Friday, March 17, 2017

पत्नी की हत्या करने वाला भाजपा नेता गिरफ्तार, एक महीने से था फरार

 ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
मेरठ। उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ में पुलिस ने पत्नी की हत्या के बाद से फरार भाजपा नेता कुलदीप तोमर को शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। तोमर को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
घटना 17 फरवरी की है, जब कुलदीप तोमर और उनकी पत्नी पूनम के बीच बेटी आराध्या को स्कूल छोड़ने को लेकर कहासुनी हो गई थी। कुलदीप गुस्से में अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाली और अपनी कनपटी से सटाकर खुदकुशी की धमकी देने लगे, तब पूनम ने पिस्टल की नाल पकड़ ली थी।
पत्नी

पत्नी पूनम की गर्दन में लगी थी गोली, घायल अवस्था में करवाया था भर्ती

इसी छीनाझपटी में गोली चल गई जो पूनम की गर्दन में लग गई। गंभीर रूप से घायल पूनम को आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन पूनम ने दम तोड़ दिया। पूनम के मायके वालों ने कुलदीप के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद से कुलदीप फरार थे।
पुलिस की जांच में यह घटना हादसा पाई गई। पुलिस ने हत्या की धाराओं को गैर इरादतन हत्या की धाराओं में तरमीम कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर (मेडिकल) ने बताया कि शास्त्रीनगर एल ब्लॉक निवासी भाजपा नेता कुलदीप तोमर को शुक्रवार की सुबह पीवीएस मॉल के निकट से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा।

UP के नए CM के साथ लखनऊ बाराबंकी के ये MLA's ले सकते हैं मंत्रीपद की शपथ


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी में अब मुख्‍यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के लिए बैठकों का दौरा जारी है। खबरों की माने तो यूपी के नए सीएम की रेस मनोज सिन्‍हा सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ के पांच व बाराबंकी के दो विधायकों को मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है लेकिन इनमें से केवल दो की ही ताजपोशी होने की बात सामने आ रही है। क्योंकि पार्टी लखनऊ को दो से ज्यादा मंत्री देने को तैयार नहीं है। फिलहाल इस रेस में पूर्व मंत्रीन्‍यूज ब्‍यूरो लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी में अब मुख्‍यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के लिए बैठकों का दौरा जारी है। खबरों की माने तो यूपी के नए सीएम की रेस मनोज सिन्‍हा सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ के पांच विधायकों को मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है लेकिन इनमें से केवल दो की ही ताजपोशी होने की बात सामने आ रही है। क्योंकि पार्टी लखनऊ को दो से ज्यादा मंत्री देने को तैयार नहीं है। फिलहाल इस रेस में पूर्व मंत्री लालजी टण्डन के बेट आशुतोष टण्डन गोपाल, चार बार विधायक रहे सुरेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से भाजपा में आयीं रीता बहुगुणा जोशी स्वाति सिंह और मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम सबसे आगे चल रहा है। बता दें, कि लखनऊ से जीते सभी विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन यहां के लिए पार्टी के पास केवल दो ही सीट है। लखनऊ पूर्व विधान सभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए गोपाल टण्डन लालबत्ती की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। कैन्ट से रीता जोशी व सरोजनीनगर से स्वाती सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन दोनों विधायकों में से किसी एक के ही हाथ लालबत्ती आएगी। स्वाति सिंह जहां पहली बार विधायक बनी हैं वहीं रीता जोशी अनुभवी होने के साथ जाना पहचाना चेहरा हैं। वहीं पार्टी की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर बनी हुई है। इसी कारण मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का भी नाम आगे आ रहा है। जयदेवी के पति कौशल किशोर मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद है। वह पार्टी के लिए दलित चेहरा हैं। 
 लालजी टण्डन के बेट आशुतोष टण्डन गोपाल, चार बार विधायक रहे सुरेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से भाजपा में आयीं रीता बहुगुणा जोशी स्वाति सिंह और मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम सबसे आगे चल रहा है। बता दें, कि लखनऊ से जीते सभी विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन यहां के लिए पार्टी के पास केवल दो ही सीट है। लखनऊ पूर्व विधान सभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए गोपाल टण्डन लालबत्ती की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। कैन्ट से रीता जोशी व सरोजनीनगर से स्वाती सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन दोनों विधायकों में से किसी एक के ही हाथ लालबत्ती आएगी। स्वाति सिंह जहां पहली बार विधायक बनी हैं वहीं रीता जोशी अनुभवी होने के साथ जाना पहचाना चेहरा हैं। वहीं पार्टी की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर बनी हुई है। इसी कारण मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का भी नाम आगे आ रहा है। जयदेवी के पति कौशल किशोर मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद है। वह पार्टी के लिए दलित चेहरा हैं। इसी क्रम में बाराबंकी के दारियाबाद से चुनाव जीते सतीश शर्मा के बारे में कयास लगाया जा रहा है तो हैदरगढ विधान सभा से चुनाव जीते बैजनाथ रावत के बारे में भी लोग यही सोच रहे है बीजेपी के सरकार सांसद  व ऊर्जा मन्तरी रह चुके है ।

