टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश में रायबरेली जि़ले के ऊँचाहार क्षेत्र में गत दिनों ब्राह्मण समाज के पाँच युवकों की हुई सामूहिक नृशंस हत्या को 'प्रदेश में बीजेपी सरकार के जंगलराज की तरफ बढ़ते कदम' की संज्ञा देते हुये कहा कि पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के मामले मे योगी सरकार विफल साबित होती हुई नजर आ रही है। यही कारण है कि इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुये बी.एस.पी. नेतृत्व ने स्थानीय पदाधिकारियों के साथ-साथ, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सतीश चन्द्र मिश्र को भी पीडि़त परिवार वालों से मिलकर उन्हें सांत्वना देने व उनको न्याय दिलाने का भरपूर प्रयास करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा बीएसपी के विधायकों को भी निर्देशित किया गया है कि वे कल से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की बदतर स्थिति के साथ ही रायबरेली की जघन्य घटना के मामले को भी सदन में समुचित व प्रभावी तौर पर उठायें ताकि पीडि़त परिवार को न्याय व अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के लिये राज्य सरकार को बाध्य किया जा सके। वैसे तो उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न, चोरी, डकैती, बलात्कार, हत्या, गुण्डा टैक्स की वसूली, पुलिस पर भी हो रहे हमले आदि सहित हर प्रकार के जघन्य अपराधों से लोगों का जीवन त्रस्त है, परन्तु जातिवादी व साम्प्रदायिक घटना एवं तनाव आदि के साथ-साथ नृशंस हत्याओं, जिसे स्वयं बीजेपी के मंत्रीगण ही 'नरसंहार' मान रहे हैं, से प्रदेश एक प्रकार से दहल सा गया है, परन्तु इन जघन्य मामलों में भी योगी सरकार राजनीति करती हुई नजर आ रही है जिस कारण पीडि़तों को सही न्याय नहीं मिल पा रहा है और खासकर ब्राह्मण समाज के लोग काफी ज्यादा आक्रोशित नजर आ रहे हैं और पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिये सघन आन्दोलन कर रहे हैं जबकि योगी सरकार का रवैया सहारनपुर की जातिवादी घटना की तरफ ही इस मामले में भी न्यायपूर्ण नहीं होकर काफी ज्यादा लचर साबित हो रहा है। मायावती ने कहा कि इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से बाढ़ की उत्पन्न हुई समस्या काफी गंभीर रुप धारण कर चुकी है जिससे प्रदेश के भारी तादाद् में परिवार प्रभावित हैं परन्तु प्रदेश सरकार उन लोगों को कोई सार्थक मदद नहीं कर रही है। बीजेपी के मंत्री व उनके नेतागण केवल हवा-हवाई बातें व कोरी बयानबाजियाँ ही कर रहे हैं जबकि पीडि़तों की अविलम्ब सुध लेकर उन्हें तत्काल सरकारी सहायता की सख़्त ज़रूरत है। चुनावी वायदों की तरह ही जनहित व जनकल्याण के हर महत्वपूर्ण मामले की अनदेखी करने व उन्हें पूरी तरह से भुला देने के लिये केन्द्र में बीजेपी की मोदी व प्रदेश में योगी सरकार की तीखी आलोचना करते हुये उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी परियोजनाओं आदि का भी उद्घाटन करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करना तो इन्हें खूब याद रहता है परन्तु इन दोनों के क्षेत्रों में भी लाखो बाढ़ पीडि़त परिवारों का जीवन अत्यन्त ही कष्टमय है परन्तु दोनो ही सरकारें इस मामले में भी पुरी तरह से उदासीन बनी हुई हैं, जो दुःखद व अति-निन्दनीय है।