ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
सहारनपुर के पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल पर दस हजार करोड़ रुपये का कालाधन जमा करने का आरोप लगा है। मोहम्मद इकबाल बसपा से जुड़े हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका पर सुनवार्इ के दौरान केंद्र सरकार ने बताया कि सीरियस फ्राॅड इन्वेस्टीगेशन आॅफिस (एसएफआर्इआे), एनफोर्स्मेंट डायरेक्टरेट (र्इडी) आैर इन्कम टैक्स विभाग की जांच में यह मामला सामने आया है। कोर्ट में केंद्र सरकार ने बताया कि मोहम्मद इकबाल ने 10 हजार करोड़ रुपये कालेधन के रूप में इकट्ठा किए हैं।
बिजनेसमैन रणवीर सिंह ने एक याचिका कोर्ट में दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मोहम्मद इकबाल ने कर्इ जगह कम पूंजी लगाकर 111 कंपनियां खोली थीं। इन कंपनियों की कमार्इ करोड़ों रुपये में दर्शार्इ गर्इ है। आरोप है कि ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए ये कंपनियां खोली गर्इं थीं। इस याचिका पर कोर्ट ने केंद्र सरकार को जांच के आदेश दिए थे।
कोर्ट में पेश की र्इडी की रिपोर्ट
शुक्रवार को एडिशनल साॅलिसिटर जनरल मनिंदर सिंह ने कोर्ट में र्इडी की प्राथमिक रिपोर्ट पेश की। इसमें उन्होंने कहा कि यह एंटी मनी लाॅन्ड्रिंग अौर फाॅरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के उल्लंघन का मामला भी हो सकता है।
एनआरएचएम घोटाले से जुड़े हो सकते हैं तार
सोमवार को र्इडी ने कोर्ट में कहा कि पूर्व एमएलसी मो. इकबाल के नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। इसको लेकर र्इडी ने सोमवार को कोर्ट में एक एफिडेविट पेश किया। उसके अनुसार, जांच के दौरान र्इडी को मो. इकबाल के एनआरएचएम घोटाले से जुड़े होने के कुछ सबूत मिले हैं। कोर्ट ने केंद्रीय एजेंसियों एसएफआर्इआे आैर आयकर विभाग को 25 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट पेश करने काे कहा है।
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