Saturday, July 29, 2017

शाह के दौरे से सपा-बसपा में खलबली, माया बोलीं- मुकाबला करो, BJP के मुंह लगा खून


mayawati attack on bjp after mla's resignation
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
उत्तर प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के आगमन के साथ शुरू हुआ राजनैतिक उथल-पुथल का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सपा और बसपा के एमएलसी के इस्तीफे पर अखिलेश के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी आधिकारिक बयान जारी कर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया।
मायावती ने कहा कि बीजेपी की सत्ता की भूख अब हवस में तब्दील हो चुकी है, जिसे पूरा करने के लिए वह सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग कर रही है। मणिपुर, गोवा, बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी लोकतंत्र की हत्या का खेल शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि शनिवार सुबह आमित शाह तीन दिवसीय यात्रा के लिए लखनऊ पहुंचे हैं। उनके लखनऊ पहुंचने से पहले ही सपा के दो एमएलसी यशवंत सिंह और बुक्कल नवाब ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ देर बाद ही बसपा के जयवीर सिंह ने भी विधान परिषद से अपना इस्तीफा सभा‌पति को सौंप दिया।
विपक्ष इस पूरे घटनाक्रम को सोची समझी रणनीति के तौर पर देख रहा है। हाल ही में बिहार में हुए राजनैतिक उथल-पुथल को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि बेजीपी उत्तर प्रदेश में भी विपक्ष को कमजोर करके 2019 में उनके एकजुट होने की संभावना को समाप्त कर देना चा‌हती है। गुजरात का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा‌ कि सरकार वहां सत्ता का ऐसा दुरुपयोग कर रही है कि विपक्षी विधायकों को अपना प्रदेश छोड़कर सुर‌क्षित ठिकानों की ओर पलायन करना पड़ रहा है। बसपा सुप्रीमो ने बीजेपी सरकार की इन नीतियों को लोकतंत्र के भविष्य के लिए खतरा बताया और नेताओं से घुटने टेकने के बजाए मुकाबला करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि उनके (बीजेपी) मुंह में अब खून लग चुका है। मुकाबला न करने से उनकी भूख और बढ़ती चली जाएगी।

फेसबुक के स्टेटस को लाईक करना पड़ा मंहगा....महराजगंज से रामबहादुर की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज लक्ष्मीपुर। फेसबुक पर हियुवा लक्ष्मीपुर के नाम से चल रही आईडी पर की गई पोस्ट को लाइक करना लक्ष्मीपुर के दर्जनों युवकों पर भारी पड़ रहा है। चर्चा है कि गुरुवार को दर्जन भर लोगों को पुरंदरपुर पुलिस थाने लाकर पूछताछ कर रही है। फेसबुक पर लक्ष्मीपुर के नाम से एक आईडी है। जिस पर एक धर्म की इमारत पर दूसरे धर्म के एक देवता के खड़े होने की तस्वीर पोस्ट किया गया है। जिसे करीब ढाई सौ लोगों ने लाइक किया है। जबकि तीन दर्जन लोगों ने कमेंट किया है। लिहाजा पोस्ट को लाईक करने वाले बाजार के दर्जन भर युवको को पुलिस हिरासत में होने की चर्चा है। एसओ पुरंदरपुर विनोद कुमार राव का कहना है कि मामला बड़े अधिकारी के संज्ञान में है। अभी जांच चल रही है।
फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने पर आक्रोश 
महराजगंज। कोतवाली सदर क्षेत्र के गबडुआ गांव के रहने वाले तमाम युवकों ने फेसबुक पर इस्लाम धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मो. आसिफ, अहमद कमाल, अली अहमद, मैनुद्दीन, दाउद शेख समेत अन्य युवकों ने शिकायत की है। सदर कोतवाल अनुज कुमार सिंह ने कहा कि जांच पड़ताल कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

