Thursday, March 1, 2018

अनहोनी से निपटने के लिए अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा तैयार


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. होली में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए राजधानी के सरकारी चिकित्सालयों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. चिकित्सकों की ड्यूटी लगा दी गई है. साथ ही इमरजेंसी में बिस्तर भी आरक्षित किये गए हैं. वहीं, आकस्मिक चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर ली गई है. होली को ध्यान में रखते हुए राजधानी के केजीएमयू व ट्रॉमा सेंटर को विशेष रूप से सतर्क कर दिया गया है. इमरजेंसी में बेडों को सुरक्षित कर दिया गया है. होली के दौरान होने वाली किसी भी तरह की दुर्घटना से निपटने के लिए ट्रॉमा के सर्जरी, न्यूरोसर्जरी व आर्थोपैडिक विभाग के विशेषज्ञों को अलर्ट पर रखा गया है. प्लॉस्टिक सर्जरी विभाग को भी लगाया गया है. बलरामपुर अस्पताल की तैयारियों के संबंध में अस्पताल के निदेशक डा. राजीव लोचन ने बताया अस्पताल में 10 बेडों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. इमरजेंंसी में मरीजों केइलाज केलिए सभी दवाओं की उपलब्धता करा दी गई है. प्लास्टिक सर्जनों, नेत्र रोग विशेषज्ञों को 24 घंटे ऑनकाल तैनात किया गया है. सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. आशुतोष दुबे ने बताया कि होली के मदे्नजर नशे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से निपटने के लिए अस्पताल के इमरजेन्सी तैयार है. केजीएमयू के ट्रामा सेंटर की इमरजेन्सी, सर्जरी विभाग व त्वचा रोग विभाग को मुख्य रूप से सतर्क किया गया है. अचानककिसी बड़ी दुर्घटना पर घायलों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित कंट्रोल रुम 24 घंटे सक्रिय रहेगा. कोई भी दुर्घटना घटने पर फोन पर सूचना दी जा सकती है. सूचना मिलते ही कुछ ही देर में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की टीम एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचकर मरीजों को इलाज उपलब्ध कराएगी। इस संबध में सीएमओ डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि होली पर घायल हुए मरीजों के इलाज के लिए दवाओं की उपलब्धता करायी गई है। 24 घंटे ऑन काल पहुंचने के निर्देश दिये जा चुके हैं। जरूरत पडऩे पर यहां करें संपर्क 
सीएमओ कंट्रोल रूम-2622080 

सिविल अस्पताल-2239007 

बलरामपुर अस्पताल-2624040 

लोहिया अस्पताल-2720214 

प्लास्टिक सर्जरी विभाग-9415200444

होली के शोभा यात्रा के दौरान योगी को फिर माला पहना कर स्वागत करने की तैयारी में मुस्लिम समुदाय के लोग


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गोरखपुर। मुख्यमंत्री बनने के पहले तक योगी आदित्यनाथ को कट्टर छवि वाला हिन्दू नेता माना जाता था लेकिन पिछली होली के दिन ऐतिहासिक घटनाक्रम में तब सदर सांसद रहे योगी आदित्यनाथ का मुस्लिम समुदाय द्धारा रेती के पुल पर शोभा यात्रा के दौरान माला पहना कर ज़ोरदार स्वागत किया गया था। बताते चले कि वकील अहमद के नेतृत्व में स्थानीय निवासियों ने होली के अवसर पर योगी आदित्यनाथ को शोभा यात्रा के दौरान माला पहनाया था और उसके दूसरे दिन तोतामैना शाह की मजार पर चादर चढ़ा कर उनके मुख्यमंत्री बनने की दुआ की गई थी।
इस सम्बंध में वकील अहमद ने बताया कि अपनी गंगा जमुनी तहज़ीब को दोहराते हुए इस बार भी होली के दौरान निकलने वाली शोभा यात्रा पर रेती के पुल पर मुस्लिम समुदाय ने योगी जी को माला पहनने और स्वागत की तैयारी कर रखी है। तब हमने अपने सांसद को माला पहनाया था लेकिन इस बार हम अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री को माला पहनाएंगे।

दयावती ने दो लोगों को दी रोशनी


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. दयावती इस दुनिया से जाते-जाते दो व्यक्तियों के जीवन में उजियारा भर गईं। स्वतंत्रता सेनानी शिवगोपाल मेहरोत्रा की पत्नी दयावती का बुधवार को निधन हो गया। इंदिरा नगर में सेक्टर 13 के मकान संख्या 71 निवासी दयावती के निधन के बाद उनकी पुत्री दीपा सेठ ने जीके सेठ से संपर्क करके नेत्रदान जैसा पुनीत कार्य कराने का अनुरोध किया। सेठ ने केजीएमयू से संपर्क किया। नेत्र विभाग के करन सिंह व निशान की टीम ने नेत्रदान कराया। ऐसा करने से अब दयावती के आंखों से दो जरूरतमंद इस खूबसूरत दुनिया को देख सकेंगे। बता दें, जीके सेठ नेत्रदान कराने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। मृत्यु के पांच घंट के अंदर नेत्रदान के संबंध में सूचित करना जरूरी होता है। सेठ अब तक कुल 49 व्यक्तियों का नेत्रदान करा चुके हैं। नेत्रदान के लिए यहां करें संपर्क 

