महोबा। सूखे की त्रासदी झेल रहे बुंदेलखंड में भूख से जूझते गरीब और बुजुर्गो के लिए महोबा का 'रोटी बैंक' एक बड़ा सहारा बन गया है, जो उन्हें दोनों वक्त की रोटी मुहैया कराकर उनकी भूख की तड़प को मिटा रहा यह 'रोटी बैंक ' एक तरफ जहां भूख मिटा रहा है, वहीं भीख मांगने वालों की संख्या भी घटा रहा है।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैले बुंदेलखंड में 13 जिले आते हैं। यह इलाका एक बार फिर सूखे की मार झेल रहा है। खेत वीरान पड़े हैं और जलस्रोत भी सूख गए हैं। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। कई इलाके ऐसे हैं, जहां घरों में बुजुर्ग ही बचे हैं। इस स्थिति में महोबा के गरीब और बुजुर्गो के लिए 'रोटी बैंक' पेट भरने का जरिया बन गया है।
सूखे की त्रासदी झेल रहे बुंदेलखंड में भूख से जूझते गरीब और बुजुर्गो के लिए महोबा का 'रोटी बैंक' एक बड़ा सहारा बन गया है, जो उन्हें दोनों वक्त की रोटी मुहैया कराकर उनकी भूख की तड़प को मिटा रहा है।
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