हमारे दल के लोगों को तोड़ने का काम कर रही है बीजेपी - अखिलेश

हमारे दल के लोगों को तोड़ने का काम कर रही है बीजेपी - अखिलेश

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ : आज बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे समाजवादी पार्टी के तीन एमएलसी ने इस्तीफा दे दिया. खबरों के मुताबिक़ एसपी के एमएलसी बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और मधुकर जेटली ने पार्टी पर अलग-अलग आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है . इस पर सपा सुपीमो अखिलेश यादव ने कहा कि ' हमारे दल के लोगों को तोड़ने का काम कर रही है बीजेपी.' अखिलेश ने कहा कि मैं किसी को रोकूँगा नहीं जिसको जाना है जाए . उन्होंने ये भी कहा कि मैं बुक्कल नवाब से बात करूंगा. गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक सदस्य बुक्कल नवाब ने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार ने उनके समुदाय के साथ ज्यादती की थी। उन्होंने कहा, 'एक साल से हमें परेशान किया जा रहा है, लेकिन कभी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुलाकर हमसे हमारा हाल तक नहीं जाना। इसके अलावा हमारे काम के लोगों पर जुमा अलविदा के दिन लाठी चार्ज कराया गया, इन सब बातों से आहत होकर मैंने विधान परिषद सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया है।' बुक्कल नवाब ने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की. अखिलेश ने कहा है कि बीजेपी के राजनीतिक भ्रष्टाचार का जवाब देना होगा . ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि इन इस्तीफों के पीछे शिवपाल यादव की एक महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है .बता दें कि आज शिवपाल यादव 3 बजे दिल्ली जाएंगे ,मधुकर जेटली ने शिवपाल यादव से मुलाकात की है.


Thursday, July 27, 2017

दिल्‍ली में सक्रिय ठगों के इस रूप से आप भी रह जाएंगे हैरान

दिल्‍ली में सक्रिय ठगों के इस रूप से आप भी रह जाएंगे हैरान

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
न्‍यूज ब्‍यूरो पुलिस की वर्दी पहन कर आम आदमी को ठगने में सिद्धहस्‍त जालसाजों के एक गिरोह का भंडाफोड दिल्ली पुलिस ने किया है। हत्‍थे चढे चारों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक रोहित, पवन, सूरज और दीपक पालम और मंडावली इलाके के रहने वाले हैं। चारों ठगी के एक गिरोह के सदस्‍य हैं। आरोप है कि ठगी की घटनाओं को अंजाम देने से पहले चारों पुलिस की वर्दी पहनते थे। इसके बाद दो वाहनों में सवार होकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। आरोपियों के कब्‍जे से वायरलेस सेट भी बरामद हुआ है। बताया जाता है कि चारों में से एक आरोपी पहले रास्ते में खड़े लोगों की रेकी करता था। वह देखता कि कौन रेलवे स्टेशन अथवा बस स्टैंड की ओर जा रहा है। कुछ ही देर बाद तीन लोग वहां गाड़ी लेकर आते थे। पुलिस का रौब गांठते हुए हुए ठग राहगीरों से पूछताछ करते थे। राह में खतरा होने का खौफ पैदा कर राहगीरों को आरोपी अपने वाहन में बैठा लेते थे। गंतव्‍य तक पहुंचने से पहले ही राहगीरों को आधे रास्‍ते में आरोपी लूट लेते थे। ठगों के इस गिरोह की तलाश पुलिस लंबे वक्‍त से कर रही थी। मुखबिर से मिली सूचना के बाद आरोपी कानून के हत्‍थे चढे। गिरोह पर चालीस से अधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। 


योगी सरकार के इस मंत्री की गाड़ी रोककर SSP ने उतारी काली फिल्म


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ. एसएसपी दीपक कुमार ने गुरुवार को चेकिंग के दौरान यूपी सरकार में श्रम एवं सेवायोजन रोजगार मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी से काली फिल्म उतारी गई. खबर है कि एसएसपी ने अपना काफिला रोककर मंत्री की सफारी गाड़ी से काली फिल्म उतारी. बता दें मामला हजरतगंज के डालीबाग का है. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य अभी कुछ दिनों पहले ही रायबरेली में हुए सामूहिक हत्याकांड को लेकर काफी विवादों में फंसे रहे हैं. बीजेपी के नेताओं ने इस मामले में उन पर सीएम योगी आदित्यनाथ को गुमराह करने और सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए थे. दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह कह कर अपनी फजीहत करा ली थी कि जो मारे गए, वे किराए के गुंडे थे. इसके जवाब में भाजपा के ही मंत्री बृजेश पाठक ने कहा था कि युवकों को अपराधी बताकर जांच को प्रभावित करना गलत है. संरक्षण देने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा.


