Saturday, February 17, 2018

रेप का आरोपी कांग्रेस विधायक फरार, पुलिस ने भगोड़ा करार दे इनाम किया घोषित


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो

भोपाल. जर्नलिज्म की स्टूडेंट के किडनैपिंग और रेप के आरोपी कांग्रेसी विधायक हेमंत कटारे को पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर, उसकी गिरफ्तारी पर ईनाम घोषित कर दिया है. कटारे पर स्टूडेंट का किडनैप कर उसके साथ रेप करने का आरोप है. स्टूडेंट की शिकायत पर पुलिस ने विधायक हेमंत कटारे के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया और फिर जांच के लिए एसआईटी बनाई है. स्टूडेंट का आरोप है कि कटारे ने उसे भोपाल स्थित अपने जिम और दिल्ली के एक होटल बुलाकर कई बार उसका रेप किया था.


मध्य प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस विधायक हेमंत कटारी की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. रेप का आरोपी कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे फरार चल रहा है. भोपाल-साउथ के एसपी राहुल कुमार लोधा ने मीडिया को बताया कि हेमंत कटारे की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया. कटारे को कई कई समन जारी करने के बाद भी वह पुलिस के सामने पेश नहीं हुआ है. इसी मामले में फरार दूसरे आरोपी विक्रमजीत सिंह पर भी 10 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ है, वह अर्रोप लगाने वाली स्टूडेंट का सहयोगी है.

इस मामले में कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने जर्नलिज्म की स्टूडेंट और उसके साथी विक्रमजीत सिंह पर ब्लैकमेल करने की शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत के बाद पर पुलिस ने स्टूडेंट को 24 जनवरी को पांच लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इस मामले में आरोपी विक्रमजीत सिंह मौके से फरार हो गया था. लेकिन इसके बाद इस केस तब नया मोड़ आया जब पैसे लेते रंगे हाथों पकड़ी गई स्टूडेंट ने ने दो फरवरी को जेल से ही कटारे के खिलाफ किडनैपिंग, रेप और आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज करा दिया. अदालत से आरोपी स्टूडेंट को बेल मिलने के बाद उसे छह फरवरी को जेल से रिहा कर दिया था.

स्वच्छ भारत अभियान का सच...बदबू से बस स्टेशन इलाके में सांस लेना हुआ मुश्किल

रिपोर्ट राम-बहादुर 
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज। रोडवेज बस स्टेशन के सामने बना शौचालय सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं अपितु आसपास रहने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। नियमित सफाई के अभाव में यहां गंदगी व्याप्त है। यहां से उठने वाले दुर्गंध के कारण यात्री ही नहीं बल्कि आसपास रहने वाले लोग भी परेशान हैं। हालत यह है कि लोगों के लिए सांस ले पाना तक मुश्किल हो गया है।
आसपास के लोगों को अब यह डर सताने लगा है कि अविलंब सफाई कराकर कीटनाशक का छिड़काव नहीं कराया गया तो संक्रामक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। विभाग के अधिकारी भी इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं हैं। गेट पर ही शौचालय होने के बावजूद गंदे जल की निकासी की व्यवस्था तक नहीं है। बस स्टेशन के पास से होकर जाने वाला नाला जाम पड़ा है। इसके चलते गंदा पानी नाली में एकत्र पड़ा है। गेट के पास स्थित नाली में गंदा जल एकत्र होने से यात्री परेशान रहते हैं। गेट के पास अगर बस खड़ी रहती है तो दुर्गंध के कारण उसमें बैठने तक से परहेज करते हैं

तहसील कर्मियो की मिलीभगत से जीवित को मृत दर्शाकर करा ली जमीन की वरासत-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा वजीरगंज उदयपुर ग्रंट गांव में जीवित व्यक्ति को तहसील कर्मियों की मिलीभगत से अभिलेखों में मृत दर्शाकर सवा तीन एकड़ जमीन का वरासत करा लिया गया। अदालत के आदेश पर शुक्रवार को थाना वजीरगंज में पांच लोगों के खिलाफ मारपीट, धमकी, जालसाजी व गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। थाना वजीरगंज क्षेत्र के उदयपुर ग्रंट गांव के रहने वाले रामसिंह मौर्य ने अदालत के आदेश पर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि इसी ग्राम सभा में उसके नाम से सवा तीन एकड़ जमीन है। 
जिसे सेहरिया गांव निवासी सुग्रीव सिंह ने तहसील कर्मियों से मिली भगत कर अभिलेखों में उसे मृत दर्शाकर उसके नाम दर्ज सवा तीन एकड़ जमीन को अपने नाम वरासत करा लिया। रामसिंह मौर्य का आरोप है कि सुग्रीव सिंह ने उसी जमीन को बंधक रखकर इलाहाबाद बैंक की शाखा तुर्काडीहा से 4 जुलाई 13 को 4 लाख कर्ज भी ले लिया। 
रामसिंह ने बताया कि इसकी जानकारी उसे अपने गांव के ही रहने वाले जानकी प्रसाद से मिली। जानकी प्रसाद ने खतौनी सही कराने के नाम पर उससे तीन किश्तों में 72 हजार ले लिए। काफी फरियाद करने के बाद 2 मई 2015 को सुग्रीव सिंह का नाम निरस्त कर उसका नाम पुन: खतौनी में दर्ज हुआ। रामसिंह का आरोप है कि 12 अगस्त 17 को जानकी प्रसाद उसके बेटे डब्लू, बृजेश व पिंटू उसके दरवाजे पर आ धमके और अभद्रता करते हुए उसे मारा-पीटा।

