Saturday, February 6, 2016

फ़ैजाबाद : बीकापुर बना बयानबाजियो का आखाडा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो फैजाबाद. जिले की बीकापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। इस सीट पर आगामी 13 फ़रवरी को मतदान होना है और इस उपचुनाव में सपा से आनंद सेन यादव भाजपा से रामकृष्ण तिवारी रालोद से मुन्ना सिंह चौहान और AIMIM से प्रदीप कोरी उम्मीदवार है। लेकिन असली लड़ाई सपा के आनंद सेन यादव और राष्ट्रीय लोकदल के मुन्ना सिंह चौहान के बीच मानी जा रही है। लेकिन दलित और मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले इस इलाके में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा कर मुस्लिम और दलित वोट को काटने की भरपूर कोशिश की है।
एक दिन पहले अपनी जनसभा में ओवैसी ने जमकर सपा के खिलाफ ज़हर उगला और दादरी में मारे गए अख़लाक़ और रोहित वेमुला के नाम पर मुस्लिम और दलित वोट को सपा के खाते से निकलने के लिए भरपूर कोशिश की। इसके कारण सपाई खेमे में हड़कंप मच गया है और बाकायदा सपा प्रत्याशी आनंदसेन यादव के समर्थन में पहुचे पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर जवाबी हमला कर डाला। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश में ओवैसी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जनता उनको जान चुकी है और बिहार के चुनाव में जवाब भी दे चुकी है। उनकी बातों का आम जनता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।”
ओवैसी और भाजपा मिलकर करते हैं सम्प्रदायिकता की सियासत-
वही सपा नेता ने भाजपा को भी अपने निशाने पर लेते हुए कहा की ओवैसी और भाजपा आपस में मिले हुए हैं। ओवैसी मुस्लिम की बात करते है तो भाजपा हिन्दू की। दोनों साम्प्रदायिकता की राजनीती करते है। वहीं चुनाव में अपने मुख्य प्रतिद्वंदी रालोद के बारे में कहा कि इनकी कोई नीति और सिद्धांत नहीं है। ये कभी कांग्रेस की टीम में शामिल हो जाते है तो कभी भाजपा की। ऐसे लोगों से जनता को सचेत रहने की ज़रुरत है। सपा नेता ने कहा की विकास की बात केवल सपा करती है। प्रदेश के विकास के लिए केवल सपा ही नीतिया बनाती और लागू भी करती है। पत्रकार वार्ता के दौरान जिले के बड़े सपा नेताओं के साथ अयोध्या विधायक और प्रदेश सरकार में वन राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन मौजूद रहे, 

लड़की को ब्‍यूटी पार्लर बुलाया और....

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी रेप की घटनाओं में पुरुषों को दोषी माना जाता है। लेकिन कुछ मामले होते हैं जिनमें महिला भी दोषी होती है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें तीन साल बाद पीडि़त को इंसाफ मिला। कहते हैं एक औरत ही दूसरी औरत का दर्द समझ सकती है। लेकिन कानपुर की एक महिला ने जो किया वो सुनकर हर औरत शर्मसार हो जाएगी। यहां ब्यूटी पार्लर का कोर्स कराने के बहाने लड़की को घर बुलाकर रेप करवाने के आरोप में एक महिला को आठ साल और जुर्माने की सजा सुनाई गई है। मामले में एक और महिला भी आरोपी थी। लेकिन साक्ष्य के अभाव में उसे बरी कर दिया गया।

रेप

रेप कराया और जान से मारने की धमकी दी थी

शहर के आवास विकास हंसपुरम की रहने वाली शशि पाल ब्यूटी पार्लर चलाती थी। 22 मार्च 2013 को उसने श्याम नगर निवासी एक युवती को ब्यूटी पार्लर का कोर्स सिखाने के बहाने घर बुलाया था। आरोप था कि उन्होंने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश कर दिया था। फिर उसने कुछ लड़कों को घर बुलाकर उसके साथ रेप कराया था। लड़की को जब होश आया तो एक युवक उसके साथ अश्लील हरकत कर रहा था। जब युवती ने विरोध किया तो शशि और उस युवक ने जान से मारने की धमकी दी थी। लड़की आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने थाने पहुंची थी तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।

तीन साल बाद मिला इंसाफ

इसके बाद पीडि़त लड़की ने कोर्ट के जरिए शशिपाल, उसकी एक सहेली और तीन अज्ञात लड़कों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शासकीय अधिवक्ता के अनुसार पुलिस ने युवकों का पता न चलने पर शशि और उसकी सहेली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। 

Thursday, February 4, 2016

बीच सड़क पर दिखाई पड़ी पति की गर्लफ्रेंड तो......

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
 लखनऊ का नरही इलाका वैसे तो हर वक्त यहां पर काफी चहल-पहल रहती है लेकिन अचानक एक महिला ने एक लड़की को देखा तो उसने आपा खो दिया। फिर क्या था बीच बाजार में महिला ने उस लड़की को मारना चालू किया और बुरा-भला भी कहा। काफी देर बाद मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस मामला शांत कराने का प्रयास कर रही थी लेकिन महिला के आगे पुलिस कुछ भी नहीं कर पा रही थी। यह मामला है पति की गर्लफ्रेंड का। जिससे महिला उस लड़की की ‘आशिकी’ से परेशान थी।
sansani

पति की गर्लफ्रेंड पर उतरा महिला का गुस्सा 

खबर मिली है कि इस परेशान महिला के पति को इस लड़की ने 13 साल से अपने प्रेम जाल में फंस रखा है। परेशान महिला ने इस मामले की पुलिस में शिकायत भी की थी। महिला ने पुलिस को बताया कि लड़की की वजह से उसके 13 साल की वैवाहिक जिंदगी तबाह हो रही है। इससे पहले कि पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करती, बीच बाजार में ही महिला का सामना पति की गर्लफ्रेंड से हो गया। उसे देखते ही महिला का पारा सातवें आसमान पर पहुंचा गया और वो लड़की पर टूट पड़ी।
सकते में आई पुलिस
महिला को गुस्से को देखकर वहां खड़ी पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस ने उसे किसी तरह रोका और बीच-बचाव किया। इस बीच पिट रही लड़की वहां से निकलने में कामयाब रही। पुलिस अब महिला की शिकायत की जांच कर रही है। 