बुलंदशहर: जीत के जश्न के दौरान मस्जिद पर BJP झंडा लगाने की कोशिश तनाव हुई झड़प

बुलंदशहर: जीत के जश्न के दौरान मस्जिद पर BJP झंडा लगाने की कोशिश में तनाव बढ़ा
लखनऊ: लखनऊ. यूपी विधान सभा के चुनावी अभियान में समाजवादी पार्टी के गुंडा राज को बड़ा मुद्दा बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी को उसके ही कुछ नेता नीचा दिखने में जुट गए हैं। 11 मार्च को आये नतीजो के बाद तीन ऐसी बड़ी घटनाएँ भाजपा नेताओं ने की हैं जो गुंडा राज के उसके नारे के खिलाफ जाता दिखाई दे रहा है। ऐसे में भाजपा के उस दावे पर भी सवाल उठने लगे हैं, जिसमे वह सूबे में कानून का राज स्थापित करने की बात कहती रही है। ताजा मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहर बुलंदशहर का है। यहां भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के द्वारा जीत के जश्न के दौरान तनाव पैदा हो गया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जश्न के दौरान एक मस्जिद पर भाजपा का झंडा फहराने की कोशिश की, जिसके बाद यह तनाव की स्थिति पैदा हुई। खबरों की माने तो इस घटना के बाद चचराई गांव की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, इलाके में पुलिस और पीएसी को तैनात कर दिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार रात करीब नौ बजे कुछ लोग जुलूस निकाल रहे थे, तभी कुछ लोग मस्जिद के सामने आकर बीजेपी का झंडा फहराने लगे और छत पर लगाने की कोशिश करने लगे, जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हुई। मौके पर पुलिस के पहुंचने के बाद वह लोग भाग गये, और दोबारा वापिस आने की धमकी दी। घटना के बाद जहांगीराबाद पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने कहा कि मामले की जांच जारी है।  इससे पहले पहली घटना मिर्जापुर में हुयी जहाँ भाजपा ने नव निर्वाचित विधायक आरके पटेल के भतीजे ने खुलेआम गुंडागर्दी की और घर में घुस कर दो महिलाओं की जम कर पिटाई की। ये दोनों महिलाएं मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखती थी और उनके परिजनों का किसी मामले में आरके पटेल के भतीजे से विवाद चल रहा था। विधायक के भतीजे ने चुनावी नतीजे आने के अगले ही दिन इस कांड को अंजाम दे दिया और भाजपा के सुशासन के नारे की धज्जियां उड़ा दी। इसके बाद आगरा के एक विधायक ने अपने चहेते को थाने से छुडवाने के लिए सीओ को फोन पर खूब धमकियाँ दी। इसका आडिओ भी वायरल हुआ और भाजपा की खूब किरकिरी हुई और उस दावे पर भी सवाल खड़ा हुआ जिसमे कहा जाता था की पुलिस को खुल कर काम काज की छूट होगी।  तीसरी घटना गोंडा में हुयी जहाँ भाजपा सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह के गुर्गो ने सपा नेता ओर पूर्व मंत्री पंडित सिंह के नजदीकी सहयोगी देवेन्द्र यादव पर तब हमला कर दिया जब वे सुबह मंदिर से पूजा कर घर जा रहे थे। इसके बाद दोनों पक्षों में संघर्ष इतना उग्र हो गया कि हथगोले फेंके गए और कई रौंद फायरिंग भी हुयी। इस घटना ने भी भयमुक्त समाज के दावे पर दाग लगा दिया।  आपसी रंजिश से भरे इन मामलों के बाद सबसे खतरनाक घटना बरेली में हुयी है। बरेली के पास एक गांव में कुछ पोस्टर लगाये गये हैं, जिनमें मुस्लिम लोगों को वह इलाका तुरंत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस पोस्टर में लिखा है कि अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई है, तो उत्तर प्रदेश के हिंदुओं को मुस्लिमों के साथ वही करना चाहिए जो कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं. हालांकि पुलिस के द्वारा कई पोस्टरों को हटा दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ पोस्टर लगे हुए हैं। इसके साथ ही सबका साथ सबका विकास का नारा भी दागदार हो गया।   भाजपा को यूपी में प्रचंड बहुमत मिला है और उसकी एक बड़ी वजह समाजवादी सरकार के समय ख़राब कानून व्यवस्था का मुद्दा रहा. नतीजे आने के 6 दिन बाद तक पार्टी अपना मुख्यमंत्री तय नहीं कर सकी है। मतदाताओं की उम्मीदे भाजपा के नारों और दावों से जुडी हुयी हैं। अब अगर ऐसी घटनाएँ हर रोज सामने आएँगी तो भाजपा के वादे और दावों पर सवाल उठेगा ही।  


19 मार्च को शपथ लेंगे UP के नए CM, तैयारियों में जुटा प्रशासन

19 मार्च को शपथ लेंगे UP के नए CM, तैयारियों में जुटा प्रशासन
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
 लखनऊ. उत्तर प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा यह अभी तक तय नहीं हो सका है, लेकिन इस बीच एक बात जो तय हो चुकी है वह यह कि 19 मार्च को शाम 5 बजे प्रदेश के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण स्‍मृति उपवन में भव्‍य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा. जिसको लेकर प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुट गया है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी समेत, केंद्रीय कैबिनेट के तकरीबन सभी मंत्री, सभी बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्‍यमंत्री व पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह मौजूद रहेंगे. बता दें कि शनिवार को विधायक दल की ओर से यूपी का मुख्‍यमंत्री चुन लिया जाएगा.  गौरतलब है कि केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा यूपी सीएम की रेस में सबसे आंगे हैं. मनोज सिन्हा गाजीपुर से सांसद हैं. राजनाथ सिंह और केशव मौर्य इस रेस में पीछे चल रहे हैं. कहा जा रहा है कि 18 मार्च को मनोज सिन्हा के नाम पर औपचारिक मुहर भी लग जाएगी. हालांकि इस विषय पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि शनिवार को बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी. 


