Tuesday, June 14, 2016

शामली : क्या है कैराना मामले की सच्चाई

door to door verification in kairana exodus case

सत्यापन करते लेखपालPC: ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो शामली

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
शामली जिले में शुरूआती दौर से पलायन प्रकरण को हल्के में रहे पुलिस प्रशासन के सामने स्थिति यह है कि ना तो उगला जाए, न निगला जाए। प्रशासन ने सूची का सत्यापन कराया, दावा किया कि सूची में काफी नाम गलत हैं, मगर नौ नाम ऐसे भी हैं जो दहशत के कारण कैराना से पलायन कर गए। इस सच्चाई को पुलिस प्रशासन चाहकर भी झुठला नहीं सकता।
सांसद हुकुम सिंह द्वारा जारी की गई पलायन करने वालों की सूची का पुलिस प्रशासन ने सत्यापन कराया। एक सत्यापन पुलिसकर्मियों ने किया, तो फिर डीएम ने भी अलग से टीमें लगाकर सत्यापन की क्रास चेकिंग कराई। सोमवार शाम तक सत्यापन में लगी टीमों ने जो रिपोर्ट दी, उसमें यही बताया गया कि अधिकांश लोग रोजगार और अन्य कारणों से दूसरे शहरों में शिफ्ट हो गए। वहीं, यह भी पाया गया कि सूची में शामिल चार लोगों की पूर्व में मृत्यु हो चुकी हैं, 68 परिवार 10 साल पूर्व तथा 34 परिवार पांच साल पूर्व किन्हीं कारणों से दूसरे शहरों में चले गए।

खास बात यह है कि पुलिस प्रशासन ने भी सत्यापन में माना कि सूची में शामिल नौ परिवार दहशत के कारण ही कैराना छोड़कर गए। बेशक सांसद ने 346 परिवारों के पलायन की बात कही, मगर उसमें शत प्रतिशत नहीं, मगर सच्चाई तो है ही, जो पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा करती है। 

अब कैराना में करना पड़ा कैंप 
जब सांसद हुकुम सिंह ने पलायन प्रकरण उठाया था, तो पुलिस प्रशासन यही कहता रहा कि कैराना के हालात सामान्य हैं तथा पलायन संबंधी कोई पुख्ता सबूत नहीं है। अब सत्यापन में वह सबूत भी सामने आ रहे हैं तथा लोग स्पष्ट कह रहे हैं कि यहां गुंडागर्दी ने माहौल में जहर घोल रखा है, जिससे यहां रहने वालों का दम घुटता है। देश भर में प्रकरण को लेकर हल्ला मचने पर हाल यह हुआ कि अब जिलाधिकारी सुजीत कुमार को कैराना में ही कैंप करना पड़ रहा है। सोमवार को वह कैराना तहसील में बैठकर सूची के सत्यापन पर नजरें रखे रहे। 

कैराना में मौजूद लोगों के नाम 
विनोद जाटव, मुरारीलाल, किरणपाल, प्रमोद जैन, शुभम गर्ग, मुकेश गर्ग, विक्की, सुनील सैनी, अनिल सैनी, ओमकार, संजय भटनागर, प्रमोद जैन पुत्र इंद्रसैन, सोनू जाटव, मुरली धीमान, सुशील कुमार, ब्रजपाल कश्यप, अशोक कुमार, दयाचंद, मास्टर प्रवीण आदि करीब 15 नाम ऐसे हैं, जिनका परिवार कैराना में ही रहता है। 

गलत नामों पर सांसद ने भी जताई नाराजगी 
पलायन करने वालों की सूची के बारे में जब सांसद हुकुम सिंह से पूछा गया कि सूची में ऐसे नाम भी हैं, जो कैराना में ही रह रहे हैं। इस पर सांसद ने सूची बनाकर देने वाले से फोन पर बातचीत कर नाराजगी भी जताई और कहा कि सूची बनाने में पूरी सावधानी बरतनी चाहिए थी।

No comments:

All

SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग

टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...