ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमरोहा
अस्थमा रोग की दवा खाने के बाद ग्रामीण की मौत होने से खफा लोगों ने हसनपुर रोड स्थित निजी नर्सिंग होम में हंगामा कर दिया। ग्रामीणों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया।
इसको लेकर दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक हुई। ग्रामीणों का गुस्सा देख चिकित्सक-स्टाफ मौके से खिसक लिए। कुछ देर बाद डाक्टर के नर्सिंग होम लौटने पर पुलिस पहुंची और घटना की जानकारी ली। वहीं कुछ लोग समझौते के प्रयास में जुट गए हैं।
क्षेत्र के गांव कुमराला बहादुरपुर निवासी 45 वर्षीय तेजराम उर्फ टप्पू पुत्र ऊदल सिंह अस्थमा रोग से पीड़ित था। शनिवार सुबह साढ़े दस बजे वह हसनपुर रोड स्थित मलिक नर्सिंग होम से दवा लेने आया था। दवा लेकर वह दोपहर घर पहुंचा।
परिजनों का कहना है कि, दोपहर दो बजे नाश्ता करने के बाद तेजराम ने डाक्टर की ओर से दी गई दवा खाई थी। दवा खाने के पांच मिनट बाद ही तेजराम की हालत बिगड़ गई। इससे पहले परिजन उसे अस्पताल ले जाते, उसने दम तोड़ दिया।
तेजराम की मौत से गुस्साए परिजन ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर-ट्राली में भर कर और शव को एंबुलेंस में डालकर नर्सिंग होम पहुंच गए। यहां चिकित्सक डा. एपी मलिक ने तेजराम को मृत घोषित कर दिया।
इस पर परिजन और ग्रामीणों ने डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। डाक्टर से नोकझोंक भी की। ग्रामीणों का गुस्सा देख चिकित्सक और स्टाफ मौके से खिसक लिए। सिर्फ एक ही कंपाउंडर अशफाक नर्सिंग होम में रह गया।
कुछ देर बाद चिकित्सक अपनी पत्नी के साथ नर्सिंग होम पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें फिर से घेर लिया। इसी दौरान पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने दोनों पक्षों से मामले की जानकारी ली। वहीं कुछ लोग समझौते के प्रयास में जुट गए।
मरीज तेजराम को अस्थमा की बीमारी थी, उसका लंबे समय से मेरे नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। तीन दिन पहले भी तेजराम नर्सिंग होम से दवा लेकर गया था, शनिवार सुबह भी दवा लेकर गया था, जो दवा तेजराम को दी गई, वह रिकॉर्ड में दर्ज हैं। दोपहर बाद करीब चार बजे करीब तेजराम को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी, तेजराम की मौत नर्सिंग होम में नहीं हुई। डा. एपी मलिक, मलिक नर्सिंग होम।
अमरोहा
अस्थमा रोग की दवा खाने के बाद ग्रामीण की मौत होने से खफा लोगों ने हसनपुर रोड स्थित निजी नर्सिंग होम में हंगामा कर दिया। ग्रामीणों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया।
इसको लेकर दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक हुई। ग्रामीणों का गुस्सा देख चिकित्सक-स्टाफ मौके से खिसक लिए। कुछ देर बाद डाक्टर के नर्सिंग होम लौटने पर पुलिस पहुंची और घटना की जानकारी ली। वहीं कुछ लोग समझौते के प्रयास में जुट गए हैं।
क्षेत्र के गांव कुमराला बहादुरपुर निवासी 45 वर्षीय तेजराम उर्फ टप्पू पुत्र ऊदल सिंह अस्थमा रोग से पीड़ित था। शनिवार सुबह साढ़े दस बजे वह हसनपुर रोड स्थित मलिक नर्सिंग होम से दवा लेने आया था। दवा लेकर वह दोपहर घर पहुंचा।
परिजनों का कहना है कि, दोपहर दो बजे नाश्ता करने के बाद तेजराम ने डाक्टर की ओर से दी गई दवा खाई थी। दवा खाने के पांच मिनट बाद ही तेजराम की हालत बिगड़ गई। इससे पहले परिजन उसे अस्पताल ले जाते, उसने दम तोड़ दिया।
तेजराम की मौत से गुस्साए परिजन ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर-ट्राली में भर कर और शव को एंबुलेंस में डालकर नर्सिंग होम पहुंच गए। यहां चिकित्सक डा. एपी मलिक ने तेजराम को मृत घोषित कर दिया।
इस पर परिजन और ग्रामीणों ने डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। डाक्टर से नोकझोंक भी की। ग्रामीणों का गुस्सा देख चिकित्सक और स्टाफ मौके से खिसक लिए। सिर्फ एक ही कंपाउंडर अशफाक नर्सिंग होम में रह गया।
कुछ देर बाद चिकित्सक अपनी पत्नी के साथ नर्सिंग होम पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें फिर से घेर लिया। इसी दौरान पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने दोनों पक्षों से मामले की जानकारी ली। वहीं कुछ लोग समझौते के प्रयास में जुट गए।
मरीज तेजराम को अस्थमा की बीमारी थी, उसका लंबे समय से मेरे नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। तीन दिन पहले भी तेजराम नर्सिंग होम से दवा लेकर गया था, शनिवार सुबह भी दवा लेकर गया था, जो दवा तेजराम को दी गई, वह रिकॉर्ड में दर्ज हैं। दोपहर बाद करीब चार बजे करीब तेजराम को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी, तेजराम की मौत नर्सिंग होम में नहीं हुई। डा. एपी मलिक, मलिक नर्सिंग होम।

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