Thursday, March 16, 2017

बड़ा सवाल.... भाजपा कैसे सम्हालेगी अपने गुंडों को !


ब्रेक न्यूज ब्यूरो  
लखनऊ. यूपी विधान सभा के चुनावी अभियान में समाजवादी पार्टी के गुंडा राज को बड़ा मुद्दा बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी को उसके ही कुछ नेता नीचा दिखने में जुट गए हैं. 11 मार्च को आये नतीजो के बाद तीन ऐसी बड़ी घटनाएँ भाजपा नेताओं ने की हैं जो गुंडा राज के उसके नारे के खिलाफ जाता दिखाई दे रहा है. ऐसे में भाजपा के उस दावे पर भी सवाल उठने लगे हैं जिसमे वह सूबे में कानून का राज स्थापित करने की बात कहती रही है. पहली घटना मिर्जापुर में हुयी जहाँ भाजपा ने नव निर्वाचित विधायक आरके पटेल के भतीजे ने खुलेआम गुंडागर्दी की और घर में घुस कर दो महिलाओं की जम कर पिटाई की. ये दोनों महिलाएं मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखती थी और उनके परिजनों का किसी मामले में आरके पटेल के भतीजे से विवाद चल रहा था. विधायक के भतीजे ने चुनावी नतीजे आने के अगले ही दिन इस कांड को अंजाम दे दिया और भाजपा के सुशासन के नारे की धज्जियां उड़ा दी.  इसके बाद आगरा के एक विधायक ने अपने चहेते को थाने से छुडवाने के लिए सीओ को फोन पर खूब धमकियाँ दी. इसका आडिओ भी वायरल हुआ और भाजपा की खूब किरकिरी हुई और उस दावे पर भी सवाल खड़ा हुआ जिसमे कहा जाता था की पुलिस को खुल कर काम काज की छूट होगी.  तीसरी घटना गोंडा में हुयी जहाँ भाजपा सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह के गुर्गो ने सपा नेता ओर पूर्व मंत्री पंडित सिंह के नजदीकी सहयोगी देवेन्द्र यादव पर तब हमला कर दिया जब वे सुबह मंदिर से पूजा कर घर जा रहे थे. इसके बाद दोनों पक्षों में संघर्ष इतना उग्र हो गया कि हथगोले फेंके गए और कई रौंद फायरिंग भी हुयी. इस घटना ने भी भयमुक्त समाज के दावे पर दाग लगा दिया.  आपसी रंजिश से भरे इन मामलों के बाद सबसे खतरनाक घटना बरेली में हुयी है . बरेली के पास एक गांव में कुछ पोस्टर लगाये गये हैं, जिनमें मुस्लिम लोगों को वह इलाका तुरंत छोड़ने का आदेश दिया गया है. इस पोस्टर में लिखा है कि अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई है, तो उत्तर प्रदेश के हिंदुओं को मुस्लिमों के साथ वही करना चाहिए जो कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं. हालांकि पुलिस के द्वारा कई पोस्टरों को हटा दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ पोस्टर लगे हुए हैं. इसके साथ ही सबका साथ सबका विकास का नारा भी दागदार हो गया.  भाजपा को यूपी में प्रचंड बहुमत मिला है और उसकी एक बड़ी वजह समाजवादी सरकार के समय ख़राब कानून व्यवस्था का मुद्दा रहा. नतीजे आने के 6 दिन बाद तक पार्टी अपना मुख्यमंत्री तय नहीं कर सकी है. मतदाताओं की उम्मीदे भाजपा के नारों और दावों से जुडी हुयी हैं. अब अगर ऐसी घटनाएँ हर रोज सामने आएँगी तो भाजपा के वादे और दावों पर सवाल उठेगा ही.    

योगी आदित्यनाथ को CM बनाने की मांग पर अड़ा युवक टावर पर चढ़ा



गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट
ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो
 गोंडा: यूपी विधानसभा चूनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद बीजेपी में अब सीएम के नाम के लिए चर्चा तेज हो गई है। मुख्‍यमंत्री के रेस में गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ का नाम आ रहा है। इसी क्रम में गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हुए गोंडा में एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया. मामला जिले के तरबगंज थाना क्षेत्र के रगडग़ंज बाजार का है।    टावर पर चढ़े युवक प्रिन्स कुमार सिंह की मांग है कि जब तक योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री नही बनाया जायेगा और वे शपथ नही ले लेगे तब तक नीचे नही उतरेगा। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे नीचे उतारने के लिए टावर पर चढ़ने की कोशिश की तो युवक ने कूदने की धमकी दे दी। जिस पर पुलिस नीचे उतर आई है। टावर के गार्ड पन्नालाल ने बताया कि युवक 11 बजे उसके पास आया और पूड़ी सब्जी लाने के लिए पैसे दिये। उधर गार्ड बाजार गया और वह टावर पर चढ़ गया। एस ओ अशोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि युवक को समझाया जा रहा है लेकिन वह नही मान रहा है।  उसके परिवार वालों को भी बुलाया गया है। युवक टावर से नीचे खड़े साथी को फोन करके अपनी बाते बता रहा है। खबर भेजे जाने तक युवक का टावर पर धमाल जारी है। भारी संख्या में लोग मौके पर जुटे हैं। बता दें कि गौरतलब है कि बीजेपी ने यूपी में अभी मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है. बताया जा रहा है कि 20 मार्च तक इस पर फैसला ले लिया जाएगा।  

