दू युवा वाहिनी आदि संस्थाओं ने कानून व्यवस्था को अपने हाथों में ले लिया है जिसके कारण सम्पूर्ण प्रदेश में दर्जनों बड़ी संख्या में हत्या, डकैती, बलात्कार तथा अपहरण की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। पिछड़ों, दलितों तथा कमजोर वर्ग का उत्पीड़न प्रारंभ हो गया है। आपराधिक तत्व खुले आम कानून के लिए चुनौती बन गये हैं। अराजकता की स्थिति यह है कि पुलिस कप्तान के आवास तक भाजपा के सांसद, विधायकों ने हंगामा किया। पुलिस अधिकारियों तथा अन्य विभागीय राज्यकर्मियों की पिटाई आये दिन की घटनाएं है। वास्तव में अब लगता है कि प्रदेश में जंगल राज है। जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन के माध्यम से समाजवादी पार्टी गंभीरता से यह बात संज्ञान में लाना चाहती है कि भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल है और अपने प्रचंड बहुमत के सहारे समाज के हर वर्ग को आतंकित करना चाहती है। संवैधानिक मर्यादाएं जानबूझ कर तोड़ी जा रही हैं। अपराधी भय मुक्त हैं। कमजोर हमलावरों के शिकार है। समाजवादी पार्टी की चिंता है कि प्रदेश में समाज को जाति और संप्रदाय के नाम पर जिस तरह बांटा जा रहा है उस पर रोक न लगी तो राज्य विकास एवं प्रगति में बहुत पीछे चला जायेगा। भाजपा सरकार कम से कम अखिलेश यादव अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में राज्य के विकास को जहां तक ले आये थे उससे पीछे तो न ले जाएं। राज्यपाल महोदय इस दिशा में तत्काल कदम उठाएं।


अखिलेश के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार की नजर हुई टेढ़ी, रद्द होंगे 'पूर्वांचल एक्सप्रेस वे' के टेंडर

अखिलेश के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार की नजर हुई टेढ़ी, रद्द होंगे

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. पूर्व सीएम अखिलेश यादव के एक और ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार की निगाह टेढ़ी हो गई है. योगी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के टेंडर रद्द करने का फैसला लिया है. बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए अभी तक मात्र 40 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण हुआ, जबकि 80 प्रतिशत अधिग्रहण के बाद ही इस पर काम शुरू किया जा सकेगा. उल्लेखनीय है कि 354 कि.मी. लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को 8 भागों में बांटा गया और इसके निर्माण के लिए 6 कंपनियों को ठेका मिला था. बता दें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 19 हजार करोड़ रुपये थी जिनमें से 12 हजार करोड़ रुपये निर्माण के लिए और बाकी सात हजार करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए आवंटित थे. सूत्रों के मुताबिक, सरकार अगली कैबिनेट मीटिंग में इसके टेंडर रद्द करने का प्रस्ताव ला सकती है. इसके आलावा सरकार ने फैसला लिया है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को अयोध्या से जोड़ा जाएगा.

Thursday, May 25, 2017

धधकते सहारनपुर पर सियासत भी जारी है...



