ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो गोरखपुर। तीन गुना मुनाफा देने का झांसा देकर संस्था संचालक ने पत्नी के साथ मिलकर 200 से अधिक महिलाओं के साथ ठगी की थी। देर रात पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। रकम वापस मांगने पर वह पति के साथ घर छोड़कर भाग निकली थी। बुधवार की शाम लोगों ने महिला और उसके पति को रेलवे स्टेशन से पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले किया था। महिला पर 50 लाख रुपये से ज्यादा हड़पने का आरोप है।
पीड़ित महिलाओं ने बृहस्पतिवार की सुबह गिरफ्तारी महिला थाने के सामने जमकर हंगामा किया था। मामले में गोविंद, अरुण और संस्था का दफ्तर जिस घर में था उसकी मालकिन को भी मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कोतवाली के दिलेजाकपुर मोहल्ले में रहने वाली मिट्ठू श्रीवास्तव ऑर्गनाइजेशन ऑफ रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट नाम की संस्था चलाती थी। घरेलू महिलाओं को तीन गुना मुनाफे का झांसा देकर वह संस्था में रुपये जमा कराती थी। 500 रुपये जमा करने पर उसने तीन महीने तक 500 - 500 रुपये जमाकर्ताओं को दिए थे। इसकी जानकारी होने के बाद करीब 200 महिलाओं ने मिट्ठू के पास पांच से लेकर 50 हजार रुपये तक जमा कर दिए।
करीब 50 लाख रुपये जमा करने के बाद उसने लोगों को मुनाफा देना बंद कर दिया। दिसंबर, जनवरी में रुपये न मिलने पर महिलाओं के साथ ही उनके घरवालों ने मिट्टू के साथ ही उसके पति अरुण श्रीवास्तव की तलाश शुरू कर दी। 15 दिन से महिला पति के साथ रेलवे स्टेशन पर रह रही थी। बुधवार की रात पीड़ित महिलाओं ने मिट्टू के साथ ही उसके पति अरुण को रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ के बाद कोतवाली पुलिस ने मिट्टू को महिला थाने भेज दिया। संस्था संचालक के पकड़े जाने की सूचना पर बृहस्पतिवार की सुबह 11 बजे 100 की संख्या में महिला थाने पहुंची महिलाओं ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
बदल दिया संस्था का नाम
मिट्टू का पति अरुण गोलघर स्थित एक दुकान पर काम करता है। पति का बड़ा भाई गोविंद श्रीवास्तव मार्गदर्शक नाम की संस्था चलाता था। शुरूआती दौर में मिट्टू ने जेठ के साथ मिलकर लोगों को मुनाफा देने का झांसा दिया। नवंबर 2015 में रुपये वापसी को लेकर हंगामा होने पर उसने ऑर्गनाइजेशन ऑफ रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट नाम की संस्था खोल रुपये लेना शुरू कर दिया।
तीन गुना मुनाफे के लिए गिरवी रख दिए गहने
जालसाजी में पकड़े जाने के डर से मिट्टूू घरेलू महिलाओं को झांसे में लेकर रुपये जमा कराती थी। परिवार के लोगों को बताए बिना ही अधिकांश महिलाओं ने अपने जेवर बंधक रखकर तीन महीने में तीन गुना रुपये पाने के लालच में आकर उसे रुपये दे दिए। ठगी की जानकारी के बाद पीड़ित महिलाएं अपनी जमा की गई रकम वापस पाने के लिए परेशान हैं।
हजम कर ली शादी के खर्च की रकम
