ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमरोहा जिले में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय आह्वान पर हजारों किसानों ने रजबपुर में हाईवे पर जाम लगा दिया। दोपहर करीब एक बजे लगाया गया जाम रात आठ बजे मुख्यमंत्री की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को 15 दिन में समस्याओं का निस्तारण किए जाने का आश्वासन दिए जाने पर खुला।
इस दौरान किसान शांतिपूर्ण ढंग से हाईवे पर डटे रहे और जिला प्रशासन की ओर से भेजे गए एसडीएम को विनम्रतापूर्वक लौटा दिया। किसानों की एकजुटता को देखकर पुलिस भी पीछे हट गई थी।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यक्रम के मुताबिक, सोमवार दोपहर हजारों किसान रजबपुर बाजार में पहुंचे। यहां की गई पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार पूंजीपूतियों के हाथ में खेल रहीं हैं।
चार साल में महंगाई कहां पहुंच गई, मगर गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया गया है। सरकारें किसानों को कमजोर समझने की भूल कर रहीं हैं। किसान विरोधी सरकारों को चुनावों में सबक सिखाया जाएगा। करीब एक बजे किसान हाईवे पर आकर पाल और दरियां बिछाकर बेमियादी धरने पर बैठ गए। ट्रैक्टर ट्राली खड़े कर जाम लगा दिया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि गन्ने का भाव 350 रुपये से कम और किस्तों में भुगतान स्वीकार नहीं हैं। मजबूर किए गए तो उग्र आंदोलन व जेल जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। रात करीब आठ बजे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का फोन आया, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 15 दिन में समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया है।
इसके बाद ही किसान हाईवे से हटे। इस दौरान रामपाल सिंह, जयपाल सिंह, भगवंत सिंह, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, सीता आर्य, काले सिंह, समरपाल सिंह, भगवान सिंह, धर्मवीर सिंह तथा रालोद के जिलाध्यक्ष रामवीर सिंह व शूरवीर सिंह भी धरने पर बैठने वालों में शामिल रहे।
नलकूप की लाइन काटी तो अच्छा नहीं: उम्मेद सिंह
रजबपुर। हाईवे पर बैठे भाकियू जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि गन्ने के रेट नहीं बढ़ने तथा भुगतान नहीं मिलने के कारण किसान संकट से गुजर रहे हैं, मगर बिजली विभाग ने हद कर दी है। बिल जमा नहीं करने वाले किसानों के नलकूपों की लाइन काटी जा रही है।
जब किसान का भुगतान नहीं हुआ तो वह कहां से बिल जमा करे। जिलाध्यक्ष ने विद्युत विभाग को चेताते हुए कहा कि 31 मार्च तक बिल जमा नहीं करने वाले किसी भी किसान के नलकूप की लाइन काटी गई तो अच्छा नहीं होगा।
किसानो का रुख देख सहमे एसडीएम
रजबपुर। प्रदेश व्यापी बेमियादी धरने के तहत रजबपुर में हाईवे जाम कर बैठे किसानों को समझाने के लिए एसडीएम सदर मोहम्मद नईम उनके बीच पहुंचे। समझाने की कोशिश की, लेकिन किसानों का रुख देख एसडीएम को लौटना पड़ा। बाद में फोर्स के साथ किसानों के धरने में पहुंचे।
अमरोहा जिले में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय आह्वान पर हजारों किसानों ने रजबपुर में हाईवे पर जाम लगा दिया। दोपहर करीब एक बजे लगाया गया जाम रात आठ बजे मुख्यमंत्री की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को 15 दिन में समस्याओं का निस्तारण किए जाने का आश्वासन दिए जाने पर खुला।
इस दौरान किसान शांतिपूर्ण ढंग से हाईवे पर डटे रहे और जिला प्रशासन की ओर से भेजे गए एसडीएम को विनम्रतापूर्वक लौटा दिया। किसानों की एकजुटता को देखकर पुलिस भी पीछे हट गई थी।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यक्रम के मुताबिक, सोमवार दोपहर हजारों किसान रजबपुर बाजार में पहुंचे। यहां की गई पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी विजयपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार पूंजीपूतियों के हाथ में खेल रहीं हैं।
चार साल में महंगाई कहां पहुंच गई, मगर गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया गया है। सरकारें किसानों को कमजोर समझने की भूल कर रहीं हैं। किसान विरोधी सरकारों को चुनावों में सबक सिखाया जाएगा। करीब एक बजे किसान हाईवे पर आकर पाल और दरियां बिछाकर बेमियादी धरने पर बैठ गए। ट्रैक्टर ट्राली खड़े कर जाम लगा दिया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि गन्ने का भाव 350 रुपये से कम और किस्तों में भुगतान स्वीकार नहीं हैं। मजबूर किए गए तो उग्र आंदोलन व जेल जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। रात करीब आठ बजे राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का फोन आया, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 15 दिन में समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया है।
इसके बाद ही किसान हाईवे से हटे। इस दौरान रामपाल सिंह, जयपाल सिंह, भगवंत सिंह, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, सीता आर्य, काले सिंह, समरपाल सिंह, भगवान सिंह, धर्मवीर सिंह तथा रालोद के जिलाध्यक्ष रामवीर सिंह व शूरवीर सिंह भी धरने पर बैठने वालों में शामिल रहे।
नलकूप की लाइन काटी तो अच्छा नहीं: उम्मेद सिंह
रजबपुर। हाईवे पर बैठे भाकियू जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह ने कहा कि गन्ने के रेट नहीं बढ़ने तथा भुगतान नहीं मिलने के कारण किसान संकट से गुजर रहे हैं, मगर बिजली विभाग ने हद कर दी है। बिल जमा नहीं करने वाले किसानों के नलकूपों की लाइन काटी जा रही है।
जब किसान का भुगतान नहीं हुआ तो वह कहां से बिल जमा करे। जिलाध्यक्ष ने विद्युत विभाग को चेताते हुए कहा कि 31 मार्च तक बिल जमा नहीं करने वाले किसी भी किसान के नलकूप की लाइन काटी गई तो अच्छा नहीं होगा।
किसानो का रुख देख सहमे एसडीएम
रजबपुर। प्रदेश व्यापी बेमियादी धरने के तहत रजबपुर में हाईवे जाम कर बैठे किसानों को समझाने के लिए एसडीएम सदर मोहम्मद नईम उनके बीच पहुंचे। समझाने की कोशिश की, लेकिन किसानों का रुख देख एसडीएम को लौटना पड़ा। बाद में फोर्स के साथ किसानों के धरने में पहुंचे।
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