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक बार फिर से हिंसा और झड़प को लेकर चर्चा में है. बीते पांच साल समाजवादी पार्टी के शासन काल में इस जाट बेल्ट में हिन्दू बनाम मुस्लिम हुआ था तो इस बार यह सवर्ण बनाम दलित हो चुका है. अखिलेश सरकार के कार्यकाल में कैराना और मुजफ्फरनगर संघर्ष और सियासत का केंद्र था तो अब योगी की सरकार में शब्बीरपुर गाँव संघर्ष और सियासत का केंद्र बन गया है. हमेशा की तरह सियासत ने भी यहाँ पर अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है और प्रदेश की सभी प्रमुख पार्टियां अपने-अपने नफा नुकसान के हिसाब से सियासी मैदान में कूद चुकी हैं. यूपी सरकार ने आनन-फानन में सहारनपुर के हालात को संभाल सकने में अक्षम साबित हुए जिला मजिस्ट्रेट एन.पी.सिंह और एसएसपी सुभाष चन्द्र दुबे को उनकी ज़िम्मेदारी से मुक्त कर दिया. एन.पी.सिंह के स्थान पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रमोद कुमार पाण्डेय को नया डीएम नियुक करते हुए उन्हें स्टेट प्लेन से सहारनपुर रवाना कर दिया गया है. राज्य सरकार ने सुभाष चन्द्र दुबे के स्थान पर बब्लू कुमार को सहारनपुर का नया एसएसपी बनाया है. अभी नयी-नयी उभरी भीम सेना के बड़ते प्रभुत्व और उसकी बसपा से बढती दूरी से भारतीय जनता पार्टी खुश नजर आयी और उसके एक सांसद राघव लखनपाल ने इसी तनाव के बीच शब्बी रपुर गांव को गोद लेने की घोषणा की. सांसद की ओर से इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को भी दे दी गई है. बताते चलें कि सहारनपुर में हिंसा और आगजनी के मामले में पुलिस ने बीजेपी सांसद राघव लखनपाल समेत दो दर्जन लोगों को नामजद किया है, जबकि दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इधर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बुधवार को सहारनपुर हिंसा मामले पर कहा कि बीजेपी की समाज को बदलने की रणनीति से लाभ लेने का परिणाम समाने आ रहा है. सहारनपुर हिंसा उसी का दुष्परिणाम है. रामगोपाल ने भाजपा पर जाति आधारित राजनीति करने का आरोप भी लगाया है. उधर बसपा सुप्रीमो मायावती अपने परम्परागत वोट में सेंध लगने के डर के चलते 23 साल बाद सड़क मार्ग से चलकर मंगलवार को सहारनपुर का दौरा किया. मायावती के दौरे के बाद एक बार फिर वहां ठाकुरों और दलितों के बीच चल रहा जातीय संघर्ष बढ़ गया और सहारनपुर के कई इलाकों में तनाव पूर्ण स्थिति बनी हुई है. मंगलवार को हुए संघर्ष, पथराव, आगज़नी और लूटपाट की घटना के बाद बेकाबू हालात को नियंत्रित करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को तलब किया और हालात को काबू में करने के लिए देर रात 4 अफसर लखनऊ से सहारनपुर भेजे. मंगलवार रात को स्टेट प्लेन से भेजे गए अफसरों की टीम में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी (क़ानून व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और डीआईजी सिक्योरिटी विजय भूषण शामिल हैं. इसके अलावा गाज़ियाबाद, मेरठ, अलीगढ़ और आगरा से पीएसी के कमांडेंट भी मौके पर पहुंच चुके हैं. सहारनपुर में बवाल का यह पांचवां राउंड है. सहारनपुर में बवाल के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती सड़क मार्ग से सहारनपुर पहुँची थीं. उनके वहां से निकलते ही फिर से बवाल हो गया. सूत्रों की माने तो मायावती को सुनने के बाद वापस लौट रहे उनके समर्थकों पर चांदपुर में हमला बोला गया. एक व्यक्ति को गोली मार दी गई. तलवार और अन्य धारदार हथियारों से किये गए हमले में बहुत से लोग बुरी तरह से घायल हो गए. मौके पर पहुँची पुलिस ने मामले की छानबीन की. इधर सहारनपुर की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुःख प्रगट करते हुए सभी दलों से शान्ति की अपील करते हुए दोषियों पर कड़ी कारवाही करने के निर्देश दिए हैं.

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यूपी : राज्य सरकार ने 174 डिप्टी कलेक्टरों के तबादले किये.



