ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
अमन तिवारी की विशेष रिर्पोट
इक प्रर्चाय को नही पता है की उसके विद्यालय मे है कितने शिक्षक
रीवा जिले के तहसील जवा अन्तर्गत सासकीय उच्चतर विद्यालय पुरोना मे पदस्त प्रर्चाय चन्द्रवली पान्डेय की शिक्षा को उच्च दर्जे मे पहुचाने की मुहीम की पोल तब खुल ग ई जब टी वी चैनल के रिर्पोटर भ्रमण के दौरान विद्यालय ज पहुचे
आपको वता दे की पुरोना विद्यालय की दुर्दसा को देख मन मे एक चिन्तन स उठा की यहा इतने शिक्षक होते हुए भी दर्जन भर से कम वच्चो की उपास्थिति क्यो है इसका खुलासा करना चाहा तो विद्यालय के प्रर्चाय से वात की तो जो आर्चय जनक तथ्य सामने आया है की कैइ माह से विद्यालय मे प्रचार्य के दाईत्य पर पदस्त पान्डेय को यह नही पता है की उसके विद्या ० मे राज्य शिक्षा व सासन के द्रारा कितने शिक्षको को क्षात्रो को शिक्षा देने के लिए रखा गया है इतना ही नही इस प्रर्चाय को यह भी जानकारी नही है की हमारे विद्या ० मे नियमित शिक्षको की कितनी पोष्टे है वही विद्यालय के क्षात्रो से वात करने मे यह पता चला है की इस प्रर्चाय द्रारा पदस्त दिनाक के वाद इक बार भी क्षात्रो के वीच अपना इन्टूडेक्सन भी देना उचित नही लगा विद्या ० के दर्जनो क्षात्रो से वात की सबने यही वताया वही उनने यह भी वताया की विद्या ० मे इस प्रर्चाय की तरह अन्य कैइ शिक्षक भी है जो आज तक अपना परिचय भी देना विद्या ० के उन क्षात्रो को देना उचित नही समझा जिनके उज्वल भविष्य वनाने एव क्षात्रो को उच्च शिक्षा मिले जिसके लिए सरकार हजारो रूपये पर माह वेतन मान देती है यह कोइ मनगणत कहानी नही है वरण हम प्रचार्य की एक वीडियो पेस करना चाहेगे जिसे देखने के बाद मध्य प्रदेश सरकार के उच्च गुणवक्ता एव पार्दसिता के साथ क्षात्रो को शिक्षा मिले ऐसी मुहिम को रीवा जिले के पुरोना प्रर्चाय पलीता लगाता हुआ दिख जायेगा वही इस प्रर्चाय को जब पता चला उसकी करनी कैमरे मे कैद हो ग ई है तब यह पत्रकारो को भी धमकिया दे कर कह रहा था की हम अपने ही तरीके से विद्या० का सचालन करते है व करते रहेगे वही इसने धमकी भरे लहजो मे अपने राजनीतिक ओहदे का भी धौस दिखाने का पूरा प्रयास मीडिया कर्मियो के समक्ष कर रहा था सोचने वाली वात तो यह है कि यह। प्रचार्य मीडिया के लोगो से असोभनीय व्यवहार कर रहा था तो आम अभिबावको से किस तरह से वरताव करता होगा यह तो वही वताएगा
सबसे वडा प्रश्न तो यह है की जब मध्य प्रदेश सरकार के प्रचार्यो की दशा यह है जिन्हे सरकार महीनो मे हजारो हजार वेतनमान देती है तो अन्य शिक्षको की दशा क्या होगी यह अन्दाजा लगाया ज सकता है अब देखना यह होगा की क्या राज्य शिक्षा व सरकार के वडे ओहदे मे वैठे जुम्मेदारी अधिकारी कर्मचारी इस प्रर्चाय के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर शिक्षको को उच्च पार्दसिता से काम करने को सजेसन देगी य फिर लचर व्यवस्था ही गरीब जनता को देकर अपनी गुणवक्ता का वखान करती रहेगी
