Friday, April 21, 2017

गोंडा : कान्वेंट स्कूल से चार कदम आगे ये हाई-टेक सरकारी स्कूल ..गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट



ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो गोंडा
कान्वेंट की तर्ज़ पर गोंडा का धौरहरा प्राथमिक स्कूल।  सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे, चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे, ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल, मज़ा तो तब है के पैरों में कुछ थकान रहे। राहत इंदौरी साहब की ये लाइनें गोंडा जिले के धौरहरा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक रवि प्रताप सिंह और उनके अथक प्रयासों पर बिलकुल सटीक बैठती हैं।

उत्तर प्रदेश की मौजूदा बदहाल प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था के बीच इन्होने कभी न थकने की कसम खाई है और बेहतर शिक्षा से महरूम तमाम बच्चों को तराशने का काम कर रहे हैं। अपनी तनख्वाह और लोगों के सहयोग से इन्होने इस स्कूल में स्मार्ट क्लास के लिये कम्प्यूटर, लैपटॉप, प्रोजेक्टर, सीसीटीवी और इंटरैक्टिव क्लास जैसी तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है जो भारी भरकम फीस वसूलने वाले निजी विद्यालयों को भी मात देते हैं। इस स्कूल की लोकप्रियता का आलम यह है की यहां विदेशी प्रतिनिधिमंडल भी शिरकत कर चुका है और यह स्कूल गूगल पर भी दर्ज है, तथा अपने उत्कृष्ट कार्यो के। लिये कई सरकारी व्। अर्धसरकारी संस्थाओ द्वारा पुरुस्कृत किया जा चुका है ।पेश है शिक्षा के अधिकार के लिए रवि प्रताप सिंह के प्रयासों पर आधारित गोंडा से सुभाष सिंह की एक विशेष रिपोर्ट जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर जिले के कर्नलगंज शिक्षा क्षेत्र के सरयू नदी के कक्षार में स्थित यह धौरहरा प्राथमिक विद्यालय आज विश्व के मानचित्र पर अपनी विशेष जगह बना चुका है।

अपनी अनोखी शिक्षा पद्धति और शिक्षक के व्यक्तिगत प्रयास से यहां हर वह आधुनिक शिक्षा दी जाती है जो मौजूदा हालात में छात्र छात्राओं को आज के माहौल के साथ चलना सिखाती है। इस विद्यालय में शिक्षक रवि प्रताप सिंह ने अपने सहयोगियों  की मदद और अपनी निजी सैलरी से कम्प्यूटर, लैपटॉप और बायोमेटिक सिस्टम से हाजिरी लेने का इंतजाम किया है। इस स्कूल में प्रवेश के लिये बाकायदा नियम का पालन करना होता है और इनके बौद्धिक स्तर को मजबूत बनाने के लिए कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर तरह तरह के इवेंट कराये जाते हैं। रवि प्रताप सिंह का कहना है की वे बच्चों को उनके शिक्षा का अधिकार दे रहे हैं और यह आजीवन बिना थके हुये करते रहेंगे।

यहां पर शिक्षा ग्रहण करने के लिए आने वाले छात्र-छात्राएं खुद को अन्य स्कूलों के बच्चों से बेहतर मानते हैं साथ ही प्राथमिक विद्यालय में आधुनिक तकनीति को पाकर काफी खुश रहते है ।वही जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने भी परिषदीय विद्यालय के इस शिक्षक की अनोखी पहल और सार्थक प्रयास को सराहा है साथ ही सरकारी मदद की भी बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल के टीचर का यह प्रयास उत्तर प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा की स्थिति और गिरते शैक्षिक स्तर को पटरी पर लाने के लिए उदाहरण बन गया है ऐसे में नौनिहालों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए ऐसे ही सराहनीय प्रयास की जरूरत है ।

यूपी : 12 आईपीएस अफसरों का तबादला, DGP और ADG कानून व्यवस्था बदले गए



 ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो  
लखनऊ. शुक्रवार योगी सरकार ने पुलिस महकमे में तबादलों की पहली सूची जारी की . इस तबादलों में सूबे में पुलिस की सबसे ऊँची कुर्सी पर भी बदलाव किये गए हैं. आईपीएस अफसरों के तबादले में सुलखान सिंह को पुलिस महानिदेशक (विभागाध्यक्ष)  पद पर तैनात किया गया है और इस पद पर रहे जावीद अहमद को डीजी पीएसी बनाया गया है.   जवाहर लाल त्रिपाठी को पुलिस महानिदेशक अभियोजन लखनऊ, सूर्य कुमार को पुलिस महानिदेशक अभियोजन के अतिरिक्त कार्यभार से अवमुक्त कर पुलिस महानिदेशक/अध्यक्ष यूपी पुलिस भरती एवं प्रोन्नति बोर्ड, आलोक प्रसाद को पुलिस महानिदेशक होमगार्ड के साथ-साथ पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण मुख्यालय का कार्यभार, यूपी, भावेश कुमार सिंह  अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना यूपी, विजय कुमार को अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा यूपी, आलोक सिंह को पुलिस महानिरीक्षक पीएससी ईस्टर्न जोन, संजय सिंघल को पुलिस महानिरीक्षक पीएसी मध्य जोन बनाया गया है . यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था दलजीत चौधरी को हटा कर आदित्य मिश्रा को अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था का कार्य दिया गया है . दलजीत अब अपर पुलिस महानिदेशक ईओंडब्लू के साथ-साथ लोजिस्टिक्स यूपी का अतिरक्त प्रभार देखेंगे.  नवनीत सिकेरा को मध्य महानिरीक्षक पीएसी मध्य जोन लखनऊ के अतिरिक्त प्रभार से अवमुक्त किए जाने के साथ पुलिस महानिरीक्षक वुमेन पॉवर लाइन लखनऊ के पद पर बने रहेंगे.   



सुलखान सिंह होंगे यूपी के नए DGP



ब्रेक न्यूज ब्यूरो  
लखनऊ. यूपी की योगी सरकार ने पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए सूबे के डीजीपी पद से जावीद अहमद को हटा दिया है. 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी सुलखान सिंह अब यूपी के नए डीजीपी होंगे. वे अभी तक डीजी (प्रशिक्षण) के पद पर तैनात रहे. जावीद अहमद को डीजी पीएसी के पद पर भेज दिया गया है.  1980 बैच के सुलखान सिंह यूपी के बांदा जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग के साथ वकालत की डिग्री हासिल की है. उन्हें तेज तर्रार अफसरों में गिना जाता है. वे फ़िलहाल यूपी के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर हैं.

