Friday, May 25, 2018

वाराणसी में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले 10 डॉक्टरों पर कसा शिकंजा


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
वाराणसी शहर में प्राइवेट प्रैक्टिस कर निजी नर्सिंग होम संचालित करने वाले 10 सरकारी डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया गया है। यूपी के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा और वाराणसी जिले के नोडल अधिकारी डॉ. रजनीश दुबे ने गुरुवार को समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग को कड़े तेवर दिखाए।
विकास भवन में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों को डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके साथ ही कबीरचौरा स्थित राजकीय महिला अस्पताल में निर्माणाधीन मैटरिनिटी विंग के कार्यों की धीमी प्रगति पर भी फटकार लगाई।

काम में ढिलाई के लिए पीडब्ल्यूडी के दो अधिशासी अभियंताओं पर भी कार्रवाई के लिए संस्तुति का पत्र शासन को भेजने का निर्देश दिया। महिला अस्पताल का काम खत्म होने की पूर्व निर्धारित अवधि 31 मई है।

बताया जाता है कि प्राइवेट नर्सिंग होम खोलकर वाराणसी में प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर गाजीपुर, जौनपुर और मिर्जापुर में तैनात हैं लेकिन शहर में निजी तौर पर मरीजों को देखते हैं। कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं, जो   मंडलीय अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल और रामनगर में तैनात हैं और सुबह-शाम प्रैक्टिस करते हैं।

 दो दिवसीय दौरे पर आए डॉ. दुबे ने जिला प्रशासन के 66 में 64 तालाबों-कुंडों को अतिक्रमणमुक्त करने के दावे पर सवाल उठाए। उन्होंने संबंधित तालाबों-कुंडों की मौजूदा स्थिति की पत्रावली तलब की है।

इसके साथ ही प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारी से कहा है कि चिह्नित किए गए 20 बड़े भू-माफिया के विरुद्ध वह खुद अपनी निगरानी में अभियान चलवा कर प्रभावी कार्रवाई करें।
निजी प्रैक्टिस वालों को बचा रहा विभाग

विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक - फोटो : अमर उजाला
उत्तर प्रदेश शासन की ओर से बार-बार सरकारी डॉक्टरों को निजी प्रैक्टिस न करने की हिदायत का असर डॉक्टरों पर नहीं पड़ रहा है। जिले के कई सरकारी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।

मंडलीय अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल, रामनगर अस्पताल के कुछ ऐसे डॉक्टर हैं, जो बनारस और उससे सटे जिलों में निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं। इनमें से कुछ विभागीय अधिकारी भी हैं।

सरकारी डॉक्टरों के निजी प्रैक्टिस करने की शिकायतों के मद्देनजर पिछले साल ही शासन ने चिकित्सकों की सूची मांगी थी। सूत्रों की माने तो पिछले साल से लगातार सूची मांगी जा रही है। इस बीच जो सूची शासन को भेजी गई है, वह कहां और किसको भेजी गई, यह भी पता नहीं चला।

डीएम और सीएमओ इस मसले पर गोलमोल जवाब देते रहे। गुरुवार को प्रमुख सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने सीएमओ को 10 डॉक्टरों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इन पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए शासन को पत्र भेजा जाए।

एंबुलेंस की रेंडम जांच कराई जाएगी
102 एवं 108 एंबुलेंसों के संचालन की रेंडम जांच कराई जाएगी। सभी सीएचसी, पीएचसी एवं अन्य सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने की हिदायत दी।  औचक निरीक्षण कर इसकी जांच-परख करते रहने के भी निर्देश दिए।

खुले में शौच करने पर लगाएं जुर्माना
ओडीएफ  के लिए 30 जून तक बाकी शौचालयों का निर्माण पूरा कराने की ताकीद डीपीआरओ को की। कहा, गंगा घाटों पर स्वच्छता सुनिश्चित की जाए। खुले में शौच से रोकने के लिए निगरानी टीम का गठन करने के साथ ही कहा कि खुले में शौच जाने वालों पर जुर्माना लगाएं।

अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करें
समीक्षा बैठक से पहले सर्किट हाउस में प्रमुख सचिव ने कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की। सांडों के हमले के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नगर निगम को जरूरी कार्रवाई का निर्देश दिया। पुलिस को हिदायत दी कि जघन्य मामलों के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित कराएं। जिला बदर पर प्रभावी कार्रवाई हो। पैदल गश्त पर पुलिस ध्यान दे।

महराजगंज : तेंदुए की मौत, 100 ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज


ब्रेक न्यूज़ वेबडेस्क 
महराजगंज जिले के नौतनवा इलाके में गुरुवार को जंगल से भटककर एक तेंदुआ गांव में पहुंच गया. तेंदुए ने जमकर तांडव मचाया, तेंदुए ने तीन ग्रामीणों को घायल कर दिया जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने 100 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. इसके साथ ही तेंदुए की पीएम रिपोर्ट का इंतजार विभाग के अधिकारी कर रहे हैं.