केजीएमयू- 7800330088, 9838552641 

जीके सेठ-7499426557, 9919502517

Tuesday, February 27, 2018

उत्तर प्रदेश में बच्चों के पोषण सूचकांक बढ़ाने के लिए अक्षय पात्र ने बनाई योजना


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. उत्तर प्रदेश, शिक्षा और स्वास्थ्य के सभी पहलुओं में कार्य करते हुए दुसरें अन्य राज्यों जहाँ इससे बेहतर स्थिति है , से आगे आने की पूरी कोशिश कर रहा है और जल्दी ही इसे पाने की संभावना है. अभी यूपी के लिए सांत्वना यह है कि एएसईआर 2016 के अनुसार 94.7% से अधिक बच्चे (उम्र 6-14 वर्ष) स्कूल में नामांकित हैं. पिछले 8 साल से राज्य में एनरोलमेंट 9% से अधिक है , जबकि विशेष रूप से यूपी के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति 60% से कम है लेकिन कुपोषण में अधिक है जो वर्तमान बजट में भी दर्शाया गया है . राज्य सरकार ने स्कूल उपस्थिति को बढ़ावा देने और बच्चों के लिए पोषण प्रदान करने के लिए मिड-डे मील स्कीम को अपनाया. कक्षा 1 से 8 में पढ़ रहे स्कूली बच्चों को गर्म भोजन प्रदान करने वाली मिड डे मील योजना सरकार द्वारा सबसे सफल पोषण कार्यक्रमों में से एक रही है. शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, अक्षय पात्रा फाउंडेशन के उपाध्यक्ष चंचलपति दास ने बताया, " मिड डे मील के लिए 2,048 करोड़ रुपये का आवंटन, स्कूल के बच्चों को फलों के वितरण के लिए 167 करोड़ रुपये के खर्च द्वारा उत्तर प्रदेश के बच्चों के पोषण सूचकांक में सुधार होगा. यह '2022 तक मिशन 25' को बढ़ावा देगा, जिसका उद्देश्य 38.4% से 25% तक स्टंटिंग को कम करना है. " वर्तमान योजना, जो 2002 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद देश भर में पुन: लॉन्च किया गया था, को प्रत्येक दिन 10 मिलियन से अधिक बच्चों को भोजन प्रदान करने के लिए सबसे बड़ा माना जाता है. सरकार के कदम की सराहना करते हुए दास ने कहा, "सर्व शिक्षा अभियान के उद्देश्यों के अनुसार, किताबों और ड्रेसों का वितरण बच्चों को स्कूल जाने के लिए एक अतिरिक्त प्रोत्साहन के रूप में कार्य करेगा. बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में पिछले साल के 15,632 करोड़ रूपये से अधिक 21,499 करोड़ रूपये का आवंटन जो 5,867 करोड़ रूपये अधिक है की बढ़ोत्तरी देखने के लिए मिली है . हम बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण विकास की जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत करते हैं. दास ने फाउंडेशन द्वारा राज्य के स्कूलों में किये गए बदलाव के बारे में बताते हुए कहा की वह आगे सरकार के विकास की योजनाओं में प्रसन्नता पूर्वक जुड़ेंगे, "अक्षय पात्रा वर्तमान में राज्य के 3,021 स्कूलों में 2,11,680 लाभार्थियों को स्वच्छ, और पौष्टिक भोजन प्रदान कर रही है. स्कुल के बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए हमें अपनी विभिन्न पहलों को लागू करने के लिए सरकार के साथ काम करने में ख़ुशी होगी . "