Wednesday, February 3, 2016

फ़ैजाबाद : बीकापुर उपचुनाव में कई बड़े नेताओ ने डाला डेरा

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
फैजाबाद आमचुनाव की ही तरह परदेसियों के बीच बीकापुर उपचुनाव का क्रेज भी कायम है। इसका अंदाजा बाहर रहने वाले बीकापुर के मतदाताओं से की गई बैलेट पेपर की मांग से लगाया जा सकता है।

इनकी मांग पर निर्वाचन विभाग ने करीब पांच सौ लोगों को पोस्टल बैलेट भेज दिया है। इसके साथ ही यहां के मतदान में लगाए जाने वाले कार्मिकों के लिए बैलेट पेपर की व्यवस्था रहेगी।

निर्वाचन विभाग भारत निर्वाचन आयोग से होने वाले चुनाव के दौरान अपने चुनाव क्षेत्र से रहने वाले मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था करता है।

बाहर रहने वाला किसी भी क्षेत्र का मतदाता अपने चुनाव क्षेत्र के रिटर्निंग अफसर से इसकी मांग डाक के जरिए करता है। आम चुनाव में तो इसकी मांग ज्यादा होती है।

उपचुनाव में प्राय: ऐसा कम होता है लेकिन इस बार बीकापुर उपचुनाव का क्रेज भी परदेसियों के बीच जबरदस्त है। बाहर रहने वाले यहां के मतदाता पोस्टल बैलेट की मांग कर रहे हैं।

निर्वाचन विभाग के मुताबिक, अब तक जिले से 499 बैलट पेपर भेजे जा चुके हैं। बताया गया है कि जिन मतदाताओं से बैलेट पेपर की मांग की जा रही है उन्हें तुरंत बैलेट पेपर भेज दिए गए।

इसी के साथ 13 फरवरी को होने वाले मतदान में लगाए गए कर्मियों को भी वोट देने की व्यवस्था होगी। बताया गया है कि इस विधानसभा क्षेत्र के मतदाता कर्मचारियों के लिए बैलेट पेपर उपलब्ध रहेंगे।

पीलीभीत रेप में नाकाम तो आग लगा जान ली

पीलीभीत जिले में विधवा से रेप की कोशिश की गई। वहशी रेप नहीं कर पाए तो असहाय महिला को आग के हवाले कर दिया। महिला को जला देने के बाद दोनों दरिंदों ने सबूत मिटाने के मकसद से रात में ही उसका अंतिम संस्कार करा दिया।
पीलीभीत

पीलीभीत में दहशत

यह सनसनीखेज वारदात पीलीभीत के जहानाबाद इलाके की है। गुलडिया जाफरपुर गांव में रहने वाली एक महिला के पति की दो साल पहले मौत हो गई थी। महिला के पांच बच्चे हैं। वह अकेले दम पर किसी तरह बच्चों को पाल रही थी। गांव के ही दो दबंग वीरेन्द्र और हरि किशन उस विधवा महिला पर गलत नीयत रखते थे। बीती 29 जनवरी की रात वीरेन्द्र और हरि जबरन महिला के घर में घुस गए और बच्चों के सामने ही उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की।
महिला ने दोनों दरिंदों का विरोध किया तो उन्होंने महिला को बच्चों के सामने ही आग के हवाले कर दिया। सहमे मासूम बच्चे अपनी आंखों से ये खौफनाक मंजर देखते रहे। महिला को जला देने के बाद दोनों दरिंदों ने उसका अंतिम संस्कार करा दिया। घटना की दहशत इतनी ज्यादा थी कि चार दिन तक बात थाने तक नहीं पहुंची। चार दिन बाद जब कुछ रिश्तेदार महिला के घर पहुंचे तो बच्चों ने उन्हें पूरी बात बताई।
रिश्तेदारों ने एसपी को सूचना दी ताे वह भी सन्न रह गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपी गांव से भाग निकले हैं और पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है।

पैसा बनाने वाली बड़ी सरकारी मशीन यादव सिंह गिरफ्तार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
अरबपति इंजीनियर यादव सिंह गिरफ्तार कर लिए गए हैं। सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है। यादव सिंह पर करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप है। यादव सिंह पर आरोप है कि इसने यूपी के सबसे अमीर विभाग नोएडा प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहते हुए कई सौ करोड़ रुपये घूस लेकर ठेकेदारों को टेंडर बांटे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी के इंजीनियर रहते हुए यादव सिंह की सभी तरह के टेंडर और पैसों के आवंटन में बड़ी भूमिका होती थी।