घर के बहार सो रहे बालक का अपहरण कर की गई हत्या


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी : परिवार के बीच सो रहे बालक का अपहरण कर उसकी नृशंस हत्या कर दी गई। गांव के बाहर तालाब किनारे बालक का शव क्षतविक्षत शव पड़ा पाया गया। हत्यारों ने धारदार हथियार से बालक का गला काट डाला था और पेट को फाड़ दिया था। बालक के पिता ने गांव के प्रधान व उसके प्रतिनिधि सहित चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस ने मुख्यारोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बड्डूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम परवर भारी निवासी भोला रावत गुरुवार रात अपने तीन पुत्र दीपक (15), सत्येंद्र (10), सत्यम (7)और पुत्री लकी (9) के साथ सो रहा था। शुक्रवार भोर करीब चार बजे सत्यम के साथ सो रहे सत्येंद्र को कुछ लोग उठा ले गए। घर से करीब तीन सौ मीटर दूर और गांव के पूरब स्थित एक तालाब किनारे सत्येंद्र का शव पड़ा मिला। हत्यारों ने सत्येंद्र का गला रेत कर करीब-करीब धड़ से अलग कर दिया था, पेट को बेरहमी से फाड़ दिया था। चेहरे व पैर पर भी चोट के निशान थे। एएसपी दिगम्बर कुशवाहा, सीओ अर¨वद कुमार वर्मा और एसएचओ बीपी यादव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिवारीजनों के बयान दर्ज किए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएचओ बीपी यादव ने बताया कि मुख्य आरोपित जयपाल सहित प्रधान प्रतिनिधि निर्मल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।


तलाश के दौरान मिला शव : पिता भोला रावत ने पुलिस को बताया कि रात करीब दो बजे वह जगा था तो सत्येंद्र का हाथ मच्छरदानी से बाहर था जिसे उसने अंदर किया था। सुबह वह खेत चला गया। कुछ देर बात वह वापस घर आया तो पुत्री लवी ने बताया कि सत्येंद्र गायब है। जब उसकी तलाश शुरू की तो सुबह करीब आठ बजे तालाब किनारे उसका शव मिला।
हत्या का कारण : चार अगस्त 2017 को गांव के ही जयपाल गौतम ने मृतक सत्येंद्र के पिता भोला के खिलाफ अपनी पुत्री से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में भोला जेल गया था और एक जनवरी 2018 को जेल से बाहर आया था। इस प्रकरण का मुकदमा न्यायालय में लंबित है। भोला का आरोप है कि इसी रंजिश में जयपाल ने गांव के प्रधान रामेश्वर मौर्या, उनके प्रतिनिधि निर्मल और मुरली के साथ साजिश रचकर पुत्र की हत्या की है।
भागने की फिराक में था जयपाल बालक के ताऊ ओम प्रकाश ने बताया कि शव मिलने के बाद जयपाल गांव से भाग रहा था। शक होने पर ग्रामीणों ने उसे रोकना चाहा तो वह भागने लगा जिसे दौड़ाकर ग्रामीणों ने उसे पकड़ा और पुलिस के सिपुर्द किया। एएसपी ने भी बताया कि जयपाल की पुत्री ने भी हत्या की साजिश बनाए जाने की पुष्टि की है।

Thursday, May 24, 2018

11 शिक्षा अधिकारियो का तबादला,अब यह होंगे जौनपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ देर रात शिक्षा विभाग में ग्यारह अधिकारियों का हुआ तबादला प्रतापगढ़ जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्रा को जौनपुर का नया विद्यालय निरीक्षक बनाया गया है वही राजकुमार यादव को बाराबंकी ,बलिराज राम चित्रकूट महेश कुमार गुप्ता जिला विद्यालय निरीक्षक कानपुर नगर द्वितीय नरेंद्र शर्मा सीतापुर ,सु श्री संगीत चौधरी भदोही सु श्री दीपा तिवारी हरदोई महेंद्र कुमार कन्नौजिया बलरामपुर नजरुद्दीन अंसारी संभल राजू राणा इटावा मनोज कुमार अहिरवार को पाठ्यपुस्तक लखनऊ से जिला विद्यालय निरीक्षक महोबा बनाया गया है। वही जौनपुर से उमेश शुक्ला समेत 9 लोगों को किया गया बाध्य प्रतिक्षारत ।

अब तक 22 विधायकों को धमकी देने में इस्तेमाल किए गए तीन नंबर


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ सत्ताधारी विधायकों से लेकर अन्य प्रतिष्ठित लोगों को वाट्सएप पर धमकियां भेजने वालों को चिह्नित करने में जांच एजेंसियों को कई तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस प्रकार मैसेज भेजने वाले प्रॉक्सी आइपी एड्रेस से लेकर अन्य सावधानियां बरत रहे हैं, उससे साफ है कि आरोपित भी प्रोफेशन हैकर हैं और तकनीक की बारीकियों को बखूबी समझते हैं।

