Friday, February 26, 2016

इलाहाबाद: वकीलों ने वामपंथियों को बुरी तरह पीटा, केस दर्ज

आए दिन वकीलदेश की गरिमा को तार-तार कर रहे हैं। गुरुवार को इलाहाबाद में शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर बैठे वामपंथियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वकीलों ने सभी वामपंथियों को दौड़ा-दौड़कर पीटा और अभद्र भाषा का भी प्रेयाग किया। इस दौरान कई लोगों के सिर पर गंभीर चोटें भी आईं। मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनकर सबकुछ देखती रही। पुलिस ने मामले में अज्ञात वकीलों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
दरअसल, रोहित वैमुला और जेएनयू मामले में वामपंथी संगठनों ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्तर पर विरोध का ऐलान किया था। इसके तहत सीपीआई(एमएल) के केके पाण्डेय के साथ वामपंथी संगठनों के नेता और शहर के बुद्धिजीवी धरने पर बैठे थे। इसी दौरान आधा दर्जन वकील वहां पहुंचे और उनका विरोध करने लगे। थोड़ी देर बाद धरनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में वकील वंदे मातरम और भारतमाता की जय के नारे लगाते हुए वहां पहुंचे। पहले उन्होंने विरोध किया और फिर उनपर टूट पड़े। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी भी की गई।
वकीलों में इतना आक्रोश था कि वे डंडों से वामपंथियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटने लगे। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ महिलाओं को भी पीटा गया और गाली-गलौच की गई। वकीलों का आरोप था कि ये लोग देश विरोधी नारे लगा रहे थे, इस कारण इनकी पिटाई की गई।
बचाव कर रहे वकीलों को भी पीटा
कलेक्ट्रेट परिसर में वामपंथियों की पिटाई का जब कुछ वकीलों ने विरोध किया तो उनकी भी पिटाई की गई। इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता आशुतोष कुमार भी वकीलों की हिंसा के शिकार हुए। वे धरने को समर्थन देने पहुंचे थे।
पूर्व सांसद के बेटे और वरिष्ठ अधिवक्ता से अभद्रता
वकीलों ने धरनास्थल पर मौजूद वरिष्ठ अधिवक्ता गिरधर गोपाल (70) के साथ भी अभद्रता की। गिरधर गोपाल के पिताजी पूर्व सांसद थे।
मामला दर्ज
कर्नलगंज पुलिस ने सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज कर लिया है। अभी पुलिस धारा का खुलासा नहीं कर रही है। साथ ही घायलों को मेडिकल के लिए अस्पताल भेजा गया है।

No comments:

All

SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...