Monday, December 28, 2015

बाराबंकी : जिला पंचायत सदस्यों के यहाँ छापा

बाराबंकी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की अधिसूचना जारी होने के साथ ही सरकारी तंत्र भी सक्रिय हो गया है। सोमवार को सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ की टीम ने दो जिला पंचायत सदस्य और चिकित्सक के यहां छापा मारा। इस दौरान नोटिस देकर मंगलवार तक जवाब देने को कहा गया है।

नव निर्वाचित बसपा से जिला पंचायत सदस्य उमाशरण वर्मा जहांगीराबाद में रहते हैं। वहीं बसपा से ही नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य शिवभजन मलौली बिंदौरा के रहने वाले हैं। बसपा जिलाध्यक्ष सुरेश चन्द्र गौतम ने बताया कि उमाशरण पिछले 25 वर्षों से जहांगीराबाद में क्लीनिक चलाते हैं जबकि शिवभजन डॉक्टर नहीं है। इसके बाद सीएमओ के निर्देश पर इनके यहां एसीएमओ डॉ. एससी धूसिया और डॉ. राजकुमार की टीम ने इनके यहां छापा मारा। एसीएमओ ने दोनों को नोटिस जारी करते हुए मंगलवार तक जवाब देने का आदेश दिया है। बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद की अधिसूचना जारी होने के साथ ही सरकारी तंत्र भी सक्रिय हो गया है। सोमवार को सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ की टीम ने दो जिला पंचायत सदस्य और चिकित्सक के यहां छापा मारा। इस दौरान नोटिस देकर मंगलवार तक जवाब देने को कहा गया है।

नव निर्वाचित बसपा से जिला पंचायत सदस्य उमाशरण वर्मा जहांगीराबाद में रहते हैं। वहीं बसपा से ही नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य शिवभजन मलौली बिंदौरा के रहने वाले हैं। बसपा जिलाध्यक्ष सुरेश चन्द्र गौतम ने बताया कि उमाशरण पिछले 25 वर्षों से जहांगीराबाद में क्लीनिक चलाते हैं जबकि शिवभजन डॉक्टर नहीं है। इसके बाद सीएमओ के निर्देश पर इनके यहां एसीएमओ डॉ. एससी धूसिया और डॉ. राजकुमार की टीम ने इनके यहां छापा मारा। एसीएमओ ने दोनों को नोटिस जारी करते हुए मंगलवार तक जवाब देने का आदेश दिया है। बसपा जिलाध्यक्ष का आरोप है जिला पंचायत अध्यक्ष पद की अधिसूचना जारी होते ही सरकारी तंत्र ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।

आरोप है कि सत्तापक्ष के उम्मीदवार को वोट देने के लिए बसपा के दोनों सदस्यों पर इस तरह का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब सीएमओ से बात की गई तो उनका जवाब था नोटिस ही दिया गया है जवाब दे दें। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी शिवभजन को पुलिस उठा चुकी है एसपी से बात कर उन पद दबाव बनाया गया तो उन्हें छोड़ा गया था। वहीं सीएमओ डॉ. रविन्द्र कुमार का कहना है कि जानकारी मिली थी कि दोनों सदस्य क्लीनिक चलाते हैं जिस पर एसीएमओ को जांच के लिए भेजा गया था, दोनों को नोटिस जारी किया गया है।का आरोप है जिला पंचायत अध्यक्ष पद की अधिसूचना जारी होते ही सरकारी तंत्र ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।

सदस्य ने लगाया दबाव का आरोप
आरोप है कि सत्तापक्ष के उम्मीदवार को वोट देने के लिए बसपा के दोनों सदस्यों पर इस तरह का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब सीएमओ से बात की गई तो उनका जवाब था नोटिस ही दिया गया है जवाब दे दें। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी शिवभजन को पुलिस उठा चुकी है एसपी से बात कर उन पद दबाव बनाया गया तो उन्हें छोड़ा गया था। वहीं सीएमओ डॉ. रविन्द्र कुमार का कहना है कि जानकारी मिली थी कि दोनों सदस्य क्लीनिक चलाते हैं जिस पर एसीएमओ को जांच के लिए भेजा गया था, दोनों को नोटिस जारी किया गया है।

जिलाध्यक्ष सुरेश गौतम ने कहा जिला पंचायत सदस्यों को दबाव बनाकर वोट डलवाने के लिये ये सब किया जा रहा है । 

No comments:

All

SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...