Friday, May 4, 2018

देश दिल्ली ट्रेनों के लेट परिचालन पर बोली सरकार "दुर्घटना से देर भली


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली- ट्रेनों में लेटलतीफी पर रेल मंत्रालय ने परिवहन में बोले जाने वाले सूक्ति वाक्य "दुर्घटना से देर भली" को अपना तकिया कलाम बना लिया है। इस समय देश में ना तो इस वक्त कोहरा पड़ रहा है और नहीं कहीं बाढ़ आई है, इन सबके बाद भी ट्रेनों की लेटलतीफी बरकरार है, जिसके चलते देशभर के यात्री परेशान हैं। देश में न कहीं किसान आंदोलन चल रहा है और न किसी प्रकार का कोई अन्य आंदोलन चल रहा है जिसकी वजह से ट्रेनों के परिचालन में कोई परेशानी आए, लेकिन जब ट्रेनों की लेटलतीफी की बात की जाती है तो रेल मंत्रालय कोहरे या बाढ़ की बात कहकर पल्ला झाड़ लेता है। इस वक्त लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। उनके अपने गंतव्य तक पहुंचने का कोई निश्चित समय नहीं है। रेल मंत्रालय के आंकड़े भी यह नहीं बताते कि टाइम टेबल बिगड़ चुका है।

यदि 2016-17 के आंकड़ों की बात करें तो मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पर पहुंचने का औसत 76 फीसदी रहा था। यानी कि 76 फीसदी रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय पर चलीं थी। वर्ष 2017-18 के दौरान मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पर पहुंचने की औसत दर घटकर 71.38 फीसदी रह गई है। यानी कि रेलगाड़ियों का परिचालन सुधरने की बजाय बिगड़ गया और अगर पैसेंजर ट्रेनों की बात करें तो वर्ष 2016-17 के दौरान समय पर पहुंचने की औसतन दर 76.53 फीसदी रही, जबकि वर्ष में 2017-18 में गिरकर 72.66 फीसदी रह गई है।

हर साल रेलवे के बज़ट में की गई बढ़ोतरी
रेल मंत्रालय के डायरेक्टर (इंफॉर्मेशन एंड पब्लिसिटी) वेदप्रकाश ने बताया कि मोदी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने पर पूरा जोर लगाया हुआ है। उन्होंने बताया कि 2009 से 2014 के दौरान हर साल रेलवे में 24,307 करोड़ रुपये का निवेश इंफ्रास्ट्रक्टर में किया गया। 2014 में मोदी सरकार आने के बाद 2014-15 में 58,718 करोड़ रुपये का भारी निवेश रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर में किया गया। वित्त वर्ष 2015-16 में इसे बढ़ाकर 93,520 करोड़ रुपये कर दिया गया और 2016-17 में यह निवेश बढ़कर 1 लाख करोड़ पार गया।

केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का टारगेट 1,46,500 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है। वेद प्रकाश ने बताया कि देश भर में रेलवे के दोहरीकरण, विद्युतीकरण और आधुनिकीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसी कारण रेलवे की आवाजाही पर असर पड़ा है। रेलवे के डायरेक्टर के मुताबिक 2019 तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर काम करना शुरू कर देगा तो उसके बाद मालगाड़ियों का दबाव मौजूदा लाइन से हट जाएगा और इससे रेलगाड़ियों को तेजी से और समय पर चलाया जा सकेगा।

रेलवे की प्रीमियम ट्रेनें शताब्दी और राजधानी 2 घंटे से लेकर 6 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। ट्रेनों के लेट चलने पर रेलवे का कहना है दुर्घटना से देर भली। सड़क परिवहन में सुरक्षा के लिए प्रयुक्त होने वाले वाक्य को रेलवे ने अपना तकिया कलाम बना लिया है। वेदप्रकाश का कहना है कि इस समय जल्दी पहुंचने से ज्यादा जरूरी है सुरक्षित पहुंचना, देश में सेफ्टी को तरजीह दी जा रही है, जहां-जहां रेल लाइनों और स्टेशनों पर मरम्मत और सेफ्टी के काम बाकी है उनका तेजी से निपटारा हो रह है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय का पूरा फोकस सेफ्टी पर है, जगह-जगह पर ट्रैफिक ब्लॉक लेकर सेफ्टी और मरम्मत कार्य पूरा किया जा रहा है।

