ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
जेएनयू विवाद को लेकर रोज कोई न कोई खुलासे हो रहे हैं। बीते दिनों सामने आया था कि कुछ न्यूज़ चैनल्स ने जेएनयू में लगे नारों की गलत वीडियो दिखाई थी। जिसके बाद कई बातें सामने आई। एक न्यूल चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस की पोल खुल गई है। पटियाला हाउस कोर्ट में देशद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान हमले के पीछे गहरी साजिश थी। खुफिया कैमरे से पड़ताल में आरोपी वकीलों ने ही सारा सच सामने उगल दिया।
स्टिंग ऑपरेशन ने किया खुलासा
कोर्ट के बाहर काले कोट वाले विक्रम सिंह चौहान, यशपाल सिंह और ओम शर्मा ने भरी अदालत में देशद्रोह के आरोपी कन्हैया के खिलाफ कानून हाथ में ले लिया। हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले विक्रम सिंह चौहान के चेहरे से पर्दा उतरा तो उसने पुलिस सुरक्षा की सारी कलई खोलकर रख दी। स्टिंग ऑपरेशन में चौहान ने कैमरे के सामने कहा, हमने तीन घंटे तक कन्हैया को पीटा। उसको भारत माता की जय बोलने कहा। उसने नारे लगाए। तब जाकर उसे छोड़ा। चौहान ने कहा कि उन्होंने कन्हैया को इतना पीटा कि उसकी पैंट गीली हो गई। चौहान का सनसनीखेज खुलासा पुलिस पर बड़े सवाल खड़े करता है। क्या पुलिस भी हमले की साजिश में मिली हुई थी और उसका दावा झूठा है कि कन्हैया के साथ मारपीट नहीं हुई। उसे लगी चोटें बहुत मामूली हैं। विक्रम सिंह चौहान का खुलासा बताता है कि अदालत में कन्हैया पिटता रहा और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। चौहान के मुताबिक, भारत होगा तो समर्थन मिलेगा। वहां सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद थे।
कन्हैया को मारने के लिए भीड़
अदालत में जब वकीलों की गुस्साई भीड़ कन्हैया पर हमला कर रही थी तो इस भीड़ में बाहर से काले कोट में बुलाए गए लोग भी शामिल थे। उन लोगों का इरादा ही था कि देशद्रोह के आरोपी को नहीं छोड़ेंगे। चौहान ने बताया कि द्वारका, रोहिणी जैसी जगहों से कई लड़के हमने बुलाए थे। मैंने फेसबुक पर लिखकर उन्हें बुलाया था। पटियाला हाउस कोर्ट में तो सौ-पचास वकील ही थे। उनमें से आधे तो चालानों में बिजी थे। स्टिंग ऑपरेशन में वकीलों ने यहां तक दावा किया कि वो जमानत तुड़वाकर जेल जाने की भी तैयारी कर रहे हैं, ताकि कन्हैया को उसकी सेल में घुसकर मार सकें।
क्या है जेएनयू विवाद
9 फऱवरी को जेएनयू में वामपंथी और दलित संगठनों से जुड़े छात्रों ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी मनाई। इसमें कश्मीर के छात्र भी शामिल थे। इसके लिए कैंपस में एक सांस्कृतिक संध्या का आय़ोजन भी किया गया था। इस दौरान देश विरोधी नारे भी लगाए गए। आरोप है कि विरोध करने पर इन लोगों ने ABVP के कार्यकर्ताओं की पिटाई भी की। एबीवापी के छात्रों ने देर रात कैम्पस में एक बड़ी रैली निकाली।

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