राम सिंह मौर्य ने थाना वजीरगंज में सुग्रीव सिंह, जानकी प्रसाद, डब्लू, बृजेश व पिंटू के खिलाफ मारपीट, धमकी, जालसाजी व गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष विनोद कुमार सरोज ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

रायबरेली : शिक्षिका से लूट लिया पांच लाख रूपया


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
रायबरेली. योगी सरकार के लाख सख्ती के बाद भी अपराधियों के हौसले कम नहीं हो रहे हैं. अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे सफाया अभियान के बाद भी उनका आपराधिक घटनाएं कम नहीं हो रही है, जिसका नजारा शनिवार को शहर देखने को मिला. शनिवार को बाइक सवार बदमाशों ने एक महिला शिक्षिका से पांच लाख रुपयों से भरा बैग लूट लिया। लूटपाट के बाद बदमाश फरार हो गए। पीड़िता बैंक से पैसा निकाल घर जा रही थी. शिक्षिका ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस काफी देर तक मौके पर नहीं पहुंची। सनसनीखेज वारदात की सूचना पर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी ने घटनास्थल पहुंच कर जांच पड़ताल के बाद भुक्तभोगी शिक्षिका से भी पूछताछ की। कोतवाली क्षेत्र के मधुकरपुर नवीन निवासी देवेंद्र कुमार की पत्नी राजेश्वरी प्राथमिक विद्यालय पूरे शंकर बक्स सिंह मनेहरू गांव में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. वह मुराई बाग स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक पहुंची और अपने खाते से पांच लाख रुपए निकाले.पैसे निकलवा कर वह टेंपो से घर जा रही थी. इसी बीच एक बाइक पर सवार दो बदमाश उनका पीछा करने लगे। मधुकरपुर तिराहे के पास टेंपो से उतरी महिला के हाथों में रुपयों से भरा नोटों का बैग बाइक सवार बदमाशों ने असलहे के बल पर लूट लिया। जब तक महिला और वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते तब तक बदमाश बैग लेकर भाग गए. महिला ने घटना की सूचना पुलिस को तुरंत ही दी लेकिन पुलिस काफी देर तक नहीं पहुंची। एसपी शिवहरी मीणा ने बताया कि बदमाशों की तलाश की जा रही है। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। बदमाशों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।

महराजगंज:नौतनवा में गला रेत कर बुजुर्ग की हत्या-सनसनी



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज के नौतनवा क्षेत्र मे एक बुजुर्ग की गला रेतकर न हत्या का मामला सामने आया है। इस सनसनीखेज वारदात से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
नौतनवां थाने के महुअवा दुर्गापुर गांव में एक बुजुर्ग की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के मुताबिक 65 वर्षीय बुजुर्ग रामबवन गुप्ता पनियरा के मुल निवासी थे लेकिन पिछले कई सालो से वो इस गांव में रह रहे थे। मृतक रामबवन गुप्ता का कोई संतान नहीं था। बताया जा रहा है कि सम्पत्ति को लेकर बुजुर्ग की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर  पुलिस अधीक्षक महराजगंज, सीओ नौतनवा व नौतनवा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। शव को पुलिस ने अपने कब्ज़े में लेकर आवश्यक  कार्यवाही एवं  हत्या की जांच पड़ताल में जुट़ गयी है।

Friday, February 16, 2018

साहब मेरे बेटे की हत्या के पीछे विधायक और एसओ का हाथ’

‘साहब ! बेटे की हत्या के पीछे विधायक और एसओ का हाथ’
डीएम को ज्ञापन देने जाती मृतक मनीष की मां व दादी।
सिद्धार्थनगर।मनीष शुक्ला हत्याकांड में उसके परिजनों ने एसओ के साथ ही शोहरतगढ़ विधायक को भी आरोपों के घेरे में ले लिया है। मनीष की मां, दादी और मामा ने हत्या में विधायक व एसओ का हाथ होने का आरोप लगाते हुए डीएम से गुहार लगाई है। परिजनों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित प्रार्थनापत्र डीएम को सौंपकर घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।डीएम को दिए गए प्रार्थनापत्र में छात्र मनीष शुक्ला के मामा अलीदापुर गौरा बाजार निवासी रवींद्र कुमार मिश्र ने कहा है कि 21 जनवरी को शोहरतगढ़ स्थित शिवपति पीजी कॉलेज के छात्रावास से संदिग्ध हाल में मनीष लापता हो गया था। दूसरे दिन बानगंगा बैराज पर उसकी जैकेट व जूते मिले थे। पुलिस ने 25 जनवरी को बैराज में जाल डालकर खोजबीन की लेकिन उसका शव नहीं मिला। 29 जनवरी को उसी स्थान पर नदी में मनीष की लाश मिली।

