ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी सफदरगंज पुलिस ने अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया। बदमाशों में दो लखनऊ जिले के रहने वाले है। इनके पास से पुलिस ने अत्याधुनिक छह असलहे व नौ कारतूस बरामद की हैं।
आरोपियों ने बताया है कि वे बिहार, जौनपुर और रायबरेली से असलहों की तस्करी कर यहां लाकर बेचते थे। पुलिस टीम की इस कामयाबी पर एसपी ने पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया है। सीओ सिटी/क्राइम विशाल विक्रम सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइन में बताया कि सफदरगंज पुलिस ने अवैध असलहों की तस्करी करने वाले तीन युवकोें को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए बदमाशों में जीतू उर्फ जितेंद्र कुमार निवासी उत्तरगांव थाना मोहनलालगंज जनपद लखनऊ, विशाल कनौजिया निवासी तेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ व मुजीब अहमद निवासी ग्राम दादरा थाना सफदरगंज बाराबंकी शामिल है। पुलिस ने अपराधियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
असलहा तस्करों ने बताया कि बाहर से असलहों की तस्करी कर यहां बेचने में अच्छा फायदा होता है। बिहार व जौनपुर में तमंचा करीब दो हजार व फैक्ट्री मेडे पिस्टल 20 हजार के आसपास मिलती है। इसके बाद यहां पर तमंचा साढ़े तीन हजार व पिस्टल 35 हजार रुपये में बेचा जाता है। आरोपी करीब दो साल से इस कारोबार से जुड़े है।
पकड़े गए बदमाशों में जीतू उर्फ जितेंद्र कुमार निवासी उत्तरगांव थाना मोहनलालगंज जनपद लखनऊ, विशाल कनौजिया निवासी तेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ व मुजीब अहमद निवासी ग्राम दादरा थाना सफदरगंज बाराबंकी शामिल है। पुलिस ने अपराधियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
असलहा तस्करों ने बताया कि बाहर से असलहों की तस्करी कर यहां बेचने में अच्छा फायदा होता है। बिहार व जौनपुर में तमंचा करीब दो हजार व फैक्ट्री मेडे पिस्टल 20 हजार के आसपास मिलती है। इसके बाद यहां पर तमंचा साढ़े तीन हजार व पिस्टल 35 हजार रुपये में बेचा जाता है। आरोपी करीब दो साल से इस कारोबार से जुड़े है।
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