Tuesday, May 1, 2018

श्रम विभाग मण्डल में छह हजार जोड़ों की शादियां कराएगा-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गोंडा। श्रम विभाग की ओर से कन्या विवाह सहायता योजना के तहत बहराइच में मंडलीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम 29 जून को आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में सामूहिक रूप से छह हजार जोड़ों की शादी कराए जाने का लक्ष्य है।इस सामूहिक शादी कार्यक्रम में एक साथ एक ही पंडाल के नीति सभी जाति धर्म वर्ग के लोगों की उनके रीति रिवाज के मुताबिक शादी करायी जाएगी। 
इस शादी में शामिल जोड़ों को सरकार की ओर से कुछ वस्तुएं भी बतौर उपहार के रूप में दी जाएंगी। इसके अलावा श्रम विभाग की ओर से कन्या विवाह योजना के तहत नगद हित लाभ श्रमिक के बैंक खाते में भेजी जाएगी। 

कार्यक्रम स्थल से एक साथ सभी श्रमिक बाबुल अपनी बेटियों को विदा करेंगे। विभाग की ओर से सामूहिक विवाह के लिए 29 जून 2018 तारीख घोषित किया गया है। इसके लिए एक से 20 मई तक रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।

रजिस्ट्रेशन के लिए मंडल के चारो जिलों में अधिकारियों को लगाया गया है। श्रमिक इन अधिकारियों से सम्पर्क कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। शादी समारोह में जन प्रतिनिधि व मंडल के अधिकारी नव वर वधुओं को आशीर्वाद देकर उन्हें विदा कराएंगे। 

श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के अपने बेटियों की सामूहिक विभाग कार्यक्रम में शादी कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। बेटी की शादी में श्रम विभाग की ओर से कन्या विवाह सहायता योजना के तहत हित लाभ दिया जाएगा।

पंजीकृत श्रमिक बेटी की शादी कार्यक्रम में कराने के हिए 20 मई तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। 29 जून को सामूहिक विवाह कार्यक्रम होगा। 
ब्यूरो रिपोर्ट गोंडा से सुभाष सिंह

Monday, April 30, 2018

BJP सांसद ने CM याेगी काे लिखा खत, कहा-UP काे खेलाें में शर्मसार हाेने से बचा लीजिए:गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


 टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गाेंडाःहाल ही में आस्ट्रेलिया में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम में यूपी के शर्मनाक प्रदर्शन पर बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने गहरी चिंता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ काे लिखे भावुक पत्र में उन्हाेंने अपील की है कि याेगी जी, प्रदेश काे खेलाें में शर्मसार हाेने से बचा लीजिए।
पत्र में उन्हाेंने लिखा है कि आज हरियाणा, दिल्ली, मणिपुर, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु की जितनी कुल आबादी है, उतनी आबादी अकेले उत्तर प्रदेश की है, लेकिन इन 7 राज्यों के खिलाड़ियों को हाल में समाप्त हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 55 पदक हासिल हुए जबकि यूपी को केवल 5 पदकों से संतोष करना पड़ा। मुझे दुख इस बात का है एेसी स्थिति के बावजूद न तो प्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर कोई हलचल है न ही किसी के चेहरे पर कोई शिकन या शर्मिंदगी है। लेकिन इस प्रदेश का जागरूक नागरिक होने के नाते मैं इन आंकड़ों से बहुत आहत हुआ हूं...शर्मिंदा हूं। यहा हालत तब है जबकि राज्य के खेल मंत्री खुद खिलाड़ी हैं और यूपी आेलंपिक एसोसिएशन में भी अखिलेश दास के सुपुत्र विराज जैसे युवा मौजूद हैं।