डीएम को सौंपे गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि एसओ के संरक्षण में मनीष का अपहरण हुआ था। जांच क्राइम ब्रांच को मिलने के बाद एसओ ने अपहर्ताओं से कहकर मनीष की हत्या करा दी और लाश नदी में डलवा दी गई। इस मामले में शोहरतगढ़ विधायक का भी हाथ है। विधायक हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, डीएम से मिलने पहुंचीं मनीष की मां व दादी ने भी विधायक व एसओ पर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
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विधायक बोले
मुझ पर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। इस मामले से मेरा कोई सरोकार नहीं है। छात्र के परिजन किसी भी एजेंसी से जांच करा सकते हैं। हत्या करने वाले पकड़े जाएं, इसके लिए मैं खुद पीड़ित परिवार के साथ हूं। - चौधरी अमर सिंह, विधायक, शोहरतगढ़

छात्रा के साथ चलती ट्रेन में दुष्कर्म, इंसानियत शर्मसार


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
रांची. जिस घटना की जानकारी हम आप को देने जा रहे है, वह आपकों शर्मसार कर देगी. देश में इंसानियत बची है या नहीं, ट्रेन में घटी यह घटना आपकों सब कुछ बता देगी. हम बात कर रहे हैं मुरी स्टेशन की जहां पर एक 19 वर्षीेय छात्रा के साथ तीन विकृत मानसिकता के लोगों ने दष्कर्म किया. बताया गया कि दिल्ली से आ रही आनंद विहार-रांची एक्सप्रेस में मुरी स्टेशन के समीप 19 वर्षीय छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। तीन अज्ञात युवकों ने एस-3 बोगी में घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद घर पहुंची पीड़ित लड़की ने खुदकुशी करने की कोशिश की. घटना मुरी स्टेशन पर छह फरवरी को घटी थी. पीड़िता का एक स्थानीय अस्पताल , इलाज चल रहा है. सदमे के कारण वह कुछ नहीं कह पा रही थी। अब जाकर उसने किसी तरह हिम्मत जुटाकर मामले का खुलासा किया। शुक्रवार को पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना पर त्वरीत कार्रवाई के लिए एक एसआईटी टीम का भ गठन किया गया. ताकि शीघ्र ही मामले का पर्दाफाश हो और आरोपितों को गिरफ्तार किया जा सके। पीड़ित छात्रा पंजाब के फजिल्का की रहने वाली है। रांची के कडरू स्थित एक संस्थान में पढ़ाई करती है। छात्रा के जहर खाने के बाद उसे गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद चुटिया पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया और रांची जीआरपी थाने को भेज दिया है। जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू कर दी है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि पांच फरवरी को आनंद विहार स्टेशन से रात के दस बजे ट्रेन पर चढ़ी थी। दूसरी रात करीब 12 बजे रांची स्टेशन से पहले मुरी के पास एक युवक आया और उसके मुंह को दबा दिया। इसके बाद अन्य तीन युवकों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। आरोपियों ने पूरी लाइट बुझा दी थी। संभवत: तब बोगी में अन्य यात्री नहीं थे। दुष्कर्म करने के बाद युवक रांची से पहले ही ट्रेन से उतर गए। पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई। तनाव में आकर उसने जहर खा लिया। उल्टी होने पर उसे गुरुनानक अस्पताल पहुंचाया गया। एसआइटी का गठन रेल एसपी संगीता तिवारी ने फरार दुष्कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया है। जिसमें एक डीएसपी और चार इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल किए गए हैं। युवती ने आरोपितों के हुलिए भी पुलिस को बताए हैं। पुलिस मुरी, नामकुम और रांची रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है। इससे पहले के स्टेशनों के भी फुटेज मंगवाए गए हैं। इस दौरान चलती ट्रेन में तीन युवक कहां से आए और बोगी पूरी तरह खाली हो, यह कैसे संभव हो सकता है. छात्रा ने शोर क्यों नहीं मचाया, क्या ट्रेन में सुरक्षाकर्मी या टीटीई भ्रमण नहीं कर रहे थे.