महराजगंज : लापरवाह सफाई कर्मियों पर डीपीआरओ सख्त 15 का वेतन रोका, तीन निलंबित....रामबहादुर की रिपोर्ट

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज। जिले में विभिन्न स्थानो पर तैनात सफाई कर्मियों को दायित्व के प्रति लापरवाह पाए जाने पर डीपीआरओ ने 15 सफाई कर्मियों का वेतन रोक दिया है। वहीं पांच को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही तीन सफाई कर्मियों की निलंबित कर दिया गया है।
पुरैना में तैनात अमित कुमार मिश्रा, प्रभुराम, बैरियां में किशोर प्रसाद, सिरसिया में राजकुमार, पिपरिया कर्जहां में रामबेलाश, पटखौली में राजेश गुप्ताख् पोखरभिंडा में शंभू प्रसाद, जोगिया में गणेश यादव, संतोष कुमार, घघरूआं खंडेसर ब्रह्मानंद, काशी कुमार, रामपुर बल्डिहा में सुग्रीव आजाद, मटकोपा में कुशहर, अमोढा में विपिन कुमार, बरदगवा माधोपुर में गोपी चंद का वेतन रोका गया है। डीपीआरओ की जांच में यह लोग दायित्व के प्रति लापरवाह मिले। इनके अलावा भैंसी गांव में तैनात सफाई कर्मी सुखदेव, रामजीत और विशुनपुर गबडुआ में उपेन्द्र को निलम्बित कर दिया गया है। डीपीआरओ मनोज कुमार त्यागी ने बताया कि दायित्व के प्रति लापरवाह पाए गई सफाई कर्मियों के प्रति कार्रवाई की गई है। जिले औचक निरीक्षण होता रहेगा, जो भी लापरवाह मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

तस्करी कर बिहार ले जा रहे थे वैशाली ट्रेन से शराब...गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट

Image result for train se sharab ki taskari gonda
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो  
गोंडा तस्करी लिए हरियाणा से आने वाली ट्रेनों का हो रहा इस्तेमाल 
तस्करों ने कोच अटेंडेट, जीआरपी सिपाही और अन्य कर्मियों से की साठगांठ 
सुभाष सिंह  
गोंडा। वैशाली एक्सप्रेस एक्सप्रेस के एक कोच में रविवार की रात मिली एक पेटी शराब के पीछे किसी और का नहीं बल्कि बिहार में बैठे उन तस्करों का हाथ हैं, जिन्होंने ट्रेन के कोच अटेंडेंट को अपना मोहरा बना रखा था। जिसके जरिए वह हरियाणा से शराब की खरीददारी कर उसे बिहार के शराब तस्करों को दे देता था। जहां से वह इसी शराब की ऊंचे दामों पर बिक्री करते थे। मामले में पांच लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद जीआरपी अब कोच अटेंडेट के माध्यम से इसकी तस्करी से जुड़े लोगों तक पहुंचने की फिराक में है। जिसके लिए सोमवार को कोच अटेंडेंट के बयान दर्ज किए गए। सूत्रों की मानें तो शराब तस्करी के इस खेल में अकेले कोच अटेंडेंट का ही नहीं है, बल्कि इसमें ट्रेन में तैनात सिपाहियों की भूमिका भी संदेहास्पद है। 
गौरतलब है कि रविवार की सुबह दिल्ली से होकर गोंडा आई वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन  में एक महिला का बैग गुम हो गया था। इसी ट्रेन पर सवार होकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बालमुकुंद पाण्डेय गोंडा आ रहे थे। महिला और बालमुकुंद पाण्डेय एक ही कोच में थे। इस कारण वह महिला की मदद के लिए जब आगे आए तो उन्होंने देखा कि ट्रेन का कोच अटेंडेंट नशे में है। स्टेशन पर जब ट्रेन के कोच की तलाशी हुई तो उसमें एक पेटी शराब दिख गई। जो कि बिहार तस्करी के लिए ले जाई जा रही थी। रविवार को सुबह से लेकर रात तक चली जद्दोजहद के बाद इस मामले में कोच अटेंडेंट सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और बरामद शराब को जब्त कर लिया गया। सोमवार को इसी मामले में जीआरपी ने कोच अटेेंडेंट से मिलकर उसके बयान दर्ज किए। वहीं अब जीआरपी की नजर बिहार में बैठकर तस्करी का धंधा चला रहे उन मास्टरमाइंड पर है। जो कोच अटेंडेंट को मोहरा बनाकर बिहार में शराब मंगवाते हैं और फिर इसे मंहगे दामों पर बेंचते है। 
जीआरपी के पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह भी इस बात को मानते हैं कि वैशाली ट्रेन से शराब बिहार में तस्करी के लिए ले जाई जा रही थी। क्योंकि वहां शराब पर पूरी तरह से पाबंदी लगी हुई है। उनके मुताबिक वह इस मामले में हर किसी का बयान दर्ज कर इसकी तह तक जाने से नहीं चूकेंगे। क्योंकि अभी तक यह सिर्फ एक ट्रेन की बात है। पता नहीं ऐसे कितनी ट्रेनों से बिहार में शराब मंगवाई जाती होगी। हालांकि इस पूरे मामले में ट्रेन के स्कॉर्ट में लगे जवानों की भी भूूमिका संदेहास्पद है। इसलिए पूरे मामले को रफा-दफा करने में भी कुछ लोग जुट गए हैं।

