केंद्रीय ग्रह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लखनऊ में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के दफ्तर की बुनियाद रखने के दौरान कहा कि
माओवाद के बाद अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल किया जायेगा । उन्होंने कहा, "एनआईए की साख देश ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत अच्छी है। यह नेशनल और इंटरनेशनल मामले की इन्वेस्टिगेशन करती है। भारत की सिक्युरिटी के लिए बॉर्डरों पर सिक्युरिटी अहम हैं। भारत ने माओवाद पर कंट्रोल किया है और अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल कर लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की मुस्लिम फैमिली जब अपनों को आईएस की तरफ रेडिकुलाइज होते देखती है, तो उन्हें रोकती है। अब अपराध भी हाईटेक हो गए हैं। आईएस के रूप में नया संकट पैदा हो गया है। हमे आईएस से अलर्ट होने की जरुरत है। लखनऊ में एनआईए का ऑफिस बनना एक प्राइड मूमेंट है, क्योंकि मैं सिर्फ होम मिनिस्टर ही नहीं, लखनऊ का एमपी भी हूं। 7 सालों में 112 मामलों की जांच NIA ने की है। 92% मामलों में सज़ा मिली है।
एनआईए के दफ्तर के लिए यूपी सरकार ने जमीन दी है। उसके लिए सीएम अखिलेश का शुक्रिया।
माओवाद के बाद अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल किया जायेगा । उन्होंने कहा, "एनआईए की साख देश ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत अच्छी है। यह नेशनल और इंटरनेशनल मामले की इन्वेस्टिगेशन करती है। भारत की सिक्युरिटी के लिए बॉर्डरों पर सिक्युरिटी अहम हैं। भारत ने माओवाद पर कंट्रोल किया है और अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल कर लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की मुस्लिम फैमिली जब अपनों को आईएस की तरफ रेडिकुलाइज होते देखती है, तो उन्हें रोकती है। अब अपराध भी हाईटेक हो गए हैं। आईएस के रूप में नया संकट पैदा हो गया है। हमे आईएस से अलर्ट होने की जरुरत है। लखनऊ में एनआईए का ऑफिस बनना एक प्राइड मूमेंट है, क्योंकि मैं सिर्फ होम मिनिस्टर ही नहीं, लखनऊ का एमपी भी हूं। 7 सालों में 112 मामलों की जांच NIA ने की है। 92% मामलों में सज़ा मिली है।
एनआईए के दफ्तर के लिए यूपी सरकार ने जमीन दी है। उसके लिए सीएम अखिलेश का शुक्रिया।
जानकारी के लिए बता दें कि यूपी में कई एंटी नेशनल एक्टिविटिज में जुड़े क्रिमिनलों के पकड़े जाने के बाद यहां एनआईए के ऑफिस की जरुरत महसूस की जा रही थी। एनआईए के ऑफिस होने पर यूपी में स्लीपिंग मॉडयूल्स पर भी पैनी नजर रखी जा सकती है। हाल ही में वेस्ट यूपी के संभल जिले से दिल्ली स्पेशल सेल ने अलकायदा के सस्पेक्ट टेरिरिस्ट को अरेस्ट किया था। बरेली से भी पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट अरेस्ट किया जा चुका है।वहीं, नोएडा से भी कुछ सस्पेक्ट बांग्लादेशी अरेस्ट हो चुके हैं ।
यह आफिस लखनऊ के गोमतीनगर एक्सटेंशन के 726 सेक्टर-7 में बन रहा है।
यहां एनआईए के ऑफिस के साथ-साथ अफसरों और बाकी एम्प्लॉई के रहने की सुविधा भी होगी। इस प्रोजेक्ट में करीब 33 करोड़ रुपए की लागत आएगी। अगले डेढ़ साल के अंदर ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।
एनआईए का ऑफिस कैंपस 2.5 एकड़ में फैला है। इसमें सोलर पैनल भी लगेंगें।
यह आफिस लखनऊ के गोमतीनगर एक्सटेंशन के 726 सेक्टर-7 में बन रहा है।
यहां एनआईए के ऑफिस के साथ-साथ अफसरों और बाकी एम्प्लॉई के रहने की सुविधा भी होगी। इस प्रोजेक्ट में करीब 33 करोड़ रुपए की लागत आएगी। अगले डेढ़ साल के अंदर ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।
एनआईए का ऑफिस कैंपस 2.5 एकड़ में फैला है। इसमें सोलर पैनल भी लगेंगें।

No comments:
Post a Comment