Thursday, April 20, 2017

गोंडा : सूचना न देने पर 45 विभागों को नोटिस गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट

  

 ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो गोंडा
  पंचायत एंव नगरीय निकाय चुनाव के लिए मांगी गई सूचना न दिये पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले के 45 विभागों को नोटिस जारी किया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों को जारी नोटिस में 21 अप्रैल तक कर्मचारियों की संख्या इलेक्शन स्टाफ डेपलायडमेंट के साफ्टवेयर पर अपलोड करने करने का निर्देश दिया है।
नगर पंचायत व नगर पालिका परिषदों के निर्वाचन के लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि जुलाई माह तक नगर पंचायतों व नगर पालिका परिषदों का चुनाव संभावित है। इसके लिए आयोग चुनाव कराने वाली मशीनरी को दुरुस्त करने में लगी है।

कहां कितने कर्मचारी अधिकारी हैं, आयोग इसकी जानकारी मांग रहा है। माह भर पहले ही सभी विभाग के कर्मचारियों का ब्यौरा मांगा गया था। सभी विभागों को अपने-अपने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का ब्यौरा आयोग के इलेक्शन स्टाफ डेपलायमेंट साफ्टवेयर पर ऑनलाइन फीड कराया जाना था।

अभी तक चिकित्साधिकारी कार्यालय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, वन विभाग, मलेरिया अधिकारी कार्यालय, सैनिक एवं पुनर्वास कल्याण विभाग, सहायक निदेशक रेशम कार्यालय, जिला अभियोजन कार्यालय, उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम, राज्य कर्मचारी कल्याण निगम, जिला कुष्ठ अधिकारी कार्यालय, सीएचसी कार्यालय बेलसर व शिक्षा विभाग के कई ब्लॉक कार्यालयों की ओर से एक भी कर्मचारी की फीडिंग नहीं कराई गई।

जबकि अन्य विभागों की ओर से अभी पूरे कर्मचारियों की फीडिंग नहीं कराई गई है। विभागों की लापरवाही पर मुख्य विकास अधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी कर कार्रवाई के लिए निर्वाचन आयोग को संदर्भित करने की चेतावनी दी है।

बाराबंकी : बेटी के लापता होने के सदमे में किसान की मौत

Farmer's death in shock of missing daughter
 ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी : जैदपुर तीन दिन पूर्व बेटी के लापता होने के गम में किसान बुजुर्ग की मौत हो गई है। बेटी का 18 अप्रैल को तिलक था। पर वह एक दिन पहले ही युवक के साथ भाग गई थी। जैदपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली युवती 17 अप्रैल की शाम एक युवक के साथ भाग गई थी।
काफी तलाश के बाद जब युवती का पता नहीं चला तो उसके भाई ने जैदपुर पुलिस से शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने युवती को जैदपुर थाना क्षेत्र के एक गांव से बुधवार को पकड़ लिया था। गुरुवार दोपहर में युवती के पिता की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई।

पिता की मौत की खबर सुनकर पुलिस के हाथ पैर फूल गए। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार होने के समय पुलिस युवती को लेकर उसके घर गई और बाद में उसके बयान लेने के लिए थाने ले जाया गया है।

जैदपुर प्रभारी निरीक्षक दुर्गेशचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि युवती के लापता होने की तहरीर मिलने के बाद तत्काल पुलिस ने खोजना शुरू कर दिया था। युवक को जल्द पकड़ा जाएगा। जिस बेटी के लापता होने से पिता की मौत हो गई है, उस बेटी के विवाह के लिए पिता ने किसानी व मजदूरी करके पैसे जमा किए थे। 18 अप्रैल को तिलक था व 28 को विवाह होना था।

प्रिंयका चोपड़ा की फिल्म बेवॉच का नया पोस्टर रिलीज

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
प्रियंका चोपड़ा की हॉलीवुड फिल्म बेवॉच का नया पोस्टर रिलीज कर दिया गया है। इस पोस्टर में प्रियंका चोपड़ा छाई हुई हैं। पोस्टर में केवल उनकी आंखे दिख रही हैं। आंखों पर एक चश्मा लगा है और इस चश्मे के लेंस में फिल्म के दूसरे अहम किरदार दिख रहे हैं। मानों वो मिलकर प्रियंका को देख रहे हों और प्रियंका की नजर उन पर हो। प्रियंका चोपड़ा के भारतीय फैन्स के लिए यह पोस्टर एक ट्रीट की तरह आया है। क्योंकि इसमें उन्हें अपनी पसंदीदा स्टार की झलक देखने को मिल रही है।
इस फिल्म में ग्रे शेड में नजर आने वाली प्रियंका फिल्म के प्रमोशन में जुटी हैं। वह अकसर अमेरिकी टीवी शो में भी जाती रहती हैं। जहां उनकी मौजूदगी सुर्खियों में छाई रहती है। डेन जॉनसन और जैक एफ्रॉन के साथ प्रियंका चोपड़ा की यह फिल्म 25 मई को रिलीज होने वाली है।
अभी प्रियंका चोपड़ा की इस फिल्म का पोस्टर रिलीज हुआ ही है कि इसे लेकर एक और खबर आई है। दरअसल यह पोस्टर केट हडसन की फिल्म ऑलमोस्ट फेमस से मिलता जुलता है। ऑलमोस्ट फेमस के पोस्टर में जहां एक्ट्रेस के चश्में में फिल्म का टाइटल नजर आ रहा है। वहीं प्रियंका चोपड़ा की बेवॉच के पोस्टर में पीसी के चश्मे में फिल्म के किरदार नजर आ रहे हैं।

बता दें कि जब प्रियंका से पूछा गया कि उन्होंने फिल्म में विलेन का रोल निभाया तो आपको कैसा लगा। इस पर उन्होंने कहा, मुझे इस फिल्म में विलेन का किरदार निभा कर बहुत अच्छा लगा। मुझे नहीं पता कितने महिलाएं कह सकती हैं कि उन्हें द रॉक को धमकाने का मौका मिला। लेकिन मैंने फिल्म में उन्हें खूब धमकाया। मेरा किरदार फिल्म में सभी के लिए बहुत बुरा रहा है। मैं दूसरी महिलाओं के बारे में नहीं जानती लेकिन मैं यह सोचती हूं कि आपको इंजॉय करना चाहिए जब किसी के लिए थोड़े बुरे बन सकते हैं फिर हंसते हुए प्रियंका ने कहा या किसी को नीचा दिखाते हैं। नीचा दिखाना भी मजेदार है। इस पर शो के होस्ट ने कहा, सच में? मैं नहीं जानता।

यूपी: पुलिस का अनोखा समझौता, एक दिन पत्नी तो एक दिन प्रेमिका के साथ रहेगा ऑटो ड्राइवर

यूपी: पुलिस ने कराया अनोखा समझौता, एक दिन पत्नी तो एक दिन प्रेमिका के साथ रहेगा ऑटो ड्राइवर
ब्रेक न्यूज़ वेब डेस्क 
इन दिनों एंटी-रोमियो अभियान के लिए चर्चा में रहने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस इस बार बिल्कुल अलग वजह से चर्चा में है। आगरा में पुलिस ने पति, पत्नी और वो के विवाद में एक अलहदा समझौता कराया है। पुलिस द्वारा कराए गए समझौते के अनुसार मनोज कुमार एक दिन अपनी पत्नी के साथ और एक दिन प्रेमिका के साथ रहेगा। मनोज की पत्नी और प्रेमिका दोनों ही इस समझौते पर राजी हैं।
पत्नी और प्रेमिका में मनोज की कमायी को लेकर भी विवाद था। पुलिस ने इसका भी समाधान निकाल लिया और दोनों के बीच समझौता करा दिया कि जिस मनोज अपनी पत्नी के साथ रहेगा उस दिन की कमायी वो लेगी और जिस दिन वो प्रेमिका के साथ रहेगा उस दिन की कमायी प्रेमिका की होगी। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ये मामला आगरा के सिकंदरा थाने का है।
रिपोर्ट के अनुसार शास्त्रीपुरम का निवासी मनोज कुमार पेशे से ऑटो ड्राइवर है। शादीशुदा मनोज एक महिला को अक्सर उसके दफ्तर छोड़ता था। इसी बीच दोनों के पहले दोस्ती और फिर प्यार हो गया। वो महिला भी शादीशुदा थी लेकिन उसका अपने पति से विवाद चल रहा था। मनोज ने महिला से मंदिर में विवाह कर लिया। महिला की पहले पति से एक बच्ची है। वहीं मनोज के दो बच्चे हैं। पुलिस द्वारा कराए गए समझौते के अनुसार जिस दिन मनोज के ऑटो का चालान कटेगा उस दिन वो किसी को भी अपनी कमायी नहीं देगा।
कहानी में मोड़ मंगलवार (11 अप्रैल) को तब आया जब मनोज की प्रेमिका से दूसरी बीवी बनी महिला उसके घर पहुंच गयी और उसे अपने साथ ले जाने की जिद करने लगी। मनोज ने जब इनकार किया तो महिला ने पुलिस बुला ली। पुलिस दोनों को थाने ले आयी। थोड़ी ही देर में मनोज की पहली पत्नी भी थाने पहुंच गयी। दोनों पक्षों के बीच जारी विवाद के बीच पुलिस ने समाधान के तौर पर एक-एक दिन वाला समाधान निकाला। दोनों महिलाएं इस पर सहमत हो गयीं। सिकंदरा थाने के प्रभारी बृजेश पाण्डेय ने एनबीटी को बताया कि दोनों पक्षों ने इस समझौते का राजीनामा लिखकर दिया 