पांच सूत्रीय मांगो को लेकर रसोइयो ने कलेक्ट्रेट पर दिया धरना-मंराजगंज से राम-बहादुर की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज। अखिल भारतीय मध्याह्न भोजन रसोइयां महासंघ के लोगों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने डीएम को पांच मांगों से संबंधित ज्ञापन भी दिया। धरनास्थल पर आयोजित सभा में संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजवंशी शर्मा ने आरोप लगाया कि आए दिन प्रधानाचार्य और अध्यापक रसोइयों को परेशान करते हैं। रसोइयों का मानदेय बढ़ाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसके बाद भी सरकार की तरफ से मानदेय बढ़ाने के संबंध में कोई शासनादेश जारी नहीं किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि रसोइयों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जिलाध्यक्ष बिंदु देवी और महासचिव सरस्वती देवी ने कहा कि रसोइयां विद्यालयों में बच्चों को खाना बनाकर खिलाती हैं। स्कूलों परिसर में सफाई भी करती हैं। अधिकारियों के आदेश पर विद्यालयों में अन्य काम भी करती हैं। उन्होंने रसोइयों को ड्रेस प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक वर्ष नियुक्ति फार्म भरवाती है, जो गलत है। यह सिलसिला बंद होना चाहिए। इस मौके पर छोटेलाल भारती, सुरेश विश्वकर्मा, विजय लाल श्रीवास्तव, फेरई गौतम, कौशिल्या तिवारी, जवाहर लाल कन्नौजिया, कैलाश नाथ मिश्रा, अनीता, माधुरी, सरोज आदि मौजूद रहीं।

आजमगढ़:बार बालााओं के साथ चेयरमैन ने लगाए ठुमके


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
आजमगढ़.नगर पंचायत के समारोह में डांस का आयोजन किया गया, इस दौरान बार-गल्र्सों ने जमकर ठुमके लगाए. इसी बीच मौजूद क्षेत्र के चेयरमैन साहब भी सब कुछ भूल कर पैर थिरकाने लगे. कभी हाथ पकड़ तो कभी शर्ट के बटन खोलकर डांस किया। मामला जिले में अजमतगढ़ नगर पंचायत का है। यहां एक समारोह में बार-बालाओं के डांस का आयोजन रखा गया. इस दौरान क्षेत्र के चेयरमैन पारसनाथ सोनकर भी मौजूद रहे. सब कुछ भूल कर चेयरमैन ने बॉलीवुड गानों पर बार गर्ल्स के साथ जमकर पैर थिरकाए. डांस करते हुए चेयरमैन साब ने अपनी सर्ट का बटन तक खेल डाले. समारोह में मौजूद किसी शख्स ने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया.

शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा DIOS ने रोका 10 कॉलेजों का वेतन-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा। जिले में शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व में जिला विद्यालय निरीक्षक रहे राम खेलावन वर्मा को इसी मामले में शासन ने निलंबित कर दिया था।पूर्व डीआईओएस ने करीब 41 शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी तरीके से की थी। इस मामले की जांच चल रही। लेकिन फर्जी शिक्षकों की जांच के कारण डीआईओएस ने दस सहायता प्राप्त इंटर कॉलेेजों के सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। 
वहीं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री विनय कुमार शुक्ल ने आयुक्त को ज्ञापन देकर आरोप लगाया है कि डीआईओएस कार्यालय में फर्जी नियुक्ति में दो कर्मचारियों की महती भूमिका है। 
कन्हैया लाल इंटर कालेज में लिपिक पद पर तैनात सुनील कुमार पिछले दस वर्षों से डीआईओएस कार्यालय में संबद्घ है जो नियम विरुद्घ है। साथ ही प्रधान सहायक अरुण पाठक पिछले कई साल से एक ही पटल तथा एक ही कार्यालय में संबद्घ हैं।डीआईओएस सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि संबद्घ कर्मचारियों की संबद्घता समाप्त की जाएगी। उन्होंने बताया कि नियुक्ति के मामले की जांच की जा रही है। इसलिए 10 विद्यालय का वेतन रोका गया है।

Thursday, February 15, 2018

अपात्रो को आवास मामले में सेक्रेट्री समेत 16 पर दर्ज होगा धोखाधड़ी का केस-बस्ती से के. एन. पाठक की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बस्ती। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शैला ने धोखाधड़ी और सरकारी धन के दुरुपयोग के मामले में सेक्रेटी, प्रधान समेत 16 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश लालगंज थानाध्यक्ष को दिया है। मामला कुदरहा ब्लॉक की बैसिया कला ग्राम पंचायत का है। इस मामले में गांव के संजय ने कोर्ट में अर्जी दी थी।
संजय ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान फूलचंद्र यादव, सेक्रेट्री सतीश चंद्र शुक्ल, ब्लॉक के अन्य कर्मी ने गांव की मिथलेश, कांती, सुशीला, नेहा, अजय, विजय, लवकुश, बिंदु, जग्गेलाल, अवधेश, इंद्रराज, पूनम एवं अभय को नियम विरुद्ध इंदिरा आवास अपात्रता के बावजूद आवंटित कर दिया। सूची में कुछ सामान्य जाति, कुछेक नाबालिग तो कुछ के नाम बीपीएल सूची में नहीं हैं।  कोर्ट ने सीडीओ और बीडीओ से आख्या तलब की। वादी की सूची और शपथ पत्र के माध्यम से दाखिल बीपीएल गणना की सूची और अधिकारियों की सूची में अंतर पाया गया। इस आधार पर कोर्ट ने उक्त के खिलाफ मुकदमा का आदेश दिया है।