विधायकों को निशाना बना रहे गिरोह ने अब तक तीन वर्चुअल नंबरों का प्रयोग कर विधायकों को धमकी भरे संदेश भेजने के साथ ही इंटरनेट कॉल कर धमकाया है। विशेषज्ञों के मुताबिक इंटरनेट पर इस्तेमाल होने वाले वर्चुअल नंबरों की आइडी आसानी से तस्दीक नहीं हो पाती। आरोपित इन नंबरों को कंप्यूटर के जरिये वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) कनेक्ट करके संदेश भेजने का काम कर रहे हैं। जिससे उनके आइपी एड्रेस पाकिस्तान, अमेरिका सहित अन्य देशों के दर्शा रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि इन नंबरों को आरोपितों ने इंटरनेट के जरिये बिटक्वाइन में पेमेंट कर खरीदा था। नंबर कनाडा की एक निजी कंपनी के जरिये खरीदे जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि जांच एजेंसियां अभी वाट्सएप अधिकारियों से कुछ अहम सूचनाएं मिलने का इंतजार कर रही हैं, जिसके बाद ही जांच तेजी से आगे बढ़ सकेगी।

इलाहबाद : अधिवक्ता हत्याकांड का खुलासा,होटल मालिक ने दी थी 5 लाख की सुपारी



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
इलाहाबाद : अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड का खुलासा हो गया है। हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने ही अपने दोस्त घनश्याम के माध्यम से दी थी। एसटीएफ वाराणसी ने प्रतापगढ़ से बदमाश शमशाद को गिरफ्तार किया तो मामले का खुलासा हो गया। शमशाद ने ही दोनों शूटरों को हायर किया था। एसटीएफ ने एक शूटर भी पकड़ लिया है। दूसरे की तलाश चल रही है।

एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक रामबाग में होटल के पीछे नाले के विवाद से होटल मालिक प्रदीप जायसवाल काफी परेशान था। अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव ने नगर निगम से लेकर कोर्ट तक शिकायत की थी। पीआईएल भी दाखिल करने वाले थे। प्रदीप ने महेवा में रहने वाले अपने दोस्त घनश्याम वैश्य से अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव को रास्ते से हटाने की बात की। घनश्याम होटल में सामान की सप्लाई भी करता था। उसने झूंसी में रहने वाले अपने दोस्त अंजनी श्रीवास्तव से संपर्क साधा। अंजनी पुराना अपराधी रहा है। उसने प्रतापगढ़ में रहने वाले अपने दोस्त शमशाद को यह काम सौंप दिया। शमशाद ने दो शूटरों विशाल प्रजापति और रईस को हायर किया और उन्हें चोरी की बाइक देकर अधिवक्ता की रेकी कराई गई।

घटना वाले दिन विशाल बाइक पर पीछे बैठा था। उसी ने अधिवक्ता को गोली मारी। एसटीएफ वाराणसी ने शमशाद के साथ शूटर विशाल को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से बुधवार देर रात तक प्रतापगढ़ पुलिस लाइन में पूछताछ होती रही। उधर, घनश्याम और अंजनि की तलाश में पुलिस की टीमों ने कई जगह दबिश दी, लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं मिला। घनश्याम और अंजनी घटना वाले दिन से ही फरार हैं। एसएसपी नवीन तिवारी ने बताया कि पुलिस मामले के खुलासे के करीब है। जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस कर मामले को सामने लाया जाएगा।

Monday, May 21, 2018

अगर गला तर कर रहे हो तो जाओ सावधान! नही तो जा सकती हैं जान-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट




टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
सुभाष सिंह
गोंडा  गर्मियां आ गई हैं ठंडा पानी और कोल्ड ड्रिंक की चिल्ड बोतल अब हर किसी को भाने लगी है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने उत्पादन नई तैयारी के साथ बाजार में उतार दिए हैं। इसके साथ ही मिलते जुलते नामों वाली पानी और कोल्ड ड्रिंक की बोतल भी धड़ल्ले से बिकने लगी हैं। जो स्वाद और सेहत दोनों बिगाड़ सकती हैं। इनका कोई पंजीकरण भी नहीं है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्य एवं पेय पदार्थों की बिक्री करने वाले या कारोबार करने वाले सभी व्यापारियों एवं कारोबारियों के लिए अपने व्यवसाय के टर्नओवर के अनुसार रजिस्ट्रेशन/लाइसेंस लेना अनिवार्य है। इसके बाद भी जिले में बडे़ पैमाने पर पानी का व्यापार बिना रजिस्ट्रेशन/लाइसेंस के हो रहा और जिम्मेदार बेेखबर बने हुए हैं

क्या कहना है खाद्य सुरक्षा अधिकारी का

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के उपाध्याय ने बताया शहर में चल रहे सभी वाटर प्लांट की जाच कराई जाएगी और जो बिना पंजीकरण के चलते पाए जायेंगे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी

इस योजना से योगी सरकार की उदासीनता के चलते लोगों ने मुंह फेरा, दो माह में एक भी रजिस्ट्रेशन नहीं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
मथुरा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से शादी कराने में लोग रुचि नहीं ले रहे। इस योजना में 15 हजार रुपए अतिरिक्त सरकार द्वारा खर्च करने के बाद भी लोग अपने पुत्र-पुत्रियों की शादी कराने को आगे नहीं आ रहे। मार्च माह में 1500 शादी कराने का लक्ष्य मिला था, लेकिन कोई भी व्यक्ति इस योजना में शादी कराने को आगे नहीं आया। पिछले साल सितंबर माह में प्रदेश सरकार ने गरीब लोगों के बच्चों की शादी कराने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की थी। इसमें 20 हजार कन्या के खाते में, 10 हजार का सामान और पांच हजार टेंट और खाने आदि पर खर्च किए जाते हैं। इसमें शादियां सामूहिक रूप से एक चयनित स्थान पर की जाती हैं, लेकिन इस योजना में लोगों की रुचि नहीं है। सामूहिक विवाह योजना में अपने बच्चों की शादी कराने को लोग आगे नहीं आ रहे। वर्ष 2018-19 के लिए 1500 गरीब कन्याओं की शादी कराने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन मार्च से लेकर अब तक कोई व्यक्ति अपने बच्चों की शादी के लिए पंजीकरण कराने नहीं आया। अब अधिकारी सामाजिक संगठनों के यहां शादी कराने में अपना योगदान देने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी करुणेश त्रिपाठी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 1500 शादी कराने का लक्ष्य दिया गया है। इस योजना में शादी कराने को कुछ संगठनों से बात चल रही है।

मायावती ने चली बंगले को लेकर तिकड़मी चाल,अखिलेश ने मांगी और मोहलत,कल्याण सिंह पोते के साथ हो सकते हैं शिफ्ट

ब्रेक न्यूज़ वेब डेस्क 
यूपी में बसपा सुप्रीमो मायावती भले ही सत्ता में न हो लेकिन उनका दबदबा कायम है। अपनी बड़ी-बड़ी और हाउसफुल रैलियों के लिए जानी जाने वाली मायावती का नया ठिकाना भी उतना ही बड़ा और आलीशान है। पूर्व मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में वह सबसे महंगे और बड़े घर में रहेंगी। वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह आम आदमी की तरह ही बने आशियाने में शिफ्ट होंगे। मुलायम सिंह यादव सांसद संजय सेठ द्वारा गिफ्ट किए जाने वाले 15 करोड़ के बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं जबकि उनके बेटे अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति अधिकारी से सरकारी आवास खाली करने के लिए दिए गए समय को बढ़ाने की मांग की है।   
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास छोड़ने का आदेश दिया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग ने सभी पूर्व सीएम को 15 दिन के भीतर आवास खाली करने का नोटिस थमा दिया। इसके बाद सभी माननीय हरकत में आ गए।

मायावती ने चली तिकड़मी चाल

mayawati home

मायावती का सरकारी आवास 13 ए माल एवेन्यू है। इसी से कुछ ही दूरी पर मायावती का निजी मकान 9 माल एवेन्यू है, जो कि 70,000 वर्ग फीट से भी ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है। बसपा सुप्रीमो ने इस आलीशान बंगले को 2009-10 में 15 करोड़ में खरीदा था, जिसकी कीमत अब 25 करोड़ से ज्यादा ही होगी। इसकी रंगाई-पुताई का काम तेजी से चल रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मायावती इसमें शिफ्ट होंगी।

नए आशियाने में शिफ्ट करने की कवायद के बीच ही मायावती ने एक और तिकड़मी चाल भी चल दी है। सोमवार को उन्होंने अपने सरकारी आवास 13 ए माल एवेन्यू पर गेस्ट हाउस का बोर्ड लगवा दिया है। बसपा के नीले रंग से रंगे इस बोर्ड पर कांशीराम की फोटो समेत 'श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल' लिखा है। इस बोर्ड से मायावती का मकसद साफ है कि सरकार और उनके अधिकारी इस बंगले को न छेड़ें ताकि वह यथावत बसपा के ही कब्जे में रहे। उनकी ये चाल कामयाब किस हद तक होती है ये तो वक्त ही बताएगा।

राजनाथ सिंह अगले मंगल को हो सकते हैं शिफ्ट

rajnath singh home

वहीं, गृहमंत्री राजनाथ ने तो पहले ही सरकारी आवास जल्द छोड़ने की घोषणा कर दी थी। लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विपुलखंड में 2100 वर्ग फीट एरिया में फैले इस मकान का नंबर है 3/206। वैसे तो ये बंगला गृहमंत्री जी का ही है लेकिन इसमें उनके एक रिश्तेदार किराये पर रह रहे थे। राज्य संपत्ति विभाग ने 15 दिन की मोहलत दी तो किरायेदार से मकान खाली करवा लिया गया है।

मरम्मत कार्य के अलावा स्टाफ, सुरक्षाकर्मियों के लिए भी नीचे के तल और अन्य स्थानों पर बदलाव किए जा रहे हैं। भाजपा नेताओं के मुताबकि राज्य सरकार के नोटिस अवधि पूरी होने से पहले ही गृहमंत्री 4 कालिदास मार्ग का सरकारी बंगला खाली कर अपने निजी आवास में शिफ्ट होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले बडे़ मंगल यानि 29 मई तक शिफ्टिंग हो सकती है। सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी के मुताबिक गृहमंत्री यहां जनता से भी कार्यालय में मिलेंगे। इसके लिए सुरक्षा का भी इंतजाम किया जाएगा।

