Saturday, September 29, 2018

लखनऊ शूटआउट : पत्नी बोली-अपना जुर्म छिपाने के लिए पति को चरित्रहीन साबित कर रही पुलिस




टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार तड़के एप्पल के सेल्स मैनेजर को एक पुलिसकर्मी ने गोली मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई। इस बीच पूरे मामले को लेकर एप्पल के के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा कि गोली मारकर हत्या करने के बाद लखनऊ पुलिस पति को चरित्रहीन साबित करने में लगी है। कल्पना ने सवाल उठाया कि गाड़ी न रोकने पर गोली चलाने का अधिकार पुलिस को किसने दिया।
vivek tiwari
उन्होंने योगी सरकार से न्याय की मांग की है। पुलिस का आरोप है कि विवेक और उसकी महिला मित्र आपत्तिजनक हालत में थे, जिसका विरोध करने पर विवेक ने गाड़ी पुलिस पर चढ़ा दी थी। इस पर सिपाही प्रशांत चौधरी ने विवेक को गोली मार दी, जो सीधे उसकी ठुड्डी से आरपार होकर सिर में नीचे की तरफ जा धंसी। कल्पना ने बताया कि पति यह कहकर घर से निकले थे कि आज नए फोन की लॉचिंग है तो देर हो जाएगी। रात में डेढ़ बजे पति से बात भी हुई थी तो उन्होंने बताया कि सना को घर छोड़ने के बाद कुछ ही देर में आ रहे है कल्पना ने बताया कि रात करीब  दो बजे तक वह नहीं पहुंचे तो फिर वह फोन करने लगीं, लेकिन कई बार फोन करने के बावजूद कॉल रिसीव नहीं हुई। रात तीन बजे के करीब एक व्यक्ति ने फोन रिसीव कर कहा कि आपके पति और उनके साथ मौजूद महिला को हल्की चोटें आई हैं। दोनों की मरहम पट्टी लोहिया में हो रही है। कल्पना तिवारी के अनुसार जब वह लोहिया अस्पताल पहुंची तो काफी देर तक पुलिस और डॉक्टर टालमटोल करते रहे। पति से मिलने भी नहीं दिया।गोली लगने की भी बात नहीं बताई। काफी देर बाद डॉक्टर से जबरदस्ती करने पर उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के कारण विवेक का काफी खून बह गया था, जिसके चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि, जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो गाड़ी का हाल देख उन्हें पता लगा कि विवेक को गोली लगी थी। कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री योगी से सवाल किया कि आखिर पुलिस वालों को गोली चलाने का अधिकार किसने दिया। विवेक ने गाड़ी न रोककर ऐसा कौन सा गुनाह कर दिया था। कल्पना ने कहा कि पुलिस सिर्फ अपनी गलती छिपाने के लिए विवेक के चरित्र पर अंगुली उठा रही है। उन्होंने मांग कि है की दोषी पुलिस वालों पर सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करे। 

Friday, September 28, 2018

फर्जी आवास मामले में प्रधान सचिव सहित 4 पर FIR दर्ज करने का आदेश-गोंडा से सुभाष सिंह की रिपोर्ट


टीम ब्रेक न्यूज़
गोंडा सेहरिया गांव के प्रधान और सचिव सहित चार पर गबन का केस दर्ज,वादी की शिकायत पर धोखधड़ी सहित कई धाराओं में केश दर्ज, ओमप्रकाश व मालती देवी को नियम विरुद्ध दो योजनाओं का दे दिया लाभ,2014-15 में इंदिरा आवास तो,2015-16 में प्रधानमंत्री आवास के नाम पर हड़प लिया पैसा, जाँच रिपोर्ट मिलने के बाद डी एम ने दिये एफ आई आर के आदेश

गोण्डा-लापरवाही बरतने वाले चार खण्ड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ डीएम ने की कार्यवाही


टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गोंडा बेसिक शिक्षा विभाग में पंजीकरण के सापेक्ष प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति न बढ़ने तथा इस सम्बन्ध में विगत माह डीएम के निर्देश के बावजूद खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा स्कूलों का निरीक्षण कर फोटोयुक्त रिपोर्ट न देने पर डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए चार खण्ड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की है।
कलेक्ट्रेट सभागार में कस्तूरगा गांधी विद्यालयों की समीक्षा के दौरान डीएम ने बेसिक शिक्षा विभाग में उनके निर्देश के बावजूद प्रगति न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी करनैलगंज अनिल कुमार झा व एबीएसए बेलसर डी0के0 मौर्य को चेतावनी, एबीएसए को बभनजोत अर्जुन वर्मा को परिनिन्दा तथा एबीएसए वजीरगंज आनन्द प्रताप सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। बताते चलंे कि पिछले महीने जिलाधिकारी कैप्टन प्रभान्शु श्रीवास्तव ने स्वयं प्राथमिक विद्यालयों को औचक निरीक्षण किया था जिसमें स्कूलों में पंजीकरण के सापेक्ष पचास प्रतिशत से भी कम उपस्थिति पाई गई थी। डीएम ने सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आदेया दिए थे कि वे सब अपने-अपने शिक्षाक्षेत्रों के विद्यालयों का निरीक्षण पंजीकरण कर फोटोयुक्त रिपोर्ट उन्हेे दे दें जिससे उपस्थिति के सापेक्ष अध्यापकों की तैनाती कर सरप्लस अध्यापकों को हटाया जाय परन्तु डीएम के आदेश के बावजूद ज्यादातर खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने आपेक्षित निरीक्षण न कर सिर्फ कुछ स्कूलों का निरीक्षण किया। लापरवाही से नाराज डीएम ने बैठक में खण्ड शिक्षा अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और निर्देश दिए कि पंजीकरण के सापेक्ष उपस्थिति की रिपोर्ट उन्हें अतिशीघ्र उपलब्ध करा दें अन्यथा कठोर कार्यवाही की जाएगी। प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या पर डीएम ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि सिर्फ आंकड़ों में पंजीकरण दिखाकर फील्ड में न जाने वाले व सुधार न करने वाले अधिकारी अब चेत जाएं वरना उनके द्वारा सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके अलावा जिले के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में बच्चियों की संख्या बढ़ाने के लिए गांवों में जाकर अभिभावकों से बात करके उन्हें प्रेरित कर बच्चियों का दाखिला कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में मेडिकल कैम्प लगाकर बच्चियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए रोस्टर जारी करने के आदेश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए हैं। पुराने कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में शौचालय आदि की व्यवसथा सभी मरम्मत के कार्य कराने व जिले के सभी स्कूलों की मरम्मत के लिए तत्काल धन निर्गत करने के आदेश सहायक वित्त एवं लेखाअधिकारी को दिए हैं। डीएम ने निर्देश दिए कि दीपावली के त्योहार तक जिले के सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की मरम्मत व रंगाई-पुताई का कार्य पूरा करा दिया जाय।
बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीराम सिंह, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रमेशचन्द्र चैबे, कस्तूरबा की जिला समन्वयक रजनी श्रीवास्तव, सभी खण्ड शिक्षा अधिकारीगण, कस्तूरबा की वार्डेन, लेखाकार व अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं।

Tuesday, September 25, 2018

लखनऊ : मोहनलालगंज में पकड़ी गई नकली इन्स्पेक्टर



टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
राजधानी में आए दिन वर्दी के भीतर छिपे फर्जी पुलिसवालों को पकड़ा जा रहा है । अभी कुछ दिन पहले जीआरपी थाना क्षेत्र से एक फर्जी दरोगा बनी महिला पकड़ी गई थी जो वर्दी की धाक दिखाकर इलाके में वसूली करती थी । ऐसा ही एक मामला देर रात मोहनलालगंज में सामने आया है जहां एक फर्जी लेडी इंस्पेक्टर को पुलिस ने भंडाफोड़ कर उसे हिरासत में लिया है ।
मामला मोहनलालगंज का है जहां देर रात लखनऊ पुलिस ने एक फर्जी इस्पेक्टंर बनी बबली को दबोचा । सूत्रों के मुताबिक युवती एक मारपीट के मामले में लग्जरी कार से इस्पेक्टंर बनकर मोहनलालगंज कोतवाली पहुंची थी । जिसके बाद से लगातार वो वर्दी का धौंम जमाकर लोगों से वसूली करती और रौब जमाती थी । इस फर्जी इंस्पेक्टर की पोल तब खुल गई जब वह एक मामले में पैरवी करने लगी तो पुलिस को उसपर शक हुआ । उसके बाद पुलिस ने जब उसके बारे में पता किया तो पता चला कि ये फर्जी इंस्पेक्टर है । जिसपर पुलिस ने फर्जी इंस्पेक्टर बनी बबली को गिरफ्तार कर लिया ।
जहां एक तरफ सरकार महिलाओं के लिए अनेक स्कीम चलाकर उन्हें सशक्त बनाने की कोशिश कर रही है वहीं ऐसी कुछ महिलाएं उनकी उन कोशिशों को नाकामियाब कर रही हैं । महिलाओं के ये फर्जी पुलिस बनने का तीसरा मामला है इससे पहले एक को पुलिस ने जीआरपी से पकड़ा था और दूसरी को कानपुर से पकड़ा था । दोनों ही वर्दी की धौंस दिखाकर लोगों से वसूली करती थीं ।

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SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...