यादव सिंह गिरफ्तार

यादव सिंह गिरफ्तार: पैसा बनाने वाली बड़ी सरकारी मशीन था

यादव सिंह गिरफ्तार होने से कई राजनेताओं के पसीने छूटने लगे हैं। दरअसल,  यूपी के कई बड़े राजनेताओं का उस पर हाथ था। मौजूदा समय यूपी सरकार में एक कैबिनेट मंत्री और उनके बेटे की भी यादव सिंह से मिलीभगत की बातें सामने आई थीं, लेकिन बाद में मामले को दबा दिया गया। यादव सिंह गिरफ्तार होने से पहले उसके ठिकाने पर जब इनकम टैक्स विभाग का छापा पड़ा तो वहां उसके पास अरबों रुपये के बंगले, गाड़ियां, शेयर, जेवराज, जमीन और कंपनियों का पता चला था।
250 करोड़ की संपत्ति आई थी सामने
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह और उनके परिवार के पास लगभग 250 करोड़ रुपए की सम्पत्ति होने का पता सीबीआई को चला है। सीबीआई ने मुश्किल से पांच माह पहले ही उनके खिलाफ कथित भ्रष्टाचार और आय से अधिक सम्पत्ति मामले की जांच शुरू की। इन सम्पत्तियों में से अधिकांश सम्पत्ति नोएडा और दिल्ली के पॉश इलाकों में है। जांच से जुड़े सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि उन्होंने कई राजनीतिकों और ब्यूरोक्रेट्स के आय से अधिक सम्पत्ति मामलों की जांच की है। लेकिन व्यक्तिगत रूप से इतनी बड़ी सम्पत्ति होने का यह मामला कई दशकों का सम्भवत: पहला मामला है। सीबीआई काफी समय यादव सिंह गिरफ्तारी की कोशिश में थी।
अदालत के आदेश पर यादव सिंह के खिलाफ हुई थी एफआईआर
इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई ने घोटाले को लेकर दो एफआईआर दर्ज की थी इसमें पहली एफआईआर में यादव सिंह को आरोपी बनाया गया था। जबकि दूसरी एफआईआर में उनके परिवार के सदस्यों व पार्टनर को आरोपी बनाया गया है। इसके बाद सीबीआई ने उनके नोएडा में स्थित मकान पर छापेमारी की थी। जिसे केस प्रॉपर्टी मानते हुए सील कर दिया गया था। अब एजेंसी ने यादव सिंह के मामले में और सबूत जुटाने के लिए दिल्ली और गाजियाबाद के ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई यादव सिंह गिरफ्तार करने की कवायद में लगी थी।
सीबीआई जांच रुकवाने सुप्रीम कोर्ट गई थी यूपी सरकार
यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच रुकवाने केलिए सुप्रीम कोर्ट मेंं प्रदेश सरकार की तरफ से दाखिल की गई याचिका खारिज कर दी गई। हाईकोर्ट का फैसला ही बरकरार रहा। सरकार बैकफुट पर आ गई। हाईकोर्ट ने टिप्पणी की थी ‘यादव सिंह ने पूरे सिस्टम को अपना दास बनाकर भ्रष्टाचार किया। हाई कोर्ट ने नाम नहीं लिया लेकिन यह टिप्पणी भी की कि यादव सिंह को बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों की सरकारों में भरपूर संरक्षण मिला। उन्हीं नामों का खुलासा करने के लिए जांच सीबीआई को दी गई।

सपा ने बनाया हिस्ट्रीशीटर अमीरचंद्र पटेल को MLC प्रत्याशी

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से हिस्ट्रीशीटर अमीरचंद्र पटेल को एमएलसी का टिकट दिया है. पटेल पर गैंगस्टर, रेप समेत 28 मुकदमें दर्ज हैं.
प्रशासन ने अमीरचंद्र पटेल को भूमाफिया भी चिन्हित किया है. पटेल बीएसपी से 2004 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुका है. बताते चलें कि अमीरचंद्र हनक बनाने के लिए सत्तापक्ष के साथ रहता है. इतना ही नहीं अमीरचंद्र पटेल करीब 2 साल जेल भी काट चुका है और अभी जमानत पर बाहर है.
गौरतलब है कि सपा की जिला ईकाई ने अमीरचंद्र पटेल का विरोध किया था इसके बावजूद उसे टिकट दिया गया. सपा ने मंगलवार को 31 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की थी.

विमान खरीदना चाहता हूं :शाहरुख

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बॉलीवुड में सर्वाधिक पारिश्रमिक पाने वाले अभिनेताओं में से एक शाहरुख खान विमान खरीदना चाहते हैं, लेकिन धन की किल्लत के कारण वह विमान नहीं खरीद सकते।
शाहरुख का कहना है कि वह विमान खरीदने के इच्छुक हैं, लेकिन फिल्मों में धन लगाने के कारण उनके पास आर्थिक दिक्कत आ गई है।शाहरुख ने कहा, “मैं विमान खरीदना चाहता हूं, लेकिन मेरे पास धन नहीं है। मैंने सारा पैसा फिल्मों में लगा दिया है। मैं निजी विमान में यात्रा करना चाहता हूं, क्योंकि मेरे पास बहुत अधिक काम है। मुझे यकीन है कि एक दिन मेरे पास पर्याप्त धन होगा, लेकिन फिल्मों में पैसा लगाने के कारण पर्याप्त धन नहीं है। यह हमेशा विकल्प रहता है कि विमान खरीदूं या फिल्म बनाऊं, इसलिए मैं फिल्म बनाऊंगा।”‘किंग खान’, ‘बादशाह’ और ‘द किंग ऑफ रोमांस’ के साथ शाहरुख दो दशकों के अधिक समय से फिल्म-जगत का हिस्सा हैं। इसके साथ ही वह सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रशंसकों के साथ रूबरू होकर अपने व्यक्तिगत और निजी जीवन के बारे में बातचीत करते हैं।
सुपरस्टार से जब उनके जीवन की सबसे बड़ी चिंता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मेरे जीवन में बहुत-सी चिंताएं हैं, क्योंकि जब आप इस स्तर पर होते हैं तो आपके जीवन में इस तरह की चीजें होती हैं।”उन्होंने कहा, “सबसे बड़ी चिंता यह है कि आप सबके साथ अच्छे रहें, सबका ध्यान रखें।

ओवैसी की नई मुश्किल

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
एमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असद्दुदीन ओवैसी पर मारपीट का केस दर्ज कराया गया है। बुधवार को एक कांग्रेस नेता ने ओवैसी पर मामला दर्ज कराया है। कांग्रेस नेता ने आरोप है कि ओवैसी की मौजूदगी में मारपीट हुई थी।खबरों के मुताबिक एमआईए के सांसद असद्दुदीन ओवैसी की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
असद्दुदीन ओवैसी