यूपी 100 की गाड़ी पर पुलिसवालों का डांस, वीडियो हो रहा है वायरल


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो
 लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस हमेशा कुछ न कुछ ऐसे कारनामे अंजाम देती रहती है, जिसके वजह से उसकी कारगुजारियां सुर्खियां बन जाती हैं। सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस का एक वीडियो सामने आया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस फिर चर्चा का विषय बन गई है।  ये वीडियो बहुजन समाज पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट हुआ है। मंगलवार की रात साढ़े 10 बजे ट्वीट किए गए इस वीडियो में डायल 100 पर तैनात पुलिसवाले सरेआम शराब पीते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिख रहे दोनों पुलिसवाले नशे में चूर हैं। उन्होंने होली का रंग भी लगाया हुआ है। एक पुलिसवाला कहते हुए दिख रहा है कि ये पुलिस का त्योहार है और हम ड्यूटी भी करेंगे और त्योहार भी मनाएंगे। ये वीडियो शामली का है।

Wednesday, March 15, 2017

महराजगंज : ओवर लोड ट्रक की चपेट में आए युवक की मौत

crushed under truck

सौनोली थाने का घेराव करते हादसे से गुस्साए लोग।PC: रामबहादुर टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो













महराजगंज सोनौली कोतवाली के काली मंदिर के निकट एक ओवर लोड ट्रक की चपेट में आने से एक साइकिल सवार युवक की मौत हो गई। उसके पास से मिले आधार कार्ड के जरिए शव की पहचान कोतवाली के ग्राम त्रिलोकपुर टोला पहनी के रहने वाले परमानंद तिवारी पुत्र वीरेंद्र के रूप में हो सकी। ट्रक में फंस कर काफी दूर तक घिसट जाने से शव क्षत-विक्षत हो गया। इससे आसपास के लोग आक्रोशित हो गए और कोतवाली गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। किसी अनहोनी की आशंका में कोतवाली पुलिस ने पीएसी के साथ अन्य थानों की पुलिस को बुला ली। जिससे हालात पर काबू पाया जा सका।

बुधवार की सुबह दस बजे कोतवाली गेट पर नेपाल जाने के लिए बाहर से आए ट्रकों को पुलिस ने एक साथ छोड़ दिया। इसी बीच स्थानीय कोतवाली के ग्राम त्रिलोकपुर टोला पहनी के रहने वाले परमानंद तिवारी पुत्र वीरेंद्र साइकिल से घर से दुकान पर जा रहे थे। काली मंदिर के निकट वह एक ट्रक की चपेट में आ गए। ट्रक उन्हें रौंदते हुए कुछ दूर निकल गया। शव क्षत-विक्षत हो जाने से पहचान पाना भी मुश्किल था।

उनकी पैंट के पॉकेट में मिले आधार कार्ड से पुलिस ने उनके परिजनों को सूचित किया। हादसे की खबर मिलते ही पूरा गांव उमड़ पड़ा और क्षत-विक्षत शव देख ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। लोग पुलिस पर धनउगाही के लिए वाहनों को रोके रखने का आरोप लगाने लगे। उनका कहना था कि पुलिस सुबह, दोपहर, शाम को एक साथ वाहनों को छोड़ती है। जल्द से जल्द नेपाल पहुंचने के चक्कर में वहान चालक तेज गति से निकलते हैं।

सड़क पर खड़े वाहनों के कारण आए दिन दुर्घटना और जाम आम बात हो गई है। नाराज लोगों ने कोतवाली गेट पर लगे पुलिस बैरियर को हटाना शुरू कर दिया। पुलिस ने सुरक्षा को लेकर पीएसी और अन्य थानों से पुलिस बल मंगा लिया। तीन भाइयों में बड़े परमानंंद की शादी हो चुकी थी और एक बच्चा भी है। कोतवाली परिसर में पहुंचे परिजनों और भाइयों का रो-रो कर बुरा हाल था। गांव वालों ने बताया कि परमानंद मिलनसार युवक थे। सोनौली कस्बे की एक दुकान पर बिजली मैकेनिक का कार्य कर अपना और परिवार का भरण पोषण करते थे।

कोतवाल तेज प्रताप श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। चालक मौके से फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है।

Tuesday, March 14, 2017

मोदी ने किया फाइनल – अब नहीं होगा कोई बदलाओ, ये बनेंगे यूपी के नए मुख्यमंत्री !

