गोरखपुर। हाईप्रोफाइल गोरखपुर डबल मर्डर के डर्टी खुलासे से पूरा जनपद भौचक्क रह गया है। 21 जनवरी को बेडरूम में मारे गए नेत्र परीक्षक स्व. ओमप्रकाश यादव और उनके चार साल के बेटे नीतिन उर्फ शिवा की हत्या की मास्टरमाइंड उनकी पत्नी अर्चना यादव ही निकली। पुलिस के दावों के अनुसार सेक्स के लिए इस औरत ने राह का कांटा बन रहे पति और बच्चे को एक दूसरे मर्द यानी कथित प्रेमी के साथ मिलकर रास्ते से हटा दिया। अपनी वासना की आग बुझाने के लिए खुले सैर पर निकलने की तैयारी कर रहे इन दोनों भेड़ियों को गोरखपुर पुलिस ने एक साथ धर दबोचा। फिर जो सच इन दोनों ने स्वीकार किया उसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाएगी। स्व. ओपी यादव की बीबी अर्चना का आठ महीने पहले फिरोजाबाद जिले के शिक्षक अजय यादव से फेसबुक पर सम्पर्क हुआ। अर्चना सेक्स की भूखी थी। उसने अपनी भूख मिटाने के लिए अजय को गोरखपुर आने का न्यौता दे दिया। डबल मर्डर हत्याकांड के दिन से पहले तीन बार अजय गोरखपुर आया और दो बार अजय व अर्चना ने सेक्स किया। इसी दरम्यान अजय से अर्चना ने कहा कि उसका पति और बेटा, दोनों उसके राह के सबसे बड़े कांटे हैं। हवस की आग में जल रहे अर्चना और अजय ने तय किया कि नेत्र परीक्षक और चार साल के मासूम को रास्ते से हटा दिया जाएगा
डबल मर्डर : हत्या से पहले सेक्स
गोरखपुर पुलिस का दावा है कि 20 जनवरी की रात में डबल मर्डर हत्याकांड को अंजाम देने से पहले भी अर्चना और अजय में जिस्मानी ताल्लुकात बने थे। अजय शाम को ही गोरखपुर पहुंच गया। ओमप्रकाश और उनका बेटा बाहर थे। ओमप्रकाश के इंस्पेक्टर भाई का परिवार भी बाहर था। अजय और अर्चना ने एक बार फिर शाम रंगीन की और तय हुआ कि आज ही रास्ते के रोड़े हटा दिये जाएं। अर्चना ने अजय से बता दिया कि जब उसके पति और बच्चा सो जाएंगे तब वह सूचना देगी।
बेटे को सामने मरवाया
सेक्स की भूखी इस महिला ने पति के सोने के बाद अजय को मोबाइल से सूचना दिया। फिर अजय और अर्चना नेत्र परीक्षक ओम प्रकाश के कमरे में गए। पहले ओमप्रकाश की हत्या हथौड़ा मारकर की गई और फिर बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी गई। जब हत्या के प्रकाश में आने के दिन ही शाम को हत्या के साथ लूट का मुकदमा लिख लिया गया तो दोनों अपने प्लान में कामयाब होते नजर आए। हत्या के बाद अजय-अर्चना ने ही घर में सामान बिखेरा था। सोने की चेन और मोबाइल लूटी थी। घर की कुंडी भी दोनों ने तोड़ी थी और अर्चना ने खुद को घर में बाहर से बंद करवाया था। यह सब इसलिये किया गया ताकि डबल मर्डर हत्याकांड लूटेरों द्वारा अंजाम दिया गया लगे
विदाई से पहले खुलासा कर गए लव कुमार
एसएसपी लव कुमार का तबादला हो चुका है। नये एसएसपी अनंद देव ने अभी चार्ज नहीं लिया है लिहाजा अपनी विदाई से ठीक पहले उन्होंने घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल हथौड़ी, आलाकत्ल रस्सी, स्व. ओमप्रकाश का आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड, सोने का चेन, मोबाइल और 2210 रुपये के साथ स्व. ओमप्रकाश का पर्स भी बरामद कर लिया है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी की तरफ से पांच हजार का जबकि डीआईजी की तरफ से दस हजार का ईनाम देने की घोषणा की गई है। इस टीम में एसओ शाहपुर आनंद प्रकाश शुक्ला, इंस्पेक्टर कैंट श्याम लाल यादव, क्राइम ब्रांच प्रभारी राजेश मिश्रा, दारोगा अनिल कुमार उपाध्याय (क्राइम ब्रांच),
सिंह प्रभारी (स्वाट क्राइम ब्रांच) शामिल हैं
सिंह प्रभारी (स्वाट क्राइम ब्रांच) शामिल हैं
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