डिजटल टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो
लखनऊ. भले ही बीजेपी ने यूपी चुनावों के लिए अपना सीएम कैंडिडेट न घोषित किया हो, लेकिन अंदरखाने से आ रही खबरें तीन कैंडिडेट्स का नाम सजेस्ट कर रही है, जिनमे से एक को यूपी का सीएम बनाया जा सकता है. भले ही टिकटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी में घमसान मचा हो लेकिन किसी तरह टकराव और बगावत से बचने के लिए बीजेपी सीएम कैंडिडेट घोषित बच रही है.
बीजेपी से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही तीन नामों का पैनल तैयार रखा है. इन्हीं में से चुनावों बाद एक नाम सीएम चेहरा बनकर उभरेगा. बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए भी यह नाम बेहद चौंकाने वाले हैं.

बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इन तीनों में पहला नाम श्रीकांत शर्मा का नाम है जो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं. श्रीकांत शर्मा को पार्टी मथुरा से चुनाव लड़वा रही है. श्रीकांत शर्मा पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भरोसेमंद माने जाते हैं. श्रीकांत शर्मा के साथ पॉजिटिव पहलू यह है कि आरएसएस और एबीवीपी का बैकग्राउंड होने के बाद भी कट्टर छवि के नहीं माने जाते हैं और विकासवादी सोच रखते हैं.

चर्चा है यदि बीजेपी बहुमत में आती है तो सिद्धार्थनाथ सिंह को भी सीएम बनाया जा सकता है. सिद्धार्थनत सिंह भी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता हैं. वे सेन्ट्रल एंड स्टेट गवर्नमेंट्स की गुड़ गवर्नेंस कमेटी के प्रोग्राम कोआर्डिनेटर भी हैं. कहा अजा रहा है कि सिद्धार्थनाथ सिंह का नाम खुद पीएम मोदी ने चुना है और उन्हें एक सोची-समझी रणनीति के तहत इलाहाबाद पश्चिमी सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. यह सीट बाहुबली नेता अतीक अहमद के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है.
कहा जा रहा है कि सिद्धार्थनाथ सिंह को खुद पीएम मोदी ने योजना के तहत उसी इलाहाबाद से चुनाव लड़ने भेजा है जहाँ से उनके नाना लाल बहादुर शास्त्री जीत कर देश के प्रधामंत्री बने थे.

लखनऊ. भले ही बीजेपी ने यूपी चुनावों के लिए अपना सीएम कैंडिडेट न घोषित किया हो, लेकिन अंदरखाने से आ रही खबरें तीन कैंडिडेट्स का नाम सजेस्ट कर रही है, जिनमे से एक को यूपी का सीएम बनाया जा सकता है. भले ही टिकटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी में घमसान मचा हो लेकिन किसी तरह टकराव और बगावत से बचने के लिए बीजेपी सीएम कैंडिडेट घोषित बच रही है.
बीजेपी से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही तीन नामों का पैनल तैयार रखा है. इन्हीं में से चुनावों बाद एक नाम सीएम चेहरा बनकर उभरेगा. बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए भी यह नाम बेहद चौंकाने वाले हैं.
बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इन तीनों में पहला नाम श्रीकांत शर्मा का नाम है जो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं. श्रीकांत शर्मा को पार्टी मथुरा से चुनाव लड़वा रही है. श्रीकांत शर्मा पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भरोसेमंद माने जाते हैं. श्रीकांत शर्मा के साथ पॉजिटिव पहलू यह है कि आरएसएस और एबीवीपी का बैकग्राउंड होने के बाद भी कट्टर छवि के नहीं माने जाते हैं और विकासवादी सोच रखते हैं.
चर्चा है यदि बीजेपी बहुमत में आती है तो सिद्धार्थनाथ सिंह को भी सीएम बनाया जा सकता है. सिद्धार्थनत सिंह भी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता हैं. वे सेन्ट्रल एंड स्टेट गवर्नमेंट्स की गुड़ गवर्नेंस कमेटी के प्रोग्राम कोआर्डिनेटर भी हैं. कहा अजा रहा है कि सिद्धार्थनाथ सिंह का नाम खुद पीएम मोदी ने चुना है और उन्हें एक सोची-समझी रणनीति के तहत इलाहाबाद पश्चिमी सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. यह सीट बाहुबली नेता अतीक अहमद के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है.
कहा जा रहा है कि सिद्धार्थनाथ सिंह को खुद पीएम मोदी ने योजना के तहत उसी इलाहाबाद से चुनाव लड़ने भेजा है जहाँ से उनके नाना लाल बहादुर शास्त्री जीत कर देश के प्रधामंत्री बने थे.
तीसरा नाम भी पीएम मोदी के करीबियों में शामिल है, यहाँ तक कि उन्हें पीएम मोदी के कहने पर गुजरात का प्रभारी बनाया गया था. यह नाम है पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा का. दिनेश शर्मा की पार्टी पर काफी मजबूत पकड़ मानी जाती है. राजधानी लखनऊ में राजनीति करने के चलते दिनेश शर्मा ने पूरे प्रदेश की राजनीति पर अच्छी पकड़ बना रखी है. यूनिवर्सिटी में कॉमर्स डिपार्टमेंट में प्रोफ़ेसर हैं.
हालाँकि वे इस बार सीधे चुनाव नही लड़ रहे. इस कारण वे रेस में पिछड़ भी सकते हैं. लेकिन अगर यूपी में बीजेपी की जीत के बाद पीएम मोदी अपनी पसंद रखते हैं तो दिनेश शर्मा का नाम सिद्धार्थनाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा के ऊपर निकल सकता है, इसका कारण है उनकी प्रदेश और राष्ट्रीय राजनीति में पकड़ के चलते भी उन्हें वरियत दी जा सकती है.
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