मेरठ : शोभा यात्रा के दौरान फायरिंग और पथराव, DM-SSP ने भागकर बचाई जान

शोभा यात्रा के दौरान फायरिंग और पथराव, DM-SSP ने भागकर बचाई जान

टीम ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
मेरठ. यूपी के सहारनपुर में गुरुवार को बीजेपी की ओर से अंबेडकर शोभा यात्रा के निकाली गई। इसके विरोध में दूसरे पक्ष के लोगों ने फायरिंग और पथराव कर दिया। साथ ही शोभा यात्रा के दौरान जनकपुरी क्षेत्र के दुधली में जमकर पथराव हुआ है। ग्रामीणों ने एनएच 73 को जाम कर दिया है। उग्र भीड़ ने कमिश्नर की गाड़ी भी तोड़ी दी। पुलिस के कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की है।  वहीं, मौके पर पहुंचे DM और SSP ने भागकर अपनी जान बचाई है। पथराव में पुलिस समेत 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों  को जिला अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। उपद्रवियों ने कई दुकानों में आग लगा दी।

वहीं, इस दौरान बीजेपी सांसद राघव लखनपाल शर्मा और उनके समर्थकों ने एसएसपी आवास का घेराव किया। एसएसपी आवास के बाहर प्रदर्शन कर सांसद ने मांगी करते हुए कहा कि एसएसपी के निलंबन के बाद ही हम यहां से हटेंगे। इस दौरान सांसद के समर्थकों ने एसएसपी आवास के बाहर लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया। साथ ही वहां एसएसपी लव कुमार की नेम प्‍लेट भी तोड़ दी।    बताते चले कि सहारनपुर में प्रशासन द्वारा परमिशन न दिए जाने के बाद भी भाजपा सांसद राघव लखन पाल ने अंबेडकर शोभायात्रा निकला। यह यात्रा जैसे ही गांव के खास समुदाय के इलाके में पहुंची वहां पथराव शुरू हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी शफकत कमाल व एसएसपी लव कुमार भी मौके पर पहुंच गए है। प्रशासन का कहना है कि यहां पर शोभा यात्रा निकलने पर प्रतिबंध है। उसके बाद भी यहां से शोभा यात्रा निकाला गया। दरअसल, बीजेपी इस बार डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर जगह-जगह शोभायात्राएं निकाल रही है। सड़क दूधली में गुरुवार को शोभायात्रा निकाली जा रही थी। दोपहर में दूसरे संप्रदाय के लोगों ने इस पर एतराज जताया और शोत्रायात्रा नहीं निकालने देने का ऐलान कर दिया। इधर, बीजेपी शोभायात्रा निकालने पर अड़ी थी। दोनों संप्रदायों के बीच टकराव की नौबत आ गई। इसी दौरान पथराव शुरू हो गया। इससे वहां भगदड़ मच गई। हिंसा पर उतारू भीड़ ने कई वाहन तोड़ डाले। सड़क पर पत्थर ही पत्थर नजर आने लगे। बीजेपी का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने फायरिंग भी की। शोभायात्रा के साथ काफी संख्या में पुलिस बल था, बावजूद वह स्थिति पर काबू नहीं पा सका। सूचना पर कमिश्नर, जिलाधिकारी और एसएसपी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। सांसद राघवलखनपाल और देवबंद विधायक ब्रजेश सिंह भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्ष अपनी-अपनी जिद पर अड़े थे। थोड़ी देर रुककर शोभायात्रा दोबारा निकालने की तैयारी की गई तो फिर पथराव शुरू हो गया। इस बार हुए पथराव में कमिश्नर की गाड़ी क्षतिग्रसत हो गई। हिंसा पर उतारू भीड़ ने कई दुकानों में आग लगा दी। हालांकि इन पर तत्काल ही काबू पा लिया गया है। दोपहर समाचार लिखे जाने तक रुक-रुककर पथराव हो रहा था और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी।


5 राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर UP ATS ने चलाया ऑपरेशन, 3 संदिग्‍ध गिरफ्तार

यूपी ATS ने 5 राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर चलाया ऑपरेशन, 3 संदिग्‍ध गिरफ्तार
ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
नई दिल्‍ली: यूपी एटीएस ने 5 राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार सुबह 12 संदिग्ध ISIS आतंकियों को गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन में यूपी एटीएस ने बिजनौर से पांच, शामली से एक, मुजफ्फरनगर से एक, बिहार से एक, जालंधर से 2 और महाराष्ट्र से 2 युवकों को अरेस्ट किया। इसके साथ ही 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बता दें कि इस ऑपरेशन में लोकल पुलिस शामिल नहीं थी। इन सभी को 12 लोगों को नोएडा ले जाया गया है। वहीं पूछताछ की जा रही है।

