ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
मऊ हलधरपुर थाना क्षेत्र के तलरवा मोड़ पुलिया के समीप लूट की योजना बना रहे बदमाशों को स्वाट टीम, मुहम्मदाबाद गोहना पुलिस एवं हलधरपुर पुलिस ने घेर कर गिरफ्तार किया। इसमें एक बलिया जनपद का देवव्रत मसीह एवं उसका साथी है।
देवव्रत मसीह की बब्बन सिंह की हत्या में भी पुलिस को तलाश थी। पकड़े जाने के बाद हलधरपुर थाना क्षेत्र में हुई बोलेरो लूट की घटना में भी शामिल होना स्वीकार किया। शुक्रवार को इसका खुलासा पुलिस अधीक्षक एसपी उपाध्याय ने अपने कार्यालय पर किया।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तलरवा मोड़ की पुलिया पर लूट की योजना बना रहे दो बदमाशों को घेर लिया।
मुठभेड़ के बाद देवव्रत मसीह निवासी गोठवा थाना नगरा, बलिया एवं उसके साथी अजय कांत निवासी बड़ी हरैया जनपद आजमगढ़ को गिरफ्तार किया। पकड़े गए बदमाशों के पास से एक पिस्टल, एक कारतूस बरामद किया।
पूछताछ में देवव्रत ने बताया कि वह जिला कारागार मऊ से 2014 में जमानत पर छूटने के बाद अपने साथियों के साथ मिलकर एक गिरोह बनाकर गोरखपुर, आजमगढ़, देवरियां, मऊ, बलिया में अपराध की घटनाओं को अंजाम देता है।
बताया कि दो जनवरी को बिलौझा के समीप हुई बब्बन सिंह की हत्या में वह अपने साथी विनीत यादव के साथ शामिल था। इस हत्या में अनूप गुप्ता को 3 लाख रुपये की सुपारी किसी ने दी थी। उसके कहने पर ही विनीत और उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया। बताया कि 19 नवंबर 2015 को सलेमपुर देवरिया से उसके साथी विनीत यादव ने एक बोलेरो किराया पर ली।
पहले से ही किराए पर लिए गए कमरे में चालक को रतनपुरा में बंद कर दिया और इम्तेयाज, इमरान के साथ बोलेरो को ले जाकर एक लाख में बेच दिया गया।
पकड़े गए उसके दूसरे साथी गोरख मौर्य को बताया कि एक लूट की घटना को अंजाम देने के लिए वह साथ रह रहा था। देवव्रत मसीह पर दस से अधिक गंभीर अपराध के मुकदमे बलिया और मऊ में दर्ज हैं। अन्य जनपदों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
मऊ हलधरपुर थाना क्षेत्र के तलरवा मोड़ पुलिया के समीप लूट की योजना बना रहे बदमाशों को स्वाट टीम, मुहम्मदाबाद गोहना पुलिस एवं हलधरपुर पुलिस ने घेर कर गिरफ्तार किया। इसमें एक बलिया जनपद का देवव्रत मसीह एवं उसका साथी है।
देवव्रत मसीह की बब्बन सिंह की हत्या में भी पुलिस को तलाश थी। पकड़े जाने के बाद हलधरपुर थाना क्षेत्र में हुई बोलेरो लूट की घटना में भी शामिल होना स्वीकार किया। शुक्रवार को इसका खुलासा पुलिस अधीक्षक एसपी उपाध्याय ने अपने कार्यालय पर किया।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तलरवा मोड़ की पुलिया पर लूट की योजना बना रहे दो बदमाशों को घेर लिया।
मुठभेड़ के बाद देवव्रत मसीह निवासी गोठवा थाना नगरा, बलिया एवं उसके साथी अजय कांत निवासी बड़ी हरैया जनपद आजमगढ़ को गिरफ्तार किया। पकड़े गए बदमाशों के पास से एक पिस्टल, एक कारतूस बरामद किया।
पूछताछ में देवव्रत ने बताया कि वह जिला कारागार मऊ से 2014 में जमानत पर छूटने के बाद अपने साथियों के साथ मिलकर एक गिरोह बनाकर गोरखपुर, आजमगढ़, देवरियां, मऊ, बलिया में अपराध की घटनाओं को अंजाम देता है।
बताया कि दो जनवरी को बिलौझा के समीप हुई बब्बन सिंह की हत्या में वह अपने साथी विनीत यादव के साथ शामिल था। इस हत्या में अनूप गुप्ता को 3 लाख रुपये की सुपारी किसी ने दी थी। उसके कहने पर ही विनीत और उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया। बताया कि 19 नवंबर 2015 को सलेमपुर देवरिया से उसके साथी विनीत यादव ने एक बोलेरो किराया पर ली।
पहले से ही किराए पर लिए गए कमरे में चालक को रतनपुरा में बंद कर दिया और इम्तेयाज, इमरान के साथ बोलेरो को ले जाकर एक लाख में बेच दिया गया।
पकड़े गए उसके दूसरे साथी गोरख मौर्य को बताया कि एक लूट की घटना को अंजाम देने के लिए वह साथ रह रहा था। देवव्रत मसीह पर दस से अधिक गंभीर अपराध के मुकदमे बलिया और मऊ में दर्ज हैं। अन्य जनपदों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
रिपोर्ट : अन्जनी राय ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो मऊ
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