मुलायम सिंह यादव को 15 करोड़ रुपये का बंगला तोहफे में मिल सकता है

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी नए मकान में शिफ्ट करने के लिए कवायद तेज रक दी है। मुलायम सिंह तीन बार यूपी के मुख्य मंत्री रह चुके हैं। जब पहली बार वे 1991 में सीएम की कुर्सी से हटे तो उन्हें 4 विक्रमादित्य मार्ग वाला घर मिला। मुलायम सिंह अब यहां अपनी दूसरी पत्नी साधना और छोटे बेटे प्रतीक के साथ रहते हैं। मुलायम के बंगले से 50 मीटर दूर प्रतीक यादव का आलीशान मकान बन रहा है लेकिन इसे तैयार होने में साल भर लग सकता है। तब तक के लिए मुलायम किसी किराए के घर में रहना चाहते हैं। उनके करीबी और समाजवादी पार्टी के सांसद संजय सेठ ने लखनऊ के गोमती नगर में मुलायम सिंह यादव को 15 करोड़ रुपये का बंगला तोहफे में देने की घोषणा की है।

सूत्रों के अनुसार, संजय सेठ ने उन्हें गोमतीनगर के विपुलखंड स्थित सृजन विहार में 11 हजार वर्ग फीट में बनी एक कोठी दिखाई है। मुलायम सिंह यादव को ये कोठी पसंद भी आई है लेकिन सौदा अभी अटका हुआ है। ये कोठी सहारा प्रमुख सुब्रतो राय के आवास सहारा शहर के नजदीक ही है। ये घर बनारस के एक फार्मास्यूटिकल व्यवसायी आरके अरोड़ा का बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ये कोठी खरीदने के लिए व्यवसायी से बातचीत की जा रही है।

अखिलेश यादव ने मांगी और मोहलत

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव
वहीं, मुलायम सिंह यादव के बड़े बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति अधिकारी से सरकारी आवास खाली करने के लिए दिए गए समय को बढ़ाने की मांग की है। अखिलेश यादव के निजी सचिव ने सोमवार को राज्य संपत्ति विभाग को इस संबंध में पत्र भेजा है। इससे पहले अखिलेश के पिता मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बंगला बचाने का फॉर्मूला पेश किया था। बाद में यह पत्र मीडिया में लीक हो गया था।
बता दें कि इन दिनों अखिलेश मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। वे कब अपना सरकारी बंगला खाली करेंगे और फिर कहां रहेंगे, ये अभी तय नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार गोमतीनगर विपुलखण्ड में ही उनके ससुर का घर है। हो सकता है अखिलेश यहीं रहें।

कल्याण सिंह पोते के साथ हो सकते हैं शिफ्ट

एनडी तिवारी और कल्याण सिंह
एनडी तिवारी और कल्याण सिंह
वहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का नया आवास कहां होगा, ये भी तय नहीं हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अपने पोते संदीप सिंह के साथ शिफ्ट हो जाएं। बता दें कि संदीप सिंह योगी सरकार में बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री हैं।
इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एनडीको भी नोटिस दिया गया है लेकिन अस्वस्थ होने के कारण वह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती में। राज्य संपत्ति विभाग ने उन्हें वहीं नोटिस भेज दिया है। उनका परिवार कब और कहां शिफ्ट होगा, इसके बारे में भी किसी को कोई खबर नहीं है

तिरंगे में लिपटा शहीद का शव जैसे ही घर के दरवाजे पर पहुंचा. मां-बाप, भाई-बहन, गांववालों सबका टूटा सब्र का बांध


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
वाराणसी. पूरे परिवार की आंखों का तारा बाप के कंधे पर सबसे बड़ा बोझ बन गया. रविवार को दंतेवाडा में हुए नक्सली हमले में वाराणसी के बसनी के दल्लुपुर के मूल निवासी रविनाथ पटेल अपने छह अन्य साथियों के साथ शहीद हो गए थे. सोमवार शाम उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा. तिरंगे में लिपटा शहीद का शव जैसे ही घर के दरवाजे पर पहुंचा. मां-बाप, भाई-बहन, गांववालों सबका सब्र का बांध टूट चुका था. सभी अपने लाडले के अंतिम दर्शनों के लिए उसके शव से लिपट कर रोने लगे. और तभी इन्हीं आसुओं के सैलाब के बीच वन्दे-मातरम, हिन्दुस्तान जिंदाबाद और रविनाथ अमर रहें के नारे लगने लगे. एक तरफ गांव में मातम पसरा था तो दूसरी तरफ इलाके के लोगों का सर गर्व से ऊंचा हो रहा था. रविनाथ के शहीद होने की खबर मिलने के बाद सोमवार को पूरा इलाका बंद कर दिया गया. 
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इलाके में किसी व्यापारी ने शहीद के सम्मान में अपनी दुकान नहीं खोली. शहीद का शव गांव पहुँचने से पहले डीएम योगेश्वर राम मिश्रा और एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज अन्य आलाधिकारियों के साथ मौजूद थे. गार्ड ऑफ ऑनर के बाद अफसरों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प गुच्छ अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी. शहीद रविनाथ के पिता सत्यप्रकाश ने गुमसुम आँखों से बताया कि रविवार को शाम चार बजे दंतेवाड़ा से सूचना आई थी कि रविनाथ का एक्सीडेंट हुआ और उसे वाराणसी बीएचयू में इलाज के लिए भेजा जा रहा है. तब रविनाथ की मां अनीता पटेल ने कहा कि हेलीकाप्टर से भेज दीजिये तो रविनाथ के सर बोले नहीं हम उसे बाई-रोड भेज रहे हैं. रविनाथ के माता पिता को उनकी शहादत की खबर सोमवार सुबह तब मिली जब रविनाथ का बड़ा भाई राकेश कोलकाता से गांव पहुंचा.

