लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे पुलिस आरक्षी भर्ती के तहत चयनित अभ्यर्थियों ने शनिवार को जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। फिलहाल,सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 के तहत चयनित हुए अभ्यर्थी पिछले काफी समय से अपनी नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी के तहत शनिवार को भी वो अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे और मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात कह रहे थे, लेकिन उनकी मांगें नहीं मानी जा रही थी, लिहाजा आज कुछ अभ्यर्थियों ने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश कर डाली।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि धरने के दौरान एसीएम प्रथम संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और उनसे बेहूदगी करने लगे। यही नहीं उन्होंने कहा कि चाहे जहर खा लो, मुख्यमंत्री से मुलाक़ात नहीं कराएंगे। इससे आहात होकर तीन अभ्यर्थियों अलोक यादव, संतोष कुमार और सुमित राजपूत ने जहर खा लिया।
गौरतलब है की पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 में 38192 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इसमें ट्रेनिंग पर भेजने के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड ने दो बैच बना दिए थे। पहले बैच में 20 हजार 166 अभ्यर्थी थे। इस बीच क्षैतिज आरक्षण में अनियमितता को लेकर अदालत में याचिका दायर हुई, जिसमें इस भर्ती पर रोक लगा दी गई थी। गत 16 नवंबर को हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर हटा तो पुलिस भर्ती बोर्ड ने पहले बैच के 12,678 अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेज दिया, बाकी लगभग साढ़े सात हजार अभ्यर्थियों को यह कहकर रोक दिया गया था कि आपका केस चल रहा है।
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