ब्रेक न्यूज़ 
लखनऊ यूपी विधानसभा चुनाव आखिर खत्म हुआ। इस बार ऐतिहसिक नतीजे आए। बीजेपी ने सपा-कांग्रेस और बसपा का सूपड़ा साफ करते हुए 325 सीटों पर कबज़ा जमा लिया। इसी के साथ बीजेपी का यूपी में 14 साल का बनवास भी खत्म हो गया। अब सवाल ये है कि बीजेपी किसे यूपी का सीएम बनाएगी। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे हैं। कहा जा रहा है कि इससे पहले भी वह यूपी के सीएम बन चुके हैं तो इस बार भी सरकार उन्हें ही कमान सौंपेगी।
इसी बीच ये भी कहा जा रहा है कि संघ की मांग है कि पिछड़े और दलित वर्ग को भी नाराज नहीं किया जाना चाहिए। खबर यह भी है कि जाति समीकरण को साधने के लिए पार्टी दो डिप्टी सीएम भी बना सकती है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ये दो नेता कौन होंगे। 16 मार्च को यूपी विधायकों और पर्यवेक्षकों की बैठक होनी है, लेकिन इस बीच आरएसएस की प्रतिनिधि सभा की बैठक 17 से 19 मार्च तक कोयंबटूर में होनी है। लिहाजा इस दौरान संघ की राय के बगैर मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति मिलने की संभावना कम ही दिख रही है। बता दें राजनाथ सिंह के अलावा डॉ. महेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, स्वतंत्र देव सिंह, सतीश महाना और मनोज सिन्हा भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं।
16 को होगी बैठक
अब बताया जा रहा है क‍ि यूपी के पर्यवेक्षक बनाए गए भाजपा के वरिष्‍ठ नेता अ‍निल जैन 16 मार्च को लखनऊ में भाजपा विधायकों की बैठक लेंगे। इसमें वे उनसे पूछेंगे कि सीएम किसे बनाया जाए। इसके बाद ही सूबे के मुख्‍यमंत्री का नाम फाइनल होगा। हालांकि, सूत्रों का कहना है क‍ि बैठक का रिजल्‍ट जो भी हो, आखिरी फैसला पीएम मोदी ही लेंगे। हरियाणा में जैसे वो मनोहर लाल खट्टर को लेकर आए थे, वैसा ही यूपी में भी होगा। माना जा रहा है क‍ि मोदी फिर से कोई चौंकाने वाला फैसला लेकर किसी अंजान चेहरे को सूबे की बागडोर सौंप सकते हैं।

गैंगरेप केस: महिला सीओ को घूर रहा था गायत्री प्रजापति का साथी


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
 लखनऊ. गैंगरेप के आरोप में वांछित समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक गायत्री प्रजापति के तीन साथियों को मंगलवार को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति मामले में सह-अभियुक्त हैं। लखनऊ जोन के पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश ने बताया कि गैंगरेपके मामले में प्रजापति के साथ अभियुक्त बनाए गए अमरेन्द्र उर्फ पिंटू, रूपेश्वर तथा विकास वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। सीओ को घूर रहा था अपराधी खबर के साथ जो तस्‍वीर शेयर की गई है उसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि गिरफ्तार हुए एक आरोपी को अपने कारनामों पर कोई पछतावा नहीं है। पुलिस की पूछताछ के दौरान गैंगरेप का आरोपी महिला सीओ को लगातार घूरता रहा। इस नजारे को देखकर यही लगा कि आरोपी सीओ को धमाकाना चाह रहा था।   हजरतगंज से हुए गिरफ्तार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन तीनों अभियुक्तों को लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक अशोक तिवारी, आशीष शुक्ला, प्रजापति के गनर चंद्रपाल तथा आज पकड़े गए तीन अन्य समेत कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब सिर्फ प्रजापति की ही गिरफ्तारी होना बाकी है। पुलिस और एसटीएफ उन्हें तलाश कर रही हैं। इस बीच, लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया कि प्रजापति की लखनऊ स्थित दो सम्पत्तियों तथा अमेठी की एक सम्पत्ति को कुर्क करने की तैयारी की जा रही है। बता दें, प्रजापति और उनके छह अन्य साथियों पर एक महिला से गैंगरेप और उसकी बेटी से छेड़खानी के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के गत 17 फरवरी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

फिल्म 'MOM' का फर्स्ट लुक हुआ रिलीज


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मुंबई. गौरी शिंदे की 2012 में आई फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' में एक दब्बू मां से एक आत्मविश्वासी महिला का सफर कर चुकीं श्रीदेवी फिर मां के किरदार में नजर आने वाली हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी अगली फिल्म 'मॉम' का पोस्टर शेयर किया है. इस पोस्टर में श्रीदेवी भावुक अंदाज में नजर आ रही हैं. इस पोस्टर में श्रीदेवी काले रंग की पोशाक पहने अलग अंदाज में दिखाई दे रही हैं. पोस्टर पर अलग-अलग भाषाओं में मॉम लिखा हुआ है. फिल्म में श्रीदेवी के साथ अक्षय खन्ना, अभिमन्यु सिंह, पीतोबाश त्रिपाठी भी होंगे. साथ ही खास बात ये भी है कि एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी कैमियो रोल में नजर आएंगे. यह फिल्म 14 जुलाई को रिलीज होने जा रही है।रवि उदयावर के निर्देशन में बनी यह फिल्म हिंदी भाषा के साथ-साथ तमिल और तेलुगू भाषा में भी रिलीज की जाएगी.

