Tuesday, March 15, 2016

बापू का शार्प शूटर गिरफ्तार, जाने- किस किस को उतारा मौत के घाट

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
जोधपुर जेल में बंद यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम के गवाहों की मौत की गुत्थी सुलझाते हुए गुजरात पुलिस ने शार्प शूटर कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया है. गुजरात एटीएस ने गवाही देने वाले तीन लोगों की हत्या का पर्दाफाश करते हुए कार्तिक के कई कारनामे उजागर किए हैं. गुजरात एटीएस के अनुसार कार्तिक ने आसाराम के खिलाफ आवाज उठाने वालों को हमेशा के लिए खामोश करने का बीड़ा उठा रखा था. आसाराम को भगवान मानने वाले कार्तिक पर तीन गवाहों की हत्या के साथ कई और लोगों पर जानलेवा हमले का आरोप है. पश्चिम बंगाल के रहने वाले कार्तिक ने आसाराम जेल में जाने के बाद अपना ठिकाना कई बार बदला. गवाहों की हत्या के लिए उसने गुजरात, बिहार और हरियाणा में रहते हुए हत्या की योजना बनाई और फिर उस घिनौने मकसद को अंजाम दिया. अगली स्लाइड में पढ़ें, शूटर कार्तिक ने 2014 में किसको मारी गोली?
आसाराम के शार्प शूटर कार्तिक ने 9 जून 2014 को राजकोट में आसाराम के वैद्य अमृत प्रजापति को गोली मारी थी. अमृत पहले आसाराम के आश्रम में ही रहते थे और बाद में उनके खिलाफ हो गए थे. अमृत की ओर से आसाराम के खिलाफ गवाई देने पर कार्तिक ने उनको मौत के घाट उतार दिया. अगली स्लाइड में पढ़ें, पिछले साल जनवरी में कौन बना शिकार?
शूटर कार्तिक ने जनवरी 2015 में आसाराम के राजदार उनके रसोइये अखिल की हत्या कर दी. अखिल की मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या की गई. बता दें कि उसने भी आसाराम के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी थी. आगे पढ़ें, कार्तिक का तीसरा शिकार बना कृपाल सिंह…
कार्तिक के सिर आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों की हत्या का भूत सवार था. अमृत प्रजापति और अखिल की हत्या के बाद जुलाई 2015 में उसने आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले 35 साल के कृपाल सिंह को निशाना बनाया. कृपाल सिंह की कार्तिक ने शाहजहांपुर में गोली मारकर हत्या कर दी. कृपाल सिंह ने ट्रांसपोर्ट कंपनी की लड़की द्वारा दायर केस में आसाराम के खिलाफ गवाही दी थी. आगे पढ़ें, कृपाल सिंह से पहले कार्तिक चूक गया था निशाना, बच गई थी महेंद्र की जान…
आसाराम के शूटर के निशाने पर एक और शख्स महेंद्र चावला भी था. पिछले साल मई में शूटर कार्तिक ने महेंद्र पर पानीपत में हमला किया था. हालांकि महेंद्र इस हमले में बच गया था. महेंद्र की हत्या के पीछे भी उसकी असाराम के खिलाफ बयानबाजी थी. महेंद्र न्यूज चैनल्स पर आसाराम के खिलाफ जमकर बोलते थे. यहीं नहीं 2014 और 2009 में कार्तिक ने आसाराम की खिलाफत करने वालों पर जानलेवा हमला किया था

No comments:

All

SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...