असद्दुदीन ओवैसी की नई मुश्किल

मामला ग्रेटर हैदराबाद का है। आरोप है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के दौरान एमआईएम और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई थी। कांग्रेस नेता के मुताबिक एमआईएम कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के लोगों पर हमला किया था। इस दौरान असद्दुदीन ओवैसी भी मौजूद थे।
इस घटना के बाद मीरचौक इलाके में तनाव की स्थिति है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती किया गया है। पुलिस ने एमआईएम और कांग्रेस समर्थकों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया था। इसमे कई नेता घायल भी गए। कुछ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है।
इससे पहले असद्दुदीन ओवैसी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव से जुड़ी एक सभा में विवादास्पद बयान भी दिया था। उन्हाेंने कहा था, ‘हैदराबाद के मुसलमानों को बीफ खाना है तो उनकी पार्टी को वाेट दे। उनकी पार्टी हारी तो लोगों को बीफ खाना भूलना होगा।’ असद्दुदीन ओवैसी के इस बयान की देश भर में निंदा हुई थी। अब इस मामले में नया मोड़ आया है। हालांकि इस बारे में अभी तक असद्दुदीन ओवैसी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

चक गंजरिया फार्म में बनेगा कौशल विकास केन्द्र

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरोआईटी सिटी लखनऊ परियोजना सुल्तानपुर रोड, चक गंजरिया फार्म की 100 एकड़ भूमि पर पीपीपी माडल पर स्थापित की जा रही है। आईटी सिटी लखनऊ परियोजना के साइट कार्यालय का निर्माण पूर्ण हो चुका है। आईटी सिटी परियोजना के मुख्य आईटी भवन के लिए पाइलिंग का कार्य भी अत्यन्त तेजी से चल रहा है। बाउण्ड्रीवाल के लिए पाइलिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा ‘रिटेनिंग वाल’, ‘ब्रिक-वाल’ इत्यादि कार्य प्रगति में हैं।
चक गंजरिया फार्म

चक गंजरिया फार्म में बनेगा कौशल विकास केन्द्र

युवाओं को सूचना प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित आधुनिकतम प्रशिक्षण दिये जाने के लिए आईटी सिटी में 10 एकड़ क्षेत्र में एक कौशल विकास केन्द्र की भी स्थापना की जा जायेगी। कौशल विकास केन्द्र भवन के निर्माण हेतु समस्त प्री-फैब्रीकेटेड स्ट्रक्चर्स, कार्य स्थल पर आ चुके हैं और तीन मंजिला प्री-फैब्रीकेटेड स्ट्रक्चर खड़ा कर लिया गया है। प्रस्तावित केन्द्र द्वारा प्राथमिक चरण में प्रतिवर्ष 1000 छात्रों को और बाद के वर्षों में हर वर्ष 5000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा तथा उनके लिए छात्रावास की भी व्यवस्था होगी। केन्द्र को 01 नवम्बर 2016 से शुरू किये जाने का लक्ष्य है जिसके लिए एचसीएल द्वारा छात्रों की पंजीयन प्रक्रिया शीघ्र ही आरम्भ की जा रही है।
परियोजना स्थल पर लगभग 450 से अधिक श्रमिक, कारीगर और इन्जीनियर लगातार निर्माण कार्यों में लगे हैं। प्रमुख सचिव ने पूरे 100 एकड़ क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा कौशल विकास केन्द्र में प्रशिक्षण शीघ्र अतिशीघ्र कराये जाने एवं विकास कार्यों में और तेजी लाये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। इस भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव द्वारा कौशल विकास केन्द्र में वृक्षारोपण भी किया गया।

Tuesday, February 2, 2016

बस्ती :सपा सरकार प्रदेेश में लोकतंत्र का अपहरण कर रही है।

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बस्ती सपा सत्ता के बल पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर अभी से हर हथकंडा अपना रही है। दूसरे दलों के प्रत्याशियों का नामांकन रोकने की तैैयारी कर रही है। सरकार हड़बड़ी में है कि दूसरे दलों के प्रत्याशियों के नामांकन हो गए तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी।

मंगलवार को कलवारी चौराहे के निकट शोभा देवी के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में बसपा नेता ने कहा कि सपा सरकार प्रदेेश में लोकतंत्र का अपहरण कर रही है।
इस सरकार से जनता का भरोसा उठ गया है। बहादुरपुर ब्लॉक से बसपा समर्थित प्रत्याशी शोभादेवी को प्रशासनिक स्तर से लगातार दबाव डाला जा रहा है। इसको देखते हुए उनकी ओर से दाखिला याचिका में हाईकोर्ट ने उनकी सुरक्षा और निष्पक्ष चुनाव के लिए आदेश दिया है। इसकी प्रतिलिपि डीआईजी, एसपी, डीएम को दी गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि चार कोटेदार परिवार के क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घर जाकर जिलापूर्ति अधिकारी दबाव डाल रहे हैं। यह लोकतंत्र पर कुठाराघात है। फिर भी क्षेत्र पंचायत सदस्य सत्ता के प्रत्याशियों के खिलाफ वोट देने का मन बना चुके हैं। पूर्व मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जोर जबरदस्ती बंद नहीं हुई तो सड़क पर विरोध किया जाएगा।

महाराजगंज : पुलिस की कार्यशैली से भड़के नेता

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महाराजगंज पुलिस की कारगुजारियों के विरोध में हुई सभा में सांसद पंकज चौधरी ने कहा कि जिले में पुलिसिया आतंक है। चौक एसओ के कृत्य समाज पर कलंक है। उन्होंने थाने को दुकान बना रखी है। यहां मुकदमे नहीं लिखे जा रहे हैं। वसूली का अड्डा बन गया है।

चौक एसओ शिवबचन सिंह यादव को जनसभा के माध्यम से आगाह करने आया हूं कि अपनी आदत सुधार लें या तबादला करा लें। जनता भड़की तो हश्र बुरा होगा। विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि एसओ चौक अपनी गुंडई से बाज आ जाएं। अपने कुकृत्यों का पश्चाताप करें। नहीं तो भाजपा माकूल जवाब देने का मन बना रही है।
पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने कहा कि घर के मुखिया की सोच जैसे होगी। सदस्य भी वैसे होंगे। सूबे में हत्या, लूट, रेप की पोषक सपा की सरकार है। जो जनता के धन पर सैफई में सितारों को नचवाती है तो एसओ चौक कैसे पीछे रहेंगे। पूर्व विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ने खरी खोटी सुनाई।

