Sunday, January 29, 2017

बाराबंकी : 1.50 ककरोड़ की स्प्रिट बरामद, 3 गिरफ्तार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
बाराबंकी विधान सभा चुनाव
 मतदाताओं को अपने पाले में कर जीत पक्की करने के लिए सफेदपोश अवैध शराब का सहारा लेने से भी नहीं चूक रहे। रविवार को पुलिस ने चुनाव में सात करोड़ की अवैध शराब तैयार कर खपाने की साजिश का पर्दाफाश कर डेढ़ करोड़ रुपये कीमत की 66 सौ लीटर अवैध स्प्रिट के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

जबकि, एक आरोपी मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस की मानें तो आरोपियों ने कुबूला कि स्प्रिट का इस्तेमाल अवैध शराब बनाकर विधान सभा चुनाव में खपाने की तैयारी थी। पुलिस ने उक्त मामले में फरार आरोपी समेत कुल छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है। नामजद आरोपियों में दो शराब के बड़े व्यापारी भी शामिल हैं।  

एसपी वैभव कृष्ण ने रविवार को सुबेहा थाने में वार्ता में बताया कि एएसपी दक्षिणी शफीक अहमद व सीओ हैदरगढ़ कपिलदेव मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार की देर रात चेकिंग के दौरान सुबेहा थाना क्षेत्र के ठकुराइन पुरवा मजरे कोलवा गांव के पास से एक खाली पड़े मकान में 30 ड्रम में भरी करीब 66 सौ लीटर स्प्रिट, शराब बनाने में प्रयोग की जाने वाली यूरिया, नौशादर, ड्रम से स्प्रिट निकालने वाली मशीन व शराब भरने के लिए प्रयुक्त की जाने वाली खाली शीशी बरामद किया।

इस काम में लिप्त मिले राममिलन रावत, रामकुमार रावत व रंजीत ग्राम हसवा थाना शिवगढ़ जनपद रायबरेली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि इनका एक साथी रामबरन रावत निवासी ठकुराइन पुरवा मजरे कोलवा मौके से भाग निकला है। पुलिस ने फरार आरोपी समेत छह के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। नामजद आरोपियों में दो शराब के बड़े व्यापारी दिनेश जायसवाल और विजय जायसवाल भी शामिल हैं। इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं।

अवैध शराब कारोबार में ये पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं।    
वहीं, इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक जेएल सोनकर, एसआई पशुपतिनाथ तिवारी, विक्रमाजीत, चंद्रकुमार शुक्ला आदि पुलिस टीम को एसपी ने पांच हजार का पुरस्कार दिया है। 
 
हैदगरगढ़ के शराब माफिया विजय व प्रदीप ने मंगाई थी स्प्रिट
सुबेहा पुलिस द्वारा बरामद की गई 66 सौ लीटर स्प्रिट हैदरगढ़ के रहने वाले शराब माफिया विजय जायसवाल व प्रदीप जायसवाल पुत्र रामकुमार जायसवाल ने मंगवाई थी। एसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिस पूछताछ में इन दोनों शराब माफिया का नाम आरोपियों ने बताया है।

कप्तान ने कहा यह दोनों भाई लंबे समय से अवैध शराब के काम में लिप्त है और पड़ोस के जनपद सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ आदि जिलों में अवैध शराब का काम करते है। एसपी ने कहा दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गैंगस्टर की कार्रवाई करवाई जाएगी। शराब बनाने के लिए यह स्प्रिट जिस राजनीतिक दल के नेता ने मंगाया था, पुलिस उसके बारे में भी जांच कर रही है और नाम उजागर होने पर सख्त कार्रवाई होगी।

सात करोड़ की शराब होती तैयार
बरामद स्प्रिट की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस स्प्रिट से करीब सात करोड़ रुपये की शराब बनाकर बेची जा सकती थी। यह स्प्रिट पड़ोसी जिले रायबरेली से लाई गई थी और विधानसभा चुनाव में इससे बनने वाली शराब, बाराबंकी, सुल्तानपुर व रायबरेली जिले में खपाने की तैयारी की जा रही थी। 


स्प्रिट पीने से जा सकती है जान व आंखें
जिला आबकारी अधिकारी विपिन सहाय यादव ने बताया कि बरामद स्प्रिट बेहद तीब्र है। बरामद स्प्रिट के बराबर छह गुना पानी मिलाने पर इसे देशी शराब के रूप में बनाकर प्रयोग किया जा सकता है। वर्तमान समय में यह स्प्रिट पीने वाले व्यक्ति की या तो आंखें जा सकती हैं या फिर उसकी मौत होने की संभावना है। हालांकि इस स्प्रिट की तीव्रता व अन्य जांच के लिए आबकारी विभाग द्वारा इसे विधि विज्ञान प्रयोशाला लखनऊ में जांच के लिए भेजा जा रहा है। 


आरोपियों पर होगी गैंगस्टर की कार्रवाई
स्प्रिट के साथ पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस कारोबार में लिप्त अन्य आरोपियों का भी पुलिस पता लगा रही है और जल्द ही वह भी पकड़े जाएंगे।
- कपिलदेव मिश्रा, सीओ हैदरगढ़ 

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