बाराबंकी : जिले में शौचालय निर्माण में लाखों का घोटाला


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 14वें वित्त घोटाले की तरह ही जिले में पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में बनवाए गए शौचालयों में भी जमकर घोटाला किया गया है। प्रधानों व सचिवों ने मिलकर इस खेल को अंजाम दिया। शिकायत पर शुरू हुई जांच के बाद इस भ्रष्टाचार का खुलासा हो रहा है। कुछ इसी प्रकार के शौचालय निर्माण का घोटाला रामनगर के तीन व हरख तथा सूरतगंज ब्लॉक की एक-एक ग्राम पंचायत में जमकर किया गया है। सबसे बड़ा घोटाला रामनगर के कॉफ फत्तेउल्लापुर ग्राम पंचायत में हुआ है।
यहां बनने के लिए दिए गए डेढ़ सौ शौचालयों में मात्र तीन शौचालय बनाकर पैसा हजम कर लिया गया। जिसको लेकर जहां पंचायती राज विभाग जांच में दोषी पाए गए सचिवों पर कार्रवाई कर रहा हैं। वहीं अब दोषी मिल रहे प्रधानों पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिकवरी के आदेश किए जा रहे हैं।      

पंचायती राज विभाग द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष 2014-15 में रामनगर ब्लॉक के लेन ग्राम पंचायत मेें नौ लाख 10 हजार 788 रुपये की लागत से 247 शौचालय बनने थे, जिसमें से जहां 214 शौचालय आज तक अधूरे पड़े हैं, वहीं 33 शौचालयों का निर्माण ही नहीं कराया गया। जिसके बाद प्रधान व सचिव के विरुद्ध रिकवरी के आदेश दिए गए हैं। इसी प्रकार इसी ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेहटा में भी 12 लाख 66 हजार 607 रुपये की लागत से 266 शौचालय बनने थे। लेकिन यहां पर भी 61 शौचालय बनाए ही नहीं गए।

वहीं 205 शौचालयों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। भ्रष्टाचार किए जाने को लेकर डीएम के निर्देश पर प्रधान व सचिव के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए रिकवरी के आदेश दिए हैं। इसी प्रकार का एक मामला सूरतगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत पतौंजा का आया है। यहां पर पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में 124 शौचालयों का निर्माण कराने के लिए 14 लाख 88 हजार रुपये का बजट दिया गया था। लेकिन प्रधान व सचिव ने मिलकर 60 शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा कराया। आज भी 48 शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं। वहीं 15 शौचालयों का निर्माण कार्य ही नहीं शुरू हुआ और बजट खर्च हो गया। सबसे बड़ा शौचालय घोटाला रामनगर ब्लॉक के कॉफ फत्तेउल्लाहपुर में हुआ है।

यहां पर 2011-12 में 2200 रुपये प्रति शौचालय की दर से 150 शौचालय बनने थे। लेकिन इस ग्राम पंचायत में मात्र तीन शौचालय बनाकर करीब तीन लाख 15 हजार रुपये का बंदरबांट कर लिया गया। उस समय यहां तैनात प्रधान व सचिव से रिकवरी कराने के लिए डीएम की ओर से रिकवरी के निर्देश दे दिए गए हैं। हरख ब्लॉक के इब्राहिमपुर गांव में भी पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में लगभग 100 शौचालय आठ लाख 4 हजार 79 रुपये की लागत से बनने थे, लेकिन राशि का बंदरबांट कर लिया गया 

यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर, लोग पलायन को मजबूर

flood in districts of uttar pradesh
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी में नेपाल से पानी छोड़े जाने और लगातार हो रही बारिश से अवध के कई जिले सरयू और घाघरा की बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।बाराबंकी में बुधवार दोपहर घाघरा का जलस्तर 106.296 रहा जो खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर था।बाढ़ की चपेट में सिरौलीगौसपुर तहसील के रायपुर मांझा, नाउनपुरवा, चरपुरवा, बेहटा व रामसनेहीघाट के लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। खेतों को काटकर अलीनगर-रानीमऊ तटबंध की ओर बढ़ रही घाघरा से बांध के कटान का खतरा भी बढ़ गया है।फैजाबाद में सरयू/घाघरा ने फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है। दो दिन से स्थिर होकर घट रही नदी पिछले 24 घंटे में तेजी से उफान पर है। बुधवार शाम चार बजे तक जलस्तर लाल निशान से मात्र 13 सेंटीमीटर दूर रह गया है।सीतापुर में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है। रेउसा क्षेत्र के दो और गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे 22 गांव बाढ़ के पानी से बुरी तरह से घिरे हुए हैं।गांव के लोग सुरक्षित स्थान के लिए पलायन कर रहे हैं। दुर्गापुरवा व कोनी गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। अंबेडकरनगर में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान 92.730 मीटर से सिर्फ 14 सेंटीमीटर नीचे थाउधर गोंडा में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.07 से 106.29 पर जाकर स्थिर हो गया है। बाढ़ का पानी करनैलगंज इलाके में फैलना शुरू हो गया। शाम तक 20 नए मजरे बाढ़ की चपेट में आ गए।बहराइच में घाघरा का जलस्तर बुधवार सुबह खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचकर स्थिर हो गया। महसी में बाढ़ से बरुआ कोड़र गांव में 200 लोग फंस गए हैं।अब तक उन्हें बाहर निकालने के इंतजाम नहीं हुए हैं। एनडीआरएफ के आने के बावजूद राहत और बचाव कार्य शून्य है।

नागपंचमी पर लगता है ‘सांपों का मेला’इच्छाधारी नाग-नागिन करते हैं इस मंदिर की रखवाली

Khereshwar Dham Temple of Snakes in Kanpur

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी के कानपुर में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां नागों का मेला लगता है। मान्यता है कि यहां शिव मंदिर की रखवाली खुद इच्छाधारी नाग-नागिन करते हैं। हालांकि किसी ने अाज तक देखा नहीं है। लोगों का मानना है कि नाग और नागिन किसी भी रूप में मंदिर के बाहर हमेशा बैठे रहते हैं।  लोगों का ये भी कहना है कि मंदिर का निर्माण सालों पहले दैत्यगुरु शुक्राचार्य ने करवाया था।
कानपुर के पटकापुर इलाके में सैकड़ों साल पुराना खेरेपति मंदिर है। सावन के कि‍सी भी एक सोमवार को इच्छाधारी नाग पंचमी के दिन हर हाल में मंदिर के अंदर शि‍वलिंग का दर्शन-पूजन करने जरूर आते हैं। मंदिर के जानकारों का कहना है कि गुरु शुक्राचार्य की बेटी देवयानी का विवाह जाजमऊ के राजा अादित्य से हुआ था। एक बार वह अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे।खेरपति मंदिर के पास वह कुछ देर तक आराम करने के लिए रुक गए। इस दौरान उनकी आंख लग गई। उन्हें सपने में भगवान शेषनाथ ने दर्शन दिए अौर उस स्थान पर शिव मंदिर बनाने की आज्ञा दी। शेषनाथ ने कहा कि दैत्य गुरु यहां शिवलिंग की स्थापना करवाएं, जिसमें मैं स्वयं वास करुंगा। जागने के बाद शुक्राचार्य ने शेषनाथ की आज्ञा के अनुसार वहां पर शिवलिंग की स्थापना की अौर मंदिर का निर्माण करवाया। इस मंदिर में सावन के महीने में शिवलिंग का भव्य श्रृंगार किया जाता है अौर पूजा-अर्चना की जाती है। कहते हैं कि जब भी यहां के पुजारी मंदिर के कपाट खोलता है तो शेषनाग के शीष पर दो ताजाफूल जरूर चढ़े मिलते हैं। इसके साथ ही भगवान शिव पर भी पूजा साम्रगी अर्पित की हुई मिलती है। पुजारी का यहां तक कहना है कि देर रात मंदिर बंद करने के बाद सारे पुष्प हटा दिए जाते हैं तो फिर सुबह-सुबह कौन आता है जो फूल चढ़ाकर जाता है जबकि मंदिर के कपाट बंद रहते हैं।  
Khereshwar Dham Temple of Snakes in Kanpur
मंदिर के विषय में कहा जाता है कि एक बार नानाराव पेशवा प्रत्येक सोमवार इस मंदिर में पूजा करने आते थे। एक बार अंग्रेज सेना ने उनका पीछा करते हुए उन्हें घेर लिया। नानाराव बचते हुए खेरेपति शिव मंदिर आए। उनको पकड़ने के लिए जैसे ही अंग्रेज सेना ने मंदिर में कदम रखा उसी समय चारों अोर से सैंकड़ों सांप निकल आए। जिन्हें देखकर अंग्रेजों की सेना वहां भाग गई थी। 