जिलाध्यक्ष अरुण शुक्ल ने कहा कि चौक थाना अराजकतत्वों का अड्डा बन चुका है। एसओ को चुनौती दी। सिसवा विधानसभा क्षेत्र प्रभारी अजय कुमार श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष संतोष सिंह, रामनारायण जायसवाल, अंगद गुप्ता, जितेंद्र पाल, जितेंद्र बहादुर सिंह, शेषनाथ सिंह, उमेश जायसवाल, अशोक जायसवाल, शचींद्र नाथ, कृष्णगोपाल जायसवाल, अरुणेश शुक्ल, प्रदीप सिंह, प्रदीप उपाध्याय ने भी संबोधित किया।

फ़ैजाबाद :अंबेडकरनगर के हिस्से आया सपा से MLC का टिकट

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो फैजाबाद-अंबेडकरनगर विधान परिषद सीट का टिकट अंबेडकरनगर जनपद के हिस्से में रखा। प्रत्याशी के रूप में अंबेडकरनगर जिलाध्यक्ष हीरालाल यादव के नाम की लखनऊ से घोषणा होने के साथ अटकलें खत्म हो गईं। वैसे टिकट के चार दावेदार जिले में थे।

विधान परिषद की फैजाबाद-अंबेडकरनगर सीट पर प्रत्याशी चयन में सपा ने अब तक फैजाबाद के दावेदारों को वरीयता नहीं दी थी। पहले तिलकराम वर्मा को दो बार, विशाल वर्मा को एक बार और फिर हीरालाल यादव को प्रत्याशी बनाया। तीनों लोग अंबेडकरनगर के निवासी हैं।

इस बार फैजाबाद के हिस्से में टिकट आने की उम्मीद थी। पिछली बार तिलकराम वर्मा बसपा प्रत्याशी गुड्डू सिंंह से हार गए थे। यहां के दावेदारों में प्रमुख रूप से सयुस के प्रदेश महासचिव अनिमेष प्रताप सिंह, सयुस जिलाध्यक्ष अनूप सिंह, पारसनाथ यादव व जिलाध्यक्ष जयशंकर पांडेय के पुत्र आशीष उर्फ दीपू जैसे युवा चेहरे दावेदार थे।

जिलाध्यक्ष जयशंकर पांडेय के पुत्र आशीष अयोध्या में 77 दिवसीय मुलायम सिंह यादव जन्मोत्सव कार्यक्रम कर रहे हैं। वैसे तो पिता-पुत्र दोनों टिकट के दावेदार बताए जा रहे थे। अनूप तो इतने उतावले हो गए थे कि पड़ोसी जिले अंबेडकरनर तक अपनी होर्डिंग्स लगा दी थीं।

इन सभी को झटका लगा है। गौरतलब है कि अंबेडकरनगर निवासी हीरालाल यादव जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं और एक बार फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी भी रह चुके हैं। गत लोकसभा चुनाव में अकबरपुर लोस क्षेत्र से सपा ने इन्हें प्रत्याशी बनाया था लेकिन बाद में इनकी जगह राममूर्ति वर्मा को टिकट थमा दिया।

फ़ैजाबाद : ड़ीएम ने लगाई बीडीओ को फटकार


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो फ़ैजाबाद

जिले में डीएम के निरीक्षण को लेकर अफसर सकते में दिखे। निरीक्षण के दौरान डीएम ने कार्यालयों की साफ-सफाई, महत्वपूर्ण दस्तावेजों के रखरखाव के साथ शिकायतों के समय से निस्तारण को जरूरी हिदायत दी। डीएम पहले इनायतनगर थाने पहुंचे।

वहां उन्होंने पुलिस को क्षेत्र के गुंडों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए कहा कि बीडब्ल्यू व एनबीडब्ल्यू पर त्वरित कार्रवाई की जाए। यह भी कहा कि पुलिस विवाद की जड़ तक पहुंचने का प्रयास करे, जिससे सही ढंग से मामलों का निस्तारण हो सके।

डीएम ने थाने पर आरक्षी आवास व शस्त्रागार को भी देखा। इसके बाद डीएम मिल्कीपुर तहसील पहुंचे। वहां की साफ. सफाई और कागजातों के रखरखाव को देखकर उन्होंने खुशी जाहिर की। डीएम ने काफी दिनों से लम्बित मुकदमों का जल्द निस्तारण करने के लिए एसडीएम गिरीश चंद्र श्रीवास्तव को निर्देश दिया।

इसके बाद मिल्कीपुर ब्लॉक का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम को परिसर व कार्यालय में जगह-जगह गंदगी पसरी मिली। जिसे देखते ही डीएम ने बीडीओ विजय शंकर को खरीखोटी सुनाई। कहा कि तुम्हारा एक भी काम सही नहीं है।

डीएम ने इंदिरा आवास के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि तालाब की जमीन पर कोई भी निर्माण नहीं होना चाहिए।

अमरोहा : पेड़ पर लटका मिला शव हत्या की आशंका

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
अमरोहा नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव जीरखी का रहने वाला अंकुर चौहान (20) पुत्र सत्यवीर चौहान मुरादाबाद में विजय इलेक्ट्रानिक कंपनी में काम करता था। यह कंपनी विद्युत विभाग के लिए विद्युत लाइन बिछाने का काम करती है। 18 जनवरी को कंपनी का तार चोरी हुआ था, जिसका आरोप अंकुर पर लगाया गया था।

ठेकेदार और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। कुछ दिन पहले मुरादाबाद पुलिस ने मूढ़ा चौकी पुलिस के साथ अंकुर के घर पर दबिश भी दी थी, लेकिन वह हाथ नहीं आया था। इधर, सप्ताहभर से अंकुर अपने घर भी नहीं गया, मोबाइल पर भी किसी से बातचीत नहीं की थी।

सोमवार दोपहर करीब 12 बजे अंकुर ने पिता से मोबाइल पर बात की थी। मंगलवार सुबह करीब सात बजे पिता के मोबाइल पर मैसेज आया कि मेरी लाश जटीवन में पेड़ पर लटकी है, उतार कर ले जाओ। उधर, सुबह के समय वन विभाग के कर्मचारियों की नजर पेड़ पर लटकी लाश पर पड़ी, तो थाना पुलिस से लेकर एसपी तक को सूचित किया।