बिजनौर का नाजिम है मास्‍टर मांइड   इस ऑपरेशन में बिजनौर के बढ़ापुर मस्जिद से एटीएस और एसटीएफ ने छापे मारकर 5 लोगों को पकड़ा है। इनमें कोतवाली देहात के गांव अकबराबाद निवासी मोहम्मद फैजान इमाम है और नगीना के गांव तुकमापुर निवासी मोहम्मद तनवीर मुअज्जम है। सूत्रों की माने तो बिजनौर का नाजिम अहमद इन सबका मास्‍टर माइंड है। ये एक अपार्टमेंट में रहकर धमाकों की प्‍लानिंग कर रहा था। इसकी यूपी के अलावा अन्‍य राज्‍यों में भी धमाके की योजना थी। नाजिम के एक अन्‍य साथी मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। नाजिम के कमरे में कई मोबाइल, आतंक से जुड़े साहित्‍य, दस्‍तावेज बरामद किए हैं।  यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने कहा कि अलग-अलग राज्यों से 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। चार लोगों के खिलाफ सबूत मिले हैं। बाकी लोगों से पूछताछ जारी है। ये लोग सेल्फ मोटिवेटेड हैं, किसी ग्रुप से इन्हें मदद नहीं मिली है। यह कार्रवाई बुधवार देर रात यूपी एटीएस की टीम ने पांच राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर की थी। यह गुरुवार सुबह तक चलती रही। बड़ी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे गौरतलब है कि, यूपी एटीएस को ये सूचना मिली थी कि आतंकवादी घटनाएँ करने के लिए एक गिरोह तैयार हो रहा है, जिसके कुछ अति-सक्रिय सदस्य अब नए सदस्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। खुरासान मॉड्यूल के ये आतंकी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे।    इसके बाद यूपी एटीएस ने स्पेशल सेल दिल्ली पुलिस, सीआई सेल आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र एटीएस, पंजाब पुलिस, बिहार पुलिस के साथ मिलकर एक सयुंक्‍त टीम बनाई, जिसने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पकड़े गये लोगो में बिहार से एहतेश्याम, यूपी से मुफ्ती फैजान, जकीर, मुम्बई से नजीम और पंजाब के जालंधर से मुजम्मिल शामिल है।  जानकारी के अनुसार, पकड़े गए संदिग्‍धों में से चार पर मुकदमा चलेगा। वहीं, एटीएस 8 लोगों की काउंसिलिंग कराएगी। काउंसिलिंग के बाद 8 युवकों को छोड़ा जाएगा। इस दौरान सभी युवकों पर वक्त-वक्त पर नजर रखा जाएगा। एटीएस ने इन सभी के परिवार वालों को सूचना दे दी है।  पुलिस की टीम ने महाराष्ट्र के मुंबई, हरियाणा के लुधियाना, बिहार के नरकटियागंज और यूपी के बिजनौर, मुजफ्फरनगर में आतंकियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की। वहां से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। सभी संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।  बताते चले कि यूपी में आईएसआईएस खोरासान मॉड्यूल के सामने आने के बाद एजेंसियों को वेस्ट यूपी के कुछ इलाकों में अन्य मॉड्यूल के सक्रिय होने की खबर मिली थी। इसके बाद यूपी समेत कई राज्यों की एजेंसियों को अलर्ट किया गया था। पिछले दिनों हापुड़ और लखीमपुर खीरी में 'लो इंटेसिटी ब्लास्ट' होने और ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटनाओं के बाद यूपीएटीएस ने इलाके में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी।

सत्ता के नशे में चूर बीजेपी विधायक ने टोल कर्मियों को पीटा


सत्ता के नशे में चूर बीजेपी विधायक ने टोल कर्मियों को पीटा, देखें VIDEO
ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
बरेली: यूपी में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद बीजेपी विधायकों पर सत्‍ता का नशा ऐसा चढ़ा है कि वे कानून को हाथ में लेने से भी नही चूक रहे हैं। सोशल  मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी विधायक महेंद्र यादव  टोल प्‍लाजा पर टोलकर्मी से मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद-बरेली नेशनल हाइवे 24 पर बने फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा पर बीजेपी विधायक ने टोल कर्मियों से मारपीट की और बैरियर हटाकर बगैर टैक्स चुकाए सारे वाहन ले गए। पीड़ितों ने फतेहगंज पश्चिमी थाने में तहरीर भी दी लेकिन सत्ता के दबाव में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।  वीडियो में दिख रहा है कि दिल्ली की तरफ से सीतापुर के विधायक महेंद्र यादव काफिला आता है। जब टोलकर्मी टैक्स के रुपए मांगते हैं तो विधायक के समर्थक टोल कर्मियों से भिड़ जाते हैं। कुछ देर बाद विधायक भी गाड़ी से उतर कर आते हैं और टोल कर्मियों को पीटने लगते हैं। जिसके बाद बैरियर उखाड़ कर फेंक देते हैं, जिसके बाद विधायक के काफिले के सारे वाहन बगैर टैक्स चुकता करे चले जाते हैं। 


महराजगंज : तीन शिक्षक नदारद, वेतन रोका

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरोमहराजगंज। बुधवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सदर क्षेत्र के तमाम स्कूलों का निरीक्षण किया। जांच के दौरान तमाम शिक्षक गैरहाजिर मिले। उन्होंने 3 शिक्षकों का वेतन रोक दिया। मौके पर मिले शिक्षकों को पठन-पाठन व्यवस्था बेहतर बनाने और नामांकन के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की नसीहत दी। लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
 सदर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अमरुतिया पासी टोला, प्राथमिक विद्यालय अमरुतिया खास व प्राथमिक विद्यालय अमरुतियां का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। अमरुतिया पासी टोला में कार्यरत प्रधानाध्यापक कुमुदलता मिश्रा और सहायक अध्यापक पवन नायक उपस्थित मिले। सुनीता चौधरी एवं सुकन्या शर्मा अनुपस्थित मिली। बिना पूर्व सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित रहने के कारण दोनों का वेतन रोक दिया। साफ-सफाई का अभाव पाया गया। बीएसए ने साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। 
प्राथमिक विद्यालय अमरुतिया खास में कार्यरत पुष्पलता प्रधानाध्यापक बिना अवकाश स्वीकृति गैरहाजिर मिलीं। उनका वेतन बाधित कर दिया गया। अन्य सहायक अध्यापिका संध्या वर्मा, ज्ञानती राय, मधु सिंह विद्यालय में मौजूद मिली। प्रतिमा सिंह बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर थी। विद्यालय में नामांकित 186 बच्चों में से 115 उपस्थित मिले। प्राथमिक विद्यालय अमरुतिया में प्रधानाध्यापक सतीश प्रसाद और शिक्षक पवन कुमार सिंह उपस्थित थे। वहीं मुकेश कुमार, समरपाल ब्लाक संसाधन केंद्र सदर पर गए थे। नामांकित 146 बच्चों में मात्र 66 उपस्थित मिले। बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने बताया कि औचक निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास हो रहा है। दायित्व के प्रति लापरवाह  शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Wednesday, April 19, 2017

महराजगंज : शराब पीने के लिये मना किया तो........

husband killed his wife in jungle

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज

महराजगंज। रोज-रोज शराब पीने की आदत पर पत्नी का टोकना एक शख्स को इस कदर नागवार गुजरा कि जंगल में ले जाकर पेड़ की डाली से पीटकर उसकी जान ले ली। हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना सदर कोतवाली क्षेत्र के जंगल फर्जंदली स्थित ससुराल में रह रहे सिसवां अमहवां के मूल निवासी बुद्धू के घर की है। बताते हैं कि पैतृक संपत्ति बेचकर बुद्धू ने पत्नी शकुंतला के साथ सुसराल में रहना शुरू कर दिया था और बिकी संपत्ति से हासिल धनराशि से घर का खर्च चला रहा था।

कई महीने से शराब पीकर घर आने की आदत देख पत्नी ने टोकना और समझाना शुरू किया तो वह झगड़ने लगता था। सोमवार रात भी इन्हीं हालात में दोनों के बीच जमकर कहासुनी हुई। आरोप है कि शराब पर टोकाटाकी से नाराज बुद्धू मंगलवार सुबह किसी बहाने से पत्नी को साइकिल पर बैठाकर जंगल की तरफ ले गया। अकेला माहौल मिलते ही पेड़ की मोटी डाल से पीट कर उसे मार डाला।

शव झाड़ी में छिपाकर दोपहर करीब 2 बजे घर पहुंचा तो बेटे ने मां के बारे पूछा। इस पर जवाब दिया, जाओ जंगल में तुम्हारी मां की लाश पड़ी है। बदहवासी के बीच बेटा मां के शव तक पहुंचा। जानकारी मिलते ही पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी बुद्धू को गिरफ्तार कर लिया।  सदर कोतवाल श्रीकांत ने बताया कि पूछताछ में बुद्धू ने पत्नी की हत्या करने तक की पूरी कहानी बयां की है। ग्राम चौकीदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