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चल रहे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों के क्रम में आज 174 डिप्टी कलेक्टरों के तबादले किये गए हैं. आज ट्रांसफर होने वाले पीसीएस अधिकारियों में ट्रेनी एसडीएम भी शामिल हैं. रायबरेली के प्रशिक्षु एसडीएम राजीव कुमार राय को इलाहाबाद का एसडीएम बनाया गया है. लखनऊ के एसडीएम आयुष चौधरी, गोरखपुर के एसडीएम दयाशंकर और चंदौली के एसडीएम जवाहर लाल श्रीवास्तव को इलाहाबाद का एसडीएम बनाया गया है. अम्बेडकरनगर के ट्रेनी एसडीएम पंकज कुमार श्रीवास्तव को गोरखपुर का एसडीएम बनाया गया है. कानपुर देहात के एसडीएम सियाराम को संतकबीरनगर का एसडीएम बनाया गया है. उन्नाव के एसडीएम नरेन्द्र सिंह चतुर्थ ललितपुर के एसडीएम होंगे. बरेली के ट्रेनी एसडीएम सत्यम मिश्रा को गाजीपुर का एसडीएम बनाया गया है. बागपत के एसडीएम मनोज कुमार सिंह कानपुर देहात के एसडीएम बनाए गए हैं. हरदोई के ट्रेनी एसडीएम विवेक कुमार यादव बागपत के एसडीएम होंगे. प्रतीक्षारत एसडीएम छत्रपाल मिर्ज़ापुर भेजे गए हैं. बागपत की एसडीएम दीपाली कौशिक कानपुर देहात में एसडीएम होंगी. बरेली के एसडीएम पारसनाथ बदायूं के एसडीएम बनाये गए हैं. प्रतीक्षारत एसडीएम ममता मालवीय बरेली में एसडीएम होंगी. अब तक बरेली में एसडीएम के पद पर तैनात विवेक श्रीवास्तव लखनऊ में एसडीएम होंगे. गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी नितिन मदान हापुड़ विकास प्राधिकरण में विशेष कार्याधिकारी का कामकाज संभालेंगे. अमेठी के ट्रेनी एसडीएम वेड प्रकाश मिश्रा को बुलंदशहर का एसडीएम बनाया गया है. इलाहाबाद की एसडीएम सुशीला का ललितपुर किया गया ट्रांसफर निरस्त करते हुए आगरा भेजा गया है. इलाहाबाद के एसडीएम आशीष कुमार मिश्रा को मुरादाबाद का एसडीएम बनाया गया है. सीतापुर के एसडीएम सत्येन्द्र नाथ शुक्ला-2 को इलाहाबाद का एसडीएम बनाया गया है. कानपुर नगर के एसडीएम सुखवीर सिंह अब लखीमपुर खीरी के एसडीएम होंगे. इलाहाबाद के एसडीएम अवधेश बहादुर सिंह को फैजाबाद का एसडीएम बनाया गया है. सहारनपुर के एसडीएम मनोज कुमार सिंह (सेकेण्ड) को वाराणसी का एसडीएम बनाया गया है. इलाहाबाद के एसडीएम बिजेन्द्र द्विवेदी को फैजाबाद का एसडीएम बनाया गया है. कानपुर नगर के एसडीएम अर्पित गुप्ता को इलाहाबाद का एसडीएम बनाया गया है. लीडा की विशेष कार्याधिकारी नीलम सचन का इटावा ट्रांसफर निरस्त करते हुए कानपुर नगर का एसडीएम

ग्रेटर नोएडा: लूट का विरोध करने पर कार सवार की हत्या, महिलाओं से रेप की कोशिश


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की खराब हालत को लेकर योगी सरकार बैकफुट है। अभी सहारनपुर हिंसा का मामला चल ही रहा है, तभी बुधवार रात ग्रेटर नोएडा में लूट का विरोध करने पर कार सवार की युवक की हत्या का मामला सामने आया है। खबरों की माने तो, बुधवार रात ग्रेटर नोएडा से एक परिवार के आठ लोग बुलंदशहर जा रहे थे। ये सभी एक ही गाड़ी में सवार थे। कार में 4 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे सवार थे। तभी हाइवे पर जेवर थाना क्षेत्र में करीब आधा दर्जन बदमाशों ने उनका पीछा किया और कार की टायर में गोली मारकर रोक दिया। फिर महिलाओं से गैंगरेप की कोशिश करने लगे। वहीं, जब कार सवार लोगों इसका विरोध किया तो बदमाशों ने मारपीट करना शुरू कर दिया और फायरिंग कर दी। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि वारदात के दौरान एक शख्स ने मौका पाकर पुलिस को 100 नंबर और घर पर कॉल कर दिया। इस गुस्साए बदमाशों ने एक शख्स को गोली मार दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस इस घटना की जांच शुरू कर दी है। पीड़ितों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है।

बाराबंकी : भूमि वि‍वाद में किशोरी से दरिंदगी, प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला





टीम ब्रेक न्‍यूज ब्यूरो

बाराबंकी . दरिंदे एक बार फिर इंसानियत को शर्मशार करने में कामयाब हुए हैं। कानून व्‍यवस्‍था के सवाल पर लगातार घिर रही योगी सरकार के दावों की कलई खोलते यूपी के बाराबंकी में बुधवार की शाम भूमि विवाद में एक किशोरी के प्राइवेट पार्ट में उसके ही पटीदारों ने डंडा डाल दिया। पीडिता को गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। कहा जा रहा है कि किशोरी के परिजनों व उसके पटीदारों के बीच अर्से से भूमि विवाद है। पहले दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इसके बाद जघन्‍य वारदात अंजाम दी गई। किशोरी की हालत नाजुक बताई जा रही है। सिरदर्द बने बेखौफ दरिंदे महिलाओं से जुडे अपराध में वद्धि जारी है। ऐसे मामलों में सजा के सख्‍त प्राविधान के बाद भी दरिंदों के हौसले बुलंद हैं। महिलाओं के शारीरिक व मानसिक उत्‍पीडन से वह बाज नहीं आ रहे। बाराबंकी की दर्दनाक घटना आम होने के बाद दिल्‍ली का चर्चित निर्भया कांड लोगों के जेहन में एक बार फि‍र कौंध गया। वहां भी दरिंदों ने निर्भया के साथ ऐसा ही अमानवीय बर्ताव किया। इसकी वजह से उसकी मौत तक हो गई। मामले में सख्‍त रूख अपनाते हुए निर्भया कांड के आरोपियों की फांसी पर कुछ ही समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगाई है । कोर्ट के सख्‍त रूख के बाद माना जा रहा था कि इससे उन दरिंदों की नकेल कसेगी, जो महिला अपराध बेखौफ होकर अंजाम देते रहे हैं। बावजूद इसके बाराबंकी की नई जघन्‍य घटना ने एक बार फिर कानून के पहरेदारों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