दोपहर के वक्त मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को पेड़ से उतारा। पैंट में मिले पर्स से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। पुलिस ने पंचनामा भरकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का रो रोकर बुराहाल था।


परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
अमरोहा। नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव जीरखी के अंकुर चौहान की मौत से कई सवाल उठ रहे हैं। मृतक के भाई मनवीर सिंह ने बताया कि अंकुर इंटर तक पढ़ा लिखा था, लेकिन इतना होशियार नहीं था कि अंग्रेेजी में मैसेज लिख सके।

पिता के मोबाइल पर जो मैसेज भेजा गया था, उसे लिखने में कोई गलती नहीं की गई है। जबकि सुसाइड नोट टूटी फूटी हिंदी में लिखा गया है और लेख भी अंकुर की लिखावट से मेल नहीं खा रहा है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।

कहीं अंकुर के सीने में दफन तो नहीं था गहरा राज
अमरोहा। अंकुर की जेब से जो सुसाइड नोट निकला है, उसमें काली ठेकेदार का माल उठवाकर दिल्ली के किसी कबाड़ी को बेचने का जिक्र है, वहीं काली की ओर से माल बेचने का जिक्र भी किया गया है, जो संदेह प्रकट करता है।

कहीं ऐसा तो नहीं है कि माल की चोरी में किसी और का हाथ हो, अंकुर इस राज को जानता हो। इस राज के कारण अंकुर को रास्ते से हटा दिया गया और हत्या को आत्महत्या का रूप दे दिया।

मृतक के भाई मनवीर सिंह ने बताया कि सोमवार की दोपहर जिस वक्त अंकुर का फोन आया था तो बात करते वक्त ऐसा महसूस हो रहा था कि शायद अंकुर बात खुद नहीं कह रहा था बल्कि दूसरा व्यक्ति उससे कहलवा रहा था।

आखिर फांसी के लिए इतने भीतर का क्षेत्र क्यों चुना
अमरोहा। जटी वन करीब 57 हेक्टेयर में फैला हुआ है। पूरा इलाका घने वृक्षों से घिरा हुआ है। वासुदेव तीर्थ स्थल से कुछ दूर चलने के बाद ही जटी वन की सीमा आरंभ हो जाती है।

अंकुर की लाश मुख्य सड़क से करीब पांच सौ मीटर अंदर जटी वन में लटकी मिली है। यदि उसे आत्महत्या ही करनी थी, तो गांव के आस पास भी कर सकता था। दूसरी बात, आत्महत्या के लिए चिकनी छाल का ही पेड़ क्यों चुना गया।

प्लास्टिक की रस्सी पेड़ की डाल पर मजबूती से बांधी गई थी और इतनी मजबूत गांठ पेड़ पर बैठकर नहीं लगाई जा सकती। चूंकि गांठ का सिरा भी नीचे की तरफ था। कई सवाल है जो इस मामले को हत्या की तरफ इशारे कर रहे है । पुलिस जाँच कर रही है । 
रिपोर्ट :दीपक शर्मा ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो अमरोहा

अमरोहा : आनर किलिंग या आत्महत्या मामला संदिग्ध

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमरोहा ट्यूशन पढ़ाते हुए इश्क के बाद विवाह करने वाले युगल का जीवन परिजनों के विरोध से कामयाब नहीं हो सका। शिक्षक की मंगलवार को मौत हो गई। परिजनों ने झटपट उसका अंतिम संस्कार तिगरी गंगा घाट पर ले जाकर कर दिया।

वहीं युवती दिल्ली में पीएचडी कर रही है। युवती के गैरजातीय होने की वजह से परिजन विरोध कर रहे थे। कई बार इसको लेकर शिक्षक की परिजनों से झगड़े की स्थिति भी पैदा हो गई थी।

कुछ लोग शिक्षक के आत्महत्या करने तो कुछ लोग गुस्से में परिजनों की ओर से गर्दन पर प्रहार कर हत्या करने की बात कह रहे हैं। पुलिस को इस केस की अभी कोई जानकारी नहीं है।

रजबपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 35 वर्षीय युवक चौधरपुर के पास एक निजी स्कूल में शिक्षक था। वह पड़ोसी गांव की एक गैरजाति की युवती को ट्यूशन पढ़ाता था। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया।

दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। युवती दिल्ली में पीएचडी कर रही है। शिक्षक युवती को घर में रखना चाहता था, लेकिन उसके परिजनों को यह मंजूर नहीं था। कई बार उसका परिजनों से इसी बात को लेकर विवाद हुआ।

सोमवार को शिक्षक ने प्रेमिका को जल्द घर में लाकर रखने का आश्वासन दिया था। वह उसे लेने दिल्ली जाने वाला ही था। इसको लेकर परिजनों से विवाद हो गया। इधर, गर्दन पर गहरी चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई। घर में बाथरूम के पास उसकी लाश पड़ी थी।

आनन फानन में परिजनों ने उसे तिगरी गंगा घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। गांव में आत्महत्या कर लेने और प्रेमिका को लाने की जिद करने पर परिजनों की पिटाई से शिक्षक की मौत होने की चर्चा भी चल रहीं हैं। हालांकि पुलिस ऐसी किसी सूचना से अनभिज्ञता जाहिर कर रही है।