Monday, April 17, 2017

13.5 करोड़ की डकैती का मास्टर माइंड गिरफ्तार, बताया क्यों मारा था बड़ा हाथ

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ चौक के मुकुंद ज्वैलर्स पर धावा बोलकर 40 किलो सोना समेत 13.5 करोड़ की डकैती के मास्टर माइंड को एसटीएफ ने रविवार दोपहर चिनहट इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से सिर्फ 85 ग्राम सोना बरामद हुआ।हत्थे चढ़े डकैत पर 12 हजार का इनाम घोषित था। वारदात में शामिल सभी नौ बदमाश सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं, लेकिन सोने के गहनों से भरे बैग की गुत्थी नहीं सुलझी है। डकैती में घायल व्यापारी ने 25-30 किलो गहनों की सूची पुलिस को सौंपी थी।
lucknow chowk dacoity mastermind arrested by stf in lucknow

पुलिस व एसटीएफ नौ किलो सोना बरामद कर सकी है। एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक के मुताबिक, इंस्पेक्टर विनय गौतम की टीम ने सटीक सूचना पर चिनहट इलाके में बीबीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास घेराबंदी करके मुकुंद ज्वैलर्स की डकैती के मास्टर माइंड राहुल दीक्षित को गिरफ्तार किया है।

सीतापुर के सिधौली थाने के गांव बाड़ी निवासी राहुल के कब्जे से 85 ग्राम सोना बरामद हुआ। उसने कुबूला कि सिधौली के ही विनय शुक्ला के साथ मिलकर 5 मार्च को मुकुंद ज्वैलर्स पर डकैती डाली थी। विनय ने चौक में रहने वाले अपने साथी विनीत रस्तोगी व वत्सल से रेकी कराई थी।इसके साथ अमेठी के अभय सिंह उर्फ विपिन, शानू उर्फ शान मोहम्मद, लालगंज रायबरेली के हरविलास, राजबहादुर, आशीष सिंह के साथ मिलकर वारदात अंजाम दी थी। वह विनय शुक्ला के साथ पीजीआई क्षेत्र में वृंदावन कॉलोनी में किराए पर रहता था। 
राहुल ने कुबूला कि सीतापुर व बाराबंकी में उसके खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज थे। लूट, डकैती, हत्या व अपहरण के केस शामिल हैं। उसने व विनय ने बड़ा हाथ मारकर लाइफ सेटल करने की योजना बनाई। मोटी रकम लेकर दिल्ली या मुंबई में बसने का इरादा था।
वारदात अंजाम देने के बाद मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मुंबई की सैर करता रहा। जेब खाली हो गई तो एक स्थान पर छिपाए डकैती के गहने लेने आया था।  मुकुंद ज्वैलर्स के मालिक प्रवीण कुमार रस्तोगी के मुनीम ने वारदात के तुरंत बाद 40 किलो सोना समेत 13.5 करोड़ की डकैती की जानकारी दी थी।
घायल प्रवीण ने हफ्ता भर बाद पुलिस को डकैती में गए माल की सूची सौंपी। उन्होंने 25-30 किलो सोना और 1.80 लाख की नकदी का जिक्र किया। आईजी जोन की पहल पर पुलिस ने डकैतों की धरपकड़ शुरू की।पता चला कि नौ बदमाशों ने वारदात अंजाम दी थी और करीब दो-दो किलो सोना प्रत्येक के हिस्से में आया। डकैतों ने विनय व राहुल पर गहनों से भरा बैग गायब करने का आरोप लगाया। विनय 27 मार्च को एसटीएफ के हत्थे चढ़ा। गहनों के बैग का राज नहीं उगला।
अब राहुल दीक्षित ने भी गहनों से भरे बैग के सवाल पर चुप्पी साध ली। नौ डकैतों में सात को पुलिस-एसटीएफ ने गिरफ्तार किया, जबकि शान मोहम्मद बाराबंकी में हाजिर हुआ और आशीष सिंह ठाकुरगंज  के एक मुकदमे में जेल चला गया।
इस तरह मुकुंद ज्वैलर्स में डकैती के सभी बदमाश सलाखों के पीछे हैं और सिर्फ नौ किलो सोना बरामद हुआ है।  चौक कोतवाली के एसएसआई पंकज सिंह ने बताया कि डकैतों द्वारा 17-18 किलो सोना बटोर ले जाने का संदेह है। इसमें से नौ किलो बरामद हो चुका है।
आशीष सिंह व शान मोहम्मद का पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर डकैती में उनके हिस्से का सोना बरामद करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा सोने के गहनों से भरे बैग की गुत्थी सुलझाने के लिए विनय, राहुल व आशीष सिंह का आमना-सामना कराया जाएगा। 

सोनू के ट्वीट्स पर मुस्लिम नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया,- क्या 'एंटी अजान स्क्वॉड' बनाएंगे

सोनू निगम और कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला
गायक सोनू निगम के अजान को लेकर लिखे गए ट्वीट्स पर मुस्लिम नेताओं की तरह से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान ने सोनू निगम को नसीहत के अंदाज में कहा है कि वे ऐसे इलाकों में ना रहें जहां कानों में उनके लिए इतनी नागवार आवाज आती हो.
उधर, कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने भी सोनू निगम को उनके ट्वीट्स के लिए आड़े हाथ लिया है. शहजाद ने कहा कि क्या सोनू इसके लिए 'एंटी अजान स्क्वॉड' बनाएंगे?
बता दें कि सोनू निगम ने सोमवार सुबह एक के बाद एक चार ट्वीट किए थे. पहले ट्वीट में उन्होंने कहा था- ईश्वर सभी पर कृपा करे. मैं मुसलमान नहीं हूं और मुझे अजान सुनकर जागना पड़ा. भारत में कब ये जबरन धार्मिकता खत्म होंगी.
सोनू ने दूसरे ट्वीट मे कहा कि- और जिस समय मोहम्मद ने इस्लाम धर्म बनाया तब बिजली नहीं थी. फिर एडिसन के (अविष्कार के) बाद क्यों मुझे ये शोर बर्दाश्त करना पड़े. सोनू ने तीसरे ट्वीट में कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि कोई मंदिर या गुरुद्वारा बिजली का इस्तेमाल उन लोगों को उठाने के लिए करता हो जो उस धर्म का पालन नहीं करते. तो फिर ऐसा क्यों?' सोनू ने चौथे और आखिरी ट्वीट मे कहा- 'गुंडागर्दी है बस'.
सोनू के इन्हीं ट्वीट्स पर आजम खान ने कहा, 'वे ऐसे इलाकों में नहीं रहें, जहां कानों में उनके लिए इतनी नागवार आवाज आती है. ऐसे इलाकों से दूर रहें. नाचने गाने वालों को तो ऐसी जगह रहना चाहिए जहां वो अच्छा रियाज कर सकें. अच्छे सुकून की जिंदगी गुजार सकें. दौलतमंद लोग हैं, ऐसी जगह पर रहें जहां भजन, गुरबानी, अजान सुनाई ना दें. नाचने गाने वालों के लिए वैसे भी ऐसी जगह सूट नहीं करते. उन्हें इलाका बदलना चाहिए ऐसी जगह पर नहीं रहना चाहिए.'
इस बीच, महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने दिल्ली में कहा- 'जहां तक मेरा सवाल है मैं अजान से भी जागता हूं, गायत्री मंत्र से भी जागता हूं. अजान हो, जन्माष्टमी की आरती हो, गणेश चतुर्थी में लाउड स्पीकर का इस्तेमाल हो या रोज जो सड़कों पर बारातें निकलती हैं, ये तमाम वो चीजें हैं जो ध्वनि प्रदूषण कानून के खिलाफ हो रही है.
अगर दिशानिर्देशों का उल्लंघन हो रहा है तो समान रूप से कार्रवाई होनी चाहिए. पर चयनात्मक रूप से एक को कटघरे में खड़ा करना और दूसरे के बारे में जिक्र भी नहीं करना, ये सही नहीं है.'
शहजाद ने ये सवाल भी किया कि क्या इसके लिए सोनू निगम 'एंटी अजान स्क्वॉड' बनाएंगे? शहजाद ने कहा कि अगर कानून का उल्लंघन हो रहा है तो उसका सभी से सही तरह से पालन कराने का काम प्रशासन का है.

