ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो फैजाबाद. जिले की बीकापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। इस सीट पर आगामी 13 फ़रवरी को मतदान होना है और इस उपचुनाव में सपा से आनंद सेन यादव भाजपा से रामकृष्ण तिवारी रालोद से मुन्ना सिंह चौहान और AIMIM से प्रदीप कोरी उम्मीदवार है। लेकिन असली लड़ाई सपा के आनंद सेन यादव और राष्ट्रीय लोकदल के मुन्ना सिंह चौहान के बीच मानी जा रही है। लेकिन दलित और मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले इस इलाके में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा कर मुस्लिम और दलित वोट को काटने की भरपूर कोशिश की है।
एक दिन पहले अपनी जनसभा में ओवैसी ने जमकर सपा के खिलाफ ज़हर उगला और दादरी में मारे गए अख़लाक़ और रोहित वेमुला के नाम पर मुस्लिम और दलित वोट को सपा के खाते से निकलने के लिए भरपूर कोशिश की। इसके कारण सपाई खेमे में हड़कंप मच गया है और बाकायदा सपा प्रत्याशी आनंदसेन यादव के समर्थन में पहुचे पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर जवाबी हमला कर डाला। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश में ओवैसी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जनता उनको जान चुकी है और बिहार के चुनाव में जवाब भी दे चुकी है। उनकी बातों का आम जनता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।”
ओवैसी और भाजपा मिलकर करते हैं सम्प्रदायिकता की सियासत-
वही सपा नेता ने भाजपा को भी अपने निशाने पर लेते हुए कहा की ओवैसी और भाजपा आपस में मिले हुए हैं। ओवैसी मुस्लिम की बात करते है तो भाजपा हिन्दू की। दोनों साम्प्रदायिकता की राजनीती करते है। वहीं चुनाव में अपने मुख्य प्रतिद्वंदी रालोद के बारे में कहा कि इनकी कोई नीति और सिद्धांत नहीं है। ये कभी कांग्रेस की टीम में शामिल हो जाते है तो कभी भाजपा की। ऐसे लोगों से जनता को सचेत रहने की ज़रुरत है। सपा नेता ने कहा की विकास की बात केवल सपा करती है। प्रदेश के विकास के लिए केवल सपा ही नीतिया बनाती और लागू भी करती है। पत्रकार वार्ता के दौरान जिले के बड़े सपा नेताओं के साथ अयोध्या विधायक और प्रदेश सरकार में वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन मौजूद रहे,
एक दिन पहले अपनी जनसभा में ओवैसी ने जमकर सपा के खिलाफ ज़हर उगला और दादरी में मारे गए अख़लाक़ और रोहित वेमुला के नाम पर मुस्लिम और दलित वोट को सपा के खाते से निकलने के लिए भरपूर कोशिश की। इसके कारण सपाई खेमे में हड़कंप मच गया है और बाकायदा सपा प्रत्याशी आनंदसेन यादव के समर्थन में पहुचे पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर जवाबी हमला कर डाला। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश में ओवैसी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जनता उनको जान चुकी है और बिहार के चुनाव में जवाब भी दे चुकी है। उनकी बातों का आम जनता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।”
ओवैसी और भाजपा मिलकर करते हैं सम्प्रदायिकता की सियासत-
वही सपा नेता ने भाजपा को भी अपने निशाने पर लेते हुए कहा की ओवैसी और भाजपा आपस में मिले हुए हैं। ओवैसी मुस्लिम की बात करते है तो भाजपा हिन्दू की। दोनों साम्प्रदायिकता की राजनीती करते है। वहीं चुनाव में अपने मुख्य प्रतिद्वंदी रालोद के बारे में कहा कि इनकी कोई नीति और सिद्धांत नहीं है। ये कभी कांग्रेस की टीम में शामिल हो जाते है तो कभी भाजपा की। ऐसे लोगों से जनता को सचेत रहने की ज़रुरत है। सपा नेता ने कहा की विकास की बात केवल सपा करती है। प्रदेश के विकास के लिए केवल सपा ही नीतिया बनाती और लागू भी करती है। पत्रकार वार्ता के दौरान जिले के बड़े सपा नेताओं के साथ अयोध्या विधायक और प्रदेश सरकार में वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन मौजूद रहे,






