ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने प्रदेश के नए लोकायुक्त के चयन के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। श्री नाईक ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है कि मैंने उच्चतम न्यायालय के आदेश का हमेशा सम्मान किया है। उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति राजन गोगोई तथा पीसी पन्त की खण्डपीठ द्वारा आज न्यायमूर्ति संजय मिश्रा को उत्तर प्रदेश का लोकायुक्त नियुक्त किये जाने के लिये पारित किये गये आदेश का मैं सम्मान करता हूँ’।
राज्यपाल और यूपी सरकार में ठनी थी लोकायुक्त को लेकर
यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय मिश्रा को उत्तर प्रदेश का नया लोकायुक्त नियुक्त किया गया है। 16 दिसम्बर, 2015 को अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति वीरेन्द्र सिंह यादव को लोकायुक्त नियुक्त किये जाने का अपना आदेश वापस ले लिया गया है। यूपी के लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल और यूपी सरकार में ठन गई थी। यूपी सरकार जिसे लोकायुक्त की कुर्सी पर बैठाना चाहती थी, उस पर राज्यपाल की रजामंदी नहीं थी। सुप्रीमकोर्ट ने जब वीरेन्द्र सिंह का नाम सुझाया तो चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ उस नाम पर सहमत नहीं थे। आखिरकार सुपीमकोर्ट ने संजय मिश्रा को यूपी का नया लोकायुक्त नियुक्त कर दिया। अब इस नाम पर राज्यपाल और चीफ जस्टिस दोनों ही सहमत हैं।

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