अमन तिवारी की विशेष रिर्पोट
इक प्रर्चाय को नही पता है की उसके विद्यालय मे है कितने शिक्षक
रीवा जिले के तहसील जवा अन्तर्गत सासकीय उच्चतर विद्यालय पुरोना मे पदस्त प्रर्चाय चन्द्रवली पान्डेय की शिक्षा को उच्च दर्जे मे पहुचाने की मुहीम की पोल तब खुल ग ई जब टी वी चैनल के रिर्पोटर भ्रमण के दौरान विद्यालय ज पहुचे
आपको वता दे की पुरोना विद्यालय की दुर्दसा को देख मन मे एक चिन्तन स उठा की यहा इतने शिक्षक होते हुए भी दर्जन भर से कम वच्चो की उपास्थिति क्यो है इसका खुलासा करना चाहा तो विद्यालय के प्रर्चाय से वात की तो जो आर्चय जनक तथ्य सामने आया है की कैइ माह से विद्यालय मे प्रचार्य के दाईत्य पर पदस्त पान्डेय को यह नही पता है की उसके विद्या ० मे राज्य शिक्षा व सासन के द्रारा कितने शिक्षको को क्षात्रो को शिक्षा देने के लिए रखा गया है इतना ही नही इस प्रर्चाय को यह भी जानकारी नही है की हमारे विद्या ० मे नियमित शिक्षको की कितनी पोष्टे है वही विद्यालय के क्षात्रो से वात करने मे यह पता चला है की इस प्रर्चाय द्रारा पदस्त दिनाक के वाद इक बार भी क्षात्रो के वीच अपना इन्टूडेक्सन भी देना उचित नही लगा विद्या ० के दर्जनो क्षात्रो से वात की सबने यही वताया वही उनने यह भी वताया की विद्या ० मे इस प्रर्चाय की तरह अन्य कैइ शिक्षक भी है जो आज तक अपना परिचय भी देना विद्या ० के उन क्षात्रो को देना उचित नही समझा जिनके उज्वल भविष्य वनाने एव क्षात्रो को उच्च शिक्षा मिले जिसके लिए सरकार हजारो रूपये पर माह वेतन मान देती है यह कोइ मनगणत कहानी नही है वरण हम प्रचार्य की एक वीडियो पेस करना चाहेगे जिसे देखने के बाद मध्य प्रदेश सरकार के उच्च गुणवक्ता एव पार्दसिता के साथ क्षात्रो को शिक्षा मिले ऐसी मुहिम को रीवा जिले के पुरोना प्रर्चाय पलीता लगाता हुआ दिख जायेगा वही इस प्रर्चाय को जब पता चला उसकी करनी कैमरे मे कैद हो ग ई है तब यह पत्रकारो को भी धमकिया दे कर कह रहा था की हम अपने ही तरीके से विद्या० का सचालन करते है व करते रहेगे वही इसने धमकी भरे लहजो मे अपने राजनीतिक ओहदे का भी धौस दिखाने का पूरा प्रयास मीडिया कर्मियो के समक्ष कर रहा था सोचने वाली वात तो यह है कि यह। प्रचार्य मीडिया के लोगो से असोभनीय व्यवहार कर रहा था तो आम अभिबावको से किस तरह से वरताव करता होगा यह तो वही वताएगा
सबसे वडा प्रश्न तो यह है की जब मध्य प्रदेश सरकार के प्रचार्यो की दशा यह है जिन्हे सरकार महीनो मे हजारो हजार वेतनमान देती है तो अन्य शिक्षको की दशा क्या होगी यह अन्दाजा लगाया ज सकता है अब देखना यह होगा की क्या राज्य शिक्षा व सरकार के वडे ओहदे मे वैठे जुम्मेदारी अधिकारी कर्मचारी इस प्रर्चाय के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर शिक्षको को उच्च पार्दसिता से काम करने को सजेसन देगी य फिर लचर व्यवस्था ही गरीब जनता को देकर अपनी गुणवक्ता का वखान करती रहेगी


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