नागपंचमी पर हर साल इस मंदिर में सांपों का मेला जरूर लगता है। मेले में देश-विदेश के सपेरे अपने सांपों को लेकर यहां आते हैं। इस नाग मेले की बड़ी खासियत ये भी है कि सांपों के विषैले दांत नहीं तोड़े जाते मंदिर के आस-पास किसी की भी आज तक सांप काटने से मौत नहीं हुई है

शिक्षामित्रों ने खेला धार्मिक कार्ड, योगी सरकार को दी चेतावनी

शिक्षामित्रों ने खेला धार्मिक कार्ड, योगी सरकार को दी धमकी

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
ललितपुर. सुप्रीम कोर्ट के शिक्षामित्रों के समायोजन पर दिए गए फैसले के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं. वहीँ ललितपुर जिले में नाराज शिक्षा मित्रों ने भी कोर्ट के फैसले के खिलाफ जुलुस निकाला और जिलाधिकारी के आवास पर पहुँच कर ज्ञापन सौंपा. यहां कंपनी बाग़ में बड़ी संख्या में शिक्षामित्र एकत्रित हुए. आक्रोशित शिक्षामित्रों ने कोर्ट के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. इस दौरान शिक्षामित्रों ने एक अजीबो गरीब धमकी देते हुए कहा कि अगर हमें अध्यापक नहीं बनाया गया तो हम लोग इस्लाम कबूल कर लेंगे.गौरतलब है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले पर अपनी मुहर लगाते हुए शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया है. हालांकि कोर्ट ने शिक्षामित्रों को थोड़ी सी राहत देते हुए कहा कि जो शिक्षा मित्र सहायक शिक्षक के लिए आवश्यक अहर्ता टीईटी पास है या भविष्य में पास कर लेते हैं तो नियुक्ति प्रक्रिया में उन पर विचार किया जाना चाहिए. साथ ही टीईटी पास की परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्र में भी छूट देने को कहा है.


Tuesday, July 25, 2017

शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, नौकरी सुरक्षित

शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, नौकरी सुरक्षित
शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, नौकरी सुरक्षित
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को यूपी के शिक्षामित्रों के समायोजन मामले में फैसला सुनाया. सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को बड़ी राहत देते हुए कहा कि 1.72 लाख शिक्षामित्र नहीं हटाए जाएंगे. हालाँकि कोर्ट ने यह कहा कि जिन शिक्षामित्रों ने शिक्षक पात्रता परीक्षा पास नहीं की है, उन्हें टीईटी पास करना होगा. इसके लिए उन्हें दो मौके दिए जाएंगे. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को अनुभव का वेटेज देने की बात भी कही है. कोर्ट के इस फैसले से टीइटी वालों को राहत मिलेगी. उनका अकादमिक रिकॉर्ड देखा जाएगा.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 1.72 लाख शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजित करना है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन कैंसिल कर दिया था. इस फैसले के खिलाफ शिक्षामित्र सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे.
इससे पहले मामले में कोर्ट ने कहा कि शिक्षामित्रों की नियुक्तियां असंवैधानिक हैं. आपने बाजार में मौजूद प्रतिभा को मौका नहीं दिया और उन्हें कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती करने के बाद उनसे कहा कि आप अनिवार्य शिक्षा हासिल कर लो.
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 2015 शिक्षामित्रों की नियुक्तियों को अवैध ठहरा दिया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर में इस आदेश को स्टे कर दिया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 2015 शिक्षामित्रों की नियुक्तियों को अवैध ठहरा दिया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर में इस आदेश को स्टे कर दिया था.

Monday, July 24, 2017

यूपी में घर दिलाने के बहाने प्रधान ने साथी के साथ मिलकर महिला के साथ किया गैंगरेप