गायत्री प्रजापति का सफर: पहली बार मिले थे सिर्फ 1500 वोट, 2 साल में कमाए एक हजार करोड़


 ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो
लखनऊ. यूपी सरकार के सबसे विवादस्पद मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति रहे। अखिलेश सरकार की छवि को जनता के सामने खराब करने का श्रेय भी गायत्री को ही जाता है। गायत्री मुलायम के तो काफी करीबी हैं, लेकिन अखिलेश से उनका हमेशा छत्‍तीस का आंकड़ा रहा। गायत्री के खिलाफ गैंगरेप, अवैध खनन और काली कमाई इकट्ठा करने का आरोप लग चुका है। फिलहाल, गायत्री अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। ऐसे में tahlkanews.com अपने पाठकों को गायत्री प्रजापति के फर्श से अर्श तक का सफर और काले कारनामों का सच बताने जा रहा है...  

फर्श से अर्श तक
जब गायत्री प्रसाद प्रजापति पहली बार चुनाव लड़े थे तो उनको महज 1500 वोट मिले थे। उस दौर में उनके पास बीपीएल कार्ड था। 2012 में पहली बार गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा के टिकट पर अमेठी से कांग्रेस की अमिता सिंह को हराकर जीते। उसके बाद उनका सितारा बुलंद होता चला गया। कांग्रेस के गढ़ में जीतने की वजह से वह सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की नजर में आए। उनको फरवरी 2013 में सिंचाई राज्‍य मंत्री बनाया गया और उसी जुलाई में खनन विभाग का स्‍वतंत्र प्रभार दे दिया गया। उसके चंद महीनों के बाद जनवरी, 2014 में वह कैबिनेट मंत्री बन गए। फरवरी में उनके खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति एकत्र करने और राज्‍य में अवैध खनन को प्रश्रय देने के आरोप लगे। सितंबर, 2016 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सीबीआई से अवैध खनन मामले में रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। नतीजतन कुछ समय बाद उनको अखिलेश ने कैबिनेट से हटा दिया। हालांकि उसके बाद मुलायम के हस्‍तक्षेप के चलते उनकी वापसी हुई।

2014-15 के बीच बनाई 13 कंपनियां
भारत सरकार की कॉर्पोरेट मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के परिजनों और उनके करीबियों के ऑनरशिप वाली 13 कंपनी हैं। इनमें हर कम्पनी में गायत्री प्रसाद के दोनों बेटे, भाई, और भतीजा, सभी कंपनियों में डायरेक्टर हैं। इसमें गोल्ड क्रस्ट माइनिंग प्रा.लि. अगस्त 2014, एलिसियम माइनिंग एंड मिनरल्स इंडिया प्रा.लि. सितंबर 2014, टी एंड पी माइन्स इंडिया प्रा.लि. जुलाई 2014, इन्फोइट सोफटेकॉन प्रा.लि. जुलाई 2015, यूनिटॉन सोफटेक प्रा.लि. जुलाई 2015, फेयरटेक लैब्स प्रा.लि. जनवरी 2015 में रजिस्टर्ड है। इसी तरह 7 और कंपनियों में गायत्री प्रसाद प्रजापति के ड्राइवर और करीबी लोगों के नाम हैं। अवैध खनन की काली कमाई को सफेद करने के लिए बनाई गई इन कंपनियों में गायत्री प्रसाद के रिश्तेदारों के अलावा घर का ड्राइवर भी कंपनी में शामिल है। गायत्री प्रसाद प्रजापति की कंपनी में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उसके बेटे अनुराग प्रजापति की है। अनुराग प्रजापति पर पिछले साल अमेठी की एक नाबालिग लड़की से रेप का आरोप भी लगा था। इनके नाम से हैं संपत्तियां
आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्‍नी और सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर के मुताबिक, 16 लोगों के नाम पर गायत्री की बेनामी संपत्तियां हैं। इसमें गायत्री के परिवार के अनिल प्रजापति (पुत्र), अनुराग प्रजापति (पुत्र), सुधा (पुत्री), अंकिता (पुत्री), महाराजी (पत्नी), रामशंकर (भाई), जगदीश प्रसाद (भाई) शामिल हैं। जबकि करीबियों में गुड्डा देवी (महिला सहयोगी), राम सहाय (ड्राइवर), रामराज (सहयोगी), पूनम (गुड्डा की बहन), सुरेन्द्र कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, सरोज कुमार, जन्मेजय और देवतादीन शामिल हैं।

2 साल में 1 हजार करोड़ के मालिक बने गायत्री प्रसाद
अभी एक साल पहले नूतन ठाकुर की शिकायत के मुताबिक, गायत्री प्रसाद प्रजापति की संपत्ति 942.5 करोड़ रुपए हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, गायत्री प्रसाद और उनके रिश्तेदारों के नाम वाली 13 कंपनियों का सालाना टर्नओवर 10 करोड़ से 100 करोड़ रुपए का है। इसमें भी गोल्ड क्रस्ट माइनिंग लिमिटेड और एमजी कालोनाइजर्स प्रा. लि. प्रमुख हैं। शिकायत के मुताबिक, गायत्री ने अपने ड्राइवर रामराज और एक अन्य करीबी महिला के नाम पर 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हैं।

गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति गिरफ्तार, पुलिस कस्‍टडी में रहेंगे 14 दिन


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. यूपी के बहुचर्चित गैंगरेप मामले में फरार चल रहे आरोपी और यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है। लखनऊ पुलिस ने गायत्री प्रसाद प्रजापति पर शिकंजा कसने के लिए पहले उनके दोनों बेटों को हिरासत में लिया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गायत्री के बेटों ने आरोपियों को शरण दी थी। 