Wednesday, May 24, 2017

योगी सरकार का सिरदर्द बना सहारनपुर, SSP-DM सस्पेंड, DIG का भी हटना तय



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ जातीय हिंसा की आग में जल रहा सहारनपुर योगी सरकार का बडा सिरदर्द बन चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि सरकार व उच्‍च प्रशासनकि अफसरों की भरसक कोशिश के बाद भी सहारनपुर शोले की भांति दहक रहा है। प्रतिशोध की आग में लगातार जल रहे दो गुट एक-दूसरे के प्राण के प्‍यासे हैं। जीने मरने पर अमादा दोनों पक्षों को मनाने की हर मुमकिन कोशिश विफल है। वहां के बदतर हालात का पता इससे चलता है कि माह भीतर दूसरी बार डीएम व एसपी हटाए गए हैं। फोर्स की भारी मौजूदगी के बाद भी सहारनपुर के हालात सामान्‍य नहीं हो रहे। इससे सरकार के माथे पर चिंता की गहरी लकीरें खिंच गई हैं। एक माह में पांच बार जला सहारनपुर जातीय हिंसा ने सहारनपुर की पिफजा में इस कदर जहर घोला है कि सूबे के पश्चिमी छोर पर स्थित यह जिला माह भीतर पांच बार जल चुका है। नजर डालते हैं, सहारनपुर के एक माह पहले के हालात पर। 20 अप्रैल को सहारनपुर के दूधली गांव में अंबेडकर जयंती के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। अचानक दो पक्ष आमने सामने हुए और उनके बीच पथराव, आगजनी, लूटपाट व फायरिंग हुई। पुलिस ने सांसद राघव लखनपाल शर्मा समेत 400 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। प्रशासन के मुताबिक शोभायात्रा बगैर इजाजत निकाली गई। इसके बाद सरकार ने एसएसपी लव कुमार को हटा दिया। उनके जगह पर सुभाष चंद्र दूबे की तैनाती हुई। बावजूद इसके दोनों पक्षों के बीच जल रही बदले की आग कम नहीं हुई। उपद्रवियों के हाथ अवसर दोबारा तब लगा जब पांच मई को महाराणा प्रताप के जयंती अवसर पर जुलूस निकला। जुलूस के शब्‍बीरपुर पहुंचते ही डीजे बजने पर आपत्ति की गई। इसके बाद हिंसा भड1क गई। इसमें एक युवक की मौत हो गई और 16 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। 25 घरों में आग तक लगा दी गई। जैसे तैसे हालात पर काबू पाया गया। इस बीच 21 मई को भीम सेना ने मामले को नए सिरे से तूल देते हुए शेखर की अगुवाई में दिल्‍ली के जंतर मंतर जबरदस्‍त प्रदर्शन किया। दलितों की रहनुमाई को लेकर शुरू हुई नई राजनीति के तहत एक दिन बाद ही बसपा सुप्रीमो मायावती हरकत में आईं। वह मंगलवार को सहारनपुर पहुंच गई। मायावती के जाते ही सहारनपुर के हालात एक बार पिफर भड़क गए। एक युवक को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया। बदले की आग इस कदर धधकी कि बुधवार को भी एक युवक को गोली मार दी गई। लगातार जल रहे सहारनपुर के प्रकरण को गंभीरत से लेते हुए सीएम योगी ने सहारनपुर के एसपी को तत्‍काल हटा दिया। सहारनपुर से उठे अनसुलझे सवाल जातीय हिंसा से जल रहे सहारनपुर से ऐसे कई अनसुलझे सवाल उठ रहे हैं, जिसका जवाब तलाशना सरकार व सुरक्षा एजेंसियों के लिए आसान नहीं होगा। सबसे बड1ा प्रश्‍न यह है कि सहारनपुर में जातीय हिंसा कहीं बडी गहरी साजिश का परिणाम तो नहीं। आखिरकार वह कौन सा कारण है, जो दोनों पक्षों को बातचीत के मेज पर बैठने से रोक रहा। सुलह समझौते की राह का असल रोडा आखिरकार कहां है। पर्दे की आड से जातीय हिंसा को हवा देने की कोई कुत्सित कोशिश तो नहीं हो रही। एक दूसरे की जान के प्‍यासे दोनों पक्ष कहीं तीसरे पक्ष के हाथ की कठपुतली तो नहीं। सूबे के हालात बिगाड1ने की कोशिश कर रहे ऐसे अराजक तत्‍वों को चिन्हित कर सरकार जब तक सख्‍त कदम नीं उठाती तब तक स्थिति सामान्‍य होना मुमकिन नहीं है।

