Saturday, January 9, 2016

अमरोहा : लापरवाह कोतवाल पर एफआईआर दर्ज

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
अमरोहा हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में पांच जून की रात घर में घुसकर पांच लोगों ने मां-बेटी के साथ गैंग रेप किया था और परिजनों के साथ मारपीट की थी। उस वक्त इंद्रमणि वर्मा हसनपुर के निरीक्षक थे।

उन्होंने गैंगरेप की वारदात को हल्की धारा में दर्ज किया था। भाजपाइयों ने इस पर इंद्रमणि वर्मा की शिकायत शासन स्तर तक की थी। एसपी ने इंद्रमणि वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया था।

हालही में उन्हें डिडौली का कोतवाल बनाया गया है। डीजीपी के आदेश पर एसपी ने धनौरा सीओ को मामले की जांच सौंपी थी। जांच में लगाए गए आरोप सही पाए गए।

जांच अधिकारी ने शुक्रवार को रिपोर्ट एसपी संजीव त्यागी को सौंप दी। इस पर एसपी ने इंद्रमणि वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया और एफआईआर के आदेश दिए।

पक्षपात के आरोप भी सही पाए गए
अमरोहा। हसनपुर के गैंग रेप के अलावा डिडौली कोतवाल इंद्रमणि वर्मा के खिलाफ क्षेत्र में चुनाव के दौरान हुए लड़ाई झगड़ों में पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने के आरोप भी लगे थे।

कनपुरा में दो पक्षों में हुए विवाद में भी उन पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के आरोप लगे थे। इस मामले में कई ऐसे युवकों को भी फंसाया गया था, जो उस वक्त दूसरे जिलों में रहकर पढ़ाई कर रहे थे।

इसके अलावा मुबारकपुर गांव में चुनाव के दौरान दलितों को पीटा गया था और इस प्रकरण में पीड़ितों के खिलाफ ही कार्रवाई की गई थी। सीओ धनौरा को जांच के दौरान यह शिकायत भी सही मिली।


दागी को बना दिया डिडौली का कोतवाल
अमरोहा। डीजीपी के सख्त आदेश हैं कि किसी भी दागी को थाने, कोतवाली की जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। बावजूद इसके जिले के अफसरों ने इंद्रमणि वर्मा को डिडौली का चार्ज दे दिया।

चार्ज भी उस वक्त दिया गया, जब हसनपुर गैंगरेप प्रकरण की जांच चल रही थी। इसके अलावा अधिकारियों ने चार्ज देते वक्त इस बात का ध्यान भी नहीं रखा कि डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव रामनगर में उनकी ससुराल भी है।कोतवाल ने इसका भरपूर फायदा उठाया । कहावत को सिद्ध कर दिया "जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का

दीपक शर्मा ब्रेक न्यूज़ अमरोहा

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