ताजा जानकारी के अनुसार, मेडिकल चेकअप के लिए गायत्री प्रजापति को देशबंधु हॉस्पिटल ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि गायत्री को गिरफ्तार करने के बाद भी पुलिस उनके आगे नतमस्‍तक दिखी। गायत्री को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्‍हें आलमबाग थाने में लाई। यहां पहुंचते ही गायत्री के समर्थकों का जमावड़ा लग गया और जमकर नारेबाजी होने लगी। इसके बाद समर्थकों ने पुलिस को धक्‍का देते हुए उन्‍हें लक्‍जरी कार फॉर्च्‍यूनर में बैठाकर देशबंधु हॉस्पिटल ले गए। मेडिकल कराने के बाद जिला कोर्ट में आरोपी गायत्री प्रजापति को पेश किया गया है। सूत्रों की मानें तो, पेशी होने के बाद गायत्री को न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। कोर्ट में पेश होने के बाद गायत्री को 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

गायत्री के आवास पर गैंगरेप
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी पुलिस ने गायत्री और उनके सहयोगी अशोक तिवारी, पिंटू सिंह, विकास शर्मा, चंद्रपाल, रूपेश और आशीष शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 376डी, 511, 504, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज किया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि साल 2014 में गायत्री के आवास पर गैंगरेप हुआ था।

पहले दो बेटों को किया गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने मंगलवार को प्रजापति के बेटे और भतीजे को गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर आरोप था कि इन्होंने रेप के आरोपियों को पनाह दी थी। बता दें कि चुनाव के दौरान मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही प्रजापति लगातार फरार चल रहे थे और पुलिस लगातार उनकी तलाश में छापेमारी कर रही थी।

महिला से किया था ये वादा 
बता दें कि एक महिला ने आरोप लगाया है कि प्रजापति ने उसे सपा का बड़ा चेहरा बनाने का लालच देकर दो साल तक रेप किया और उनके सहयोगियों ने भी उसके साथ ब्लैकमेल कर गैंगरेप किया। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि 2016 में पूर्व मंत्री के जन्मदिन पर बुलाकर उसकी बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की गई।

महराजगंज : प्रेमी ने प्रेमिका को मारा चाकू माँ को भी किया घायल


महराजगंज-प्रेम में असफल प्रेमी ने प्रेमिका को चाकू मार कर दी हत्या,बचाने गयी मां ही हालत नाजूक
      महराजगंज से राम-बहादुर की रिपोर्ट
 
      महराजगंज। पनियरा थानाअन्तर्गत एक प्रेमी ने अपने प्रेम में असफल होने व प्रेमिका की शादी की जानकारी मिलने पर आज उस सुबह की उसके घर पहंुच कर चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। वही बचाने के लिए आयी माॅं पर भी चाकुओं से वार किया जिससे माॅं बूरी तरह जख्मी हो गयी है और जिन्दगी और मौत के बीच झूझ रही है।
       घटना के सन्दर्भ में बताया जाता है कि पनियरा थानाक्षेत्र के ग्राम रामपुर बढइ टोला निवासी जनार्दन शर्मा इस समय सउदी मे है और उनकी पत्नी किरन  उम्र ४५ बर्ष अपने पाच बच्चो के साथ सिमेन्ट सेड वाले मकान मे रहती है। पाच बच्चो मे सबसे बडी 17 वर्षीय कु0दुर्गा कुछ ही दुरी पर स्थित दल सिंगार इन्टर कालेज मे पढती है। उसी कालेज  मे एक लड़का रिषीकेश निषाद नामक युवक भी पढ़ाई करता है। यह युवक बेनीगंज अपने ननिहाल मे रहता है। जो मुलतः मछरिहां थाना पीपीगंज का रहने वाला है। यह कु0दुर्गा से एक तरफा प्यार करता था, जब कि वह उसे नही चाहती थी। कुछ दिन पहले भी वह छेड़ खानी किया था। इधर रिषीकेश को जब यह सुचना मिली कि दुर्गा कि शादी होने वाली है वह गुस्से में आज मंगलवार की सुबह 7 बजे बाईक से अपने दो मित्रो के साथ अपनी प्रेमिका कु0दुर्गा के घर पहुंच गया। सुबह सात बजे वह दरवाजे पर घर का बर्तन साफ कर रही थी और कुछ समझ पाती कि इससे पहले ही रिषीकेश ने उसके उपर चाकु से कई वार कर दिया। इधर चिल्लाने की आवाज सुनकर जब उसकी माॅ बाहर निकल शोर मचाने लगी तो उन लोगो ने उसे भी चाकु से कई वार कर के लहु-लुहान कर दिया। दोनो को लहु-लुहान देख कर दुर्गा की छोटी बहन सुभम शोर मचाते हुए पकड़ने कि कोशिस करने लगी। पकड़े जाने की डर से जब तीनो वाईक से भागने लगे तब तक ग्रामिणों ने भी दौड़ाने लगे। भागने के चक्कर में तेज गति बाईक असन्तुलित हो गयी और रिषीकेश वाईक से गिर गया, जब कि उसे दो साथी भागने मे सफल हो गए।
        ग्रामिणो ने रिषीकेश को पकड़ कर एक कमरे मे बन्द कर दिया और तत्काल 108 नम्बर को फोन किया। जब तक 108 नम्बर की एम्बुलंेस पहुंची तब तक दुर्गा की मौत हो चुकी थी, जब कि उसकी माॅं किरन का इलाज चल रह है और स्थित नाजुक बनी हुयी है।
        इधर बन्द कमरे मे रिषीकेश को भीड़ मारने के लिए काफी आक्रोशित थी लेकिन सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पनियरा,फरेन्दा,श्यामदेउरवा पुलिस व सी0ओ0 सदर मुकेश कुमार के काफी प्रयास के बाद रिषीकेश को अपने कब्जे में ले लिया।