Monday, May 22, 2017

लखनऊ : आज से नो हैलमेट नो पेट्रोल



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दुपहिया वाहन चलाने वाले जो लोग हैलमेट नहीं लगाते हैं उन्हें अब पेट्रोल पम्पों पर पेट्रोल नहीं मिलेगा. इसी तरह जो कार चालक सीट बेल्ट नहीं लगाते उन्हें भी पेट्रोल या डीज़ल देने से साफ़ इनकार कर दिया जाएगा. इस आदेश को सोमवार 22 मई से लागू कर दिया जाएगा. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि वाहन चलाने वालों पर जब यह अंकुश रहेगा कि पेट्रोल ही नहीं मिलेगा तो वह हैलमेट के प्रति जागरूक होंगे. इस नियम को 22 मई से लागू कराने के लिए पुलिस विभाग ने भी तैयारी कर ली है. इस नियम को लागू कराने से पहले एसएसपी ने पेट्रोल पम्प एसोसियेशन के साथ भी बैठक की थी.

लखनऊ : IAS अनुराग तिवारी के परिवार ने CM योगी से मिलकर CBI जांच की मांग की



टीम ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
लखनऊ: कर्नाटक काडर के आईएएस अनुराग तिवारी के परिवार ने सोमवार को सीएम योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात की। आईएएस के परिवार ने सीएम योगी से अनुराग तिवारी की संदिग्‍ध मौत की सीबीआई जांच की मांग की। इसके सीएम योगी ने परिवार को मामले की निष्‍पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया। बता दें कि बहराइच के रहने वाले आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के भाई और भाभी के साथ परिवार के दो अन्य लोग सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले। साथ ही सीएम योगी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। बताते चले कि मृतक के भाई मयंक ने बीते शुक्रवार को पीएम मोदी को मेल के जरिए सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। उसका आरोप है कि भाई की हत्या के सभी साक्ष्य हमारे पास हैं कर्नाटक सरकार में कई घोटाले की जांच की थी।

यूपी: बलिया में सपा नेता सुमेर सिंह की गोली मारकर हत्या


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
बलिया: यूपी के बलिया में सपा नेता सुमेर सिंह की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सुमेर सिंह सपा के पूर्व जिला सचिव भी रह चुके हैं। उनकी पत्नी सुनीता सिंह वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। खबरों की माने तो रविवार शाम सुमेर सिंह अपने मित्र चुन्नू मिश्र निवासी लुटईपुर के साथ एक शादी समारोह में शरीक होने बाइक से गोपालपुर जा रहे थे। वारदात के समय सुमेर सिंह दोकटी क्षेत्र के गोपालपुर बघउत बालक ब्रह्म बाबा स्थान के पास से गुजर रहे थे। तभी रास्ते में पीछे से मुंह बांधे बाइक सवार दो बदमाशों ने उनकी बाइक को ओवरटेक कर रोक लिया। बाइक पर पीछे बैठे सुमेर कुछ समझ पाते इसके पहले ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही सुमेर बाइक से गिर गए। फायरिंग में उनके साथ बाइक पर बैठा भुटेली यादव नामक एक व्यक्ति भी घायल हो गया। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए उसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस को घटनास्‍थल पर पहुंचने में देर हो गई, जिसके बाद गांव वाले आक्रोशित हो गए और उसे मौके से खदेड़ दिया। Read This - बीजेपी सांसद ने योगी सरकार पर उठाए सवाल, कहा- अभी अपराध पर अंकुश नहीं लगा करीब दो घंटे बाद कई थानों की फोर्स के साथ एएसपी रामयज्ञ यादव सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। अधिकारी स्थिति को काबू में करने के लिए जुटे रहे लेकिन लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ। शव घरवालों के पास था और उसे कब्जे में लेने के लिए पुलिस मशक्कत करती रही। 

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...