पिछली सरकारों के बैकलॉग को दूर करे सरकार
ब्रिज भूषण ने पत्र के जरिए सुझाव दिया है कि मौजूदा सरकार को पहले तो पिछली सरकारों के बैकलॉग को दूर करना होगा तभी वह मौजूदा खिलाडियों के बारे में सोच सकती है। मगर मुझे दुख है कि इस काम की रफ्तार बेहद धीमी है। सवाल यह है कि क्या खिलाड़ी स्पोर्टस कोटे से कॉन्स्टेबल की नौकरी पाकर अपनी खुराक का खर्च और अपने परिवार की जरुरतें पूरी कर पाएंगे और अगर वे सब्र का घूंट पी भी लें तो उसके कॉन्स्टेबल से हैड कॉन्स्टेबल और फिर सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर बनने में उन्हें वर्षों इंतजार करना पड़ेगा। सच तो यह है कि आज ओलम्पिक पदक जीतने पर भी राज्य में डीएसपी या उनके बराबर पद पर सीधे तैनात करने का कोई प्रवाधान नहीं है। जबकि नरसिंह यादव महाराष्ट्र पुलिस में और योगेश्वर दत्त हरियाणा पुलिस में सीधे डीएसपी भर्ती हुए हैं।

प्रदेश के खिलाडियाें काे नहीं मिलता सही सम्मान
देश को 30 साल बाद विश्व चैंपियनशिप का पदक दिलाने वाली अल्का तोमर राज्य के बिजली विभाग में भर्ती होने के बाद भी आज तक डीएसपी के बराबर या यह कहिए कि उसके आस-पास के पद तक भी नहीं पहुंच पाई हैं। जबकि उनके करीब-करीब बराबर उपलब्धियां हासिल करने वाली गीता फोगट को हरियाणा पुलिस ने डीएसपी बनाकर उचित सम्मान दिया है। अगर इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो काफी संख्या में देश के खिलाड़ियों को दूसरे राज्य की ओर पलायन होना तय है। वैसे हरियाणा सरकार के भारत केसरी दंगल में कई पहलवानों को दूसरें राज्यों की ओर से खेलते हुए देख चुके हैं। प्रदेश के खेलों में पिछड़ने की दूसरी वजह राज्य में मूलभूत सुविधाओं की कमी होना है।
सरकार नहीं उठा रही है सही कदम
ब्रिज भूषण ने आगे कहा कि भारतीय कुश्ती संघ और उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ का अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रदेश के कई जिलों में गद्दे उपलब्ध कराने का काम किया है। मेरे और भारतीय खेल प्राधिकरण के प्रयासों को यदि आप छोड़ दें तो राज्य सरकार ने इस दिशा में क्या कदम उठाएं हैं। कागजाें पर लखनऊ स्पोर्टस हॉस्टल और स्टेडियमों के निर्माण की बात कहकर खेल मंत्री जी आम जनता को फिसला सकते हैं लेकिन सच यह है कि निचले स्तर पर अभी कोई काम होता मुझे दिख नहीं रहा है। वास्तव में यही बुनियाद है और यहीं से अंतर्राष्ट्रीय पदकों की कहानी की पटकथा लिखी जाती है।

लिखते हुए मेरी आंखे भर आईं
ब्रिज भूषण ने दुख जाहिए करते हुए कहा है कि बस अब बहुत हो गया, लिखते हुए मेरी आंखे भर आई हैं। जब मेरे प्रदेश के खिलाड़ियों के पेट में अन्न नहीं होगा, उनके रोजगार की कोई गारंटी नहीं होगी तो फिर क्यों कोई खेलों को अपनाएगा। आज कॉमनवेल्थ गेम्स में उत्तर प्रदेश हाशिये पर रहा है। कल जकार्ता में होने वाले एशियाई खेलों में यह स्थिति आैर भी खराब हो सकती है। क्या हम पदकों की संख्या के शून्य पर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। यह समय है नींद से जगने का, यह समय है यूपी ओलम्पिक संघ और प्रदेश के खेल मंत्री को जगाने का। मुख्यमंत्री जी मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए... बस प्रदेश को खेल के क्षेत्र में शर्मसार होने से बचा लीजिए। बस यही एक विनती है आप से
ब्यूरो रिपोर्ट गोंडा से सुभाष सिंह