अलीनगर के रहने वाले शंकर प्रसाद वर्मा मजदूरी कर परिवार की जीविका चलाते हैं। 17 फरवरी को उनकी बेटी माया की शादी है। खर्च के लिए उन्होंने पत्नी लक्ष्मी को 50 हजार रुपये रखने को दिए थे। तीन गुना रुपये पाने के लालच में लक्ष्मी ने रुपये मिट्टूू के पास जमा कर दिए। ठगे जाने की जानकारी के बाद लक्ष्मी की तबीयत बिगड़ गई है। बेटी की शादी कैसे हो इसे लेकर परिवार के लोग परेशान हैं।
पीड़ित महिलाओं ने बृहस्पतिवार की सुबह गिरफ्तारी महिला थाने के सामने जमकर हंगामा किया था। मामले में गोविंद, अरुण और संस्था का दफ्तर जिस घर में था उसकी मालकिन को भी मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कोतवाली के दिलेजाकपुर मोहल्ले में रहने वाली मिट्ठू श्रीवास्तव ऑर्गनाइजेशन ऑफ रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट नाम की संस्था चलाती थी। घरेलू महिलाओं को तीन गुना मुनाफे का झांसा देकर वह संस्था में रुपये जमा कराती थी। 500 रुपये जमा करने पर उसने तीन महीने तक 500 - 500 रुपये जमाकर्ताओं को दिए थे। इसकी जानकारी होने के बाद करीब 200 महिलाओं ने मिट्ठू के पास पांच से लेकर 50 हजार रुपये तक जमा कर दिए।
करीब 50 लाख रुपये जमा करने के बाद उसने लोगों को मुनाफा देना बंद कर दिया। दिसंबर, जनवरी में रुपये न मिलने पर महिलाओं के साथ ही उनके घरवालों ने मिट्टू के साथ ही उसके पति अरुण श्रीवास्तव की तलाश शुरू कर दी। 15 दिन से महिला पति के साथ रेलवे स्टेशन पर रह रही थी। बुधवार की रात पीड़ित महिलाओं ने मिट्टू के साथ ही उसके पति अरुण को रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ के बाद कोतवाली पुलिस ने मिट्टू को महिला थाने भेज दिया। संस्था संचालक के पकड़े जाने की सूचना पर बृहस्पतिवार की सुबह 11 बजे 100 की संख्या में महिला थाने पहुंची महिलाओं ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
बदल दिया संस्था का नाम
मिट्टू का पति अरुण गोलघर स्थित एक दुकान पर काम करता है। पति का बड़ा भाई गोविंद श्रीवास्तव मार्गदर्शक नाम की संस्था चलाता था। शुरूआती दौर में मिट्टू ने जेठ के साथ मिलकर लोगों को मुनाफा देने का झांसा दिया। नवंबर 2015 में रुपये वापसी को लेकर हंगामा होने पर उसने ऑर्गनाइजेशन ऑफ रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट नाम की संस्था खोल रुपये लेना शुरू कर दिया।
तीन गुना मुनाफे के लिए गिरवी रख दिए गहने
जालसाजी में पकड़े जाने के डर से मिट्टूू घरेलू महिलाओं को झांसे में लेकर रुपये जमा कराती थी। परिवार के लोगों को बताए बिना ही अधिकांश महिलाओं ने अपने जेवर बंधक रखकर तीन महीने में तीन गुना रुपये पाने के लालच में आकर उसे रुपये दे दिए। ठगी की जानकारी के बाद पीड़ित महिलाएं अपनी जमा की गई रकम वापस पाने के लिए परेशान हैं।
हजम कर ली शादी के खर्च की रकम
अलीनगर के रहने वाले शंकर प्रसाद वर्मा मजदूरी कर परिवार की जीविका चलाते हैं। 17 फरवरी को उनकी बेटी माया की शादी है। खर्च के लिए उन्होंने पत्नी लक्ष्मी को 50 हजार रुपये रखने को दिए थे। तीन गुना रुपये पाने के लालच में लक्ष्मी ने रुपये मिट्टूू के पास जमा कर दिए। ठगे जाने की जानकारी के बाद लक्ष्मी की तबीयत बिगड़ गई है। बेटी की शादी कैसे हो इसे लेकर परिवार के लोग परेशान हैं।
No comments:
Post a Comment