मनरेगा में लापरवाही साहब पर पड़ी भारी 14 बीडीओ को नोटिस-बस्ती से के.एन. पाठक की रिपोर्ट



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बस्ती। मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजित करने में लापरवाही बरतने के आरोप में 14 बीडीओ को डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस पाने वालों में बीडीओ का प्रभार संभालने वाले पांच जिला स्तरीय अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने मानव दिवस सृजित करने में अपेक्षित प्रगति न होने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। 
शासन स्तर पर 16 फरवरी को मनरेगा के तहत हुए कार्यों की समीक्षा होनी है। इससे पहले बृहस्पतिवार को डीएम ने मनरेगा के तहत हुए कार्यों में प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान मानव दिवस सृजित किए जाने के मामले में 14 बीडीओ की लापरवाही सामने आई। इससे नाराज डीएम ने सभी 14 बीडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष के अंतिम दौर चल रहा है जबकि मनरेगा की अधिकांश ब्लॉकों में लक्ष्य के अनुरूप नहीं है। उन्होंने बताया कि किसी ब्लॉक में मनरेगा के कार्यों की अब तक सिर्फ 60 प्रतिशत प्रगति हो पाई तो कुछ ब्लॉकों में लक्ष्य का 85 प्रतिशत काम हुआ है।

इन्हें जारी हुआ नोटिस
रूधौली ब्लॉक के कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव, विक्रमजोत के प्रभारी एवं जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी आरएस पांडेय, कप्तानगंज के प्रभारी एवं परियोजना निदेशक आरपी सिंह, दुबौलिया के प्रभारी एवं राष्ट्रीय आजीविका मिशन के उपायुक्त महेंद्र कुमार पांडेय, बनकटी के प्रभारी एवं मनरेगा के उपायुक्त अनिल कुमार सिंह के अलावा साऊंघाट के संयुक्त बीडीओ आरबी श्रीवास्तव, रूधौली की मंजू द्विवेदी, रामनगर के हरिश्चंद्र, परशुरामपुर और हर्रैया के बीडीओ जितेंद्र सिंह, सदर ब्लॉक के बीडीओ प्रभाकर शंकर चौबे एवं बहादुरपुर की बीडीओ रेनू चौधरी को नोटिस जारी किया गया है।

आवास निर्माण के लिए तीसरी किस्त जारी
बस्ती। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 10352 लाभार्थियों को भवन निर्माण के लिए तीसरी किस्त जारी कर दी गई है। इस योजना के तहत अब तक 3508 आवासों  के निर्माण का काम पूरा हो चुका है। 
इस योजना के तहत जिले में 16393 आवासों के निर्माण का लक्ष्य है। इसके तहत अब तक 16279 लाभार्थियों को पहली किश्त के रूप में चार-चार हजार रुपये जारी किए जा चुके हैं। सीडीओ अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि सात-सात हजार रुपये की दूसरी किस्त भी 15713 लाभार्थियों के खाते में भेजी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आवास निर्माण का काम पूरा कराने के मामले में कप्तानगंज ब्लॉक की प्रगति सबसे अच्छी है। यहां लक्ष्य का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। सबसे कम साऊंघाट में सिर्फ 14 प्रतिशत काम हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में आवास निर्माण के काम की औसत प्रगति 32 प्रतिशत है।

आज पेश होगा यूपी का सबसे बड़ा बजट, जानें- क्या होगा सरकार का फोकस



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी में योगी सरकार का दूसरा बजट आज पेश होगा। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट हो सकता है। वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने पहला बजट 3.84 लाख करोड़ रुपये का पेश किया था। वित्त वर्ष 2018-19 का बजट करीब सवाल 4 लाख करोड़ के आसपास हो सकता है। वित्तमंत्री ने बृहस्पतिवार को बजट भाषण को अंतिम रूप दिया।

येागी सरकार ने खर्च घटाने व आय बढ़ाने के लिए कई नई पहल की है। ई-गवर्नेंस को अपनाया गया है। इसके अलावा जीएसटी में यूपी को सबसे ज्यादा फायदा मिला है और केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी अब तक सर्वाधिक रहने वाली है। ऐसे में यह बजट अब तक सबसे बड़ा होगा।

यह उम्मीद

- तीन नए एक्सप्रेस-वे, पांच शहरों में मेट्रो, सबके लिए आवास, किसानों की आय बढ़ाने के लिए घोषणा हो सकती है।

- बेसिक स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराने की पहल आगे बढ़ाएंगे।

- रोजगार और कौशल विकास के साथ कई नई पहल की उम्मीद।

- लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए नया एलान संभव।

- सातवें वेतनमान के एरिअर के लिए बजट में इंतजाम की उम्मीद।

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो

लखनऊ: राजधानी में गुरुवार को हजारों बीटीसी शिक्षकों ने हजरतगंज चौराहे पर जबरदस्त प्रदर्शन किया. यूपी के जिलों से आए शिक्षक 12460 भर्ती की बहाली को लेकर चारबाग से हजरतगंज रोड जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे. तभी मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी से उनकी झड़प हो गई. घसीटते हुए पुलिस शिक्षकों को साथ ले गई। बता दें, बीटीसी शिक्षकों की मांग है कि सपा सरकार में निकाली गई थी भर्ती जिसको योगी सरकार बहाल करें. वहीं बताया जा रहा है पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का बल का प्रयोग किया.