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बहराइच की नानपारा कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली महिला को आवास दिलाने के बहाने प्रधान ने फोन कर अहाते में बुलाया। महिला जब अहाते में पहुंची तो वहां मौजूद प्रधान व उसके साथी ने महिला के साथ दुष्कर्म किया।पुलिस में जाने पर महिला को जान से मार देने की धमकी दी। जिसके डर से महिला थाने नहीं गई। महिला ने सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर एसपी ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। कोतवाली नानपारा अंतर्गत एक गांव निवासी 31 वर्षीय महिला का पति मेहनत मजदूरी करता है। वह मजदूरी के सिलसिले में बाहर है। महिला का कहना है कि उसके पास जमीन नहीं है और उसका आवास भी नहीं बना हुआ है। इसी मामले को लेकर 10 जुलाई को ग्राम प्रधान पेशकार आर्या उसके घर आए थे और बताया कि भूमि आवंटन की कार्रवाई शुरू हो गई है। आवास की सूची बनायी जा रही है। अपना आधार कार्ड, फोटो, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर दे दो।उसके मोबाइल पर 22 जुलाई को सुबह सात बजे के आसपास प्रधान ने फोन किया और कहा कि 10 बजे अहाते में आ जाओ। आवास आवंटन की लिखापढ़ी करनी है। महिला का कहना है कि अहाते में पहुंचने पर वहां मौजूद ग्राम प्रधान पेशकार आर्या व उनके साथी रामसूरत ने जबरन उसे पकड़ लिया और उसके सथी बारी-बारी से दुष्कर्म किया। उसके चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। लेकिन थाने जाकर पर प्रधान ने जान से मारने की धमकी दी। सोमवार को महिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। यहां पुलिस अधीक्षक के सामने महिला ने प्रार्थना पत्र दिया। एसपी सुनील सक्सेना ने बताया कि महिला ने प्रार्थना पत्र दिया है। मामले की जांच कराकर केस दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

यूपी: सुल्तानपुर के लोगों ने सीएम योगी को ल‌िखी 3200 च‌िट्ठ‌ियां, जानें क्या है मामला

सीएम योगी ने दिया 58 हज़ार 596 परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
सुल्तानपुर के लोगों ने यूपी के सीएम को करीब 3200 चिट्ठ‌ियां भेज डाली हैं। दरअसल धीमी गत‌ि से बन रहे ओवरब्रिज के चलते लोगों को काफी मुश्क‌िल हो रही है। लोगों ने मांग की है क‌ि ओवरब्र‌िज बनता रहे लेकिन उन्हें कोई वैकल्प‌िक रास्ता दे द‌िया जाए। नागरिकों ने सीएम 5100 चिट्ठ‌ियां भेजने का लक्ष्य बनाया है। इस मांग को लेकर काफी दिनों से प्रदर्शन चल रहा है।कुड़वारनाका रेलवे क्रॉसिंग पर वैकल्पिक मार्ग की मांग को लेकर चल रहे बेमियादी अनशन के पांचवें दिन शहर की महिलाओं ने मोर्चा संभाला।अपनी मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से शहरवासी लगातार सीएम को पत्र भेज रहे हैं। अनशन शुरू होने के चौथे दिन शहर से 28 सौ पत्र सीएम को भेजे जा चुके थे। वहीं छठे दिन चिट्ठ‌ियों की संख्या 3200 पहुंच गई।
इसमें कहा गया है कि कुड़वारनाका आरओबी का निर्माण शुरू हुए दो वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है। निर्माण कार्य काफी सुस्त है। 
वैकल्पिक मार्ग के अभाव में लोगों का कुड़वारनाका रेलवे क्रॉसिंग से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। सेतु करीब पांच लाख की आबादी बंधक की तरह जीवन बिता रही है। 
लोगों ने मुख्यमंत्री से आरओबी के निर्माण कार्य में तेजी लाने व वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। 

साउथ की इस हीरोइन का लीक हुआ 'ऐसा' VIDEO लीक मचा हंगामा

साउथ की इस हीरोइन का लीक हुआ

ब्रेक न्यूज वेब डेस्क

फिल्मों को हिट करने का अचूक फार्मूला है उसके विवादित सीन्स को सोशल मीडिया पर ऑनलाइन लीक कर देना. एक बार फिर ये आरोप लगा है सौत के फिल्म प्रोड्यूसर्स पर. कहा जा रहा है कि फिल्म को हिट कराने के लिए साउथ की जाने मानी हीरोइन के न्यूड सीन्स जानबूझकर ऑनलाइन लीक कर दिए गए हैं. जिस फिल्म का यह न्यूड सीन लीक हुआ है उसका नाम 'दंडुपाल्या-2' है. इस फिल्म में जो सीन लीक हुआ है, उसमें एक पुलिस वाला फिल्म की हीरोइन संजना गलरानी का टार्चर करता है. इस दौरान वह संजना के सारे कपड़े उतार देता है. फिल्म का यही सीन ऑनलाइन लीक किया जा चुका है. अब इसे लेकर मीडिया में हंगामा मचा हुआ.सोशल मीडिया में लोग इस सीन के लीक को लेकर आरोप लगा रहे हैं कि फिल्म प्रोड्यूसर्स ने जानबूझकर इस फिल्म के न्यूड सीन्स लीक किये हैं. वहीं फिल्म की लीड एक्ट्रेस संजना का कहना है कि फिल्म पहले से ही बढ़िया बिजनेस कर रही है और ऑडियंस इसकी काफी तारीफ भी कर रहे हैं, ऐसे में इस तरह की पब्लिसिटी स्टंट की कोई जरूरत ही नहीं है.