मतदाता के पहचान पत्र पर सलमान खान का नाम और तस्वीर

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
हैदराबाद में चौंका देने वाली घटना सामने आई है। वहां निकाय चुनावों के लिए आधिकारिक तौर पर जारी एक पहचान पत्र पर बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान का नाम और उनकी तस्वीर मिली। हैदराबाद के पुराने शहर में एक मतदान केंद्र के कर्मचारी उस वक्त दंग रह गए, जब मंगलवार को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में मतदान करने आए मतदाता के पहचान पत्र पर सलमान खान का नाम और तस्वीर थी।
कार्ड के अनुसार, सलमान के पिता का नाम सलीम खान है। इसमें उनकी उम्र 64 वर्ष दी हुई है, जबकि उनकी असल उम्र 50 साल है। अधिकारियों ने चारमीनार संभाग के गोलीपुरा में मतदान केंद्र पर उस व्यक्ति को मतदान की अनुमति नहीं दी।
लोगों का कहना है कि यह घटना चुनाव अधिकारियों द्वारा पहचान पत्र जारी करने के तौर-तरीके को दर्शाती है। शहर के निवासी सैयद हैदर ने कहा, “जो यहां के वास्तविक मतदाता हैं, उन्हें या तो पहचान पत्र दिए ही नहीं गए हैं या सूचना के बिना नाम हटा दिए गए हैं।”

बाराबंकी : एसप़ी ने कई दरोगा को किया इधर से उधर

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी एसपी द्वारा किए गए फेरबदल के तहत सुबेहा थानाध्यक्ष रहे जावेद इकबाल खान को वहां से हटाकर क्राइम ब्रांच स्वाट टीम प्रभारी बनाया गया है। वहीं शहर कोतवाली के बड़ेल चौकी इंचार्ज विश्वनाथ यादव को सुबेहा एसओ बनाया गया है। कोतवाली नगर में ही तैनात हीरा सिंह को बड़ेल चौकी प्रभारी बनाया गया है।

कोतवाली के ही अरविंद शर्मा को असंद्रा थाना की दिलावलपुर चौकी का प्रभारी बनाया गया है। वहीं बड्डूपुर थाने से दरोगा अशरफ अली को सफदरगंज थाने में तैनाती दी गई है।

महिला ने गैंगरेप से बचने के लिए दरिंदे का लिंग दांतों से काटा

दरअसल, 30 साल की महिला को तीन लोगों ने जबरन अपहरण कर लिया और गैंगरेप करने के लिए छोटे से मकान में ले गए। इन तीनों ने जबरन महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की कोशिश की, महिला ने खुद को बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पिघला।
फिर महिला ने गैंगरेप से बचने के लिए ऐसा कदम उठाया, जिसे देखकर दरिंदे भी सकते में आ गए। बाद में उस दरिंदे ने वहां से भागकर किसी तरह जान बचाई, अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, इसी दौरान महिला का गुस्सा भी भड़क उठा उसने एक आरोपी के लिंग को दांत से काट डाला, महिला के इस तेवर को देखते हुए अन्य आरोपी घटनास्थल से भाग खड़े हुए।
अब पुलिस इन तीन आरोपियों की तलाश कर रही है. खासकर पुलिस की पैनी नजर उस आरोपी पर है, जिसका लिंग महिला ने काट दिया था। पुलिस को शक है कि आरोपी आसपास के ही किसी अस्पताल में अपना इलाज करा रहा होगा, ऐसे में उसे ढूंढने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।
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गन्ना भुगतान पर उठी सियासत समाजवादी पार्टी ने अपनी सफाई दी

लखनऊ. प्रदेश भर में गन्ना किसानो के भुगतान पर उठी सियासत के बीच मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने अपनी सफाई दी है. सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि पेराई सत्र 2015-16 में 230.00 रूपए प्रति कुंतल की दर से 14 दिन पूर्व की अवधि तक देय गन्ना मूल्य 6441.47 करोड़ रूपए है। इसके सापेक्ष 1 फरवरी,2016 तक 3502.69 करोड़ रूपए का भुगतान हो चुका है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि दूसरी किश्त का पेराई की समाप्ति की तिथि से 3 माह के अंदर पूर्ण रूप से गन्ना मूल्य का भुगतान हो जाएगा।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी सरकार किसानों की है और हर तरह से किसानों के हित के लिए तत्पर है, उसकी खिलाफत करते हुए कुछ तत्व किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे है। गन्ना किसानों को सही स्थिति बताने के बजाय उन्हें भ्रमित करने में लगे है। इस तरह वह न तो प्रदेश का भला कर रहे हैं और नहीं किसानों का। गन्ना किसानों की तकलीफों के प्रति मुख्यमंत्री जी की संवेदनशीलता जगजाहिर है। समाजवादी सरकार के विरूद्ध आंदोलन, प्रदर्शन और कुप्रचार करने का कोई औचित्य नहीं है।Image result for image rajendra chaudhary

ब्लाक प्रमुख चुनाव रोकने आदेश को हाईकोर्ट ने किया खारिज

यूपी में उपचुनाव वाले क्षेत्रों में ब्लॉक प्रमुख चुनाव रोकने के राज्य सरकार के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया.
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि चुनाव आयोग के आदेश के बगैर सरकार चुनाव नहीं रोक सकती. हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ब्लॉक प्रमुख चुनाव रोकने के आदेश को खारिज कर दिया है.lucknow-high-court

