वाराणसी. चौबेपुर थानाक्षेत्र के गौरा उपरवार में उस वक़्त अफरा तफरी मच ग्फायी, जब एक के बाद के कर लोइग बीमार पड़ने लगे। यह सभी डिहाइड्रेशन के शिकार हुए हैं। बताया जा रहा है कि इन सभी गांव की ही महिला के दाह-संस्कार के बाद विषाक्त खोवा खाया था। बीमार लोगों का इलाज चौबेपुर की निजी डिस्पेंसरियों, पीएचसी और वाराणसी के अस्पतालों में चल रहा है।
सैदपुर से आया था खोवा
बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय से लगभग 21 किलोमीटर दूर स्थित गौरा उपरवार की रहने वाले लालता यादव की 60 वर्षीया पत्नी शनिचरा देवी की मौत हो गई थी। उनके दाह-संस्कार के बाद के बाद गाजीपुर के सैदपुर खोवा मण्डी से रामजनम यादव की दुकान से लाए खोवा में चीनी मिलाकर सभी को जलपान के लिये दिया गया। इसको खाते ग्रामीणों को उल्टी दस्त शुरू हो गई। देखते ही देखते स्थिती भयावह हो गई। लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित चौबेपुर कसबे में स्थित डिस्पेन्सरियां मरीजों से खचाखच भर गईं। हालत यह हो गई कि मेडिकल स्टोंरों से दवाएं खतम होने लगी।
पंद्रह 108 एम्बुलेंस लगीं अस्पताल पहुंचाने में
मिली जानकारी के मुताबिक़ इतनी बड़ी संख्या में लोगों के बीमार पड़ने के बाद ग्रामप्रधान कमलेश यादव ने 108 नं पर फोन करके स्थिती की जानकारी जिला स्वास्थय विभाग को दी। जिसके बाद महकमे में भी हडकंप मच गया। इसके बाद आनन-फानन में विभाग ने 15 एम्बुलेंस गौरा-उपरवार के लिए भेजीं। एम्बुलेंस चौबेपुर से मरीजों को वाराणसी शहर स्थित दीनदयाल उपाध्याय मंडलीय अस्पताल पहुंचाने में लग गईं। चौबेपुर पुलिस ने भी लोगों की मदद के लिए मोर्चा सम्हाला हुआ है।
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