ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 27 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं, इस विस्तार में मंत्री पद हासिल करने के लिए विधायकों ने लाबिंग तेज कर दी है। रिक्त चल रहे चार में से एक स्थान बलराम यादव को मिलना तय हो गया है।
शेष तीन स्थानों में से एक ब्राrाण, एक मुस्लिम और एक क्षत्रिय समाज के हिस्से में जाने की संभावना जतायी जा रही है।
सपा सूत्रों का कहना है कि सरकार में ब्राrाणों की हिस्सेदारी बढ़ायी जानी है, लिहाजा सरोजनीनगर के विधायक शारदा शुक्ला को मंत्री बनाया जा सकता है। नारद राय, अंबिका चौधरी में किसी एक की मंत्रिमंडल में वापसी हो सकती है। विधान परिषद, राज्यसभा में मुसलमानों को नुमाइंदगी न मिलने से उपजे असंतोष को थामने के लिए पूर्वाचल के मुस्लिम विधायक शाकिर अली व गजाला लारी को मंत्री पद मिल सकता है। रविदास मेहरोत्र, आनंद भदौरिया और सुनील यादव साजन को मंत्री बनाये जाने की चर्चा है।
सपा संसदीय बोर्ड की बैठक में यूं तो कई मुद्दों पर चर्चा हुई मगर मिशन 2017 की कामयाबी के लिए उन विधायकों के टिकट काटने पर भी चर्चा हुई जिन्होंने खुद या उनके रिश्तेदारों ने शासन-प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी रणनीतिकारों ने तर्क दिया कि क्षेत्रीय जनता के बीच अलोकप्रिय हो चुके इन विधायकों को अगर दोबारा टिकट मिला तो पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ेगा।
यह भी तय हुआ कि ज्यादा बुजुर्ग हो चुके लोगों को भी टिकट न दिया जाए और उनकी जगह युवा चेहरों को आगे किया जाए। विधायकों के टिकट काटने के फार्मूले में सीतापुर के दो, फतेहपुर के दो, इलाहाबाद के दो, श्रवस्ती का एक, बलरामपुर का एक, देवरिया का एक, वाराणसी के दो समेत 40 से अधिक विधायकों के टिकट कट सकते हैं। बताते हैं कि ये विधायक समय-समय पर पार्टी की किरकिरी करते रहे हैं।
अमर, बेनी कार्यकारिणी में होंगे : संसदीय बोर्ड ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंजूरी दे दी है, यह भी तय किया गया है कि कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में होगी, जिसकी तारीख तय करने और कार्यकारिणी में लोगों को शामिल करने व हटाने का अधिकार मुलायम सिंह यादव को दिया गया है। राज्यसभा सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह कार्यकारिणी में शामिल किये जाएंगे।
मंत्रिमंडल में स्थान- 601मंत्रियों की संख्या- 241राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-101राज्यमंत्री- 221कुल मंत्रियों की संख्या- 561रिक्त स्थान- 041अखिलेश मंत्रिमंडल की स्थितिमंत्री शिवपाल यादव ने गुजरे मंगलवार को बाहुबली मुख्तार अफजाल अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय होने का एलान किया था। उसी दिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पर ‘असहमति’ जताते हुए विलय के सूत्रधार बलराम यादव को मंत्री पद को बर्खास्त कर यह संदेश दिया था कि उनकी मर्जी के बगैर सपा में फैसला मान्य नहीं होगा। घर की ‘रार’ सुलझाने के लिए मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलायी, जिसमें मुख्यमंत्री का दबाव काम आया और बोर्ड के सदस्यों ने विलय को रद कर दिया। अब इस फैसले के राजनीतिक लाभ-हानि जो भी हों लेकिन इतना तय है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मंशा के विपरीत फैसला लेना संभव नहीं होगा।

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