बजट सत्र पर पहली चर्चा बैठक के दौरान आज जैसे ही राज्यसभा शुरू हुई, बसपा सुप्रीमो मायावती ने रोहित वेमूला आत्महत्या का मामला उठाया। उन्होंने सीधे सीधे सरकार पर आरोप लगाया कि वह RSS की विचारधारा हैदराबाद यूनिवर्सिटी, जेएनयू जैसे बड़े संस्थानों पर भी थोपना चाहती है। राज्यसभा सभापति के लगातार रोकने पर भी मायावती चुप नहीं हुईं और बसपा सांसद वेल में आकर हंगामा करते रहे। इसके बाद सदन 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पूर्व मायावती ने सदन में कहा, संघ विचारधारा थोपने और लगातार उत्पीड़न के कारण हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र ने आत्महत्या की। उन्होंने ये भी कहा, जब यूपीए की सरकार थी तब भी हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित छात्रों का उत्पीड़न होता रहा है। जब किसी ने दलित छात्र की मदद नहीं की तो दलित छात्रों ने बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से अलग संगठन बनाया। लेकिन दुख की बात ये है कि वहां RSS से जुड़े छात्र हैं वे लगातार उनको परेशान करते रहे।
राज्यसभा सभापति ने जब इस मामले पर फौरन चर्चा की मंजूरी दे दी उसके बाद भी मायावती चुप नहीं हुईं। बसपा के अन्य सांसद भी हंगामा करने लगे इसके बाद सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। मायावती की मांग है कि सरकार जवाब दे कि आखिर जिस न्यायिक जांच के लिए समिति बनाई गई है उसमें किसी दलित को क्यों नहीं रखा गया है।
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