महराजगंज : इंदिरा आवास के आवंटन में धांधली महिलाओं का प्रदर्शन

Rigged allotment of Indira Housing
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
महराजगंज क्षेत्र के मानिक तालाब गांव में 34 आवास के आवंटन में दर्जन भर से अधिक आवास प्रधान, रोजगार सेवक व क्षेत्र पंचायत सदस्य के परिवार में तो बाकी उनके चहेतों को आवंटित होने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं आवंटन में पात्रता को दरकिनार करने का आरोप है। लक्ष्मीपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मानिक तालाब निवासी फूलदार पासवान के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने गांव के प्रधान, बीडीसी, सचिव व रोजगार सेवक के कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है।  उनका कहना है कि वर्ष 2015-16 में आवंटित करीब तीन दर्जन आवास में एक भी आवास धरातल पर नहीं है। तो प्रस्तावित सूची में प्रधान के परिवार में  एक दर्जन आवास आवंटन प्रस्तावित है। तो वहीं गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य के परिवार वह रोजगार सेवक के परिवार से भी कई नाम प्रस्तावित है। इतना ही नही शेष नामों में भी पात्रता को दरकिनार कर अपने चहेतों का ही ख्याल किया गया है। डीएम वह मुख्यमंत्री को लिखे शिकायत पत्र में रोजगार सेवक के पास पक्का मकान होने के बाद भी आवास आवंटित करने की बात कही गई है। यहां के आवास का मामला पहले भी तहसील में डीएम के सामने आ चुका है। जिस मामले में डीडीओ राधेश्याम द्वारा जांच में शिकायत सही भी पाई गई। 
प्रधान प्रतिनिधि भोला ने कहा कि आवास को लेकर सभी अनियमितता पूर्व प्रधान के कार्यकाल में किया गया है। केवल राजनीतिक द्वेष वश मामले को तूल दिया जा रहा है। मेरे कार्यकाल में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। 
प्रधान, बीडीसी व रोजगार सेवक के परिवार में दर्जन भर से अधिक आवास आवंटित करना व प्रस्तावित करना गलत है। जो घोर अनियमितता के दायरे में है। जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।      
राम निवास सीडीओ महराजगंज

गोंडा : एटीएम बने शो-पीस , कैश की किल्लत


32 ATM locks, cash shortage
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
गोंडा आरबीआई की ओर से पर्याप्त रुपयों की सप्लाई न करने से जिले में कैश का संकट दिखने लगा है। कैश की किल्लत से सभी एटीएम बूथों के शटर गिर गए हैं। पिछले सप्ताह से ही कई एटीएम के तो ताले तक नहीं खुले हैं। इस समय शहर गोंडा में ही करीब 32 एटीएम बंद पड़े हैं। इसमें कुछ तो दिखावे के खुले हैं तो कुछ के शटर आधा डाउन और कुछ में ताले लटक रहे हैं। एटीएम कार्डधारक पैसा न निकल पाने से अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं
बैंक में अवकाश होने से रविवार को कैश की किल्लत भारी पड़ी। ऐसा माना जा रहा है कि कैश की किल्लत से एटीएम के संचालक एटीएम में कैश नही भर पा रहे हैं। वहीं शहर के भर के एक दो एटीएम को छोड़कर किसी भी एटीएम का संचालन न होने से एटीएम कार्डधारकों को पैसा निकालने के लिए शहर भर के एटीएम बूथों पर दौड़ लगानी पड़ रही हैं।

रविवार को बैंक में अवकाश रहने से स्टेट बैंक, एडीबी, आईसीआईसीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक, सिंडिकेट बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, यूनियन बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, एक्सिस बैंक, इलाहाबाद बैंक, एचडीएफसी बैंक, केनरा बैंक, पीएनबी आदि बैंक के लगभग सभी एटीएम कैश से सूखे रहे। शहर सिविल लाइन मोहल्ले में बैंक ऑफ इंडिया व पीएसी गेट पर पीएनबी का एक एटीएम चलता पाया गया। रविवार को यहां पैसा निकालने वालों की भीड़ रही। वहीं, सबसे बुरा हाल ग्रामीण क्षेत्र के एटीएम बूथों पर हैं। कटरा बाजार, करनैलगंज व छपिया और मनकापुर क्षेत्र के बैंकों के एटीएम पर इस समय लगातार कुछ दिनों से तालाबंदी है। 
    
कैश की किल्लत से परेशान लोग सरकार के अचानक कैशलेस ट्रांजेक्शन की नीति अपनाने की खबरों से सकते में है। लोगों का कहना है कि सरकार सबसे पहले पूरे सिस्टम को ठीक करे। खाताधारकों व उपभोक्ताओं को प्रशिक्षित करे उसके बाद कैशलेस की नीति अपनाए तो बेहतर होगा।

कार्डधारक शिव प्रसाद यादव का कहना है कि अभी कैशलेस ट्रांजेक्शन संभव नहीं है। लोगों को नकद पैसों की जरूरत है। कार्डधारक उमेश कुमार का कहना है कि छोटी छोटी जरूरतों के लिए कैश की जरूरत है, वह कैशलेस नहीं हो सकती है। इसके लिए सरकार अभी होमवर्क करें, जनता के लिए सुविधाएं बनाए।
       
एलडीएम एके पांडेय ने कहा कि बैंकों में कैश की किल्लत नहीं है और न ही आरबीआई की ओर से कोई सूचना दी गई है। एटीएम बूथों का संचालन बैंक की ओर से नहीं होता है। बैंकों के नाम पर एटीएम का संचालन करने वाले कैश भरते हैं, वही इसके जिम्मेदार हैं। उनका अलग-अलग बैंकों से समझौता होता है।       
 

खाखी का कहर....बाराबंकी :बेटे पर अपहरण का आरोप, पिता को उठा ले गई पुलिस, पीटकर ले ली जान

police beats accused father to death in barabanki
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी क्षेत्र की रामनगर पुलिस ने एक युवती के अपहरण के आरोपी युवक के पिता की जमकर पिटाई की गई। इसके बाद अधेड़ की पुलिस हिरासत में मौत हो गई।बताया जा रहा है कि मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के मधवापुर मजरे बल्लोपुर गांव निवासी बाबू यादव(55) के पुत्र लक्ष्मन रामनगर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवती को दस दिन पूर्व भगा ले गया था। पुलिस ने इस मामले में लक्ष्मन के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। दबाव बनाने के लिए पुलिस लक्ष्मन के पिता बाबू यादव को पूछताछ करने के लिए रविवार की दोपहर पकड़कर लाई थी। इस बीच पुलिस ने बाबू यादव की जमकर पिटाई की जिसके बाद रात करीब दस बजे उनकी मौत हो गई।इस घटना के बाद थाने के पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। मामले की जानकारी पर एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बाबू यादव को सीएचसी रामनगर ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