बता दें, अखिलेश सरकार में 15 दिसंबर 2016 को 12460 शिक्षक भर्ती का शासनादेश आया था. जिसमें बीटीसी परीक्षा पास युवाओं ने आवेदन किया था. चुनाव आने की वजह से भर्तियों पर रोक लगा दी गई। चुनाव बाद भर्ती प्रक्रिया फिर से शुरू हुई, जिसमें काउंसलिंग भी हो गई. मेरिट लिस्ट आई और चयन भी हो गया. अब केवल 31 मार्च को नियुक्ति पत्र मिलना बाकी था. योगी सरकार ने 23 मार्च को भर्ती की समीक्षा के नाम पर रोक लगा दी.
तब से लेकर आज तक रोक लगी हुई है। इस दौरान 12460 में चयनित अध्यापक दर दर भटक रहे है.

हैंडपंप के री-बोर के नाम पर करोडो का घोटाला-महराजगंज से राम-बहादुर की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज जिले में इंडिया मार्का हैंडपंप के री-बोर के नाम पर चार करोड़ 94 लाख 98 हजार 200 रुपए का बड़ा घोटाला हुआ है! मामला सामने आने पर डीपीआरओ ने जांच शुरू कराई तो सभी ग्राम पंचायतों में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। री-बोर के नाम पर निकाले गए धन को पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान ने मिलकर बांट लिया। कोरम पूरा करने के लिए हैंडपंप की बस मरम्मत ही कराया। वित्तीय वर्ष 2017-18 में जल निगम ने ग्राम पंचायतों में खराब पड़े हैंडपंपों के री बोर का प्रस्ताव दिया। जांच में 21 सौ हैंडपंप को री बोर के योग्य माना गया। वहीं जिला पंचायत राज विभाग ने ग्राम पंचायत सचिवों के माध्यम से 923 ग्राम पंचायतों में 1542 हैंडपंपों को री बोर करा दिया। रिपोर्ट भी जल निगम को भेज दी। एक री-बोर पर 32 हजार सौ रुपए खर्च आया। इसके अनुसार पूरे जिले में री बोर के नाम पर चार करोड़ 94 लाख 98 हजार 200 रुपए खर्च हुए। लेकिन इनमें अधिकतर हैंडपंप को री बोर नहीं किया गया। मात्र मरम्मत के नाम पर पैसा निकाल लिया गया।
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में 27 जनवरी को पांचों विधायकों ने मामला उठाया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। आननफानन में जांच शुरू हुई तो पंचायत सचिवों और ग्राम प्रधानों की मिलीभगत सामने आई। लेकिन अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी।
 सचिव के खेल में ‘साहब’ की भी हिस्सेदार!
खराब पड़े इंडिया मार्का हैंडपंप के री-बोर में लूट यूं ही नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में सचिवों के साथ ही विभागीय अधिकारियों की भी बराबर की भागीदारी रही। ब्लॉक से लगायत जिले तक के जिम्मेदारों ने हिस्सेदारी कर भुगतान पर मुहर लगाई। जागरूकता के अभाव में ग्रामीणों ने शिकायत भी नहीं की री-बोर के नाम पर यह खेल तो बस बानगी है
14वें वित्त आयोग के तहत री-बोर में मिले सरकारी धन को सचिवों ने बड़ी सावधानी से हजम किया। गांव में री-बोर कहां- कहां कराया गया उसका जिक्र ही रिपोर्ट में नहीं किया। बानगी के तौर पर सदर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बभनौली में चार बार में री-बोर के नाम पर 75 हजार रुपए निकाले गए। इसी प्रकार मिठौरा क्षेत्र के औराटार गांव में भी आठ बार में दो लाख 40 हजार रुपए निकाले गए। घुघली ब्लॉक के अहिरौली गांव में भी री-बोर के नाम पर एक लाख 20 हजार रुपए निकाल लिए गए। लेकिन री-बोर कहां हुआ किसी को जानकारी नहीं। ग्रामीण भी हैंडपंप री बोर के बारे में नहीं जानते।

———————— जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर जांच की गई। अधिकतर गांवों में री बोर के नाम पर गलत निकासी का मामला सामने आया है। रिपोर्ट तैयार कर संबंधित ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नित्यानन्द, प्रभारी डीपीआरओ