 तब से पूरे गाँव में मातम का माहौल था. रविनाथ को 24 तारीख को एक शादी समारोह में शामिल होने आना था. इसके बाद उनको अपनी बहन का बरक्षा चढाने 30 मई को रामनगर जाना था. रविनाथ ने इस शादी के लिए सारी तैयारियां की थीं. लेकिन उनके आने से तीन दिन पहले ही उनकी शहादत की खबर पहुंची. शहीद रविनाथ के पार्थिव शरीर को महाश्मशान मणिकर्णिका ले जाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. 

बोले राजभर CM योगी के सभी निर्देशों का पालन करता हूं

ओमप्रकाश राजभर बोले योगी के सभी निर्देशों का करता हूं पालन
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. योगी मेरे कैप्टन हैं, मै उनकी हर बात को ध्यान से सुनता हूं, हमारे और योगी के बीच कोई मतभेद नहीं है. इस बात को तूल नहीं पकड़ाया जाए. इन सभी बातों को रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहीं. उन्होंने योगी से मतभेद की बातों से साफ इंकार कर दिया. बता दें कि बीते दिनों में राजभर ने योगी सरकार पर ताबड़तोड़ कई हमले किए थे, और उनसे काफी नाराज थे. इस दौरान उन्होंने यह भी कह दिया था कि योगी सरकार सभी मामलों में फेल हो गई है. बीच में तल्खी इतनी बढ़ गई थी कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को दखल देना पड़ा था. बलिया में रविवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी द्वारा आयोजित महिला सम्मेलन में राजभर ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आरक्षण कोटे के विभाजन के लिए उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच सहमति हो गई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पिछड़ा वर्ग को पिछड़ा, अति पिछड़ा तथा सर्वाधिक पिछड़ा तीन वर्ग में विभाजित किया जाएगा और सबके लिए कोटा निर्धारित किया जाएगा. 'शराबबंदी पर गुजरात मॉडल लागू करें पीएम -' इस दौरान राजभर ने कहा कि मै शराब बंदी को लेकर आंदोलन कर रहा हूं और करता भी रहूंगा जब तक प्रदेश में शराब बंदी पर पूरी तरह से रोक न लग जाए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उत्तर प्रदेश में शराबबंदी कर गुजरात मॉडल लागू करने की अपील की. राजभर ने कहा कि यूपी में विकास के नए रास्ते खुल सकें इसके लिए यहां गुजरात मॉडल लागू करना जरूरी है. राजभर ने पीएम मोदी को उनका वादा याद दिलाते हुए कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने अपने भाषण में गुजरात मॉडल लागू करने की बात कही थी। शराब पिलाने वालों को सत्ता तक न पहुंचने दें-' शराबबंदी को लेकर अभियान छेड़े राजभर ने यहांमहिलाओं से अपील की कि वे शराब पिलाकर वोट मांगने वालों को सत्ता के गलियारे तक नहीं पहुंचने दें। राजभर ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश है कि यूपी में शराबबंदी लागू हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए यह कदम उठाना बेहद जरूरी है।

ABVP ने फूंका मंत्री ओम प्रकाश राजभर का पुतला, कहा छात्रों के विरोधी


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर का विधानसभा के सामने पुतला फूंका। इस दौरान उन पर पिछड़े और दलितों की छात्रवृत्ति ना मिलने का मुख्य दोषी ठहराया है। प्रदेश सह मंत्री विवेक सिंह मोनू और उज्जवल त्रिपाठी के नेतृत्व में सारे सारे कार्यकर्ता जीपीओ पर एकत्रित होकर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।

प्रान्त संगठन मंत्री सत्यभान सिंह ने बताया कि शकुन्तला विवि को मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने दलाली और चोरी का अड्डा बना दिया है। जो विवि शीर्ष स्तर पर जा रहा था, उसे मंत्री ने अपनी मनमानी के चक्कर में पढ़ाई को माहौल को खराब कर दिया है।
उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से यहां पर पूर्णकालिक कुलपति ना होने के कारण विवि में पढ़ाई व्यवस्था से लेकर सारी व्यवस्थाओं को चैपट कर दिया। इनके पास दिव्यांगता का मंत्रालय होने के बावजूद भी यह दिव्यांगों के हकों में डाका डाल रहे हैं। हर विषय में कमीशन बाजी का खेल कर रहे हैं। मनमानी ढंग से विवि को संचालित करवा रहे हैं। यह विवि अब राजभर का राजनितिक कार्यालय बन गया है। इस पर रोक ना लगी तो छात्रों का भविष्य अंधकार की ओर चला जायेगा। एक सप्ताह में अगर विवि के हालत ना सुधरे तो ओमप्रकाश राजभर के घर का घेराव किया जायेगा।