Monday, February 26, 2018

बेटे ने रेत दिया, बाप का गला,फेवीक्विक से चिपकने की कोशिश


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
बस्ती. यूपी के बस्ती में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. इससे पता चल रहा है कि आज के समय में इंसानित नाम की कोई चीज नहीं बची हुई है. अब लोग किस पर विश्वास करे, किस पर नहीं. आज के कलयुगी दुनिया ने इंसानियत को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया है. कुछ इसी तरह का मामला बस्ती में देखने को मिला, जहां एक बेटे ने अपने पिता के गले को रेत दिया. इतना ही नहीं बेटे ने रेतने के बाद गले को फेवीक्विक से चिपकाना भी शुरू कर दिया. जब नहीं हुआ तो छोड़कर फरार हो गया. जानकारी के मुताबिक, बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र के दरियापुर जंगल टोला के भैसहवा गांव में रामदेव मिश्र (65) रहते हैं. वह रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी हैं. बीते शनिवार को उनके चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे. उनकी हालत देखकर हर कोई दंग रह गया. तुरंत गांव के प्रधान और पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने घायल रामदेव को अस्पताल में भर्ती कराया. रामदेव ने बताया कि उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है. वह अपने बेटे जगदीश, बहू और दो पोते के साथ रहते हैं. घटना वाली रात वह सो रहे थे. उसी वक्त किसी बात से नाराज हुआ उनका बेटा पहुंचा और उनकी गर्दन काट दी. इसके बाद फेवीक्विक से उनका कटा हुआ गला जोड़ने लगा. गर्दन जब नहीं जुड़ी, तो आरोपी उन्हें उसी हाल में छोड़कर फरार हो गया. भला हो रामदेव के पड़ोसियों का, जिन्होंने उनकी दर्द भरी आवाज सुनी और घर पहुंच गए. वहां जाकर देखा कि रामदेव खून से लथपथ जमीन पर पड़े थे. लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और ग्राम प्रधान की मदद से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस ने रामदेव के बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. उसकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है.

Sunday, February 25, 2018

बाराबंकी : अपराधियों के लिए सुरक्षित बना जिला फिर हुई 2 लाख की टप्पेबाजी।


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी बीते दिनों जहां हैदरगढ़ तस्करी, चोरी, लूट, डकैती का अड्डा बन गया है लेकिन इसके बावजूद भी अपराधी अपने जौहर दिखाने में कामयाब है।जानकारी के अनुसार इस समय शादी बारात के समय में लोग जहां घरों की शादी में व्यस्त हैं वही टप्पेबाज, चोर, डकैत अपनी कला का इस्तेमाल करते हुए पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। दिनदहाड़े लक्ष्मी होटल के पास से टप्पेबाजों ने एक कार एच आर ई 5428 से दो लाख रूपय पार कर दिए। बीते दिनों एक दुपहिया वाहन सवार चोर को पकड़ा गया था तो वहीं होटल के निकट ही मार्फिन बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। पुलिस की कार्यशैली से जनता दिन हो या रात सुरक्षित नहीं है। फरीदाबाद निवासी लेखराज शर्मा चौबीसी एक बारात में आये हुए थे की मंदिर के सामने गाड़ी खड़ी कर गाड़ी में कुछ गड़बड़ी होने पर देखने लगे थे इतने में ही टप्पेबाजों ने दरवाजा खोलकर अंदर रखा दो लाख रुपये का बैग सहित लेकर फरार हो गए। भुक्तभोगी ने तुरंत 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दी लेकिन तब तक टप्पेबाज कोसों दूर निकल गए थे। ऐसे में लोगों का कहना है कि जब तक अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक की घटनाएं होती रहेंगी लोगों में एक चर्चा यह भी है कि कस्बा क्षेत्र तस्करों का गढ़ बनता जा रहा है और पुलिस आलाधिकारियों के दबाव में कुर्सी बचाने के लिये गुड वर्क लगभग निर्दोष लोगों को फंसा कर दिखा रही है। लोगो मे चर्चा यह भी है कि शाम होते ही जाम से जूझने वाला हैदरगढ़ जहाँ पुलिस की मौजूदगी में अपाची सवार टप्पेबाज फरार हो गए। बीते महीने से कोतवाली क्षेत्र मार्फिन तस्करी, लूट ,डकैती की कई घटनाएं हो चुकी है कोतवाली क्षेत्र अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है लेकिन सरकार मौन है।

पिछले छह महीने से 15 हजार शिक्षा मित्रों को नहीं दिया गया मानदेय


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के 15 हजार से अधिक शिक्षा मित्रों को बीते छह माह से मानदेय नहीं दिया गया है। जबकि, सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षा मित्रों को जनवरी माह तक मानदेय का भुगतान हो गया है।राजकीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों  में परिषद के 15,806 शिक्षा मित्र लंबे समय से सहायक अध्यापक के पद पर कार्य कर रहे हैं। दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि परिषद के शिक्षा मित्रों को मानदेय नहीं मिलने से उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
जबकि, परिषद स्थायी सहायक अध्यापकों को नियमित मानदेय दे  रहा है। इस बीच, बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने इस संबंध में अनभिज्ञता जाहिर की।

वहीं, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट का अंबेडकरनगर जिला स्तरीय सम्मेलन रविवार को कलेक्ट्रेट के निकट आयोजित हुआ। इसमें शासन द्वारा वित्तविहीन शिक्षकों की उपेक्षा किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। वक्ताओं ने यूपी बोर्ड परीक्षा कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। कहा कि सरकार ने अपने बजट में वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में वित्तविहीन शिक्षक अब शांत नहीं बैठेंगे।

All

SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...