Wednesday, February 14, 2018

महोबाः 18 वर्षीय किशोरी को खेत में ले जाकर बारी-बारी से बनाया हवस का शिकार


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
यूपी के महोबा जिले में थाना कबरई के एक गांव में खेत से चारा लेकर लौट रही किशोरी को दो युवक खेत में ले गए और गैंगरेप कर दिया। किशोरी के चीखने चिल्लाने पर पीछे आ रही मां दौड़ पड़ी। तभी आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले। घटना से नाराज पीड़िता के परिजनों ने आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। थाना कबरई पहुंचे एसपी ने थानाध्यक्ष को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
 थाना कबरई के एक गांव निवासी 18 वर्षीय किशोरी मां के साथ मवेशियों के लिए चारा लेने खेतों पर गई थी। शाम को लौटते समय दो युवकों ने उसे पकड़ लिया और खींचकर सड़क किनारे खेत में ले गए। जहां दोनों युवकों ने किशोरी के साथ बारी बारी से रेप किया। किशोरी के शोर मचाने पर पीछे आ रही मां दौड़ पड़ी और युवकों को ललकारा तब आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पीड़िता और उसकी मां ने घर पहुंच अन्य परिजनों को पूरी घटना बताई।
 किशोरी से गैंगरेप की घटना से नाराज परिजन और ग्रामीणों ने बुधवार को थाना कबरई पहुंच गए और एफआईआर व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने का घेराव कर हंगामा किया। थानाध्यक्ष ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। देर शाम कबरई थाने पहुंचे पुलिस अधीक्षक एन कोलांची ने थानाध्यक्ष को दुष्कर्म के मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए

लेखा जोखा आनलाइन करने में पसीना पसीना हो रहा है नगर निगम


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने तथा लेखा जोखा आनलाइन करने के लिए डबल इंट्री सिस्टम (दोहरी लेखा प्रणाली) आठ साल बाद भी लागू नहीं हो पाई है. जबकि इसे जेएनएनयूआरएम योजना के साथ ही लागू किया जाना था लेकिन हास्यास्पद यह है कि जेएनएनयूआरएम योजना करीब तीन साल पहले बंद हो चुकी है लेकिन लेखा जोखा अभी भी जुटाया जा रहा है. नगर निगम में वित्तीय स्थिति चौपट होती जा रही है। कर्मचारियों को वेतन व पेंशन तक को लाले हैं मगर जिम्‍मेदार अफसर खर्च को दायें-बांये करने में जुटे हैं. आलम यह है कि कूड़ा प्रबंधन योजना हो या फिर वाहनों की खरीद का, नगर निगम के पास किसी का कोई विवरण नहीं है. अधिकारी इतने मासूम है कि उन्हें ये मालूम है कि कुल कितने वाहन खरीदे गए और क्या कीमत अदा की गई न ही इसकी जानकारी है कि ज्योति इन्वायरों को कितना पैसा फिजूल दिया गया और उसकी रिकवरी की जानी है. I जानकारों के मुताबिक नगर निगम में जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिनूवल मिशन (जेएनएनयूआरएम) योजना के अन्तर्गत डबल इंट्री सिस्टम रिफार्म का एक पार्ट थी. यह प्रणाली लागू करने के लिए भारत सरकार ने अलग से बजट की व्यवस्था की थी। जिसमें कंप्यूटर खरीद से लेकर कर्मचारियों व अधिकारियों की ट्रेनिंग का खर्च भी शामिल था। केंद्र सरकार द्वारा इस व्यवस्था पर जोर देने का मकदस निगम के आय-व्यय में पारदर्शिता लाना था। लेकिन विभागीय अधिकारियों को आय-व्यय में पादर्शिता रास नहीं आ रही। प्रदेश सरकार की नाक के नीचे संचालित नगर निगम लखनऊ की बात करें तो यहां अभी तक केवल वर्ष 2014 तक का डाटा अपडेट हो पाया है लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि यह कार्य जेएनएनयूआरएम योजना के समाप्ती से पहले ही हो जाना चाहिए था। लेकिन वर्ष 2008 से लेकर अब तक 8 साल बीत चुकें है और 2014 में योजना भी समाप्त हो चुकी है। लेकिन सम्‍बन्धित कर्मचारी अपनी कछुआ चाल से ही बढ़ रहे हैं। गले तक भ्रष्टाचार में डूबे निगम अधिकारी भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। गौरतलब है कि इस सिस्टम के लिए नगर निगम हर महीनें लाखों रूपये वेतन में खर्च करता है। जिसमें से कुछ विभागीय और कुछ कार्यदायी संस्था के लोग हैं। जेएनएनयूआरएम योजना से लेकर उसकी समाप्ती तक दर्जनों बार भारत सरकार की टीमें डबल इंट्री सिस्टम की जांच करने आ चुकीं हैं। पारदर्शिता से अधिकारियों को परहेज अधिकारियों को सताता है पारदर्शिता का डर- डबल इंट्री सिस्टम अधिकारियों के गले न उतरने का मुख्‍य कारण यह है क्योंकि इस व्यवस्था के लागू होते ही देश में कहीं भी बैठकर नगर निगम की आय-व्यय का लेखा-जोखा ऑनलाइन देखा जा सकता है। चूकिं नगर निगम प्रदेश सरकार के बजट और खुद की आय से करोड़ों बजट विकास कार्यो पर खर्च करता है। बजट कहां खर्च हो रहा है इसके लिए भारत सरकार ने यूपी सरकार के माध्यम से नगर निगम प्रशासन को निर्देश दिए थे कि वह डबल इंट्री सिस्टम लागू करें। सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को शपथ पत्र दिया दे रखा है। कि नगर निगमों में डबल इंट्री सिस्टम लागू हो चुकी है। जबकि हकीकत कुछ और है। डबल इंट्री सिस्टम के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ कई बार बैठक की जा चुकी है जल्द ही सारा लेखा जोखा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। उदयराज सिंह नगर आयुक्त, नगर निगम नगर निगम प्रषासन को पारदर्शिता का भय सताता है इसलिए डबल इंट्री सिस्टम लागू नहीं किया जा रहा है। अगर डबल इंट्री सिस्टम लागू होगा तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। आनंद वर्मा, अध्यक्ष, नगर निगम कर्मचारी संघ

आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज व गिरफ्तारी, अखिलेश ने बताया कायराना कदम



टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
यूपी के महोबा जिले में आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ने लगा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे प्रदेश सरकार का कायराना कदम करार दिया है। बुदेलखंड किसान यूनियन के अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार लाठी और गोली के दम पर किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। उल्लेखनीय है कि महोबा में मंगलवार को किसान ओलावृष्टि से हुए नुकसान के मुवाबजे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। गुस्साए किसानों ने सड़क भी जाम कर दी थी। इस दौरान पुलिस ने किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग भी की। इस मामले में पुलिस ने 40 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छह को गिरफ्तार किया है। बाकी किसानों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सूबे के किसान पहले से ही परेशानियों से गुजर रहे हैं। हाल में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बुरी तरह बर्बाद हो गई। यादव ने कहा कि सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर किसानोां केे साथ जबर्दस्त धोखा किया है। फसल का लागत मूल्य भी न मिल पाने से बदहाल किसान आत्महत्या कर रहा है। इसी तरह बुदेलखंड किसान यूनियन के अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने कहा कि सूखे की मार झेल रहे किसानों की फसल ओलावृष्टि से नष्ट हो गई है। किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर मुआवजे की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग कर किसानों को पथराव के लिए मजबूर किया। अब किसानों को जेल भेज कर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।

पी. एल. पुनिया की अगुवाई शुरू हुई महंत की हसदेव पदयात्रा!...कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का रहा जमवाड़ा


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरण दास महंत के हसदेव पदयात्रा को हरीझंडी दिखाई | आज महाशिवरात्रि के दिन हसदेव नदी के उद्गम स्थल भरतपुर-सोनहत के ग्राम मेंड्रा से शुरू हुई । इस दौरान कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी पदयात्रा को सफल बनाते दिखाई दी | 
जनयात्रा का समापन जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम देवरी में हसदेव के संगम स्थल महानदी तट पर होगा ।इस दौरान डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि हसदेव छत्तीसगढ़ की जीवन दायनी नदी है । इससे प्रदेश का बड़ा हिस्सा लाभान्वित होता है । इसके किनारे कई पावर प्लाँट बने हैं । जिससे देश के कई हिस्सों में ऊर्जा मिलती है । इस नदी पर ही बांगों बाँध बना हुआ है। जिसके सहारे किसानों का जीवनस्तर ऊपर हुआ है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम हसदेव के संरक्षण में अपनी हिस्सेदारी निभाएँ । जिससे आने वाली पीढ़ी को भी इसका लाभ मिल सके। इसे प्रदूषण से बचाना भी जरूरी है और इस दिशा में भी पहल जरूरी है कि इसका प्रवाह सतत् बना रहे। उन्होने बताया कि इसी सिलसिलें में जनजागरण के लिए यह जनयात्रा शुरू की गई है । इस यात्रा का उद्देश्य जीवन दायिनी हसदेव नदी के तट पर बसे गांव, उद्योग, हसदेव नहर के आसपास रहने वाले किसानों, आदिवासियों को नदी संस्कृति व सभ्यता के अनुसार उनके विकास, रहन-सहन को नजदीक से जानना एवं समस्याओं का निराकरण करना है । हसदेव के उद्गम स्थल व संगम क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने की संभावनाओं को भी इस जन यात्रा के दौरान तलाशा जाएगा ।
इस यात्रा के दौरान डॉ. महंत जांजगीर-चांपा, कोरबा के अलावा कोरिया जिले के कार्यकर्ताओं का भी मूड भांपने की कोशिश करेंगे । इस यात्रा में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद पीएल पुनिया, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव,उपनेता कवासी लखमा सहित विधायक, कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे । 

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...