हर्ष फायरिंग – द्वारपूजा के वक्त दूल्हे के सीने में जा लगी गोली, VIDEO वायरल


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी में शादी की खुशियां उस समय मातम में तब्दील हो गई, जब द्वार पूजा के वक्त अचानक दूल्हे के सीने में गोली लग गई और उसकी मौत हो गई. वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.मामला खीरी जिले के नीमगांव थाना क्षेत्र के गांव रामपुर का है. जानकारी के मुताबिक यहां गांव के रवींद्र वर्मा की बेटी की शादी हाजीपुर के सुनील वर्मा के साथ तय हुई थी. शादी के तय समय पर दूल्हा हाजीपुर से रविवार बारात लेकर आया. उसके साथ आए कई दोस्त नशे में धुत होकर फायरिंग कर रहे थे.


शादी की रस्मों के दौरान एक गोली दूल्हे के सीने में जा लगी. इस घटना से मौके पर चीख पुकार शुरू हो गई. दूल्हे के मौत के बाद बाराती भाग खड़े हुए. शादी की खुशियां धरी की धरी रह गई. घटना के बाद सोमवार को दूल्हे की मौत का लाइव वीडियो सामने आया है.
वहीं परिजनों की तहरीर पर आरोपी युवक पर मामला दर्ज कर लिया गया है. घटना के बाद से आरोपी मौके से फरार बताया जा रहा है. प्रत्यदर्शियों की मानें तो आरोपी युवक अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर में गोली लोड कर रहा था, तभी अचानक से उससे फायरिंग हो गई.
 इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

महराजगंज : लावारिश लाश मिलने से गाँव मे दहशत का माहौल

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
महराजगंज ठूठीबारी कोतवाली तहसील निचलौल जिला महराजगंज मे आज एक लावारिश लाश मिलने से लोगों के दिल के अन्दर भय का कारण बना हुआ है
सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ठूठीबारी कोतवाली के थाना प्रभारी ब्रिजनन्द सिंह अपने हमराहियों के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे लेकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया
और लाश को पोस्ट मार्टम करने के लिऐ जिला अस्पताल महराजगंज भेजा। मौके पर मौजूद गाँव के लोगों से थाना प्रभारी ठूठीबारी कातवाल ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाया जायेजा उसके बाद ही कोई कार्रवाई कि जाएगी।