Sunday, May 20, 2018

मामूली बात में होमगार्ड की पिटाई,बचाने आये बेटे को भी पीटा


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी : थाना लोनीकटरा क्षेत्र पुरानी रंजिश में बीती देर रात कुछ लोगों ने मिलकर होमगार्ड को पीट कर घायल कर दिया, उधर एक अन्य मारपीट के मामले में दबंगों ने पिता और पुत्र की जमकर पिटाई कर दी।
जयचंद्रमऊ गांव के निवासी सहजराम यादव होमगार्ड है, इनका गांव के ही रमेश आदि से मेड़बंदी को लेकर पुरानी रंजिश है। देर रात इसी विवाद को लेकर सुरेश, सरवन, गनेश व उमेश ने सहजराम को उसके घर में घुसकर मारा पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए सीएचसी त्रिवेदीगंज पहुंचाया, जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर किया है। प्रभारी निरीक्षक लोनीकटरा शिवाजी ¨सह का कहना है कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। उधर थाना लोनीकटरा के लदई का पुरवा निवासी लायकराम करीब पांच बजे के लगभग अपने खेत में पानी लगाए हुए था। तभी वहां पहुचे सतीश ने अपना इंजन चालू कर दिया। उसका इंजन पानी नहीं दे रहा था। इसी बात से नाराज सतीश ने लायकराम को पीटना शुरू कर दिया। बचाव में पहुंचे पुत्र अनुराग (16) को भी मारा पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी त्रिवेदीगंज पहुंचाया है।

प्रेमिका के लिए बड़ा नाटक, उड़ान प्रतिबंध सूची में हुआ शामिल


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
गत वर्ष अक्तूबर में जेट एयरवेज के एक विमान में हाइजैक की अफवाह उड़ाने वाले मुंबई के एक ज्वेलर को राष्ट्रीय उड़ान प्रतिबंध सूची में डाल दिया गया है। अब वह पूरी जिन्दगी हवाई जहाज से यात्रा नहीं कर पाएगा। ज्वेलर बिरजू किशोर सल्ला (37) ने अपनी प्रेमिका के लिए इतना बड़ा नाटक किया था। उसकी प्रेमिका जेट एयरवेज के दिल्ली कार्यालय में कार्यरत थी। गत वर्ष अक्तूबर में मुंबई से दिल्ली जा रहे जेट एयरवेज विमान को आपात स्थिति में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतारा गया था। विमान में सवार यात्री बिरजू किशोर सल्ला ने विमान हाइजैक होने की अफवाह फैलाई थी। अहमदाबाद में सुरक्षाबलों ने उसे दबोच लिया था। सल्ला ने पूछताछ में विमान हाइजैक के संबंध में नोट लिखने का अपना अपराध स्वीकार कर लिया था। सल्ला के मुताबिक उसे उम्मीद थी कि इस कदम से दिल्ली में जेट एयरवेज का परिचालन बंद हो जाएगा और इस एयरलाइन के दिल्ली कार्यालय में कार्यरत उसकी प्रेमिका मुंबई वापस लौट जाएगी। इस घटना के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने सल्ला को राष्ट्रीय उड़ान प्रतिबंध सूची में शामिल करने की सलाह जेट एयरवेज को दी थी। जानकारी के मुताबिक सल्ला राष्ट्रीय उड़ान प्रतिबंध सूची में शामिल होने वाला पहला व्यक्ति बन गया है। देश में विमान अपहरण रोधी अधिनियम लागू होने के बाद पहला मामला उसके खिलाफ दर्ज हुआ था।

क्रय केन्द्रो पर भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम हुई योगी सरकार,पीछे के रास्ते व्यापारियों का लिया जा रहा है गेंहू


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 बाराबंकी यूपी में योगी सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ने सभी विधायक और जनप्रतिनिधियों पर क्रय केंद्रों का निरीक्षण करने के फरमान सुनाया था और क्रय केंद्र पर किसानों की लिए सुविधाओं सहित किसी प्रकार की खरीद में दिक्कत ना आने के निर्देश दिए गए थे लेकिन साल भर बीतने के बाद ही सरकार का असली रंग दिखने लगा जिसमें से साफ जाहिर है कि सरकार का असर इस कदर खत्म हो गया है कि गेहूं क्रय केंद्र पर किसानों को लंबी लाने लगानी पड़ती है तो वहीं जब नंबर आता है तब बहुत देर हो चुकी होती है लेकिन व्यापारियों का गेहूं पीछे के रास्ते से सेटिंग गेटिंग में जोड़-तोड़ के जरिए खरीद लिया जाता है और उनको कोई दिक्कत भी नहीं होती है।