इसके बाद करीब 12 बजे रात में मृतक के परिवारीजनों को इस बात की सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एसपी का कहना है कि इस मामले में जो भी पुलिस कर्मी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

तीन तलाक पर योगी के बयान से भड़की शाईस्ता अम्बर, उलेमा ने भी की निंदा

तीन तलाक पर योगी के बयान से भड़की शाईस्ता अम्बर, उलेमा ने भी की निंदा
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा तीन तलाक के मामले को द्रोपदी के चीर हरण से जोड़ना मुस्लिम महिलाओं और उलेमा को रास नहीं आया है. तीन तलाक को ख़त्म करने के लिए मुखर मुहीम चला रही मुस्लिम महिला परसनल ला बोर्ड की संस्थापक शाईस्ता अम्बर ने भी इस पर कड़ा एतराज जताया है.  शाईस्ता ने कहा ''तलाक के मामले की द्रौपदी के चीरहरण से तुलना नहीं की जानी चाहिये. अगर योगी इसे तर्क के रूप में पेश कर रहे हैं तो यहां हिन्दू महिलाओं को भी दहेज के लिये जलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को उनकी समस्याओं पर भी ऐसी ही टिप्पणी करनी चाहिये.

शाइस्ता ने हालांकि साथ ही यह भी कहा कि जुल्म को देखना भी जुल्म है. द्रौपदी के साथ जो हुआ, वह आज भी हो रहा है. ऐसा करने वाले लोगों को सजा के लिये सख्त कानून होना चाहिये. आल इण्डिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि तलाक और द्रौपदी के चीरहरण में अन्तर है. दोनों के बीच तुलना नहीं की जानी चाहिये. योगी के इस बयान के बाद मुस्लिम उलेमा भी योगी के बयान को जहिलाना बताते हुए इसकी  निंदा कर रहे हैं.  आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा ''ऐसे जाहिलाना बयान पर कोई प्रतिक्रिया देना मैं जरूरी नहीं समझता. तलाक के मसले की द्रौपदी के चीरहरण से तुलना तो कोई जाहिल ही कर सकता है. योगी चीजों को सिर्फ एक चश्मे से ही देखते हैं." आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने रविवार को अपनी कार्यकारिणी की बैठक में तीन तलाक की व्यवस्था को खत्म करने से इनकार करते हुए इस सिलसिले में एक आचार संहिता जारी करके शरई कारणों के बगैर तीन तलाक देने वाले मर्दों के सामाजिक बहिष्कार की अपील की है.

आजम का सोनू को जवाब नाचने-गाने वालों को ऐसी जगह नहीं रहना चाहिए


नाचने-गाने वालों को ऐसी जगह नहीं रहना चाहिए: आजम का सोनू निगम को जवाब
लखनऊ. मुसलमानों की 'अजान' को लेकर बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम के ट्वीट के बाद सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने भी विवादित बयान दिया है। आजम ने सोनू निगम को जवाब देते हुए कहा है 'नाचने गाने वालों को ऐसी जगहों पर नहीं रहना चाहिए।' आजम खान अक्‍सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। राम मंदिर मुद्दे की बात हो या फिर कॉमन सिविल कोड की बात हो, आजम खान विवादित बयान देने से कतई नहीं चूकते हैं। सोनू निगम के ट्वीट का जवाब देते हुए आजम ने कहा है 'जहां भजन, गुरुवाणी, अजान हो, वहां सोनू को नहीं रहना चाहिए। उन्‍हें अपना घर बदल लेना चाहिए। उन्‍हें ऐसी जगह रहना चाहिए, जहां वो अच्‍छे से रियाज कर सकें। 
तीन तलाके के मुद्दे पर भी आजम खान ने सीएम योगी आदित्‍यनाथ को दो टूक जवाब दिया। आजम ने कहा कि सती प्रथा जैसे मुद्दों पर मैंने और हमारे उलेमा ने कभी कुछ नहीं कहा। जब हम हस्‍तक्षेप नहीं कर रहे हैं तो उन्‍हें भी हमारे मुद्दों में हस्‍तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। आजम खान ने सीएम योगी से कहा कि ये हमारा काम है और इसे हम पर ही छोड़ दिया जाए


बोले सीएम योगी बड़ा अपराध है बुद्धिजीवियों का ट्रिपल तलाक पर मौन

बड़ा अपराध है बुद्धिजीवियों का ट्रिपल तलाक पर मौन , बोले सीएम योगी

टीम ब्रेक  न्यूज़ ब्यूरो  
लखनऊ. तीन तलाक पर खामोश रहने वाले राजनीतिज्ञों और बुद्धिजीवियों की खामोशी अपराध है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि  देश एक बहुत बड़े मुद्दे पर सब लोग मौन है. योगी ने इस मामले को महाभारत के उद्धरण से जोड़ दिया.  "जब द्रोपदी का चीर हरण हो रहा था तब द्रोपदी ने पूछा था कि इस घटना का दोषी कौन है ? सभी खामोश रहे मगर इसका जवाब विदुर ने देते हुए कहा था कि  एक तिहाई दोषी वो हैं जो यह कृत्य कर रहे हैं , एक तिहाई दोषी वो हैं जो उनका समर्थन कर रहे हैं और शेष एक तिहाई भी इसके दोषी हैं  इस घटना के समय जो मौन है. इस समय देश की एक ज्वलंत समस्या पर लोगो का मुहं बंद है. देश में कॉमन सिविल कोड क्यों नहीं? तीन तलाक के मुद्दे पर एक पक्ष मौन बना है–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 
 योगी सोमवार को विधानसभा के सेन्ट्रल हाल में "राष्ट्र पुरुष चंद्रशेखर-संसद में दो टूक" पुस्तक का विमोचन करते हुए खूब बोले. योगी ने चंद्रशेखर के एक भाषण का जिक्र करते हुए कामन सिविल कोड के मुद्दे को भी उठाया. योगी ने कहा कि चंद्रशेखर ने संसद में कहा था कि एक देश में जब फौजदारी के मामले एक कानून के दायरे में हैं तो फिर विवाह कानून अलग क्यों अलग हैं? एक देश में एक ही कानून सबके लिए होना चाहिए.  पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए योगी ने कहा कि चंद्रशेखर जी को नजदीक से जानने के बाद समाजवादियों के प्रति मेरी धरणा बदली. वे हर विषय को गूढता से समझते थे इसीलिए दो टूक बात कर पाते थे. वे कभी गोरखनाथ मंदिर में नहीं आये मगर एक प्रकरण में जब उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा तो उसमे जिस विस्तार से गोरक्ष पीठ के बारे में लिखा था उससे मैं बहुत प्रभावित हुआ.               उन्होंने कहा कि उन्हें श्री चन्द्रशेखर जी के साथ संसद में कार्य करने का अवसर मिला है। संसद में बहस के दौरान विभिन्न विषयों पर उनके द्वारा व्यक्त किए गए विचार दलगत राजनीति से हटकर मौलिक एवं भारतीय परिप्रेक्ष्य में प्रयुक्त होने वाले थे. कश्मीर समस्या के सम्बन्ध में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि 'कश्मीर जाएगा तो एक भूखण्ड नहीं जाएगा. हमारी धर्मनिरप्रेक्षता चली जाएगी, हमारी एकता चली जाएगी, हमारी वे मान्यताएं चली जाएंगी, जिन मान्यताओं के आधार पर भारत ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी.  योगी ने कहा कि पद एवं प्रतिष्ठा को लेकर चन्द्रशेखर जी में कोई अहम नहीं था. वे हमेशा भारतीय परम्परा और राष्ट्र की मर्यादा के प्रबल समर्थक रहे. कोई व्यक्ति हमेशा स्थायी नहीं रहता, लेकिन उसके विचार शाश्वत होते हैं. चन्द्रशेखर जी हमेशा बिना लाग-लपेट के संसद में बेबाकी से अपनी बात कहते थे। निश्चित रूप से कुछ लोगों को उनके विचार कठोर लगते रहे होंगे, लेकिन वे देशहित में ही बोलते थे. वे हमेशा संविधान के दायरे में रहकर लोकतांत्रिक ढंग से राजनीति करने के हिमायती रहे इसीलिए वर्ष 1975 में जब देश में आपातकाल रोपित किया गया तो उस समय उन्होंने कांगे्रस पार्टी को छोड़ दिया. 'राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर संसद में दो टूक' पुस्तक को अत्यन्त उपयोगी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक में चन्द्रशेखर जी के भाषणों को जगह दी गई है, जिनमें वे देश की तमाम समस्याओं एवं पड़ोसी देशों से भारत के सम्बन्ध आदि विषयों पर बेबाकी से अपने राय रखते हैं. वे अकेले थे, लेकिन अनेक विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करते थे. कई लोगों को यह भ्रम होता है कि चन्द्रशेखर जी नास्तिक थे, लेकिन उन्होंने स्वयं महंत अवैद्यनाथ जी से कहा था कि वे नास्तिक नहीं हैं. वे अपने आश्रम में भारत की सनातन परम्परा एवं धार्मिक मूल्यों का पूरा ध्यान रखते थे. मुख्यमंत्री ने मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करते हुए कहा कि अक्सर नकारात्मक पक्षों को ध्यान न देते हुए अगर सोच सकारात्मक हो तो समाज में रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा दिया जा सकता है और यह काम मीडिया बाखूबी कर सकता है. उन्होंने पुस्तक के सम्पादक श्री धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एक ऐसे समाजवादी नेता के विचार को लेखक ने वर्तमान पीढ़ी के समक्ष रखने का प्रयास किया, जिनके विचार उपयोगी, मार्गदर्शक एवं राष्ट्रीय एकता के लिए हमेशा प्रासंगिक रहेंगे.  इससे पहले, विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदयनारायण दीक्षित ने श्री चन्द्रशेखर की सहजता एवं लोकतांत्रिक मूल्यों में उनकी आस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि वे  जमीन से जुड़े नेता थे और संविधान तथा लोकतंत्र के विरुद्ध कोई भी बात स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होते थे.