महागठबंधन पर भड़की सपा, उड़ाया JDU का मजाक

समाजवादी पार्टी (सपा) ने बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में भी सपा के बगैर चुनावी गठबंधन बनाने की राह तलाश रहे जनता दल यूनाईटेड की बौद्धिक क्षमता  और राजनीतिक समझ का उपहास उड़ाया है। उपहास उड़ाते हुए सपा ने कहा कि जिन्होंने कभी संघर्ष नहीं किया और हमेशा सत्ता में कृपाकांक्षी रहे, वही अब महागठबंधन बनाने की हवाई चर्चा में लग गए हैं।यूपी में महागठबंधन पर भड़की सपा, उड़ाया जेडीयू का मजाक
सपा के प्रांतीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विरुद्ध महागठबंधन के समर्थक जब बीजेपी विरोधी किसी अभियान में शामिल ना होने की बात करते हैं तो उनकी बौद्धिक क्षमता और राजनीतिक समझ उपहास की पात्र बन जाती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सांप्रदायिक राजनीति पर सिर्फ सपा ने ही अंकुश लगाया है। सपा का अटूट गठबंधन पहले ही प्रदेश की 22 करोड़ की जनता के साथ है।सपा प्रवक्ता ने जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव पर परोक्ष रूप से तंज करते हुए कहा कि जिन्हें जनता पर विश्वास नहीं है वे ही महागठबंधन की बात करते हैं। बसपा के तानाशाही राज से सिर्फ सपा कार्यकर्ताओं ने ही संघर्ष किया था, जिन्होंने कभी संघर्ष नहीं किया और हमेशा सत्ता के कृपाकांक्षी रहे, वही अब महागठबंधन बनाने की हवाई चर्चा में लग गए हैं। प्रवक्ता ने कटाक्ष किया कि जिस तरह रूस में बारिश होने पर भारत के कम्युनिस्ट लोगों के छाता तान लेने की चर्चाएं थीं, वही हाल महागठबंधन वालों का है, जो पड़ोसी बिहार की जीत से अति उत्साह के शिकार बन गए हैं।Image result for image sapa sarkar
चौधरी ने कहा कि जनता समझ रही है कि प्रदेश में विकास के मोर्चे पर जो काम तेजी से हो रहे हैं, उनमें अवरोध पैदा करने वाले तत्व अब नए-नए मुखौटे लेकर आएंगे। जनता इनको खूब पहचानती है। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के साथ गठबंधन करने का स्पष्ट संकेत देते जेडीयू के मुखिया शरद यादव ने कहा था कि बिहार की तरह इस सूबे में भी महागठबंधन बनाने के लिए बातचीत चल रही है।

MLC टिकट में अखिलेश की धाक, करीबियों का जलवा

उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार पार्टी के भीतर सत्ता केन्द्रों के चहेतों को उपकृत करने की जुगत में लग गयी है. उत्तर प्रदेश की विधान परिषद् के लिए पार्टी ने 34 सीटों के लिए जिन 31 नामों का ऐलान किया है कम से कम उस से तो यही साबित होता है. विधान परिषद् प्रत्याशियों की सूची को देखने से साफ़ पता चलता है की सपा के सभी दमदार नेताओं ने अपने लोगों को फिट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
समाजवादी पार्टी के बेस वोट माने जाने वाले यादव बिरादरी के प्रत्याशियों की सूची में सबसे ज्यादा जगह मिली है. यादव बिरादरी के 16 लोगों को शामिल कर पार्टी ने इस जाति को अपने पाले में रखने की पूरी कोशिश की है वहीँ 4 टिकट मुसलमानों को देकर अपना एमवाई समीकरण बरकरार रखने की कोशिश की है. तो 5 राजपूतो को भी टिकट दिया गया है. इसके आजवा 2 कुर्मी, 1 जाट और एक गुज्जर को प्रतिनिधित्व दिया गया है. सूबे की प्रमुख राजनितिक जाति ब्राह्मण का प्रतिनिधित्व नगण्य ही रहा. 31 में से सिर्फ 1 ब्राह्मण को जगह मिली है.
हाल के दिनों में ठाकुरों को साधने में लगी सपा ने 5 टिकट इस बिरादरी को भी दिया है.जिसमे निर्दलीय विधायक और सपा सरकार के मंत्री रघुराज प्रताप सिंह “ राजा भैया” के करीबी अक्षय प्रताप सिंह का नाम भी शामिल है.
प्रत्याशियों की सूची में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नौजवान ब्रिगेड के लोगों के नाम तो शामिल हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया को भी इस सूची में जगह मिली है. इन दोनों को कुछ दिन पहले सपा मुखिया मुलायम सिंह ने पंचायत चुनाव में कथित रूप से विह्रोहियों की मदद करने आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया था. इस बात से अखिलेश यादव काफी नाराज हुए और अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए सैफई महोत्सव के उदघाटन समारोह में भी नहीं गए थे. अखिलेश के इस दबाव के बाद सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया का निलंबन यह कहते हुए वापस लिया गया था कि इन लोगों ने अपनी गलती मान ली है.Image result for image sapa sarkar
अखिलेश यादव के एक और करीबी उदयवीर सिंह को भी टिकट मिला है. उदयवीर सिंह सैनिक स्कूल के पृष्ठभूमि के हैं और नेपाल में राहत के लिए भेजे गए समाजवादी पार्टी के युवाओं के दल के मुखिया थे.
इस सूची में कुछ एक बहुत विवादित नाम भी है. कानपूर देहात से जिस कल्लू यादव को टिकट मिला है वह एआरटीओ पर फायरिंग कराने का आरोपी रहा है. कल्लू पर बालू ट्रकों से अवैध वसूली का सिंडीकेट का आरोप भी है. इसी तरह हिस्ट्रीशीटर अमीरचंद्र पटेल को भी वाराणसी से टिकट मिला है . अमीरचंद्र पटेल पर  सपा का टिकट,गैंगस्टर, रेप समेत 28 मुकदमें दर्ज हैं ,प्रशासन ने अमीरचंद्र पटेल को भूमाफिया भी चिन्हित किया है. अमीर चन्द बीएसपी से 2004 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके  है  और करीब 2 साल जेल काट कर अमीरचंद्र फ़िलहाल जमानत पर बाहर  है. विधान सभा के आसन्न चुनावो के लगभग एक साल पहले होने वाले यूपी विधान परिषद् के चुनाव समाजवादी पार्टी की वोटरों पर पकड़ बताएँगे. स्थानीय निकायों के MLC की 34 सीटो के लिए होने वाले चुनावों से सपा की जमीनी पकड़ का भी अंदाजा लगाया जायेगा. हाल ही हुए पंचायत चुनावो में सपा समर्थित उम्मीदवारों को बड़ी सफलता मिली थी जिसमे सत्ताधारी दल पर दबाव की राजनीति के आरोप भी लगे थे. इन 34 सीटों में से आज समाजवादी पार्टी ने 31 सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी.
पार्टी मुख्यालय से जारी होने वाली सूची में एक तरफ जातीय समीकरणों को ध्यान में रखा गया है तो वहीँ अखिलेश यादव के चहेते माने जाने वाले युवा नेताओं को भी जगह मिली है.

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...