Friday, March 17, 2017

UP के नए CM के साथ लखनऊ बाराबंकी के ये MLA's ले सकते हैं मंत्रीपद की शपथ


ब्रेक न्‍यूज ब्‍यूरो 
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी में अब मुख्‍यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के लिए बैठकों का दौरा जारी है। खबरों की माने तो यूपी के नए सीएम की रेस मनोज सिन्‍हा सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ के पांच व बाराबंकी के दो विधायकों को मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है लेकिन इनमें से केवल दो की ही ताजपोशी होने की बात सामने आ रही है। क्योंकि पार्टी लखनऊ को दो से ज्यादा मंत्री देने को तैयार नहीं है। फिलहाल इस रेस में पूर्व मंत्रीन्‍यूज ब्‍यूरो लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी में अब मुख्‍यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के लिए बैठकों का दौरा जारी है। खबरों की माने तो यूपी के नए सीएम की रेस मनोज सिन्‍हा सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ के पांच विधायकों को मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है लेकिन इनमें से केवल दो की ही ताजपोशी होने की बात सामने आ रही है। क्योंकि पार्टी लखनऊ को दो से ज्यादा मंत्री देने को तैयार नहीं है। फिलहाल इस रेस में पूर्व मंत्री लालजी टण्डन के बेट आशुतोष टण्डन गोपाल, चार बार विधायक रहे सुरेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से भाजपा में आयीं रीता बहुगुणा जोशी स्वाति सिंह और मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम सबसे आगे चल रहा है। बता दें, कि लखनऊ से जीते सभी विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन यहां के लिए पार्टी के पास केवल दो ही सीट है। लखनऊ पूर्व विधान सभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए गोपाल टण्डन लालबत्ती की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। कैन्ट से रीता जोशी व सरोजनीनगर से स्वाती सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन दोनों विधायकों में से किसी एक के ही हाथ लालबत्ती आएगी। स्वाति सिंह जहां पहली बार विधायक बनी हैं वहीं रीता जोशी अनुभवी होने के साथ जाना पहचाना चेहरा हैं। वहीं पार्टी की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर बनी हुई है। इसी कारण मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का भी नाम आगे आ रहा है। जयदेवी के पति कौशल किशोर मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद है। वह पार्टी के लिए दलित चेहरा हैं। 
 लालजी टण्डन के बेट आशुतोष टण्डन गोपाल, चार बार विधायक रहे सुरेश श्रीवास्तव, कांग्रेस से भाजपा में आयीं रीता बहुगुणा जोशी स्वाति सिंह और मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का नाम सबसे आगे चल रहा है। बता दें, कि लखनऊ से जीते सभी विधायक मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन यहां के लिए पार्टी के पास केवल दो ही सीट है। लखनऊ पूर्व विधान सभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए गोपाल टण्डन लालबत्ती की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। कैन्ट से रीता जोशी व सरोजनीनगर से स्वाती सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन दोनों विधायकों में से किसी एक के ही हाथ लालबत्ती आएगी। स्वाति सिंह जहां पहली बार विधायक बनी हैं वहीं रीता जोशी अनुभवी होने के साथ जाना पहचाना चेहरा हैं। वहीं पार्टी की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर बनी हुई है। इसी कारण मलिहाबाद से पहली बार विधायक बनीं जयदेवी का भी नाम आगे आ रहा है। जयदेवी के पति कौशल किशोर मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद है। वह पार्टी के लिए दलित चेहरा हैं। इसी क्रम में बाराबंकी के दारियाबाद से चुनाव जीते सतीश शर्मा के बारे में कयास लगाया जा रहा है तो हैदरगढ विधान सभा से चुनाव जीते बैजनाथ रावत के बारे में भी लोग यही सोच रहे है बीजेपी के सरकार सांसद  व ऊर्जा मन्तरी रह चुके है ।

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