पांच में से तीन राज्‍यों में कांग्रेस की जीत: राहुल गांधी


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
नई दिल्‍ली: यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर करार हमला बोला है। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि 5 राज्यों में से तीन में कांग्रेस की जीत हुई है, लेकिन बीजेपी ने पैसे के बल पर जनमत खरीद लिया है। उन्‍होंने कहा कि गोवा और मणिपुर में बीजेपी के किए गए काम के खिलाफ ही हमारी जंग जारी रहेगी।  राहुल गांधी ने कहा कि यूपी में हम विपक्ष में हैं। हमारा प्रदर्शन खराब रहा है। हम इसे स्वीकार करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को संगठन में बदलाव करने होंगे। कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की जरूरत है।  राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी की विचारधारा से है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब-मणिपुर और गोवा में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा। हम केवल यूपी और उत्तराखंड में हारे हैं। 

हरदोई : BJP MLA ने CO को धमकाया, कहा- सरकार बदल गई है आप भी बदल जाएं


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 

हरदोई: यूपी के हरदोई से बीजेपी विधायक पर सीओ को धमकाने का आरोप लगा है। खबरों की माने तो हरदोई से भाजपा विधायक माधवेंद्र सिह ने सीओ शाहाबाद को धमकी दी है और कहा है कि सरकार बदल गई है आप भी बदल जाएं। विधायक और सीओ के बातचीत का ऑडियो भी वायरल हो रहा है।  जानकारी के अनुसार, मारपीट के मामले में आरोपी युवक को छोड़ने के लिए बीजेपी विधायक माधवेंद्र सिंह सीओ शाहबाद पर दबाव बना रहे थे। आरोपी को न छोड़ने के बाद एमएलए ने सीओ को धमकी दी कि सरकार बदल गई है आप भी बदल जाएं। 

मैनपुरी जेल की दीवार काटकर 4 खूंखार कैदी फरार


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
मैनुपरी: यूपी के मैनपुरी जिला जेल की दीवार काटकर सोमवार को चार कैदी फरार हो गए। भागने वालों में एक शामली का शार्प शूटर भी है। बताया जा रहा है कि ये चारों जेल के पीछे बह रही ईसन नदी की की तरफ भागने में कामयाब हो गए। खास बात ये है कि काफी देर तक प्रशासन को इसकी जानकारी ही नही हुई। शाम को जब कैदियों में बात फैली तो हड़कंप मच गया। भागने वाले सभी कुख्यात अपराधी हैं। इसमें एक कैदी शामली का रहने वाला था, जिसपर पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष की हत्या का आरोप था। इसमे उत्तराखंड का एक कैदी आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।  भागने वाले कैदियों के नाम हैं - योगेश पुत्र शंकर लाल गांव हलपुरा मटसेना फिरोजाबाद, सुनील पुत्र करोड़ी निवासी अटरिया थाना आटा जालौन, डॉक्टर राजेंद्र पुत्र जयमन आजीवन कारावास की सजा निवासी अल्मोड़ा उत्तराखंड और मुसाद पुत्र शाहदीन शार्प शूटर शामली। बताया जा रहा है कि सरिया के सहारे ये जेल से भागने में कामयाब रहे। अभी तक प्रशासन इन कैदियों को ढूंढ़ने में कामयाब नहीं हो पाई है। पूरे इलाके में सघन जांच जारी है। पुलिस सभी कैदियों की तलाश में दबिश दे रही है। वहीं पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही सभी फरार कैदियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

युवती से गैंगरेप, पहली मंजिल से कूदकर पहुंची थाने



ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला कल राजधानी के पांडव नगर में हुआ जहाँ दरिंदगी की सारी हदें पार हुई हैं. यहां एक इंजीनियर ने अपने चार साथियों के साथ युवती को फ्लैट में बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया. विरोध करने पर आरोपियों ने पीड़िता को निर्वस्त्र अवस्था में बाथरूम में बंद कर दिया. सुबह मौका मिला तो युवती ने फ्लैट की पहली मंजिल से छलांग लगा दी. किसी तरह ऑटो से थाने पहुंची पीड़िता को पुलिस ने लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस ने पीड़िता के बयान पर उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा. जहां रेप की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आरोपियों की पहचान लक्ष्य,विकास, राय,रेहान और भल्ला के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली की एक महिला के साथ दुष्कर्म हुआ है. मौके पर पहुंची पुलिस को पीड़त महिला ने बताया बीती रात वह मुनीरका से घर आ रही थी. तभी रास्ते में उसे कुनदन नामक युवक ने एक ऑटो में बैठा दिया. आरोप है कि ऑटो में दो लोग पहले से मौजूद थे. दोनों युवक महिला को जबरन पांडव नगर इलाके स्थित एक फ्लैट में ले आए. फ्लैट में तीन लोग पहले से मौजूद थे. पीड़िता का आरोप है कि सभी लोगों ने पहले शराब पी उसके बाद बारी-बारी उसके साथ दुष्कर्म किया.

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टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...