एक नाबालिग लड़की और सात दरिंदे, आईजी ने गठित की SIT


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
जहानाबाद. देश में महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप और छेड़छाड़ की घटनांए कम होने का नाम नहीं ले रही है. कठुआ, मध्य प्रदेश, गुजरात के बाद अब बिहार के जहानाबाद से दिल दहला देने वाला वीडियों सामने आया. यह बीते दो दिनों से सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियों सात लड़के एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़खानी कर रहे हैं, इस दौरान सभी आरोपियों ने मानवता की हदों को पार कर गंदी—गंदी गलियां दे देते रहें. लड़की गिड़गिड़ाती रही, लेकिन बहशी नहीं माने और उसके साथ अंत तक छेड़खानी करते रहे. इस दौरान उन्ही में से एक ने वीडिया बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. यह वीडियों पूरे देश में आग की तरह वायरल हो गया. हालांकि वीडियों के वायरल होते ही बिहार प्रशासन ने कड़ा रुखा अपनाया है. पटना जोन के आईजी नैय्यर हसनैन खान ने एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने बताया कि उनके बाइक की खोज कर ली गई है, जल्द ही लड़कों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया में एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रही थी. इस वीडियो में एक नाबालिग लड़की के साथ शरारती किस्म के सात युवक छेड़खानी करते हुए लड़की की इज्जत तार-तार कर रहे हैं. इस वीडियो को कुछ लोग नकारात्मक तरीके से प्रसारित भी कर रहे थे. जहानाबाद पुलिस कप्तान मनीष के संज्ञान में वीडियो वायरल के आते ही उन्होंने मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच के आदेश दिये हैं. इस संबंध में उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले में सत्यता पायी गयी, तो शरारती किस्म के युवकों की गिरफ्तारी भी होगी. मामला उनके संज्ञान में है. वह खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने आरक्षी अधीक्षक लोगों से आग्रह भी किया कि गलत चीजों को एक-दूसरे से साझा ना करें. सामाजिक सौहार्द बिगड़नेवाले वीडियो साझा करने से परहेज करें. इस मामले में कानून के तहत दंडात्मक कार्रवाई का भी प्रावधान है. एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी— वीडियो वायरल होने की सूचना मिलने पर पटना जोन के आईजी नैय्यर हसनैन खान ने एसआइटी गठित कर जांच के आदेश दे दिये हैं. एसआइटी में एएसपी (ऑपरेशन) और जहानाबाद के एसपी को शामिल किया गया है. जहानाबाद के एसपी ने बताया है कि उन्होंने नगर थाने के पुलिस अवर निरीक्षक श्यामसुंदर सिंह के लिखित बयान पर बाइक के मालिक सहित आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. वायरल वीडियो में दिख रहे बाइक को पुलिस ने बरामद कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, बाइक सवार युवक अब भी फरार है. युवकों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी छापेमारी कर रही है. वहीं, पुलिस ने आशंका जतायी है कि जहानाबाद जिले के चौर क्षेत्र में घटना को अंजाम दिया गया है. वहीं, वायरल वीडियो में दिख रहे बाइक का निबंधन जहानाबाद जिले से ही कराये जाने की बात कही जा रही है. राजद ने आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की मांग की— वहीं इस घटना के सामने आते ही विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर कानून व्यवस्था ध्वस्त करने का आरोप लगाया. वायरल वीडियो पर राजद नेता शक्ति यादव कहा कि बिहार में आरोपी पूरी तरह से बेखौफ हो गए. वह घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से बच निकल जा रहे है. प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है. सूबे में लड़कियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं है. उन्हे हर समय डर सताता रहता है. अगर ऐसे संस्कार बच्चों में पनपेंगे, तो हमारा समाज कहां जायेगा. राजद नेता ने प्रशासन से मांग की कि मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए वीडियो में दिख रहे सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की जाये, ताकि ऐसे लोगों को सबक मिले. ऐसी घटना को अंजाम देने पहले कोई हजार बार सोचे.

अमेठी में ट्रक व इनोवा की भिड़ंत में 5 की मौत, 3 गंभीर

टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी प्रदेश में इन दिनों भले ही सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन हो रहा है, लेकिन सड़कों पर वाहनों की रफ्तार कम नहीं हो पा रही है। अमेठी के जायस में देर रात ट्रक व इनोवा की आमने-सामने भिड़ंत में पांच लोगों की मौत हो गई। इस दुर्घटना में तीन घायलों की स्थिति बेहद गंभीर हैं।
जनपद अमेठी में ट्रक व इनोवा की भिड़ंत में पांच की मौत, तीन गंभीर
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अमेठी के जायस कोतवाली क्षेत्र के कासिमपुर के पास कल देर रात ही रायबरेली-सुलतानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर देर रात करीब डेढ़ बजे तेज रफ्तार ट्रक व इनोवा कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। दुर्घटना में इनोवा सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।दुर्घटना में घायल तीन लोगों को बेहद गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उनको ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। इनोवा सवार सभी लोग एक शादी समारोह से वापस रायबरेली लौट रहे है। सभी लोग सब्जी मंडी कानपुर के निवासी हैं।मृतकों में छत्रपाल (60) पुत्र देवीप्रसाद, रामपाल (55) पुत्र देवीप्रसाद, शांति (50) पत्नी रामपाल, हरिप्रसाद उर्फ नन्हू (35) पुत्र रामपाल तथा इनोवा चालक गुड्डू हैं।  

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...