ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
जालौन उरई कोतवाली क्षेत्र में बोहदपुरा के पास रोडवेज बस स्टैयरिंग फेल होने के कारण पेड़ से टकरा गई। हादसे में बस में परिवार के साथ यात्रा कर रहे मध्य प्रदेश पुलिस के एक सिपाही की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। 8 अन्य यात्री घायल हो गये जिनमें तीन को हालत नाजुक होने की वजह से मेडिकल काॅलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया हैै।
राठ-दिल्ली रोडवेज बस जालौन रोड पर आईटीआई से आगे निकली ही थी कि उसका स्टैयरिंग फेल हो गई। तेज रफ्तार में बस नीम के पेड़ से टकरा गई। बस में लगभग 20 यात्री सवार थे। भीषण टक्कर के कारण ग्वालियर के झांसी रोड थाना में तैनात सिपाही सोमदत्त तिवारी (43वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। सोमदत्त की जिले के कुसमरा गांव में ससुराल है। उसके ससुर बीमार थे जिसके कारण वह अपनी पत्नी अर्चना और दो बच्चों को लेकर कुसमरा जा रहा था। दुर्घटना में उसकी पत्नी व बच्चों को भी मामूली चोटें आई है।
अन्य घायलों में प्रभुदयाल (54वर्ष) निवासी ब्लाॅक कालौनी जालौन, रामनारायण निवासी रूरीपारा जिला हमीरपुर, रमाकांति पत्नी छिंगे निवासी ग्राम हरकौती जिला जालौन, मुन्ना निवासी ग्राम इटैलिया जिला हमीरपुर, रामसेवक व उसका तेरह वर्षीय लड़का सोनू निवासी करहानी जिला हमीरपुर शामिल हैं। घटना की जानकारी आते ही जिला अस्पताल से आनन-फानन में दो सरकारी एंबुलेंस घायलों को लाने के लिए मौके पर भेजी गई। घायलों में तीन की हालत बेहद नाजुक थी। जिसकी वजह से उन्हें मेडिकल काॅलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया है।
👉मौत का परवाना लेकर चलती हैं रोडवेज
_________
रोडवेज जर्जर बसों का पर्याय बन गई हैं। ज्यादातर बसों की ऊपरी कंडीशन तो खराब है ही इंजन और स्टैयरिंग भी कब दगा दे जाये इसका भरोसा नही है। आये दिन कोई न कोई बस इस वजह से रास्ते में खड़ी हो जाती है और यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। लोग व्यंग्य में कहने लगे हैं कि रोडवेज मौत का परवाना लेकर चलती हैं। जिसे अपनी जिंदगी से मोह नही रह गया वे इस बस में यात्रा करें।
जालौन उरई कोतवाली क्षेत्र में बोहदपुरा के पास रोडवेज बस स्टैयरिंग फेल होने के कारण पेड़ से टकरा गई। हादसे में बस में परिवार के साथ यात्रा कर रहे मध्य प्रदेश पुलिस के एक सिपाही की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। 8 अन्य यात्री घायल हो गये जिनमें तीन को हालत नाजुक होने की वजह से मेडिकल काॅलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया हैै।
राठ-दिल्ली रोडवेज बस जालौन रोड पर आईटीआई से आगे निकली ही थी कि उसका स्टैयरिंग फेल हो गई। तेज रफ्तार में बस नीम के पेड़ से टकरा गई। बस में लगभग 20 यात्री सवार थे। भीषण टक्कर के कारण ग्वालियर के झांसी रोड थाना में तैनात सिपाही सोमदत्त तिवारी (43वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। सोमदत्त की जिले के कुसमरा गांव में ससुराल है। उसके ससुर बीमार थे जिसके कारण वह अपनी पत्नी अर्चना और दो बच्चों को लेकर कुसमरा जा रहा था। दुर्घटना में उसकी पत्नी व बच्चों को भी मामूली चोटें आई है।
अन्य घायलों में प्रभुदयाल (54वर्ष) निवासी ब्लाॅक कालौनी जालौन, रामनारायण निवासी रूरीपारा जिला हमीरपुर, रमाकांति पत्नी छिंगे निवासी ग्राम हरकौती जिला जालौन, मुन्ना निवासी ग्राम इटैलिया जिला हमीरपुर, रामसेवक व उसका तेरह वर्षीय लड़का सोनू निवासी करहानी जिला हमीरपुर शामिल हैं। घटना की जानकारी आते ही जिला अस्पताल से आनन-फानन में दो सरकारी एंबुलेंस घायलों को लाने के लिए मौके पर भेजी गई। घायलों में तीन की हालत बेहद नाजुक थी। जिसकी वजह से उन्हें मेडिकल काॅलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया है।
👉मौत का परवाना लेकर चलती हैं रोडवेज
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रोडवेज जर्जर बसों का पर्याय बन गई हैं। ज्यादातर बसों की ऊपरी कंडीशन तो खराब है ही इंजन और स्टैयरिंग भी कब दगा दे जाये इसका भरोसा नही है। आये दिन कोई न कोई बस इस वजह से रास्ते में खड़ी हो जाती है और यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। लोग व्यंग्य में कहने लगे हैं कि रोडवेज मौत का परवाना लेकर चलती हैं। जिसे अपनी जिंदगी से मोह नही रह गया वे इस बस में यात्रा करें।
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