ऐसा ही मामला तहसील हैदरगढ़ के मवैया मझगवां क्रय केंद्र जो कि पोखरा में मौजूद है यहां पर आस पड़ोस के सभी किसानों का गेहूं खरीदने के निर्देश प्रदेश सरकार ने दिए हैं लेकिन सुबह से शाम हो जाती है किसान अपना कुंतल गेहूं ट्राली भाड़े पर लाकर  खड़ा रखते हैं लेकिन जहां गेहूं की खरीद नहीं होती है तो वही किसानों के लिए न पीने के पानी की व्यवस्था है ना किसी और तरीके से लाभ मिल रहा है। पिछले वर्ष विधायक से लेकर मंत्रियों ने आकस्मिक निरीक्षण  कर के सख्त निर्देश दिए थे लेकिन उसका असर साल भर बाद किस कदर हो जाता है ऐसा साफ दिख रहा है । शाम होने के बाद ही जब किसान आजिज होकर अपने घर का रुख कर लेते हैं उसके बाद असली खेल शुरू होता है या व्यापारियों को गेहूं आने लगता है और उसकी तौल करके रखा जाता है। जिसके जरिए किसानों के खसरा लेकर उनके नाम और पैसा उनके खाते में भेज दिया जाता है और पीछे के रास्ते कमीशन के जरिए पैसा लेकर के व्यापारियों के जाता है। इस खेल में लाखों का घोटाला है लेकिन सरकार जरा भी ध्यान नहीं देती है और विधायक और मंत्री की भी निरीक्षण नही करते है जिससे कि जनता के बीच सही संदेश जाए और किसानों को लाभ हो। किसान इससे आजिज होकर कोसते हुए कहते हैं कि सरकार कोई भी हो लेकिन किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है वही भ्रष्टाचार वही दलाली हर जगह फैली है। नाम न छापने की शर्त पर केंद्र पर मौजूद किसानों का कहना है कि अच्छी सरकार का दावा करने वाले योगी सरकार में भी हर जगह भ्रष्टाचार व्याप्त है कोई भी फर्क नहीं आया है फर्क आया है तो केवल सरकार बदलने का । बाकी सारे सरकारी कामकाज उसी पुराने ढर्रे पर हो रहे हैं जब इसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों और किसानों ने की है लेकिन कोई सुधार नही हुआ। किसानों ने उप जिलाधिकारी संतोष कुमार को फोन मिलाया तो उनका फोन कई बार स्विच ऑफ बताता रहा तो कई बार पहुंच से बाहर है जिस से आजिज होकर किसानों ने जिलाधिकारी उदय भान त्रिपाठी से इस मामले की शिकायत की लेकिन उसके बाद भी कोई कार्यवाही ना होने पर सिस्टम को कोसते हुए किसान जान गए कुछ होने वाला नहीं है ।जिलाधिकारी को बताने के बाद भी किसान घंटो इंतजार करता रहा है लेकिन गेहूं नही खरीदा गया।  तहसीलदार डी ले श्रीवास्तव से जब इस मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने तो पल्ला झाड़ते हुए अगले दिन आने को कहा ऐसे में सुबह से बैठा हुआ किसान शाम तक गेहूं खरीदने की बाट जोह रहा है और एक बात फिर वो अधिकारियों के चक्कर काटे तो उसकी क्या हालत होही। किसान सरकार को कोसने के बाद अपनी किस्मत को भी कोसता है जो कि वह पूरा दिन बर्बाद होने के बाद भी गेहूं खरीद नहीं हुई।  उसी के सामने व्यापारियों को गेंहू खरीदा जा रहा है ऐसे में उस पर क्या बीती होगी यह कोई नहीं जानता। घंटे इंतजार करने के बाद भी जिलाधिकारी द्वारा कोई भी आश्वासन किसान को नहीं दिया गया जिससे कि घंटों इंतजार करने के बाद किसान मायूस होकर अपने घर को लौट गया और साथ में ट्रैक्टर का भी भाड़ा अवश्य देना पड़ा लेकिन गेहू नही खरीदा गया। सेटिंग गेटिंग का खेल अधिकारियों को सरपरस्ती में ऐसे ही चलता रहेगा लेकिन कोई सुनने वाला नही होगा।

मौत की मधुशाला से गांव में मातम', अखिलेश पीड़ित परिवार से मिले


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी के कानपुर में जहरीली शराब पीने से अब तक 10 लोगों के मरने की खबर सामने आई है। जबकि 12 से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रविवार शाम करीब साढ़े 5 बजे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दूल गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। इससे पहले कोतवाली महोबा के ग्राम करहरा कला में तीन माह पहले किसान राजबहादुर श्रीवास और ठाकुरदास के आत्महत्या करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रविवार को किसानों के परिजनों का हालचाल जानने आए पहुंचे।
उन्होंने मृतक किसान राजबहादुर के पिता गजराज और ठाकुरदास के पिता गंगा से मुलाकात कर हालचाल जाना। दोनों किसानों ने एक माह के अंतराल में आग लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों किसानों के ऊपर बैंक और साहूकार का तीन लाख रुपये कर्ज भी था। कहा कि भाजपा नेता गांव में जा रहे हैं लेकिन किसानों की कोई मदद नहीं कर रहे है। गरीब किसानों को मिलने वाली समाजवादी पेंशन योजना भी भाजपा सरकार ने बंद कर दी। भाजपा सरकार गरीबों को 1000-1000 रुपये पेंशन दे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता दलितों के घर पर खाना खाकर उनका कोई भला ने करके उन्हें धोखा दे रहें है।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...