सुब्रत राय को SC से बड़ा झटका, नीलाम होगी एंबी वैली

सुब्रत राय को SC से बड़ा झटका, नीलाम होगी एंबी वैली
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो  
नई दिल्ली. सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. उच्चतम न्यायालय ने सहारा की एंबी वैली की नीलामी का आदेश दिया है. कोर्ट ने सहारा प्रमुख को 48 घंटे में हाईकोर्ट के अफसर को संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा है. साथ ही सुब्रत राय को 28 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने का आदेश भी दिया गया है. वहीँ इस मामले में नियुक्त किया गया मुंबई हाईकोर्ट का अफसर सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करेगा.
बता दें कि कोर्ट ने निवेशकों का पैसा लौटाने में असफल रहने के कारण नीलामी का आदेश दिया है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में संशोधन करते हुए कहा कि अगर सहारा समूह ने 17 अप्रैल तक 5,092.64 करोड़ रुपये सेबी के पास जमा नहीं कराए तो फिर वो एंबी वैली को नीलाम करने की कारवाई शुरू कर देंगे.  उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस दीपक मिश्रा, एके सीकरी और रंजन गोगई की पीठ ने फरवरी में सहारा समूह से कहा था कि वो अपनी कुछ प्रॉपर्टी को बेचकर पैसे जमा कराए. लेकिन समूह ने अभी तक एक रुपया भी कोर्ट के पास जमा नहीं किया है.



फिरोजाबाद: डॉक्टरों की लापरवाही के चलते तीन नवजात ने तोड़ दम

फिरोजाबाद: डॉक्टरों की लापरवाही के चलते तीन नवजात ने तोड़ा दम
टीम ब्रेक  न्यूज़ ब्यूरो  
फिरोजाबाद. यूपी के फ़िरोज़ाबाद में इलाज न मिल पाने से तीन नवजात बच्चों की जान चली गई. मुख्य चिक्तिसा अधीक्षक ने जांच के आदेश दे दिए है. इस तरह की मौतों से हड़कंप मच गया है  फ़िरोज़ाबाद के जिला अस्पताल में मरीजो और नवजात बच्चों का किस तरह से ध्यान रखा जाता है इसका उदाहरण देखने को मिला जब तीन नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया इनके परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही की है. लेकिन आरोपी डॉक्टर ने अपने को निर्दोष बताया है

अब मुख्य चिक्तिसा अधीक्षक ने जांच के जांच के आदेश दे दिए है. दरसअल शिकोहाबाद के गांव आमरी निवासी रहीम अपने पत्नी को लेकर प्रसव कराने के लिए पहले शिकोहाबाद के सरकारी हॉस्पिटल में गया था. वहां से उसकी पत्नी को फ़िरोज़ाबाद के जिला अस्पताल के लिए भेज दिया जिला अस्पताल में रहीम की पत्नी ने जुड़वा बच्चो को जन्म दिया. दोनो बच्चो को आईसीयू में रख दिया लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एके चौधरी मौजूद ही नही थे इस लिए इलाज ही नही हो पाया और दोनों बच्चों की मौत हो गई. इसी तरह नगला विष्णु निवासी प्रेम वीर भी अपनी पत्नी संध्या का प्रसव कराने जिला अस्पताल में आया था. उसके भी एक बच्चा हुआ हालात बिगड़ने पर उसे भी आईसीयू में भर्ती कर दिया लेकिन डॉक्टर चौधरी नही थे इस लिए इलाज ही शुरू नही हो पाया. जिससे दोनों बच्चो की मौत हो गई. इस तरह से नवजात बच्चो की मौत पर हॉस्पिटल की लचर इलाज व्यवस्था की पोल खुल कर सामने आ गई. मृतक बच्चो के पिता रहीम ने कहा कि पत्नी को बच्चे के लिए पहले शिकोहाबाद अस्पताल में ले गए थे फिर फ़िरोज़ाबाद के जिला अस्पताल में भेज दिया वहां पर जुड़वा दो बच्चे हुए जिनका जिला अस्पताल में इलाज ही नही हुआ दोनो बच्चो की मौत हो गई.  अखलेश शर्मा, समाजसेवी, ने कहा कि इस तरह से हॉस्पिटल में तीन बच्चो की मौत का गंभीर मामला है इसकी जांच होनी चाहिए इन डॉक्टर के ऊपर तो मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए. ग्राम प्रधान राजकुमार ने कहा कि ये बच्चो को जन्म देने के लिए पहले शकोहाबाद ले गए उसके बाद फ़िरोज़ाबाद जिला अस्पताल में लाये वहां पर कोई डॉक्टर नही था इलाज नही हो पाया दोनो बच्चो मौत हो गई है  डॉक्टर, साधना राठौर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, फ़िरोज़ाबाद डॉक्टर चौधरी की ड्यूटी थी ये बिना बताए चली गईं, इन डॉक्टर की पहले भी शिकायत रही है ये बिना बताए कही भी चले जाते है इस मामले में भी इनकी मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत लिख कर भेजी है आगे कार्य

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...