इटावा : सीओ के स्टेनो की गोली मारकर हत्या

इटावा : सीओ के स्टेनो की गोली मारकर हत्या

टीम ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
इटावा के सिविल लाइंस क्षेत्र में रविवार देर शाम सीओ के स्‍टेनो की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। सरेशाम दो बदमाशों द्वारा अंजाम दी गई इस दुस्‍साहसिक वारदात की असल वजह का पता अब तक नहीं चला है। उन लोगों तक पहुंचने की पुरजोर कोशिश पुलिस कर रही है, जिनके हाथ वारदात के पीछे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना आपसी रंजिश का परिणाम कही जा रही है। बताया जाता है कि विपिन कुमार चकबंदी विभाग में स्‍टेनो के पद पर कार्यरत थे। उनका परिवार कानपुर के चौबेपुर में निवास करता है। विपिन कुमार रविवार को अपने साथियों के साथ लखनऊ गए थे। वापसी में किसी बात को लेकर अनबन हो गई और गोली मार कर विपिन की हत्या कर दी गई।पुलिस ने वाहन से विापिन का शव बरामद किया। गाड़ी में मृतक के अलावा इटावा के रहने वाले कमलेश शुक्ला और उनका चालक मौजूद था। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस विपिन के उन दो साथियों की तलाश में जुटी है, जो उसके साथ लखनऊ गए थे, लेकिन वारदात के बाद उनका कोई पता नहीं चल रहा। गायब लोगों की तलाश में संभावित ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी चल रही है।


निठारी कांड: 8वें केस में CBI कोर्ट ने पंढेर और कोली को सुनाई फांसी की सजा

निठारी कांड में आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड में आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई गई है. गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 20 वर्षीय पिंकी सरकार रेप और मर्डर केस में पंढेर और सुरेंद्र कोली को दोषी पाया था. साल 2006 में हुए निठारी कांड का यह 8वां केस है, जिसमें दोनों को सजा सुनाई गई है.नोएडा के निठारी की रहने वाली पिंकी सरकार के अपहरण, रेप और हत्या करने के मामले में सीबीआई ने पंढेर और कोली को आरोपी बनाया था. निठारी कांड के अन्य मामलों में कोली को फांसी की सजा मिल चुकी है, लेकिन पंढेर अब तक जमानत पर बाहर था. पंढेर को हत्या और रेप सहित साजिश रचने का दोषी पाया गया है.साल 2006 में देश को झकझोर देने वाला निठारी कांड अभी भी लोगों के जेहन में कड़वी याद के तौर पर जिंदा है. निठारी स्थित कोठी नंबर D-5 के बाहर उस वक्त सैकड़ों लोग जमा हो गए, जब कोठी के पीछे स्थित नाले से एका एक कई कंकाल और खोपड़ियां मिलने लगीं. इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे, जिन्हें सुनकर लोग कांप गए.
इस मामले में कोठी के मालिक मनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली आरोपी थे. निठारी पुलिस लगातार लापता हो रहे बच्चों को लेकर पहले से ही परेशान थी. पुलिस ने 29 दिसंबर, 2006 को निठारी कांड का खुलासा करते हुए कोठी नंबर D-5 से मनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था.कोली की निशानदेही पर पुलिस ने कोठी से बच्चों की चप्पल, कपड़े और बाकी सामान बरामद किया था. इस घटना का खुलासा होने के बाद लापता लोगों के परिजन भी कोठी नंबर D-5 पहुंचे थे. उन्होंने वहां से मिले कपड़ों की पहचान की थी. लोगों का गुस्सा बढ़ते देखकर यूपी सरकार ने इस केस को सीबीआई को ट्रांसफर किया गया था.सीबीआई ने सुरेंद्र कोली के खिलाफ युवती का अपहरण, रेप और हत्या का मुकदमा दर्ज किया. सीबीआई ने 46 गवाहों को पेश करके उनके बयान दर्ज कराए. वहीं, बचाव पक्ष की तरफ से महज 3 गवाह पेश किए गए. बताते चलें कि इस जघन्य अपराध के दोषी सुरेंद्र कोली को अब तक 7 मामलों में फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है.

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...